Episode 19

रीमा बाहर से एक कैमरा लेकर खडी हो गयी | रीमा बोली चलो किसी को भी बांधने की जरुरत नहीं लेकिन खड़े होकर अपने अपने लंड हिलावो | प्रियम और राजू शुरू हो गए जग्गू शुरूआती आनाकानी के बाद जग्गू भी अपना लड़ मसलने लगा | तीनो शरीफ बच्चो की तरह अपने अपने लंड का मुठ मारने लगे | तीनो के ही सर पराजय से झुके हुए थे, क्या प्लान सोचकर आये थे और क्या हो गया |

रीमा कमरे के बाहर कैमरा लेकर खड़ी हो गई और बाहर से ही कमरे के अंदर की सारी रिकॉर्डिंग करने लगी, तीनों कमरे के अंदर एक नंगी कमसिन औरत से हारकर शर्म से सर झुका कर बस अपने हाथों से अपने अपने लंड को पकड़ कर मुठिया रहे थे तीनों एक-दूसरे से नजरें भी नहीं मिला पा रहे थे वह यहां क्या क्या सोच कर आए थे लेकिन यहां तो सारा गेम ही पलट गया वह तीनों अकेले नंगी कमसिन गुलाबी औरत को चोदने का सपना पाले उसे डराने धमकाने आए थे लेकिन यहां तो वह अकेले ही तीनों पर भारी पड़ गई अब तीनों ही नंगे होकर अपने अपने लंड पाने हाथो में थामे उसके इशारों पर नाचने के लिए तैयार थे
रीमा जोर से चिल्लाई तेजी से अपने हाथ हिलावो नहीं तो अन्दर आकर सबकी गांड फाड़ती हूँ
तीनों ने अपने हाथ से अपने लंड पर आगे पीछे करने की स्पीड तेज कर दी जल्द ही तीनों के मिसाइल लंडों में अकड़न आने लगी उनके लंड में खून का दौरान बढने लगा और उनके लंड खड़े होने लगे

ऐसे मुर्दों की तरह मुठिया रहे हो ऐसे मुरझाये लंडो से चोदने आये थे ये तयारी की थी भोसड़ी वालों मुहे चोदने के लिए | इन मुरझाये लंडो से तो मेरी चूत के ओंठ तक नहीं खोल पावोगे | तेजी तेजी हाथ चलावो अपने लंडो पर नहीं तो तुम सब की गांड मारती हो अंदर आकर |
यह सब देख के राजू की आंखों में आंसू आ गए वह यह सब नहीं करना चाहता था लेकिन जग्गू और प्रियम के दबाव में आकर उसने भी थोड़ा सा एडवेंचर करने की कोशिश की और यहां बुरी तरह से फंस गया इससे पहले वह कभी भी किसी के सामने इस तरह से नंगे नहीं हुआ था यहां तो वह अपने दोस्तों के सामने ही अपना लंड अपने हाथ में लेकर मुठीया रहा था और शर्म से गडा जा रहा था तीनों अपने अपने लंड को तेजी से मुठिया रहे थे | रीमा ने उन्हें अभी अभी मादक तरीके से चूस के हल्का किया था तीनों के लौंडो की गर्मी खत्म हो चुकी थी, उनके लंडो की उत्तेजना में आने में समय लग रह था लेकिन तेज तेज मुठीयाने से तीनों के शरीर में भी उत्तेजना की गर्मी बढ़ने लगी थी यहां सब देख कर रीमा ने दिमाग में कुछ और ही प्लान बन गया | उसने जल्दी से कैमरे का एंगल बदलते हुए तीनों के ऊपर ही जूम करके फोकस कर दिया अब कैमरा सीधे-सीधे तीनों की कमर और उनके लंड पर फोकस कर रहा था इसके बाद भी मज़े लेटे हुए चिल्लाई चलो अब एक दूसरे का लंड को मुथियाओ|
तीनों हैरान थे यह क्या बकचोदी है तीनों को समझ में नहीं आ रहा था |
रीमा फिर बोली - चुपचाप एक दूसरे का लंड पकड़ कर मुट्ठी आओ वरना सोच लो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा |
राजू बोला - रीमा मैम्म यह मुझसे नहीं होगा प्लीज हमें माफ कर दो हमने गलती हो गई आगे से ऐसा कभी सपने में भी नहीं सोचेंगे |
रीमा - चुपचाप जैसा कहूँ] वैसा करो वरना अभी एक फ़ोन घूमाउंगी तो समझ में आ जाएगा | वैसे भी तुमारे नंगे वीडियो क्लिप और तुमारे समाज के बीच्ग में बस एक क्लिक का फर्क है और सारे तुम्हारे दोस्त मोहल्ले वाले जान जाएंगे तुम लोग कैसे गड़ मरे हो जो एक दूसरे के सामने नंगे होकर अपना लंड मुठीआते हो |

प्रियम कुछ बोलने वाला ही था उससे पहले ही रीमा उसके ऊपर भड़क गयी - तू तो कुछ मत बोल चुप रह , भोसड़ी वाले तेरी हरमजदगी की वजह से आज मैं इन सब साले दो कौड़ी के लौंडो के सामने नंगी खड़ी हूं तेरे कारण ही आज इनका साला घटिया लंड मुझे चुसना पड़ा है तू साला चुप रहना तेरी तो ऐसी दुर्गति करूंगी तो सबके सामने मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा |
जग्गू बोला - अब ऐसा भी क्या गुस्सा रीमा मैडम, बच्चे है गलती हो गई माफ कर दो आगे से नहीं करेंगे, और तुम्हे भी तो मजा आया हमारा लंड चूसकर | उसकी सारी मलाई चाट गयी हूँ और अब नखरे दिखा रही हो |

