Episode 20
" बहुत मन कर रहा है ,अच्छा चल अपनी माँ को दस मोटी मोटी सूना ,. जैसी मम्मी सुनाती है न वैसी बल्कि उससे भी तेज ,गदहा ,घोड़ा ,कुत्ता कोई बचना नहीं चाहिए। "
और उनकी हर गाली के साथ ,मेरा एकदम स्लो पेस्ड धक्का ,.
दसवीं गाली के साथ ही उनका पूरा लन्ड अंदर ,. .
और मैं फिर रुक गयी।
" सोच न जो गदहे ,घोड़े कुत्ते सब का घोंट सकती है
वो मेरी मम्मी के एकलौते दामाद का क्यों नहीं ,. जैसे मैं तुझे चोद रही हूँ उससे भी धक्कापेल तू उसको चोदना , मेरे और मम्मी के सामने , बोल चोदेगा न। "
और बिना उनके जवाब का इंतजार किये मैंने उनकी धक्कापेल चुदाई शुरू कर दी।
कुछ देर तो बिचारा कंट्रोल कर पाया फिर वो भी नीचे से ,
और फिर सब नियम क़ानून उनकी माँ के भोसड़े में ,
हम दोनों की कुश्ती बराबर की चल रही थी ,
इस लिए है मैं तीन बार पहले ही उसके जीभ से झड़ चुकी थी ,
और उसका तो पहला ही ,
ऊपर से गालियां दे दे के ,.
अब उन्होंने भी कभी अपने मुंह से मेरे निपल्स चूसने शुरू किये तो कभी ऊँगली से क्लीट रगड़ना,
पंद्रह बीस मिनट तक नान स्टाप और अबकी फिर झड़ी मैं ही पहले।
लेकिन झड़ते हुए जब मेरी चूत ने उनके लन्ड को कस के सिकोड़ा तो वो भी ,.
खूब गाढ़ी मलाई ,. .
और कुछ देर में वो सपड़ सपड़ चाट रहे थे।
उस चाटने का असर ये हुआ की मेरा मन फिर करने लगा।
उनका तो खड़ा हो ही गया था लेकिन अबकी मैंने उसे उसके मन की करने दी ,
उनकी फेवरिट पोज ,
डॉगी पोज
क्या धक्के थे , हर बार सुपाड़ा सीधे बच्चेदानी पे लगता था। दोनों चूंची पकड़ के जिस ताकत से वो धक्के मारता था , बस जान नहीं निकलती थी। मोटे लन्ड का बेस सीधे मेरी कसी कोमल चूत की दीवारों से टकराता था।
ये उनका नया रूप ,रफ ,हार्ड, वाइल्ड ,. मुझे कितना अच्छा लगता था मैं बता नहीं सकती।
मेरा चेहरा पिलो में धंसा हुआ था था और वो बिना रुके पूरी ताकत से चोद रहे थे और न मैं बोल रही थी न वो ,
बस मैं चुद रही थी वोचोद रहे थे।
अबकी मैं तीन बार झड़ी तब कहीं जाके वो ,
और मैं थेथर हो गयी थी लसर पसर ,एकदम थक कर चूर।
बस मैं और वो ,एक दूसरे को बांहों में बांधे सो गए।
लेकिन सोने के पहले मैंने उन्हें दूसरी सरप्राइज बता दी ,
हसबैंड नाइट।
और उन्हें फर्स्ट आना है।
क्या होगा कैसे होगा , ये मैंने कल के लिए छोड़ दिया।
हस्बैंड्स नाइट
एंड विनर इज ,. मिसेज दीर्घलिंगम ने अनाउंस किया ,
लेकिन उसके पहले मिस्टर खन्ना ने अपनी स्पीच में जो कहा था ,.
ऊप्स मैं भी ना ,. कितनी बार ,. . शुरू से क्रम से बात करूँ
तो चलिए शुरू से बात शुरू करती हूँ ,जहाँ छोड़ा था।
कल उन्होंने ब्रा की शापिंग की थी ,बॉबी टेलर्स के यहां ब्रा के साथ ट्रायल दिया था
और देर रात मैंने उन्हें हसबैंड नाइट के बारे में बताया था।
आफिस से लौटते हुए बॉबी टेलर्स के यहाँ से वो अपनी ड्रेसज ,चोली , कुर्ती ,शरारा सब ले आये थे।
और आज उन्हें मैंने किचेन से छुट्टी मिल गयी थी।
कुछ मैंने बनाया और कुछ फोन करके ,. .
