Episode 65
कोई शूटर राइफल अपने कंधे से ठीक से टिका ले ,
और जब तक मैं संहलूँ दर्द की एक तेज लहर , मेरी गांड के अंदर से ,पूरी देह में
और और ,. . और जीजू ,कमल जीजू पेलते रहे ,धकेलते रहे ,ठेलते रहे , पूरी ताकत से ,
जैसे कोई सुपर जेट रन वे से ऊपर उठते समय अपनी पूरी ताकत झोंक देता है , बस उसी तरह।
और ,और ,. और मैं चीखती रही ,चिल्लाती रही , दर्द से तड़पती रही ,
ओहहहह ,उईईईइ ,जान गईई नहीं नहीं ,
मैंने से अपने दोनों हाथों से तकिये को दबोच रखा था ,
लेकिन बस दर्द से जान नहीं निकली और सब कुछ हो गया।
कमल जीजू ,
कहते हैं न गांड मारने वाले को एकदम बेरहम होना चाहिए ,
दर्द ,चीख और चिल्लाहट का असर हुआ तो गांड मारना मुश्किल है।
और कमल जीजू ने तो कॉलेज में ही लौंडो की गांड़ की सील तोड़ के उन्हें पक्का उमर भर के लिए गांडू बना दिया था।
जीजू ठेलते रहे ,
मैं चीखती रही।
और कुछ देर में वो खैबर का दर्रा ,गांड का छल्ला पार हो गया।
लेकिन कमल जीजू कहाँ ,.
बिना रुके , . उन्होंने अपने सुपाडे को बाहर खींचा , और एक बार फिर उस कसे छल्ले से उनका मुट्ठी की साइज का सुपाडा आधा बाहर हुआ था की फिर दुहरी तेजी से ,
और अबकी उनका एक हाथ चूँची पे ,जोर जोर से वो उसे रगड़ मसल रहे थे , निचोड़ रहे थे , निपल पुल कर रहे थे
घिसटता ,रगड़ता , दरेरता ; कमल जीजू का मोटा सुपाड़ा एक बार फिर मेरी गांड के छल्ले के पार हो गया।
पांच छह बार इसी तरह गांड के कसे छल्ले के अंदर बाहर और अब मुझे दर्द का मजा मिलने लगा था ,एक नया मज़ा ,
और फिर अचानक कमल जीजू ने फिर से ,पूरी ताकत से अपना मोटा मूसल मेरी कसी कसी गांड में ठेलना शुरू कर दिया।
मैं एक बार फिर से चीख रही थी ,चिल्ला रही थी ,चूतड़ पटक रही थी ,पर
कमल जीजू कौन रुकने वाले थे ,
वो ठेलते रहे ,पेलते रहे ,धकेलते रहे।
मुझे पता नहीं कितना टाइम लगा लेकिन , जैसे जब लंड का सुपाड़ा बच्चेदानी पर लगता है बस वही फीलिंग हुयी ,
और रीनू की आवाज ने मेरा ध्यान रीनू और उनकी ओर खींचा ,
जीजा साली ने मिलकर व्हिस्की की बोतल आधी से ज्यादा ख़तम कर दी थी।
रीनू हंस रही थी हलके हलके ताली बजा रही थी , और मुझे देखते बोली ,
" क्यों साली ,छिनार ,घोंट गयी न अपने प्यारे कमल जीजू का पूरा लंड गांड में ,
कमल जीजू भी हलके हलके मुस्करा रहे थे ,
उनका पूरा लंड मेरी गांड में ,
और पल दो पल ठहर के अब उनकी उंगलिया , अब उनके होंठ मैदान में आ गए।
कभी वो मेरे गाल चूमते तो कभी कचकचा के काट लेते,
और कभी झुक के उनके होंठ मेरे निपल चूसने लगते तो कभी चूंचोयो पर उनके दांत अपना निशान बना देते।
उनकी उँगलियों का जादू तो ,एक हाथ लगातार मेरे एक उभार को दबा रहा था मसल रहा था , कुचल रहा था
जैसे कोई जूसर में रस निकाले
और दूसरा हाथ सीधे मेरी बुर पे , रगड़ता मसलता और गचाक से मेरी बुर में उन्होंने दो ऊँगली पेल दी।
अंगूठा क्लीट पे कभी दबाता कभी रगड़ता मसलता ,
