Episode 36
थोड़ा सा फ्लैशबैक :
मिसेज मोइत्रा उर्फ़ बंगाल का जादू
" सुन लिया न अब तो कोई शक नहीं न ,बहनचोद , बस बीस पच्चीस दिन के अंदर ही तुझे मस्त भोसड़े का मजा दिलवाऊंगी , जिस भोंसडे से निकला है न उसी के अंदर होगा मुझे मालूम है सोच सोच के ही पागल हो रहा हैं न लेकिन मेरी समधन के जोबन हैं ही ऐसे। "
और साथ साथ मम्मी ने मुझे भी हिदायत दी ,
" लेकिन उसके पहले इसकी वो ममेरी बहिनिया चुद जानी चहिये ,ये जिम्मेदारी तुम्हारी।
आखिर भाभी हो तेरा हक़ भी है ,ननद की फड़वाने का। "
लेकिन मेरी निगाहें लैपी पर लगी थीं ,मुझे मिल गया था जो मैं ढूंढ रही थी। और मैं जोर जोर से मुस्करा रही थी।
ममी की बात लेकिन मैं सुन रही थीं।
" एकदम मम्मी अगवाड़ा पिछवाड़ा सब ,उसके यहां आने के दो चार दिन के अंदर ही , "
बिना लैपी पर से नजर हटाये मैं बोलीं।
वो टेबल का सब सामान हटा के किचेन में चले गए थे वहीँ से उन्होंने आवाज दी
" मम्मी ,लन्च में ,. "
" कुछ नहीं ,इतना जबरदस्त ब्रंच तो हो गया है ,अब बस मैं सोने जा रही हूँ ३-४ घंटे तो कोई मुझे उठाये नहीं। आज रात को रतजगा होना है एक लड़के की ऐसी की तैसी करनी है और उसकी प्रैक्टिस करनी है मादरचोद बनाने की। "
जब तक वो आये तो मम्मी अपने बेड रूम में थी और मुस्कराते हुए मैंने उन्हें बुला के लैपी में दिखाया जो मैं इतने देर से खोज रही थी।
समझ में नहीं आता कहां से शुरू करूँ ,
अभी जो मैंने लैपी में उनके ढूंढा जिसे देख कर मैं ख़ुशी से मुस्करा रही थी ,या जो मैंने इन्हें बताया ,
या जो कल रात मम्मी से जाते हुए रास्ते में बात हुयी थी या फिर फ़्लैश बैक से ,
चलिए सब मिला जुला के बताती हूँ और कहानी फिर थोड़ी देर बाद ही रस्ते पे आ जाएगी।
ओके जो लग भूल गए होंगे उन्हें याद दिलाती हूँ।
याद है न वो हसबैंड नाइट वाली रात जब मिस्टर और मिसेज दीर्घलिंगम आये थे , हस्बैंड्स नाइट हुयी थी ,
और मेल्स को पूरे फीमेल्स अटायर में कैट वाक् करना था ,
लेकिन उसके पीछे दो बाते थीं , एक तो मेरी और मिसेज खन्ना की बात थी ,
अगर ये उस नाइट में फर्स्ट आते तो मेरा लेडीज क्लब की सेक्रेटरी बनना पक्का था ,
लेकिन मिसेज मोइत्रा , जो पूरी तरह 'संस्कारी' थीं और जिन्हें न मिसेज खन्ना पसंद थी न उन की बिंदास खुल के मजा लेने की स्टाइल
और सब से बढ़ी बात जो हम लोगों का एक ग्रुप था , जिनकी शादी के साल दो साल हुए थे ,और जिनके हस्बैंड्स टोटेम पोल पर जूनियर थे , वो उन्हें एकदम नापंसद था।
और ये बात वो उन्हें हजम नहीं हो सकती थी की उनके रहते मैं सेक्रेटरी बन जाऊं ,
और उन्होंने एक बहुत ही गन्दा अन्डरहैन्ड दांव खेला था , मुझे इनको हराने का , नीचा दिखाने का।
उनके हबी ,मिस्टर मोइत्रा कंपनी में वी पी थे ,मिस्टर खन्ना के बाद नेक्स्ट रैंक पे।
उन्होंने अपने सबॉर्डिनेट्स को बुला के अच्छी तरह समझा दिया की उन्हें क्या करना है ,
इस काम में मिसेज मोइत्रा की तीन चमचियाँ और उनके हबीज भी शामिल थे।
