Episode 92

मैंने सोचा , रानी एक दिन की बात ,कल तो चल रही है तू हमारे देस न। पिछवाड़े की भी सील खुलेगी वहां,

पर मेरी जेठानी को ये कमर्शियल ब्रेक बर्दास्त नहीं हुआ ,दिया से बोलीं ,बोल न दिया आगे क्या हुआ ,क्या क्या देखा तूने।

अरे भाभी ये बोलिये क्या नहीं देखा। श्रुति चीख रही थीं चूतड़ पटक रही थीं लेकिन साफ़ साफ़ लग रहा था की उन्हें भी खूब मजा रहा है , और वो विनोद भी न ,खूब जोर जोर से बोल रहा था ,
" ओह मेरी सोनिया ,मेरी सोना डार्लिंग क्या मस्त चूतड़ हैं तेरे ,कित्ता मजा आ रहा है तेरी गांड मारने में , सारे शहर के लौंडे जिस गांड के दीवाने हैं ,ले घोंट अपनी गांड में ,. खूब हचक हचक के ,. "

अब दिया पर मेरी डांट का असर हो गया था ,एकदम अनसेंसर्ड खुल के असली दिया के फ़ार्म में वो बोल रही थी।
और अब दिया चुप हो गयी तो मेरी जेठानी को नहीं बर्दास्त हुआ ,

" फिर ,. बोल न आगे " उन्होंने दिया को उकसाया।

" भाभी कैसे बताऊं ,दस मिनट तक खूब रगड़ रगड़ के , और ,. उसके बाद दोनों ,. जब विनोद ने निकाला तो सारी मलाई पीछे वाले छेद से ,.

अब मैं समझ गयी की वो निकलेगा तो मैं ड्राइंग रूम में एक बाथरूम था उसमें घुस गयी , जब विनोद के जाने और बाहर से दरवाजा बंद होने की आवाज आयी तो मैं दबे पाँव सीधे श्रुति भाभी के कमरे में ,. . वो बस अभी भी एक साडी बस लपेटे , सफ़ेद चद्दर पर गाढ़ी मलाई फैली थी। मैंने जब तक वो सम्हले ,अपनी बाहों में भींच लिया और चुम्मी लेते हुए एकदम विनोद की तरह बोला ,

" सोना डार्लिंग "

" तू कब आयी " बिना मुझे छुड़ाती बोली।

" जब आपके पिछवाड़े मुसल चल रहा था ," खिलखिलाते मैं बोली।

" हे तू ,कुँवारी ननदों को ये सब नहीं देखना चाहिए ,उनका चरित्र खराब हो सकता है " मुझे पिंच करते खिलखिलाते वो बोलीं।

तभी मेरी निगाह एक नए मोबाइल पर पड़ी ,बिस्तर के नीचे गिरा , मैंने उसे उठा लिया ,

" हे भाभी लेटेस्ट मोबाइल और ननद को पार्टी भी नहीं दी ,कब लिया ये " मैं उसे देखते बोली।

" अरे मेरा नहीं उसी का है लगता है रह गया ,जब तू जाएगी न तो नीचे दूकान पे उसे दे देना। " वो बोलीं।

तब तक मैंने मोबाइल खोल लिया था ,लॉक सिम्पल था वी। और सन्न रह गयी ,

अपनी सोना डार्लिंग की एकदम गीली टॉवेल में टॉप ,सब कुछ दिखता था गोलाई कड़ाई ,निप्स ,. .

लेकिन जो मैंने चेंज की तो दो तीन वाल पेपर और सबमें श्रुति भाभी एकदम टॉपलेस।

" भाभी ये क्या , . " मैंने उन्हें दिखाया पर वो एकदम परेशान नहीं हुयी बोलीं

वो एकदम मेरे बूब्स का दीवाना है यार ,मैंने भी उसे बोला , लेकिन बहुत जिद्द की तो बोला , अरे यार मेरा फोन कोई देखता नहीं है और कोई पूछेगा भी तो कह दूंगा की सोनाक्षी का फेक है नेट से डाउनलोड किया था।

" तो भाभी आप के मोबाइल में तो और भी ,. " मैंने पूछा तो श्रुति भाभी ने अपना वो चिनिया मोबाइल ,

उसमें तो उनकी सेल्फी , खूंटा पकड़े ,गोद में बैठे ,. लेकिन किसी में भी विनोद का चेहरा नहीं था।मैं समझ गयी विनोद की चालाकी लेकिन श्रुति भाभी भी कम नहीं थी ,प्यार से उन्होंने मुझे समझाया ,

" अरे यार मैं भी कह दूंगी की सोनाक्षी का फेक है किसी ने व्हाट्सऐप किया था। "

आधे घंटे तक मुझसे गप्प मारती रहीं ,उनके पति तो सेल्स के लिए हफ्ते भर के लिए बाहर गए थे। मुझे ट्यूशन को जाना था इसलिए मैं चली आयी , हाँ लौटते वक्त ,विनोद के दूकान पर उसका मोबाइल भी दे दिया मैंने।विनोद का उनसे रेगुलर का , रोज बिना नागा , सारे मोहल्ले को मालुम चल गया था।

