Episode 52


लिजेल की कमर तेजी से हिल रही थी और अब विनीत का लंड भी उपर से नीचे तक गीला हो चूका था और सटासट अन्दर जा रहा था | विनीत लिजेल को जमकर चोद रहा था | और लिजेल का पूरा साथ दे रहा था | दो नंगे बदन अपने जिस्म से ज्यादा अपने मन की प्यास को तृप्त करने में लगे थे | लिजेल तो शुरू से पुरे जोश में थी नहीं तो कभी भी चुदाई के इतनी जल्दी अपनी चूत में लंड नहीं लिया था | कुछ देर चूमा चाटी करना उसका फेवरिट हिस्सा था | वो तेजी से विनीत के साथ लगातार उछल रही थी | उसके चूतड़ थरथरा रहे थे , बदन हिल रहा था उसकी चूत जमकर चीरी जा रही थी | कुछ ही मिनटों की भीषण मेहनत के बाद उसकी साँस धौकनी की तरह चलने लगी | विनीत ने उसे थाम नीचे बेड पर पटक दिया और उसके ऊपर आ गया | हौले हौले अपनी कमर हिलाने लगा और उसका चूत रस से भीगा लंड बिना किसी परेशानी के अन्दर बाहर होने लगा |
लिजेल - फ़क में हार्ड बेबी | विनीत ने स्पीड बढ़ाई |
लिजेल - more baby more |
विनीत - ओह माय गॉड, यू वांट टू मच वाइल्ड fuck |

इतना कहकर विनीत अपनी फुल स्पीड में आ गया | गचागच लिजेल की चूत की कुटाई शुरू हो गयी | असल में जब से मोहन के मोटे लंड ने उसकी चूत फैलाई है तब से उसकी वांट मोर की आदत पड़ गयी है | मोहन ने उसकी चूत तो चौड़ी कर दी लेकिन विनीत का लंड तो उतने ही साइज़ का है इसलिए उसे वही अहसास विनीत की चुदाई में भी चाहिए | अब तो धुवांधार चुदाई शुरू हो गयी थी | विनीत पसीना पसीना हो गया था | कमरे से फच फच की आवाजे आने लगी |
लिजेल के मुहँ से बस - या या बेबी या बेबी ही निकल रहा था | ५ सात मिनट तक फरारी की स्पीड से चुदाई करने के बाद विनीत भी कसकर हांफने लगा था और लिजेल दो बार झड गयी इसी बीच |
तेज उफनती सांसो को संभालती लिजेल ने बेड से उठकर विनीत का लंड थाम लिया और उसके आग से तपते गीले सुपाडे को निगल कर लोलीपोप की तरह चूसने लगी | विनीत ने अपनी सांसे काबू करते हुए अपनी आंखे बंद कर दी | लिजेल का हाथ जल्दी ही तेजी से उसके लंड पर फिसलने लगा उर उसके ओंठ उसके सुपाडे पर फिसल रहे थे | लिजेल को पता था अब विनीत की पिचकारी छूटने में भी ज्यादा समय नहीं है इसलिए उसने हाथो की कसावट और स्ट्रोक लंड पर बढ़ा दिए | दोनों हाथों से उसका लंड रगड़कर अच्छे से उसका उसका सुपाडा मुहँ में ले रही थी | उसका लंड पूरी तरह से लिजेल की लार से सन गया था |

लिजेल ने विनीत का सुपाडा मुहँ से बाहर निकाला - fuck मी बेबी |
विनीत समझ गया उसका इशारा मुहँ चोदने की तरफ था | विनीत ने धीरे धीरे कमर हिलानी शुरू कर दी और फिर तेजी से कमर हिलाने लगा | लिजेल गो गो की आवाजे निकाल कर उसका लंड घोटने लगी | अब विनीत की उत्तेजना का शुरुर साफ़ नजर आ रहा था | लिजेल ने मुहँ में लंड लेना रोक उसके लंड को तेजी से मुठियाना शुरू किया और पिस्टन की स्पीड से रपटते हाथ की गर्मी से, विनीत की लटकती गोल गुफावो में जमा सफ़ेद लावा पिघल कर बाहर की आने को चल पड़ा |
विनीत - बेबीबीबीबीबीबी. .. . आआह्हहहहह्हाहह्हहहहहहह्हहह . . . |

लिजेल ने सुपाडे को मुहँ की सीध में किया और पूरा मुहँ खोल दिया - एक दो तीन . . . . आठ पिचकारियो में विनीत ने अपने अन्दर भरा सारा लावा लिसेल के मुहँ में उड़ेल दिया | इसी के साथ विनीत हांफते हुए बेड पर लुढ़क गया | लिजेल सारी मलाई गटक गयी और फिर हलके हाथो से विनीत के लंड को पकड़कर उसके अन्दर की बची खुची बुँदे निचोड़ने लगी | विनीत बेड पर पीठ के बल लेट गया और लिजेल ऊपर 69 पोजीशन में आ गयी | उसने अपनी भारी भरकम जांघे विनीत के सर के दोनों ओर टिका दी और अपनी रस टपकाती गुलाबी चूत विनीत के मुहँ के सामने कर दी | फिर झुककर विनीत के लंड को अपने मुहँ में ले लिया और चुसने लगी | विनीत के लंड को अपने गुलाबी ओंठो के बीच जकड़े उसके अन्दर से बचे खुचे सफ़ेद लावे की बूंदों को सक्शन करके ऊपर खीचने लगी | बीच बीच में अपने बालो को पीठ पर फेंकने की असफल कोशिश करती लेकिन वो फिर से उसके सर के चारों तरफ फ़ैल जाते | विनीत अभी अपनी सांसे काबू कर सुस्ता रहा था |

लिजेल - बेबी डोंट स्टॉप, वी हैव आल नाईट एंड नो रेस्ट इस allowed | प्लीज ईट माय कमिंग एंड dripping pussy |
विनीत ने जीभ निकाल उसकी रस टपकाती चूत को चुसना शुरू कर दिया |
लिजेल - यस यस बेबी eat लाइक that |
विनीत पहले दौर के बाद मुरझाने लगा था लेकिन लिजेल के नर्म होठों और सख्त हाथो ने उसे आराम नहीं करने दिया | लिजेल लगातार उसे चूसती और मसलती रही और मुरझाने का पूरा मन बना चुके उसके लंड में नयी जवानी भर दी | विनीत भी लिजेल के लाल अखुये को जमकर चूस रहा था | लिजेल कुछ ही देर में फिर से गरम हो गयी |
विनीत का लंड भी पहले की तरह टनाटन हो गया था |
लिजेल - फ़क में बेबी लाइक यू वांट, आई ऍम योर्स कम्प्लीटली योर्स | लिजेल पीठ के बल लेट गयी लेकिन विनीत ने उसे पलट दिया |
विनीत - आई विल फ़क यू फ्रॉम बिहाइंड बेबी |