उन लोगो ने अपने जूनियर्स को एकदम स्ट्रिक्ट इंस्ट्रक्शन दिया और बस ,मुझे मिसेज खन्ना को हवा भी नहीं थी लेकिन हम लोगों के पैर के नीचे से जमीन खिसक गयी थी आलमोस्ट,
उन सबने अपनी वाइव्स को रात भर समझाया था की उन्हें हमें नीचा दिखाने के लिए क्या करना है और अगर उन्होंने मिसेज मोइत्रा और उनके चमचियों की बात नहीं मानी तो उनके सारे टूर्स बंद हो जाएंगे , अप्रेजल में निगेटिव रैंकिंग मिलेगी,
और जब कैटवाक शुरू हुआ तो, इन्होंने इतना अच्छा किया था ,मेरा तो मन कर रहा था स्टेज पर जा के इनका मुंह चूम लूँ।
ही वाज सो लवली।
इन के राउंड के बाद के मैं ,मेरी पांच छः सहेलियां जोर जोर से तालियां बजा रहे थे लेकिन मैंने नोटिस किया की सिर्फ हमी लोग हैं ,और बाकी की लेडीज एकदम हाथ बांधे , बल्कि एक दो ने तो बू भी किया ,
एक राउंड निकला ,दूसरा राउंड निकला फिर वही ,
और यही नहीं कोई घटिया सेकेण्ड रेट वाला आता तो बाकी लेडीज ताली बजा बजा के आसमान सर पे उठा रहे थी.
सिर्फ सपोर्ट की बात नहीं थी , वोटिंग मीटर भी सारे लेडीज को दिए गए थे , ५० % वोट उन्ही के थे पापुलर वोट।
मैं एकदम रुंआसी सी हो गयी थी पर मिसेज खन्ना ने जो अरेंजमेंट्स में बिजी थी , मुझे इशारा किया मैं पीछे देखूं जहां बाकी लेडीज बैठी थी ( मुझे मिसेज खन्ना ने मिस्टर दीर्घलिंगम को एस्कॉर्ट करने की जिम्मेदारी दे दी थी ,और मैं उनके साथ फ्रंट रो में बैठी थी ), मैंने मुड़ के देखा और सब गेम समझ में आ गया,
मिसेज मोइत्रा की तीन चमचियाँ
पांच -छः लेडीज को दोनों ओर ले ले के बैठीं थीं और एक एक चीज कंट्रोल कर रही थीं।
मिसेज मोइत्रा , ने मुझे देखते हुए देखा तो , मुझे एक गन्दी सी जुगुप्सा भरी निगाह से देखा ,एक विनिंग स्माइल दी.
पर उन्होंने मिसेज खन्ना को कम करके आँका था , जजेज़ के पास आधे वोट थे।
मिसेज दीर्घलिंगम के साथ एक और जज थी तनु , कास्मेटिक एक्सपर्ट , लेकिन जो साथ में इनकी मुंहबोली साली भी थी ,
और इनपर दिलफेंक , इनका मेकअप भी उसी ने किया था ,
दूसरी बात जिस तरह लेडीज हल्ला कर रही थीं ,वोट कर रही थीं , फिक्सिंग साफ़ लग रही थी और मिसेज मोइत्रा की मुस्कराहट ,मिस्टर मोइत्रा की बातें एकदम क्लियर हिंट दे रही थीं।
पर मिसेज खन्ना ,
जजेज वोट के चक्कर में जीत तो इनकी हुयी ही , उन्होंने मुझे मिस्टर दीर्घलिंगम के साथ और इनको भी मिसेज दीर्घलिंगम के साथ डिनर में बाद में एयर पोर्ट छोड़ने के लिए लगा दिया ,
नतीजा ,
मिस्टर मोइत्रा का 'प्रमोशन' हो गया एक सड़े से प्राजेक्ट में जो एक नक्सल इंफेस्टेड इलाके में था , अभी कोई भी फैसिलिटी नहीं थीं , वही।
फेमिली क्वार्टस भी नहीं थे,उसके इंचार्ज बना के , थे वो फाइनली मिस्टर खन्ना के अंदर में।
जाने के पहले मिस्टर दीर्घलिंगम ने एयरपोर्ट से मेसेज कर दिया था की मिस्टर मोइत्रा आधे घंटे बाद जाने वाली ट्रेन पकड़ के तुरंत निकल जाएँ।
जब मैं लौटीं तो मिस्टर मोइत्रा जा चुके थे , लेकिन मिसेज मोइत्रा अकेली , और मिसेज खन्ना के साथ मेरी सारी सहेलिया ,सुजाता , अन्नया,.
