Update 01

दोस्तों, मम्मी सभी लड़कों की जान होती है / मम्मी को देख देख कर ही ज्यादातर लड़कों के लंड खड़े होते हैं / मम्मी पापा का प्यार (सेक्स) अगर देख लिया तो मम्मी सपनो की रानी हो जाती है /

मैंने बहुत ही छोटी उम्र से अपनी मम्मी और पापा का वो वाला प्यार छुप छुप कर देखा है / जैसे जैसे मैं बड़ा होता गया मेरे हाथ और लंड की दोस्ती गहरी होती गई /

मम्मी लोगों के घर पर सफाई का काम करती थी / पापा चोकीदार का काम करते थे / पापा सुबह सुबह जल्दी आकर सो जाते थे / मम्मी काम पर जाने से पहले हमें जल्दी से नाश्ता करवा कर पापा को उठाने के लिए जाती थी (पापा का कमरा अलग से था ) /

मम्मी मेरे भाई बहनों को बता कर जाती थी कि मैं तुम्हारे पापा को उठाने जा रही हूँ कोई शोर मत मचाना / यह कह कर वो पापा को उठाने चली जाती थी / मुझे पता था की मम्मी को पापा को उठाने के लिए कम से कम एक घंटा तो लग ही जाता है / थोडा बड़ा होने पर मुझे पता चल गया था की मम्मी पापा को कैसे उठती है / (इसका कारण यह था की मुझे दोस्त से हिंदी सेक्स की कहानियां पड़ पड़ कर सेक्स के बारे मैं पता चल गया था और मैं कहानियां पड़ कर मूठ मारने लगा था )/

मुझे शोरूम में काम करने वाली लड़की पायल बहुत पसंद है / जब भी मैं उसके शर्ट के अंदर ब्रा मैं कैद बड़े बड़े मुम्मे देखता हूँ तो मेरा लंड मेरे पेंट के अंदर ही झटके मारने लगता है और मैं सोचता हूँ की इसका पति कितना खुशनसीब होगा तो इसके मोटे मोटे बूब्स को दबा दबा कर इसकी चूत में अपना लंड पलता होगा / दोस्तों पायल हमेशा ही अपनी शर्ट के ऊपर के दो बटन खोल कर रखती है / जब तो कुछ उठाने के लिए नीचे की तरब झुकती है तो उसके बड़े बड़े मुम्मे के इकठा होने पर दोनों मुम्मे के बीच में एक घाटी बन जाती है वो भी बहुत आकर्षित करती है / जब वो चलती है तो उसकी गांड के दोनों पट आपस में टकराकर ऊपर नीचे होते हैं तो मेरा दिल करता है की अभी पटक कर यहीं घोड़ी बनाकर अपना लम्बा मोटा और काला मोटे सुपाडे को उसकी गांड की तरफ से उसकी चूत में घूसा दूं /

नींद मैं मम्मी के मूंह में अपने हल्लबी लौड़े का पानी पिलाया

दोस्तों, मेरी एक फंतासी (fantasy) है की मम्मी सो रही हो और मैं अपने मोटे लम्बे लौड़े को मम्मी के मूह में डालकर आगे पीछे धक्के मारूं / मगर मम्मी को पता नहीं चले / इसी फंतासी के चलते जब सोते हुए मैंने अपनी आँखें बंद करी तो मुझे लगा कि :

मम्मी: सुनील, बेटा आज तुम्हारे पापा भी रात को नहीं आएंगे घर पर / मैं सोने जा रही हूँ / मुझे कई दिनों से नींद नहीं आ रही रातों को / अभी मैंने दूध के साथ नींद की गोली ली है / तुम डिनर करके सो जाना और अगर मैं सुबह उठने मैं लेट हो गई तो तुम मुझे सुबह उठा देन / ठीक है, जरुर उठा देना बहुत काम करना है मुझे सुबह /

(मुझे पता था की मम्मी को रातों को नींद क्यों नहीं आ रही थी, पापा का लंड लेने से फुर्सत मिलती तो सोते न / सारी सारी रात तो चुदाई आवाज़ों को मैं सुनता रहता था)

