हेलो माय फ्रैंड्स तो कैसे है आप सब लोग दुआ करता हूं कि सब बढ़िया ही होगे, वैसे तो आज जो मै आपको स्टोरी बताने वाला हु वो एक मिडिल क्लास परिवार की कहानी है इस परिवार मे एक जवान लड़का और 3 बेवा औरते है लड़के का नाम – शोएब है उसकी उम्र 24 साल की है कद कुछ 5 फुट 7 इंच का और लौड़ा 8 इंच का है, शोएब के अलावा 3 बेवा औरते जो इस घर में है उसमे से पहली उसकी दादी रजिया बी जिनकी उम्र 58 साल है इनका निकाह 16 साल की उम्र में ही हो गया था, उसके बाद दूसरी औरत उसकी अम्मी आयशा उम्र 42 साल है इनका निकाह भी 17 साल की उम्र में ही चुका था, और तीसरी औरत शोएब की चाची आलिया जिनकी उम्र महज 30 साल हैं इनका निकाह भी कम उम्र में ही हो गया था, अब आगे की कहानी मैं आपको शोएब बन कर ही सुनाता हूं जिससे आपको कहानी समझने में आसानी हो ।
मैं और मेरी चाची एक निकाह में शामिल होने के लिए अजमेर आए हुए थे उस समय बहुत बारिश भी हो रही थी हम जब निकाह खतम होने के बाद स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि हमारी ट्रेन बारिश की वजह से कैंसल कर दी गईं थी और दूसरी ट्रेन भी बारिश बंद होने के बाद ही आने वाली थी पर जिस तरह बारिश हो रही थी लग नही रहा था की आज बारिश बंद हो पाएगी तो हमने वापस अपने रिश्तेदार के घर जाने की सोची पर बारिश की वजह से कोई रिक्शा उस एरिया में जाने को राजी नहीं हुआ तो चाची ने कहा कि स्टेशन के पास किसी होटल में ही रुक जाते है। हम दोनों भीग तो चुके ही थे तो हमने 3 से 4 होटल में रूम का पूछा पर वहा कोई रूम खाली नही था फिर जब हम पांचवी होटल गए तो वहा एक रूम ही खाली था हमने भी जल्दी से वो रूम ले लिया हम रूम में गए चाची जल्दी से बाथरूम मे कपड़े बदलने चली गईं और मै भी रूम में ही अपने उतार कर सुखा दिए और टॉवल बांध कर चाची का बहार निकलने का वेट करने लगा, चाची बाथरूम से निकली तो मैं भी तुरंत अंदर घुस गया और शावर लेने लगा, तब ही मेरी नजर वहा रखे कपड़ो पर गईं जो की चाची की ब्रा पेंटी और उनका सूट था उनकी ब्रा पेंटी देख मेरा लौड़ा खड़ा होने लगा तो मैने उनकी ब्रा पेंटी उठाई और उनकी ब्रा को सूंघने लगा जिसमे से चाची के पसीने की खुशबू आ रही थी और उनकी पेंटी को अपने लौड़े पर रख लौड़ा हिलाने लगी और उनकी पेंटी पर ही अपना माल गिरा दिया और पैंटी को ऐसे ही छोड़ बाहर आ गया कुछ देर बाद जब चाची आपने कपड़े लेने बाथरूम मे गईं तो मुझे याद आया कि मै तो उनकी पेंटी ऐसे ही माल गिराई हुए ही छोड़ दी थी मुझे लगा चाची मुझे डाटेगी पर उनका चेहरा तो कुछ और ही बता रहा था वो मुझे देख मुस्कुराई और फिर हमने चाय पी और सोने की तैयारी करने लगे मैने चाची को बोला की आप उपर बेड पर सो जाना मैं नीचे सो जाऊंगा तो चाची बोली बेटा ऊपर बेड पर इतनी जगह है तो तू नीचे क्यों सोएगा तू भी ऊपर बेड पर ही आ जा दोनो साथ मे सो जायेंगे, तो मैं भी मान गया अब हम दोनों बेड पर सो गए कमरे में अंधेरा था बीच रात मेरी नींद खुली मुझे ऐसा लगा की मेरे पैरो पर कुछ हैं मैने ध्यान दिया तो चाची का पैर था वो अपने पैरो से मेरे पैरो को मसल रही थी मैने कोई भी हरकत नही की और सोने का नाटक करने लगा अब उनका हाथ धीरे धीरे मेरे सीने पर आ गया अब वो अपने हाथ को धीरे धीरे नीचे की और सरकाने लगी मेरी तो हालत खराब होने लगी थी मानो, उनका हाथ मेरे लौड़े पर आ कर रुक गया था मेरा लौड़ा उनके छूने से ही फड़फड़ाने लगा चाची ने मेरा लौड़ा लोअर के उपर से ही पकड़ लिया और मसलने लगी मुझे अब सहन नहीं हो पा रहा था मैने उनका हाथ पकड़ा और उनके ऊपर चढ़ गया और उनके होठों को चूमने लगा चाची भी इसमें मेरा पूरा साथ दे रही थी अब हम दोनों इतने पागल हो गए थे कि एक दूसरे के कपड़े फाड़ने लगे थे कपड़े फटने के बाद जब हम दोनों पूरे नंगे हुए तो मैंने चाची के मुंह में अपना लौड़ा दे दिया और चाची भी उसे मजे से चूसने लगी मेरा लौड़ा पूरा अंदर गले तक लेने लगी चाची मुझे भी बहुत मजा आ रहा था कुछ देर लौड़ा चुसाने के बाद मैं उनके पैरो के बीच में आ गया उनकी चूत पर बाल थे उनकी चूत गीली भी हो रही थी और उसने से मादक खुशबू आ रही थी मैं अपने आप को रोक न सका और उनकी चूत को चाटने लगा चाची मानो पागल सी होने लगी कुछ ही मिनिट में उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया फिर मैंने अपने लौड़े पर थूक लगाया और चाची की चूत पर रगड़ने लगा चाची बोले लगी – तड़पा मत मुझे जल्दी अंदर डाल अपना लौड़ा और मेरी प्यास बुझा दे।
तो मैंने भी आओ देखा ना ताव झट से एक ही धक्के मे पूरा लौड़ा उनकी चूत में डाल दिया चाची की चीख निकल पड़ी मैने अपने हाथ से उनका मुंह बंद किया और जोरदार 3 से 4 झटके मारे और अपना लौड़ा उनकी चूत में सेट कर दिया अब चाची भी मेरा साथ देने लगी उन्होंने अपनी दोनो टांगे मेरी पीठ पर रख मुझे जकड़ लिया ओर अपने पैरो से मेरी गान्ड को धक्का देने लगी मैं भी फुल स्पीड में चूदाई करने लगा कुछ देर ऐसे ही चूदाई करने के बाद मैने अपना लौड़ा चाची की चूत से निकाला और मैं बेड पर लेट गया और चाची को अपने ऊपर चढ़ा दिया अब चाची अपनी गान्ड ऊपर नीचे कर मेरा लन्ड लेने लगी थी ओर मै उनके बड़े बड़े बूब्स को अपने दोनो हाथों से दबाने लगा था कुछ देर तक ऐसे चूदाई करने के बाद अब हम दोनों झड़ने वाले थे तो मैने चाची को कुतिया बनाया और पीछे से उनकी चूत मारने लगा और 5 मिनिट चूत मारने के बाद मैने अपना माल उनकी चूत में ही गिरा दिया और उनके ऊपर लेट गया हम दोनों पसीना पसीना हो चुके थे उसके बाद हम नंगे ही सो गए, सुबह 9 बजे मेरी नींद खुली तो देखा चाची बेड पर नही थी वो बाथरूम में नहा रही थी ओर हम दोनों के फटे हुए कपड़े इधर उधर पड़े थे तो मै उठा और बाथरूम में घुस गया क्युकी बाथरूम का दरवाजा खुला था चाची मुझे देख मुस्कुराई और बोली – आ जाओ दोनो मिल कर नहाते हैं।
मै भी उनके साथ शावर लेने लगा और शावर लेते लेते उनकी चूत में पीछे से अपना लौड़ा घुसा दिया और उनको खड़े खड़े शावर के नीचे ही चोदने लगा उसके बाद हम बहार आ गए और कपड़े पहन नाश्ता किया और स्टेशन पहुंचे ट्रेन पकड़ी और वापस आपने घर लौट आए, अब मै रोज रात को अम्मी और दादी के से जाने के बाद अपने रूम से चाची के रूम में जाता और उनको चोदता था ऐसे ही एक महीना बीत गया और एक दिन जब चाची किचन में काम कर रही थी तब अचानक उनको उल्टी आने लगी तो भाग कर बाथरूम में गईं और यह दादी ने देख लिया दादी तुरंत समझ गईं कि कुछ गडबड हैं पर उन्होंने चाची से कुछ कहा नहीं इतने में शाम हो गईं हम चारो खाना खा रहे थे तब दादी चाची से बोलो – क्या हुआ आलिया आज सुबह से तू बहुत थकी थकी सी लग रही है?