मिसेज दीर्घलिंगम ने मुझे लेडीज क्लब की सेक्रेटरी अनाउंस कर दिया था ,
मिसेज मोइत्रा : " सुधार कार्यक्रम "
मिसेज दीर्घलिंगम ने मुझे लेडीज क्लब की सेक्रेटरी अनाउंस कर दिया था ,
मिसेज खन्ना ने मुझे जोर से गले लगा लिया , उनकी आँखों में आंसू डगमगा रहे थे। हम बाल बाल बचे थे।
" मैडम सेक्रेटरी अब जबरदस्त लेडीज क्लब नाइट होनी चाहिए बोल क्या प्लान है तेरा। "
मुझे भींचे भींचे पूछा उन्होंने ,
" मैडम सोच रही अपनी एक सीनयर संस्कारी की स्ट्रिपटीज से शुरुआत की जाय "
मिसेज मोइत्रा की और देखते हुए मैंने मुस्करा के बोला।
" नहीं नहीं सिर्फ स्ट्रिपटीज से थोड़े ही चलेगा , बिचारे के पति का वनवास हो गया है , साथ में कम से कम १० इंच का सुपर डिलडो "
सुजाता , मेरी सबसे पक्की सहेली और अब क्लब की ज्वाइंट सेक्रेटरी ने जोड़ा
हम आपस में बात कर रहे थे ,पर हमें पूरा विश्वास था मिसेज मोइत्रा सुन रही थीं ,सुने तो सुने।
और ये सब बातें मैंने कल मम्मी को जस की तस जैसे आपको बतायीं बस वैसे ही बतायीं।
लेकिन मम्मी ने तुरंत वीटो कर दिया , वीटो नहीं लेकिन संशोधन ,मेजर चेंज इन प्लान।
मिसेज मोइत्रा की साडी उतारने का प्लान , लेडीज नाइट को।
मम्मी बोलीं ,
ये काम उनकी मेंन चमचियों से कराओ , साडी ,साया ब्लाउज सब ,वही तीनो उतारेंगी और वो भी जबरदस्ती।
तुम सब ऊपर ऊपर से उनको मना करना और विडीयों बनाना।
और उसके बाद फुल लेस्बियन रेसलिंग , अल्टीमेट सरेंडर भी मात हो जाए ऐसा। उन्ही तीनों के साथ।
ध्यान रहे की उस दिन तक उन्हें ये विश्वास रहे की उनकी वो तीनो चमचियाँ अभी भी उन्ही की हैं , पूरी।
" लेकिन मम्मी वास्तव में वो सब अभी भी उन्ही के साथ है तो कैसे उन्हें ?" मैंने शक जाहिर किया और डांट खा गयी।
" सुन तो , पहले कोई पेड़ काटना हो तो ,सबसे पहले उसके जड़ के चारो ओर गड्ढा करो , छोटी छोटी जड़ें काटो , फिर ,. बस अपने आप खुद ही पेड़ , अरे डोमिनो इफेक्ट सूना है न ,सबसे पहले दूर के फिर नजदीक के , और तरीका सिम्पल है ,मिस्टर मोइत्रा ने उन तीनो के हसबैंड को ,और अपने कुछ जूनियर्स को , और उनके जरिये उनकी बीबियों को , तो बस अब तो मिस्टर मोइत्रा नहीं है न और उनके काफी कुछ पावर तेरे वाले के पास हैं बस , लगा दिमाग।"
मम्मी ने तरीका बताया और तब से मेरा दिमाग वही चल रहा था.