कुछ ही देर में मैं अपनी गांड में धंसी मोटे खूंटे का दर्द भूल गयी और मजे से ,
बाहर बारिश में जिस तरह पेड़ काँप रहे थे ,उससे भी तेजी से मेरी देह काँप रही थी ,
लग रहा था मैं अब गयी , तब गयी ,
और कमल जीजू ने एक बार फिर से मेरी गांड में अपने मोटे लंड से धक्के लगाने शुरू कर दिए।
और मैं झड़ने लगी।
लेकिन बिना रुके उनके धक्के ,
२० मिनट में मैं दो बार झड़ी ,और उसके साथ ही जीजू ने ,
अब वो मेरे उभारों होंठों योनि , सब को छोड़ ,
सिर्फ मेरी गांड मार रहे थे।
हर धक्के में सुपाड़ा गांड के छल्ले के बाहर जाता और फिर रगड़ता दरेरता ,
दर्द से मेरी हालत खराब थी ,
लेकिन अब इस दर्द में ही मजा मिलने लगा था ,एक एकदम अलग तरह का मजा ,
जो जिसने गांड मरवाई होगी/ मरवाया होगा , उसी को मालूम होगा।
और अब मैं भी अपनी गांड सिकोड़ के जीजू के लंड का मजा ले रही थी ,
कभी खुद अपने चूतड़ पीछे कर के धक्के का जवाब धक्के से दे रही थी।
दर्द से चीख भी रही थी तो मजे से सिसक भी रही थी।
और अबकी जो मैं झड़ी तो सिर्फ गांड मरवाने से और साथ में कमल जीजू भी मेरी गांड के अंदर
कटोरी भर तो मलाई छोड़ी ही होगी उन्होंने।
कुछ देर तक तो हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे , फिर वो झुक के मेरे कान में बोले ,
" सुन , सब गांड निचोड़ कर के अंदर रोक लेना ,एक बूँद भी बाहर मत आने देना ,गांड का मस्त टॉनिक है ये। "
और उसके बाद
कटोरी भर तो मलाई छोड़ी ही होगी उन्होंने।
कुछ देर तक तो हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे , फिर वो झुक के मेरे कान में बोले ,
" सुन , सब गांड निचोड़ कर के अंदर रोक लेना ,एक बूँद भी बाहर मत आने देना ,गांड का मस्त टॉनिक है ये। "
और मैंने यही किया।
पर उनकी साली , उसने पास पड़े किसी के रुमाल से इनकी आँखे बंद कर दी और बोली चलो जीजू तुझे एक नया स्वाद चखाती हूँ ,
और खींच के मेरे पास ,
मैंने थेथर , थकी मेरी आंखे बंद , मुझे क्या मालूम क्या हो रहा था , वो तो बाद में फोटो , वीडियो ,.
मैंने सिर्फ कमल जीजू की सलाह मान कर अपनी गाँड़ कस के भींच रखी थी , एक बूँद भी मलाई बाहर नहीं निकलने दी , .
और कमल जीजू ने छोड़ी भी तो कटोरी भर से ज्यादा था मेरी गांड के अंदर ,
और जम के जो मथानी चलाई थी आधे घंटे से ऊपर मेरी कसी गांड में उन्होंने तो मलाई के साथ साथ , .
मुझे तब पता चला जब इनकी स्साली ने इनका मुंह मेरी गाँड़ के छेद पर चिपका दिया और कस के सर पकड़ते , मेरी गाँड़ पर प्रेस करती बोली
" जीजू आपका असली टेस्ट है , एक बूँद भी नहीं बचना चाहिए , हाँ जीभ अंदर डाल कर के ,. .
एकदम अंदर तक अरे मक्खन मलाई का मस्त स्वाद , . एकदम , और आपकी स्साली अभी आपकी बीबी के अंदर ऊँगली डाल के चेक करेगी , अगर एक बूँद भी बचा मिला न तो बस स्साली की कुट्टी "
और ये पांच मिनट तक , पहले जी जीभ से बाहर जो दो चार बूंदे थी , मेरे पिछवाड़े , और फिर जीभ अंदर डाल कर ,
मेरा और कमल जीजू का मिला जुला ,.