रीमा का गुस्सा और बढ़ गया - अबे छछुंदर के लंड जब लंड चूसती हूँ तो ढंग से चुस्ती हूँ नहीं तो नहीं | और वो तो तुम लोगो के चंगुल से निकलने का प्लान था | उसे जग्गू पर बड़ा गुस्सा आ रह था लेकिन अभी गुस्सा निकालने का वक्त नहीं था क्योंकि अभी मछलिया आचे से फंसी नहीं थी और उसका गेम प्लान बिगड़ सकता था |
रीमा - मुझे अपनी घटिया सोच मत दिखा और चुपचाप उस सोफे पर बैठ जाओ और एक दोसरे के लंड को मुठीयाने लगो और तब तक मुठियाते रहो जब तक पिचकारी ना छूट जाए नहीं तो यह वीडियो में अभी अभी मैंने शूट किया है वो तुमारे मोबाइल से उन लोगों के व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर करने वाली हूं जहाँ रोज तुम लोग गप्पे मारते हो |
राजू बोला - नहीं मैम प्लीज ऐसा मत करिएगा हम लोगों की सारी इज्जत मिट्टी में मिल जाएगी हम बस जो आप कहोगे हम बिल्कुल वैसा ही करेंगे |
रीमा गुस्से से दांत किटकिटाते हुए - साला छछुंदर इज्जत की बात करता है भोसड़ी के दो टके के लौंडे, साला गन दिखाकर कर मुझे साला लंड चूस लिया, तुझे लगता है की फ्री में तुम्हें छोड़ दूंगी साला एक दूसरे के लंड को हिलाना चालू करो |
तीनो मूर्तिवत वही खड़े रहे |

रीमा दहाड़ी - ठीक तुम लोगो का mms देखने का सुख तुमारे दोस्त भी लेंगे मुझे क्या तकलीफ है |
धमकी सुनकर राजू प्रियम वहीं पड़े एक सोफे पर बिस्तर पर बैठ गए और एक दूसरे का लंड आपस में हाथ में लेकर कि हिलाने लगे जबकि जग्गू अलग से लंड को मुठीयाने लगा | प्रियम और राजू को आपस में लंड मुठियाते देख . . . . . .
रीमा बोली - वेरी गुड बच्चे ऐसे ही एक दूसरे का लंड मुठियाते रहो | चलो अब शुरू हो जाओ, स्पीड बढ़ाओ, शर्म झिझक छोड़ो, जैसे मै अदा से तुम लोगो का लंड चूस आरही थी वैसे ही तुम भी अदा से एक दुसरे का लंड मुथिआओ |
तीनों एक दूसरे का लंड बारी-बारी से मुठयाने लगे रीमा को बड़ा मजा आ रहा था वह बारी-बारी से अलग अलग एंगल से तीनों की शूटिंग कर रही थी तभी रीमा ने राजू को बोला कि बक्से से एक प्लास्टिक का लैंड उठा कर के अपनी गांड में घुसेड़ ले | राजू हैरान था उसे एक के बाद एक झटके रीमा से लग रहे थे अब ये नयी बला | राज एक बार की तो हैरानी से देखता रह गया लेकिन रीमा ने दोबारा से वही दोहराया - राजू बच्चे उस सामने पड़े बक्से से प्लास्टिक का छोटा वाला लंड निकाल और अपनी गांड में अंदर बाहर करना शुरू कर दे . . . . . . . . . |
राजू के तो जैसे तोते उड़ गए वह तो ऐसा कुछ सोच कर आया भी नहीं था कि ऐसी दुर्गति होने वाली है रीमा के साथ उन तीनो ने उसे चोदने का जो प्लान उन्होंने बनाया था वह अब उन्हें बहुत भारी पड़ने वाला था और इसके लिए दोनों राजू और प्रियम मन ही मन सबसे ज्यादा जग्गू को जिम्मेदार ठहरा रहे था साला जग्गू के चक्कर में आज अपनी ही नजरो में कोई इज्जत नहीं रह जाएगी | एक औरत हमारी इज्जत का ऐसा फलूदा करेगी ये उन लडको ने सपने में भी नहीं सोचा था | राजू तो मन ही मन जग्गू को जमकर गरिया रहा था |
अपनी गांड में नकली प्लास्टिक का लंड ये सोचकर ही राजू की आँखों में आंसू आ गए | क्या क्या दुर्गति होने वाली है उसका तो दिल बैठा जा रहा था | उसकी आंखे नम हो गयी वो रुवांसा सा हो आया |

राजू रोने वाले स्वर में - रीमा चाची प्लीज ये माय कीजिये, हमसे गलती हो गयी आप जो कहेंगी वो सजा भुगतने को तैयार है हम | प्लीज हमें माफ़ कर दीजिये |
रीमा जानती थी राजी तो उन दोनों के चक्कर में फंसा है लेकिन साथ तो उसने भी दिया ही है - बच्चे गेंहू के साथ घुन भी पिसते है | अब दोस्ती की है तो निभानी तो पड़ेगी | चुपचाप जो कहती हूँ करते रहो | मेरी बात मानेगा तो तुम सबकी इज्जत बच जाएगी चारदीवारी के बाहर कोई भी बात नहीं जाएगी | चुपचाप बख्से से रबर वाला लंड निकाल और अपनी गांड की सील तोड़ के अंदर बाहर करना शुरू कर|

राजू मन मसोसकर बेहद ही निराश होकर के, थके कंधो के शरीर के साथ धीरे से उठा और चुपचाप बख्शा खोलकर उसमें से एक रबर का डिल्डो निकाल लाया | उसके बाद में फिर से आकर के प्रियम और जग्गू के बीच में बैठ गया | प्रियम और जग्गू अब एक दूसरे का लंड मिठिया रहे थे | राजू के आते ही दोनों अलग अलग हो गए | बीच में राजू बैठकर अपनी कोरी कुंवारी गांड में प्लास्टिक का लंड घुसेड़ने की कोशिश करने लगा | उसे गांड पर दबाव पढ़ते ही दर्द होने लगता इसलिए वो रुक जाता लेकिन रीमा उसे रुका हुआ देखकर झिड़कने लगाती | आखिर कई बार लगातार कोशिश के बाद उसने अपनी गांड का छेद खोल ही लिया | दर्द के मारे उसके मुहँ से दर्द भरी सिसकारियां निकल रही थी | वो रबर वाला लंड पानी गांड में डालकर उसे अंदर-बाहर करने लगा, कोरी करारी गांड में लंड जाने से उसे बहुत ही ज्यादा जोर लगाना पड़ रहा था, इसलिए एक बार उसने रीमा की तरफ देखा और रीमा ने उसे एक लम्बी घुड़की दी, रीमा की घुड़क से वो अपनी गांड में जोर लगाकर प्लास्टिक का लंड घुसेड़ने लगा | उसके बाद उसने लगाकर धीरे धीरे से अपनी गांड मारना शुरू कर दिया, शुरू शुरू में राजू की गांड में ठीक से लंड नहीं आ जा रहा था लेकिन फिर उसने पूरा जोर लगा कर के उस प्लास्टिक के रबड़ के लंड अपनी गांड में घुसेड़ना शुरू कर दिया धीरे-धीरे करके पूरा का पूरा लंड उसकी नंगी कोरो करारी गांड में घुस गया | राजू के गांड का दर्द बर्दाश्त करने की पूरी कोशिश कर रहा था और इसमें उसकी मदद प्रियम और जग्गू कर रहे थे |

