Episode 01
हेलो दोस्तो मेंरा नाम रेखा है उम्र 27 साल ,रंग गोरा साइज 34 32 36 है मेरी तीन दिन पहले अमित से शादी हुई है जो मुम्बई में एक प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर की पोस्ट पर तैनात है मेंने पूना कॉलेज से एम कॉम किया है और 3 साल तक पूना में एक सी .ए ऑफिस में एकाउंटेंट की जॉब की है तीन दिन तक अपने सुहागरात की खुमारी उतारकर आज समय मिला तो सोचा अपने दोस्तों से बात करती हूं नही तो बोलेंगे की शादी होते ही भुल गयी सबसे पहले अपनी दोस्त प्रिया को फ़ोन किया जिसकी शादी मुम्बई में ही 2 साल पहले हुई थी और मुझे वो उसी सी. ए ऑफिस में पहली बार मिली थी जहां मेने काम किया है लेकिन वो शादी के बाद मुंबई शिफ्ट हो गयी और मुम्बई में ही जॉब करने लग गयी थी पिछले 2 साल से उस से लगभग रोज बात होती थी ,प्रिया के फ़ोन पर घंटी बज रही थी लेकिन उसने फोन रिसीव नही किया तो मैंने सोचा बिजी होगी इसलिए राजेश को फ़ोन करती हूं । लेकिन डायल करने से पहले ही प्रिया का फोन आ गया
मैने फोन उठा कर hello बोला ही था कि वो चालू हो गयी
प्रिया- आज याद आया क्या तेरे को सहेली का 3 दिन बाद ,मेने तो सोचा एक फ्रेंड और गयी
में- यार नया घर नई जगह सब सेट करने में टाइम तो लगता ही है एक बेचलर का घर कैसा होता है मालूम है ना कोई चीज ठिकाने नही
प्रिया - रहने दे मुझे मत सीखा ये बोल ना अमित छोड़े तो सहेली की याद आये
में-अरे ऐसा कुछ नही है तुमको सब मालूम है राजेश सर् ने जो चस्का लगा दिया है अब वो किसी के बस की बात नही है
प्रिया- क्या मतलब तुझे ठंडा नही कर पाता क्या
में- ठंडा तो करता है पर रात में एक बार दुबारा वाली बात नही है
प्रिया -यार ये राजेश ने जिसकी एक बार ले ली वो किसी और से संतुष्ट होती ही नही है अब मेरा ही देख ले।
में - पर तूने तो अपनी सेटिंग कर ली ना यहां
प्रिया,- हां कर ली पर तु तो साली शादी थोड़े की है अग्रीमेंट किया है अपनी शर्तों पर
में - कुछ अग्रीमेंट नही किया बस बाद में परेशानी ना हो इएलिये पहले बता दिया
प्रिया ,- अगर तू किसी और से चुदवाए तो उसके लिए वो मना थोड़ी करेगा
में -ऐसा कुछ नही है शादी से पहले के अफेयर की बात हुई है जो उसके भी रहे है और मेरे भी थे बस
प्रिया - लेकिन ऐसा होता है क्या ,जो तुम दोनों ने शादी से पहले ही सब कुछ बात कर ली
में -देख प्रिया में अपनी जिंदगी अपने ढंग से जीना चाहति थी पर घर वाले अपनी जिद पर थे तो सोचा सब कुछ पहले से बता दो तो ठीक रहेगा मुझे लगा था अमित सुनते ही मना कर देगा पर कल उसका वेब हिस्ट्री और कंप्यूटर में सेव फ़ाइल देखा तो समझ में आया कि उसने मना क्यों नही किया
प्रिया- ऐसा क्या है वेब हिस्ट्री और फाइल्स में
में - उसके वेब हिस्ट्री में सिर्फ थ्रीसम और फोरसम सर्च ज्यादा है उसके बाद कंप्यूटर में कुकहोल्ड और गे का पूरा कॉलेक्सन भरा पड़ा है