" हाँ लेकिन कभी उसका मन एक से भरता थोड़े ही था ,कॉलेज के दिन में भी दो चार से चक्कर चलाती थी और दो चार वेटिंग में ,गाँव में तो तुम्हारे शहर की तरह की नहीं चैट और ,. . वहां तो बस सीधे गन्ने का खेत ,आम की बाग़ , सीधे से नहीं तो जबरदस्ती। यहां केसे एक से उसका ,. "

जेठानी ने फिर पुराने दिनों का पिटारा खोला ,

वही तो ,दिया ने बात आगे बढ़ाई।

" लेकिन करीब डेढ़ महीने पहले हम लोगों के बगल में एक कोचिंग वाले ने एक हॉस्टल खोल दिया लड़कों के लिए ,इंटर विंटर करके लड़के आते हैं उसमें ,बस उसी में से एक श्रुति भाभी को भा गया , अट्ठारह का मुश्किल से होगा हमी लोगो की उम्र का समझिये ,थोड़ा बड़ा ,. और बस चल गया चक्कर , बाकी कोचिंग वॉचिंग तो गयी तेल लेने ,श्रुति भाभी की कोचिंग चालू। "

श्रुति - जेठानी की बचपन की सहेली

" हाँ लेकिन कभी उसका मन एक से भरता थोड़े ही था ,कॉलेज के दिन में भी दो चार से चक्कर चलाती थी और दो चार वेटिंग में ,गाँव में तो तुम्हारे शहर की तरह की नहीं चैट और ,. . वहां तो बस सीधे गन्ने का खेत ,आम की बाग़ , सीधे से नहीं तो जबरदस्ती। यहां केसे एक से उसका ,. "

जेठानी ने फिर पुराने दिनों का पिटारा खोला ,

वही तो ,दिया ने बात आगे बढ़ाई।

" लेकिन करीब डेढ़ महीने पहले हम लोगों के बगल में एक कोचिंग वाले ने एक हॉस्टल खोल दिया लड़कों के लिए ,इंटर विंटर करके लड़के आते हैं उसमें ,बस उसी में से एक श्रुति भाभी को भा गया , अट्ठारह का मुश्किल से होगा हमी लोगो की उम्र का समझिये ,थोड़ा बड़ा ,. और बस चल गया चक्कर , बाकी कोचिंग वॉचिंग तो गयी तेल लेने ,श्रुति भाभी की कोचिंग चालू। "

खिलखलाते हुए दिया बोली।

"और उ विनोदवा, . :"जेठानी जी ने अपनी उत्सुकता जाहिर की।

" अरे उ रिश्तेदारी में कहीं गया था शादी वादी के लिए , दस बारह दिन के लिए ओहि टाइम ,. श्रुति भाभी लौंडे को फांस ली। कम से कम उनसे दस साल छोटा रहा होगा। "

" अरे तुम लोग क्या सोचती हो सिरफ मरदों को तुम जैसी कच्ची कलियाँ पसंद है ,अरे हम औरतें भी कच्चे केले का स्वाद लेने के लिए ,. "

मैं गाडी चला रही थी लेकिन कान पारे दिया -जेठानी संवाद सुन रही थी। मेरे मुंह से निकल गया।

"एकदम ,जेठानी जी हामी भरी लेकिन उनका मन आगे की बात सुनने के लिए कुलबुला रहा था तो उन्होंने दिया को कुहनी मारी ,

" तू बोल न फिर क्या हुआ। "

" अरे भाभी दो दो मरद से छुप के चक्कर चलाने से जो होता है वो हुआ , बिनोदवा ने उनकी फोटो ओटो ,सेल्फी सब खींच रखी थी ,एक दिन मैं श्रुती भाभी के घर गयी तो वो मुंह लटका के , उनके हाथ में मोबाइल , और जब तक वो बंद करतीं मैं ने देख लिया , उनकी आठ दस फोटो ,

एक से एक , किसी में बिनोदवा के गोद में बैठी तो किसी में चुम्मा चाटी और एकाध तो एकदम ,.

विनोदवा ने उनसे बोला था की सारे मोहल्ले को व्हाट्सऐप कर देगा ,उनके मरद को भी ,उनके मायके में सब जगह। जो पहले मैंने देखा था न उससे भी ज्यादा ,एकदम हॉट ऐक्शन वाले ,सब में श्रुति भाभी का चेहरा उनका मंगलसूत्र , सिन्दूर सब साफ़ साफ़ क्लोज अप में। लेकिन माफ़ी वाफी मांग के किसी तरह उन्होंने बोला की उस लड़के से कोई रिश्ता नहीं रखेंगी। "

फिर ,

जेठानी बोलीं। वो पूरा किस्सा सुनने के लिए बेचैन थीं।

" फिर क्या वही विनोदवा से रोज का दो तीन राउंड वाला हिसाब ,वही सस्ते मोबाइल का गिफ्ट , वही चक्कर चालू , और कुछ दिन तक तो उन नए लौंडो के हॉस्टल से वो दूर थीं पर अरे आप तो उन्हें बचपन से जानती है ,उन्हें कंट्रोल नहीं महीने भर के अंदर बिनोद कहीं दो तीन दिन के लिए बाहर गया तो बस फिर उस लड़के के साथ ,. हमारे घर आयीं तो हमने पूछा भी उनसे की कहीं बिनोद , फोटो वोटो तो हंसने लगीं।

