Episode 23


लेकिन मेरे मन में अभी भी उथल पुथल हो रही थी कहीं मेरे साथ तो नहीं ?

और माँ से ज्यादा कौन समझ सकता था मुझे। माँ ने उन्हें थोड़ी और जेली लाने को भेजा और फिर मुझे समझाया ,

" अरे यार ये बच्चे तेरे से होंगे ये मैंने कहाँ कहा , जो तू घबड़ा रही है। बस देखती जा। "

और जैसे ही वो आये ,माँ ने स्पष्टीकरण जारी कर दिया ,

" और इन पांच बच्चो के लिए मैं जैसे कहूँगी ,जिस तरह कहूँगी ,जिस समय उस समय करना पडेगा ,समझ गए न। पहले शाट में ही गाभिन कर दोगे ,बोलो मंजूर है न। '

एकदम मम्मी कह के उन्होंने उनके पैर छू लिए।

माम ने उनके उठाते हुए हलके से उनके बल्ज को रगड़ते हुए चिढ़ाया ,

"सोच के ही टनटना गया है न तेरा। "

सच में तम्बू में बम्बू एकदम तना था।

बिचारे एक दम से ब्लश करने लगे।

मैं ,मम्मी के साथ उनके कमरे में गप्प गोष्ठी में लग गयी और वो किचेन में।

मंजू बाई अभी छुट्टी पर थी ,उसकी लड़की गीता के बच्ची हुयी थी। वो वहीँ गयी थी।

इसलिए बर्तन ,साफ़ सफाई सब इन्ही के जिम्मे , तो वो उस में लग गए।

गिफ्ट पैकेट्स

शाम को मम्मी ने गिफ्ट पैकेट्स खोले जिसे वो सुबह नदीदों की तरह देख रहे थे।

सेक्सी नाइटी, साडी ,शलवार सूट , इरोटिक अंडरगारमेंट्स ,ज्वेलरी ,. ढेर सारी चीजें. मेरे लिए।

वो जलन भरी निगाह से देख रहे थे।

आखिर वो रोक नहीं पाये ,

" मम्मी ,मेरे लिए। ' उनके मुंह से निकल ही गया।

मम्मी भी न। छेड़ने में उनका सानी नहीं है। मुस्करा के वो बोलीं ,

" मैं हूँ न तेरे लिए ,तू ही तो कहता था की मम्मी बस आप आ जाओ ,मुझे कुछ और नहीं चाहिए। "

बेचारे वो।

लेकिन जैसे कई बार मम्मी ( बल्कि अक्सर ) मम्मी पाला बदल कर अपने दामाद की ओर चली जाती थीं ,आज मैंने भी पाला बदल लिया ,और अपने 'उनके ' ओर चली गयी। मैंने उन्हें चढ़ाया ,

" अरे यार देखते क्या हो , फिर देरी किस बात की है ,गिफ्ट रैप खोलना शुरू कर न। "

उनकी निगाह वैसे भी मम्मी की खुली गोरी चिकनी पीठ को सहला रही थी और बैकलेस कच्छी चोली के बस पतले से रेशमी बंध को देख रहे थे।

गदराये कड़े कड़े गोरे गोरे उनके उभार वैसे ही बाहर छलक रहे थे।

ऊपर से मम्मी ने ज़रा सा उनके सामने झुक के एकदम टीट -दर्शन दे दिया , और उनके गोरे गुलाबी शरमाते गाल मींड़ते बोली ,

" एकदम मेरी ओर से पूरी इजाजत है। लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है मैं अपने इस प्यारे प्यारे मुन्ने के लिए न लायी होऊं हो। "

और उन्होंने दूसरा पैकेट खोल दिया ,एकदम मेरे ऐसी चीजें ,

गुलाबी नाटी नाइटीज,बेबी डाल,एकदम मेरी जैसी साड़ियां ,थोड़ा सा पैडेड , लेसी ब्रा ( हाँ बस पैंटीज नहीं थीं ) ,सैंडल्स,.