तो चाची थोड़ा घबरा गई और अपने आप को संभालते हुए बोली – नही तो अम्मी ऐसा कुछ नहीं है।
तब मेरी अम्मी बोली – अरे अम्मी आलिया बेचारी पूरा दिन अकेले घर का काम करती है तो थकेकी ही ना, आलिया तू जा कर आराम कर ले बाकी सब काम अब के कर लुंगी।
चाची अपने रूम में गईं और सो गई फिर अम्मी ने बाकी बचा हुआ काम किया और वो भी सोने चली गई रात के 11 बजे मैं अपने रूम से बाहर निकला और चाची के रूम में गया चाची मेरी आहत से जाग गईं और वो झट से बिस्तर पर से उठी और मेरे सीने से लग गईं और रोने लगी मैंने उनसे पूछा किया हुआ तो चाची बोली – शोएब मुझे लगता है मैं पेट से हूं।
पहले तो मुझे पता नही चला कि मैं क्या बोलूं फिर कुछ देर बाद मैने चाची को चुप करवाया और उनको बोला – तो इसमें रोने की कोन सी बात है, यह तो बहुत अच्छी बात है।
तो चाची बोली – मैं एक बेवा हूं मेरे शौहर को गुजरे सालो हो गए हैं यह समाज मुझे बदजात कहेगा।
मैने उनको चुप करवाया और उनके गालों को चूमने लगा कुछ देर ऐसे ही करने पर चाची चुप हो गईं अब मैंने उनके होटों को अपने होटों से लगाया और उनको चूमने लगा अब मैंने चाची की मैक्सी उतार दी और उनको बिस्तर पर लिटा कर उनकी ब्रा के उपर से उनके बूब्स चूसने लगा तब ही अचानक से किसी ने रूम का दरवाजा खोल दिया चाची ने तुरंत बिस्तर पर रखी चादर से अपने बदन को ढका जैसे ही हमने दरवाजे की और देखा वहा कोई और नही बल्कि मेरी दादी रजिया थी उनको देख हम दोनों सन से हो गए चाची अपनी नजरे नीचे झुका कर बिस्तर पर बैठी रही और मैं भी नजरे झुका कर खड़ा रहा तो दादी ने बोला – अरे कलमुही अपने भजीते पर ही डोर डालते हुए तुझे शर्म नही आई नशमिति कही कि ।
चाची ने कुछ नहीं कहा पर जैसे ही मैने बोलना चाहा दादी ने मेरा हाथ पकड़ा और बोली – तू पहले बहार चल इस कलमुही से तो मैं सुबह बात करूंगी।
और दादी मुझे चाची के कमरे से बाहर ले आई और अपने रूम मे ले गईं और बोली – शोएब बेटा तूने उस रण्डी में ऐसा किया देख लिया जो उसके बिस्तर में घुस गया।
तो मैं बोला – दादी मैं और आलिया चाची प्यार करते हैं और वो मेरे बच्चे कि मां बनने वाली है में उनसे निकाह करना चाहता हूं।
दादी – बेटा तू अभी जवान हैं यह तेरा प्यार नही तेरी जवानी की आग हे बस।
मैं – दादी हम दोनों सच्ची मे एक दूसरे से प्यार करते हैं।
मेरा लन्ड तन्नाया हुआ था और वो मेरे लोअर मे तंबू बना कर खड़ा था दादी मेरे लोअर को देखने लगी और अपने होठों को काटने लगी और बोली – अगर उसकी जगह तू मेरे साथ भी सोया होता तो तुझे ऐसा ही लगता की तुझे मुझसे प्यार हैं।
दादी की यह बात सुन पहले तो में चुप हो गया फिर जब मैने देखा की दादी की नजर मेरे लन्ड पर हैं तो मैं भी लोअर के ऊपर से अपना लन्ड मसलने लगा और बोला – तो आज आपके साथ भी सो कर देख लेता हूं।
और यह बोल मैने अपना लोअर एक ही झटके से नीचे उतार दिया और अपना लन्ड दादी के सामने खड़ा कर दिया अब दादी मेरे लन्ड को अपने हाथो हाथो मे पकड़ बोली – उस रण्डी से ज्यादा मजा दे सकती हूं मै तुझे।
मैं – तो रोका किसने है आपको।
यह सुन दादी मेरे और नजदीक आई और मैने भी मौका ना गंवाते हुए उनको अपनी बाहों में जकड़ लिया और उनको लिप किस्स करने लगा, दादी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी फिर हम दोनों ने अपने सारे कपडे उतार फेंके और मैने दादी को चेयर पर बिठाया और खुद अपने घुटनो पर आ गया और उनकी चूत चाटने लगा दादी मानो पागल सी हो गई और कुछ ही देर में उन्होंने अपना पानी छोड़ दिया, को को बहुत नमकीन और स्वादिष्ट था फिर मैं खड़ा हुआ और उनके मुंह पर अपने लन्ड को फेरने लगा दादी अपनी आंखे बंद कर बस इसका मजा ले रही थी इतने में ही मैने उनके मुंह में अपना लन्ड डाल दिया और वो उसे चूसने लगी चूस रहा उन्होंने अब मेरा लन्ड पूरा कड़क कर दिया था तो अब मैने दादी को दीवार से सटा कर खड़ा किया और उनकी एक टांग को चेयर पर रख उनकी चूत पर अपना लन्ड फेरने लगा मेरा लन्ड उनकी चूत के दाने को जैसे ही छूता दादी और ज्यादा कामुक हो जाती फिर उन्होंने खुद ही मेरे लन्ड को पकड़ा और अपनी चूत पर रख मेरी गान्ड को पकड़ मुझे अपने बदन से चिपका लिया जिससे मेरा पूरा लन्ड उनकी चूत में घुस गया मुझे मानो जन्नत मिल गईं हो मुझे तो कुछ करने कि जरूरत ही नही थी दादी खुद ही अपनी चूत में मेरा लन्ड लिए जा रही थी कुछ देर ऐसे ही चुदाने के बाद दादी ने मुझे बिस्तर पर लेटाया और और वो मेरे ऊपर चढ़ गई और अपनी गान्ड ऊपर नीचे करने लगी और मेरे हाथो को अपने बूब्स पर रख उन्हें दबाने लगी मुझे भी बहुत मजा आ रहा था दादी की चूत तो चाची कि चूत से भी ज्यादा सेक्सी और गर्म हो रही थी उनकी चूत के सामने मैं ज्यादा देर तक टिक नहीं सका और अपना पानी छोड़ने को तैयार हो गया मैने दादी को थटके से अपने नीचे लिया और उनकी दोनो टांगो को पूरा खोल दिया और जोर जोर से धक्का लगाने लगा दादी भी अपना पानी छोड़ने लगी उनकी चूत और गर्म हो गई और उनकी चूत ने मानो मेरे लन्ड को जकड़ लिया हो पर मै भी रुका नहीं और धक्का देता रहा और दोनो एक साथ ही अंदर झड़ गए दादी और मैं पूरे पसीने में भीग गए थे उनकी पसीने की महक ने मुझे वापस जोश से भर दिया और मैने उनको तुरंत घोड़ी बना दिया और पिछे से उनको चूत चोदने लगा और ऐसे ही उनकी पूरी चूदाई कि दुसरी बार भी उनकी चूत में अपना माल गिरा कर उनके ऊपर ही लेट गया, और हम दोनों की कब आंख लग गई पता ही नही चला , सुबह 11 बजे जब चाची हमे जगाने दादी के कमरे में आई तो बोली – अरे अम्मी रात में तो आप बहुत बड़ी बड़ी बाते कर रही थी और मुझे कलमुही और रण्डी बोल रही थी अब क्या हुआ अब आप ने रात भर इसके साथ किया किया।