मिसेज मोइत्रा :प्लानिंग
मम्मी ने न सिर्फ उनकी चमचियों को तोड़ने का तरीका बताया बल्कि उन्ही से मिसेज मोइत्रा की कैसे ऐसी की तैसी की जायेगी , उसका भी पूरा खाका खींच दिया।
मम्मी इस बात से कम नाराज थीं की मिसेज मोइत्रा ने मेरे सेक्रेटरी होने के रास्ते में कितने रोड़े अटकाए ,
लेकिन इस बात से ज्यादा नाराज़ थीं की मिसेज मोइत्रा की चालों के वज़ह से उनके दामाद को अच्छी परफॉर्मेंस के बावजूद कित्ती मुश्किल से वो बेचारे जीत पाए।
और फिर मिसेज मोइत्रा के इस प्लान को अंजाम देने वाली उनकी तीनो चमचियाँ ही तो थीं , इसलिए सीधे उन्ही के हाथों ,
पहले तो स्ट्रिपटीज , . पूरी की पूरी , .
लेडीज क्लब की लेडीज नाइट में ,.
उन्ही की एक चमची प्रस्ताव लाएगी , . एक कागज से पढ़कर , . लेडी आफ द ईयर के सेलेक्शन का , .
और जैसे पिछली बार उनकी तीनों चमचियों ने वोट मैनेज किये थे ,
एकदम उसी की तरह , वो फिर वोट मैनेज करेंगी और भारी बहुमत से , एक बार फिर ,.
तेज म्यूजिक के बीच , उनकी तीनों चमचियाँ ही उन्हें स्टेज पर ले जाएंगी , .
और जैसे ही वो स्टेज पर पहुंचेंगी , सिर्फ स्टेज पर तेज लाइट रहेगी , .
पहली चमची बोलेगी , मैडम का टेस्ट एक नंबर का है , जैसे उनकी साडी की पसंद , .
और वो साड़ी खींचने लगेगी , मिसेज मोइत्रा के दोनों हाथ बाकी उनकी दोनों चमचियों के हाथ में ,.
वो दोनों कस के पूरी ताकत से न सिर्फ हाथ पकडे रहेंगी , बल्कि हाथ मरोड़ भी देंगी।
धीरे धीरे स्लो स्ट्रिपटीज की तरह उनकी पहली चमची साडी उतार आकर सीधे आडिएंस में एक अनाउंसमेंट के साथ , .
जो साड़ी कैच करेगा उसके लिए मैडम की ओर से स्पेशल प्राइज ,.
तबतक स्टेज पर मुजरे का म्यूजिक चालू हो जाएगा , .
" मेरे बदन के लाखों अंग कौन सा अंग देखोगे ,. "
और पहली वाली बोलेगी मिसेज मोइत्रा से कान में ,
" मैडम जरा ना नाच के दिखा दो तभी साड़ी वापस मिलेगी , . "
और दो मिनट के मुजरे के बाद , फिर ब्लाउज और पेटीकोट उतारे जाएंगे , जबरदस्ती , फट जाएँ तो और अच्छा , और फिर वो दोनों भी ऑडिएन्स के पास , .
और अब पहली चमची अनाउंस करेगी , अवार्ड पढ़ने में थोड़ी गलती हो गयी थी असली अवार्ड है ,
रंडी आफ द इयर।
मिसेज मोइत्रा सिर्फ ब्रा और पैंटी में स्टेज पर और मिसेज खन्ना आकर उन्हें वो अवार्ड पहनाएगी जिसपर लिखा होगा
' रंडी आफ द इयर '
दूसरी चमची अब मैदान में आ जाएगी , और बोलेगी ,
असल में मिसेज मोइत्रा ने खुद ये प्रस्तावर खा था , मिस्टर मोइत्रा तो बाहर हैं पता नहीं कब आएंगे कब नहीं , इसलिए , .
