Update 02
कुछ दिनों तक नार्मल चलता रहा फिर करीब १ हफ्ते बाद मैंने सोचा की माँ की चुत की प्यास कैसे मिटाया जाये मुझे लगा की अगर मैं माँ की चुदाई कर नहीं सकता क्युकी वो मेरी माँ है लेकिन प्यास तो बुझानी है और उसके लिए एक लण्ड की ज़रूरत होगी वो भी माँ के मर्ज़ी से और फिर मेरे दिमाग में एक ख्याल आया पापा और माँ के एक कॉमन फ्रेंड थे जिनका नाम शाहिद था पापा ने मुझे बताया था की बेटा कोई ज़रूरत हो तो शाहिद अंकल को बता देना फिर मुझे लगा की ये सही रहेगा और माँ भी शायद कम्पफर्ट रहेगी शाहिद अंकल के साथ
फिर मैंने शाहिद अंकल को फ़ोन किया ।।।।।।
शाहिद :- हा राहुल बेटे बोलो क्या हाल है
मैं :- अच्छा हु अंकल आप से एक काम था
शाहिद:- हा हा बोलो
मैं:- अंकल आप मेरे घर आ सकते है क्या
शाहिद :- हा बेटा क्यों नहीं लेकिन अचानक सब थी तो है न
मैं:- हा हा सब ठीक है वो मेरा कॉलेज का कुछ प्रोजेक्ट था तो मुझे समझ नहीं आरहा था की क्या करना है तो
शाहिद : ओके बेटा शाम को आऊंगा
मैं:- आपको एक रात रुकना भी पड़ेगा
शाहिद :- अरे नहीं बेटा मुझे और भी काम है रुक नहीं पाउँगा
मैं:- नहीं अंकल आपको रुकना पड़ेगा नहीं तो मैं नाराज़ हो जाऊंगा ह्ह्ह्हहम्म्मम्म
शाहिद :- ओके बेटा अच्छा ठीक है रुकूंगा लेकिन अर्ली मॉर्निंग निकलना पड़ेगा ह्ह्हम्म्म
मैं :- हा हा ओके डन ह्ह्हम्म्म लेकिन एक और बात
शाहिद:- अब क्या
मैं:- माँ को मत बताइयेगा की मैंने आपको फ़ोन करके बुलाया क्युकी वो मुझे डाटेंगी की शाहिद अंकल को क्यों परेशान किया ह्ह्ह्हम्म्म
शाहिद :- अच्छा ओके बेटा ह्ह्ह्हहम्म्म्म बाय
मैं:- बाय अंकल लव यू
अब शाम को ८ बजे डोरबेल बजी और माँ ने डोर खोला तो सामने शाहिद
माँ:- ओह्ह्ह्हह शाहिद आप आइये कैसे है
शाहिद:- बस ठीक हु भाभी जी आप लोग की हाल चाल पूछने चला आया
माँ:- ऊह्ह्ह्ह क्यों तकलीफ किये आप हमलोग तो बिलकुल ठीक है
शाहिद :- अरे राहुल कहा है दिखाई नहीं दे रहा है
तब तक मैं आगया
मैं:- अरे शाहिद अंकल आप इस टाइम आपने तो सर प्राइज दे दिया हम लोग को
शाहिद :- ह्ह्हम्मम्मम्मम यहाँ से गुज़र रहा था तो सोच मिलता चलु
मैं:- वाओ बहोत अच्छा किये अंकल अब आज हमलोग के साथ रुकना पड़ेगा
माँ:- हा हा बेटा अब इतनी रात को अंकल आये है तो रुकेंगे ही और कोई बहाना भी नहीं चलेगा सुबह ही जाइएगा बस
शाहिद :- उउउउउउफफ्फ्फ ओके भाभी जी मेरे प्यारे बच्चे ह्ह्हह्ह्ह्हम्मम्मम
रात को मैं और अंकल एक ही कमरे में बैठ के बातें करने लगे
शाहिद - और बेटा कोई गर्लफ्रेंड बनाये की नहीं
मैं- नहीं अंकल अभी तो नहीं
शाहिद - क्यों अब तो ज़रूरत महसूस होती होगी या हाथ से ही मज़ा आता है