बोलीं ,

"अरे फोटो का क्या कह दूंगी , मॉर्फ है किसी की फोटों में मेरा सर लगा दिया है ,हरामी खाली वही स्मार्ट है क्या। फिर उसकी भी तो फोटो है उसमे , वो नहीं बदनाम होगा। और मैंने इनको तो पहले ही बोल दिया , बिनोद का नाम नहीं बताया है लेकिन बस यही की आज कल लड़के लोग तो कोई आप को किसी की फोटो में मेरा चेहरा लगा के भेजेगा तो मानियेगा मत। तो अब उस के तीर का असर नहीं होनेवाला। "

दिया ने पूरी बात बतायी।

" लेकिन वो सविता भाभी वाली बात ,. " मैंने आगे से पूछा।

" वही तो बता रही हूँ। बात श्रुती भाभी की सही थी ,उनकी आवाज तो थी नहीं उसमें , कोई वीडियो भी ऐसा नहीं , तो एकदम मुकर सकती थीं और ऊपर से अपने पति को पहले ही सेट कर लिया था उन्होंने इसलिए डरने की बात नहीं थी उन्होंने ,"

" अरे उसका मर्द ,जानती नहीं क्या मैं ,एकदम बेकार ,. " मेरी जेठानी वितृष्णा से बोलीं।

" तो क्या विनोद को छोड़ दिया तेरी उस भाभी ने ,. " मैंने आगे से सवाल दागा।

" नहीं नहीं , रात भर वो भाभी के कमरे में धंसा और उनके ऊपर चढ़ा रहता था। अरे आप देखी नहीं है न उनको ,उनके जोबन का नशा दो बोतल देसी दारु के बराबर। कई बार तो उनके मरद घर में रहते थे तो भी , वो ,. " दिया ने बोला।

फिर ,. मेरी जेठानी बेकरार हो रही थीं।

फंस गयीं सोना डार्लिंग

" तो क्या विनोद को छोड़ दिया तेरी उस भाभी ने ,. " मैंने आगे से सवाल दागा।

" नहीं नहीं , रात भर वो भाभी के कमरे में धंसा और उनके ऊपर चढ़ा रहता था। अरे आप देखी नहीं है न उनको ,उनके जोबन का नशा दो बोतल देसी दारु के बराबर। कई बार तो उनके मरद घर में रहते थे तो भी , वो ,. " दिया ने बोला।

फिर ,. मेरी जेठानी बेकरार हो रही थीं।

" आप जैसे कह रही थीं न बचपन से उनका मन एक से भरने वाला है क्या , तो कुछ दिन बाद फिर वो उस कोचिंग वाले लड़के के चक्कर में और अब सेफ्टी के मारे तो वो सीधे उस लड़के के हॉस्टल में , और वहां एक दिन उस लड़के का रूम पार्टनर था वो भी , . .

कुछ दिन बाद विनोद को पता चल गया फिर खूब झगड़ा हुआ , और श्रुति भाभी ने बोल दिया जाओ फोटो मेरे मरद को दिखाना है तो दिखा दो , विनोद ने फोटो और एक एम् एम् एस उनके हसबैंड,. . को भेजा।

" तो कुछ हुआ क्या , खूब डांट फटकार हुयी होगी उस श्रुति की " मैंने पूछा।

" अरे कुछ नहीं हुआ होगा , जिस मरद का खड़ा नहीं होता उस के अंदर बूता नहीं होता , . " जेठानी ने भुनभुनाते हुए गुरुज्ञान दिया।

" एकदम भाभी आप ने सही कहा , कुछ नहीं हुआ। फिर विनोद ने एक दिन श्रुती को स्टूडेंट्स हॉस्टल से निकलते देख लिया और वहीँ बोला , तुझे बदनाम करके रख दूंगा , चल नहीं पाएगी इस गली में।

श्रुति भाभी ने भी झटक के बोला जा कर ले जो करना है। बस।

और इसके बाद दिया ने जबरदस्त पॉज लिया जिससे हम लोग उससे चिरौरी मिनती करें , की हम लोगों ने।

और दिया का मुंह खुला।

" तीन दिन बाद धमाका हुआ , केबल वाले ने रनर चलाना शुरू कर दिया , आप के मुहल्ले की अपनी सविताभाभी , केबल के परदे पर पहली बार , जिस के जोबन ने पूरे शहर में ग़दर मचा रखी थी , जिस के लो कट ब्लाउज देख कर आप सोचते थे ,चोली के पीछे क्या है , अब एकदम खुल्लमखुल्ला , रात में एक बजे से ,आपकी नींद उड़ा लेगी।

और साथ में श्रुती भाभी के पिछवाड़े की फोटो ,कसर मसर करते दोनों . .