और हम लोगों की महीने में जब पांच दिन की छुट्टी हो जाती है , या कभी मर्द लोगों का मन करता है स्वाद बदलने का ,
तो बस उन मर्द लोगों का भी भला और मिसेज मोइत्रा का भी काम चलता रहेगा ,
फिर कुछ हैं जो क्वारे हैं , या अकेले रहते हैं इसलिए साल भर तक वो सबका मन रखेंगी किसी को मना नहीं करेंगी
इसलिए उन्हें रंडी आफ द इयर बनाया जा रहा है।
मिसेज मोइत्रा , सिर्फ ब्रा और पैंटी में कैट वाक् करेंगी , और मना करने पर उन्हें पूरी नंगी करने का डर दोनों चमचियाँ दिखाएंगी
आडिएंस में कोई बोलेगा , अरे स्साली का माल तो दिखा मर्द पसंद भी करें ,. ब्रा के अंदर असली है या प्लस्टिक ,.
और जिस लेडी ने साडी कैच की होगी उसे साडी के बदले में ब्रा खोलना होगा बल्कि वो सबके सामने दबा दबा कर उनका जोबन दिखाएगी , फिर जिसने पेटीकोट कैच किया होगा वो पैंटी , .
मिसेज मोइत्रा के ३६ डी वाले उभार सबके सामने ,
एक जोर का चांटा , चल ज़रा खींच के दिखा , अरे अब तो साल भर पूरी टाउनशिप इस जोबना का रस लूटेगी , एक चमची बोली
" हे खाली मर्दों को मजा देगी या लेडीज को भी , . " कोई पूछेगा तो तीसरी चमची वहीँ स्टेज पर अपना पेटीकोट उठा के ,
" चल स्साली झुक , बैठ चूस के दिखा , . तू कितनी बड़ी चूत चटोरी है , . "
और एक मिंट देर पर चटाक चटाक तमाचे उनके दोनों गाल पर दोनों चमचियाँ , .
फिर तो स्टेज पर , मिसेज मोइत्रा चूत चाटेंगीं , पहले अपनी चमचियों की , फिर बाकी मेंबर्स की ,
फिर गांड चाटेंगी , और जब वो चाट रही होंगी ,
बेरहमी से उनकी चमचियाँ उनकी बुर में एक साथ तीन तीन उँगलियाँ , . . हाँ बस मिसेज मोइत्रा को झड़ने नहीं देंगी , .
मिसेज मोइत्रा को कपडे इसी शर्त पर वापस मिलेंगे की लेडीज क्लब की हर मेंबर से वो रिक्वेस्ट करें ,
उसकी चूत चाट चूस के झाड़ें , . हाँ कोई ' वो पांच दिन वाली ' हो तो उसकी सैंडिल , .
हर चीज की फोटोग्राफी , . सबमें मिसेज मोइत्रा का चेहरा एकदम साफ़ आएगा , लेकिन बाकी किसी का नहीं ,
मिसेज मोइत्रा :ड्रिंक, डिल्डो,. और
सुजाता ने बोला की मिसेज मोइत्रा ने क्लब में ड्रिंक सर्व करने पर कितना बवाल मचाया था , तो मम्मी का दिमाग एकदम , .
हंस के बोलीं
" अरे उस स्साली को फिर उसकी चमचियों की कॉकटेल पिला न "
मैं जोर जोर से हंसने लगी , पर सुजाता की समझ में नहीं आया , और मुझे ही समझाना पड़ा ,
' सुनहली शराब , प्योर आर्गेनिक सीधे देह से निकली "
" एकदम एपल जूस उन्हें पसंद भी है , . "
समझ कर हँसते हुए सुजाता बोली और उसने अपना भी योगदान दिया , और जोड़ा
"कॉकटेल में देसी ठर्रा मिला देंगे , मैडम को बहुत पसंद आएगा , चमचियों का ऐपल जूस और , . हाँ जब वो दारु पीना शुरू ही कर देंगी , तो रोज बार गर्ल का भी काम उन्ही के जिम्मे ,. "
एकदम मैंने भी जोड़ा और मैडम का ड्रेस भी तय कर दिया गया , वो सिर्फ साड़ी ब्लाउज में आएँगी , नो ब्रा नो पैंटी ,.