लिजेल - as यू wish बेबी, माय pussy इस योर्स नाउ | इतना कहकर उसने अपने चूतड़ हवा में फैला दिए | विनीत उसके मांसल चुताड़ो और उसकी घाटी की दरार देख फिर से जोश में आ गया | लिजेल के चूतड़ उठाते ही उसकी चूत के फलक खुल गए और उसके चुताड़ो की दरार में छुपा उसकी गांड का छेद भी दिखने लगा |
विनीत ने खुद को पोजीशन किया और लिजेल की जांघे फैला दी लेकिन लिजेल ने फिर से चिपका ली - fuck मी लाइक that बेबी | इ वांट to फील योर पॉवर ऑन माय बट चीक्स | विनीत ने एक हाथ से खुद के शरीर को संभाला और दुसरे से अपने लंड को लिजेल की दरार पर सटा या | विनीत के धक्का दिया लेकिन चूँकि लिजेल ने अपनी जांघि कस कस चिपका रखी थी लंड उसकी चूत में जाने की जगह उसकी गांड से टकराया |
लिजेल - ooooooopppss बेबी रोंग व्होल | that माय ass होल |
विनीत ने फिर से लंड सटाया और इस बार वो निशाने पर था | चूत रस से सरबोर लिजेल की गुलाबी चूत को चीरता हुआ लंड पूरा का पूरा धंस गया |

विनीत - नाउ इट्स राईट होल बेबी | यू वान्ना फ़क इन ass बेबी |
लिजेल - नो बेबी that इस पेनफुल |
विनीत ने फिर पींग बढ़ाते हुए - व्हाई not इट्स आवर लास्ट नाईट, we शुड मेक इट मेमोरेबल | लेट्स दो इट बेबी |
लिजेल चुप रही | विनीत कमर हिलाकर उसकी चूत में लंड पेलता हुआ - व्हाट हैपन बेबी |
लिजेल - आई ऍम not sure, आई नेवर do इट |
विनीत - thats व्हाई we नीड to do इट | इट विल बी फन | किंकी फन | विनीत का लंड फिर से लिजेल की चूत में फिसल रहा था |
तभी अचानक से कमरे का दरवाजा खुला और मोहन बिना कपड़े ही कमरे में दाखिल हुआ |
विनीत चौक गया | अपने लंड को लिजेल की चूत में धसाए धसाए - तू कहाँ से घुस आया बे |
लिजेल - बेबी इट्स सरप्राइज |
विनीत - व्हाट ?
मोहन ने हाथ में पकड़े डिल्डो को लिजेल को दे दिया | उसका मोटा लंड पूरी तरह से तना हुआ था | ऐसा लगता था जैसे वो पूरी तैयारी करके आया है | आते ही उसने लिजेल और उसके बनाये प्लान के मुताबिक उसने लिजेल के चुताड़ो को तेल से नहला दिया |
लिजेल - प्लीज डोंट स्टॉप बेबी . . . . |
मोहन - हाँ साहब मैडम को चोदते रहो लगातार |
विनीत - व्हाट नॉनसेंस इस थिस |

लिजेल - बेबी जस्ट फोकस ऑन fuck | ही इज असिस्ट यू | ही इज हियर to ऐड मोर फन |फ़क मी लाइक that यू नेवर fuck एनीवन एवर |
विनीत ने लिजेल को चोदना शुरू कर दिया | लिजेल पेट के बल लेती थी और विनीत उसके ऊपर चुताड़ो पर तगड़ी ठोकरे मारकर उसको चोद रहा था | लिजेल - मोहन कम हियर . . . आई वांट माइसेल्फ फुल बिजी | उसने आते ही मोहन का मोटा लंड अपने हाथ में थाम लिया और हिलाने लगी | फिर उसके फुले सुपाडे को लेकर मुहँ में चूसने लगी | लेकिन जैसे जैसे विनीत की स्पीड बढ़ रही थी लिजेल के जिस्म की थरथराहट बढ़ रही थी | पीछे से पड़ती ठोकरों से मोहन का मोटा लंड अपने आप ही अन्दर मुहँ में घुस जाता था | दनादन चुदाई का दो तरफा दौर कुछ देर बाद थम गया | लिजेल ने मोहन का लाया dildo अपनी चूत में फिट कर लिया और विनीत के लंड को चूसकर गीला करने लगी | मोहन अपने हाथ से ही अपने लंड को रगड़ने लगा | असल में आज लिजेल ही विनीत के लिए कुछ खास करना चाहती थी लेकिन क्या ये उसे समझ नहीं आ रहा था उसने मोहन के साथ मिलकर कुछ प्लान किया था लेकिन विनीत उस पर कैसे रियेक्ट करेगा ये नहीं पता था |
मोहन - मैडम जब तक आप साहब का लंड चूस रही है तब तक मै आपके चुताड़ो की मालिश कर देता हूँ |

लिजेल के गोर गोरे चुताड़ो को अपने दोनों हाथों से मोहन मथने लगा |

मोहन - क्या मखमली गद्दे की तरह आपके चूतड़ है मैडम | आह मै तो इनकी मालिश से ही खुश हूँ | मैडम आपकी चूत को dildo से चोद दू मै जब तक आप साहब का लंड चूस रही हो |
लिजेल ने विनीत का लंड मुहँ से निकाला - नो , जस्ट मसाज माय बट |
विनीत धीरे धीरे फिर से लिजेल के मुहँ को चोदने लगा |
मोहन - क्या गांड है मैडम आपकी | एक बार छुकर देखू तो सही | इतना कहकर उसने लिजेल की कसी गांड में अपनी उंगली घुसा दी |
लिजेल - ऊओप्स क्या करता है इडियट | डोंट touch माय ass |
मोहन - ठीक है नहीं छूता मैडम लेकिन एक बार मरवा लो |
लिजेल - मरवा लो मीन्स . . |

मोहन - मरवा लो मीन्स (कुछ सोचकर) fuck . मैडम fuck . . . गांड fuck |
लिजेल - यू मीन ass fuck. . . |
मोहन - हाँ मैडम वही वही |
लिजेल - जस्ट शट उप, thats वैरी किंकी थिंग, शेयर्ड ओनली with वैरी वैरी स्पेशल one |
मोहन - तो क्या मै सपेशल नहीं हूँ |
लिजेल - जस्ट लिक माय ass लाइक गुड doggy. . . . . . . . thats इट |
मोहन लिजेल के चुताड़ो के बीच की जगह को कुत्ते की तरह चटाने लगा | इसी बीच मुहँ की चुदाई उसने विनीत पर छोड़ दी थी थी और खुद dildo को अन्दर बाहर करने लगी | कुछ देर बाद