अगले दिन रनर और हॉट हो गया ,और श्रुती भाभी की फोटो भी साइड से और एक सामने से भी फेस थोड़ा ब्लर्ड , लेकिन जिसने उनको एक बार भी देखा था तुरंत पहचान गया , श्रुति भाभी का ट्रेडमार्क खूब टाइट लो कट ब्लाउज , बैकलेस ,आलमोस्ट पूरी पीठ दिखती,

और जिस दिन से वो केबल पर आना था उस दिन तो आधे से ज्यादा के पास विनोदवा ने कहीं से टेक्स्ट भी करवाया , कौन है आपके मोहल्ले की सविता भाभी ,कहीं वो श्रुती भाभी तो नहीं , बस आज रात एक बजे ,

और जब असली फिल्म चलने वाली थी उसके पहले दिया चुप , सस्पेंस बनाने में माहिर।
गुड्डी से नहीं रहा गया , मुड़ के उसने पूछ ही लिया ,

" तूने देखा था "

उस शोख पंजाबी कुड़ी ने खिलखिलाते हुए हामी में अपनी गर्दन हिलायी।

जो सवाल मैं जान रही थी मेरी जेठानी जी को कुरेद रहा था , वो मैंने पूछ लिया।

" अरे वो श्रुति मना कर देती मेरा नहीं है ,ब्लर्ड सी तो होती हैं वो एम् एम् एस। "

" यही तो उस शाम श्रुती भाभी ने भी बड़े कॉन्फिडेंस से मुझसे यही कहा था , स्साला बिनोदवा कर ले , अरे मैं मना कर दूंगी। आज कल तो किसी की फोटो कहीं ,. . "

" सही तो कह रही थी ,श्रुती वो क्या कहते हैं मॉर्फिंग ,. " मेरी जेठानी ने भी अपने मन की भावना व्यक्त कर दी।

" हाँ भाभी लेकिन वो फिल्म तो , पहले शुरू में तो एकदम नार्मल ,श्रुती भाभी ,बाजार में शॉपिंग करते , बैगन पसंद करते , गली में टहलते फिर उनकी फोटो घर में घुसते ,घर में अंदर से दरवाजा बंद करते ,बेडरूम में अंदर से सिटकनी बंद करते,जो साडी पहन के बाजार में थी उसे उतारते ,

कैसे मना कर सकती थी की वो नहीं है ,और फिर पिक्चर एकदम शार्प ,ज़रा भी ब्लर्ड नहीं ,.

और फिर उसी बेडरूम में सेक्स सीन ,और सबसे बढ़के उनकी आवाज , बैंगन छांटते जो आवाज थी वही बैडरूम में ,वही सेक्स के टाइम भी , . आदमी चेहरा मॉर्फ कर सकता है लेकिन आवाज थोड़ी। और फिर बातचीत में श्रुती भाभी अपने बारे में भी बोलती ,. एकदम परसनल डिटेल्स ,. . पूरे घंटे भर की थी। "

हम सब लोग चुप ,अपने अपने ढंग से सोचते हुए लेकिन जेठानी के मुंह से निकल गया ,

" कैसा था ,. "

दिया भी न जान बूझ के थोड़ी देर तो चुप रही फिर बड़ी भोली बन के बोली ,

" किसका भाभी , क्या ,. "

" अरे उहे बिनोदवा क। "

दिया एक पल उनकी आँख में आँख मिला के देखती रही , फिर मुस्करा के बोली ,

"कुछ खास नहीं भाभी , अरे पांच , साढ़े पांच रहा होगा। "

"पांच , साढ़े पांच अच्छा खासा होता है , अरे ज्यादातर तो चार ,साढ़े चार ,. "

जेठानी केमुंह से निकल गया

और मैं उनका दर्द समझ गयी

मेरे वाले बारी तो मेरी सास गदहे घोड़े के पास तीन महीने लगातार जबतक गाभिन नहीं हुयी , इसलिए एकदम मूसलचंद , और जेठ जी के टाइम पे लगता है किसी खरगोश वरगोश पे उनका दिल आ गया था।

दिया के मुंह से निकलते निकलते रह गया ,

" भाभी मैं कब से सात इंच का घोंट रही हूँ , मुझे तो ,. "

और मेरे मुंह से भी निकलते निकलते रह गया ,

" अरे दीदी ,आपके संस्कारी देवर जो आपके लिए इस समय मटन दो प्याजा बना रहे हैं , बस कुछ देर की बात है ,अगवाड़े पिछवाड़े आठ इंच का ,. और कलाई इतना मोटा भी ,. "

दिया ने बात आगे बढ़ाई हम सब कान पारे सुन रहे थे।

" अगले दिन तो और हॉट ,श्रुती भाभी के घर तो मैं कितनी बार गयी थी ,श्रुती भाभी के घर की कोई जगह कोई कोना नहीं बचा , बाथरूम में शावर में , किचेन में निहुरा के , बरामदे में दीवाल से सटा के , उनके दीवाल की पुताई का रंग ,कैलेण्डर , पिक्चर , किचेन का सामान सब कुछ ,. और उनके जो बर्थ मार्क थे वो भी सब एकदम क्लोज अप में , कैसे मना करतीं की वो नहीं है , . जांघ के पास एक बर्थ मार्क ,. "