प्रिया - कही वो खुद भी गे तो नही
में - पागल है क्या तीन रात से उसे देख रही हूं एक बार तो पूरा संतुष्ट करता ही है और उसने तो पहले ही बोल दी कि पोर्न का वो बचपन से शौकीन है अगर गे होता तो 3 गर्ल फ्रेंड क्या उसकी मारती थी क्या
प्रिया - समझ गयी पूरा सेक्स का रसिक है तेरे लिए एन्जॉय करने का पूरा चांस है
में - वो तो देखा जाएगा फिलहाल तो कोई परेशानी है नही आगे होगी तो देखेंगे तू बता सुमित का क्या हाल है
प्रिया -ठीक है लेकिन तू तो जानती है सुमित सिर्फ नाम का पति है बाकी तो मेरा मूड होना चाहिए लोग लाइन लगा कर खड़े रहते हैं
में- साली तू कभी नही सुधरेगी वहाँ वाला काम यहां भी चालू कर लिया ।चल ठीक है मुझे घर भी बात करनी है बाद में बात करते है
प्रिया ही वो लड़की थी जिसने मुझे चुदाई का पहला पाठ पढ़ाया आफिस में शायद ही कोई होगा जिसने उसको नही चोदा होगा मॉडर्न कपड़े पहन कर आती थी जिसमें से सब कुछ दिखता था उसी का दिया गुरु ज्ञान था कि मुझे भी सोचने पर मजबूर कर दिया कि जवानी एक बार चली गयी तो सिवाय पछताने के कुछ नही होगा इसलिये मेरे भी राजेश से शारिरिक संबंध बन गए और एक बार जो सिलसिला शुरू हुआ वो थ्रीसम तक पहुच गया जिसमें राजेश और हरमीत शामिल थे प्रिया भी शादी से पहले शामिल होती थी पर शादी के बाद जब वो पूना आती थी तभी संभव होता था ।
राजेश हमारा मैन बॉस था बहुत आकर्षक व्यक्तित्व का मालिक था हरमीत उसका दोस्त था जो मेरी ही इच्छा से शामिल हुआ था राजेश शादी सुदा था ये बात उसने मुझे पहले ही बता दी थी पर फिर भी प्रिया की बातों में आकर मेने उसको अपना कौमार्य सौंप दिया था जिसका मुझे अफसोस नही है क्योंकि उसने तीन साल में बहुत एन्जॉय करवाया था यही कारण था में शादी नही करना चाहती थी पर राजेश ने सुझाव दिया कि अमित को उसके अफेयर की बात बता दो अगर मान जाए तो शादी तो करनी ही है इसलिए जब अमित पहली बार जब मुझे देखने आए तो मैंने बोल दिया मेरा एक बॉय फ्रेंड रहा है जिसकी शादी हो चुकी है ।पर ,मेरी बात पर अमित उल्टा बहुत खुश हुआ की मैने साफ साफ बोल दिया था फिर उसने भी अपनी जिंदगी के सारे गुण दोष बता दिए की उसकी 3 गर्ल फ्रेंड रही कॉलेज टाइम में अब तीनो की शादी हो चुकी अगर मेरे को आपत्ति नही है तो वो तैयार है फिर उसके व्यक्तित्व को देख कर मैने शादी के लिए हां कर दी ।उसको मैने सिर्फ राजेश के बारे में बताया था बाकी सब बातें गोल कर गयी थी अमित भी मुझे धोखा खाई हुई लड़की समझ कर अपनाने को तैयार हो गया था क्योंकि सुंदरता में मैं कम नही थी और उसके कंप्यूटर का रिकॉर्ड देखकर मुझे अब लग रहा था कि उसने जानबूझ कर ऐसा किया होगा
रात में बिस्तर पर जाते ही मेने उस से कहा जानू चलो पोर्न देखते है उसने सिर्फ बरमूडा पहन रखा था और मैने एक झीना सा गाउन , उसके लिंग में कोई तनाव नही दिख रहा था तो वो बोला," यार शादी से पहले पोर्न ही तो देखा है अब पोर्न में इतना मज़ा नही आता
