Update 15

कुछ देर देखने के बाद, वो लेट के अपनी जीभ से मेरी मम्मी की पैंटी को चूत के ऊपर से चाटने लगे.

अंकल की आँखों से, हरकत से, सब से वासना सॉफ झलक रही थी.

कुछ देर चूत चाटने के बाद, उसे रगड़ते हुए अंकल बोले – महक, तूने तो दो से चुदवाने के नाम से ही छोड़ दिया था… सही में चुदि थी, तब क्या हुआ था… बता ना, महक…

मम्मी तो आज थी ही बिंदास, पहले की ही तरह गाली निकालते हुए बोली – माँ के लौड़े, तेरी अम्मा का भोसड़ा… गांड फटी हुई थी, जब पहली बार दो से चुदि थी… दोनों ने, कुतिया की तरह चोदा… तू रहम करता है, क्या मुझ पर अकेला… दो लंड फिर क्या लौड़ा, रहम करेगें… गान्डू… एक ने नीचे लेट कर चूत में पेल दिया था और दूसरा ऊपर चढ़ कर, गांड चोद रहा था… मां चुद रही थी, मेरी…

अंकल का हाथ, इस दौरान मम्मी की चूत को ऐसे रगड़ रहा था जैसे उनके हाथ में कोई मशीन लगी हो और वो तेज़ी से, आगे पीछे हो रही हो…

अंकल भी ज़ोर ज़ोर की सिसकारियाँ भर रहे थे और फिर, वो बोले – माँ की चूत तेरी, महक… तेरी बहन का भोसड़ा…. रंडी बनने के लिए ही पैदा हुई है तू… साली मां की लौड़ी, तू तो कह रही थी तूने अपने घर में ही चुदवाया था… तेरे घर वाले, कहाँ मां चुदा रहे थे तब…

मम्मी – गान्डू, तेरी गांड में दम नहीं होगा सुनने का…

अंकल – माँ की चूत तेरी, छीनाल… मैं जानता हूँ, तू कितनी बड़ी रंडी है… अपने बाप से चुदि है अगर ये भी बोले तो भी मैं मान लूँ…

मम्मी – गांड के छेद, तू भी तो अपनी मां चोद के बैठा है… सुन सकता है तो सुन मेरी माँ लेकर आई थी, मेरे ग्राहक…

अंकल – महक, तेरी मां की चूत… ये तो सच नहीं हो सकता…

मम्मी ने ज़ोर की सिसकारी भरी और अंकल के हाथ को अपनी चूत पर भींच लिया…

मम्मी – सच है… खूब चुदवाया मेरी माँ ने मुझे, मेरे बाप के बिस्तर पकड़ने के बाद… आ आ ह ह ह ह ह…

और मम्मी ने बहुत ज़ोर से पानी छोड दिया…

उनका इतना पानी निकला की मैंने उनकी जांघों तक पर बहते देखा.

इसके बाद भी, मम्मी से काबू नहीं हुआ.

वो उठी, अंकल को पटका और अपनी पैंटी किनारे करके, अंकल के मुँह में बेहद तेज़ धार मारने लगी.

पहले अंकल ने थोड़ा मुँह इधर उधर किया, फिर वो भी बड़े मज़े से मम्मी का “मूत पान” करने लगे.

मम्मी की मूत की गंध उस दिन इतनी तेज़ थी की मुझे बाहर तक जली जली सी, गंध आ रही थी.

अंकल ने अब मेरी मम्मी की जांघों को कस के पकड़ लिया था और फैलाए हुए थे.

मम्मी अपने दाँत से, अपने होंठ दबाए हुए अंकल के बाल नोचने लगीं.

अंकल जिस तरह से, मेरी मम्मी की पैंटी को चूत के ऊपर से चाट रहे थे, ऐसा लगा रहा था जैसे, आज अंकल मेरी मम्मी की चूत और उनकी जालीदार पैंटी खा जाएँगे.

मम्मी ने पैंटी साइड में करके मुता था तो उनकी जांघों में और पैंटी में मूत लगी थी.

मेरी मम्मी की पैंटी को, अंकल ने और गीला कर दिया था.

अंकल, मम्मी की मूत वाली चूत चाट रहे थे.