मैं- हस्ते हुए ....। क्या मतलब अंकल
शाहिद - अरे बेटा शर्माओ मत तुम्हारी ऐज का मैं था तो मैं भी अपने हाथ से काम चलाता था
मैं- अच्छा अंकल
शाहिद - ज़रा दिखाओ अपना
मैं - नहीं अंकल मुझे शर्म आ रही है
शाहिद - अरे बेटा लड़की हो क्या शर्मा रहे हो दिखाओ तो ...। देखु कितना बड़ा है तुम्हारा लण्ड
अंकल बिलकुल खुल के बोलने लगे थे अब तो मुझे दिखाना पड़ा
जैसे ही मैंने अपना लण्ड दिखाया तो अंकल के मुँह से वोऊ निकल गया
शाहिद - वाह बेटा तुम्हारा लण्ड तो काफी बड़ा है ह्म्मम्म्म्म तुम्हे तो एक चूत की ज़रूरत है हम्म्म्म
मैं - अरे अंकल ऐसी किस्मत कहा हहम्म्मम्म
शाहिद - चलो हम दोनों एक दूसरे के लण्ड से खेला जाये हहम्म्मम्म मज़ा आएगा हम्म्म
मैं तैयार हो गया और अंकल मेरे लण्ड को अपने हाथ में लेके दोनों लण्ड को मिलाके खेलने लगा मुझे भी मज़ा आने लगा ह्म्म्मम्म
मैं - अंकल एक बात पुछु
शाहिद - हा हा पूछो बेटा
मैं - अंकल हहम आप और माँ बातें कर रहे थे तो आपकी नज़र माँ के दूध पे थी न
शाहिद- बेटा मैं भी एक बात बोलू तुम बुरा तो नहीं मानोगे न
मैं - नहीं अंकल बिंदास बोलिये
शाहिद- बेटा तुम्हारी माँ बहोत सेक्सी औरत है और मेरी ही नज़र नही उसे जो भी देखता होगा उसका लण्ड तुरतं सलामी देने लगता होगा हहम्म्मम्म
मैं- आह्हः हा वो तो है ह्ह्हम्मम्मम्म
शाहिद - एक राज की बात बताऊँ ह्म्मम्म्म्म
मैं - हा हा बताइये न
शाहिद - तुम्हारी माँ मुझसे चुद चुकी है और मेरी बीवी तुम्हारे डैड से हह्म्मम्म्म्म
मैं - क्याआआआ ये क्या बोल रहे है आप हह्म्मम्म्म्म
शाहिद - हा बेटा हम दोनों अदल बदल के कई बार चुदाई की है अपने बीवी की ह्म्म्मम्म
मैं - अच्छा ह्म्मम्म्म्म मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है हममममममममम
शाहिद - हा क्या तुम्हे अपने माँ को मुझे चुडते हुए देखना है ह्म्मम्म्म्म
मैं - हा हा अंकल लेकिन कैसे ह्ह्ह्हह्म्मम्म्म्म
शाहिद - तुम्हारी माँ मेरा ही इंतज़ार कर रही होगी मैं जाता हु डोर खुला ही छोड़ दूंगा तुम लाइव चुदाई देखना ओके
मैं तुरंत राज़ी हो गया यही तो मैं चाहता था हह्म्मम्म्म्म और अंकल माँ के रूम में जाने लगे ह्ह्ह्हम्मम्मम्म
और मुझे कहा की तुम दूर खड़े होके अपने माँ की चुदाई देखना मुझे थोड़ा गुस्सा आया की मेरी ही माँ को मेरे ही सामने चोदने जा रहा है और मुझे ही दूर रहने को कह रहा है लेकिन मेरे लण्ड ने कहा की बेटा तू देख के मज़ा ले फिर आगे जो होगा देखा जायेगा ह्म्मम्म्म्म मै दूर खड़े होके देखने लगा और शाहिद अंकल माँ के रूम में धीरे से गए और माँ के पीछे से अपने बॉहों में भर लिए उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ माँ भी सरप्राइज हो गई ह्ह्ह्हम्मम्मम्म