में उसके पास बैठ गयी और बरमूडा के अंदर हाथ डाल कर लिंग को पकड़ ली जिस से थोड़ा तनाव आना चालू हुआ
मैं,,"कोई बात नही में तुम्हारी बीबी हूँ जिस चीज में मज़ा आता है वो बता दो कहीं तुम्हारी पुरानी प्रेमिका के साथ सेक्स किया हुआ कोई वीडियो हो तो वो देख लेते हैं वैसे पिक्चर तो जरूर होगी वो ही दिखा दो
अमित,"नही यार शादी से पहले मैंने सब डिलेट कर दिया सोचा पता नही कैसी बीबी मिले और फिर उनकी भी जिंदगी में परेशानी हो सकती थी
में,,-- ठीक है पर मेरे पास मेरे बॉयफ्रेंड की फोटो है देखोगे
अमित,- क्यो नही में भी तो देखूँ तुम्हारा bf कैसा दिखता है
फिर मैंने उसको राजेश की एक टॉपलेस फ़ोटो दिखाई जिसमे वो कसरत कर रहा था
मैं,- देखो इसी ने तुम्हारी बीबी को पहली बार किश किया था
इतना सुनते ही उसका लण्ड पूरा अकड़कर टाइट हो गया और वो मेरे होठो पर टूट पड़ा जैसे उनका सारा रस खत्म कर देगा मैंने उसका बरमूडा निकाल दिया और लण्ड को मुँह में ले लिया वो भी मेरी चुत को चाटने लगा और फिर कुछ ही देर में दोनों घमासान चुदाई में लग गए में उसको मन में राजेश समझकर चुदवाने लगी और वो राजेश से बदला लेने के अंदाज में चोदने लगा
आधे घंटे तक घमासान चुदाई के बाद दोनों सो गए
सुबह उठकर अमित ऑफिस जाने वाला था तो मैंने उसको याद दिलाया कि काम वाली बाई का पता करे और मेरे लिए कोई अच्छी जॉब भी देखे में अकेली घर पर बोर हो जाऊंगी ।अमित ऑफिस चला गया में भी अपने काम मे लग गयी थोड़ी देर में काम निपटाकर सोचा राजेश से बात करती हूँ मेने राजेश को फोन किया उसने तुरंत कॉल रिसीव किया।
राजेश ,"हेलो बेबी
मैं,-- हाय कैसे हो
राजेश,- बस ठीक हूँ। ऐसा लगता है ऑफिस सुना हो गया है तुम्हारे बिना
मै,--अरे यार कुछ दिन लगेगा फिर ठीक हो जाएगा कोई नई लड़की रख लो फिर से सुनापन दूर हो जाएगा
राजेश ,--तुमको लगता है जैसे लड़की बाजार में मिलती है और खरीद के ले आऊं
मै,- अरे यार ऐड दे दो पेपर में लाइन लग जायेगी
राजेश,-- वो तो दिया हुआ है एक सप्ताह हो गया एक दो आयी भी थी पर लड़की होना ही काफी नही है उसमे कुछ बात भी होनी चाहिए जो समय पर काम भी पूरा करदे और हॉट भी हो तुम्हारे जैसी
में,--वो बात तो है पर मिल जाएगी परेशान मत हो
राजेश ,-परेशानी की बात तो मेरी पत्नी है सप्ताह में एक दिन भी सही ढंग से एन्जॉय नही करवाती ,जबरदस्ती करो तो मज़ा नही आता अगर वो पूरा साथ देती तो मुझे किसी की क्या जरूरत थी खेर वो सब छोड़ो तुम सुनाओ अमित से संतुष्ट तो हो ना
में,--देखो ओर बाकी सब बात तो तुमको बताई ही थी। मेरे को लगता है बचपन से जो शौक़ उसको पोर्न का लग गया था उसकी वजह से वो थोड़ा अग्रेशिव नही है और फिर तीन तीन गर्ल फ्रेंड को भोगा है इसलिए उस में सुहाग रात जैसा जोश नही था और फिर उसको पता था कि में भी उसके साथ पहली बार नही सो रही हूं।