मम्मी ने कहा – अब बर्दाशत नहीं हो रहा है, मुझसे… बहुत ज़्यादा आग लगा दी, आपने… मुझसे तो मेरे रंडीपने के किस्से बहुत सुन लिए… लेकिन आपके और आपकी माँ की चुदाई की कहानी, अभी भी अधूरी है… आग लगी हुई है, मेरी चूत में… चोदिये ना, अब प्लीज़…

अंकल ने कहा – जानू, इसी लिए तो तुझे यहाँ लाया हूँ, आज तेरी आग को शांत करूँगा… पूरी चुदाई सुनाता हूँ, जानू… लेकिन पहले ज़रा एक मिनिट, मेरी जान…

अंकल उठे और मम्मी के चेहरे के पीछे खड़े हो गये और अपने लंड को पकड़ लिया.

कुछ देर में, उनके लंड से मूत की धार निकल पड़ी.

मम्मी ने भी तुरंत मुँह खोल लिया और गटा गट अंकल की मूत पीने लगी.

उफ्फ !! नंगा नाच हो रहा था “अश्लीलता और वासना” का.. ..

अंकल ने पूरी धार मारी और फिर एक ही झटके मे, मेरी मम्मी की पैंटी खींच के निकाल दिया और अपनी पैंट निकाल के अंडर वियर उतार के नंगे हो गये.

अब अंकल और मेरी मम्मी, पूरी तरह नंगे थे.

बिस्तर पर, अंकल का लण्ड पूरा खड़ा हुआ था.

“एक दम टाइट.”

मम्मी बिस्तर पर बैठ गई और अंकल आगे होकर, घुटनों के बल आ गये.

अंकल का लण्ड, मेरी मम्मी के मुंह के सामने था.

अंकल ने, मेरी मम्मी के मुंह पर उनके बाल पकड़ते हुए अपना पूरा लण्ड मेरी मम्मी के मुंह में घुसा दिया और उनसे अपना लण्ड चुसवाने लगे.

मम्मी फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच करके अंकल का पूरा लण्ड अपने मुंह के अंदर बाहर करने लगीं.

अंकल ने, अपनी आँखें बंद कर ली थीं.

वो बड़े इत्मीनान से, मेरी मम्मी से अपना पूरा लण्ड चूसवाते थे.

अंकल ने कहा – एक मिनट रुक…

मम्मी ने मुंह से, अंकल का लण्ड निकाल लिया.

अंकल उतर के गये और अपने पर्स में से कॉन्डम ले के आए और साथ मे अपना मोबाइल भी और फिर से, मेरी मम्मी के मुंह मे लण्ड घुसा दिया.

मैंने देखा, अंकल ने बड़ी चालाकी से अपने मोबाइल को उस तरफ कर लिया था.

मेरी मम्मी, लण्ड चूसने मे मस्त थीं.

तभी अचनाक, मेरी मम्मी ने ऊपर देखा और कहा – ये क्या कर रहे है, आप… ??

अंकल ने कहा – क्या हुआ, महक… ??

मम्मी ने कहा – आप वीडियो बना रहे हैं…

अंकल ने कहा – तो क्या हुआ… ??

मम्मी ने कहा – ये ग़लत है…

अंकल ने कहा – तुम्हें क्या लगता है… मैं किसी को दिखा दूँगा… अरे, ये मैं अपने लिए ले रहा हूँ… तेरी याद जब आएगी, इसे देख लूँगा ना… कुछ नहीं तो मूठ ही मार लूँगा…

मम्मी, अब बहुत नाराज़ सी लगने लगी थीं.

अंकल ने कहा – मुझ पर विश्वास रख, महक…

अंकल ने फिर, मेरी मम्मी के बाल पकड़े और अपना लण्ड मेरी मम्मी के मुंह मे घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगे.

कुछ देर तक, ऐसा ही चलता रहा.

सॉफ दिख रहा था की मम्मी को, अब उतना मज़ा नहीं आ रहा.

उसके बाद, अंकल ने मोबाइल को टेबल पर रख दिया लेकिन मैंने देखा अंकल के मोबाइल का कैमरा इसी तरफ था.

मेरी मम्मी, टांग फैला के बिस्तर पर लेट गई.

अंकल आए और उन्होंने एक तकिया लिया और मेरी मम्मी के कमर के नीचे रख दिया और अपने हाथों से मेरी मम्मी की जांघें फैला के, अपने लण्ड का टोपा मेरी मम्मी के चूत के ऊपर रख दिया.

उनका लण्ड, नीचे सरक के आ गया.

मम्मी ने, अपना हाथ आगे किया और अंकल का लण्ड पकड़ के अपनी चूत मे घुसा लिया.

अंकल का टोपा, मेरी मम्मी की चूत के अंदर था.

अंकल ने कमर आगे की और मेरी मम्मी के मुंह से – आ आ आ अहह निकल गई.