केबल, गैंगबैंग और बदनामी श्रुति उर्फ़ सोना की,

" अगले दिन तो और हॉट ,श्रुती भाभी के घर तो मैं कितनी बार गयी थी ,श्रुती भाभी के घर की कोई जगह कोई कोना नहीं बचा , बाथरूम में शावर में , किचेन में निहुरा के , बरामदे में दीवाल से सटा के , उनके दीवाल की पुताई का रंग ,कैलेण्डर , पिक्चर , किचेन का सामान सब कुछ ,. और उनके जो बर्थ मार्क थे वो भी सब एकदम क्लोज अप में , कैसे मना करतीं की वो नहीं है , . जांघ के पास एक बर्थ मार्क ,. "

"उसके सीने पर भी एक तिल है ,. " जेठानी जी ने अपनी पुरानी सहेली के बारे में जानकारी शेयर की।

"हाँ बस निपल से थोड़ी दूर , . . "दिया बोली ,और जोड़ा उसका शॉट तो कितनी बार क्लोज अप में।

लेकिन एक बात मानना पड़ेगा की श्रुति भाभी हॉट बहुत थीं , क्या सक करतीं ,सारी मलाई घोंट जाती थीं। अगवाड़े ,पिछवाड़े , खुद खड़े खूंटे पे अपने हाथ से पकड़ के बैठ जाती थीं ,. "

" बचपन से ही वो ऐसी ,. . " जेठानी जी अपनी यादों में खो गयी थीं।

"और बिचारी श्रुति भाभी उनका बाहर निकलना आलमोस्ट बंद , बाहर लौंडो की लाइन , . जहाँ देखों तहाँ उन्ही की बात ,हाँ उनके पति ने कुछ नहीं बोला ,लेकिन उनको लोगों ने बताया तो होगा ही। "

दिया ने फिल्म का असर बताया और बात आगे बढ़ाई।

" लेकिन तीसरे दिन तो आग लग गयी। अब सब लोग रात में एक बजे ,. और उस दिन ,. अबतक तो मर्द का चेहरा साफ़ नहीं दिखता था और दिखता कैसे ,बिनोदवा खुदै था।

लेकिन तीसरे दिन लड़के की सकल एकदम साफ़ ,वही इंटर करके जो लड़का आया था कोचिंग में उसी का , हंस हंस के भाभी की उससे बतियाते , मजाक करते ,छू छू के भाभी उसे छेड़ रही थीं ,और उसका बिनोदवा से बड़ा भी था मोटा भी। "

" अरे कौन औरत होगी जो ज्यादा बड़े और मोटे पर न ललचा जाए " ठंडी आवाज में जेठानी जी ने अपनी बात कह दी।

" सेक्स भी जबरदस्त कर रहा था वो , एकदम खुल के उन्हें एकदम खुल के गरियाते हुए और भाभी भी उसी तरह ,. फिर उसी हॉस्टल के एक और लड़के के साथ ,वोउनका लवर ब्वाय और उसका रूम मेट , भाभी बीच में दोनों का पकड़ के मुठियाते ,एक साथ दोनों का घोंटते , उस दिन केबल वाले ने पूरे दो घंटे ,ब्ल्यू फिल्म मात।

लेकिन असली खेल अभी बाकी थी , वो भी चार आने का नहीं आठ आने का पूरा , और अगले दिन तो सबके यहां रात में एक बजे केबल खुला था। " “

दिया फिर एक बार चुप।

अबकी मैं और मेरी जेठानी एक साथ चिल्लाये , बोल न क्या हुआ।

पर दिया भी न ,पक्की मेरी ननद। तड़पाने में टीज करने में ,सस्पेंस बिल्ड अप करने में नम्बरी।

बोली ,

" अरे भाभी ये पूछिए क्या नहीं हुआ , उस दिन की फिल्म देख के तो ७५ साल के बुढ्डे का भी खड़ा हो गया , वियाग्रा मात। कौन लड़की होगी जिसने ऊँगली न की होगी और कौन लौंडा होगा जिसने सोना डार्लिंग को देख के मुट्ठ न मारा हो , मैंने दो दो बार।

असल में बाद में पता चला की सब विनोद की साजिश थी , उसने उस हॉस्टल के चौकीदार को पटा के सोना डार्लिंग का जो सोना मोना आशिक था उसके कमरे में कैमरे फिट करा दिए थे। और चौकीदार को अपने तीन चार खूब काले भुजंग लेकिन नम्बरी चोदू साथियों को भी लाने को बोला था , पूरी रात का सीन। "

अब गुड्डी उकता गयी , मेरी ननद तो बाद में बनी ,उसकी सहेली तो दर्जा एक से थी ,गाली देने का पूरा हक़ था उसे। चिल्लाई वो जोर से ,

' कमीनी स्साली , कहानी बंद कर मुद्दे पे आ ,ज्यादा रायता मत फैला। "

और दिया मुद्दे पे आ गयी।

" सोना डार्लिंग अपने मजनू के यहाँ पूरे जोश से गयी थीं , पति तो उनके बाहर थे ही ,टेम्पोरेरी पति विनोद भी तीन चार दिन के लिए सोना रानी को बोल के सुबह ले ही गया था। आज उनके बालक आशिक की बर्थडे भी थी और एक दो उसके रूम पार्टनर का भी उन्होंने घोंट लिया था तो डबल धमाका होना था। वो केके के १० बजे रात में पहुंच गयीं।