राजेश ,- तो क्या उसका स्टेमिना कम है
में,- नही यार ,तुम समझे नही उसने सेक्स में बहुत कुछ कर लिया और ये रेगुलर सेक्स की जगह कुछ स्पेशल चाहिए
राजेश ,-- मतलब
में,- मतलब मैने उसका कंप्यूटर चेक किया जिसमे पॉर्न की जितनी हदें है वो सब वो देख चुका है और नार्मल चीजे वो कर चुका इसलिये तीन दिन तक सामान्य तरीके से करता रहा पर कल जैसे ही मैने तुम्हारी पिक्चर अपने मोबाइल में दिखाई वो एक दम विल्ड हो गया ऐसा लगा जैसे वो गायनिक फाड़ देगा
राजेश ,--देखो इसमें दो चीजें है एक तो वो तुमको अपनी प्रोपर्टी समझता है जिसे कोई और यूज़ करे तो स्वाभाविक है गुस्सा आएगा दूसरी कुकहोल्ड प्रवर्ति हो सकती है
में,- वही में बोल रही हूँ जैसे ही तुम्हारी टॉपलेस फोटो देखी उसको लगा जैसे तुम ज्यादा हैण्डसम हो और कही में इसको छोड़ नही दु , दूसरा उसने नार्मल सेक्स के सब तरीके आजमा लिए दस साल में इसलिए जब उसको अपनी बीबी को दूसरे के साथ सोचा तो उसकी इच्छा जागृत हो गयी औऱ जोश में आ गया
राजेश,--ऐसा होता है में भी कभी कभी सोचता हूँ कि कोई मेरी पत्नी के साथ सेक्स कर रहा है तो अलग ही जोश शरीर मे आ जाता है
में,-वो तो ठीक है पर आगे का क्या ,उसने तो तीन ही दिन में हथियार डाल दिये
राजेश ,--अभी कुछ कहना जल्दबाजी है तुम उसको अच्छे से समझने की कोशिश करो अगर दिमाग से काम लिया तो हो सकता है वो पुरानी बातों को भुलाकर सही रास्ते पर आ जाये फिर तुमभी इतनी हॉट हो कि अच्छे अच्छे आदमी को फैल कर दो ,पहले कुछ दिन साथ मे रहो तुम को समय के साथ सब समझ मे आ जायेगा ,
में,- ठीक है और बताओ क्या हो रहा है
राजेश ,--बस जब से तुम गयी हो लगता है जैसे जिंदगी काट रहे है
मैं ,-और दो अपनी राय ,अमित को सच सच बताने की अब हिलाओ
राजेश ,-देखो रेखा में तुम को भी अपनी जिंदगी जीने का हक़ है मैंने पहली बार सेक्स करते समय बोल दिया था कि में शादी सुदा हूँ और अगर तुम शादी नही करती तो लोग हमारे रिस्ते को गलत नाम दे देते जो मुझे मंजूर नही था
में,-ठीक है ज्यादा इमोशनल होने का जरूरत नही है मुझे ये बताओ मुम्बई में तुम्हारा कोई है जहां में फिर से जॉब कर सकूं
राजेश ,-है तो सही पता करता हूँ कहाँ पोस्ट खाली है या नही
में,--ओके सर, होने से मैसेज कर देना
फिर जैसे ही मैन फोन रखा बाहर किसी ने डोरबेल बजाया मैंने गेट खोला तो सामने एक औरत खड़ी थी उसने मुझे नमस्ते किया और बोली मुझे सीमा भाभी ने भेजा है आप को घर के काम वाली बाई चाहिए थी ।मैने उसको अंदर बुलाया और ध्यान से देखा 30 साल के आसपास उम्र होगी नयन नक्स सुंदर था बस थोड़ी सांवली थी फिर उसके महीने और काम का समय की बात करके अगले दिन से काम पर आने को बोल दिया
वो भी चली गयी उसके बाद अमित को फोन करके बोल दिया कि काम वाली बाई का इंतजाम हो गया है इसलिए किसी और से बात नही करे