माँ- अरे मेरा बेटा सो गया क्या हहम्म्मम्म
शाहिद- नहीं डार्लिंग वो खड़े होके हम दोनों का रोमांस देख रहा है ह्म्म्मम्म
माँ- क्या ....।
शाहिद- हा डार्लिंग सो गया तभी तो अपनी मेहबूबा के पास आया हु हहम्म्मम्म
माँ ने सेक्सी स्माइल दी शाहिद को देख के ह्ह्ह्हम्मम्मम
अब शाहिद माँ को अपने बाँहों में भर लिया और माँ को चूमने लगा माँ भी अंकल को अपने बाँहों में भरने लगी ह्ह्हम्मम्मम्म
शाहिद - आआआअह्ह्ह्हह भाभी जान काफी दिनों बाद आपने मुझे अपने बाहों में भरा है आआह्ह्ह मज़ा आगया
माँ- आआअह्ह्ह्हह शाहिद भाई आपके लण्ड की याद मुझे अक्सर आती है ह्ह्हम्म्म्म
शाहिद- अरे भाभी जान याद तो मुझे आपके सेक्सी चूचियों की आपने सेक्सी चुतरो की आपके सेक्सी होठो की आती हम्म्म्म लेकिन क्या बताऊ आज मौका मिला है आपके बेटे की वजह से ह्म्म्मम्म
और शाहिद अंकल माँ के पेट पे माँ के नाभि को किश करने लगे माँ भी आहें भर रही थी ह्ह्ह्हम्मम्मम्मम्म
और थोड़ी देर बाद माँ की साड़ी माँ के सेक्सी जांघो तक उठा दिया और माँ के जांघो को चूमने लगे ह्म्म्मम्म्म्म मै भी माँ के गरम मिज़ाज़ को देख के अपने लण्ड को हिला रहा था ह्ह्ह्हह्ह्मममम उउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ़
शाहिद - आआअह्ह्ह्हह अंजलि भाभी ह्ह्ह्हहम्म्मम्म आज इतने दिन की कसर निकलूंगा वैसे काफी दिन से आपने भी लण्ड नहीं खाया होगा न
माँ- ह्ह्हम्मम्मम काफी दिन होगये उंगली से ही काम चलना पड़ता है
शाहिद - क्यों आप का बेटा भी जवान हो गया है हम्म्म्म
माँ- क्या मतलब ह्ह्ह्हहम्म्मम्म्म्म
शाहिद- मतलब की उसकी शादी करवादो ह्ह्ह्हम्मम्मम वो भी तो बेचारा किसी को ठोके ह्ह्ह्हहम्म्म्म
माँ - ह्म्मम्म्म्म मैंने उसका लण्ड एक दिन देखा था वो मुठ मर रहा था काफी बड़ा है तुम दोनों का बाप है लण्ड के मामले में
शाहिद - अच्छा तो फिर एक बार चख के देख लो भाभी जान मज़ा आजायेगा जीईई
माँ- ऐसा कैसे संभव है वो मेरा बेटा है मै उसकी माँ हु
शाहिद - आज कल सब संभव है मेरी डार्लिंग कौन देख रहा है कौन जानेगा जब किसी बताओगी तब न आपस में बहोत माँ बेटे सेक्स करते है किसी को पता भी नहीं चलता ह्ह्ह्हम्मम्मम
माँ- अच्छा पहले तुम अपना काम करो बाद में सोचूंगी बेटे के बारे में ह्ह्हम्मम्मम
अंकल अपने साथ साथ मेरी भी सेटिंग करने लगे माँ के साथ ये सब देख के मेरा लण्ड उफान मरने लगा एकदम टाइट होगया ह्ह्हम्मम्मम ऊऊफफफफफ
अब शाहिद अंकल का हाथ माँ के सेक्सी चुतरों पे चला गया उउउउउउफफ्फ्फफ्फ्फ़ और उन्हें हल्का हल्का दबाने लगे ह्ह्ह्हम्म्म्म माँ भी उनके कब्ज़े में पूरी तरह थी ह्ह्ह्हम्म्म