रीमा जानती थी बच्चो के मन में क्या बीत रही होगी लेकिन वो गुस्से भरी थी सिलिये रियायत की कोई गुंजाईश नहीं थी | जो लड़के गे नहीं होते है उनके लिए ये काम बहुत घिनौना और घटिया लगता है , इसी काम का विडियो रीमा बना रही थी | लड़को की एक और शरारत और लड़के पुरे शहर में गे के नाम से मशहूर हो जायेगें फिर लडकियों का कुत्ता भी इन्हें घास नहीं डालेगा | तीनो ग्लानी से भरे मन मार कर बस मशिन्वत वही कर रहे थे जो रीमा कह रही थी |
इसी बीच रीमा बोर होने लगी क्योंकि उसके लिए इसमें कुछ भी एक्ससिटिंग नहीं था |
वो बोली - अच्छा बच्चों अब एक काम करो ,अब एक दूसरे का लंड चुसना शुरू करो, मै तुम्हे लंड चूसने की ट्रेनिंग देने वाली हूँ एक दूसरे को चूसकर ही पता लगेगा कि लंड चूसना होता कैसा है |
तीनो हैरानी और सदमे से भौचक्क थे - ये रीमा चाची क्या कह रही है |
तीनो को हैरान परेशान देखकर रीमा बोल पड़ी - जब मैं चूस रही थी तब तो बहुत ही आह से देख कर आहे भर रहे थे दुनिया के जहान की जन्नत की सैर कर रहे थे एक बार जरा अपने मुंह में लंडलेकर देखो तो कैसा लगता है तब पता चलेगा ना लंड चूसने का क्या मजा होता | उसकी चुसाई जो मजा आता है आता है तो मजा कितना होता है कैसा होता है |

अब जग्गू का धैर्य जवाब दे गया - रीमा मैडम यह मत करो प्लीज यह मुझसे नहीं होगा अब तक तो ठीक था हम आप कहोगी तो दिन भर मुठ मारते रहेंगे लेकिन प्लीज यह मुंह में लेने को मत कहो | यहं तो आप बहुत ज्यायती कर रही हो हम बच्चो पर |

रीमा ने अहकारी ठहाका लगाया - बच्चे कौन से बच्चे, बच्चे किसी चूत को चोदने की कवाब नहीं देखते | क्यों जब मैं लैंड चुस्ती हूं तो मुझ पर ज्यायती नहीं होती क्या, तब क्या लंडो से फूल झरते है | तभी तो यही लंड होता हिया अभी अभी तो तुम सबके लंड चुसे है मुझे तो कोई दिक्कत नहीं हुई |
जग्गू - आपकी बात अलग है रीमा मैडम, आप लंड चुस्ती रहती हो |
रीमा - चूसती रहती का क्या मतलब है, कभी न कभी तो पहली बार चूसा होगा, फिर तुम लोगो को आपस में एक दुसरे के लंड लेने में क्या दिक्कत है मैं जैसे लोलीपोप चुस्ती हूँ वैसे ही लंड चुस्ती हूँ, लोलीपोप समझ कर चूस जावो |
जग्गू - मैडम हम गांडू लड़के नहीं ही है जो एक दुसरे का लंड चुसे | हमसे नहीं होगा, हमें पानी चूत का मूत पिला दो वो मजूर है लेकिन ये हमसे नहीं होगा |
रीमा - ये रोने धोने और दुखी होने का ड्रामा बंद करो ये मुझ पर असर नहीं करने वाला, चुपचाप एक दुसरे की लोलीपोप चुसना शुरू कर दो | चलो अब देश एक दूसरे का लंड चूसना शुरु करो वैसे भी लंड पूरी तरह से खड़े हो चुके हैं बेवजह ये तड़पते रह जाएंगे चलो शुरू हो जाओ अच्छा गेम है और ये तो अभी स्टार्ट हुआ है |
राजू निराशा से भरकर - रीमा चाची प्लीज हमारे साथ ऐसा क्यों कर रही हैं हम नादान बच्चे हैं |

रीमा गरजी - नादान की मां का भोसड़ा भोसड़ी वालों सब साले यहां मुझे चोदने का प्लान बना कर आए थे अभी सब कुछ तुमारे हिसाब से हुआ होता तो इसी बिस्तर पर मेरे हाथ पाँव बांधे पड़े होते और मेरी चूत तुमारे लंड रस से सरोबार हो चुकी होती और तुममे से ही कोई न कोई मुझ पर चढ़कर कूद रहा होता | मुझे पता है अगर बाजी मेरे हाथ में नहीं होती तो बस कुतिया की तरह तुम तीनो की गुलाम बनकर चुद रही होती | तो मुझे पता है क्या हो सकता था इसलिए ये मासूमियत अपनी गांड में घुसेड लो . . . . . . . . . अब तो तुमने मुझे नंगा देख भी लिया है साला मेरी चूत मेरे छाती मेरे हाथ मेरी गांड मेरे चूतड़ सब तो तुमने नंगा देख लिया है अब बचा ही क्या है खाली हाथ तो जाने नहीं दूंगी, नहीं तो साला कॉलेज से लेकर मोहल्ले तक डींगे मारते फिरोगे |