ये कह कर मम्मी सोने के लिए चली गई / मैंने आराम से डिनर कर लिया / और मोबाइल पर ब्लू फिल्म देखते हुए अपने लंड को अपने एलास्टिक वाले पजामे से बहार निकल लिया / (हमारे घर में रात तो कोई भी अंडर गारमेंट्स नहीं डालता था ये सब आपस में जानते थे )

मेरा लंड बहुत ही टाइट हो गया था / मेरे लंड का सुपाडा फूल कर बहुत ही मोटा हो गया था / ब्लू फिल्म देखते हुए मैं अपने लंड पर जोर जोर से मुठ मार रहा था /

लंड की मुठ मारते मारते मुझे ऐसे लगने लगा की मेरे लंड को जब तक कोई चूत नहीं मिलेगी मेरा लौड़ा फट न जाये /

मुठ मारते मारते मेरी उँगलियाँ थक गई लेकिन मेरे लौड़े ने अपना पानी नहीं निकाला / मैं मोबाइल में ब्लू फिल्म को बंद कर दिया और उठ कर चहल कदमी करने लगा /

घुमते घुमते मेरा हाथ अपने गधे जैसे लौड़े पर चला गया जो अप डाउन हो रहा था / सुपाडा चमक रहा था / मैंने लौड़े को मसलते हुए अपने ज़हन मैं ख्याल किया की मम्मी तो नींद की गोली ले कर सो रही है / मैं मम्मी के कमरे मैं जाकर मम्मी को सोती हुए देखते हुए मुठ मारता हूँ / क्या पता मम्मी को सोती देखकर मेरे लौड़े का पानी छूट जाये /

दोस्तों, यह सोचते हुए मैं मम्मी के कमरे के दरवाजे तक पहुँच गया / मम्मी के कमरे का दरवाजा किसी करण से खुला था / सामने बिस्तर पर मम्मी सो रही थी /

मम्मी की पीठ मेरी तरफ थी / मम्मी ने अपने बदन पर सिर्फ मेक्सी डाली हुई थी / मेक्सी में मम्मी का गठीला बदन दिखाई दे रहा था / मम्मी की गांड मेक्सी के अंदर से उभरी हुई थी / पतली कमर की तरफ से गांड की तरफ एक पहाड़ी सी बनी हुई थी / मम्मी ने टाँगे अपनी छातियों की तरफ की हुई थी / जिसकी वजह से मेक्सी टांगों से ऊपर हो कर घुटनों तक पहुँच गई थी /

मम्मी की गांड के दो बड़े बड़े बाल को देख कर ही मेरा लंड तड़पने लगा / मेरा हाथ मेरे फूले हुए लौड़े पर ही था / मम्मी की गांड के दो फांकों के बीच में मम्मी की मेक्सी फंसी हुई थी / मम्मी की गांड उनके सांस लेने के साथ साथ ही हिल रही थी / मैं तो पहले ही मम्मी की गांड का दीवाना था / मम्मी की मस्त गोल गोल गांड मुझे अपनी तरफ खींच रही थी / मुझे पता था की मम्मी नींद की गोली के नशे मैं सो रही है फिर भी उनको हाथ लगाने की सोच कर ही मुझे दर भी लग रहा था और मेरे लंड में उत्तेजना भी हो रही थी /

मैं हिम्मत करके मम्मी के बिस्तर के पास पहुँच गया / मेरा बायाँ हाथ मेरे लंड को जकड़े हुए था और मेरे लंड की चमड़ी को मेरे लंड के सुपाडे तक ऊपर नीचे कर रहा था / मेरे आँखें सेक्स के नशे के कारण नशीली हो रही थी / मेरी ड्रीम गर्ल मेरी मां मेरी आँखों के आगे सो रही थी / एक अनजानी सी शक्ति मुझे मम्मी की तरफ खींच रही थी /

मैंने धीरे से अपना दायाँ हाथ मम्मी की उभरी हुई गांड के ऊपर धीरे से रख दिया / मुझे एक अजीब तरह का सकून मिला / मेरा लौड़ा फूलकर और भी टाइट हो गया मुझे ऐसा लगा की अगर मेरे लंड का पानी नहीं निकला तो ये यहीं फट जायेगा / मेरे मम्मी की गांड पर हाथ रखने पर मम्मी की नींद मैं कोई फर्क नहीं आया / मेरी हिम्मत बड गई /