मैंने देखा, अंकल का आधा लण्ड मेरी मम्मी के चूत मे चला गया था.

अब अंकल बोले – साली रांड़, किससे चुदवा रही है…

मम्मी ने एकदम से उचक के बोला – क्या बक रहे हैं, आप… ??

अंकल – साली छीनाल, चूतिया नहीं हूँ मैं… अच्छे से जानता हूँ, तेरी चूत कितने दिन में कितनी कसाती है… फट से, घुस गया लंड अंदर… तेरा पति तो है नहीं और मैंने तो उस दिन से तुझे चोदा नहीं…

मम्मी – आप मुझ पर, शक कर रहे हैं…

अंकल – नहीं, यकीन से कह रहा हूँ… घाट घाट का पानी पिया है, मैंने… औरत के बदन को, उससे ज़्यादा जानता हूँ… समझी… अब बता किससे चुदि…

मम्मी – यकीन कीजिए, किसी से नहीं…

अंकल – देख महक… तू किसी से चुदि भी होगी तो मुझे परेशानी नहीं… बल्कि मुझे तो मज़ा ही आएगा… मैंने कहा था, हम मज़े करेंगें… वही बातें तो हम कर रहे थे… बस मुझे, तेरा झूठ बोलना पसंद नहीं…

मम्मी – देखिए, मैंने आपको सब सच बता दिया… तो आपसे क्यूँ झूठ बोलूँगी… हाँ ये ज़रूर है की एक दो दिन से मन कर रहा था तो केला डाल लिया था… शायद इसलिए…

अंकल – ओह !! वही तो मैं सोच रहा था… मुझे मेरी महक पर पूरा भरोसा है… पर सच में महक दो लंड से तेरी चुदाई हो, कितना मज़ा आए…

अब अंकल ने धीरे धीरे कमर आगे पीछे करना स्टार्ट किया और अंकल लण्ड, मेरी मम्मी के चूत के अंदर बाहर होने लगा.

मेरी मम्मी ने अपने होंठ अपने दाँत से दबा लिए थे और आ अह ह आ आह ह आ आ अह ह आ आह ह आ आह ह… की सिसकारियाँ ले रही थीं.

मुझे लग रहा था या तो मम्मी में अब जस्बात ही नहीं बचे या उनकी कोई इज़्ज़त ही नहीं है.

खैर, अंकल धीरे धीरे यूँही मेरी मम्मी को चोदे जा रहे थे.

अंकल ने मेरी मम्मी की जांघें को, कस के पकड़ लिया था.

अंकल के धक्के से, मेरी मम्मी के मम्मे आगे पीछे हो रहे थे.

मेरी मम्मी ने हाथ पीछे करके बिस्तर पकड़ लिया.

उनके चुचे, तन के ऊपर उठ गये थे.

मम्मी – आ आ आ अहह आ आ आ हहह आ आ अहह… बहुत अच्छा लग रहा है… यूही चोदते रहिए… आपको मज़ा आएगा, मुझे चुदवाते देखने में… बोलिए ना… उसके बाद, मुझे छोड़ तो नहीं देंगें… आ आ आहह…

अंकल ने कहा – तेरे लिए हमेशा रहूँगा, मेरी रानी… बस तू यूँही, मेरे से चिपक के रहना और मुझे ऐसे ही मज़े देना… बता ना, किससे चुदवाएगी मेरे सामने… तेरे मामा का लड़का मानेगा…

मम्मी ने कहा – नहीं… उसके सामने, मैं आपसे नहीं चुदवा सकती… मेरा ये बदन अब आपका है… आ आ आहह… जिससे चाहे, चुद्वा दीजिए…

अंकल – मेरी रानी, मैं हमेशा से जानता था… तू मेरी है… जो चीज़, मुझे पसंद आ जाती है, मैं उसे हर हालत मे पा लेता हूँ और तुझे तो मैंने पहली बार मे पसंद किया था… ढूंढता हूँ कोई लंड, अपनी रानी के लिए… तूने तो इतने लंड लिए, क्या किसी का अब नहीं ले सकती… बता ना…

इस बीच, अंकल ने कस के झटका मारा.

मम्मी के मुंह से आ अहह की चीख निकल गई.

मैंने देखा, अंकल का मज़बूत लण्ड पूरा मेरी मम्मी के चूत में समा गया था.

अब अंकल ने मेरी मम्मी की जांघें पकड़ते हुए ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़ के साथ, मेरी मम्मी की चूत मे पूरा लण्ड अंदर बाहर करने लगे.