११ बजे तक केक वेक कट गया और तीनो के कपडे उतर गए थे ,सोना रानी दोनों लौंडों का लंड बारी बारी से चूस रही थीं।

उसी समय चौकीदार और उसके दोस्तों ने पहले तो खटखटाया फिर जब तक वो लोग कपडे पहने लात मार के चौकीदार और उसके दोस्तों ,काले भुजंगों ने दरवाजा खोल दिया। "

फिर ,जेठानी जी की सांस तेजी से चल रही थी ,

लड़के ६ लौंडिया एक।

" अरे कुछ पार्ट फिल्म में नहीं थी लेकिन बाद में पता चला। उन सबों ने पहले तो आशिक और उसके दोस्त को कुर्सी में बाँध दिया फिर सोना रानी को जबरदस्ती दो बोतल शुद्ध देसी दारू गटर गटर पिलाई , शायद कुछ ड्रग्स वगस भी और दो ने चाकू निकाल के दिखाए की उनके आशिक का अंग विशेष काट के उसके पिछवाड़े वो डाल देंगे , अगर श्रुति भाभी ने उनकी बाते नहीं मानी ,कुछ भी हल्ला गुल्ला किया। कुछ देर में जब दारू का असर हो गया था तो फिल्म शुरू हुयी।

" क्या था फिल्म में जो ,. " मैं भी चुप नहीं रह सकती थी ,ड्राइव करते आगे से बोली।

" गैंगबैंग की सबसे हॉट फिल्म से भी ज्यादा हॉट ,भाभी। एक साथ दो दो। पहले शुरुआत में ही वो चारो भुजंगों का चूस रही थीं। लंड भी सालो के बांस थे एकदम,लम्बे मोटे ,. " दिया शुरू हुयी।

" अरे तब तो वो खुदी ही मस्ती से ,लम्बे मोटे के लिए तो वो हाईकॉलेज से ही ,. " जेठानी ने पुराने राज खोले।

" फिर एक के मोटे बांस पे श्रुति भाभी चढ़ गयीं अपनी चूत में घोंट भी लिया उन्होंने ,

और तबतक दूसरा , उससे भी मोटा , वो पीछे से उनकी गांड में , क्या हचक के गांड मार रहा था ,. सोना रानी चीख रही थी ,चिल्ला रही थीं ,पर वो साथ में उनके चूतड़ पे हाथ भी ,कुछ ही देर में सोना रानी के चूतड़ लाल , और वो खुद धक्के मार मार के गांड में अपनी लंड घोंट रही थीं।

तब तक तीसरे ने उनके मुंह में अपना लंड डाल दिया। फिर तीनो शांत और सोना रानी खुद धक्के मार मार के ,धक्के मार के अपनीगाँड में बुर में और साथ साथ चूस भी रही थी। "

" पक्की चुदवासी है वो " जेठानी जी ने कमेंट दिया

और मैं बिना बोले रह गयी ," एकदम आपकी तरह "

गांड जो मार रहा था उसने श्रुति भाभी की बालों का जैसे घोड़ी की लगाम हो बनायी और जोर जोर से खींचने लगा , और साथ में जोर जोर से चांटे उनके बड़े बड़े चूतड़ पे , गालियां भी ,मादरचोद गांड मरवाने में मजा आ रहा है न अब तो रोज तेरी दावत होगी।

लेकिन कुछ देर बाद गांड से लंड निकाल के सीधे भाभी के मुंह में ,जरा सा ना नुकुर किया तो वो चांटे उनके गाल पे पड़े की ,. फिर जब तक वो उसका लंड चूस रही थीं , साफ़ सूफ कर रही थीं ,

" गांड से लंड निकाल के ,फिर तो गांड की सब ,. " गुड्डी ने चौक के पूछा

दिया बोली। और क्या ,कैमरे में उस के लंड पे सब दिख रहा था था। थोड़ी देर में जो गांड मार रहा था वो फिर मुंह में और ये गांड से मुंह में। जब झड़े तीनों तो उनके मुंह और बाल पे। "

और चौथा , जेठानी की गणित ठीक थी।

" वो मुठिया रहा था ,और जब वो तीनो हटे तो वो ,लेकिन उसका सबसे मोटा था और सोना रानी को अपने आप उसकी कुतबमीनार को अपनी गांड में घोंटना पड़ा।

मजेदार बात ये थी की ये सब देख के उनके आशिक का भी खड़ा हो गया और सोना भाभी खुद उसके लंड को मुंह में लेकर , . और किसी का चेहरा बहुत साफ़ नहीं था लेकिन सोना भाभी ,उनके आशिक और उसके रूम मेट का ,एकदम साफ़। पूरे कमरे की दीवालें ,किताबें सब फिल्म में तीन राउंड चारों ने और सब ने दो दो बार गांड मारी भाभी की। और सब झड़ते समय थोड़ा अंदर ,थोड़ा बाहर उनकी देह पे। दो बार के बाद ,उसके आशिक से सबने चटवा चटवा के ,सोना भाभी की सारी देह , सब छेद पिछवाड़े तो जीभ अंदर डाल डाल के , . और जब बीच में वो चारों ,काले इतने की नीग्रो मात , सुस्ता रहे थे आशिक और उसके दोस्त ने भी भाभी की सैंडविच बनायी >"