वो छू छू के देख रहे थे तभी माम ने दूसरी एक छोटी अटैची खोली , पुरानी खूब घिसी हुयी साड़ियां दर्जन भर तो रही होंगी।

" ले ,ये तेरे घर में पहनने के लिए ,किचेन में काम करना हो , घर का काम करना हो उस समय। ये मेरी पुरानी साड़ियां है ,मेरी फेवरिट थीं , पहन पहन के घिस गयीं थी , अब इसे बदल के मैं क्या कटोरी ग्लास लेती ,मैंने सोचा तेरे लिए ही ले आऊं। घर का काम भी करता रहेगा तो मेरी याद आती रहेगी। "

उनके गाल एकदम गुलाबी हो गये थे ,लेकिन उनके मुंह से हलके निकल ही गया , " हाँ मम्मी। "

और उसके नीचे ही एक और छोटा सा पैकेट था , जैसे ही मम्मी ने निकाला उनकी निगाहॆ उत्सुकता से वहीँ चिपक गयीं।

मम्मी ने भी उन्हें खूब ललचाते दिखाते धीरे धीरे खोला ,

ढेर सारी पैंटीज ,लेसी ,सिल्कन , ,. लेकिन सब की सब खूब पहनी ,घिसी हुयी। और हलकी सी महक भी माम की ,

" ये भी पहले से पहन रही हैं ,पुरानी है और जब से तेरी बर्थडे थी न तब से ये ही पहन रही थी और ये तो बस आज उतारी है , मेरी देह का सब कुछ रचा बसा है इसमें,. "

वो बोलीं और जो पैंटी मम्मी ने आज उतारी थी ,लेकर सीधे उनके नाक पे लगा दी ,

" अरे वाह देह गंध ,ज़रा सूँघ के देख न , चाहे तो चाट भी ले , अरे मम्मी का ही तो स्वाद मिलेगा,. "

जैसे न चाहते हुए भी उन्होंने गहरी सांस ले के सूँघ ही लिया।

" अरे चाट भी ले न ,इनमें से सब दो तीन दिन कम से कम पहना है और उसके बाद धोया भी नहीं है , . "

अब मम्मी उनके पीछे पड़ गयी थी।

उनका खूँटा खूब टनटना गया था।

हम दोनों के डबल अटैक के आगे , .

बस गृहिणियों का पुराना बहाना और पुरानी छिपने की जगह ,

" जा रहा हूँ ,कड़ाही जल रही होगी। " और वो भाग के किचेन में।

" जा रहा हूँ ,कड़ाही जल रही होगी। " और वो भाग के किचेन में।

मैं और मम्मी खिलखिलाते रहे।

उनके कपडे मैंने उनकी आलमारी में लगा दिए।

शाम का खाना सिम्पल था लेकिन प्योर नान वेज। और उसके बाद कटे हुए दसहरी ,अल्फांसो ,. .

मम्मी ने जिद कर के अपने साथ बैठाया उन्हें खिलाने के लिए और पूरे खाते समय ,.

उनकी माँ बहनों का नाम ले लेकर ,.

और बीच बीच में धमकी भी देतीं

," चल मेरी समधन से तेरी कबड्डी तो होगी ही ,लेकिन देख आज मैं क्या हाल करती हूँ तेरा मादर चो. "

वो बिचारे शर्मा भी रहे थे , झिझक भी रहे थे ,कुछ घबड़ा भी रहे थे लेकिन कुछ कुछ मन भी कर रहा था।

खाने के बाद हम तीनों मम्मी के कमरे में पहुंचे तो वहां भी मम्मी ने , .

उनके गोल गोल कड़े नितम्ब सहलाते दबाते ,

एक ऊँगली उन्होंने बीच की दरार में घुसा दी और हलकेहलके चलाते बोलीं ,

" मेरी समधन के भी चूतड़ भी ऐसे ही मस्त मस्त गोल हैं , छिनार बचपन से मरवाती है न। "

मम्मी बिस्तर पे लेट गयी और वोलने लगीं ,थोड़ी थकान लग रही है।

मैंने इशारा किया और वो मम्मी के पैर दबाने में लग गए , पहले तलुए ,फिर पिंडलियाँ ,फिर थोड़ा और ऊपर , फिर ,. .

उँगलियों से जिस तरह वो दबा रहे थे ,प्रेस कर रहे थे ,नीड कर रहे थे क्या कोई प्रोफेशनल मालिश वाली करेगी।

थोड़ी देर में मम्मी का दर्द काफूर हो गया लेकिन वो गहरी नींद में सो गयीं ,और हम दोनों अपने बेड रूम में आ गए।

कर्ण छेदन संस्कार

अगले सुबह वो बेड टी लेकर मम्मी को जगाने गए ,उस समय से ही ,

फिर ब्रेकफास्ट टेबल पर भी , .