दादी – अरे थोड़ा धीरे बोल इसकी अम्मी सुन लेगी।
चाची – वो तो कब से काम पर चली गईं और आपके बारे मे पूछ रही थीं, और जब मैं आपको उठाने आई तो आप तो यहा नंगे शोएब के साथ सोए हुए थे, तो मैने बहाना बनाकर उनको अंदर आने से रोक दिया, और जब वो काम पर चली गईं तब ही आपको उठाने आई हूं।
दादी – अरे आलिया अब तो वैसे भी तू इसके बच्चे की अम्मी बनने वाली है तो यह कही बहार किसी और को न चोदने लग जाए इस लिए मैं ही इससे चूद गईं मैं तो तेरे बारे में ही सोच रही थी ।
चाची – अब जरा मुझे भी थोड़ा मजा लेने दीजिए रात भर चूद कर आपको चैन नहीं आया क्या।
यह बोल चाची मुझे अपने रूम में ले गए और वहा हमने चूदाई कि उसके बाद हम तीनो नहा कर फ्रेश होकर हॉल में बैठे और बात करने लगे की अम्मी को केसे बताए कि चाची मेरे बच्चे कि मां बनने वाली हैं
दादी – शोएब मुझे लगता ही तेरी अम्मी भी मेरी तरह लन्ड की प्यासी है तो तुझे उसको चूदाई करने के लिए मनाना चाहिए अगर एक बार वो तेरे से चूद गईं तो भी उसको सब बता देना उसके बाद वो कुछ भी नही बोल आयेगी।
चाची और मुझे दादी का यह आइडिया सही लगा और हमने अम्मी को चोदने का पूरा प्लान तैयार कर लिया, अब रात होने का इंतजार था बस। हम सब खाना खा कर थोड़ी देर टीवी देख रहे थे अम्मी को रात को रोने से पहले गरम दूध पीने की आदत थी चाची ने अम्मी के दूध में सेक्स कि गोली डाल दी जो की मैने उन्हे ला कर दी थी अम्मी वो दूध पी कर फिर सोने चली गईं कुछ देर बाद मैंने अम्मी के रूम का दरवाजा खटखटाया अम्मी ने दरवाजा खोला अम्मी को पसीना आ रहा था और वो थोड़ी गरम हो चुकी थी
अम्मी – क्या हुआ? इतनी रात को दरवाजा क्यू खटखटा रहा है।
मैं – अम्मी मेरे कमरे का पंखा नही चल रहा है और मुझे बिना पंखे के नींद नहीं आती हैं तो मुझे लगा मैं आज अपने रूम में सो जाऊं।
अम्मी ने पहले तो मुझे ऊपर से नीचे तक देखा मैने सिर्फ लोअर को बनियान ही पहनी हुई थी उसके बाद उन्होने मुझे अंदर बुला लिया अम्मी मैक्सी पहनी हुई थी फिर हम दोनों बिस्तर पर लेट गए अम्मी पसीने से लथपथ हो रही थी मुझे लगा मौका अच्छा है अम्मी को चोदने का अम्मी मेरी तरफ पीठ करके लेटी हुई थी मैं धीरे से उनके पास सिरका अम्मी कुछ नहीं बोली तो मैने थोड़ा और नजदीक आ गया अम्मी का कोई जवाब नही था तो मैं पूरा ही उनसे चिपक गया उसके बाद मैने अपना एक हाथ उनके ऊपर रखा और मैं आंखे बंद करके लेटा रहा जब अम्मी ने कोई हरकत नही की तो मैने अपना एक पैर उनके पैरों के उपर रख दिया और थोड़ा इंतजार किया थोड़ी देर बाद जब अम्मी ने कुछ भी नही कहा तो मैने अपने पैरों से उनकी मैक्सी को थोड़ा सा ऊपर सरका दिया अम्मी अब भी चुप थी ऐसे करते करते उनकी मैक्सी घुटनो से थोड़ी ऊपर तक उठा दि जब अम्मी ने कोई हरकत नहीं की तो मैने अपने लन्ड को उनके गांड़ पर थोड़ा टच कर दिया जैसे ही मैंने ऐसा किया अम्मी थोड़ा आगे को सरक गईं यह देख मैने अपनी आंखे बन्द की ओर सोने का नाटक करने लगा थोड़ी देर बाद अम्मी ने अपना हाथ पिछे करके मेरे लन्ड को महसूस किया तब मैने भी मौके पर ही अपने लोअर को नीचे कर दिया और अम्मी के हाथो मे मेरा लन्ड आ गया अम्मी जोर जोर से सांसे लेने लगी तब मैने भी थोड़ी और हिम्मत की और अपने हाथों से उनकी मैक्सी को पूरी तरह ऊपर कर दिया अम्मी ने चड्डी पहन रखी थी जैसे ही मैंने उनकी मैक्सी ऊपर की अम्मी ने तुरंत अपनी गान्ड को थोड़ा पिछे किया और अपनी गान्ड को मेरे से सटा दिया और अपनी गान्ड मेरे लन्ड पर रगड़ने लगी तब मैने भी अम्मी को थोड़ा अपनी बाहों में लिया और हल्के से उनके कानों में बोला – इस चड्डी को मैं उतारू या फिर आप उतारोगे।
अम्मी ने यह सुनते ही अपनी चड्डी थोड़ी नीचे कि फिर मैने अपने लन्ड पर थोड़ा थूक लगाया और थोड़ा सा थूक अम्मी की चूत पर लगाया अम्मी की चूत पर बहुत बाल थे और उनकी चूत पहले से ही गीली थी फिर पिछे से ही अपना लन्ड उनकी चूत पर लगाया और धीरे से अंदर डालने लगा अम्मी लन्ड के अंदर घुसते ही थोड़ा सिसकने लगी तो मैने उन्हे मुंह पर अपना हाथ रखा और धीरे से पूरा लन्ड उनकी चूत में घुसा दिया अम्मी की चूत मानो कोई गर्म भट्टी की तरह भभक रही थी और उनकी सांसे भी बहुत गर्म थी थोड़ी देर मैने ऐसे ही उनकी चोदा फिर मैने अपना लन्ड इनकी चूत से बाहर निकाला और उनको सीधा लेटाया और उनकी चड्डी को उतार के बिस्तर से नीचे फेंक दिया अम्मी अपनी आंखे बन्द करके बस गरम गरम सांसे छोड़ी जा रही थी फिर मैंने उसकी दोनो टांगे चौड़ी कि और अपने लन्ड को उनकी बालो वाली चूत पर फेरने लगा तो अम्मी बोली – अपनी अम्मी को इतना मत तड़पा इसे अंदर डाल दे।
और फिर मैंने एक ही जोर दार धक्का दिया और पूरा लन्ड अम्मी कि चूत में घुसा दिया अम्मी आआह्ह ऊउझ हम्म्म करने लगी इनकी चूत बहुत गरम और टाइट थी मैं ज्यादा देर तक टिक नहीं सकता और उनकी चूत में ही ढेर हो गया और उनके ऊपर लेट गया अम्मी अभी भी आंखे बन्द करके लेटी हुई ही थी कुछ देर ऐसे ही उनके ऊपर लेटे रहने पर अम्मी ने मेरे कानो में हल्के से कहा – बस इतना ही दम हैं क्या मेरे बेटे मे।
यह सुन मैने भी उन्हें कानो में बोला – अभी पूरी रात बाकी है आपकी सारी गर्मी बाहर निकाल दूंगा।
फिर मैंने उनके ऊपर से हटा , अपने और अम्मी के सारे कपड़े उतार दिए अम्मी अब अपनी आंखे खोल चुकी थी मेरे सामने अम्मी के बड़े बड़े बूब्स और बालो से भरी हुई काली चूत थी उस रात जो मै चूदाई करना चालू किया सुबह 4 बजे तक हम चूदाई ही करते रहे मैं 4 बार अपना पानी छोड़ चुका था उसके बाद नंगे बिस्तर पर सो गए, सुबह 8 बजे दादी ने जब अम्मी के रूम का दरवाजा खटखटाया तब हमारी नींद खुली, अम्मी उठते से ही एक हम हड़बड़ाने लगी और अपने कपड़े देखने लगी फिर उन्होंने जल्दी जल्दी में मैक्सी पहनी और दरवाजा खोला