मैंने मम्मी की गांड पर अपने हाथ की पकड़ को जोर से दबा दिया / मुझे मम्मी की नरम नरम गांड को दबा कर बहुत ही मजा आया / मैंने हिम्मत कर के थोडा सा आगे आ कर अपने टाइट लौड़े को मम्मी की गांड की फांकों के बीच में लगा दिया / मेरा दिल जोर जोर से धड़क रहा था / मम्मी नींद के नशे मैं वैसे ही पड़ी रही / मैंने धीरे धीरे से मम्मी की मेक्सी को एक हाथ से ऊपर की तरफ उठा दिया / अब मम्मी की मेक्सी मम्मी की गांड के ऊपर से होते हुए मम्मी की कमर तक आ चुकी थी और मम्मी की गोरी गोरी गांड बिलकुल नंगी हो चुकी थी / मम्मी की गांड के दोनों पाट आपस में जुड़े हुए थे / मम्मी की चूत मम्मी की गांड की फांकों के बीच में छुपी हुई थी / मैंने अपने लौड़े के सुपाड़े को मम्मी की गांड के दोनों पाटों को खोल कर बीच में फंसा दिया जहाँ से मम्मी की चूत थोड़ी थोड़ी सी दिखाई देने लगी थी / मेरा लौड़ा मम्मी की गांड के बीच में मम्मीकी चूत को छू रहा था /

मम्मी की चूत को छूते ही लौड़े ने अपनी अकड़ दिखानी शुरू कर दी / लौड़े का सुपाड़ा फूल कर और भी टाइट हो गया था / लौड़े की नसें उभर कर लौड़े को और भी आकर्षित कर रही थी / मैंने मम्मी की एक टांग पकड़ कर दूसरी तरफ नीचे कर दी जिससे मम्मी की चूत गांड के बीच में से कुछ ज़्यादा ही दिखाई देने लगी /

मैंने धीरे से दोनों हाथों से मम्मी की गांड की फांकों को फैला कर मम्मी की चूत के मूंह को थोड़ा सा खोल कर अपने लौड़े के सुपाडे को मम्मी की चूत के ऊपर ऊपर से रगड़ने लगा / मैंने सोचा की शायद मेरे लौड़े से पानी निकल जाये और मैं फारिग हो जाऊंगा / मैंने अपने लौड़े को धीरे धीरे मम्मी की चूत के ऊपर नीचे रगड़ने लगा / नींद में भी मम्मी की चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था /

मैंने अपने लौड़े के पुरे सुपाडे को मम्मी की चूत के अंदर धकेलना और बहार निकलना शुरू कर दिया था / मेरी मस्ती की कोई सीमा नहीं थी / मेरा लौड़े का सुपाडा मम्मी की चूत के अंदर बहार फिसलता हुआ आ जा रहा था /

कुछ देर तक लौड़े को मम्मी की चूत के ऊपर ऊपर से रगड़ने पर भी कुछ हल न निकला / मैंने मम्मी को उनकी बाजू से पकड़ कर सीधा कर दिया / इस पारकर से मम्मी का मूंह छत की तरफ हो गया / अब मम्मी के पैर सीधे बिस्तर पर फ़ैल गए थे / मम्मी की चूत उनकी टांगों के बीच में फिर से धक् गई थी / दोस्तों, मैं बताना भूल गया कि मम्मी की चूत के ऊपर एक भी बाल नहीं था / मम्मी अपनी चूत को शेव करके चिकनी रखती थी /

मैंने अपने लौड़े को अपने दायें हाथ मैं पकड़ लिया और अपने बाएं हाथ से मम्मी के गालों पर रख कर मम्मी के मूंह को अपने लौड़े के पास में कर दिया / और मम्मी के होंठों पर अपने लौड़े के सुपाडे को रगड़ने लगा /

मम्मी के सेक्सी होंठों पर अपने लौड़े के सुपाडे को रगड़ते हुए मुझे असीम सुख प्राप्त हो रहा था / मैंने कई ब्लू फिल्मों में जैसा देखा था कि सोई हुई मम्मी को कैसे उसका बेटा अपना लंड चुसवाता है / आज मेरी फंतासी (fantasy) पूरी होने जा रही थी / मुझे डर भी लग रहा था और मजा भी आ रहा था /