मम्मी उनके पीछे पड़ी थीं लेकिन वो हिचक रहे थे ,ना ना कर रहे थे।

मम्मी उनका कर्ण छेदन संस्कार करवाना चाहती थी।

उन्होंने जब ये बोला की बड़े बड़े स्पोर्ट स्टार ,मेल माडल भी तो कान में स्टड पहनते हैं
और उनका कान पकड़ के धमकाया तो मान गए वो।

" ये ना ना करने वाला छिनारपना तूने अपने मायकेवालियों से सीखा है न। "

वो हंस के बोलीं ,और कुछ देर में हम तीनों एक बाडी माडिफिकेशन शाप पे थे।

असल में उनकी घबडाहट उनके मायके वालियों से ही थीं , और ये बात माम से कौन समझ सकता था।

मेकअप , ड्रेस , क्लींन शेव लुक ,ये सब तो टेम्पोरेरी चीजें थी ,उन्हे बदल भी सकते थे ,
और कुछ कहानी भी बना सकते थे।माम के वापस लौटने के बाद तुरंत ही हमें उनके मायके जाना था।

लेकिन परमानेंट बाडी माडिफिकेशन , . ये बात वो भी जानते थे और उनसे ज्यादा मम्मी जानती थीं ,और इसलिए वो सुबह से ही पीछे पड़ीं थी।

और मम्मी पीछे पड़ें तो फिर किसी की औकात नहीं है ना करने की ,उनकी तो बात ही और थी।

असल में वो शाप नार्मल पियर्सिंग शाप नहीं थी। कल शाम को ही हम माँ बेटी ने मुश्किल से उसे ढूंढा था , वो एक एडल्ट बाड़ी माडिफिकेशन पार्लर था। जहाँ ' नार्मल पियर्सिंग ' से भी ज्यादा बहुत कुछ होता था और मम्मी ने पहले ही उनकी नोज और इयर दोनों की पियर्सिंग के लिए बात कर रखी थी।

और बिचारे फंस गए। कुर्सी पर बैठते ही ,. जैसे डेंटिस्ट्स के यहां चेयर होती है न एकदम वैसे ही चेयर थी।

एक लड़की ,उनकी उस ममेरी बहन से दो तीन साल ही बड़ी होगी , कच्चे टिकोरे , लेकिन उनकी नोकें साफ़ साफ़ दिख रही थीं उसकी टी शर्ट में जो उसने अल्ट्रा लो जीन्स में टग कर रखी थी।

ये आदत से मजबूर उसके उभार देख रहे थे ,

और उसने अपने गोरी कलाइयों से इनके हाथ को पकड़ के आर्म रेस्ट पर रखा और जब तक ये कुछ समझें समझें ,
उसने कोई बटन दबा दी और दो कफ सीधे उनके हाथों पे , अब वो हाथ हिला भी नहीं सकते थे।

कान की तो बात उन्होंने मान ली थी लेकिन उन्हें क्या मालुम था की नाक भी , .

" अरे नाक तो कान के साथ फ्री है ,फिर इस गोरे गोरे मुखड़े पे छोटी सी नथ तो खूब फबेगी। "

वो लड़की उन्हें समझाते ,उनके गाल सहलाते बोलीं।

" और क्या ,नथ नहीं पहनोगे तो मैं उतारूंगी क्या ?"

मम्मी ने हंस के चिढाते हुए पूछा ,और हम तीनों की खिलखिलाट में उनकी नन्ही मुन्नी चीख दब के रह गयी।

नाक भी छिद गयी।

जब मैं और मम्मी उनके नए नए छेदों के हील करने के लिए वेट कर रहे थे ,

वो लड़की फिर आयी और उसने मम्मी को कई कैटलॉग पकड़ा दिए।

उसमें कुछ थे जिसे बी एम् इ ( बाड़ी माडिफिकेशन एक्सट्रीम ) कहते हैं।

मम्मी लड़कियों के निपल्स ,बूब्स वाले कैटलॉग देख रही थीं ,फिर उन्हें कुछ सूझा और मुस्कराते हुए वो बोल पड़ी,

" हे क्या नाम है तेरी उस ननद का "

" गुड्डी ,मम्मी " मैंने जवाब दिया। मैं समझ गयी थी ,मम्मी केदिमाग में कुछ चल रहा है।

गुड्डी

मम्मी लड़कियों के निपल्स ,बूब्स वाले कैटलॉग देख रही थीं ,फिर उन्हें कुछ सूझा और मुस्कराते हुए वो बोल पड़ी,

" हे क्या नाम है तेरी उस ननद का "

" गुड्डी ,मम्मी "

मैंने जवाब दिया।

मैं समझ गयी थी ,मम्मी केदिमाग में कुछ चल रहा है।

" देख ये कैसे लग् रहे हैं , "

मम्मी ने कैटलॉग उनकी गोद में रख दिया।

तरह तरह के निपल्स डेकोरेशन ,पियरिसन्ग्स,. ज्वेलरी, निपल्स पियर्स्ड यहाँ तक की निपल्स कवर भी ,