माँ- आआअह्ह्ह्हह्हह शाहिद ह्ह्हह्ह्हम्मम्मम
शाहिद- आआआह्ह्ह्हह्ह अंजलि भाभी आपके सेक्सी चुतर कमल के हैं इन्हे दबाने का मौका कितने दिनों बाद मिला है ह्ह्ह्हम्म आअह्ह्ह्ह उउउउउफफ्फ्फ
फिर मैंने शाहिद अंकल को फ़ोन किया ।।।।।।
शाहिद :- हा राहुल बेटे बोलो क्या हाल है
मैं :- अच्छा हु अंकल आप से एक काम था
शाहिद:- हा हा बोलो
मैं:- अंकल आप मेरे घर आ सकते है क्या
शाहिद :- हा बेटा क्यों नहीं लेकिन अचानक सब थी तो है न
मैं:- हा हा सब ठीक है वो मेरा कॉलेज का कुछ प्रोजेक्ट था तो मुझे समझ नहीं आरहा था की क्या करना है तो
शाहिद : ओके बेटा शाम को आऊंगा
मैं:- आपको एक रात रुकना भी पड़ेगा
शाहिद :- अरे नहीं बेटा मुझे और भी काम है रुक नहीं पाउँगा
मैं:- नहीं अंकल आपको रुकना पड़ेगा नहीं तो मैं नाराज़ हो जाऊंगा ह्ह्ह्हहम्म्मम्म
शाहिद :- ओके बेटा अच्छा ठीक है रुकूंगा लेकिन अर्ली मॉर्निंग निकलना पड़ेगा ह्ह्हम्म्म
मैं :- हा हा ओके डन ह्ह्हम्म्म लेकिन एक और बात
शाहिद:- अब क्या
मैं:- माँ को मत बताइयेगा की मैंने आपको फ़ोन करके बुलाया क्युकी वो मुझे डाटेंगी की शाहिद अंकल को क्यों परेशान किया ह्ह्ह्हम्म्म
शाहिद :- अच्छा ओके बेटा ह्ह्ह्हहम्म्म्म बाय
मैं:- बाय अंकल लव यू
अब शाम को ८ बजे डोरबेल बजी और माँ ने डोर खोला तो सामने शाहिद
माँ:- ओह्ह्ह्हह शाहिद आप आइये कैसे है
शाहिद:- बस ठीक हु भाभी जी आप लोग की हाल चाल पूछने चला आया
माँ:- ऊह्ह्ह्ह क्यों तकलीफ किये आप हमलोग तो बिलकुल ठीक है
शाहिद :- अरे राहुल कहा है दिखाई नहीं दे रहा है
तब तक मैं आगया
मैं:- अरे शाहिद अंकल आप इस टाइम आपने तो सर प्राइज दे दिया हम लोग को
शाहिद :- ह्ह्हम्मम्मम्मम यहाँ से गुज़र रहा था तो सोच मिलता चलु
मैं:- वाओ बहोत अच्छा किये अंकल अब आज हमलोग के साथ रुकना पड़ेगा
माँ:- हा हा बेटा अब इतनी रात को अंकल आये है तो रुकेंगे ही और कोई बहाना भी नहीं चलेगा सुबह ही जाइएगा बस
शाहिद :- उउउउउउफफ्फ्फ ओके भाभी जी मेरे प्यारे बच्चे ह्ह्हह्ह्ह्हम्मम्मम
रात को मैं और अंकल एक ही कमरे में बैठ के बातें करने लगे
शाहिद - और बेटा कोई गर्लफ्रेंड बनाये की नहीं
मैं- नहीं अंकल अभी तो नहीं
शाहिद - क्यों अब तो ज़रूरत महसूस होती होगी या हाथ से ही मज़ा आता है
मैं- हस्ते हुए ....। क्या मतलब अंकल
शाहिद - अरे बेटा शर्माओ मत तुम्हारी ऐज का मैं था तो मैं भी अपने हाथ से काम चलाता था
मैं- अच्छा अंकल
शाहिद - ज़रा दिखाओ अपना
मैं - नहीं अंकल मुझे शर्म आ रही है
शाहिद - अरे बेटा लड़की हो क्या शर्मा रहे हो दिखाओ तो ...। देखु कितना बड़ा है तुम्हारा लण्ड