और अगर उन्होंने कभी किसी भी मर्द को मना किया ,
बार गर्ल के काम में गड़बड़ हुयी
तो सारी उनकी फोटुएं , फेसबुक पर , जिस कॉलेज में उनके दोनों रसगुल्ले पढ़ते हैं वहीँ , उ
सी के फेस बुक पेज पर , उन दोनों की सारी सहेलियों के पास , आफिस में ,
और रसगुल्लों का नाम सुनते ही मम्मी की आँखे चमक गयीं ,
सच में जितना जबरदस्त और तेज आइडिया उन्हें आता था , किसी को भी शीशे में उतारना हो , कैसे , कब ,. बोलीं
" सुन उसकी दोनों लौंडियों का इस्तेमाल जरूर करना , . उसे डराने के लिए , पहले तो सिर्फ ,. की उसकी चूसते चाटते फोटुएं , न सिर्फ उसकी लड़कियों को बल्कि सारी सहेलियों को भी , . और इसमें भी उसकी चमची सब , . बिना गाली दे के वो बात न करें उससे , . "
तबतक सुजाता को डिल्डो की याद आ गयी ,
आखिर उसी ने तो मिसेज खन्ना को मिसेज मोइत्रा के लिए दस इंच के डिल्डो की बात की थी ,
हम सब बच्चा पार्टी वाली , मिसेज खन्ना के गैंग वालियों के ठहाके में मिसेज मोइत्रा और उनकी चमचियाँ , .
पर मिसेज मोइत्रा जानती थी अब उनके पति का वनवास हो चुका है , वो ट्रेन में हैं और सुबह तक जंगल वाली पोस्टिंग में , नक्सलाइट वाले इलाके में ,. बेचारी , सब की बातें सुन रही थीं , . वो और उनकी चमचियाँ ,. उन्हें भी मालूम था की जमाना बदल गया है ,
मम्मी ने उसके लिए भी बोला
" सुन , उस के लिए भी उसकी सबसे ख़ास चमची को , . पर सुजाता ने अपने मन का डर बता दिया ,
" पर दस इंच वाला , घोंट पाएगी वो ,. "
" अरे जिसके भोंसडे से दो मस्त मस्त लौंडिया , बंगाली रसगुल्ले निकल गए हों , . उसे ६-७ इंच वाले से क्या ,. अरे बहुत होगा तो चूतड़ पटकेगी , चिल्लायेगी , रोयेगी तो रोने देना , और इस में भी चमची को बोलना , रसगुल्लों का इस्तेमाल करे , डराने के लिए , साफ़ साफ मिसेज मोइत्रा को बता दें , ' मैडम अगर आप को ज्यादा परेशानी लग रही हो तो कॉलेज से आप के दोनों रसगुल्लों को बुला लेते हैं , . और ये दस इंच उनकी कसी चूत में ,. बस देखना ,. और डिलडो , पहले चुसवाना चटवाना , जितना उसे फटने का दर्द होगा न उससे ज्यादा , दर्द के डर का , और ये दर्द के डर से डरा डरा कर फाड़ना उसकी। और स्ट्रैप ऑन . ,,,चमची को बोलना पूरे जड़ तक , एक बाल बराबर भी बचा न तो उस चमची की गांड में वही डिलडो , मरवाना हचक हचक के उसकी चमची से
और मान लो दस इंच वाले डिलडो से फट भी गयी उसकी , तो किसी मोची के पास जा के सिलवा लेगी। "
मम्मी ने जवाब दिया
हम दोनों के ठहाके , मैं और सुजाता ,. और सुजाता बोली , एकदम , नहीं होगा तो मोची का पैसा लेडीज क्लब की ओर से।
हाँ मम्मी ने एक बात जोड़ी ,
डिल्डो तो ठीक है लेकिन बिना मुट्ठी किये मत छोड़ना उसकी , अरे उसकी तीनो चमचियाँ रहेंगी न पकडे रहेंगी , टाँगे फैलाये रहेंगी , कस के , पूरी मुट्ठी। डिल्डो से भी ज्यादा मजा आएगा उसे , और फिर पूरी रिकार्डिंग ,. मम्मी ने जोड़ा
. . सीधे मुट्ठी करना , उसके भौंसड़े में
और ये काम मैंने अपने जिम्मे ले लिया , पर सुजाता का चेहरा उतर गया , मम्मी तुरंत समझ गयीं , बोली
" अरे तू दोनों मेरी बेटियां हो , और सुजाता तू तो मेरी छोटी बेटी है , .