दादी – क्या हुआ आयशा आज काम पर नहीं जाना हैं क्या? इतना लेट उठ रही हो।
अम्मी – जाना है ना अम्मी मै अभी तैयार हो कर आती हूं।
दादी दरवाजे से मुझे देख अपनी स्माइल दी और वापस चली गईं फिर अम्मी ने दरवाजा बंद किया मुझसे कहा – शोएब तूने मेरी ब्रा और चड्डी रात में कहा फेक दी थी जरा ढूंढ कर दे।
तो मैने नंगा बिस्तर से उठा तो मेरा खड़ा लन्ड अम्मी के सामने आ गया अम्मी कहने लगी – रात में मैने इतना बड़ा और मोटा लन्ड ले कैसे लिया।
मैने – अभी वापस ले कर देख लो पता चल जाएगा।
मैने अम्मी को इनकी ब्रा और चड्डी ढूंढ कर दी और नंगा हो फिर मैं उसके रूम से बहार जाने लगा
अम्मी – यह क्या कर रहा है, तू नंगा है ऐसे ही बहार जायेगा किया बहार तेरी दादी और चाची हैं।
मैं – मुझे मूत आ रहा है तो बाथरूम जा रहा हूं, और वैसे दादी और चाची के साथ मैं यह सब कर चुका हूं जो मैने कल आपके साथ किया था तो अब उनसे कैसा शर्माना।
यह बोल मैने दरवाजा खोला और बाथरूम में मूतने चला गया चाची और दादी दरवाजे के सामने ही खड़े थे मैने उनको लिप किस्स किया और वहा से चला गया उसके बाद वोह दोनो रूम में गए और अम्मी को सब कुछ बता दिया कैसे मैने चाची को चोदा और इनको पेट से कर दीया और कैसे दादी ने मुझे अपनी चूत चोदने का मौका दीया अब अम्मी सब समझ चुकी थी फिर किया था कुछ दिनों बाद अम्मी ने चाची के अम्मी और अब्बू को घर बुलाया और अम्मी और दादी ने उनसे बाते की उनको बताया कि चाची अभी जवान हैं और उनका दूसरा निकाह करवाना चाहते हैं तो इनके अम्मी अब्बू ने भी हां कर दी फिर उन्होंने जब अम्मी से पूछा से दूल्हा कोन है तो दादी ने जवाब दिया – मेरा पोता आपकी बेटी से निकाह करेगा।
पहले तो चाची के अम्मी अब्बू नही माने क्युकी चाची मुझसे उम्र में बड़ी थी पर फिर चाची ने जब खुद यह कबूला की वो भी मुझसे निकाह करना चाहती है तो इनके अम्मी अब्बू को तो मानना ही था, उसके बाद जल्द से जल्द हमने निकाह कर लिया सुहागरात वाले दिन तो मैं चाची सॉरी अब वो मेरी चाची नही बेगम थी तो सुहागरात पर तो मैने आलिया को नही चोदा क्युकी वो पेट से थी पर मेरे लिए 2 चूत और मौजूद थीं घर में ही पर सुहागरात में तो सील तोड़ते हैं और उन दोनो कि चूत कि सील पहले से टूटी हुई थी तो मैंने उनकी गांड़ की सील तोड़ने की तमन्ना पूरी कि सुहागरात वाले दिन दादी ने अपनी गान्ड की सील तुड़वाई और फिर हनीमून पर अम्मी की सील पैक गांड़ को मैने पेला उसके बाद जब तक आलिया की डिलीवरी नही हुई अम्मी और दादी रोज मुझसे चुतवादी रही और फिर आलिया ने मेरी बेटी को जन्म दिया, अब आलिया ने बच्चे न होने के ऑपरेशन कर लिया और उसके बाद मैने आलिया कि भी सील पैक गांड़ फाड़ कर रख दी, ऐसे ही 3 साल बीत गया अब दादी की चूत की गर्मी भी कम हो गई थी पर आलिया और मेरी अम्मी अभी भी चूदाई करते थे पर उनका सारा माल ढीला हो गया उन दोनों के बूब्स लटक गए गांड़ और चूत का भोसड़ा बन गया तब मैने दूसरा निकाह करने की बाद घर में कि क्युकी अब दादी चूदाई कम कर चुकी थी तो उनकी तो निकाह से कोई परेशानी नही थी पर अम्मी और आलिया समझ गईं कि उनके भोसडो में अब मुझे मजा नही आ रहा है और नयी चूत आने से इनकी चूत कि चूदाई बंद हो जाएगी, पर मैने उनको माना लिया की इनकी चूदाई मै हफ्ते में एक बार कर दिया करुआ और वो भी मान गए, और मेरे लिए लड़की देखने लगे और अम्मी और आलिया ने मिल कर एक लड़की भी पसंद कर ली लड़की मेरी अम्मी कि बुफेरी बहन थी जो मुझसे कुछ 3 साल बड़ी थी उसका निकाह नही हो पा रहा था क्युकी वो काली थी पर उसका फिगर सही था अम्मी ने उससे मेरे दूसरे निकाह कि बात चलाई और कोई लड़का नही मिलने के कारण उसके घरवाले भी इस निकाह को मान गए, हमारा निकाह हो गया और सुहागरात मे मुझे एक सील पैक चूत चोदने को मिली हमारी मैने उसकी इतनी जोरदार चूदाई कि की कमरे से बाहर तक उसकी आवाजे निकलने लगी, सुबह अम्मी और आलिया ने उसकी सूजी हुई चूत पर क्रीम लगाई और फिर हम हनीमून के लिए मनाली गए वहा मैने उसकी सील पैक गांड़ को भी अच्छे से बजाया और कुछ ही महीनों में मैने उसके बदन को एक दम भरा हुआ बना दिया उसके बूब्स जो की 28 के थे उनको 34 कर दीया और उसकी गांड़ जो पहले पतली और अंदर थी उनको चोद चोद कर बड़ा और उभार दीया हमने 4 साल तक अपने निकाह के मजे लिए बिना बच्चे की प्लानिंग किए उसके बाद जब हमे लगा कि अब चूदाई बहुत हो गईं हैं तो उसके कहने पर हमने बच्चा प्लान किया और वो पेट से हो गईं उसने जुड़वा बच्चो को जन्म दिया, इस बीच मेरी अपनी सास से कुछ ज्यादा नजदीकिया बड़ गई और हम दोनों हमबिस्तर हो गए जिसके बारे में मैने आलिया और अम्मी को बताया उनकी समझाइस पर मैने सास से रिश्ता लंबा समय तक नही चलने दीया हम सिर्फ 4 महीने तक ही एक साथ सोए थे वो भी इस लिए क्युकी इस बीच मेरी ससुर का इंतकाल हो गया था और मेरी बीवी पेट से तो मै अपनी सास को संभालने उनके घर कुछ दिन रुका हुआ था तब ही हम दोनों नजदीक आ गए और फिर जब हम दोनों को समझ आया कि यह सही नहीं है तो हमने एक दूसरे को संभाला और चूदाई का खेल खत्म कर दिया,
तो यह थी मेरी पूरी जिंदगी कि चूदाई कि कहानी आपको यह किसी लगी मुझे मेल करें और पूरी डिटेल में चूदाई कि कहानी जाननी हो तो मेल कर सकते है [email protected]