वो नहा कर के फ्रेश हुए उसके बाद उनकी रिहर्सल शुरू हुयी।
पूरी कैट वाक , साडी पहनने के साथ आँचल सम्भालना ,
अदाएं ,निगाहें ,कब बिजली गिरानी है कब लजाना है।
वास्तव में कल की ब्रा की शापिंग के कारण उनकी हर ड्रेस की फिटिंग परफेक्ट थी ,साड़ियां भी तरह तरह की शिफॉन ,कांजीवरम , पटोला।
कैट वाक् शुरू होने के कुछ ही देर बाद उनकी सास भी दीवाल पर लगे बड़े स्क्रीन के स्काइप पर अवतरित हुयी और उन्होंने एक सलाह दी ,
साडी पहनने मैंने उनकी थोड़ी मदद की थी लेकिन सासु जी ने साफ़ मना कर दिया ,
दो चार बार कोशिश करने के बाद वो अलग अलग स्टाइल में साडी पहनने में परफेक्ट हो गए ,
फिर शरारा और अंत में वेस्टर्न ड्रेसेज ,.
और कैसे कैरी करना चाहिए,सब कुछ ,. .
बाद में पता चला मम्मी की सीख कितनी काम आयी।
रात भर मैंने उन्हें सोने दिया।
कल होने वाली अग्नि परीक्षा में उनकी जीत उनसे बढ़ कर मेरी जीत होती।
उस दिन आफिस में लन्च के बाद ही छुट्टी हो गयी ,सभी लोगो को तैयारी जो करनी थी।
कई सीनियर्स ने तो प्रोफेशनल को बुलाया ,
पर मैंने तनु ,उनकी मुंह बोली साली को ,( याद है उनके बर्थडे के पहले , जिसने एक झटके में उनकी मूंछ साफ़ कर दी थी और परफेक्ट मेकअप किया था। )
उसने न सिर्फ जबरदस्त मेकअप किया बल्कि घंटे भर उन्हें समझाया ,
स्पेशली लिपस्टिक और नेल आर्ट ,
फिर प्रैक्टिस भी कराई।
वो भी बहुत काम आया।
लेकिन कम्पटीशन शुरू होते ही सब गड़बड़ हो गया।
गड़बड़
लेकिन कम्पटीशन शुरू होते ही सब गड़बड़ हो गया।
हम सब को ' अपने अपने माल ' के साथ सात बजे पहुंचना था ,मैं पौने सात बजे ही पहुँच गयी , ये पूरी तरह तैयार ड्रेस अप थे एकदम साउथ इन्डियन गेट अप में ,
लेकिन जो एंकर थी , एम् टीवी के किसी शो में वो 'कड़क क्विन ' बनती थी ,लड़के लड़कियों दोनों से बिना गाली के बात नहीं करती थी , वही उसने उन्हें गपुच लिया इनके बैग के साथ जो इनका जादू का पिटारा था. .