दो छेद हैं न उस रंडी के ,
एक एक दोनों बेटियां बाँट लेना , एक साथ ,. एक उसके भोंसडे में और दूसरी उसकी गाँड़ ,.
हाँ लेकिन पूरी कलाई अंदर जानी चाहियें , और उस के बाद जब पूरा अंदर वो घोंट लें दोनों का , . तो दोनों एक साथ कमल खिला देना , . "
और मम्मी ने अपनी बंद मुट्ठी की उंगलिया धीरे धीरे खोलते हुए , सारी उँगलियाँ एक दम पूरी तरह फैला कर समझा दिया ,
कमल खिलाने से उनका क्या मतलब है ,
और एक ट्रिक और जोड़ी ,
" हाँ उस छिनार को ये भी समझा देना की अगर थोड़ा भी हिचकिचाई न तो अगले हफ्ते स्टेज पर उसकी दोनों कच्ची कलियाँ होंगी स्टेज पर , स्ट्रिपटीज करती। "
लेकिन मम्मी की सब बातों को पूरा करने के लिए तीनो चमचियों को तोड़ना जरुरी था।
मम्मी ने तरीका बताया और तब से मेरा दिमाग वहीँ चल रहा था।
चमचा और चमचियाँ
मम्मी बोलीं ,
ये काम उनकी मेंन चमचियों से कराओ , साडी ,साया ब्लाउज सब ,वही तीनो उतारेंगी और वो भी जबरदस्ती। तुम सब ऊपर ऊपर से उनको मना करना और विडीयों बनाना। और उसके बाद फुल लेस्बियन रेसलिंग , अल्टीमेट सरेंडर ( अगर आपने ये शो न देखा हो तो गूगल करें ) भी मात हो जाए ऐसा। उन्ही तीनों के साथ। ध्यान रहे की उस दिन तक उन्हें ये विश्वास रहे की उनकी वो तीनो चमचियाँ अभी भी उन्ही की हैं , पूरी।
" लेकिन मम्मी वास्तव में वो सब अभी भी उन्ही के साथ है तो कैसे उन्हें ?"
मैंने शक जाहिर किया और डांट खा गयी।
" सुन तो , पहले कोई पेड़ काटना हो तो ,सबसे पहले उसके जड़ के चारो ओर गड्ढा करो , छोटी छोटी जड़ें काटो , फिर ,. बस अपने आप खुद ही पेड़ , अरे डोमिनो इफेक्ट सूना है न ,सबसे पहले दूर के फिर नजदीक के , और तरीका सिम्पल है ,मिस्टर मोइत्रा ने उन तीनो के हसबैंड को ,और अपने कुछ जूनियर्स को , और उनके जरिये उनकी बीबियों को , तो बस अब तो मिस्टर मोइत्रा नहीं है न और उनके काफी कुछ पावर तेरे वाले के पास हैं बस , लगा दिमाग।"
मम्मी ने तरीका बताया और तब से मेरा दिमाग वही चल रहा था.
आज उनके आफिस के काम के लिए लैपी खोल के टॉगल लगाया , ( इसके बाद उनके आफिस के मेन सर्वर से कनेक्शन जुड़ जाता था और कुछ पासवर्ड से बाकी सब नेटवर्क में भी घुसा जा सकता था।
थोड़ा सा मैंने इनके आफिस का काम किया , कुछ मेल्स ,कुछ रिपोर्ट्स , और फिर मेरे अंदर का बॉबी जासूस जाग उठा ,उन तीन तिलंगों की हाल चाल जानने के लिए।
पंद्रह मिनट के अंदर ही यूरेका हो गया ,जब मम्मी अपनी समधन का हांका कर के , उन्हें महीने भर के अंदर यहां लाने की कोशिश में जुटी थीं उसी समय।
मम्मी भी सफल रही मैं भी।
बीच में मैंने मिसेज डिमेलो की भी मदद ली ,उनकी सेक्रेटरी की ,कुछ मेल्स किये ,कुछ मिसेज डिमेलो से फैक्स करवाये और जब ये मेरे पास आये तो मेरे पास काफी सबूत थे .