मैं और मेरी चाची एक निकाह में शामिल होने के लिए अजमेर आए हुए थे उस समय बहुत बारिश भी हो रही थी हम जब निकाह खतम होने के बाद स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि हमारी ट्रेन बारिश की वजह से कैंसल कर दी गईं थी और दूसरी ट्रेन भी बारिश बंद होने के बाद ही आने वाली थी पर जिस तरह बारिश हो रही थी लग नही रहा था की आज बारिश बंद हो पाएगी तो हमने वापस अपने रिश्तेदार के घर जाने की सोची पर बारिश की वजह से कोई रिक्शा उस एरिया में जाने को राजी नहीं हुआ तो चाची ने कहा कि स्टेशन के पास किसी होटल में ही रुक जाते है। हम दोनों भीग तो चुके ही थे तो हमने 3 से 4 होटल में रूम का पूछा पर वहा कोई रूम खाली नही था फिर जब हम पांचवी होटल गए तो वहा एक रूम ही खाली था हमने भी जल्दी से वो रूम ले लिया हम रूम में गए चाची जल्दी से बाथरूम मे कपड़े बदलने चली गईं और मै भी रूम में ही अपने उतार कर सुखा दिए और टॉवल बांध कर चाची का बहार निकलने का वेट करने लगा, चाची बाथरूम से निकली तो मैं भी तुरंत अंदर घुस गया और शावर लेने लगा, तब ही मेरी नजर वहा रखे कपड़ो पर गईं जो की चाची की ब्रा पेंटी और उनका सूट था उनकी ब्रा पेंटी देख मेरा लौड़ा खड़ा होने लगा तो मैने उनकी ब्रा पेंटी उठाई और उनकी ब्रा को सूंघने लगा जिसमे से चाची के पसीने की खुशबू आ रही थी और उनकी पेंटी को अपने लौड़े पर रख लौड़ा हिलाने लगी और उनकी पेंटी पर ही अपना माल गिरा दिया और पैंटी को ऐसे ही छोड़ बाहर आ गया कुछ देर बाद जब चाची आपने कपड़े लेने बाथरूम मे गईं तो मुझे याद आया कि मै तो उनकी पेंटी ऐसे ही माल गिराई हुए ही छोड़ दी थी मुझे लगा चाची मुझे डाटेगी पर उनका चेहरा तो कुछ और ही बता रहा था वो मुझे देख मुस्कुराई और फिर हमने चाय पी और सोने की तैयारी करने लगे मैने चाची को बोला की आप उपर बेड पर सो जाना मैं नीचे सो जाऊंगा तो चाची बोली बेटा ऊपर बेड पर इतनी जगह है तो तू नीचे क्यों सोएगा तू भी ऊपर बेड पर ही आ जा दोनो साथ मे सो जायेंगे, तो मैं भी मान गया अब हम दोनों बेड पर सो गए कमरे में अंधेरा था बीच रात मेरी नींद खुली मुझे ऐसा लगा की मेरे पैरो पर कुछ हैं मैने ध्यान दिया तो चाची का पैर था वो अपने पैरो से मेरे पैरो को मसल रही थी मैने कोई भी हरकत नही की और सोने का नाटक करने लगा अब उनका हाथ धीरे धीरे मेरे सीने पर आ गया अब वो अपने हाथ को धीरे धीरे नीचे की और सरकाने लगी मेरी तो हालत खराब होने लगी थी मानो, उनका हाथ मेरे लौड़े पर आ कर रुक गया था मेरा लौड़ा उनके छूने से ही फड़फड़ाने लगा चाची ने मेरा लौड़ा लोअर के उपर से ही पकड़ लिया और मसलने लगी मुझे अब सहन नहीं हो पा रहा था मैने उनका हाथ पकड़ा और उनके ऊपर चढ़ गया और उनके होठों को चूमने लगा चाची भी इसमें मेरा पूरा साथ दे रही थी अब हम दोनों इतने पागल हो गए थे कि एक दूसरे के कपड़े फाड़ने लगे थे कपड़े फटने के बाद जब हम दोनों पूरे नंगे हुए तो मैंने चाची के मुंह में अपना लौड़ा दे दिया और चाची भी उसे मजे से चूसने लगी मेरा लौड़ा पूरा अंदर गले तक लेने लगी चाची मुझे भी बहुत मजा आ रहा था कुछ देर लौड़ा चुसाने के बाद मैं उनके पैरो के बीच में आ गया उनकी चूत पर बाल थे उनकी चूत गीली भी हो रही थी और उसने से मादक खुशबू आ रही थी मैं अपने आप को रोक न सका और उनकी चूत को चाटने लगा चाची मानो पागल सी होने लगी कुछ ही मिनिट में उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया फिर मैंने अपने लौड़े पर थूक लगाया और चाची की चूत पर रगड़ने लगा चाची बोले लगी – तड़पा मत मुझे जल्दी अंदर डाल अपना लौड़ा और मेरी प्यास बुझा दे।
तो मैंने भी आओ देखा ना ताव झट से एक ही धक्के मे पूरा लौड़ा उनकी चूत में डाल दिया चाची की चीख निकल पड़ी मैने अपने हाथ से उनका मुंह बंद किया और जोरदार 3 से 4 झटके मारे और अपना लौड़ा उनकी चूत में सेट कर दिया अब चाची भी मेरा साथ देने लगी उन्होंने अपनी दोनो टांगे मेरी पीठ पर रख मुझे जकड़ लिया ओर अपने पैरो से मेरी गान्ड को धक्का देने लगी मैं भी फुल स्पीड में चूदाई करने लगा कुछ देर ऐसे ही चूदाई करने के बाद मैने अपना लौड़ा चाची की चूत से निकाला और मैं बेड पर लेट गया और चाची को अपने ऊपर चढ़ा दिया अब चाची अपनी गान्ड ऊपर नीचे कर मेरा लन्ड लेने लगी थी ओर मै उनके बड़े बड़े बूब्स को अपने दोनो हाथों से दबाने लगा था कुछ देर तक ऐसे चूदाई करने के बाद अब हम दोनों झड़ने वाले थे तो मैने चाची को कुतिया बनाया और पीछे से उनकी चूत मारने लगा और 5 मिनिट चूत मारने के बाद मैने अपना माल उनकी चूत में ही गिरा दिया और उनके ऊपर लेट गया हम दोनों पसीना पसीना हो चुके थे उसके बाद हम नंगे ही सो गए, सुबह 9 बजे मेरी नींद खुली तो देखा चाची बेड पर नही थी वो बाथरूम में नहा रही थी ओर हम दोनों के फटे हुए कपड़े इधर उधर पड़े थे तो मै उठा और बाथरूम में घुस गया क्युकी बाथरूम का दरवाजा खुला था चाची मुझे देख मुस्कुराई और बोली – आ जाओ दोनो मिल कर नहाते हैं।
मै भी उनके साथ शावर लेने लगा और शावर लेते लेते उनकी चूत में पीछे से अपना लौड़ा घुसा दिया और उनको खड़े खड़े शावर के नीचे ही चोदने लगा उसके बाद हम बहार आ गए और कपड़े पहन नाश्ता किया और स्टेशन पहुंचे ट्रेन पकड़ी और वापस आपने घर लौट आए, अब मै रोज रात को अम्मी और दादी के से जाने के बाद अपने रूम से चाची के रूम में जाता और उनको चोदता था ऐसे ही एक महीना बीत गया और एक दिन जब चाची किचन में काम कर रही थी तब अचानक उनको उल्टी आने लगी तो भाग कर बाथरूम में गईं और यह दादी ने देख लिया दादी तुरंत समझ गईं कि कुछ गडबड हैं पर उन्होंने चाची से कुछ कहा नहीं इतने में शाम हो गईं हम चारो खाना खा रहे थे तब दादी चाची से बोलो – क्या हुआ आलिया आज सुबह से तू बहुत थकी थकी सी लग रही है?