विनीत - बेबी आई ऍम रेडी |
लिजेल - बेबी बुत प्रॉब्लम है इस dildo क्या करू |
मोहन बीच में बोल पड़ा - गांड में घुसेड़ दो |
लिजेल - ही इज राईट , फर्स्ट पुट थिस इन माय tight pink ass. . . . then fuck माय pussy, आई वांट to एन्जॉय two cock at the same टाइम इन each होल |
विनीत - इट हर्ट यू |
लिजेल - आई लाइक pain, ट्रस्ट मी इट फील्स यू गुड व्हेन यू insert cock इन माय pussy अगेंस्ट dildo इन माय ass |
विनीत - ओह्ह बेबी यू आर टू मच किंकी टुडे |
विनीत ने dildo निकाल कर उसकी गाड़ के छेद पर लगाया |
मोहन एक दम से - अरे क्या करते है साहब, थोड़ा तेल वेळ लगा लीजिये काहे मैडम की गांड को सूखे सूखे छोलकर रख देगें | चिकनाई लगाईये नहीं तो मैडम की चीखे उबल पड़ेगी |

उसने तेजी से dildo को सरोबार कर दिया और लिजेल की गाड़ भी अच्छे से चिकनी कर दी | विनीत ने जोर लगाया | dildo का सुपाडा दबने लगा |

लिजेल - इजी बेबी | लिजेल के चेहरे पर तनाव साफ़ देखा जा सकता था | विनीत कसकर dildo को लिजेल की गांड के छेद पर सटा ये उसे अन्दर की तरफ ठेल रहा था | ऊपर से भारी दबाव पड़ने से लिजेल की गाड़ फैलने लगी | लेकिन dildo उसके अनुमान से ज्यादा मोटा था |
मोहन लिजेल के मुहँ में लंड ले जाकर खोस दिया - आप चूत पेलो मै मुहँ पेलता हो साहब, आज इस गोरी की सारी गर्मी एक साथ निकालते है | वैसे भी एक साल हो गया इसको एक साथ चोदे हुए | आपको याद है जब आप इसका मुहँ चोद रहे थे और मै इसकी चूत |
विनीत डर रहा था इसलिए ज्यादा जोर नहीं लगा रहा था | एक दो बार ज्यादा जोर लगाया तो लिजेल ने red सिग्नल दे दिया | कई बार कोशिश करने के बाद भी वो dildo का सुपाडा उसकी कसी गांड में नहीं घुसा पाया | पीछे से मोहन आया और उसने विनीत के हाथ से dildo छुड़ाकर अपने हाथ में पकड़ा और फिर लिजेल को सीधे की बजाय उलटा लिटा दिया और उसकी जांघो पर जाकर बैठ गया | dildo को चिकने तेल में नहला दिया और सीधे लिजेल की गाड़ के मुहाने पर - साहब जरा चूतड़ कसकर पकड़ो |

विनीत ने लिजेल की कमर और चूतड़ दबोच लिए | मोहन ने अपने दाहिने हाथ का पूरा जोर लगाकर dildo को गाड़ के मुहाने पर दबा दिया | मरता क्या न करता | बहुत तेज तीखे दर्द के साथ गाड़ का मुहाना खुल गया और dildo का सुपाडा अन्दर | मोहन तेजी उठकर आगे की तरफ गया और लिजेल के मुहँ में अपना लंड घुसेड़ दिया | हड्डियाँ कांपने वाले तीखे दर्द पर दो आंसू भी नहीं निकालने दिए नामुराद ने | उसके मोटे लंड से लिजेल का पूरा मुहँ भर गया | उसके गांड के छेद के चीरने की दर्दनाक सीत्कारे उसके गले में ही घुटकर दम तोड़ने लगी | विनीत को समझ नहीं आया क्या करे | जैसे ही उसने dildo को अन्दर ठेलने की कोशिश की लिजेल पैर पटकने लगी | लिजेल दर्द से अपने चूतड़ पटक रही थी और मोहन उसके सर को कसकर पकडे अपना मोटा लंड उसके मुहँ में ठुसे खड़ा था | विनीत असमंजस में था | भयानक दर्द की कराहे चीखे लिजेल के गले तक आकर दम थोड़े दे रही थी | दर्द और मुहँ में ठुसे लंड से उसका चेहरा टमाटर की लाल हो गया और उसके आँखों से पानी की धार बह निकली |

मोहन पुरे जोश में था | उसे लिजेल की हालत पर बिलकुल तरस नहीं आ रहा था | मोहन - साहब अब देर न करो, चोदना शुरू करो | लंड की सरसराहट से देखो अभी कैसे सेकंडो में लाइन पर आ जाती है | जब आप चूत में लंड पेलोगे तभी मै इसके मुहँ से अपना हथियार निकालूँगा ताकि ये साँस ले सके | जल्दी करो साहब |
विनीत - लेकिन |
मोहन - लेकिन वेकिन कुछ नहीं साहब, आपको ज्यादा सहानभूति है तो dildo उठाकर चूत में घुसेड़ दो और गांड मारना शुरू कर दो | मैडम के दर्द की परवाह मत करो,जैसे ही लंड घोटेगी अपने आप सब ठीक हो जायेगा |
विनीत - फिर भी ??
मोहन - मर्द बनो साहब , चूत चुदाई में औरते थोड़ा बहुत तो बिलखती ही है | मैडम की गांड मारो आज, यही आपका सरप्राइज है, अब देर मत करो |
विनीत असमंजस में था - मोहन ने लिजेल के मुहँ से लंड निकाल लिया - जस्ट do इट बेबी इट्स हर्टिंग टू मच बुत जस्ट do इट बेबी, आई वांट यू fuck माय ass नाउ बेबी . . हाआआआ ह्ह्ह्ह , इतना कहकर हांफने हुए लम्बी सास ली |

विनीत ने dildo निकाल उसकी चूत में घुसेड़ दिया और फिर अपने लंड को उसकी गांड पर सेट कर दिया | उसने पूरी ताकत लगा दी और धीरे धीरे सुपाडा घुसाने की कोशिश करने लगा | लेकिन इतनी देर में उसके लंड में हल्की नरमी आ गयी थी | अपने लंड को लिजेल की मुहँ में पेलता मोहन भाग कर आया और उसने इतना कसकर विनीत का लंड पकड़ा की उसमे दर्द उठ गया | उसने उस पर ढेर सारा तेल उडेला और कसकर मुठियाने लगा | जब उसके लंड की वही फौलादी सख्ती लौट आई तो उसने तेजी से लिजेल की गांड पर लगाया - पेलो न साहब | गद्गांदेदार चुताड़ो के बीच की कसी गुलाबी गांड मारने के लिए ही बनी है मैडम की परवाह न करो | गोरी वैसे भी बहुत स्वाद लेकर गांड मरवाती है |
विनीत ने भी इस बार मर्दाना ताकत का इजहार किया और एक ही झटके में लिजेल की गांड के सारे नखरे रौंदते हुए सुपाडे सहित अन्दर धस गया | नीचे से चूत में dildo होने के कारन उसका गांड में लंड पेलना आसान नहीं था | फिर भी उसने धीरे धीरे सेमी सेमी बढ़ते हुए इंचो का सफर तय कर लिया | ऐसा लग रहा था जैसे किसी सक्शन पाइप में उसके लंड को घुसेड़ दिया हो जहाँ दूसरी तरह से एक फौलादी मुसल उससे टकराने को तैयार है | आखिर कार उसके लंड ने लिजेल की गांड में तेजी से सफ़र करने भर की जगह बना ही ली | हालाँकि dildo की कारन उसे दिक्कत हो रही थी लेकिन यही तो पेंच था | लिजेल बोली - बेबी fuck माय ass डीपर एंड फास्टर लाइक ऐ मैंन |