ड्रेसेज, मेकअप का सामान ,सब कुछ।
हालांकि ये ऑप्शनल था लेकिन मोस्टली जेंट्स पार्टिसिपेट कर रहे थे।
आफ कोर्स मिस्टर खन्ना नहीं पार्टिसिपेट कर रहे थे पर उनके साथ जो दूसरे वी पी ( उनके जूनियर ) उन्होंने भी बहाना बना दिया ( उनकी वाइफ लेडीज क्लब की सेक्रेटरी बनने और उसे कंट्रोल करने की सबसे बड़ी दावेदार थीं और क्लब की किलजवाय ग्रुप की हेड थीं और मिसेज खन्ना की सबसे बड़ी राइवल,. मिसेज मोइत्रा )
मुझे लग रहा था की मैं शायद इनके साथ रह के कुछ हेल्प कर पाऊं कम से कम हौसला अफजाई ही सही ,लेकिन उस मर्दमार एंकर ने सारी लेडीज को वहां से हटा दिया।
दूसरी मुसीबत ये हुयी की मिसेज खन्ना आ गयीं और उन्होंने बताया की सारी प्लानिंग चेंज हो गयी। मिसेज दीर्घलिंगम (कंपनी प्रेजिडेंट की वाइफ जो जजेस के पैनल में थीं ) ने सारे टेस्ट खुद तय किये हैं और उस एंकर के अलावा किसी को मालुम नहीं की टेस्ट क्या हैं ,बस यही की अनप्रेडिक्टेबल और बहुत टफ हैं।
दो निगेटिव के साथ गनीमत थी दो पाज़िटिव्स भी होगये।
मिसेज दीर्घलिंगम के साथ मिस्टर खन्ना जज थे लेकिन मिसेज दीर्घलिंगम डिमांड की थी ,एक आउटसाइडर जज भी होना चाहिए जो
लड़की हो यंग हो लेट टीनेजर या अर्ली ट्वेंटी और प्रोफेशनल हो।
मिसेज खन्ना की ट्रबुल शूटर मैं ही थी और मैंने ट्रबुल शूट भी कर दी।
तनु को ऑफर कर के।
वो लेट टीन थी , इंटनेशनल लेवल का मेकअप का सर्टिफिकेट था उसके पास और कुछ फैशन कैट वाक्स में जज रह चुकी थी , बस तीसरी जज के लिए मैंने उसे पेश कर दिया।
और तनु , मेरी मुंह बोली छोटी बहन और उससे बढ़कर उनकी छोटी साली ,जज की लिस्ट में शामिल हो गयी।
एवरीथिंग इज फेयर इन लव एंड वार।
दूसरी ट्रबुल शूटिंग मुझे ये करनी पड़ी ,
मिस्टर दीर्घलिंगम का एस्कॉर्ट , . प्रोटोकॉल के अनुसार ये काम मिस्टर खन्ना या मिसेज खन्ना को करना चाहिए था।
लेकिन मिस्टर खन्ना तो मिसेज दीर्घलिंगम के साथ जज की चेयर सम्हाले हुए थे और मिसेज खन्ना सब इंतजाम सम्हाल रही थी।
जो दूसरे वीपी की वाइफ थीं ( वही जो क्लब की सेक्रेटरी बनने के चक्कर में थीं, मिसेज मोइत्रा और जिनका मिसेज खन्ना से ३६ का आंकड़ा था ,एकदम किलज्वाय, ड्रिंक से एकदम नफरत , हाट जोक्स कोई सोच नहीं सकता , xxx फ़िल्में तो दूर की बात थीं )
वो जुगत लगा रही थीं ,मिस्टर दीर्घलिंगम को कंपनी देने की, ( उनके हबी का प्रमोशन ड्यू था और वो चाहती थीं की वो मिस्टर खन्ना का पत्ता काट के यही प्रमोट हो जाए ),
पर मिसेज खन्ना ने उनको कही और सेट कर दिया , फंक्शन के बाद डिनर का इंतजाम देखने और लेडीज क्लब की रिपोर्ट्स को फाइनल टच देकर प्रजेंट करने के लिए।
" मैम ,मिस्टर दीर्घलिंगम कहीं सच में तो ,. "
आँख मार के मैंने मुस्कराते हुए मिसेज खन्ना से पूछा।
" अरे आई हैव फुल फेथ इन यू , अगर होंगे भी तो तू हैंडल कर लेगी। और वैसे भी मिसेज दीर्घलिंगम मिस्टर खन्ना के साथ रहेंगी और तेरा वाला स्टेज पे , . चेक कर लेना। "
मेरे गाल पे पिंच करते हुए जल्दी से जाते हुए भी ढेर सारे छोटे छोटे टिप्स उन्होंने मिस्टर दीर्घलिंगम के बारे में दे दिया।
कम्पटीशन शुरू हुआ लेकिन जो एंकर ने रूल्स बताये उसी से मेरा दिल घबड़ाने लगा।
वोटिंग लेडीज करेंगी।
हर राउंड के बाद स्कोर अनाउंस किया जाएगा ,