उनके सहारे से मैं सीधी हुयी और फिर उन्होंने और रीनू ने मुझे पकड़ कर वहीँ बैठा दिया जहां ये रीनू के साथ बैठे थे।
कमल जीजू ने रीनू के हाथ से व्हिस्की की बोतल लेकर सीधे बोतल से गटका और बोतल मेरी ओर बढ़ा दी और
मैंने भी सीधे बोतल से नीट।
दो चार घूँट में ही ताजगी आ गयी।
वो पूरी रात गांड मरौव्वल के नाम थी ,इनकी, मेरी
हम दोनों, मैं और कमल जीजू तो थोड़े थके बैठे थे ,सुस्ताते लेकिन एकदम संतुष्ट।
लेकिन मामला गे ज्यादा नहीं था बल्कि अक्सर बाई ( यानी लड़का लड़की दोनों ) ज्यादा था
पर बिचारे उनकी हालत खराब थी ,
कमल जीजू से मेरी गांड मरवाई देखकर झंडा उनका एकदम खड़ा ,
और फिर बीच बीच में उनकी मस्त सेक्सी साली , कभी उनका बौराया लंड दबा देती ,मसल देती तो कभी हलके से मुठिया देती।
मेरी ओर आँख मार के मुझे चिढ़ाती वो बोली ,
" तेरे जीजू का लंड कसी कसी गांड मारे ,और मेरे जीजू का लंड प्यासा रहे , "
और नीचे बैठ कर उनकी साली ने गप्प से उनका लंड मुंह में ले लिया और लगी चूसने।
रीनू ,थी तो मेरी ही छिनार बहना लंड चूसने में एक नंबरी।
आज उनको पहली बार साली का असली मजा मिल रहा था।
कुछ देर तक तो उनकी साली अपनी लम्बी जीभ से उनके सुपाड़े को ,पी होल को छेड़ती रही ,
फिर गप्प से एक झटके में उन के लीची ऐसे सुपाड़े को उनकी साली ने घोंट लिया ,
क्या कोई नदीदी लड़की लॉलीपॉप चूसेगी चुभलायेगी ,
और वो भी मुझे चिढ़ा के ,दिखा दिखा के,
मैंने भी उसे दिखा के थम्स अप किया कमल जीजू के थोड़े सोये थोड़े जागे लौंड़े को पकड़ के उसे दिखाया ,
" लगी रह ,लगी रह मेरे पास है मेरे जीजू का। "
कुछ ही देर में उनका पूरा लौंडा उनकी साली ने घोट लिया था , और क्या मस्त साली चूस रही थी।
उनकी हालत खराब थी।
लेकिन झड़ने में उनको भी बहुत टाइम लगता था।
इसी बीच अजय जीजू उठे ,. मेरी गांड मराई देख के उनके भी खूंटे की हालत खराब थी
कल की रात से आज की रात
मैं कमल जीजू की गोद में बैठी थी , और वो मस्ती से खुल के पूरी ताकत से मेरे दोनों खुले जोबना मसल रगड़ रहे थे ,
इनकी साली इनका लंड चूस रही थी ,
इसी बीच अजय जीजू उठे ,.
मेरी गांड मराई देख के उनके भी खूंटे की हालत खराब थी ,
उनका सर पकड़ के मुंह खुलवाते बोले ,
" मेरी बीबी के मुंह में तो तेरा लंड है ,चल तबतक तू मेरा चूस ,"
और जब तक वो कुछ सोचें मना करें ,
अजय जीजू ने उनका मुंह खुलवा कर जबरन अपना मोटा लंड अंदर ठेल दिया।
और कुछ देर में वो अजय जीजू का और
रीनू उनका लंड चूस रही थी ,सटासट गपागप।
मैं और कमल जीजू देख कर मुस्करा रहे थे और व्हिस्की की बची हुयी बोतल ख़तम कर रहे थे।
वो भी न , .
अब लंड चूसने में एकदम एक्सपर्ट हो गए थे ,कैसे होंठों से मांसल सुपाड़े को दबाया जाय , कैसे हलके हलके नीचे से जीभ से लंड को चाटा जाय बढ़कर , बिना चोक हुए ,कैसे एकदम हलक तक ,.
जीजू का लंड पूरे ८ इंच उन्होंने अंदर ले लिया था , और साथ में चूस भी पूरी ताकत से रहे थे ,
मम्मी और मंजू बाई की ट्रेनिंग ,
लेकिन प्रैक्टिस मेक्स अ मैन परफेक्ट , . और मेरे दोनों जीजू की कराई प्रैक्टिस ,
जित्ती मस्ती से वो अजय जीजू का लंड चूस रहे थे ,उत्ते ही जोश में अजय जीजू उनका मुंह चोद रहे थे।
मैं और कमल जीजू भी इन दोनों का खेल तमाशा देख रहे थे और व्हिस्की की बची बोतल ख़तम कर रहे थे।
मैं कमल जीजू की गोद में ही बैठी थी ,
मेरे चूतड़ उनके सोये जागे लंड को दबाते और कमल जीजू के हाथ मेरे जुबना का रस लेते।
इतराते जोर से अपने नितम्बों से उनके खूंटे को दबा के मैंने पूछ लिया ,
"जीजू आपने तो बहुतों की गांड मारी होगी सबसे ज्यादा मजा किसके साथ ,"
कमल जीजू मेरी बात का असली मतलब बिना मेरे बोले समझ गए ,कचकचा के मेरे कोमल गाल काटते बोले ,
" कोमलिया , यार बुरा मत मानना , बट यू आर नंबर टू। "
" उन्हहु ,जीजू मैं तो बुरा मान गयी लेकिन कौन है नंबर वन। "
इतराते उन्हें चूम के मैंने पूछ लिया।
जोर जोर से अजय जीजू का लंड चूस रहे ,उनकी ओर इशारा करके कमल जीजू बोले ,
" ये ,तेरा वो , बहुत दिन बाद एक असली चिकने का मजा मिला , जो मजा दर्जा ९ -१० के लौंडो की नेकर सरकाने में , उन्हें निहुरा के ठोंकने में आता था , एकदम वही मजा ,. "
सुबह होने वाली थी।
रीनू उनका और ये अजय जीजू का लंड चूसने में मगन थे ,
लेकिन सुबह सुबह जो होता है मेरे पेट में गुड़गुड़ चालू हो गयी।
रात में जो रीनू ने जबरन मुझे ठूंस ठूंस कर खिलाया था ,उसका असर या फिर अजय जीजू और कमल जीजू जो दोनों की कुदाल मेरे पिछवाड़े चली थी उसका पता नहीं ,
मैं सिंहासन से उठी कमल जीजू के तो रीनू ने टोंक दिया इशारे से ,. किधर ?