विनीत ने जोश में आकर दनादन उसके चुताड़ो पर थाप देनी शुरू की | वो पेट के बल लेती थी और पीछे से विनीत धक्के लगा रहा था और आगे मोहन इस मौके का फायदा उठा रहा था | जैसे ही विनीत का लंड लिजेल की गांड में जाता वैसे ही वो आगे को हिलती और मोहन का लंड अपने आप ही मुहँ में समां जाता | विनीत अपनी पूरी रौ में आ गया था | तीहरे लंड की मार से लिजेल पस्त होने लगी थी | उसकी हालत देख मोहन थम गया | लिजेल ने जैसे राहत की साँस ली लेकिन पीछे से विनीत थमने का नाम नहीं ले रहा था | मोहन - साहब पोजीशन बदल ले |
विनीत बेड पर पीठ के बल लेट गया और उसके पर काऊबॉय पोजीशन उल्मेंटा मुहँ करके लिजेल बैठ गयी | dildo उसकी चूत में अभी भी फंसा हुआ था, विनीत ने उसकी कमर थाम कर उसकी गांड के मुहाने पर अपना लंड लगाया और जोर से कमर का झटका दिया, भीषण दर्द से लिजेल चीखी लेकिन दोनों मर्दों ने उसे जैसे अनसुना कर दिया | इधर मोहन ने उसके मुहँ में लंड घुसेड़ा लेकिन अब दर्द उसके बर्दाश्त से बाहर था | मोहन ने लिजेल को थाम लिया और उसके चूत दाने को रगड़ने लगा लेकिन भीषण दर्द के आगे सब फ़ैल | विनीत भी समझ गया कुछ गड़बड़ है वो भी रुक गया | अपना लंड उसी तरह से गांड में डाले डाले उसे अपने ऊपर लिटा लिया | मोहन ने dildo निकाल दिया | और उसकी चूत कोस चूसने लगा | फिर तेल डालकर उसके बदन की मालिश करने लगा | कुछ देर बाद लिजेल नार्मल हुई | वैसे ही मोहन ने उसकी चूत में अपना लंड घुसेड़ दिया | लिजेल का मुहँ शॉक में खुला का खुला रह गया | लिजेल - आआआआह्हाआअह्ह्हाआआह्हाआह्ह्ह माआयययय्य गाआअद्द स्लो बेबी स्लो |

सब कुछ जैसे slow मोशन में चलने लगा | एक बार लंड घुसेड़ने और निकलने में आधा आधा मिनट का टाइम लगने लगा और फिर धीरे धीरे स्पीड बढ़ानी शुरू की लेकिन विनीत ने जैसे ही कमर हिलाई पुराना दर्द नया बनाकर उभर आया | आखिर मोहन ने लंड बाहर निकाल लिया - साहब पहले आप चोद लो | वैसे भी गांड की शुरुआत तो आपने ही करी है |
विनीत तेजी से लिजेल को लिटा कर ऊपर आया और चूत में लड़ घुसेड़ पींगे बढ़ाने लगा |
लिजेल - आई ऍम सॉरी बेबी , मुझे लगा मै कार सकती हूँ |
विनीत - यू did इट तुमने कर दिखाया | योर ass इस not virgin एनीमोर | इट was one ऑफ़ memorable मोमेंट, इ विल नेवर फॉरगेट माय डार्लिंग |
लिजेल - ओह्ह्ह्हह रियली |
विनीत - यस माय बेबी |
लिजेल - कम ऑन मोहन लेट में suck योर cock |
इतना कहकर उसने मोहन का लंड चुसना शुरू कर दिया | चूसने चोदने का दौर आधे घंटे बाद ख़त्म हुआ | इस बार विनीत सीधे लिजेल की चूत में झड़ा जबकि मोहन मुहँ में | तीनो लेटे सुस्ता ही रहे थे की विनीत का फ़ोन बजा |

कम्पाउण्डर - सर ब्लीडिंग बंद नहीं हो रही है सब कुछ ट्राई कर लिया आपको आना पड़ेगा |
विनीत - बोला था न अब मुझे डिस्टर्ब मत करना |
कम्पाउण्डर - सर अर्जेंट नहीं होता तो आपको फ़ोन नहीं करते |
विनीत ने माथा पकड़ लिया | दो बार झड़ने के बाद वो कुछ आराम करना चाहता था फिर एक राउंड लिजेल से साथ खेलनाचाहता था लेकिन इस कम्पाउण्डर ने सब प्लान चौपट कर दिया | लिजेल उठकर बाथरूम जाने लगी |
बड़े ही खराब मन से आखिर वो कपड़े उठाते हुए निकला - बेबी आई जस्ट कम बेक | सुन तब तक मालिश करियो साले कुछ करना मत वर्ना कल से तेरे लंड पर ताला लटकेगा | गाड़ अच्छे से सहला, मालिश कर तेल लगा क्रीम लगा . . एक बार जमकर मारनी है इसकी कसी कसी गुलाबी गांड | गिफ्ट मिला है तो आधा अधूरा थोड़े लूँगा पूरा लूँगा |
मोहन - साहब अब वियाग्रा ले लो, मुझे डाउट है आपका अब खड़ा होगा | एक गोली फिर रात भर मसलो |
विनीत - चुप बे साले. . . . साले बीबी गाड़ थोड़े मारने को देगी | ऐसी दीवानी होती है जिनको कोई परवाह नहीं होती अपने जिस्म की | सब कुछ लुटा देती है | साला 9 साल हो गए आज तक सब कुछ किया लेकिन गांड मारने को कभी नहीं कहा इसने | आज तो कमाल हो गया |
मोहन - साहब मैंने मनाया है, बड़ी परेशान थी क्या स्पेशल दू क्या स्पेशल दू | मैंने कहाँ ऐसा कुछ दो जो आज तक किसी ने दिया न हो और न आगे कोई दे | पूछने लगी ऐस्सा क्या, मैंने बोल दिया अपनी कुंवारी कोरी गांड दे दो |
विनीत - फिर मान गयी |