बिचारे लाज से वो बीर बहूटी हो रहे थे , हम लोगों के साथ वो लड़की भी कैटलॉग देख रही थी।

" बोल न ,अरे आएगी जब तेरे साथ तो ,बोल अच्छे लग रहे हैं न। "

मम्मी ने फिर उकसाया।

और अबकी वो लड़की शाप असिस्टेंट बोल पड़ी ,

क्या ऐज होगी उसकी और मैंने बता दिया।

एक पल सोच के वो मुस्करा के बोली ,

" ठीक है ,कुछ लड़कियां यंग एज में ही , टीनएजर्स में भी आज कल काफी , . लेकिन साइज क्या है उसकी?"

" तुम बताओ न मालूम तो है तुम्हे " मैं और मम्मी एक स्वर में बोल पड़े।

झिझकते ,शरमाते लजाते उन्हें बोलना ही पड़ा," ३२ सी "

" अरे ये तो परफेक्ट है उस एज के लिए "

शाप असिस्टेंट का चेहरा खिल गया ,

" फिर तो एकदम पहन सकती है वो। लेकिन असली बात है निपल की साइज क्या है ?"

और अबकी उसने सीधे ,उन्ही से पुछा ,लेकिन बिचारे वो ,जानते तो बताते न।

मैं जानती थी ( होली में उसके टॉप के अंदर हाथ डाल के खूब रगड़ा मसला था मैंने ,पुल भी किया था

मैंने मूंगफली के दानों से थोड़े बड़े ) और मैंने बता दिया ,

" थोड़े छोटे हैं अभी। "

उस बिचारी शाप असिटेंट का मुंह लटक गया ,एक पोटेंशियल बिजेनस पर खतरा मंडरा रहा था।

लेकिन मम्मी मेरी इतनी जल्दी हार मानने वाली नहीं थी।

वो कैटलॉग के पन्ने पलट रही थीं और उनकी निगाह एक पन्ने पर आकर रुक गयी ,

गोल्डन निपल रिंग्स ,इरेक्ट निपल्स के चारो ओर , बिना किसी पियर्सिंग्स के ,.

और उन्होंने वो पेज खोल के उनके और शाप असिटेंट लड़की के सामने कर दिया।

एक बार फिर उस लड़की का चेहरा खिल गया लेकिन उसने दो सवाल खड़े कर दिए , फिर से।

" ये तो हो सकता है ,इसमें पियरिसन्ग्स नहीं इन्वाल्व है न और एक बार ये हो जाए तो निपल्स दो तीन महीने के अंदर पियरिसन्ग्स लायक भी हो जाते है , पर सिर्फ दो बाते है , एक तो प्राइस थोड़ी ज्यादा स्टिफ है , प्योर गोल्ड है इसलिए। "

मम्मी ने तुरंत उसकी बात काट दी ,शंका समाधान कर दिया और बोल पड़ीं ,

" प्राइस कोई ईशु नहीं है , तुम जानती नहीं ,ये अपनी उस बहन से कितना प्यार करते हैं , दूसरी बात बोलो। "

बिचारे वो , उन्हें बोलने का कोई मौक़ा देता तब न।

" दूसरी प्राब्लम वही साइज वाली लेकिन उसका इलाज है। "

अबकी लड़की की आवाज में ख़ुशी थी।

" असल में आधे इंच से थोड़े भी बड़ें हो निपल न तब , लेकिन उस के लिए अगर कोई उसे सक कर के , फ्लिक कर के इरेक्ट कर दे , थोड़ा सा उसके बूब्स एराउज हों ,फिर तो ,. . "

अबकी वो लड़की सीधे उन्ही से बात कर रही थी , वो जान गयी थी हम दोनों उन की रगड़ाई कर रहे हैं और उस ने हमारा गैंग ज्वाइन कर लिया था।

" इसकी चिंता क्यों करती हो ,ये हैं न सब कर देंगे ,चूमेंगे ,चूसेंगे ,चुभलायँगे ,.
इनकी एकलौती ममेरी बहन है क्यों नहीं करेंगे। "

मम्मी अब पूरे जोश में आ गयी थी।

और वो लड़की भी जुगलबंदी में ,उनसे बोली ,

" घबड़ायेगा मत ,हम लोग रहेंगे न ,बस चार पांच मिनट चूस चूस के खड़ा कर दीजियेगा फिर तो , . "

" क्यों बोलो मंजूर है न , बोल न बिचारी का भला हो जाएगा ,करेगा न ,
अरे रिंग कित्ती अच्छी लगेगी उस के निपल पे बोल न। "