मैं चमचा नम्बर वन के टूअर्स के डिटेल देख रही थी ,
मिस्टर मोइत्रा के जाने के बाद उसके टूअर्स के बिल इन्ही के पास आये थे अप्रोवल के लिए।
ट्रैवेल एक्सपेंडिचर , होटल बिल्स , . . सब कुछ ठीक लग रहा था।
मैंने पुराने बिल्स जो मिस्टर मोइत्रा ने अप्रूव किये थे उनसे चेक किया ,सेम। लेकिन अचानक मेरा माथा ठनका।
होटल के बिल उसी रेंज में थे जो उसकी स्पेंडिंग लिमिट में था।
मैंने नेट से जा कर होटल के रेट्स भी देखे। चेक ,सब सही।
फिर मुझे लगा , गड़बड़ ,महा गड़बड़। सारे होटल्स कारोपोरेट डिस्काउंट देते हैं तो इन्हें डिस्काउंट क्यों नहीं मिला ?
और फिर मैंने मिसेज डी मेलो को काम पर लगाया।
उन्होंने उस होटल से बात की और होटल ने कंफर्म किया की वो २० % रेगुलर डिस्काउंट देता है , और लीन पीरियड में यह २८ से ४२ % तक है। फिर मैंने होटल से उनकी विजिट्स के पिछले छह महीने के बिल मंगाए। सबमें डिस्काउंट।
और वो एकदम चमचा नम्बर १ के दिए बिल से मैच कर रहे थे , स्टेशनरी में।
इसका मतलब की उस होटल के किसी से मिल के , ब्लैंक बिल पे ये भरा गया था या होटल का कोई इम्प्लाई मिला था।
६ महीने में कंपनी को ७२ हजार का चूना लगा था।
लेकिन ये तो शुरुआत थी। मुझे लगा की ये आदमी परचेज में है तो इसी तरह की क्रिएटिव अकाउंटिंग ,.
और वहां पर भी मिली।
फिर दो नम्बर के ट्रांजैक्शन और वो उस के टूअर्स के डेट से , . एक और आइडिया आया मुझे।
एच आर के पास फेमली डिटेल्स भी रहते हैं ,उन के नेटवर्क को एक्सेस कर मैंने उसकी वाइफ के पैन नम्बर , आधार कार्ड डिटेल निकाल लिए , और बैंक अकाउंट भी।
पैन नंबर से जब मैंने टैक्स डिटेल और बैंक अकाउंट चेक किया , तो उनकी वाइफ के तीन अकाउंट और थे ,
जिसकी इन्फो कंपनी के अकाउंट में नहीं थी।
अकाउंट्स में जिन दिनों वो होटल में थे और परचेज आर्डर्स अप्रूव हुए थे, हैवी अमाउंट रिसीव हुए थे।
परचेज के रेट मार्केट रेट से तो कम थे , लेकिन जिस तरह हम बल्क परचेज करते थे , उसके डिस्काउंट के हिसाब से मुझे ज्यादा लग रहे थे।
और वहां भी मिसेज डी मेलो ने हेल्प किया , एक और कंपनी में जहाँ उनकी फ्रेंड परचेज सेक्शन में काम करती थी , रेट्स पता किये।
हमारे रेट्स से ८ % कम और जब की उन शेड्यूल आफ पैम्नेट्स भी हमसे स्टिफ थे।
मैंने जब उसे अकाउंट फॉर किया तो हमारे रेट्स ,करेंट रेट्स से ११ % काम होने चाहिए थे।
और अब मैंने चमचा नम्बर टू की ओर रुख किया ,उसकी भी शुरआत होटल के बिल्स से की।
और एक बात से मैं चौंक गयी वो हर बार एक ही होटल में टिकता था , यहाँ तक तो ठीक था
लेकिन उसके बिल में हर बार एक आइटम होता था जो कॉमन नहीं था , और काफी महंगा था।
इस बार भी मिसेज डिमेलो ने ही हेल्प किया , कोई पेपर ट्रेल तो नहीं मिली लेकिन उस होटल के बिल सेक्शन ने प्रेशर में आके बता दिया।
मसाज।
चमचा नम्बर टू