राजू रोने की कगार पर पंहुच गया, जग्गू को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था |
रीमा - अब मेरा सब कुछ देख लिया है तो एक आध शो अपना भी तो करके जाओ |
राजी - प्रियम तू कुछ बोलता क्यों नहीं अपनी चाची से |
प्रियम तो कुछ बोल ही नहीं रहा था, राजू के कहने से भी कुछ नहीं बोला लेकिन राजू ने फिर से एक बार लगभग रोते रोते
- प्लीज हमसे गलती हो गई है हमें माफ कर दो अब हम आगे से ऐसा कुछ नहीं करेंगे |
रीमा बोली - अगर गलती हो गई है तो उसकी सजा भुगतो | मेरे डिक्शनरी में माफ़ी नाम का शब्द नहीं है तुम सब को एक दूसरे का लंड चूसना होगा और यही तुम्हारी सजा है आगे का भी मैंने डिसाइड नहीं किया है तो फिलहाल एक दूसरे का लंड चूसना और मुठियाना जारी रखो तब तक मैं तुम सबकी अच्छी-अच्छी फोटो ले लेती हूं तीनों कसैले मन से बहुत ही ज्यादा हिकारत के साथ एक दूसरे को देखते हुए धीरे धीरे आने पाने हाथ एक दुसरे के लंड की तरफ बढ़ाने लगर | उन पर अपना हाथ रख कर एक दुसरे को मुठीयाने लगे |
तीनो एक दुसरे के लंड हिला रहे थे और कमरे की खिड़की पर कड़ी रीमा को देख रहे थे |
रीमा - लंदूरो इसको चुसेगा का क्या तेरा बाप, मिलाऊ फ़ोन बुलाऊ यहाँ |

तीनो आँखे मीचकर एक दुसरे के लंड पर झुक गए और उसको जबरदस्ती मुंह में लेने की कोशिश करने लगे तीनों को उबकाई तो आ रही थी लेकिन और कोई रास्ता नहीं था इसी बीच रीमा ने कैमरे की रिकॉर्डिंग बंद कर दी, कैमरे से रिकार्डेड विडियो को अपने अकाउंट पर मेल कर लिया और उसके बाद उसने गन उठाई और कमरे का दरवाजा खोल कर अंदर आ गई | उसने अन्दर गुस्ते ही तीनो की तरफ गन तानकर डायलॉग मारा - सुनो भोसड़ी वालो मैंने तुमारे वीडियोस अपने अकाउंट पर बेज दिए है अगर मुझे कुछ होता है तो वो अकाउंट सिर्फ रोहित एक्सेस कर पायेगा | उसकर बाद तुम सबका क्या होगा ये तुम्हे अच्छी तरह से पता है तो कान खोलकर सुन लो यहं मजा लेने आये थे तो मजा लो और मुझे भी मजे मजे करने दो | जरा सी भी होशियारी दिखाई तो जान से जावोगे |

उसने कुछ अपने कैमरे को त्रिपाद पर खड़ा किया और तीनो की तरफ घुमाकर उसमें सेटिंग कर दी और उसके बाद में उसने एक दूसरा कैमरा निकाला उन सब की फोटो खींचने शुरू कर दी | फोटो वाले कैमरे से फोटो देते समय सीमा बोली देखो बच्चों को इसी तरह की कोई स्मार्टनेस मत दिखाना क्योंकि जब तुम पहले स्मार्ट दिखाए थे वह तुमको इतनी भारी पड़ रही अब अगर तुम्हें कोई स्मार्टनेस दिखाई तो बहुत भारी पड़ेगी मैंने सारी सेटिंग्स कर दी हैं र मेरा कैमरा मैंने सारे के सारे वीडियो इस कमरे में रखे हुए हैं और यह बस मेरे एक सिंगल क्लिक पर कहीं भी जा सकते इसलिए किसी तरह की कोई स्मार्ट में सिखाने की कोशिश मत करना मैंने यहां पर एक बटन क्लिक करी और तुम्हारे सारे वीडियो ऑनलाइन हो जाएंगे तुम्हारी इज्जत का फालूदा निकल जाएगा शहर की लड़कियां तुम्हें गे समझेगी और तुमसे दूर हो जाएंगी तुम्हारे मां-बाप तुमसे नफरत करेंगे और समाज में तुम मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगे | रीमा हर तरफ से कमरे के कोने में जा जाकर उनके अलग-अलग पोज से फोटो खींच रही थी पर वह तीनों एक दूसरे के लंड को मुठिया रहे थे अपने मुंह में ले रहे थे तभी रीमा ने ऑर्डर दिया चल राजू जग्गू की गांड मारना शुरू कर राजू हैरान है क्या ?????????. एकदम से . . सॉरी मैम यह क्या कह रही है | उसे लगा उसने कुछ गलत सुन लिया |
रीमा - चल जग्गू की गांड मरण शुरू कर |
राजू को अपने कानो पर यकीं ही नहीं हुआ - नहीं रीमा चाची ये आप क्या कह रही है | ऐसा आप कैसे कह सकती है मुझसे तो नहीं होगा |
रीमा - अच्छी बात है , मेरी चूत चोदने आ सकते हो लेकिन जग्गू की गांड मारने में शर्म आ रही है | अच्छा सुन तो प्रियम इस राजू की गांड मारना शुरू कर, साला बहुत संस्कारी बन रहा है भोसड़ी वाला, इसकी गांड का छेद खुल चुका है उसने प्लास्टिक के लंड से अपनी गांड का छेद को खोला है और उसका छल्ला भी नरम हो गया होगा चल इसकी गांड मरना शुरू कर |
पियम एक दम से सकते में आ गया, नहीं ये मै कैसे कर सकता हूँ | रीमा और प्रियम की आंखे मिली, रीमा ने प्रियम को घूरा - चल शुरू हो जा बच्चे ज्यादा टाइम नहीं मेरा पास जल्दी से शुरू हो जा नहीं तो सोच ले तेरे बाप को सीधे भी यह वीडियो भेज रही हूं |