मोहन - न काफी न नुकुर के बाद राजी हुई है |
विनीत - साले तू बहुत हरामी है, मुझे पता है तू भी उसकी गाड़ पर निगाह गड़ाये बैठा लेकिन पहले मालिश कर तेल क्रीम लगा | मेरे वापस आने तक अच्छे से रिलैक्स कर | अगर दर्द कम हो गया तो ही गिफ्ट वसूलने को मिलेगा नहीं तो हिला कर ही सोना पड़ेगा |
मोहन - साहब सच बतावो आपको मारनी है गांड |
विनीत - हाँ यार इसका मजा कुछ और है, बहुत ज्यादा लंड रगड़ रहा था, ऊपर से चूत में dildo धंसा हुआ था पेलने की जगह की कहाँ बची थी जब तक सटासट न चले रिदम नहीं बनती | एक बार नॉनस्टॉप बिना किसी रूकावट के मारनी है लेकिन लिजेल की हालत देखकर लगता तो नहीं कि आज हम कुछ कर पाएगे | इसीलिए मै सपने नहीं देखता, क्योंकि जब सपने पुरे नहीं होते तो बहुत दुःख होता है |

मोहन - क्या साहब आप बहुत जल्दी निराश हो जाते हो | डॉक्टर होकर भी आप बिलकुल दिमाग नहीं लागते | स्प्रे मार देगें. कुछ देर बाद मामला सुन्न फिर जमकर पेलो लंड आप गांड में और मै चूत में | दो तरफ़ा दनादन सटासट फटाफट जन्नत दिखा देगें लिजेल मैं को |
विनीत - जन्नत या जहन्नुम तेरे तो वैसे भी इतना मोटा है उसकी हलक सुख जाती है | वो राजी होगी स्प्रे के लिए ?
मोहन - वो आप मुझ पर छोड़ दो ,इतना मोटा है फिर भी साहब घोटने को तो बेताब रहती है |
विनीत - यही तो औरतो का रहस्य नहीं समझ आता | चुदवाते चुदवाते जिस्म पस्त हो जाता है लेकिन . . . |
मोहन - क्या साहब अपने को चोदने से मतलब है, रजामंदी से जो एक बार हाँ कर दे उसको जीभर के चोदो ऐसा चोदो की जब भी उसे चुदास लगे बस हमारा लंड ही याद आये |
तभी विनीत का फ़ोन फिर बजने लगा - अस्पताल से फ़ोन था, ऑटोवाले की ब्लीडिंग रुक ही नहीं रही थी |
विनीत - चल मै निकलता हूँ आता हूँ थोड़ी देर में, एक मरीज सीरियस है |
डॉक्टर वहां से चला गया | लिजेल अन्दर से फ्रेश होकर आई तो आते ही उसे गोदी में उठाकर मोहन ने मसाज वाली टेबल पर लिटा दिया - आप बहुत थक गयी होंगी आपकी मसाज कर देता हूँ |

लिजेल - नहीं तू आई ऍम ओके |
मोहन - ओके को गुड और फिर टू गुड बनाना है |
लिजेल मुस्कुरा दी | हालाँकि बाथरूम से वापस आते वक्त उसकी चाल बता रही थी की दर्द बदस्तूर बना हुआ है | मसाज वाली पर टेबल पर लिटाते ही एक ठंडा सा तेल उसके शरीर पर छिड़का और मालिश करने लगा | कोई पहली बार तो नहीं जब लिजेल की जिस्म को मोहन छु रहा हो लेकिन जैसे ही उसके उरोजो की मालिश शुरू करी उसके अन्दर के भाव जगने लगे | तेल की चमक से चमकता गुलाबी रंगत बिखेरता, ऊपर से नीचे तक नंगा बदन वो सफ़ेद चिकनी कमर , सपाट पेट और गुलाबी त्रिकोण शीशे की तरह चमक रहा था | वो त्रिकोण जिसे दुनिया की हर जवान मर्द अपनी हसरत बनाकर रखता है वो उसके सामने खुलेआम था | उसका मुरझाये हथियार में जान में आने लगी | औरत के जिस्म को नंगा देखकर उत्तेजना होना स्वाभाविक है | बड़ी मुश्किल ने मोहन ने खुद को संभाला और नीचे की तरह चला गया | गर्दन पेट और उन्नत उरोजों की मालिश वो कर चूका था अब एड़ियाँ पंजे और घुटने के नीचे के पैरो की मालिश करने लगा | फिर धीरे धीरे उसके पैर लिजेल की जांघो पर फिसलने लगे | घुटने से लेकर जांघो तक उसके हाथ फिसल रहे थे और उसकी निगाहे उस गुलाबी बाल विहीन त्रिकोण के मखमली ओंठो पर टिकी थी जो जांघो के संधि स्थल पर विराजमान थे | लिजेल ने एक ढर्रे पर चल रहे हाथ का अहसास होते देख हलके से अपनी आँख खोली - व्हाट यू अरे सीइंग |
मोहन - जन्नत मतलब हैवन |
लिजेल - यू फनी जस्ट massage प्रोपरली, इट फील्स सो गुड आफ्टर पेनफुल टायरिंग सेक्स |

मोहन - जी मैडम | इतना कहकर वो लिजेल के पैर पकड़ उसे पलटने लगा | लिजेल उसका इशारा समझ गयी | वो पेट के बल उल्टा लेट गयी | मोहन ने फिर से उसके पुरे बदन पर तेल डाला और पैरो से शरू करते हुए चूतड़ तक अच्छे से मालिश करने लगा | फिर जब उसे लगा मैडम फुल रिलैक्स करने लगी है तो उसने हलके से गांड में अँगूठा घुसेड़ा | लिजेल चिहुंक उठी - व्हाट आर यू डूइंग | इट्स हर्टिंग |
मोहन - गिव में 5 मिनट हर्टिंग गॉन | प्रॉमिस |
मोहन ने अँगूठा निकाल कर एक क्रीम भरने लगा और फिर गांड के मुहँ पर फिर से अँगूठा घुसाकर छेद खोला और स्प्रे चला दिया | उसके बाद चुताड़ो की मसाज करने लगा | कुछ देर बाद फिर से एक स्प्रे मारा और पीठ की मालिश करने लगा | फिर वापस आकर कमर ही मालिश करने लगा | कमर और पीठ की मालिश के बाद गर्दन और सर पर मसाज करने लगा | फिर लिजेल पलट गयी - मस्साज माय pussy बट जेंटली |