तो चाची थोड़ा घबरा गई और अपने आप को संभालते हुए बोली – नही तो अम्मी ऐसा कुछ नहीं है।
तब मेरी अम्मी बोली – अरे अम्मी आलिया बेचारी पूरा दिन अकेले घर का काम करती है तो थकेकी ही ना, आलिया तू जा कर आराम कर ले बाकी सब काम अब के कर लुंगी।
चाची अपने रूम में गईं और सो गई फिर अम्मी ने बाकी बचा हुआ काम किया और वो भी सोने चली गई रात के 11 बजे मैं अपने रूम से बाहर निकला और चाची के रूम में गया चाची मेरी आहत से जाग गईं और वो झट से बिस्तर पर से उठी और मेरे सीने से लग गईं और रोने लगी मैंने उनसे पूछा किया हुआ तो चाची बोली – शोएब मुझे लगता है मैं पेट से हूं।
पहले तो मुझे पता नही चला कि मैं क्या बोलूं फिर कुछ देर बाद मैने चाची को चुप करवाया और उनको बोला – तो इसमें रोने की कोन सी बात है, यह तो बहुत अच्छी बात है।
तो चाची बोली – मैं एक बेवा हूं मेरे शौहर को गुजरे सालो हो गए हैं यह समाज मुझे बदजात कहेगा।
मैने उनको चुप करवाया और उनके गालों को चूमने लगा कुछ देर ऐसे ही करने पर चाची चुप हो गईं अब मैंने उनके होटों को अपने होटों से लगाया और उनको चूमने लगा अब मैंने चाची की मैक्सी उतार दी और उनको बिस्तर पर लिटा कर उनकी ब्रा के उपर से उनके बूब्स चूसने लगा तब ही अचानक से किसी ने रूम का दरवाजा खोल दिया चाची ने तुरंत बिस्तर पर रखी चादर से अपने बदन को ढका जैसे ही हमने दरवाजे की और देखा वहा कोई और नही बल्कि मेरी दादी रजिया थी उनको देख हम दोनों सन से हो गए चाची अपनी नजरे नीचे झुका कर बिस्तर पर बैठी रही और मैं भी नजरे झुका कर खड़ा रहा तो दादी ने बोला – अरे कलमुही अपने भजीते पर ही डोर डालते हुए तुझे शर्म नही आई नशमिति कही कि ।
चाची ने कुछ नहीं कहा पर जैसे ही मैने बोलना चाहा दादी ने मेरा हाथ पकड़ा और बोली – तू पहले बहार चल इस कलमुही से तो मैं सुबह बात करूंगी।
और दादी मुझे चाची के कमरे से बाहर ले आई और अपने रूम मे ले गईं और बोली – शोएब बेटा तूने उस रण्डी में ऐसा किया देख लिया जो उसके बिस्तर में घुस गया।
तो मैं बोला – दादी मैं और आलिया चाची प्यार करते हैं और वो मेरे बच्चे कि मां बनने वाली है में उनसे निकाह करना चाहता हूं।
दादी – बेटा तू अभी जवान हैं यह तेरा प्यार नही तेरी जवानी की आग हे बस।
मैं – दादी हम दोनों सच्ची मे एक दूसरे से प्यार करते हैं।
मेरा लन्ड तन्नाया हुआ था और वो मेरे लोअर मे तंबू बना कर खड़ा था दादी मेरे लोअर को देखने लगी और अपने होठों को काटने लगी और बोली – अगर उसकी जगह तू मेरे साथ भी सोया होता तो तुझे ऐसा ही लगता की तुझे मुझसे प्यार हैं।
दादी की यह बात सुन पहले तो में चुप हो गया फिर जब मैने देखा की दादी की नजर मेरे लन्ड पर हैं तो मैं भी लोअर के ऊपर से अपना लन्ड मसलने लगा और बोला – तो आज आपके साथ भी सो कर देख लेता हूं।
और यह बोल मैने अपना लोअर एक ही झटके से नीचे उतार दिया और अपना लन्ड दादी के सामने खड़ा कर दिया अब दादी मेरे लन्ड को अपने हाथो हाथो मे पकड़ बोली – उस रण्डी से ज्यादा मजा दे सकती हूं मै तुझे।
मैं – तो रोका किसने है आपको।
यह सुन दादी मेरे और नजदीक आई और मैने भी मौका ना गंवाते हुए उनको अपनी बाहों में जकड़ लिया और उनको लिप किस्स करने लगा, दादी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी फिर हम दोनों ने अपने सारे कपडे उतार फेंके और मैने दादी को चेयर पर बिठाया और खुद अपने घुटनो पर आ गया और उनकी चूत चाटने लगा दादी मानो पागल सी हो गई और कुछ ही देर में उन्होंने अपना पानी छोड़ दिया, को को बहुत नमकीन और स्वादिष्ट था फिर मैं खड़ा हुआ और उनके मुंह पर अपने लन्ड को फेरने लगा दादी अपनी आंखे बंद कर बस इसका मजा ले रही थी इतने में ही मैने उनके मुंह में अपना लन्ड डाल दिया और वो उसे चूसने लगी चूस रहा उन्होंने अब मेरा लन्ड पूरा कड़क कर दिया था तो अब मैने दादी को दीवार से सटा कर खड़ा किया और उनकी एक टांग को चेयर पर रख उनकी चूत पर अपना लन्ड फेरने लगा मेरा लन्ड उनकी चूत के दाने को जैसे ही छूता दादी और ज्यादा कामुक हो जाती फिर उन्होंने खुद ही मेरे लन्ड को पकड़ा और अपनी चूत पर रख मेरी गान्ड को पकड़ मुझे अपने बदन से चिपका लिया जिससे मेरा पूरा लन्ड उनकी चूत में घुस गया मुझे मानो जन्नत मिल गईं हो मुझे तो कुछ करने कि जरूरत ही नही थी दादी खुद ही अपनी चूत में मेरा लन्ड लिए जा रही थी कुछ देर ऐसे ही चुदाने के बाद दादी ने मुझे बिस्तर पर लेटाया और और वो मेरे ऊपर चढ़ गई और अपनी गान्ड ऊपर नीचे करने लगी और मेरे हाथो को अपने बूब्स पर रख उन्हें दबाने लगी मुझे भी बहुत मजा आ रहा था दादी की चूत तो चाची कि चूत से भी ज्यादा सेक्सी और गर्म हो रही थी उनकी चूत के सामने मैं ज्यादा देर तक टिक नहीं सका और अपना पानी छोड़ने को तैयार हो गया मैने दादी को थटके से अपने नीचे लिया और उनकी दोनो टांगो को पूरा खोल दिया और जोर जोर से धक्का लगाने लगा दादी भी अपना पानी छोड़ने लगी उनकी चूत और गर्म हो गई और उनकी चूत ने मानो मेरे लन्ड को जकड़ लिया हो पर मै भी रुका नहीं और धक्का देता रहा और दोनो एक साथ ही अंदर झड़ गए दादी और मैं पूरे पसीने में भीग गए थे उनकी पसीने की महक ने मुझे वापस जोश से भर दिया और मैने उनको तुरंत घोड़ी बना दिया और पिछे से उनको चूत चोदने लगा और ऐसे ही उनकी पूरी चूदाई कि दुसरी बार भी उनकी चूत में अपना माल गिरा कर उनके ऊपर ही लेट गया, और हम दोनों की कब आंख लग गई पता ही नही चला , सुबह 11 बजे जब चाची हमे जगाने दादी के कमरे में आई तो बोली – अरे अम्मी रात में तो आप बहुत बड़ी बड़ी बाते कर रही थी और मुझे कलमुही और रण्डी बोल रही थी अब क्या हुआ अब आप ने रात भर इसके साथ किया किया।