रीमा बिस्तर पर बैठी थी प्रियम ने एक बारी रीमा को देखा , प्रियम के अंदर बहुत हिचकिचाहट थी उसे अन्दर से घिन आ रही थी उसका मन भी गंदा हो चुक था उसे बुरा भी बहुत लग रहा था लेकिन वह जानता था कि अगर उसने रीमां की बात नहीं मानी तो उसका क्या हाल होने वाला है वह चुपचाप राजू के पीछे गया, राजू ने प्रतिरोध किया |
प्रियम - चाची प्लीज ये मेरा सबसे अच्छा दोस्त है, गलती मेरी और जग्गू की है इसकी बेचारे की कोई गलती नहीं |
रीमा - लडके नौटंकी नहीं, वरण अभी मै अपने लंड (एक मोटे से प्लास्टिक से डिल्डो की तरफ इशारा करते हुए ) से इसकी गांड मारूंगी तब इसकी गांड फट के छित्तर हो जाएगी |
प्रियम राजू से माफ़ी मांगता हुआ - भाई माफ़ करना | उसने राजू की गांड\में अपना लंड सटा दिया |
राजू बोला - यार प्रियम जिंदगी भर कंही मुहँ दिखाने लायक नहीं रहेगें, क्या कर रहा है प्रियम यार हम कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगें . . . . . . . अबे ऐसा मत कर प्लीज . . . रीमा चाची हमें माफ कर दो हमसे गलती हो गई हम दोबारा कभी ऐसा नहीं करेंगे |
रीमा बोली - तुम सालो के साथ रियायत का कोई फायदा नहीं है | रीमा उठकर एक हाथ में गन थामे और दुसरे हाथ से स्ट्रैप वाला लंड अपनी कमर में बांधने लगी |
रीमा - रीमा की चूत चोदने चले थे |

राजू रोते हुए - बहुत दर्द होगा रीमा चाची, मेरी गांड फट जाएगी |
रीमा - चूत भी तो चोदने पर फट जाती है एक बार अपनी गांड मरवाने का टेस्ट भी लेकर देखो, चूत में पेलते समय तो बहुत मजा आता है एक बार गांड में लंड आने जाने में कितना दर्द होता है कैसा मजा आता है ये भी तो महसूस करो | लड़की को चोदते हो तो उसमें उसके साथ क्या होता है कैसे वो सारा दर्द बर्दाश्त करती है कैसे पूरा का पूरा लंड पेलने के बाद भी वो बिना शिकायत के सारा दर्द सह लेती है कम से कम उसका थोड़ा मजा तो लेकर कर देखो चूत ना सही कम से कम का गांड मार कर देखो तो सही महसूस कैसा होता है जब कही लंड घुसता है | एक बार गांड में ले कर तो देखो राजू पता तो चलेगा चुदाई होती कैसी है |
राजू रोते हुए - गलती हो गई प्लीज मुझे माफ कर दो मैं आगे से ऐसा कुछ नहीं करूंगा सब अपने मां बाप की कसम मैं आपको सपने में भी नहीं देखूंगा, सपने में भी नहीं सोचगां आपके बारे में |

रीमा - मैंने कब मना किया कि तुम मेरे बारे में मत सोचो मेरे बारे में सोचो, खूब सोचो अगर तुम अच्छे से गांड मरवाओगे तो वह सकता मैं तुम्हें जो भी चोदने को दे दूं | निराश हताश हारे लुटे पिटे जग्गू को पहली बार इतनी देर में हल्की सी आशा की किरण दिखाई दी
जग्गू उत्साह से भरकर - सच में मैं क्या मैं आपको चोद सकता हूं |
रीमा ने जग्गू के उत्साह को भांप लिया - हमम्म्म्मम्म्म्मम्म] सोचूंगी अगर तुम्हारी गांड मरवाना मुझे पसंद आ गया तो | अभी कुछ कह नहीं सकती | अपनी अपनी पेर्फोमांस से खुश कर फिर देखूँगी | अगर तुम लोगों की गांड मरवाना मुझे पसंद आया तो एक बार में सोचूंगी कि तुम्हें अपनी चूत चोदने दू या नहीं |
जग्गू जोश में - निहुर साले राजू भोसड़ी के, कुछ पाने के लिए कुछ खोना भी पड़ता है |
जग्गू राजू को झुकता हुआ अबे भोसड़ी के तेरी मां की चूत साले एक बार गांड मारने में क्या हो जाता है कौन सा साला तेरी गाड़ चौराहा हो जाएगी, किसी को कुछ पता नहीं चलेगा | जग्गू के कहने के बाद में राजू का जो प्रतिरोध है वह थोड़ा और कम हो गया इधर प्रियम भी राजू को झुकाने में लगा था और राजू था कि वह मानने को तैयार नहीं था राजू ने जग्गू से बोला - एक काम कर तू ही गांड मरवा ले मेरे पीछे क्यों पड़ा है |

जग्गू बोला - रीमा चाची तुझे झुकने को कहा तो तू झुकना |
रीमा ने बीच में ही क्लेरिफाई किया - ऐसा कुछ नहीं कि सिर्फ राजू की गांड मरी जाएगी लेकिन अभी राजू से ही शुरुआत होगी, चलो लड़कों शुरू हो जाओ मुझे गुस्सा मत दिलाओ अगर मेरी चूत चोदानी है चुपचाप लग जाओ और एक दूसरे से अपनी गांड हंसते-हंसते मरवाते रहो मुझे पता है गांड मरवाने में दर्द होता है और तुम लोगों की गांड भी तो अभी कोरी करारी है तो धीरे-धीरे शुरू करो मैं नहीं कहती एकदम से पेल दो ताकि दूसरों की गांड फट जाए बस मुझे यह खेल देखना है और खेल लंबे तक देखना है इसलिए चुपचाप मेरी बात मान लो अगर मेरी चिकनी चूत चाहिए | तब तक तुम लोगों के फोटो खींचती हूं | चलो अपने अपने काम पर लग जाओ |