मम्मी ने और चूड़ी कसी।

मम्मी केआगे उनकी क्या चलती ,हलकी सी हाँ निकल गयी उनके मुंह से ,फिर तो वो शाप असिस्टेंट,

" सिंपल है , अरे साइज उसकी बढ़िया है ,बस थोड़ी देर हलके हलके सहलायेगा , ज़रा सा प्रेस करियेगा। बूब्स कड़े हो जायँगे ,और एक बार बूब्स कड़े हो गए न तो एक से एक शर्मीली ,लजीली झिझकती लड़कियां देखी है मैंने , निप्स अपने आप पोक आउट कर जाते है ,

एक बार निप्स हलके से भी खड़े हो गए तो बस सिर्फ लिप्स से दो चार किस सीधे निप्स पर , और जीभ से उसे १०-१२ बार फ्लिक करियेगा , बिना छुए। एकदम टाइट खड़े होजायंगे , और कोई बात नहीं हम लोग होंगे न आपको समझाने सिखाने के लिए ,,. एक बार आपने बस निप्स आप खड़ा कर दीजियेगा न तो मैं हूँ न आई विल टेक ओवर। सिम्पल। '

वो उनके ऊपर झुकी सीधे उन्ही से बात कर रही थी और मैं और मम्मी अपनी हंसी दबा रहे थे।

लेकिन मम्मी अपनी उत्सुकता नहीं दबा पायीं और पूछ बैठीं ,

" फिर क्या करोगी ?"
" और फिर हम लोग स्पेशल वैक्यूम पम्प इस्तेमाल करते हैं , "

उसने एक खूब पतली टेस्ट ट्यूब जैसी नली की ओर इशारा किया , जिसके अंत में एक पावरफुल वैक्यूम पम्प लगा था।

उसने समझाया ,

" जैसे इनके कजिन के टिट्स , जब ये सक कर के निपल्स खड़ा कर देंगे ,
बस खाली खड़े होने की बात है ,उसके बात ये ट्यूब मैं लगा देती हूँ और पम्प आन कर देतीं हूँ ,
थोड़ी देर में ही निप्स में सारा ब्लड , वो एकदम इनलार्ज हो जाता है ,
कम से कम पौन से एक इंच लंबा ,खूब सेक्युलेंट। और फिर ३२ सी पर तो ऐसे निप्पल बहुत सेक्सी लगेंगे।

उसके बाद रिंग , बस फिर ब्लड वापस नहीं जा पाता और निप्स परमानेंट अराउजल की स्थिति में रहते हैं। उसके ऊपर गोल्डन रिंग अच्छी लगेगी लेकिन आप फैसला करें ,कुछ चीप आप्शन्स भी हैं। "

" नहीं नहीं गोल्डन ही। " अब की वही बोले।

मैं और मम्मी मुश्किल से अपनी खिलखिलाहट दबा पाये।

उसने ये भी समझाया की वो इरेक्ट निपल्स में कोलाजेन का इंजेक्शन लगा देगी ( मम्मी ने उसके कान में उसके कान में फुसफुसा के कुछ और केमिकल्स भी जुड़वा दिए ,जो उसके निप्स को हरदम अराउजड रखते ) जिससे वो परमानेंटली इरेक्ट रहेंगे। कुछ दिन के बाद निप्स में और डेकोरेशन भी लगा सकते हैं।

फिर वो कुछ ढूंढने लगी और एक शेल्फ से उसने फ़ार्म निकाला लेकिन उसे पढ़ के एक मिनट फिर उसके चेहरे पे टेंशन आ गया,वो बोली ,

" इस फ़ार्म में या तो लड़की को या उसके किसी क्लोज मेल रिलेटिव को कन्सेंट पर साइन करना पड़ेगा ,पर गुड्डी तो अभी है नहीं न ,. " उसने अपनी परेशानी बतायी।

और हम लोगों में से कोई कुछ बोल पाता , उन्होंने समस्या का समाधान कर दिया।

उसके हाथ से फ़ार्म ले के जहां जहां उस लड़की ने बोला उन्होंने साइन कर दिया।

" और सिर्फ ५०० एडिशनल लगेगा , आज कल एक कन्सेशन स्कीम चल रही फिर वो साल भर एडिशनल बाडी माडिफिकेशन भी करवा सकती है सब पर २८ % की छूट , "

वो कुछ सकपकाये लेकिन मेरी डाँट पड़ गयी , और फिर तो जहाँ जहां उन्होंने कहा उन्होंने सारे बाक्स टिक कर दिए , निप्पल रिंग्स , नेवल रिंग्स , लोवर लिप्स डेकोरेशन , बिना कुछ भी देखे।