अंकल बिलकुल खुल के बोलने लगे थे अब तो मुझे दिखाना पड़ा
जैसे ही मैंने अपना लण्ड दिखाया तो अंकल के मुँह से वोऊ निकल गया
शाहिद - वाह बेटा तुम्हारा लण्ड तो काफी बड़ा है ह्म्मम्म्म्म तुम्हे तो एक चूत की ज़रूरत है हम्म्म्म
मैं - अरे अंकल ऐसी किस्मत कहा हहम्म्मम्म
शाहिद - चलो हम दोनों एक दूसरे के लण्ड से खेला जाये हहम्म्मम्म मज़ा आएगा हम्म्म
मैं तैयार हो गया और अंकल मेरे लण्ड को अपने हाथ में लेके दोनों लण्ड को मिलाके खेलने लगा मुझे भी मज़ा आने लगा ह्म्म्मम्म
मैं - अंकल एक बात पुछु
शाहिद - हा हा पूछो बेटा
मैं - अंकल हहम आप और माँ बातें कर रहे थे तो आपकी नज़र माँ के दूध पे थी न
शाहिद- बेटा मैं भी एक बात बोलू तुम बुरा तो नहीं मानोगे न
मैं - नहीं अंकल बिंदास बोलिये
शाहिद- बेटा तुम्हारी माँ बहोत सेक्सी औरत है और मेरी ही नज़र नही उसे जो भी देखता होगा उसका लण्ड तुरतं सलामी देने लगता होगा हहम्म्मम्म
मैं- आह्हः हा वो तो है ह्ह्हम्मम्मम्म
शाहिद - एक राज की बात बताऊँ ह्म्मम्म्म्म
मैं - हा हा बताइये न
शाहिद - तुम्हारी माँ मुझसे चुद चुकी है और मेरी बीवी तुम्हारे डैड से हह्म्मम्म्म्म
मैं - क्याआआआ ये क्या बोल रहे है आप हह्म्मम्म्म्म
शाहिद - हा बेटा हम दोनों अदल बदल के कई बार चुदाई की है अपने बीवी की ह्म्म्मम्म
मैं - अच्छा ह्म्मम्म्म्म मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है हममममममममम
शाहिद - हा क्या तुम्हे अपने माँ को मुझे चुडते हुए देखना है ह्म्मम्म्म्म
मैं - हा हा अंकल लेकिन कैसे ह्ह्ह्हह्म्मम्म्म्म
शाहिद - तुम्हारी माँ मेरा ही इंतज़ार कर रही होगी मैं जाता हु डोर खुला ही छोड़ दूंगा तुम लाइव चुदाई देखना ओके
मैं तुरंत राज़ी हो गया यही तो मैं चाहता था हह्म्मम्म्म्म और अंकल माँ के रूम में जाने लगे ह्ह्ह्हम्मम्मम्म
और मुझे कहा की तुम दूर खड़े होके अपने माँ की चुदाई देखना मुझे थोड़ा गुस्सा आया की मेरी ही माँ को मेरे ही सामने चोदने जा रहा है और मुझे ही दूर रहने को कह रहा है लेकिन मेरे लण्ड ने कहा की बेटा तू देख के मज़ा ले फिर आगे जो होगा देखा जायेगा ह्म्मम्म्म्म मै दूर खड़े होके देखने लगा और शाहिद अंकल माँ के रूम में धीरे से गए और माँ के पीछे से अपने बॉहों में भर लिए उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ माँ भी सरप्राइज हो गई ह्ह्ह्हम्मम्मम्म
माँ- अरे मेरा बेटा सो गया क्या हहम्म्मम्म
शाहिद- नहीं डार्लिंग वो खड़े होके हम दोनों का रोमांस देख रहा है ह्म्म्मम्म
माँ- क्या ....।
शाहिद- हा डार्लिंग सो गया तभी तो अपनी मेहबूबा के पास आया हु हहम्म्मम्म