मैं मम्मी के होंठों पर अपने लौड़े का सुपाडा रगड़ते हुए अपने मूंह से आवाजें निकल रहा था "अआह मम्मी, मेरी प्यारी मम्मी, तुम कितनी सेक्सी हो, पता नहीं कब से मैं आपके साथ सेक्स करना चाहता हूँ / अआह ह ह ...पता नहीं तुम कब पापा जैसे मुझे भी अपने इस सेक्सी बदन का मजा चखने दोगी / हाय मम्मी, तुम्हारा बेटा तुम्हारा कितना दीवाना है तुम्हे कब पता चलेगा / पापा तो रोज़ तुम्हारे इस सेक्सी बदन का स्वाद लेते हैं / मेरी लाटरी कब खुलेगी मेरी जान, मेरी मम्मी अआह /"

ये कहते हुए मैंने अपने लौड़े के सुपाडे को मम्मी के होंठों पर थोडा जोर जोर से रगड़ने लगा था / धीरे धीरे मम्मी के होंठ खुलने लगे थे / शायद नींद में मम्मी को भी कुछ कुछ मजा आ रहा था /

मेरा आधा सुपाड़ा मम्मी के होंठों के बीच में जा चूका था / मेरा दिल कर रहा था कि बस मेरा लौड़े का पानी निकल जाये किसी तरह से / धीरे धीरे से मम्मी का मूंह और भी खुल गया जिस से मेरा लौड़े का सुपाड़ा मम्मी के मूंह के अंदर तक चला गया / मैंने थोडा सा और जोर लगा कर अपने लौड़े को मम्मी के मूंह के अंदर धकेला तो मेरा पूरा सुपाडा और थोडा सा लंड अंदर घुस चूका था / मुझे बहुत ही मजा मिला / मम्मी का मूंह अंदर से गर्म था / मुझे ऐसा लगा की मैं मम्मी की चूत में अपना लौड़ा धीरे से डाल रहा हूँ /

मुझे एक असीम आनंद की अनुभूति हो रही थी / मैंने दोनों हाथों से मम्मी के सर को ऊपर से पकड़ लिया था और अपने लौड़े को आगे पीछे करने लगा था / मुझे देख कर ऐसा लंग रहा था जैसे मैं मम्मी के मूंह को चोद रहा हूँ / नींद में मम्मी के मूंह में से भी गूं गूं की आवाज आने लगी थी / मैंने अपना एक हाथ मम्मी के उभरे हुए मुम्मे को मेक्सी के ऊपर से ही पकड़ लिया था / मम्मी का बड़ा बड़ा मुम्मा पकड़ कर मेरा लौड़ा और भी टाइट होने लगा था / मैंने मम्मी के मूंह में अपने लौड़े को अंदर करना तेज कर दिया था / मुझे लग रहा था की मेरा वीर्य 6-7 धक्कों में निकल जायेगा / मैं अभी अपना वीर्य निकलना नहीं चाहता था / मैं अभी और मजा लेना चाहता था / मैंने मम्मी के मूंह से अपना लौड़ा निकल लिया /

मेरा लौड़ा मम्मी के मूंह से निकलने के बाद चमक रहा था / मेरे लौड़ा निकलने के बाद मम्मी का मूंह "O" की शक्ल मैं खुला हुआ था / मुझे ऐसा लगा की मम्मी का खुला हुआ मूंह मुझे अपनी और बुला रहा था / मैंने नीचे झुक कर मम्मी के होंठो पर अपने होंठ जमा दिए /

मेरा एक हाथ मम्मी के दोनों बड़े बड़े मुम्मे को दबा रहा था और मैंने एक हाथ से मम्मी के होंठों के पास रखा था और मम्मी के दोनों होंठो के रस को बारी बारी से पी रहा था / मैंने ज़िन्दगी में पहली बार इतने मीठे मीठे होंठों से मधुर रस पिया था / मेरा लौड़ा ताण्डव करने लगा था / कुछ देर होंठों का रस पीने केबाद मैंने मम्मी के होंठो को छोड़ दिया /