मेरी मम्मी के चुचे, तेज़ी से अंदर बाहर ऊपर नीचे होने लगे.

मम्मी ज़ोर ज़ोर से – आ आ आ अहह आ आहह आ अहह मा आ आअ मा आअ मा आ की चीखे निकलने लगीं.

अंकल ने कहा – महक, आज मैं तेरी चूत फाड़ दूँगा… पूरे दिन, चूत मारूँगा तेरी… मैंने आज, तेरे लिए ही अपने काम से छुट्टी ली है… आज दिन भर, तुझे चोदूंगा… तैयार रहना, पहले कहता हूँ… बाद में मत कहना, थक गई हूँ… आज, फाड़ ही दूँगा… आज बहुत गरम भी है, तेरी चूत… पागल हो जाता है, मेरा लण्ड, जब तू अपने जवान बदन को दूसरों को नंगा दिखाने की बात करती है…

मम्मी आवाज़े निकालने लगीं और कहने लगी – तो चुदवाईए ना, मुझे किसी से… उसका लंड लूँगी और आपका चूसूंगी… गांड उछाल उछाल के कुदूँगी, उसके लंड पर… मज़ा आ जाएगा, आपको देखने में…

अंकल ने कहा – हाँ मेरी रानी… तू आज, पूरे दिन मेरी बात मानेगी तो जल्दी ही दूसरे लंड का इंतज़ाम कर दूँगा, तेरे लिए… पर याद रख, मैं तेरी गांड चोदूंगा साथ में…

मम्मी बोलीं – गांड, मुँह जो चाहे चोद लेना… पहले दूसरा लंड लेकर तो आइए…

अंकल – पर हाँ महक, एक बात याद रखना… पहले तुझे अपनी गरम मूत से लंड को डिसइंफेक्ट करना पड़ेगा… मज़े के साथ साथ, सेफ्टी भी ज़रूरी है… याद रखना… भूलना मत…

अंकल चोदते हुए मम्मी से लगातार बात कर रहे थे और मम्मी – आ आ आ अहह योउ आ आहह उूउ आ आ आहह एसस्स स्स… करे जा रहीं थीं.

अब अंकल ने पूछा – बोल ना, महक… मज़ा आएगा, ना तुझे… शादी के बाद, कितने लंड से चुदि है तू… बता ना… उसमें से कोई अभी नहीं आ सकता… आ आहह, मेरी रानी… मज़ा आ गया… और ठप ठप ठप ठप ठप की स्पीड और बढ़ गई.

कुछ देर तक, अंकल ने ऐसे ही मेरी मम्मी को चोदा.

पूरे टाइम, दो लंड से चुदाई की बात चलती रही.

फिर अंकल ने, अपना लण्ड मेरी मम्मी के चूत से बाहर निकाल लिया.

मेरी मम्मी और अंकल, दोनों की साँसें बहुत तेज़ तेज़ चल रही थीं.

मम्मी ने पूछा – क्या हुआ… ?? हो गया… ??

अंकल ने कहा – मेरी जान, कंट्रोल नहीं हो रहा था… निकल जाता… तीन बार निकल चुका है और अभी तो “खेल” शुरू हुआ है…

और उसके बाद, वो हँसने लगे.

“खेल” शब्द और दो लंड की बात से, मुझे यकीन हो गया था अंकल के दिमाग़ में कोई शातिर प्लान चल रहा है.

मुझे ये भी यकीन था, उन्होंने अपने मोबाइल में पूरी चुदाई का वीडियो बना लिया है.

खैर, जो भी हो जल्द ही सामने आने वाला था.

अब अंकल, मेरी मम्मी के बगल मे लेट गये और मेरी मम्मी को किस करने लगे और उनके चुचे मसलने लगे.

फिर एक हाथ नीचे कर के, मेरी मम्मी की चूत भी रगड़ने लगे.

आज अंकल, पूरे मूड मे थे.

अब अंकल ने, मेरी मम्मी की एक टांग हवा मे उठा दी और अपना लण्ड धीरे से मेरी मम्मी की चूत मे घुसा के कमर आगे पीछे करने लगे और मेरी मम्मी की फिर से चुदाई करने लगे.

अंकल का पूरा का पूरा लण्ड, मेरी मम्मी की चूत के अंदर बाहर होने लगा.

मैंने देखा, मम्मी ने अपने हाथ आगे कर लिए थे और अपनी चुचे मसल के अंकल से चुदाई करवा रही थीं और आ अहह आ अह ह आ अहह आ अहह की सिसकारियाँ ले रही थीं.