और उसके बिना मांगे अपना प्लेटिनम कार्ड भी पकड़ा दिया।

बहना के निप्स

जहां जहां उस लड़की ने बोला उन्होंने साइन कर दिया।

" और सिर्फ ५०० एडिशनल लगेगा , आज कल एक कन्सेशन स्कीम चल रही फिर वो साल भर एडिशनल बाडी माडिफिकेशन भी करवा सकती है
सब पर २८ % की छूट , "

वो कुछ सकपकाये लेकिन मेरी डाँट पड़ गयी ,

और फिर तो जहाँ जहां उन्होंने कहा उन्होंने सारे बाक्स टिक कर दिए ,

निप्पल रिंग्स , नेवल रिंग्स , लोवर लिप्स डेकोरेशन , बिना कुछ भी देखे।

और उसके बिना मांगे अपना प्लेटिनम कार्ड भी पकड़ा दिया।

जब तक वो कार्ड चार्ज करके लौटी तो मम्मी ने कैटलाग उनकी तरफ बढ़ा दिया ,

और उन्हें पता चला , टीनएजर्स के नेवल में रिंग्स ,

कन्ट लिप्स में रिंग।

वो लौटती उसके पहले दूकान के ओनर लौटे और उन्होंने पियर्सिंग चेक कर के बोला की अच्छी तरह होगये हैं ,

और अब वो पहन सकते हैं।

फिर मम्मी से खुश होकर वो बोले ,

अच्छा हुआ आप लोगों ने वो निप्स रिंग्स अभी बुक कर लिए ,अभी इनॉगरल आफर चल रहा है और फिर ये ६ महीने के लिए वैलिड है। "

वो कुछ और बोलते तब तक बाहर आफिस में फोन की घंटी बजने लगी और वो लड़की वापस आ गयी। उसके हाथ में एक बाक्स था।

उस शाप असिस्टेंट ने उनका कार्ड उन्हें वापस करते हुए ,झुक कर फिर बोला ,

" एक चीज और मैं अभी से आप को बता देती हूँ ,इस रिंग में एक ईशु रहेगा , "

फिर कुछ रुक के उन्ही से वो बोली ,

" निप्स उसके हरदम अराउजड रहेंगे ,और खासतौर से जब ड्रेस से रब करेंगे न तो ,
इसलिए कोई साफ्ट ब्रा भी उसके लिए ,. "

लेकिन उसकी बात काटते हुए मम्मी तुरंत बोली

" नहीं नहीं ,इसकी कोई जरुरत नहीं। हम उसके लिए हाफ कप वाली ब्रा लेंगे , निप्स दिखे तो दिखे।
इत्ता खर्च करके उसके भैया ने ,. तो क्या छिपाने के लिए ? क्यों बोलो न। "

माम ने फिर तोप का मुंह उनकी ओर कर दिया और बिचारे वो ,उनके मुंह से हलके से हाँ निकल भी गया।

" पर ,. . "

अब उस लड़की को भी मजा आ रहा था। उनकी रगड़ाई करने में वो हम दोनों के साथ गैंग अप हो गयी थी।
उसने फिर उन्ही को छेड़ते हुए बोला ,

" यू नो , कांस्टैंटली अगर उसके निप्स रब करेंगे न ,. तो,. तो फिर उसके लोवर लिप्स भी ,वो लगातार वेट् रहेगी ,और उसके चेहरे से भी यही झलकेगा की वो एकदम अराउजड है , कोई भी जो उसको देखेगा तो एकदम समझ जाएगा की ,ये एकदम गीली है , . . वो अपने को कंट्रोल भी नहीं कर पायेगी। उसकी हरदम ,. . "

" अरे साफ़ साफ़ क्यों नहीं बोलती की हरदम उसकी चूत गीली रहेगी ,उसकी चूत में चींटे काटेंगे ,एक तार की चाशनी बहती रहेगी। लेकिन जो मीठी चीज है वहां तो चींटे काटेंगे ही। फिर अगर उसको देख के लौंडे ललचायेंगे ,तो,.
वही तो ये चाहते हैं। अरे नयी नयी जवानी आयी है तो दिखाने के लिए न , हरदम इनकी बहना गरम रहे ,क्यों बोलो न। "

बिचारे फिर ,. . सर हिला के उन्होंने हामी भर दी।

लेकिन उनकी और रगड़ाई नहीं हुयी क्योंकि शाप असिटेंट ने वो डिब्बा खोला और बोली ,

" ये स्टड हमारी ओर से गिफ्ट ,इयर पियर्सिंग तो अब मेल्स में होने लगी है लेकिन नोज अभी भी बहुत अनकॉमन है। "