दादी – अरे थोड़ा धीरे बोल इसकी अम्मी सुन लेगी।
चाची – वो तो कब से काम पर चली गईं और आपके बारे मे पूछ रही थीं, और जब मैं आपको उठाने आई तो आप तो यहा नंगे शोएब के साथ सोए हुए थे, तो मैने बहाना बनाकर उनको अंदर आने से रोक दिया, और जब वो काम पर चली गईं तब ही आपको उठाने आई हूं।
दादी – अरे आलिया अब तो वैसे भी तू इसके बच्चे की अम्मी बनने वाली है तो यह कही बहार किसी और को न चोदने लग जाए इस लिए मैं ही इससे चूद गईं मैं तो तेरे बारे में ही सोच रही थी ।
चाची – अब जरा मुझे भी थोड़ा मजा लेने दीजिए रात भर चूद कर आपको चैन नहीं आया क्या।
यह बोल चाची मुझे अपने रूम में ले गए और वहा हमने चूदाई कि उसके बाद हम तीनो नहा कर फ्रेश होकर हॉल में बैठे और बात करने लगे की अम्मी को केसे बताए कि चाची मेरे बच्चे कि मां बनने वाली हैं
दादी – शोएब मुझे लगता ही तेरी अम्मी भी मेरी तरह लन्ड की प्यासी है तो तुझे उसको चूदाई करने के लिए मनाना चाहिए अगर एक बार वो तेरे से चूद गईं तो भी उसको सब बता देना उसके बाद वो कुछ भी नही बोल आयेगी।
चाची और मुझे दादी का यह आइडिया सही लगा और हमने अम्मी को चोदने का पूरा प्लान तैयार कर लिया, अब रात होने का इंतजार था बस। हम सब खाना खा कर थोड़ी देर टीवी देख रहे थे अम्मी को रात को रोने से पहले गरम दूध पीने की आदत थी चाची ने अम्मी के दूध में सेक्स कि गोली डाल दी जो की मैने उन्हे ला कर दी थी अम्मी वो दूध पी कर फिर सोने चली गईं कुछ देर बाद मैंने अम्मी के रूम का दरवाजा खटखटाया अम्मी ने दरवाजा खोला अम्मी को पसीना आ रहा था और वो थोड़ी गरम हो चुकी थी
अम्मी – क्या हुआ? इतनी रात को दरवाजा क्यू खटखटा रहा है।
मैं – अम्मी मेरे कमरे का पंखा नही चल रहा है और मुझे बिना पंखे के नींद नहीं आती हैं तो मुझे लगा मैं आज अपने रूम में सो जाऊं।
अम्मी ने पहले तो मुझे ऊपर से नीचे तक देखा मैने सिर्फ लोअर को बनियान ही पहनी हुई थी उसके बाद उन्होने मुझे अंदर बुला लिया अम्मी मैक्सी पहनी हुई थी फिर हम दोनों बिस्तर पर लेट गए अम्मी पसीने से लथपथ हो रही थी मुझे लगा मौका अच्छा है अम्मी को चोदने का अम्मी मेरी तरफ पीठ करके लेटी हुई थी मैं धीरे से उनके पास सिरका अम्मी कुछ नहीं बोली तो मैने थोड़ा और नजदीक आ गया अम्मी का कोई जवाब नही था तो मैं पूरा ही उनसे चिपक गया उसके बाद मैने अपना एक हाथ उनके ऊपर रखा और मैं आंखे बंद करके लेटा रहा जब अम्मी ने कोई हरकत नही की तो मैने अपना एक पैर उनके पैरों के उपर रख दिया और थोड़ा इंतजार किया थोड़ी देर बाद जब अम्मी ने कुछ भी नही कहा तो मैने अपने पैरों से उनकी मैक्सी को थोड़ा सा ऊपर सरका दिया अम्मी अब भी चुप थी ऐसे करते करते उनकी मैक्सी घुटनो से थोड़ी ऊपर तक उठा दि जब अम्मी ने कोई हरकत नहीं की तो मैने अपने लन्ड को उनके गांड़ पर थोड़ा टच कर दिया जैसे ही मैंने ऐसा किया अम्मी थोड़ा आगे को सरक गईं यह देख मैने अपनी आंखे बन्द की ओर सोने का नाटक करने लगा थोड़ी देर बाद अम्मी ने अपना हाथ पिछे करके मेरे लन्ड को महसूस किया तब मैने भी मौके पर ही अपने लोअर को नीचे कर दिया और अम्मी के हाथो मे मेरा लन्ड आ गया अम्मी जोर जोर से सांसे लेने लगी तब मैने भी थोड़ी और हिम्मत की और अपने हाथों से उनकी मैक्सी को पूरी तरह ऊपर कर दिया अम्मी ने चड्डी पहन रखी थी जैसे ही मैंने उनकी मैक्सी ऊपर की अम्मी ने तुरंत अपनी गान्ड को थोड़ा पिछे किया और अपनी गान्ड को मेरे से सटा दिया और अपनी गान्ड मेरे लन्ड पर रगड़ने लगी तब मैने भी अम्मी को थोड़ा अपनी बाहों में लिया और हल्के से उनके कानों में बोला – इस चड्डी को मैं उतारू या फिर आप उतारोगे।
अम्मी ने यह सुनते ही अपनी चड्डी थोड़ी नीचे कि फिर मैने अपने लन्ड पर थोड़ा थूक लगाया और थोड़ा सा थूक अम्मी की चूत पर लगाया अम्मी की चूत पर बहुत बाल थे और उनकी चूत पहले से ही गीली थी फिर पिछे से ही अपना लन्ड उनकी चूत पर लगाया और धीरे से अंदर डालने लगा अम्मी लन्ड के अंदर घुसते ही थोड़ा सिसकने लगी तो मैने उन्हे मुंह पर अपना हाथ रखा और धीरे से पूरा लन्ड उनकी चूत में घुसा दिया अम्मी की चूत मानो कोई गर्म भट्टी की तरह भभक रही थी और उनकी सांसे भी बहुत गर्म थी थोड़ी देर मैने ऐसे ही उनकी चोदा फिर मैने अपना लन्ड इनकी चूत से बाहर निकाला और उनको सीधा लेटाया और उनकी चड्डी को उतार के बिस्तर से नीचे फेंक दिया अम्मी अपनी आंखे बन्द करके बस गरम गरम सांसे छोड़ी जा रही थी फिर मैंने उसकी दोनो टांगे चौड़ी कि और अपने लन्ड को उनकी बालो वाली चूत पर फेरने लगा तो अम्मी बोली – अपनी अम्मी को इतना मत तड़पा इसे अंदर डाल दे।
और फिर मैंने एक ही जोर दार धक्का दिया और पूरा लन्ड अम्मी कि चूत में घुसा दिया अम्मी आआह्ह ऊउझ हम्म्म करने लगी इनकी चूत बहुत गरम और टाइट थी मैं ज्यादा देर तक टिक नहीं सकता और उनकी चूत में ही ढेर हो गया और उनके ऊपर लेट गया अम्मी अभी भी आंखे बन्द करके लेटी हुई ही थी कुछ देर ऐसे ही उनके ऊपर लेटे रहने पर अम्मी ने मेरे कानो में हल्के से कहा – बस इतना ही दम हैं क्या मेरे बेटे मे।
यह सुन मैने भी उन्हें कानो में बोला – अभी पूरी रात बाकी है आपकी सारी गर्मी बाहर निकाल दूंगा।