उसके बाद में अपने मोबाइल में बिजी हो गयी जिसमे फेसबुक पर बहुत सारे कमेंट आये थे शादी की फ़ोटो पर जिनका जवाब देकर दूसरी आई डी खोल कर देखा जो मैंने रेखा कुमारी के नाम से बना रखी थी जिसको सिर्फ सेक्स संबंधित मटेरियल डाला करती थी लेकिन कभी भी अपनी रियल पिक्चर फेस के साथ नही डालती थी बिना फेस के पिक्चर डालते ही कमैंट्स की बाढ़ आ जाती थी और सेक्सी कमेंट्स पढ़कर एन्जॉय करती थी मोबाइल देखते देखते कब शाम हो गयी पता ही नही चला
शाम में अमिय आया तो काफी थका हुआ लग रहा था मेने पूछा तो बोला काम का प्रेशर ज्यादा है शादी के समय छूटटी ली थी और उस मोना का भी काम मुझे ही देखना पड़ रहा है मैने पूछा मोना कोन है तो बोला है एक एम्प्लोयी जिसने बॉस को फांस रखा है इसलिए उसके काम मुझे ही देखने पड़ते है जिसे सुनकर मेरी हंसी छूट गयी । अमित बोला तुम हंस रही हो तो मैंने कहा मुझे मेरी फ्रेंड प्रिया की याद आ गयी उसने भी बॉस को फसा रखा था और बाकी लोग तुम्हारी तरह ही उसका काम करते थे
अब छोड़ो ये ऑफिस की टेंशन अपने ऑफिस में ही छोड़ कर आया करो चलो में खाना लगाती हूँ खाना खा लो
रात में बिस्तर पर जाते ही अमित ने मुझे बाहों में भर लिया और किश करके बोला
अमित ,-ये कामवाली बाई कहाँ से मिली तो तुमको
में,- वो नीचे वाली सीमा भाभी ने भेजी है
अमित ,-थोड़ा बचकर रहना सीमा से
मैं,-क्यो ,ऐसी क्या बात है मेरे को तो ऐसा कुछ नही लगा कल मिली थी तो उसने संडे को किट्टी पार्टी में शामिल होने को बोला था
अमित,-उसके बारे मे लोग बोलते है इसलिए बोला
मैं,-यार ऐसी गोल मोल बातें बोल रहे हो जैसे कोई भाई अपनी बहन को समझा रहा हो में तुम्हारी पत्नी हूँ जो बोलना है साफ साफ बोलो
अमित,-अरे उसके कॉलोनी में कई लोगों से नाजायज सबंध है
में,- तो क्या तुमको लगता है कि मैं भी उसके साथ रहकर सम्बन्ध बना लुंगी तुमको क्या लगा मैंने अपना अतीत बता दिया इसका मतलब ये थोड़े हुआ कि भविष्य में भी वही होगा
अमित,- मेरा ये मतलब नही था तुमको सावधान किया है ।
में,- ठीक है मेरे पतिदेव आपकी ये अर्धांगिनी आप की आज्ञा का पालन करेगी और कल रात में नमूना भी देख लिया
अमित ,-क्या नमूना
मैं,--कल रात में देखा ना तुम राजेश की फोटो देखकर कैसे वहसी जानवर की तरह हो गए थे
अमित ,"पर कल तो तुम ने कोई शिकायत नही की बल्कि बहुत एन्जॉय कर रही थी और अंत तक साथ दे रही थी
में ," अब साथ तो देना ही पड़ेगा अगर साथ नही दिया तो फिर शादी किसलिए की थी किसी भी पत्नी को उसके पति का साथ देना ही चाहिए । पर कल शायद अब तक कि सबसे अच्छी रात थी
अमित,"चलो फिर साथ देने को तैयार हो जाओ
और फिर वो मेरे कपड़े निकालने लगा में मैने भी उसको नंगा कर दिया उसका लण्ड खड़ा था पर पूरा सख्त नही था ये बात उसको भी पता थी इसलिए मैंने उसको बोला ,- इसको पूरा सख्त करना पड़ेगा और चूसने लगी,