हम सब कान पारे सुन रहे थे , बाकी का तो पता नहीं लेकिन मेरी सोच सोच के लसलसी हो रही थी।

और फिर उसने असर बताया।

सबसे पहले वो लड़का ,उसके घरवालों ने उसे कोचिंग से वापस बुला लिया।

फिर हॉस्टल जिस के घर में खुला था उन पर मोहल्ले वाले चढ़ गए और हॉस्टल भी बंद हो गया। तीन दिन के बाद केबल वाले ने बंद कर दिया था लेकिन ये दिखा के की अभी अठन्नी का खेल बाकी है। शायद इस लिए की अब श्रुति भाभी के हस्बैंड कही जॉब पर चले गए थे , तीन चार दिन के लिए। और जब वो लौटे तो चौथा पार्ट भी , बस उसके बाद श्रुति भाभी के मकान मालि क ने नोटिस दे दी ,चौबीस घण्टे में मकान खाली करें। दूकान दार ने सामान देना बंद कर दिया। उनके हस्बैंड से भी लोगों ने बातचीत बंद कर दी।

आखिर एक हफ्ते के अंदर उन्हें मकान छोड़ के जाना पड़ा।

लेकिन केबिल तो अब सी डी बन गयी थी।

वो लोग शहर छोड़ के ही चले गए पता नहीं कहाँ।

दिया ने बात पूरी की , मॉल नजदीक आ रहा था।

सोना - श्रुति - जेठानी की बचपन की सखी --

-दुखद अंत

फिर हॉस्टल जिस के घर में खुला था उन पर मोहल्ले वाले चढ़ गए और हॉस्टल भी बंद हो गया। तीन दिन के बाद केबल वाले ने बंद कर दिया था लेकिन ये दिखा के की अभी अठन्नी का खेल बाकी है। शायद इस लिए की अब श्रुति भाभी के हस्बैंड कही जॉब पर चले गए थे , तीन चार दिन के लिए।

और जब वो लौटे तो चौथा पार्ट भी ,

बस उसके बाद श्रुति भाभी के मकान मालि क ने नोटिस दे दी ,चौबीस घण्टे में मकान खाली करें।

दूकान दार ने सामान देना बंद कर दिया। उनके हस्बैंड से भी लोगों ने बातचीत बंद कर दी।

आखिर एक हफ्ते के अंदर उन्हें मकान छोड़ के जाना पड़ा। लेकिन केबिल तो अब सी डी बन गयी थी।

और बिनोदवा चुन चुन के जो उसके यहाँ से मोबाइल लेने, रिपयेर करवाने आता था, उन सबके मोबायल में केबल की उस फिल्म के सारे भाग फ्री में लोड कर देता था, जो जो उन के मरद के आफिस में काम करते थे, सब के पास,फिर उस की क्लिप व्हाट्सएप ग्रुप में साथ में श्रुति भाभी रोजाना की फोटो,सब के मोबाइल पे श्रुतिया की टॉपलेस फोटो का वाल पेपर बिनोदवा खुदे डाल रहा था फ्री में, बात चीत साथ में कमेंट

मिला के देख लो वही है, अपनी,.

हर रोज कुछ नया।

वो लोग शहर छोड़ के ही चले गए पता नहीं कहाँ।

दिया ने बात पूरी की , मॉल नजदीक आ रहा था।

हम सब लोग बहुत देर तक चुप बैठे रहे, मैं गाड़ी ड्राइव कर रही थी,. जेठानी के चेहरे को मैं रियर व्यू मिरर में देख रही थी,चिंता और उदासी दोनों के बादल छाये हुए थे, .

मैं तिरछे जेठानी के चेहरे की ओर देख रही थी उनके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था।

बिचारी जेठानी सन्न।

दिया की एक एक बात जैसे उनके सीने में गोली,

और दिया रुक रुक के ऐसे बोल भी रही थी जैसे एक एक कील ठोंक रही हो ,घुमा घुमा के कोई पेंच किसी कड़ी सरफेस में घुसा रही हो।

और फिर दिया ने जैसे घाव पे मलहम लगाते हुए फिर बोलना शुरू किया ,

" अरे भाभी , आप क्यों सोच रही आखिर गलती उस सोना डार्लिंग की ही थी न। " फिर दिया ने एक एक करके गलतियां गिनवानी शुरू कर दी।

"देखिये ,एक ओवर कॉन्फिडेंस ,अपने चालाक ,स्मार्ट होने का ,दूसरे घमंड। वो सोचती थीं की बस ये बता की फोटो मार्फ है ,सोना डार्लिंग की है उनकी नहीं ,वो बच जाएंगी। वीडियो भी फेक बनता है ,कुछ सीन कहीं कहीं ,लेकिन जानती है गलती कहाँ हुयी उनसे ,