माँ ने सेक्सी स्माइल दी शाहिद को देख के ह्ह्ह्हम्मम्मम
अब शाहिद माँ को अपने बाँहों में भर लिया और माँ को चूमने लगा माँ भी अंकल को अपने बाँहों में भरने लगी ह्ह्हम्मम्मम्म
शाहिद - आआआअह्ह्ह्हह भाभी जान काफी दिनों बाद आपने मुझे अपने बाहों में भरा है आआह्ह्ह मज़ा आगया
माँ- आआअह्ह्ह्हह शाहिद भाई आपके लण्ड की याद मुझे अक्सर आती है ह्ह्हम्म्म्म
शाहिद- अरे भाभी जान याद तो मुझे आपके सेक्सी चूचियों की आपने सेक्सी चुतरो की आपके सेक्सी होठो की आती हम्म्म्म लेकिन क्या बताऊ आज मौका मिला है आपके बेटे की वजह से ह्म्म्मम्म
और शाहिद अंकल माँ के पेट पे माँ के नाभि को किश करने लगे माँ भी आहें भर रही थी ह्ह्ह्हम्मम्मम्मम्म
और थोड़ी देर बाद माँ की साड़ी माँ के सेक्सी जांघो तक उठा दिया और माँ के जांघो को चूमने लगे ह्म्म्मम्म्म्म मै भी माँ के गरम मिज़ाज़ को देख के अपने लण्ड को हिला रहा था ह्ह्ह्हह्ह्मममम उउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ़
शाहिद - आआअह्ह्ह्हह अंजलि भाभी ह्ह्ह्हहम्म्मम्म आज इतने दिन की कसर निकलूंगा वैसे काफी दिन से आपने भी लण्ड नहीं खाया होगा न
माँ- ह्ह्हम्मम्मम काफी दिन होगये उंगली से ही काम चलना पड़ता है
शाहिद - क्यों आप का बेटा भी जवान हो गया है हम्म्म्म
माँ- क्या मतलब ह्ह्ह्हहम्म्मम्म्म्म
शाहिद- मतलब की उसकी शादी करवादो ह्ह्ह्हम्मम्मम वो भी तो बेचारा किसी को ठोके ह्ह्ह्हहम्म्म्म
माँ - ह्म्मम्म्म्म मैंने उसका लण्ड एक दिन देखा था वो मुठ मर रहा था काफी बड़ा है तुम दोनों का बाप है लण्ड के मामले में
शाहिद - अच्छा तो फिर एक बार चख के देख लो भाभी जान मज़ा आजायेगा जीईई
माँ- ऐसा कैसे संभव है वो मेरा बेटा है मै उसकी माँ हु
शाहिद - आज कल सब संभव है मेरी डार्लिंग कौन देख रहा है कौन जानेगा जब किसी बताओगी तब न आपस में बहोत माँ बेटे सेक्स करते है किसी को पता भी नहीं चलता ह्ह्ह्हम्मम्मम
माँ- अच्छा पहले तुम अपना काम करो बाद में सोचूंगी बेटे के बारे में ह्ह्हम्मम्मम
अंकल अपने साथ साथ मेरी भी सेटिंग करने लगे माँ के साथ ये सब देख के मेरा लण्ड उफान मरने लगा एकदम टाइट होगया ह्ह्हम्मम्मम ऊऊफफफफफ
अब शाहिद अंकल का हाथ माँ के सेक्सी चुतरों पे चला गया उउउउउउफफ्फ्फफ्फ्फ़ और उन्हें हल्का हल्का दबाने लगे ह्ह्ह्हम्म्म्म माँ भी उनके कब्ज़े में पूरी तरह थी ह्ह्ह्हम्म्म
माँ- आआअह्ह्ह्हह्हह शाहिद ह्ह्हह्ह्हम्मम्मम
शाहिद- आआआह्ह्ह्हह्ह अंजलि भाभी आपके सेक्सी चुतर कमल के हैं इन्हे दबाने का मौका कितने दिनों बाद मिला है ह्ह्ह्हम्म आअह्ह्ह्ह उउउउउफफ्फ्फ