इसी बीच उसके हथियार में तनाव बना रहा लेकिन चूत की मालिश सुनते ही उसका हथियार उछलने लगा | उसने ढेर सारा तेल लिजेल की चूत पर उड़ेल दिया और बीच वाली उंगली चूत में घुसेड़ कर अच्छे से उसके थके गुलाबी चूत ओंठो को सहलाने लगा | कुछ देर चूत की मालिश के बाद मोहन ने लिजेल को पलट दिया और फिर से उसकी गाड़ में अँगूठा करने लगा | लिजेल हैरान थी उसे ये तो पता चला की कुछ अन्दर गया है लेकिन दर्द न के बराबर था | मोहन ने दो चार बार अँगूठा अन्दर बाहर किया - फील मैडम |
लिजेल - लिटिल बिट तोड़ा तोड़ा |
मोहन - पेन ?
लिजेल - नो पेन |
इतना कहते ही मोहन ने फिर से डी सेन्सिताइज करने वाली क्रीम उसकी गाड़ में उड़ेल दी और स्प्रे मार दिया | अब उसकी गांड का छल्ला पूरी तरह से सुन्न हो गया था | अब तो बस उसे विनीत के आने का इन्तजार था | उसने फिर से लिजेल को पलट दिया और चूत की मालिश करने लगा | मोहन लिजेल के सीने के पास खड़ा था उसका मोटा मुसल सीधे तना हुआ लिजेल की गुदाज मखमली छाती की नुकीली चोटी से टकरा रहा था | उसकी खौलती गर्माहट के स्पर्श ने लिजेल को आंखे खोलने पर मजबूर कर दिया | मोहन लिजेल की चूत मालिश में बिजी था | लिजेल ने उसका मोटा मुसल अपने हाथ में थाम लिया - थिस इज फुल साइज़ नाउ, इट्स फुल्ली एर्रेक्ट, पूरा खड़ा है |
मोहन - यस मैडम पूरा तन गया है |
लिजेल - वांट fuck |
मोहन - नो मैडम साहब को आने दीजिये |
लिजेल - हनी को फ़ोन लगावो |
मोहन - अरे मैडम ही कम सून |

लिजेल - ओके लेट rub it then, your cock too thick too big, i am going to rub and suck |
मोहन - ओके मैडम, सक सक मैडम|
लिजेल ने उसके लंड को अपने हाथ से मसलना चालू कर दिया और मोहन उसकी चूत को रगड़ रहा था |
लिजेल - कम ऑन टॉप इ वांट suck योर cock | ऊपर आ मै चुसुंगी , तू मेरी चूस |
मोहन - ओके ओके मैडम | वो तेजी से फुर्ती से मसाज टेबल पर आ गया उसने अपना लंड लिजेल के मुहँ के सामने लटका दिया और खुद उसके चूत और चूत दाने पर टूट पड़ा | दो तरफ़ा चूसा चुसी शुरू हो गयी | लिसेल उसके सुपाडे को मुहँ में लेकर चूसने लगी और वो लिजेल के चूत दाने को टाफी बना दिया | दोनों वासना में गोते लगाने लगे | कुछ देर की चूसा चुसी के बाद लिजेल मसाज टेबल से उतर गयी, मोहन अब विनीत की राह देख रहा था इधर लिजेल मोहन के मोटे मुसल पर पिल पड़ी | उसको बार बार मुठी याती मुहँ में लेती फिर मुठी याती फिर चूसती और फिर रगडती | मोहन का धैर्य जवाब देने लगा - मैडम स्टॉप स्टॉप . . . | उसने इशारा किया अब उसके बस का नहीं |
लिजेल - देन fuck मी, व्हाई वेटिंग |
मोहन - साहब को आने दो |
लिजेल - ऊओह्ह्ह्ह कॉमन यू आर नॉट बच्चा स्टॉप एक्टिंग लाइक that | fuck मी माय pussy इस पल्सेटिंग नाउ |
मोहन - मैम्म तोड़ा suck |
लिजेल - एज यू wish |

लिजेल ने फिर से मोहन का चुसना शुरू कर दिया लेकिन इस बार चुसाई पहले से ज्यादा इंटेंस थी इसलिए खुद ही देर में मोहन पीछे हट गया | लिजेल को गुस्सा आ गया - बिहैव लाइक अ मैंन, जस्ट स्टार्ट स्क्रू मी | पुट योर cock इन माय pussy | क्या कहते हो तुम लोग लंड को चूत डालना |
मोहन कुछ जवाब देता इससे पहले ही उसी मसाज टेबल पर पेट के लेट गयी गयी - fuck मी लाइक डॉग इन doggy पोजीशन . . . . कुत्ते चोदो |

मोहन के पास कोई चारा नहीं था उसने लिजेल के चूतड़ फैलाये और उसके चूत के गुलाबी छेद पर अपने तने लंड का मोटा सुपाडा सटाया और हलके से आगे को धक्का दिया | उसका सुपाडा लिजेल की संकरी चूत को फैलाता हुआ अन्दर घुसने लगा | उसने फिर से कमर पीछे खीची और जोर से आगे को ठेला | इस बार उसका लंड खिसकते हुए आधा लिजेल की चूत में समां गया | लिजेल की चूत पूरी तरह से उसके लंड से भर गयी थी | लिजेल भी अपनी कमर पीछे खिसकाकर उसके लंड को खुद में समाने लगी |
लिजेल - यू आर huge , माय pussy इस फुल, नो स्पेस फॉर इवन एयर | मोहन हांफता हाउ क्या कह रही हो मैडम |
लिजेल - मोटा है. . . . . नो स्पेस इन माय चूत |

मोहन को जोश आ गया उसने जोर का झटका मारा और अपना पूरा लंड लिजेल की चूत में ठेलने की कोशिश करने लगा | उसकी कमर हिलने लगी और वो कुत्ते की तरह लिजेल को कुतिया बनाकर चोदने लगा | कुछ देर तक दनादन लिजेल की चुताड़ो पर जमकर ठोकर मारी | लिजेल की पूरी चूत चीर कर फैला दी अपने मोटे मुसल से | लिजेल के घुटने जवाब दे गए | वो वही पसर गयी| मोहन ऊपर टेबल पर आ गया और उसकी चूत में अपना मोटा मुसल घुसेड़ दिया फिर धकापेल सटासट लिजेल की चूत फाड़ने का सिलसिला शुरू हुआ | जीतनी तेज मोहन की ठोकरे उतना तेज लिजेल के चूतड़ थरथराते | उतनी तेज मोहन का लंड लिजेल की चूत में घुस जाता |

मोहन ने लिजेल को चोदने की रिद्धम पकड़ी ही थी की तभी कमरे का दरवाजा खुला | विनीत आ गया था |
असल में जब यहाँ से विनीत तो एक घंटे में कह कर वापस आने को बोला था लेकिन उसने २ घंटे लगा दिए |
अस्पताल जाकर उसने दोबारा से टाँके लगाये और फिर खून रोकने के इंजेक्शन लगाये | फिर कुछ देर तक दवा के असर का इन्तजार करने लगा | रीमा इमरजेंसी रूम के बाहर बैठी हुई थी | विनीत टहलते हुए बाहर चला आया |
विनीत - हाय मिसेज रीमा |
रीमा - हेल्लो |
विनीत - पेशेंट के बारे में कुछ पूछ सकता हूँ |
रीमा - श्योर |
विनीत - ये सब हुआ कैसे |