लेकिन जजेज का स्कोर नहीं बताया जाएगा और टोटल रिजल्ट एक साथ राउंड के बाद ,गेम कई पार्ट में होगा।
लेडीज पीछे की रो में बैठी थीं और उन्हें वोटिंग मीटर पकड़ा दिया गया था।
कैट वाक् शुरू हुआ। इनका नम्बर चौथा था। कुल १६ लोग पार्टिसिपेट कर रहे थे।
कैट वाक् शुरू हुआ। इनका नम्बर चौथा था। कुल १६ लोग पार्टिसिपेट कर रहे थे।
वास्तव में इन्होंने जबरदस्त कैट वाक् की लेकिन तालियां थोड़ी फीकी थीं।
एक ,जो मिडिल मैनेजमेंट वाले थे ,हम सब लोग चिढाते थे उनके नाम पे एकदम स्त्रैण , उन्होंने भी अच्छा किया ,लेकिन लेडीज की तालियां आसमान छू गयी।
मुझे लग गया कुछ गड़बड़ है।
मैंने चुपके से पीछे अपनी सहेली सुजाता की ओर देखा ,उसका चेहरा उदास ,बुझा हुआ था।
उसने इशारे से बताया गड़बड़ है।
और मैंने जिस तरह से लेडीज बैठी थीं वो देखा और अंदाज लग गया।
हम लोग , जिन्हें सीनियर मजाक उड़ाते बच्चा पार्टी कहती थीं ( वो ,जिनको बच्चा नहीं हुआ था ,शादी के साल दो साल ही हुए थे ,बिंदास मस्त रहती थीं ) ७-८ ही थीं।
सीनियर्स और कम ४-५ थीं , जो मिसेज खन्ना के खेमे मे नहीं थी।
लेकिन ज्यादातर मिडल मैनेजमेंट वाले ( ३५-४० साल वालियां ) थी वो वैसे तो मिसेज खन्ना की चमचियाँ थी लेकिन आज उन्होंने पाला बदल लिया था।
बाद में पता चला की उन सबके बॉसेज ने व्हिप जारी किया था की उनकी बीबियाँ किसी भी हालात में 'इन्हें 'सपोर्ट नहीं करेंगी।
मिस्टर खन्ना ने आफिस में जो चेंजेज किये थे ,इन्हें सी एस आर का काम दे दिया , परचेज में डाल दिया था , बोल तो कोई सकता नहीं था , बस ये मौका उन्होंने इस्तेमाल किया था हमें और हमारे बहाने मिसेज खन्ना को नीचा दिखाने का। और उन सबके पीछे मिसेज मोइत्रा थी , दूसरे वीपी की वाइफ, वही जो सेक्रेटरी बनना चाहती थीं , उन्होंने ही मिस्टर मोइत्रा से कह के ,. और ये सब लेडीज न इनको न सुजाता के हबी को वोट कर रही थीं
मैं समझ गयी वोटिंग राउंड में क्या होना है।
ये दूसरे नंबर पे थे और सुजाता का हबी पांचवे नम्बर पे।
मिसेज खन्ना ने मुझे इशारा किया की मैं घबडाउ नहीं।
तनु ने भी दूर से वी का साइन दिखाया।
मिस्टर दीर्घलिंगम ने भी व्हिस्की की सिप के बीच कहा ,
समथिंग लुक्स रांग , पर्सन हु केम सेकेण्ड लुक फार फार बेटर।
और फर्स्ट राउंड के बाद तनु ने एंकर को बुलाया और उसने मिसेज दीर्घलिंगम के साथ मिलकर उसे कुछ समझाया।
दस मिनट का ब्रेक हुआ और अबकी पार्टिसिपेंट्स को अपने आप ड्रेसेज पहनने थे साथ में एक्सेसरीज भी ,ये ब्राइडल राउंड था।
और अब बाकी लोगों को असली प्राब्लम हुयी ,जिनकी वाइव्स तैयार कराके ले आयी थीं। ये असली टेस्ट था।
अबकी क्या कैट वाक् किया उन्होंने साथ में लजाना ,भाव दिखाना।
जजेज ने जबरदस्त ताली बजायी ,लेकिन लेडीज का सपोर्ट अबकी भी थोड़ा ल्यूक वार्म था।
पर मैंने देखा की थोड़ी देर में मिसेज खन्ना आके पीछे उन लेडीज के बीच में बैठ गयीं , मिडल मैनेजमेंट वाली ,जो एन ब्लाक इनके खिलाफ वोट कर रही थी।
अबकी मामला टाई रहा।
सुजाता के हसबेंड भी अब तीसरे नम्बर पर पहुँच गए।
वोटिंग के रिजल्ट्स सुनकर मिसेज दीर्घलिंगम ने एक बार फिर लेडीज की ओर देखा और बुरा सा मुंह बनाया और तनु से कुछ बात की।
नेक्स्ट दो राउंड इन्डियन ड्रेस ( जिसके लिए मैंने उनके लिए शरारा बनवाया था ) और वेस्टर्न ड्रेस था।
वोटिंग कुछ तो सुधरी लेकिन ,. .