पर अमित उतना एक्टिव नही लगा तो मैंने कहा ,-तुम भी किस करो ना इसमें जल्दी पूरा तनाव आएगा कल जैसे
अमित ,"कल तो तुम्हारे बी एफ की फोटो देखने से जोश आ गया था
मैं,- तो आज भी देख लो
और फिर मैंने मोबाईल में वही फोटो फिर दिखाई पर कुछ ज्यादा असर नही हुआ तो मैंने सोचा कुछ नया करना होगा इसलिए उसको कहा,--जानू देखो इसी ने तुम्हारी बीबी को छुआ है और फिर तुम्हारी बीबी के हर अंग का रस पिया है शादी से पहले ।
इतना बोलते ही उसने मुझे नीचे गिरा कर चुत में लण्ड घुसा दिया और धक्के मारते हुए बोला
अमित,-- आह ..डार्लिंग प्लीज शुरू से सुनाओ बहुत मज़ा आ रहा है
अब तक आपने पढ़ा कि अमित मुझे चोद रहा था और मुझे अपने बॉयफ्रेंड से चुदाई के बारे में पूछ रहा था इसलिय सोचा अब इसको पूरी कहानी सुना देनी चाहिये जिससे जो बातें मैंने शादी से पहले नही बताई वो भी बता दूंगी फिर उसका क्या असर होता है वो भी पता चल जाएगा और अगर नाराज हुआ तो फैंसी कहानी बताकर सॉरी बोल दूंगी और अगर खुश हुआ इसका मतलब पक्का ये कुकहोल्ड बन जायेगा क्योंकि मुझे चार दिन में उसके साथ सोकर पता चल गया था कि मुझे ये ज्यादा दिन संतुष्ट नही कर सकता ओर अगर सेक्स का पूरा एन्जॉय करना है तो पति की सहमति से जो आनंद मिलेगा उसका मज़ा ही कुछ दूसरा होगा फिर ये खुद मेरे लिए लण्ड का इंतजाम करेगा ।
साथ ही ये अपनी सेक्स लाइफ जिसका जरूरत से ज्यादा मिस यूज़ कर के उस से ऊब चुका है इसलिए नई एनर्जी और नया कुछ करने को मिलेगा तो इसे भी मज़ा आएगा और मेरी भी जिंदगी रंगीन बन जाएगी
इसलिए मैंने भी शरमा कर कहा ,--तुम तो पागल हो कहीं ऐसा होता है क्या कि पति अपनी पत्नी की कहानी सुनकर सेक्स करे
अमित ,-- जान प्लीज सुनाओ ना देखो तुम्हारी कहानी की बात सुनकर लण्ड कितना सख्त हो गया है ।
में,--छी ,कैसे गंदे शब्द बोल रहे हो शरम नही आती
अमित ,--क्यों दिमाग का दही कर रही हो , तुम कोनसी कुँवारी कन्या हो जो शरम आ रही है पूरी चूदी चुदाई औरत हो औऱ अपने यार के लण्ड पर उछल उछल कर चुद चुकी हो अगर नही बताना है तो छोड़ो
फिर उसने नाराज होकर अपना लण्ड निकाल लिया और साइड में सो गया ।मैंने मन मे सोचा साला पक्का गांडू है इसको जल्द ही गुलाम बनाकर रखूंगी
में फिर उसको सुनाकर बोलने लगी,--ओह राजेश प्लीज मुझे क्यो छोड़ दिया देखो मेरी चुत तड़प रही है लण्ड के लिए आ जाओ डाल दो अपना लण्ड चोद दो मुझे आ जाओ देखो मेरे बूब्स तरस रहें है तुम्हारे होटों को दुध पिलाने को आह ... देखो मेरा पति मुझे प्यासी छोड़ दिया
जिसका असर अमित पर हुआ और वो वापस मेरे ऊपर चढ़ गया और चोदते हुए बोला
अमित,--बोल ना मज़ा आ रहा है पूरी कहानी सुनाओ।
मैं,-- कहाँ से शुरू करूँ समझ मे नही आ रहा
अमित,-- एक दम शुरू से सुनाओ जब से तुम्हारे ये बूब्स निम्बू जितने थे जिनको चूस चूस कर तुम्हारे यारों ने इनको दसहरी आम बना दिया।