रीमा कुछ सोच में पड़ गयी फिर बताने लगी - एक्चुअली मै वीमेन हेल्थ पर काम करती हूँ | कल ही इस कस्बे में आई थी | ये इलाका काफी बैक वर्ड और पुराणी सोच वाला है | इस ऑटोवाले को मैंने किराये में पर लिया था | इसका नेचर काफी अच्छा था | मेरे साथ के लोग कल ही कैंप लगाकर वापस चले गए | मै रुक गयी थी | मै इन लोगो की जिंदगी करीब से देखना चाहती थी | आज इसलिए ये मुझे अपने गाँव लेकर गया था | मैंने वहां की जवान औरतो को कंडोम दिए और बच्चे की प्लानिंग के बारे में समझाया | तभी एक बूढी औरत ने वहां अफवाह फैला दी की मै औरतो को बाँझ करने वाली दवाइयां बाँट रही हूँ जिससे आगे वो माँ नहीं बन पायेगी | फिर क्या था गाँव वाले मारपीट तक उतर आये | हम वापस आने लगे तभी एक दो लड़को ने अभद्र टिप्पणी मेरे ऊपर करनी शुरू कर दी और औटोवालो ने उनसे झगड़ा कर किया और इसको चोट लग गयी | इसी बीच बराव में मेरा टॉप फट गया, मुझे ये तौलिया लपेट कर अपनी लाज बचानी पड़ी |
रीमा ने सफ़ेद झूठ बोल दिया |
विनीत - आई ऍम सो सॉरी, लेकिन आप ऐसे ही कपड़े पहनती है मेरा मतलब, गलत मत समझिएगा लेकिन आपके स्टैण्डर्ड के हिसाब से |
रीमा - आई अंडरस्टैंड . . . . ऐसे लोगो के बीच में अपने स्टैण्डर्ड के कपड़े पहन जाती थी तो औरते न अपनी मन की बात नहीं बताती है | वो एक मेंम साहब वाली दूरी बनाकर रखती है |

विनीत - आई अंडरस्टैंड | ये इलाका है तो सच में बहुत बैक वर्ड | ऊपर से यहाँक्रिमिनल एक्टिविटी भी ज्यादा है |
रीमा - वेल अगर मै गलत नहीं हूँ यू आर वेल एजुकेटेड, फिर यहाँ . . |
विनीत - मै यही पला बढ़ा हूँ, हायर स्टडी के लिए रूस गया था | चूँकि इस इलाके में अकेला बढ़िया डॉक्टर हूँ तो मुझसे कोई अटकता नहीं है क्योंकि आये दिन गैंगवार में किसी न किसी का आदमी इलाज कराने आता रहता है | इसलिए मुझे कोई नहीं छुता |
रीमा - आपसे मिलकर अच्छा लगा डॉक्टर |
विनीत - वी कैन बी फ्रेंड्स |
रीमा - व्हाई नाट |

रीमा और विनीत ने हैंडशेक किया और दोनों एक साथ बोले - फ्रेंड्स |
विनीत - आप ये मास्क उतार सकती है मै अजनबी नहीं हूँ |
रीमा भी विनीत के साथ रिलैक्स हो गयी थी - ये तो बस ऐसे ही |
रीमा ने मुहँ पर बंधा कपड़ा उतार दिया | विनीत को झटका सा लगा, जैसे कोई रास्ते में जाते हुए अचानक से सांप देख ले | लेकिन जल्द ही उसने अपने चेहरे पर आये भावो को छिपा लिया | रीमा के तेज नजरो से उसकी असहजता छिपी नहीं थी |
रीमा - सो व्हाट |
विनीत को अचानक से कुछ समझ नहीं आया - आप बहुत खूबसूरत है |
रीमा अपनी तारीफ सुनकर मन ही मन गदगद हो गयी | विनीत अचानक से उठा - वुड यू एक्स्कुज मी, मै जरा पेशेंट को देखकर आता हूँ |
रीमा - श्योर |
विनीत तेजी से अन्दर इमरजेंसी में घुस गया | लम्बी साँस ली | औटोवालो को देखने का नाटक करता रहा | फिर उसने अन्दर ही किसी को फ़ोन लगाया और कुछ बात की |
कुछ देर बाद मुस्कुराता हुआ बाहर निकला - पेशेंट अब ठीक है | घबराने की बात नहीं है | मुझे अब निकलना होगा, कोई मेरा वेट कर रहा है | तो आप यही रहेगी रात भर या मै आपको कही ड्राप कर दू | विनीत रीमा के कपड़ो को चीर कर उसके फिगर का अंदाजा लगाने लगा |
रीमा - जी मै वो . . . |

विनीत - मेरा मतलब किसी होटल या लाज में |
रीमा मुस्कुरा दी |
विनीत - जी मै कुछ समझा नहीं मै कुछ गलत पूछ लिया |
रीमा - नहीं एक्चुअली कल मेरे साथी वापस चले गए थे तो ऑटोवाले के यहाँ रुक गयी थी | यू know एक्सपीरियंस लेने के लिए | आज का कुछ प्लान करती इससे पहले ये इंसिडेंट हो गया | फिलहाल मैंने कोई होटल तो book किया नहीं है | अब तो आधी रात होने को है | तो आज रात यही इसी chair पर गुजरेगी |
विनीत भी मुस्कुरा दिया - अगर आप यही इस बेंच पर सोना चाहती है तो मै आपको इंसिस्ट नहीं करूंगा लेकिन ऐसे ओपन हॉस्पिटल में सोना आप जैसी लेडी के लिए थोड़ा रिस्की हो सकता है | आप चाहे तो मै आपको होटल तक ड्राप कर दूंगा |
रीमा के पास पैसे तो थे लेकिन आगे का कुछ पता नहीं इसलिए वो नोटों की गड्डी बचाकर रखना चाहती थी |
रीमा - एक्चुअली मेरे पास पैसे थोड़े कम है आप परेशान न हो मै यही मैनेज कर लूंगी | वो लड़का (ऑटोवाले का भाई ) है न |
विनीत - ओह मिसेज रीमा जी बस इतनी सी बात है, अभी आपने मुझे फ्रेंड बनाया है फिर इतनी हिचक | मैंने तय कर लिया है , यू विल बी माय गेस्ट आज रात के लिए |
रीमा - अरे इसकी कोई जरुरत नहीं है |