विनर
पर मैंने देखा की थोड़ी देर में मिसेज खन्ना आके पीछे उन लेडीज के बीच में बैठ गयीं , मिडल मैनेजमेंट वाली ,जो एन ब्लाक इनके खिलाफ वोट कर रही थी।
अबकी मामला टाई रहा।
सुजाता के हसबेंड भी अब तीसरे नम्बर पर पहुँच गए।
वोटिंग के रिजल्ट्स सुनकर मिसेज दीर्घलिंगम ने एक बार फिर लेडीज की ओर देखा और बुरा सा मुंह बनाया और तनु से कुछ बात की।
नेक्स्ट दो राउंड इन्डियन ड्रेस ( जिसके लिए मैंने उनके लिए शरारा बनवाया था ) और वेस्टर्न ड्रेस था।
वोटिंग कुछ तो सुधरी लेकिन ,
हाँ आखिर राउंड के रिजल्ट के पहले ,एंकर मिसेज दीर्घलिंगम के पास आयी और जजेज के स्कोर ले गयी।
कुछ देर तक उसने समा बांधा फिर फाइनल पोजिशन सुनाई ,
और मैं उछल पड़ी।
मिस्टर दीर्घलिंगम भी मेरी ओर देख के मुस्कराये ,मेरे कान में बोला ,जस्टिस प्रिवेल्स।
ये फर्स्ट , सुजाता का हसबैंड दूसरे नम्बर पे ,
सारे सीनियरस सिवाय एक के आठवें नम्बर से नीचे इसलिए अगले राउंड में बाहर।
उसके बाद स्किल टेस्ट थे , जिसे एंकर खुद चेक कर रही थी और वोट सिर्फ जजेज के थे ,
रोटी गोल बेलना ,
मेकअप किसी और का करना , और उसके लिए वालंटियर्स बुलाये गए। इस बार ' बच्चा पार्टी ' अलर्ट थी , किसी और के बोलने के पहले सुजाता उठ कर उनके पास चली गयी।
लिपस्टिक , नेल , और उसके बाद जजेज ने चेक किया ,
लास्ट राउंड क्वेस्चन का था , बहुत ही इम्ब्रॉसिंग क्वेशन लेकिन उन्होंने हिम्मत से जवाब दिया ,
टेम्पर नहीं लूज किया। एकदम फ्री फार आल राउंड था ,
सीनियर्स ने अपनी कुछ चमचियों को आगे किया था।
इनका कंपोजर, विट ,पोलाइटनेस ,.
और ये बोल दिया गया की रिजल्ट डिनर के बाद अनांउंस किया जाएगा।
एक घंटे का ब्रेक था ,लेडीज क्लब की मीटिंग थी जिसमें मिसेज दीर्घलिंगम का फेलिसिटेशन था , और उसी में मिसेज खन्ना ने लेडीज क्लब के सेक्रेटरी की भी बात चलायी।
सीनियर्स ने कहा सीनियारिटी शुड बी रेस्पेक्टेड।
मिसेज दीर्घलिंगम ने कुछ बोला नहीं बस सभी मेम्बर्स से बात की।
उधर कुछ स्ट्रेटेजिक इशूज पर सीनियर मैनेजमेंट की मीटिंग थी ( मीटिंग कम कॉकटेल पार्टी ज्यादा ) .