अंकल बड़े आराम से, मस्ती के साथ, मेरी मम्मी की चुदाई किए जा रहे थे और उनका पूरा लण्ड मेरी मम्मी की बच्चादानी को छू रहा था.

अंकल कुछ देर तक यूही, मेरी मम्मी को चोदते रहे और मम्मी उनको लगतार गंदी गंदी गालियाँ बकती रहीं.

उसके बाद, वो मेरी मम्मी की टांगें फैला के मेरी मम्मी के ऊपर लेट गये और उनके दोनों हाथ पकड़ लिए और उन्हें किस किया और एक हाथ नीचे कर के अपना लण्ड, मेरी मम्मी के चूत पर रख दिया और कस के धक्का मारा.

मैंने देखा एक आ आहह की चीख के साथ, मेरी मम्मी की आँख पूरी खुल गई.

अंकल का पूरा लण्ड, मेरी मम्मी की चूत मे समा गया था.

जहाँ मैं इस बात से डर रहा था की अंकल, मम्मी को अपने दोस्त से भी चुदवाना चाहते हैं वहीं मम्मी तो खुद मरी जा रही थीं, दूसरा लंड खाने के लिए.

मम्मी ने कहा – किसी भी तरह, मुझे दो लंड से चुदना है… वो भी इसी हफ्ते… नहीं तो आपसे भी नहीं चुदवाउंगी…

अंकल ने अपने होंठ, मेरी मम्मी के होंठ पर रख दिए और किस करने लगे और अंकल ने कहा – मैं तो डर रहा था तू कहीं बुरा ना मान जाए… तुझे तो मुझसे ज़्यादा जल्दी है… और अंकल कस कस के, अपनी गांड ऊपर नीचे करते हुए मेरी मम्मी की चोदने लगे.

उन्होंने मेरी मम्मी को कस के पकड़ लिया था ताकि मेरी मम्मी हिल भी ना पाए.

मम्मी की दबी आवाज़, मेरे कानो मे आ रही थी.

अंकल ने, मेरी मम्मी को चोदते चोदते कहा – आज, तेरी मां चोद डालूँगा, महक… इतना लंड, आज तक किसी ने नहीं फुलाया मेरा… तेरी मैया की चूत, बहन की लौड़ी… इतना मज़ा देती है, कुतिया… अपनी बीवी की लेने का मन नहीं करता, दूसरी की तो छोड़… जानती है रांड़, कब से नहीं चोदा, मैंने अपनी बीबी को… तेरी बहन का भोसड़ा… छीनाल की चूत, फाड़ के रख दूँगा…

मम्मी ने कहा – बहन के लौड़े, मादर चोद… कंट्रोल कर… भोसड़ी वाले, अंदर जानवर घुस गया है… बहुत दर्द हो रहा है, तेरी मां का भोसड़ा…

अंकल ने कहा – बहन की लौड़ी… छीनाल है तू… छीनाल को, दर्द नहीं होता चाहे मर्द का लंड हो चाहे कुत्ते का या घोड़े का… मज़ा ले, आज पूरा… उस दिन, तूने मूड खराब कर दिया था, मेरा… नहीं तो, उस रात वही रुकने का प्लान था मेरा… पूरी रात तुझे चोदता… मुझे आज कसर निकालने दे… आज लंड का गुब्बारा बना दिया है तूने और ठप ठप ठप ठप ठप ठप करके मेरी मम्मी की चुदाई करने लगे.

मम्मी – चोद ले, गान्डू… साले, गांड के छेद… क्या चूत में, घुसा कर मुँह से निकलेगा लंड अब…

कुछ देर चोदने के बाद – आ आहह आ आहह की आवाज़ के साथ, अंकल ने कमर धीरे धीरे हिलाना शुरू किया.

फिर, एक मिनट बाद लण्ड मेरी मम्मी की चूत से बाहर निकाल लिया.

अंकल ने अपना पूरा वीर्य, मेरी मम्मी की बच्चादानी में गिरा दिया था.

मैंने देखा, मेरी मम्मी की चूत से अंकल का वीर्य बाहर निकल रहा था.

अंकल, बिस्तर से नीचे उतर गये.

मम्मी ने कहा – कितनी बार कहा है, कॉन्डम लगा लिया करो… आज था, फिर भी नहीं लगाया…

अंकल ने कहा – तुझे चिंता किस बात की है… मैं हूँ ना…

उसके बाद, वो बाथरूम चले गये.

शायद, वो अपना लण्ड धोने गये थे क्यूंकि उनके लण्ड पर पूरा वीर्य लगा हुआ था.