प्रियम ने राजू को झुका दिया और आगे से जग्गू ने भी राजू को अपनी कमर तक झुका लिया जिससे कि उसका लंड राजू के मुंह के सामने आ गया, प्रियम में राजू की गांड पर अपना लंड सटा दिया और उस पर ढेर सारी लार छोड़ कर उसे अंदर घुसाने लगा राजू थोड़ा सा कसमसआने लगा लेकिन धीरे-धीरे प्रियम के लंड ने राजू के गांड के छेद में जगह बनानी शुरू कर दी और अंदर घुसने लगा | इधर आगे जग्गू ने अच्छे से राजू के सिर को पकड़ लिया और अपना लंड राजू के मुंह पर सटा दिया, राजू ने ना चाहते हुए भी मर्जी के खिलाफ अपना मुंह खोल दिया और जग्गू के लंड को अपने मुंह में लेने लगा जग्गू नीचे से कमर हिलाने लगा और उसका लंड राजू के मुंह में जाने लगा पीछे प्रियम राजू की गांड में लंड को घुसेड़कर आगे पीछे होने लगा अब राजू आगे पीछे दोनों तरफ से चुद रहा था | यह द्रश्य देखकर देखकर रीमा को तो जैसे ओर्गास्म आ गया वह बड़ी मस्ती से उन तीनों की फोटो खींचती रही, तीनो को पाने एक इशारे पर नाचती रीमा अन्दर ही अन्दर फूली नहीं समां रही थी | राजू के आगे जग्गू कमर हिला रहा था और पीछे प्रियम कमर हिला रहा था राजू दोनों तरफ से बुरी तरह से चोदा जा रहा था एक तो मुंह में और दूसरा गांड में उसका लंबा खड़ा लंड अपनी फूली हुई गोलियों के साथ में प्रियम के हर धक्के के साथ हिल रहा था आगे जग्गू भी उसी शिद्दत के साथ प्रियम राजू के मुंह में अपना लंड उसे रहा था जो कि बमुश्किल ही उसके सुपाडे के साथ इंच 2 इंच ही राजू के मुहँ के अंदर जा पा रहा था

राजू दोनों तरफ से चोदा रहा था प्रियम और जग्गू तो मिलकर उसे अच्छे से चोद रहे थे और यह देख कर ही रीमां को बहुत ही मजा आ रहा था दो लंडो के साथ में चुदाई कैसी होती है यह भी रीमा ने पहली बार देखा था रीमा को लड़कों की चुदाई में कोई दिलचस्पी नहीं थी वह बस उन लड़कों को सजा देना चाहती थी जो कि उसके बारे में ऐसे गंदे गंदे ख्याल ला सकते थे | वह चाहती थी लड़के समझे हर रिश्ता अलग-अलग होता है और हर कोई औरत एक सिर्फ सेक्स ऑब्जेक्ट नहीं होती कि वह लोग उसको जब छाए अपनी हवस की प्यास बुझाने को चोद सके | रीमा ने जो कुछ भी जग्गू से अपने बारे में सुना था उसको लेकर उसके अंदर बहुत ही गुस्सा भरा हुआ था और वह जग्गू को खासकर कब से सबक सिखाना चाहती थी बाकी राजू और प्रियम की किस्मत बुरी थी कि वह जग्गू का साथ देने आ गए इसलिए अब वह भी आटे के साथ में घुन की तरह पिस रहे थे |

रीमा को उनका एडवेंचर आब उबाऊ लगने लगा - अच्छा बच्चों चलो अब एक काम करो अब एक दूसरे की गांड बारी बारी से मारना शुरू करो | अब तक जो भी किया बहुत अच्छा किया अब एक काम करो राजू तू जग्गू की गांड में लंड घुसा और प्रियम तू राजू की गांड मार है एक दूसरे के आगे झुक जाओ और कुत्ते की तरह गाड़ मारना शुरू शुरू कर दो |

हांफता हुआ प्रियम - मैं कुछ समझा नहीं चाची |

रीमा बोली - अबे गधे मेरी चूत को चोदने की बारी आती है तो बहुत जल्दी दिमाग तेज चलने लगता है साले मैंने बोला है भोसड़ी के तू झुक जा राजू की गांड मारता रह राजू तू अपने आगे जग्गू को झुका ले और उसकी गांड मारना शुरू कर दे |
जग्गू हैरान हो गया | ये क्या हो रहा है रीमा तो हम सबकी गांड मरवाने के प्लान में है ऐसे तो अपनी की इज्जत मीती में मिल जाएगी | जग्गू ने साफ़ मना कर दिया - यह क्या है रीमा मैडमम मै किसी से अपनी गांड नहीं मर्वाऊंगा
रीमा - सोच ले जग्गू अभी फायदे में रहेगा, बाद में तुझे ज्यादा तकलीफ हो सकती है |
जग्गू - जो भी आप कह रही है वो सब तो कर ही रहा हूँ, मेरी अपनी कोई इज्जत है कोई रेपुटेशन है इन साले दो टके के लौंडो के चक्कर में आकर मैं भी यहां पर फस गया हूं | अब मुझसे आप जो भी बोलोगी मैं सब करने के लिए तैयार हूं आपकी चूत को चाट दूंगा आपकी गांड को भी चाट दूगां, आप तलवे चाट लूंगा, जो भी कहेगी सब करूगां लेकिन ये नहीं, यह काम मुझसे आप मत कहिए वैसे भी मैं इनके सालों के घटिया इंसानों के लंड को सहला रहा हूं यही क्या कम है | मन करता है सालो के सर फोड़ दू |
रीमा - अभी मौका है सोच ले जग्गू यहां पर तू फायदे में रहता आगे तुझे ज्यादा नुकसान हो सकता है देख अभी तू चुपचाप किसी एक का लंड अपनी गांड में डालवा ले , तो तुझे वह नहीं लेना पड़ेगा जो तुझे मैं दूंगी |