मैंने फिर से अपने फनफनाते हुए सांप जैसे लौड़े को अपनी मम्मी के खुले मूंह के ऊपर रखा / अब तक मम्मी का मूंह थोडा सा बंद हो चूका था / मेरा लौड़ा जब मम्मी के होंठों पर पहुंचा तो मम्मी के मूंह के अंदर धीरे से धकेला तो मम्मी का मूंह खुल गया / मैंने अपने लंड के सुपाडे को मम्मी के होंठों के अंदर की तरफ धकेल दिया /

मम्मी का मूंह फिर से "O" के आकार में खुल चूका था / मैंने अपने मोटे तगड़े सुपाडे को मम्मी के होंठों के बीच में डाल कर आगे पीछे करने लगा / इस बार मेरे लौड़े के धक्के मम्मी के मूंह के अंदर जोर जोर से लग रहे थे और अपने हाथ से मैं मम्मी के मोटे मोटे और भारी भारी मुम्मे जोर जोर से बारी बारी से दबा रहा था / मैंने मम्मी की मेक्सी को ऊपर उठा दिया और मम्मी के मुम्मे नंगे कर दिए /

बिना ब्रा के मुम्मे सीधे छत की तरफ मूंह कर के किसी पहाड़ी की तरह से खड़े हुए थे / मैं दोनों मुम्मे को बारी बारी से जोर जोर से दबा दबा कर उनका दूध निकलने की कोशिश कर रहा था / और अपने लौड़े को मम्मी के मूंह के अंदर धक्के मार रहा था / आज मेरी मन की मुराद पूरी हो रही थी / मेरे ख्वाबों की परी मेरी मम्मी मेरे सामने नंगी पड़ी थी / और उसके प्यारे प्यारे मूंह में में अपना लौड़ा अंदर बहार कर रहा था / अब मेरे लौड़े का ज्वालामुखी फटने वाला था /

मैंने मम्मी के मूंह में अपना लौड़ा फंसा कर नीचे झुक कर मम्मी के मुम्मे को अपने मूंह में भर लिए और जोर जोर से चूसे लगा / मम्मी के मोटे निप्पल को भी मैं दांत मार रहा था / मम्मी नींद में उम्म्म उम्म्म कर रही थी / आखिर वो वक्त आ ही पहुंचा / मेरे लौड़े ने भलभला कर अपने रस को मम्मी के मूंह में भरना शुरू कर दिया था / मेरे लौड़े ने अपने रस से मम्मी का मूंह को लगबग भर सा दिया था / नींद में ही मम्मी ने मेरे वीर्य रस को अंदर की तरफ गटक लिया /

धीरे धीरे से मेरा लौड़ा ढीला होने लगा था और मेरी उत्तेजना भी / मैंने मम्मी का मूंह दोनों हाथों से दबा कर बंद कर दिया और मम्मी की मेक्सी को भी नीचे की तरफ कर दिया और मम्मी को एक साइड करके लिटा दिया / और फिर मैं चूपके से अपने कमरे मैं आ कर सो गया /

सुबह जब मैं जागा तो मुझे लगा कि जैसे मैंने रात को कोई सपना देखा हो /

मम्मी को चुदाई दिखाई

मेरी नौकरी अपने शहर के बहार लग गई थी और मैं अपने घर पर हर शनिवार को आ जाता था और अपनी पत्नी के साथ सेक्स करता था / मेरी पत्नी भी मुझे बड़े प्यार से प्यार करती थी और चुदाई करवाने में पूरा पूरा सहयोग करती थी / वो भी मम्मी जैसी भरी भरी और बड़े बड़े मुम्मे वाली औरत थी और मम्मी जैसे ही सेक्स की भूखी थी / जबसे पापा बीमार हुए थे उनके सेक्स करने की ख्वाहिश अधूरी रहती थी और मुझे तो हमेशा ही मम्मी बहुत कामुक लगती है / मेरा आज बहुत दिल कर रहा था की मम्मी को भी अपने लौड़े का स्वाद चखाया जाए / फिर क्या था मैंने अपनी बीवी को मनाया और एक प्लान बना कर मम्मी को अपने हल्ल्बी लौड़े को दिखा कर मम्मी को मस्त करने का प्लान बनाया /​
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