मैंने बोला बाथरूम तो फिर उसने आँख उठा के सवाल छोड़ा
और बचपन की तरह मैंने दो ऊँगली दिखा के इशारा किया , नंबर दो।
बस।
मैंने कहा था न वो पूरी रात गांड मरौव्वल की रात थी।
रीनू इन्हे छोड़ के मेरी ओर लपकी और मुझे वही सोफे पे पकड़ के निहुरा दिया और मेरी गांड चियार के मुझसे बोली ,
" अरी मेरी छुटकी बहिनिया ,अभी लगवाती हूँ न तेरी गांड में मोटी डॉट ,किधर जा रही है। "
और अगले ही पल अजय जीजू का बांस मेरी गांड में ,
रीनू छिनार ने कुछ अजय और कमल जीजू के कान में फुसफुसाया ,
हचक हचक कर ,हचक हचक कर अजय जीजू मेरी गांड मार रहे थे ,
लेकिन जब तीन चौथाई करीब ६ इंच अंदर धंसा रहा होगा तो उनका लंड पकड़ कर
रीनू ने गोल गोल , गोल गोल २० बार क्लॉक वाइज और २० बार ऐंटी क्लॉक वाइज
गनीमत था की मेरी गांड में अभी भी कमल जीजू की कटोरी भर मलाई भरी थी और फिर सुबह का ,
रीनू जैसे कोई स्टाप वाच लेके देख रही थी ,
७ मिनट बाद बोली , टाइम ओवर , और फिर कमल जीजू मेरी गांड के अंदर ,
और अजय जीजू ने सीधे उनका मुंह जबरन खुलवा के सीधे लिथड़ा चुपड़ा लंड.
मेरी गाँड़ से निकला , मेरी गाँड़ की मक्खन मलाई से लिथड़ा , लिसड़ा।
( मक्खन मेरे पिछवाड़े का , और मलाई कमल जीजू की मेरी गांड मरवाई की , और सुबह का टाइम था तो , . )
रीनू के जीजू के मुंह में।
रीनू टाइम कीपर के साथ साथ फोटोग्राफर का भी काम कर रही थी ,
उनका मेरी गांड से निकले लंड को चूसने चाटने वाली स्टील वीडियो सब कुछ
कमल जीजू का एक तो खूब लंबा , बित्ते भर का तो होगा ही ,
मैंने नापा था झूठ नहीं कह रही हूँ
मोटा भी मेरी मुट्ठी ऐसा एकदम बीयर कैन से तो ज्यादा ही ,
फिर वो जानते थे क्या होना है ,
तो गाँड़ मारने के साथ साथ एक बार पूरा लंड , गाँड़ में जड़ तक ठेलने के बाद ,
गोल गोल खुद क्या कोई मथानी चलाके मक्खन निकालेगा
और ऊपर से सुबह का समय मेरा पेट वैसे ही घुमड़ घुमड़ ,. पर न कमल जीजू रुकने वाले न उनकी साली मेरी कमीनी बहन रीनू उन्हें रुकने देने वाली ,
आज तो उसने अपने जीजू के लिए, इनके लिए सुबह सुबह , . स्पेशल , .
७ मिनट बाद कमल जीजू का भी टाइम ओवर ,
कमल जीजू का मेरी गांड से निकला लंड इनके मुंह में और
अजय जीजू का लंड इनके मुंह से मेरी गांड में
चार चार बार , बारी बारी से अजय और कमल जीजू ने मेरी गांड का मजा लिया
लेकिन जैसे मैंने कहा था न की वो रात गांड मरौव्वल की रात थी ,
मेरे दोनों जीजू झड़े इनकी ही गांड में।
और मैं भी झड़ने लगी ,