जग्गू कुछ उत्साह में आ गया - आप भी कुछ देने वाली हो, आप जो भी दोगी सब ले लूगाँ मै, आपसे तो मै अपनी गांड भी मरवा लूगाँ |
रीमा जग्गू को देखकर हैरान थी, कैसे वो उसके लिए उतावला हो रहा था, लेकिन इसी उतावले पन में जग्गू ने रीमा को एक आईडिया तो दे ही दिया - जग्गू जैसी तेरी मर्जी एक काम करो तुम भी झुक जाओ जब राजू गांड मरवाएगा तो तुम भी मार लो प्रियम की | राजू प्रियम तेरी गांड मारेगा क्योंकि उसको तेरी गांड मारने का ठेका दे दिया है जग्गू को समझ में नहीं आया क्या कहा |
जग्गू - मै कुछ समझा नहीं |
रीमा - अबे छछुंदर के लंड जब प्रियम राजू की गांड मार रहा है तू प्रियम के पीछे जाकर उसकी गांड नहीं मार सकता चुतिया भोसड़ी वाला | अब तो चुपचाप जाकर के प्रियम की गांड मार |

जग्गू को घिन आ गयी, पता नहीं रीमा क्या क्या करवाएगी उससे | उसका लंड भी तना हुआ था, काफी देर से वो उसे हाथ से मसल रहा था, जग्गू के दिमाग में रीमा पूरी तरह से छाई हुई थी रीमा के लिए वो अभी समुन्दर में भी कूद जाये यहाँ तो बस प्रियम पर झुकाना था | जग्गू प्रियम के पीछे जाकर के खड़ा हो गया राजू पहले से झुका हुआ था प्रियम ने बाहर निकले लंड को फटाक से राजू की गांड में पेल दिया | प्रियम जानता था यहाँ उसका कुछ बस नहीं चलने वाला है, रीमा चाची से पंगे लेने पर आज वो सचमुच में पछता रहा था | उसे पहले ही अकल आ जानी थी लेकिन पता नहीं किसने उसकी बुद्धि भ्रस्त कर दी थी | ये आफत उसकी खुद की बनायीं हुई थी अब तो बस उसे अपनी और रीमा चाची की नजरो में अपमानित होना ही बाकि रह गया था | रीमा ने वो भी कसर पूरी कर दी | अब इससे ज्यादा और कोई क्या उसकी इज्जत उछाल सकता था | उसका ही खास दोस्त उसके पीछे अपना लंड थामे खड़ा था | इस घोर अपमान से प्रियम की आंखे गीली हो गयी | उसने मन ही मन कसम खाई अब से वो कभी भी रीमा चाची के बारे में कुछ भी गलत नहीं सोचेगा | क्योंकि जो भी उसके साथ होने जा रहा है वो खुद उसकी ही गलती है | जग्गू ने प्रियम को अच्छे से पीछे से जकड़ लिया और उसकी गांड पर अपना मोटापा फूला हुआ सख्त लंड सटा दिया | प्रियम की कोरी करारी गांड का छेद भी इससे पहले कभी नहीं खुला था | जग्गू ने अपना जोर बढ़ा दिया | प्रियम को तो समझ में आ गया था उसकी गांड की फट रही है क्योंकि उसकी गांड में मोटा लंड छोड़ो उंगली तक नहीं गई थी | उसने कहा जग्गू से बोला अबे जग्गू लार तो लगा ले |
जग्गू बोला - हां यार मैंने भी नहीं चाहता कि तेरी गांड मेरे सीखे लंड से चीर जाए |
प्रियम को जग्गू के इस डायलोग पर गुस्सा आ गया - बेटा अभी तेरी मारूगां तब पता चलेगा सुखा लंड क्या होता है |
जग्गू ने अपने लंड पर ढेर सारी लार उड़ेल दी और उसे मलने लगा |

आगे प्रियम अपनी कमर हिला कर के राजू की गांड मारने लगा था राजू नीचे की तरफ झुका हुआ उसकी गांड ऊपर की तरफ हवा में उठी हुई थी और उस पर प्रियम लदा हुआ था अब उसके ऊपर जग्गू लद गया था | प्रियम का लंड राजू के गांड में घुसा हुआ था लेकिन प्रियम राजू को पकड़कर थम गया क्योंकि जग्गू ने जोर बढ़ा दिया था और प्रियम की गांड का छल्ला फ़ैलाने लगा था उसको दर्द होने लगा | उसने जबड़े भीच लिए थे और उसके हाथो की पकड़ राजू पर और ज्यादा सख्त हो गयी | जग्गू ने प्रियम को थामकर एक जोरदार तरीके से झटका मारा जग्गू का लंड का सुपाड़ा प्रियम की कोरी कुंवारी गांड में घुस गया था प्रियम के मुंह से चीख निकल गई | उसकी आंखे आंसुओं से डबडबा आई | प्रियम की चीख सुन रीमा के अंदर ही अंदर एक सुकून की लहर दौड़ गयी - हरम जड़ो मेरी इज्जत से खेलने चले थे, अब मेरे सामने ही सबकी इज्जत तार तार हो रही है |
रीमा गरजी - अब पता चला ऐसे ही चीख निकलती है जब कोई लंड किसी चूत में जाता है या किसी औरत की गांड में ऐसे ही लंड को घुसाते हैं तब भी तो ऐसी ही चीखे निकलती हैं | आह्ह खुस कर दिया तुमने प्रियम बेबी | अब तुम भी चुदाई का दर्द का अनुभव कर रहे हो | उम्मीद है तुम्हे अकल आएगी |
रीमा - जग्गू शुरू हो जा, तुझे क्या न्योता बेजू |

उसको बदला लेते समय इतना सुकून कभी नहीं मिला जितना उसे प्रियम की चीख सुनकर मिला था अब साले इसको समझ में आएगा लंड की चुदाई क्या होती है अब सालो को पता चलेगा जब कोई लंड अंदर घुसता है तो कैसा महसूस होता है |