मेरी मम्मी, वैसे ही अपनी टांग को फैलाए लेटी हुई थीं.

अंकल, अब बाथरूम से आ गये.

अंकल ने आते ही, अपना मोबाइल उठाया और कुछ देखने लगे.

मम्मी ने कहा – आपने पूरी चुदाई का भी वीडियो निकाला है ना…

अंकल ने कहा – हाँ… तो क्या हुआ… ??

मम्मी ने कहा – मुझे ये अच्छा नहीं लग रहा है… आप डिलीट करो…

अंकल ने कहा – तू मुझ पर शक कर रही है…

मम्मी ने कहा – नहीं… लेकिन किसी ने ग़लती से देखा तो…

अंकल ने कहा – तू डर मत…

मम्मी, फिर बिस्तर से उतर के बाथरूम चली गई.

अंकल ने अब, अपना अंडरवियर पहन लिया और सिगरेट जला लिया

मम्मी कुछ देर मे, बाथरूम से बाहर आ गई.

मेरी मम्मी अभी पूरी “नंगी” थीं.

मेरी मम्मी आ कर, सीधे बिस्तर पर लेट गई.

उन्होंने अपने ऊपर, चादर डाल ली.

अंकल ने इतने देर मे सिगरेट ख़तम की, तब तक मेरी मम्मी का फोन बजने लगा.

मम्मी उठ के गई और अपने पर्स से फोन निकाला और अंकल से चुप रहने को कहा.

मम्मी वैसे ही नंगी फोन लेकर, हॉल के तरफ चली गई और दरवाज़े को बाहर से सटा दिया.

मैं शर्त लगा सकता हूँ, वो मेरे अब्बू का फोन था.

इधर, अंकल बिस्तर पर लेटे हुए थे.

अंकल ने अपना फोन लिया और किसी को फोन लगाया – हेलो, क्या हाल चाल… अरे अभी नहीं हुआ है, शाम तक पेलुँगा छीनाल को… शाम को ही आना, यार… अरे कहा ना, अभी नहीं मिल पाएगी… तुम्हें अभी इंतेज़ार करना होगा…

उसके बाद, अंकल ने कहा – अच्छा, सुन… रखता हूँ… अभी वो आ रही है…

उसके बाद, अंकल ने फोन रख दिया.

मैंने देखा, उसी समय मेरी मम्मी दरवाज़े खोल के अंदर आ गई.

अंकल ने पूछा – किसका फोन था… बाहर क्यों चली गई थीं…

मम्मी ने कहा – मेरे पति का फोन था…

अंकल ने पूछा – क्या कह रहा था… ??

मम्मी ने कहा – कुछ खास नहीं…

अंकल ने कहा – तूने ये क्यों कहा की तू घर में है… ??

मम्मी ने कहा – फिर, क्या कहती…

अंकल ने कहा – कह देती, जो काम वो नहीं कर पा रहा है… उसे मैं, पूरा कर रहा हूँ…

उसके बाद, अंकल और मेरी मम्मी दोनों हंसने लगे.

अब मेरी मम्मी ने अपना फोन टेबल पर रख दिया और अंकल के बगल मे आकर लेट गई.

अंकल ने मेरी मम्मी को अपने सीने से चिपका लिया था और उनकी पीठ सहला रहे थे.

अंकल ने, मेरी मम्मी से कहा – महक, मुझे सच मे तेरी ज़रूरत है… तू अपने बेटे से कह दे, हमारे रीलेशन के बारे मे…

मम्मी ने कहा – अभी समय सही नहीं है, इसका…

अंकल ने कहा – तू छुप छुप कर आती है, मेरे से मिलने और जब हम दोनों के बीच मे इतना प्यार है… क्या वो समझेगा नहीं… मैं तेरे लिए, क्या नहीं करता बता… एक पति की तरह, तेरा ख़याल रखता हूँ…

मम्मी ने कहा – मैं जानती हूँ… मैं भी उतनी ही बेताब हो जाती हूँ… आपके बिना, लेकिन डर लगता है… इसके अंजाम से, कहीं ऐसा ना हो मैं आपसे अलग हो जाऊं…

अंकल ने कहा – तुझे डर किस बात का है, पति तेरे साथ है नहीं और जब मैं हूँ यहाँ, तुझे अपने पास रखने के लिए… किस बात का डर, मैं तुम दोनों का ख़याल रखूँगा…