में भी उसकी बातों से पूरी तरह एन्जॉय कर रही थी और मस्ती में चीखते हुए हाँ जान सब सुनाती हूँ पर थोड़ा मसाला लगाकर सुनाती हुन जिससे ज्यादा मज़ा आये पर तुम प्रोमिस करो कि बाद में तुम मुझे उस बात के लिए टार्चर नही करोगे
अमित ,-- सुना ना क्यों खड़े लण्ड पर मज़ाक कर रही है मैने भी तेरे जैसी दो कुँवारी कन्याओं को चोद कर मस्त लौंडिया बनाया है दोनों एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं
में,- आह....पर शादी से पहले तो तुमने तीन बताई थी
अमित ,-- हाँ ,पर तीसरी चूदी चुदाई थी और उसी ने मेरे लण्ड का कुँवारापन उतारा था और फिर उसी ने एक कि सील भी तुड़वाई थी
में ,-- सिसियाते हुए ,आह तभी तुझे मेरे जैसी खुले विचारों वाली बीबी चाहिए थी ,पर वो चूदी चुदाई लड़की कोंन थी
अमित ,--थी मेरे पड़ोस की आंटी ,फिर उसी ने मेरी हिम्मत बढ़ा कर मेरी कजिन को चुदवा दिया था
में,-- ओह्ह ,मतलब तूने अपनी बहन को ही
अमित ,--- हांपते हुए हम्म ,उसने मुझे इन्सेन्ट कहानियों की किताबें पढ़ा पढ़ा कर माइंड वाश कर दिया जिस से में समझ ही नही पाया कि में बहनचोद बन जाऊंगा
में,-- सिसकते हुए धीरे बहनचोद मेरी चुत फ़ाडेगा क्या,
तब तो तुम अपनी सगी बहन रीता को भी चोदने का सोच सकते हो वो भी जवान हो चुकी है जिसे सुनकर अमित जोर जोर से चोदते हुए मेरी निप्पलों को ऐंठ देता है
अमित ,-- साली तू कुछ भी बोल रही है कम से कम सोच तो लिया कर
में ,--ठीक है रीता को सोचकर मेरी चुत धीरे फाड़ उसको चोदने वाले बहुत लण्ड लेकर घूम रहे होंगे कि कब मौका मिले और उसको अपने लण्ड की सवारी कराए
अमित ," तू अपनी कहानी सुना न तूने कितनो को दूध पिलाया है इन चुचियों से
मैं ,-- ठीक है सुनो , मेरी इन चुचियों पर सबसे पहले जिसने हाथ लगाया वो एक लड़की थी जिसका नाम था अनिता वो जब मेरे घर आई थी तो उसी ने मसला था पहली बार
अमित ,-- जल्दी बोल मेरा होने वाला है तुमने मुझे पूरा मस्त कर दिया आज ओह
में ,-- अपनी रीता है ही ऐसी कोई भी देखेगा तो खड़े खड़े झड़ जाएगा ।इतना बोलते ही अमित ने तीन चार शॉट जोर से लगाये और फिर में भी उसके साथ झड़ गयी ।कुछ देर वो मेरे ऊपर पड़ा रहा फिर साइड में र्खिसक कर सो गया फिर मुझे भी नींद आ गयी
अगले दिन सुबह 6 बजे मुझे महसूस हुआ कि कोई मेरे बूब्स से खेल रहा है फिर धीरे धीरे उनको मसलने लगा मैंने आँखें खोली तो देखा अमित था जो अब निपल को मुंह मे लेकर चूसने लगा मैंने भी उसका सर पकड़कर दबाने लगी थोड़ी देर चूसने का बाद मैंने पूछा,-
में,--क्या बात है जान सुबह सुबह ही
अमित ,--बस अभी उठा तो रात की बात याद आ गयी
मैं हंसते हुए ,-- अच्छा में आज पूछ लुंगी रीता से
उसने सुनते ही मेरे कान पकड़ लिए बोला,-- दुबारा ऐसी बात की तो में तुमको पीटना चालू कर दूंगा
में ,-- ठीक है छोडॉ मुझे आज के बाद में कोई बात ही नही करूँगी और उठकर जाने लगी तो उसने उठने नही दिया ।में वापस सो गई पर करवट लेकर सोने लगी वो गुदगुदी करते हुए