इधर जिन लोगों ने हस्बैंड्स नाइट में पार्टीसिपेट किया था वो भी एकदम फ्रेश होके 'अपने पुरुष 'रूप में वापस आगये थे।
मैंने देखा, मिसेज दीर्घलिंगम ने उन्हें ढूंढ़ के कांग्रेच्युलेट किया।
थ्री पीस सूट में वो बहुत मैनली लग रहे ,डैशिंग और हैंडसम भी। एकदम अलग।
जो बात वो रोज मेरे लिए कहते थे आज उनके लिए सही हो रही थी,
नेबर्स एन्वी ओनर्स प्राइड।
सुजाता एकदम उनसे चिपकी थी।
जिन्होंने शुरू में उनका मजाक उड़ाया था ,एकदम उनके खिलाफ वोट दिया था
,वो मिडलमैनेजमेंट वाली भी अब उनके आसपास चक्कर,
और वो भी सारी लेडीज से हंस हंस के बाते कर रहे थें ,हैंडशेक कर रहे थे।
डिनर का अरेंजमेंट मेरे जिम्मे था इसलिए मैं बिजी थी।
डिनर में तनु और मिसेज खन्ना ,मिसेज दीर्घलिंगम के साथ बैठी थीं
मिस्टर दीर्घलिंगम के साथ मिस्टर खन्ना और मैं।
डिनर के बाद और डेजर्ट के पहले मिस्टर खन्ना ने एड्ड्रेस किया और कम्पटीशन के बारे में भी बोला।
मैं कभी भूल नहीं सकती उनकी स्पीच।
" अवर आर्गानिज़शन इज पासिंग थ्रू अ क्रिटिकल फेज , अ डेंजर आफ स्टैगनेशन। एंड फार दैट वी वेयर लुकिंग फॉर आ न्यू ब्रीड आफ फ्यूचर मैनेजेमेंट। समबडी हु हैव 360 डिग्री व्यू। हम लोग वर्टिकल साइलोज में फंसे हुए हैं। वी आर वेरी गुड इन इंडिविजुअल स्किल्स , ऑपरेशन ,लॉजिस्टिक्स ,सेल्स ,मार्केटिंग ,फाइनेन्स ,. लेकिन हर बार इंडिविजुअल एक्ससेलिन्स , आर्गनाइजेशनल एक्सीलेंस में नहीं तब्दील होती है। इसके लिए जरूरी है ऐसा कोई जो दूसरे के रोल को समझ सके , हु कैन स्टेप इनटू अदर पर्सन्स शूज , जो उसके रोल को इम्पैथी के साथ समझ सके , बिना उसे प्री जज किये हुए , और निभा सके। इसमें सीनियरिटी का सवाल नहीं है ,एटीट्यूड का सवाल है अप्रोच का सवाल है। एंड आई एम वेरी थैंकफुल टू समबडी , हु सजेस्टेड अ सॉल्यूशन। "
और उसके बाद उनकी निगाहें सीधे मेरे ऊपर पड़ी और साथ में मैंने मिसेज खन्ना को मुस्कराते देखा।
आज मैं ब्लश कर रही थी। सच में ये सब मैंने कुछ भी नहीं सोचा था ,इट वाज जस्ट फन ,लेकिन ,. और अब बाकी लोगों की निगाहें भी मेरी ओर।
" एंड द बिग्गेस्ट डिवाइड इज़ जेण्डर डिवाइड। ये सिर्फ इन्हीबिशन की बात नहीं है बल्कि प्रेजुडिसेज की बात भी है। दूसरी बात ये है की ये ,यह भी दिखाता है की वो कितना आब्सेर्वेन्ट है , कितनी इम्पैथी है और सबसे बड़ी बात है की इंस्ट्क्शन कितना वो आर्गनाइजेशन के लिए वो क्या कर सकता है। समबॉडी हू कैन क्रास दिस डिवाइड विल सर्टेनली बी ऐबल टू क्रास फंक्शनल डिवाइड एंड गेट आउट आफ वर्टीकल साइलोज। टूडे सम वेरी सीनियर आफिसर्स शोड इंहिबीशन लेकिन कुछ यंग आफिसर्स ने बहुत अच्छा किया। इट वाज अ फन गेम लेकिन साथ में हम ने दो एच आर एक्सपर्ट और बिहैवियर साइकोलॉजिस्टों को इनवाइट किया था जो कि सिर्फ स्टेज की परफार्मेंस नहीं बल्कि सबकी परफार्मेंस वाच कर रहे थे। जजेज ने अपना फैसला बता दिया है और मैं खासतौर से तनु जी शुक्रगुजार हूँ/