फिर मैंने उनके ऊपर से हटा , अपने और अम्मी के सारे कपड़े उतार दिए अम्मी अब अपनी आंखे खोल चुकी थी मेरे सामने अम्मी के बड़े बड़े बूब्स और बालो से भरी हुई काली चूत थी उस रात जो मै चूदाई करना चालू किया सुबह 4 बजे तक हम चूदाई ही करते रहे मैं 4 बार अपना पानी छोड़ चुका था उसके बाद नंगे बिस्तर पर सो गए, सुबह 8 बजे दादी ने जब अम्मी के रूम का दरवाजा खटखटाया तब हमारी नींद खुली, अम्मी उठते से ही एक हम हड़बड़ाने लगी और अपने कपड़े देखने लगी फिर उन्होंने जल्दी जल्दी में मैक्सी पहनी और दरवाजा खोला
दादी – क्या हुआ आयशा आज काम पर नहीं जाना हैं क्या? इतना लेट उठ रही हो।
अम्मी – जाना है ना अम्मी मै अभी तैयार हो कर आती हूं।
दादी दरवाजे से मुझे देख अपनी स्माइल दी और वापस चली गईं फिर अम्मी ने दरवाजा बंद किया मुझसे कहा – शोएब तूने मेरी ब्रा और चड्डी रात में कहा फेक दी थी जरा ढूंढ कर दे।
तो मैने नंगा बिस्तर से उठा तो मेरा खड़ा लन्ड अम्मी के सामने आ गया अम्मी कहने लगी – रात में मैने इतना बड़ा और मोटा लन्ड ले कैसे लिया।
मैने – अभी वापस ले कर देख लो पता चल जाएगा।
मैने अम्मी को इनकी ब्रा और चड्डी ढूंढ कर दी और नंगा हो फिर मैं उसके रूम से बहार जाने लगा
अम्मी – यह क्या कर रहा है, तू नंगा है ऐसे ही बहार जायेगा किया बहार तेरी दादी और चाची हैं।
मैं – मुझे मूत आ रहा है तो बाथरूम जा रहा हूं, और वैसे दादी और चाची के साथ मैं यह सब कर चुका हूं जो मैने कल आपके साथ किया था तो अब उनसे कैसा शर्माना।
यह बोल मैने दरवाजा खोला और बाथरूम में मूतने चला गया चाची और दादी दरवाजे के सामने ही खड़े थे मैने उनको लिप किस्स किया और वहा से चला गया उसके बाद वोह दोनो रूम में गए और अम्मी को सब कुछ बता दिया कैसे मैने चाची को चोदा और इनको पेट से कर दीया और कैसे दादी ने मुझे अपनी चूत चोदने का मौका दीया अब अम्मी सब समझ चुकी थी फिर किया था कुछ दिनों बाद अम्मी ने चाची के अम्मी और अब्बू को घर बुलाया और अम्मी और दादी ने उनसे बाते की उनको बताया कि चाची अभी जवान हैं और उनका दूसरा निकाह करवाना चाहते हैं तो इनके अम्मी अब्बू ने भी हां कर दी फिर उन्होंने जब अम्मी से पूछा से दूल्हा कोन है तो दादी ने जवाब दिया – मेरा पोता आपकी बेटी से निकाह करेगा।
पहले तो चाची के अम्मी अब्बू नही माने क्युकी चाची मुझसे उम्र में बड़ी थी पर फिर चाची ने जब खुद यह कबूला की वो भी मुझसे निकाह करना चाहती है तो इनके अम्मी अब्बू को तो मानना ही था, उसके बाद जल्द से जल्द हमने निकाह कर लिया सुहागरात वाले दिन तो मैं चाची सॉरी अब वो मेरी चाची नही बेगम थी तो सुहागरात पर तो मैने आलिया को नही चोदा क्युकी वो पेट से थी पर मेरे लिए 2 चूत और मौजूद थीं घर में ही पर सुहागरात में तो सील तोड़ते हैं और उन दोनो कि चूत कि सील पहले से टूटी हुई थी तो मैंने उनकी गांड़ की सील तोड़ने की तमन्ना पूरी कि सुहागरात वाले दिन दादी ने अपनी गान्ड की सील तुड़वाई और फिर हनीमून पर अम्मी की सील पैक गांड़ को मैने पेला उसके बाद जब तक आलिया की डिलीवरी नही हुई अम्मी और दादी रोज मुझसे चुतवादी रही और फिर आलिया ने मेरी बेटी को जन्म दिया, अब आलिया ने बच्चे न होने के ऑपरेशन कर लिया और उसके बाद मैने आलिया कि भी सील पैक गांड़ फाड़ कर रख दी, ऐसे ही 3 साल बीत गया अब दादी की चूत की गर्मी भी कम हो गई थी पर आलिया और मेरी अम्मी अभी भी चूदाई करते थे पर उनका सारा माल ढीला हो गया उन दोनों के बूब्स लटक गए गांड़ और चूत का भोसड़ा बन गया तब मैने दूसरा निकाह करने की बाद घर में कि क्युकी अब दादी चूदाई कम कर चुकी थी तो उनकी तो निकाह से कोई परेशानी नही थी पर अम्मी और आलिया समझ गईं कि उनके भोसडो में अब मुझे मजा नही आ रहा है और नयी चूत आने से इनकी चूत कि चूदाई बंद हो जाएगी, पर मैने उनको माना लिया की इनकी चूदाई मै हफ्ते में एक बार कर दिया करुआ और वो भी मान गए, और मेरे लिए लड़की देखने लगे और अम्मी और आलिया ने मिल कर एक लड़की भी पसंद कर ली लड़की मेरी अम्मी कि बुफेरी बहन थी जो मुझसे कुछ 3 साल बड़ी थी उसका निकाह नही हो पा रहा था क्युकी वो काली थी पर उसका फिगर सही था अम्मी ने उससे मेरे दूसरे निकाह कि बात चलाई और कोई लड़का नही मिलने के कारण उसके घरवाले भी इस निकाह को मान गए, हमारा निकाह हो गया और सुहागरात मे मुझे एक सील पैक चूत चोदने को मिली हमारी मैने उसकी इतनी जोरदार चूदाई कि की कमरे से बाहर तक उसकी आवाजे निकलने लगी, सुबह अम्मी और आलिया ने उसकी सूजी हुई चूत पर क्रीम लगाई और फिर हम हनीमून के लिए मनाली गए वहा मैने उसकी सील पैक गांड़ को भी अच्छे से बजाया और कुछ ही महीनों में मैने उसके बदन को एक दम भरा हुआ बना दिया उसके बूब्स जो की 28 के थे उनको 34 कर दीया और उसकी गांड़ जो पहले पतली और अंदर थी उनको चोद चोद कर बड़ा और उभार दीया हमने 4 साल तक अपने निकाह के मजे लिए बिना बच्चे की प्लानिंग किए उसके बाद जब हमे लगा कि अब चूदाई बहुत हो गईं हैं तो उसके कहने पर हमने बच्चा प्लान किया और वो पेट से हो गईं उसने जुड़वा बच्चो को जन्म दिया, इस बीच मेरी अपनी सास से कुछ ज्यादा नजदीकिया बड़ गई और हम दोनों हमबिस्तर हो गए जिसके बारे में मैने आलिया और अम्मी को बताया उनकी समझाइस पर मैने सास से रिश्ता लंबा समय तक नही चलने दीया हम सिर्फ 4 महीने तक ही एक साथ सोए थे वो भी इस लिए क्युकी इस बीच मेरी ससुर का इंतकाल हो गया था और मेरी बीवी पेट से तो मै अपनी सास को संभालने उनके घर कुछ दिन रुका हुआ था तब ही हम दोनों नजदीक आ गए और फिर जब हम दोनों को समझ आया कि यह सही नहीं है तो हमने एक दूसरे को संभाला और चूदाई का खेल खत्म कर दिया,
तो यह थी मेरी पूरी जिंदगी कि चूदाई कि कहानी आपको यह किसी लगी मुझे मेल करें और पूरी डिटेल में चूदाई कि कहानी जाननी हो तो मेल कर सकते है [email protected]