"कहाँ " जेठानी अब दिया की एक एक बात बहुत गौर से सुन रही थीं।

" आवाज " दिया बोल के चुप हो गयी। फिर चालू हुयी।

" आवाज थोड़ी कोई फेक करेगा। और बाकायदा उस वीडियों में उन की आवाज थी ,सिर्फ सिसकी नहीं ,उह्ह आह्ह नहीं ,देर तक बात करती। वो भी अपनी पर्सनल बातें करती। अब वो थोड़ी कह सकती थीं की ये आवाज उनकी नहीं सोनाक्षी सिन्हा की है और सोनाक्षी सिन्हा को उनकी बचपन की सब बातें मालूम है / विनोदवा ने हर जगह माइक लगा के साफ़ साफ़ आवाज रिकार्ड की थी। "

जेठानी सोच में ,और दिया गिनाती रही।

दूसरी चीज उन की चुदवाती फ़िल्में उन के अपने घर में बनी थी ,दीवाल का रंग ,बैडरूम का फर्नीचर ,किस किस चीज को वो फेक कहतीं। फिर दो चार मिंनट का कोई फर्जी एम् एम् एस बनाता लेकिन पूरे घण्टे घण्टे भर की चार वीडियो ,कौन मानेगा की फेक है।

" लेकिन जानती हैं असली गलती और सबसे बड़ी गलती क्या की श्रुति भाभी ने ? " दिया ने सबसे फ़ास्ट बाल ओवर की फेंकी।

" क्या " जेठानी तो श्रुति की एक एक बात ,

" ननद की बात न मानना और ये न समझना की कब वो बाजी हार चुकी हैं और उन्हें चुपचाप हथियार डाल देने चाहिए। उन की भी इज्जत बच जाती ,घर वालों की भी , मैंने जब टीजर उस केबल वाले ने चलाना शुरू किया ,पूरे चार दिन तक तो खाली टीजर चला , उस से बात की। मुश्किल से वो माना , फिर उस ने विनोदवा से भी बात की ,मनाया , बस शर्त ये थी की , उन्हें केबल वाले के साथ भी ,उसके दोस्त यार और विनोदवा भी कभी कभार अपने दोस्त वोस्त ,. और फोर्वो चाहे जहाँ मुंह मारें , कोई बात नहीं ,. लेकिन एक बार तो वो मान गयी पर उनकी कोई कजिन थी उस ने समझा दिया की सोनाक्षी सिन्हा वाला फार्मूला च जाएगा और पति को पहले से बोल के रखें। तो उन्होंने फिर फोन कर के बोल दिया , जो करना है कर लो। बस उस रात वो फिल्म चलनी शुरू हुयी और हफ्ते भर के अंदर ,घर मोहल्ला ,शहर सब छोड़ के। "

" अरे ये तो गनीमत की उनके पति ट्रांसफरेबल जॉब पे थे , मान लो वो इसी शहर की रहने वाली होतीं ,बजाय किराए के अपना पुराना घर ,प्रापर्टी होती तो और ,. "

गुड्डी जो अबतक मुंह बंद किये बैठी थी ,उसने भी ज्ञान दिया।
" अरे तुम सब न , फालतू ,. अरे नए शहर में सोना डार्लिंग को नए मुर्गे मिले होंगे , तुम सब भी न ,. . सेक्सी फिल्म को ट्रेजेडी में बदलने में तुली हो। "

मैंने माहौल को हल्का करने की कोशिश की।

और जेठानी जैसे हम सब से ज्यादा अपने को समझाती बोलीं ,"तुम ठीक कह रही हो ,वो पहले भी एक दो बार पकड़ी गयी थी ,पर कुछ दिन बाद फिर ,. "
दिया ने जले कटे पर नमक मिर्च दोनों छिड़का , बोली

" अरे भाभी उनके मरद वैसे तो बहुत सीधे साधे, लेकिन सोना डार्लिंग से ज्यादा उनकी हालत खराब, उनको नौकरी छोड़नी पड़ी, शहर छोड़ना पड़ा,. आजकल तो नौकरी की हालत इतनी ख़राब है, . पता नहीं जिस शहर में गए होंगे वहां नौकरी मिली होगी या कैसी मिली होगी,. और बिनोदवा तो इतना पीछे पड़ गया था उनके,. और जो वो सोचती थीं ,मॉर्फ बता दूंगी, फेक बता दूंगी,.

वो तो तब बतातीं जब उनसे कोई पूछता,सब लोग तो वैसे ही,. कोई उनसे बात ही नहीं करता था,. लोग देखते तो रास्ता काट के दूसरी ओर चल देते थे,. जितने शहर के लोफर लफंगे, सब उन के घर के सामने , . और क्या क्या नहीं बोलते थे. . मुझे भी बहुत खराब लगा

लेकिन,. किसी को पता भी नहीं चला कब उन्होंने घर खाली किया,. "

दिया अब चल सेल के बारे में बोल ,माल कितनी दूर है ,. मैंने फिर दिया से कहा।

बस आ गया. वो बोली।

मूड ठीक करने के लिए मैंने दिया से सेल्स की बात शुरू कर दी।

" अरे यार तू सच में उस दूकान वाले को जानती है न ,. " मैंने दिया को उकसाया।

लेकिन जेठानी के चेहरे पर अभी भी परेशानी के बादल मंडरा रहे थे,​
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