विनर का नाम मिसेज दीर्घलिंगम ने अनाउंस किया।
आफ कोर्स वो फर्स्ट थे और सुजाता के हसबैंड सेकेण्ड।
लेडीज क्लब की सेक्रेटरी का नाम भी उन्होंने बोला ,
न सिर्फ मैं चुनी गयी थी बल्कि सुजाता भी ज्वाइंट सेक्रेटरी बन गयी थी।
६ में से पांच पोस्ट्स 'बच्चा पार्टी ' को मिली।
फिर अवार्ड्स ,
फिर अवार्ड्स ,
सीनियर्स को जोर का झटका जोर से लगा।
जो मिसेज खन्ना की राइवल थीं,मिसेज मोइत्रा , उनके हसबैंड को एक अडिशनल चार्ज दे दिया गया था ,
यहाँ से करीब १२०० किलोमीटर दूर एक नक्सल इंफेस्टेड प्राजेक्ट में
जहाँ एयरपोर्ट तो छोड़िये नियरेस्ट स्टेशन भी ४२ किलोमीटर था। उन्हें १५ दिन वहां रहना था कम से कम।
यानी जर्नी टाइम निकालने के बाद मुश्किल से एकहफ्ते वो यहां रह पाते। वो नान फेमिली स्टेशन था इसलिए उनकी वाइफ को यही रहना था ,हम सबके बीच।
उनका जो चार्ज रिड्यूस किया गया था उसका ज्यादातर 'इनको ' मिल गया।
अगले दिन ही उन्हें सुबह नयी पोस्ट पर चार्ज लेने जाना था।
मॉर्निंग में हम लोग फिर मिले ,मिस्टर और मिसेज दीर्घलिंगम को सी आफ करने के लिए।
उनकी वाइफ एकदम अकेले बस एक दो सीनियर्स उनके साथ ,बाकी सबने साथ छोड़ दिया।
मुझे कल शाम की याद आयी ,उनकी पॉलिटिक्स के चक्कर में वो तो हारते हारते बचे ही ,मेरा भी पत्ता कट जाता।
जब मिसेज खन्ना मुझे कांग्रेच्युलेट कर रही थी तो मैंने धीरे से कहा
मैडम आज नहीं कांग्रेच्युलेट मुझे उस दिन करियेगा ,जब आपके सामने इसे स्ट्रिपटीज करवाउंगी ,
अगली लेडीज ओनली नाइट में।
सुना तो उन्होंने भी होगा ,सुना हो तो सुने।
मिस्टर दीर्घलिंगम
लेकिन उसके पहले मैं गयी थी मिस्टर दीर्घलिंगम को एयरपोर्ट छोड़ने।
मिसेज दीर्घलिंगम पहले ही चली गयी थीं ,
मुम्बई की फ्लाइट से पर उस समय सीनियर एक्जीक्यूटिव्स की मीटिंग चल रही थी।
मिसेज दीर्घलिंगम को छोड़ने 'ये' गए थे।
और रास्ते में एक बात मुझे पता चली और एक बात मिस्टर दीर्घलिंगम को।
मुझे पता चला की मिस्टर दीर्घलिंगम का नाम सही ही रखा गया था ,यथा नाम तथा गुण।
उन्हें सद्यविवाहिता ( हमारी बच्चा पार्टी जैसे २२-२४ साल वाली जिनकी शादी को १-२ साल हुए हों ,बच्चे अभी वेटिंग लिस्ट में हो ) महिलायें ,
जो महिलायें कम और कन्या ज्यादा हों पसंद थीं ,
और साथ में ब्यूटी विद ब्रेन , जो इंटरेस्टिंग इंटरटेनिंग बातें कर सकती हो।
मैंने उनकी म्यूजिक की ,बुक्स की और बाकी पसंद पहले ही मालूम कर ली थीं ,इसलिए उनसे बातें करना मेरे लिए आसान था और मेरा सरकता हुआ पल्लू ,
स्लीवलेस लो कट ब्लाउज भी उन्हें इम्प्रेस करने में हेल्प कर रहा था।
मिस्टर दीर्घलिंगम को पता चल गया मेरी एच आर स्किल्स के बारे में , कालेज के दिनों में जो मैंने पेपर पोस्ट किये थे एच आर पे।
ही वाज रियल इम्प्रेस्ड और हर मर्द की तरह उन्होंने कंपनी की ,जो बड़े बड़े तीर उन्होंने मारे थे उसकी बातें शुरू कर दी।