कान में झुमका

शाप असिटेंट ने वो डिब्बा खोला और बोली ,

" ये स्टड हमारी ओर से गिफ्ट ,इयर पियर्सिंग तो अब मेल्स में होने लगी है लेकिन नोज अभी भी बहुत अनकॉमन है। "

" नहीं नहीं स्टडस नहीं ,अरे इनकी प्यारी प्यारी सास की ओर से ,मैं लायी हूँ न इनके लिए , और उन्होंने ज्वेलरी का एक छोटा सा डिब्बा खोला।

उसमें झुमके और नोज रिंग्स थीं एक दम जो मैंने और मम्मी ने पहने थे उससे मैचिंग।

मम्मी और उस असिस्टेंट ने मिलके उन्हें झुमके पहना दिया और नोज रिंग्स भी।

वो लड़की भी ,एकदम उनकी रगड़ाई करने में ,.

उनका गाल सहलाते हुए उसने ,उनके सामने एक मिरर ला के रख दिया और चिढ़ाते बोली ,

"रूप निखर आया है ,. "

हम लोगों के चलने के पहले वो उनको वार्न करते बोली ,अगले तीन चार दिन इसको उतारने की कोशिश भी मत करियेगा ,वरना जो वूंड होगा न उसका हील करना मुश्किल होगा। और उसके बाद भी किसी फीमेल की हेल्प से ही ,. "

मम्मी के हाथ में एक और डिब्बा था , प्लेटिनम ईयर नोज रिंग्स का।

" बेटे क्या नाम है तुम्हारा , ये मेरी गिफ्ट। . . "

" नैंसी ,. नैन्सी गुप्ता। " थैंक्स देके उसने गिफ्ट एक्सेप्ट कर ली।

मैंने पहले से ही मोबाइल और व्हाट्सएप्प नम्बर एक्सचेंज कर लिए थे।

" चलिये मिलते हैं ब्रेक के बाद , निप्स रिंग्स के लिए आप आएंगे न , आई विल डू इट इन अ वे ,दे विल बी मोस्ट टाकड अबाउट निप्स इन टाउन। "

वो हंस के उनसे और मुझ से हाथ मिलाते बोली।

" एकदम बेटी यही तो वो चाहते हैं , तूने उनके मन की बात कह दी। "

मम्मी हंस के बोली और हम लोग शाप से बाहर निकल आये।

जब हम चले तो मैं ड्राइव कर रही थी और वो माम के साथ पिछली सीट पर बैठे थे।

और बस मम्मी ने उनके झुमकों ,नथ और उनकी मायकेवालियों को ले कर उन्हें चिढाना शुरू कर दिया। एकदम चिपक के बैठी थीं वो।

और उनकी हालत ख़राब हो रही थी।

"तेरे गोरे गोरे चेहरे पे ये झुमके कितने फबते हैं, एकदम जानमारू , घर पहुँचते ही तुझे दिठौना लगाऊंगी,
किसी की नजर न लग जाए। "

मम्मी उनके चिकने ,मक्खन से गाल को सहलाते बोलीं , फिर उन्होंने अपने तरकश के सारे तीर मेरी ननद पे चला दिया।

"क्यों कहाँ खो गए हो ,नैंसी की बात याद आ रही है क्या , तेरी उस बहना के निप्स एकदम खड़े रहेंगे।

कित्ता अच्छा लगेगा , सारे लौंडे तो बस उसी को , बल्कि उसी का ,. हैं न। ये असल में बेस्ट गिफ्ट था जो तुम दे सकते थे अपनी प्यारी प्यारी बहना को। "

"और क्या मम्मी ,वैसे भी रक्षाबंधन आने ही वाला है , एडवांस गिफ्ट। " आगे से ड्राइव करते हुए मैंने भी टुकड़ा लगाया। फिर जोड़ दिया ,

" टू बी प्रिसाईज मम्मी ,उसके बूब्स और निप्स , ट्विन प्वाइंट्स ,. "

" तेरे शहर के तो लौंडो की चाँदी हो जायेगी , मम्मी उनको इग्नोर करते हुए अब सीधे मुझसे बोल रही थीं और उन्होंने इंस्ट्रक्शन भी मुझे सुना दिए ,

"सुन ,याद है नैन्सी ने क्या कहा था। उसे हाफ कप ब्रा ही पहनाना , पुश अप ,जिससे सिर्फ नीचे से वो सपॉर्ट करे ,बस पकड़े रहे और निप्स उसके , .