मम्मी ने कहा – आप मुझे टाइम दीजिए, थोड़ा… मैं धीरे धीरे उसे सब समझा दूँगी…

अंकल ने, मेरी मम्मी से कहा – देख, तुझे टाइम चाहे ले ले… लेकिन, मैं तुझे अपने से दूर नहीं होने दूँगा… चाहे, मुझे कुछ करना पड़े मैं तेरे बिना रह नहीं सकता…

मम्मी ने कहा – आप फ़िक्र मत कीजिए… मैं आपसे दूर नहीं हो सकती… लेकिन, ऐसे आपसे सबके सामने मिल भी तो नहीं सकती नहीं तो दुनिया मुझे आपकी “रखैल” कहने लगेगी…

अंकल ने कहा – उसकी नौबत, नहीं आएगी…

मम्मी ने कहा – मतलब… ??

अंकल ने कहा – मुझ पर भरोसा रखो…

उसके बाद, मेरी मम्मी के होंठों पर चूमने लगे.

मेरी मम्मी भी, अंकल का साथ देने लगीं.

अंकल फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच कर, मेरी मम्मी के होंठ चूसने लगे और मेरी मम्मी के मम्मे दबाने लगे.

उन्होंने मेरी मम्मी का निप्पल, अपने उंगली मे पकड़ लिया और खींचने लगे.

मम्मी ने अपना होंठ, अंकल के होंठ से हटाया और कहा – दर्द हो रहा है…

अंकल ने कहा – करने दे, रानी… इसी मे मज़ा आएगा… तुझे भी और मुझे भी… और इसके बाद, अंकल मेरी मम्मी के दोनों निप्पल बारी बारी से खींचने लगे.

मेरी मम्मी, उस दौरान सिर्फ़ अपने मुंह से मा आ की चीख के अलावा कुछ नहीं कर पा रही थीं क्यूंकि अंकल ने अपने गठीले बदन से, मेरी मम्मी को जकड रखा था और मेरी मम्मी के अंग से खेल रहे थे.

अंकल बीच बीच में, मेरी मम्मी के होंठों को भी चूस रहे थे.

अंकल ने इसी दौरान, मेरी मम्मी को उल्टा लिटा दिया और ऊपर से मेरी मम्मी के पीछे के साइड से गले से लेकर, मेरी मम्मी को कमर तक चूमने लगे.

मेरी मम्मी ने अपना हाथ आगे करके, बिस्तर को पकड़ लिया.

अंकल लगातार, मेरी मम्मी के पीठ गले को चूमते चाटते रहे और बीच बीच में मेरी मम्मी के चुत्तड़ पर थप्पड़ मार रहे थे, जिससे मेरी मम्मी के माँस से भरा चुत्तड़ हीले जा रहा था.

अंकल धीरे धीरे कर के, नीचे आ गये और वो मेरी मम्मी के जांघें के दोनों तरफ घुटने करके मेरी मम्मी के जाँघ पर बैठ के झूल गये और मेरी मम्मी की गांड के छेद पर पास, अपनी नाक ले जाके स्मेल करने लगे.

मैंने देखा, अंकल ने मेरी मम्मी के चुत्तड़ को अपने हथेली से फैला दिया था.

मेरी मम्मी की गांड का छेद और चौड़ा हो गया था.

अंकल ने अपनी नाक, मेरी मम्मी के गांड के छेद पर रख दिया और सूंघने लगे.

मेरी मम्मी ने अपने हाथ से, बिस्तर को कस के पकड़ रखा था.

अब अंकल की नाक, मम्मी के गांड के छेद से बाहर निकाला और मम्मी के चुत्तड़ के दोनों तरफ चाटे मारे.

मम्मी के मुंह से “आह ह” निकल गया.

अंकल ने फिर से अपना फेस नीचे किया और मेरी मम्मी की गांड चाटने लगे.

मेरी मम्मी धीमी आवाज़ मे – आ अह ह आ आ आह ह की सिसकारियाँ लेने लगीं.

अंकल, अपनी जीभ आगे निकाल के मेरी मम्मी की गांड चाटे जा रहे थे और बीच बीच मे, मेरी मम्मी के चुत्तड़ पर चूम रहे थे.

अंकल ने पूछा – डार्लिंग, मज़ा आ रहा है ना…

मम्मी ने कहा – हाँ, बहुत मज़ा आ रहा है…

अंकल ने कहा – अब और मज़ा आएगा, तुझे, जब तुम्हारी गांड मे लण्ड जाएगा मेरा…

उसके बाद, अंकल ने मेरी मम्मी के नीचे तकिया रख के उनकी गांड ऊपर उठा दी और अपना लण्ड रगड़ने लगे.