विनीत - अरे मेरा पांच फ्लोर का क्लिनिक है, यहाँ से कुछ सवा किमी होगा वही मै भी रहता हूँ | आज रात के लिए आप मेरी गेस्ट है | यहाँ रहन सेफ नहीं है, क्रिमिनल, नशेड़ी जुवारी शराबी सब तरह के लोग आते रहते है |
रीमा असमंजस में थी, वैसे भी अनजान शहर में, ऑटोवाला कोई उसका रिश्तेदार तो था नहीं | फिर उसे विनीत इस कस्बे में अब तक का सबसे भला और पढ़ा लिखा आदमी लगा | रीमा - अब आप इतना इंसिस्ट कर रहे है तो चलिए |
विनीत किसी जीत की ख़ुशी की तरह उछला - ये हुई न बात |
रीमा बेंच से उठी - मै जरा ये दवाये दे आऊ उसकी औरत को |
विनीत - हाँ स्योर तब तक मै कार निकालता हूँ |
रीमा औतोवाली की औरत को पांच हजार रुपये देकर बाहर निकल आई | विनीत के साथ कार में बैठकर कुछ ही मिनटों में उसके क्लिनिक में आ गयी | विनीत तीसरी मंजिल पर रहता था और बेहद VIP पेशेंट के लिए उसी फ्लोर पर लक्ज़री रूम बना रखे थे |

विनीत जिस रूम में अभी घुसा था ये लिफ्ट के पास से उत्तर से दक्षिण आते गलियारे में आखिरी छोर पर था | इसीके किनारे से एक पतली गैलरी निकल कर बिलकुल आखिरी छोर तक गयी थी | उस तरफ एक हाल और लक्ज़री रूम था | विनीत पहले रीमा को वही छोड़ आया | रीमा का रूम विनीत के रूम से सटा हुआ था लेकिन उसका दरवाजा बिलकुल उल्टा दक्षिण की तरफ खुलता था, जबकि विनीत के पेंटहाउस का गेट उत्तर की तरफ था | विनीत तेजी से रीमा को छोड़कर अपने कमरे की तरफ जाने लगा |
रीमा - विनीत कैनयू अरेंज सम क्लॉथ |
विनीत - श्योर |
विनीत अपने कमरे में आ गया |
विनीत घुसते ही - तुझसे रहा नहीं गया |
मोहन - आप तो एक घन्टे में आने वाले थे |
विनीत - हाँ कुछ और काम पड़ गया था एक काम कर जा पीछे से पड़ोस वाले कमरे में एक मैडम आई है उनको ये लिजेल की बाथरोब और ये टॉप और लोअर दे आ |
मोहन - कौन मैडम और इस हालत में | पिचकारी तो निकाल लेने दो |
विनीत - अर्जेंट है, मेरे साथ एक मैडम आई है | वो मेरी गेस्ट है, जाकर उनको देकर आ |
मोहन - इस हालत में |
विनीत - तौलिया बांध ले |

मोहन - बहुत ना इंसाफी है साहब, खड़े लंड को बाहर भेज रहे हो | आप ही चले जावो |
हारकर विनीत ने ही कपड़े उठाये और चलने को हुआ तभी याद आया की मैडम ने कुछ खाया तो होगा नहीं | उसने फ्रिज से फल और burger भी निकाल लिए |
दरवाजा बंद करते ही रीमा ने एक बार पुरे कमरे का मुयाना किया और बिस्तर पर आकर लुढ़क गयी टीवी ऑन कर दिया | टीवी पर लोकल सिटी चैनल पर आधी रात का न्यूज़ बुलेटिन आ रहा था | उसमे गिरधारी की मौत की खबर आ रही थी कि एक अवैध सी गंदी बस्ती के अंदर एक आदमी की लाश मिली है और सुरंग के बारे में लोकल रिपोर्टर बहुत अच्छे से सिटी चैनल पर बता रहे थे। जैसी ही बुलेटिन खत्म हुई एक एडवर्टाइजमेंट आया और रीमा उसे देखकर भौचक्की सी रह गई।
रीमा की फोटो थी और गुमशुदा का एडवर्टाइजमेंट था। नीचे नंबर दिया हुआ था जिस पर कांटेक्ट करने की बात हुई थी। रीमा ने माथा पीट लिया हे भगवान अब तो कि मैंने क्यों नहीं सोचा। मुझे पता था, रोहित ने कोई कोर कसर नहीं बाकी रखी होगी। मैं कितनी बड़ी गधी हूं। एक बार कहीं भी टीवी देख लेती। इसका मतलब ही पूरा क़स्बा मेरे बारे में जानता है। अब तो मुझे रोहित से बात करनी होगी तो फटाफट टीवी से वह नंबर निकाल कर के और वहां पर पड़े लैंडलाइन नंबर से फोन मिला दिया। एक बार घंटी गई किसी ने फोन नहीं उठाया। रीमा बेचैन हो गई |

रीमा ने दोबारा फोन उठाया और तभी फोन रोहित ने उठाया हेलो। रोहित की आवाज सुनते ही रीमा अपने आप को रोक नहीं पाई। वह फूट कर रोने लगी। रोहित आवाज को समझने की कोशिश करता रहा और एक ही पल में समझ गया कि - हेलो हेलो हेलो रीमा क्या तुम हो, कहां हो, तुम कहां हो, हेलो हेलो अभी आता हूं।
रीमा ने सारी राम कहानी एक साँस में सुना डाली | रोहित ने भी बताया उसने तुम्हे ढूढ़ने की कितनी कोशिश की |
रोहित - मैं सब कुछ छान मारा, सिक्युरिटी सीआईडी सब से बात करी । कोई कुछ पता नहीं लगा पाए। तुम कहां हो जल्दी बताओ हम आ रहे हैं।
रीमा ने कस्बे का पता बताया |
रोहित - तुम बिलकुल चिंता मत करो हम जगल वाली रोड से तो सिर्फ 3 चार घंटे में पंहुच जायेगे |
रीमा पूरी तरह निश्चित होकर बेड पर पसर गयी | अब न कोई चिंता थी न कोई डर उसका रोहित उसे लेने जो आ रहा था | इसी बीच उसने जितेश की आखिरी निशानी उसके कपड़े भी अपने जिस्म से उतार फेंके | हिकारत भरी नजरो से देखा | फिर चारो तरफ निगाह डाली एक छोटी सी तौलिया की अलावा वहां कुछ नहीं था | उसने अपना माथा पीट लिया, पहनने को कुछ था ही नहीं फिर भी घर वापस जाने की की पहली महक में मगन रीमा वही तौलिया लेकर बाथरूम में घुस गयी | रीमा ने शावर ऑन किया और अपने थके हारे बदन पर ठंडी पानी की फुहारे डालकर उसकी थकान मिटाने लगी |

तभी दरवाजा खुला और विनीत अन्दर आया | उसने रीमा को आवाज दी - मिसेज रीमा |
रीमा इतना ज्यादा मगन थी की पहली आवाज को अनसुना कर दिया | विनीत ने दूसरी बार आवाज लगायी - मिसेज रीमा आर यू हियर |
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