टी ,टाप ,फ़्राक जो भी वो पहने उससे बस रगड़ते रहें ,हलके हलके झलकते रहें। नैन्सी ने बोला था न की अगर वो हलके हलके भी कपड़ों से रगड़ेंगे तो बस ,सोच ले ३२ सी पर एक इंच के निप्स , टाप्स से झलकते ,. लौंडो का तो उसे देख के ही टनटना जाएगा। क्यों है न, . "

" अरे मम्मी लौंडो की जो हालत होगी उस बिचारी को हालत तो सोचिये , चुनमुनिया हरदम फड़फड़ाती रहेगी। एकदम गीली रहेगी। ऊपर कड़े कड़े निप्स और नीचे , . भीगे होंठ , नीचे वाले। "

हम दोनों खिलखिलाने लगे।

सुन वो भी रहे थे कान पार के लेकिन मोबाइल में कुछ देखने का बहाना कर रहे थे।

और मम्मी ने उनका मोबाइल जब्त कर सीधे अपने झोला साइज पर्स में रख लिया और बोलीं ,उन्हीसे ,

" तेरा तो नहीं टनटना रहा है , अपनी बहन के निप्स के बारे में सोच के। "

"अरे मम्मी हाथ कंगन को आरसी क्या ,आपके बगल में ही तो बैठे हैं ,ज़िप खोल के देख लीजिये न। "

मैंने रियर व्यू मिरर थोड़ा एडजस्ट किया , अब सब कुछ दिख रहा था।

माम ने ज़िप तो नहीं खोली तो लेकिन उनके तने तम्बू पे अपने कोमल कोमल हाथ रख दिए थे।

" अरे कुछ दिन में मायके जाएगा न अपने तो बस ले आना। अभी तो उसकी छुट्टियां भी होगीं , और निपल रिंग का पैसा तो उसने एडवांस ले ही लिया है। "

मम्मी अब सीधे उनसे बोल रही थीं।

" चल तेरे साथ एक सेल्फी ले लेतीं हूँ ,झुमकों की मस्त फोटो आएगी। "

और जब तक वो सम्हलें ,मम्मी का हाथ उन कन्धों पे , मम्मी एकदम उनसे एकदम चिपक गयीं। कंधो पर हाथ होने से उनके स्लीवलेस डीप कट ब्लाउज से न सिर्फ उनकी कांख बल्कि साइड से बूब्स , गहरा क्लिवेज सब कुछ दिख रहा था। "

सेल्फी एक नहीं दो चार ली गयी और सीधे व्हाट्सएप से ,. .

वो बिचारे ,एकदम लिक्विड आक्सीजन वाली हालत हो रही थी। मजा भी आरहा था और मम्मी और मेरे डबल छेड़ने से ,. हालत भी खराब हो रही थी।

बस वो सोच रहे थे किसी तरह घर पहुंचे ,. .

अजीब तो उन्हें लग ही रहा था,क्या पता उन्हें कौन देख ले। अब तक तो जो कुछ भी सिंगार था,सब घर के अंदर और वो भी ज्यादातर मैंने उनके बर्थ डे या री बर्थ वाले तीन दिनों में ,. उन्होंने शीशे गाडी के चढ़ा लिए थे पर मम्मी भी न ,

वो कोई काम आधा अधूरा नहीं करती थीं, फिर आयी भी तो वो उनकी सारी झिझक दूर कर के उनका ट्रांसफार्मेशन पूरा करने के लिए ,

बस उन्होंने कार के शीशे खुलवा दिए।

" अरे बाहर इतनी अच्छी हवा चल रही है। ए सी बंद कर ,. नेचुरल चीज के मजे और हैं ,क्यों हैं न "

हामी भी उन्होंने उन्ही से दिलवायी।

लेकिन मैंने कुछ मलहम लगाया , आगे से नैंसी ने जो डिब्बा दिया था वो मैंने उन्हें मुस्कराते हुए दिखाया ,

" अरे देखो मैं ये ले आयी हूँ अब आफिस में झुमके पहन के तो जा नहीं सकते और ये स्टड तो इन थिंग्स हैं ,आधे माडल पहनते है। अभी तो लांग वीकेंड चल रहा है बाद में तू ने दो दिन की छुट्टी भी ली है न ,बस उसके बाद ,. "

उनका मन कुछ शांत हुआ पर मम्मी ने बुरा सा मुंह बनाया जैसे मैंने दल बदल कर उनकी सरकार के लिए खतरा पैदा कर दिया है।

फिर बस हम घर के ड्राइव वे में घुस ही रहे थे , उन्हें लग रहा था की बस एक दो मिनट की की बात है ,

लेकिन मम्मी ने आखिरी मिनट में गोल कर दिया।
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