अंकल का लण्ड, तन के खड़ा हो चुका था.

उन्होंने देखते देखते, लण्ड का टोपा मेरी मम्मी के गांड के छेद पर रख दिया और झुक के अपना हाथ, मेरी मम्मी के कमर के ऊपर रखा और ज़ोर से धक्का मारा.

मेरी मम्मी के मुंह से एक – आ आ अह ह… निकल गया.

मैंने देखा, अंकल ने एक झटके मे मेरी मम्मी की गांड की छेद मे अपना लण्ड घुसा दिया था.

मैं जान रहा था, आज अंकल अपने मजबूत लण्ड से मेरी मम्मी की गांड फाड़ के रहेंगे.

शायद उनकी गांड को अपने दोस्त का लंड लेने के लिए, तैयार कर रहे थे.

उन्होंने अपना लण्ड बाहर निकलते हुए, एक धक्का मारा.

मम्मी ने, फिर से चीख मारी.

अंकल अब धीरे धीरे, अपना पूरा लण्ड मेरी मम्मी की गांड की छेद के अंदर बाहर करने लगे.

मेरी मम्मी – मु मा हह आ अह ह आह ह आ आह ह आ आह ह मा आ मा आ मा आ मा आ मा आ ओउ उफ्फ ओउ उफ़ फ्फ़ औउ हह ओ उउ फ़ फ्फ़ की आवाज़े निकालने लगीं.

अंकल ने कहा – आ आह ह, महक तेरी गांड बहुत मज़ा देती है मुझे… आ आह ह आ आअ ह ह आअज्ज ज मज़ा लूँगा, पूरा इसका मैं… और ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़ के साथ, मेरी मम्मी की गांड मारने लगे.

मेरी मम्मी का चुत्तड़, अंकल के धक्के से हिल रहा था.

अंकल बीच बीच मे, मेरी मम्मी के चुत्तड़ पर चामटे मार रहे थे.

मेरी मम्मी की गोरी गांड, अंकल के चामटे से लाल हो गई थी.

अंकल लगातार कमर आगे पीछे कर रहे थे और बिस्तर की छू छू छू छू छू छू छू छू की आवाज़ आने लगीं.

अंकल ने इसी बीच, अपनी स्पीड तेज़ कर दी और मेरी मम्मी की कमर पर हाथ रखे ज़ोर ज़ोर से मेरी मम्मी की गांड मारने लगे.

मेरी मम्मी का बदन, धक्के पर हिलने लगा.

लगभग 15 मिनट तक, अंकल मेरी मम्मी की गांड मारते रहे.

उसके बाद, उन्होंने एक ज़ोर का आ अहह निकाला और रुक गये.

अंकल ने मेरी मम्मी के गांड के छेद को, अपने वीर्य से भर दिया था.

उसके बाद, अंकल ने अपना लण्ड बाहर निकाला और एक ज़ोर का थप्पड़ मारा मेरी मम्मी के गांड पर और फिर नीचे उतर गये और अपना अंडरवेअर पहन लिया.

मेरी मम्मी, वैसे कुछ देर बिस्तर पर पड़ी रही.

उनकी गांड के छेद से, अंकल का वीर्य टपक रहा था.

अंकल ने फिर से, एक सिगरेट जला ली और पीने लगे.

अब मेरी मम्मी भी नीचे उतर गई और बाथरूम चली गई.

बिस्तर पर, अंकल का वीर्य गिर गया था.

मेरी मम्मी, लगभग 10 मिनट बाद बाहर आई.

उन्होंने तोलिया अपने शरीर पर बाँध रखा था, शायद वो नहा के आई थीं.

अंकल ने पूछा – क्या हुआ… ??

मम्मी ने कहा – अब बस करते है, देर हो जाएगी…

अंकल ने कहा – इतनी जल्दी…

मम्मी ने कहा – हाँ, मैं बेटे से कह के आई हूँ, जल्दी आ जाउंगी…

अंकल ने कहा – फिर कब मिलोगी… ??

मम्मी ने कहा – मैं बताती हूँ…

उसके बाद, मेरी मम्मी ने अपने सारे कपड़े पहन लिए.

अंकल ने भी अपने कपड़े पहन लिए.

फिर, मैं वहां से निकल आया और घर आ गया.

मेरी मम्मी, लगभग ½ घंटे बाद घर आई.

वो बहुत थक चुकी थीं.

मम्मी सीधा कमरे मे चली गई और लगभग 1 घंटे तक, बिस्तर पर पड़ी रही.

फिर उठ के चाय बनाने चली गई.​
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