बस मैं बाते घुमा के मिस्टर मोइत्रा कंपनी के वीपी पर ले आयी ,
वही जिन्होंने और उनकी पत्नी ने मिल के इनको हराने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
किल्जवाय मिसेज मोइत्रा लेडीज क्लब की सेक्रेटरी बनने की सबसे बड़ी दावेदार थीं और मिसेज खन्ना की आँख की सबसे बड़ी काँटा।
खैर मिस्टर मोइत्रा को वनवास मिल गया था ,एक नक्सलाइट इंफेस्टेड एरिया में नए बन रहे प्राजेक्ट की जिम्मेदारी।
मैंने अपनी छुरी और तेज की , फिर मिस्टर मोइत्रा के घाव में चला दी।
उनकी तारीफ़ कर के।
" मिस्टर मोइत्रा कंपनी के लिए बहुत डेडिकेटेड हार्ड वर्किंग हैं ,ही वाज द राइट च्वायस फार द असाइनमेंट। "
मैंने ५०० ग्राम मक्खन लगाया और जोड़ा , इट शोज योर एबिलिटी टू टेक हार्ड बट इफेक्टिव डिसीजन। "
मेरा आँचल थोड़ा सरक गया।
जब वो मेरी गोरी गोलाइयों में खोये हुए थे ,मैंने प्यादे से वजीर को मार दिया।
" डोंट यू थिंक ,अगर वो इमीडिएटली अपने असाइनमेंट पर ज्वाइन करें , आई नो ,अगर वो इमीडीयेट्ली स्टार्ट करें ,
तो पास के शहर के स्टेशन से एक घंटे बाद ही एक ट्रेन मिलेगी ,. अगर वो कल प्रॉजेक्ट पे ज्वाइन कर लेंगे तो एवरीबडी विल से ,
यू डोंट ओनली टेक डिसीजन बट कैन गेट इट इम्प्लीमेंटेड। "
मेरी गोरी गोलाइयों में खोये हुए ही उन्होंने अपना स्मार्ट फोन मेरी ओर बढ़ा दिया ,
" आई ऍम नाट वेरी कम्फर्टेबल विद गैजेट्स सो कैन यू टेक्स्ट हिम आ मेसेज "
मैंने उसमें और नमक मिर्च लगाया ,
" लीव इमीडिएटली ,कैच फर्स्ट ट्रेन एंड मेसेज मी फ्राम ट्रेन एंड आफ्टर रिपोर्टिंग। लीव अलोन ,इट इज नान फेमिली स्टेशन "
और मैंने मिस्टर दीर्घलिंगम को ये भी समझा दिया की वहां चुकी बाकी स्टाफ अकेले ही रहता होगा ,इसलिए उनके मोराल के लिए मिस्टर मोइत्रा का अकेला रहना ही ठीक होगा। शुरू में प्राजेक्ट का काम टफ होगा ,तो पहले दो तीन महीने वो वहीँ रहे तो अच्छा
और मिसेज मोइत्रा के बच्चे यहीं पढ़ते हैं तो ,. शी विल नॉट फील लोनली वी विल इंश्योर दैट।
लाउंज में हम बहुत देर तक बात करते रहे ,फ्लाइट थोड़ी लेट थी।
और मैंने इनसे एक इंटरटेनमेंट अलाउंस लेडीज क्लब के सेक्रेटरी के तौर पे और एक प्लेटिनम कार्ड भी झटक लिया
जब मैं वापस लौटी तो मिस्टर मोइत्रा जस्ट गए थे।
मिसेज मोइत्रा के साथ मिसेज खन्ना भी थीं वही मिसेज खन्ना ने काग्रेचुलेट किया
और मैंने कहा
मैडम आज नहीं कांग्रेच्युलेट मुझे उस दिन करियेगा ,जब आपके सामने इसे स्ट्रिपटीज करवाउंगी ,अगली लेडीज ओनली नाइट में।
" सिर्फ स्ट्रिपटीज , . .
" सुजाता क्यों मौक़ा छोड़ती ,अब वो मेरी ज्वाइंट सेक्रेटरी भी थी।
" सही कह रही है तू ,अब तो बिचारे के हबी भी नहीं है ,एक सुपर किंग साइज डिलडो तो बनता है है ,क्यों मैडम "
मैंने मिसेज खन्ना से बोला।
वो दिल से खुश थीं आज खिलखिला उठीं।
मिसेज मोइत्रा ने शायद सुना हो , सुना हो तो सुना हो , हमें कोई फर्क नहीं पड़ता था।