जग्गू ने फिर से लंड को हल्का सा पीछे खींच लिया जोरदार झटका दिया | प्रियम तो घुटनों के बल होकर भी खडभड़ा गया | जग्गू ने पूरी ताकत से उसकी गांड पर लंड की ठोकर मरी | उसका लंड प्रियम की गांड के सख्त छेद को फैलाता हुआ अन्दर तक घुस गया | प्रियम के मुहँ से एक लम्बी जोरदार चीख निकल | वो दर्द से हाथ पैर पटकने लगा | जग्गू के लगे धक्के से उसका लंड भी राजू की गांड में घुस गया | जग्गू ने जोर से दबाव बनाये रखा जग्गू का लंड प्रियम की गांड में और अन्दर तक घुसता हुआ चला गया | ये देखकर जग्गू को बहुत ही खुशी हुई की उसका लंड प्रियम की कसी हुई गांड में समां गया था | जग्गू ने एक हुंकार भरी | राजू दोनों के बोझ से दबा जा रहा था | प्रियम को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था और उसकी गांड में बहुत तेज जलन भी हो रही थी यही हाल राजू का था लेकिन राजू कुछ देर पहले से गांड मरवा रहा था इसलिए उसका दर्द कम हो चुका था लेकिन प्रियम की तो बुरी हालत है उसने अपनी कमर हिलाने बंद कर दी वह अपनी गांड में होने वाले दर्द को बर्दाश्त करने की पूरी कोशिश कर रहा था उर इसीलिए इधर उधर हाथ पाँव पटक रहा था | इसके उलट जग्गू पुरे जोश में था |
रीमा ने तीनो की हालत देखि और धमकाते हुए बोली - मैंने यहाँ कोई गांड का दर्द निवारण केंद्र खोल रखा है, गांड मरवाओगे तो दर्द तो होगा ही | जग्गू मेरी चूत के दर्शन करने है की नहीं |

रीमा की चूत की बात सुनते ही जग्गू को जोश आ गया | उसके सटक से एक जोर दार धक्का प्रियम के चुताड़ो पट लगाया और उसका मोटा लंड प्रियम की गांड में पैबस्त हो गया | ठोकर इतनी तेज थी की प्रियम का लंड भी राजू के गांड में घुस गया | जग्गू प्रियम को थाम कर तेज तेज अपनी कमर हिलाने लगा | उसके ठोकरों से प्रियम भी हिलाने लगा जिससे उसका लंड अपने आप ही राजू की गांड मारने लगा | क्या नजारा था रीमा तो अन्दर तक वासना से नाहा सी गयी | वो कैमरा छोड़कर तेजी से अपनी गुलाबी चूत मसलने लगी | और जग्गू की तरफ जांघे फैलाकर दिखाते हुए - जग्गू तुझे ये चाहिए की नहीं |
जग्गू तेज मारते धक्को की वजह से हांफता हुआ - हाँ मैडम बिलकुल चाहिए |
रीमा - तो जोर जोर से चोद साले इस भडवे को | मार साले की गांड जोरदार तरीके से | अपने लंड से मसल कर कुचकर रख दे इसकी हरामी गांड को |
जग्गू का जोश तो दुगना हो गया जैसे उसे किसी ने वियाग्रा की गोली खिला दी हो | जग्गू पुरे जोश से धक्के मारने लगा | प्रियम की हालत पतली हो गयी | एक तो पिछवाड़े में भीषण दर्द और उसपर से जग्गू के भीषण धक्के | प्रियम तो जैसे बेहोश होने की कगार पर पंहुच गया | प्रियम के मुहँ से बस दर्द भरी कराहे ही निकल रही थी और उसके शरीर में जीतनी ताकत थी उससे वो खुद की गांड में हो रहे दर्द को बर्दास्त करने की कोशिश कर रहा था | जग्गू के धक्को से राजू की गांड तो अपने आप ही प्रियम का लंड अन्दर ले रही थी |

रीमा ने जोश में हुंकार भरते हुए - मजा आ रहा है प्रियम, देख लिया रीमा से पंगा लेने का हस्र | बहुत देर हो गयी मोटे लंड के मजे लेट हुए अब तोडा मजा राजू को भी दे | राजू प्रियम की गांड अब तू मार और जग्गू का लंड तेरी गांड में जायेगा |

राजू के अन्दर अब किसी तरह का प्रतिरोध करने की हिम्मत नहीं थी | प्रियम के घुटने और पैरो में अब जान नहीं बची थी | उसकी गांड में तेज दर्द हो रहा था और जो उसके जंगो और पैरो को कमजोर कर रहा था | प्रियम पीठ के बल लेट गया | उसके ऊपर राजू आ गया | उसके [पीछे जग्गू आ गया | अब कमरे का सीन देखकर कोई नहीं कह सकता था ये तीनो बिलकुल नार्मल लड़के है और इनमे से कोई भी गे नहीं है | असल में अब तीनी के अन्दर किसी तरह का विरोध करने की ताकत नहीं बची थी | जो होना था सो हो चूका था | एक बार लंड गांड में जाये या १० बार , लंड तो गांड में घुस चूका था | इसलिए अब कम से कम अपने अन्दर की आग तो बुझा ही लो | राजू ने अपने लंड को जोर जोर से मसलते हुए उस पर ढेर सारा लार मल दिया और उसे प्रियम की गांड के खुले छेद पर सटा दिया | पीछे से जग्गू कुछ ज्यादा ही जोश में था | उसने बिना किसी इशारे के ही राजू की गाड़ पर लंड रखकर तेजी से पेल दिया | झटका जोरदार था जग्गू का पूरा लंड राजू की गांड में समां गया और उस झाके के कारन राजू की कमर भी हिली और इउसका लंड प्रियम की गांड में घुस गया | अब प्रियम का दर्द बर्दाश्त करने की हालत में आ गया था | दोनों एक दुसरे के उपर घोड़ी बने लंड पेलने में जुटे थे | तीनो बुरी तरह हांफ रहे थे | और ये कामुक नजारा देख रीमा अट्टहास लगा रही थी और अपनी गुलाबी चूत मसल रही थी | जग्गू जैसे ही रीमा के गुलाबी चूत को देखता उसका जोश कई गुना बढ़ा जाता | वो तेजी से हांफ रहा था लेकिन उसके धक्के दनादन जारी थे | पहले उसने प्रियम की गांड को सुरंग बना डाला था अब राजू की गांड में भी बुरी तरह से लंड पेल रहा था |
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