अमित ,--यार तुम तो नाराज हो गयी
में गुस्से में ,-तो क्या आरती उतारू मैने सोचा था तुमने जिस तरह शादी से पहले खुल के अपने अफेयर बताये थे हम पति पत्नी की तरह नही लवर्स की तरह रहेंगे पर तुम तो पति की तरह मारने की बात करने लगे
अमित ,-पर यार सुबह पहले तुमने रीता की बात की इसलिये बोला
में ,--तो तुम सुबह पहले मेरे बूब्स से क्यों खेल रहे थे
अमित ,--तो कब खेलु
मैं ,--देखो अमित अब में तुम्हारी बीबी हूँ मै तुमको खेलने से कभी मना नही करूँगी ।पर जब रात में तुमको रीता के बारे में बोला तो तुम कुछ ज्यादा ही कामुक हो गए थे इसलिए मैंने बोला
अमित ,--पर वो मेरी बहन है
में,- तो मैंने कब कहा तुम्हारी साली है अगर रात में एतराज नही था तो सुबह क्या हो गया
अमित ,- तुम बेकार में सुबह पहले झगड़ना चाहती हो
में,-- झगड़ा तो तुम ने मारने की बात बोलकर शुरू किया जब तुम ने अपनी कजिन को चोदा तो उसके भाई नही थे क्या और क्या रीता किसी से चुदवायेगी नही क्या अगर तुमने समय पर उसकी शादी नही करवाइ तो देखना कोई ना कोई उसको भी चोदेगा ही मेरी तरह ,अब वो बालिग हो गयी और तुम को क्या लगता है उसको पता नही की उसका भाई शादी होते ही बीबी को लेकर किस लिए मुंबई भाग गया
अमित ,- अच्छा सॉरी यार
में ,-- सॉरी के बच्चे रात को शैंया और दिन में भैया ,
इतना बोलकर उसके लण्ड को पकड़कर हिलाने लगी और फिर बोला मुझे पता था कि तुम को अगर अपनी कहानी सुनाऊँगी तो तुम उसको पकड़कर बेठ जाओगे इसलिये रात में टाल रही थी
अमित ,-- रेखा में आज तुमसे वादा करता हूँ कि हमारे संबंध में किसी भी पुरानी बात को लेकर कौई खट्टास नही आएगी अगर ऐसी बात होती तो में कभी तुमसे शादी की हां नही कहता और ना ही अपने प्रेम संबंधों के बारे में बताता ।मैंने तुमसे शादी इसलिए कि थी क्योंकि तुम्हारी साफगोई मुझे पसंद आई थी और तुम मेरे साथ मिलकर सेक्स को पूरा एन्जॉय करोगी
मैं,--ओह्ह मेरे अमित भैया अपनी छोटी बहन रीता के बूब्स मसलकर गरम कर दिया अब प्लीज् चोद दो अपनी बहन को
इतना सुनते ही अमित का लण्ड पूरा टन टना गया और वो मेरे ऊपर आकर एक झटके में लण्ड डाल दिया जिससे मेरी भी चीख निकल गयी फिर वो बोला
अमित ,--साली तेरी चुत को फाडे बिना तू मानेगी नही
में ,--तो फाड़ ना अमित भैया अब ये लण्ड लेने लायक हो गयी है
अमित ,-- हम्म ले रण्डी चुद अपने भाई से और चिल्ला ।
फिर 10 मिनट की चुदाई के बाद वो झड़ गया हांफने लगा ।मैंने भी उसको एहसास नही होने दिया कि में झड़ी नही और उसको किश करके बोली ,-सॉरी जान अगर तुमको बुरा लगा तो
अमित ,-चुदाई के समय सब जायज है डार्लिंग
मैं उसको किश करके ,-लव यू जान मेरे को खुशी है कि तुम जैसा पति मिला
अमित ,--लव टू यू बेबी ,मेरा भी डिसीजन सही निकला तुम्हारे साथ सेक्स पूरा एन्जॉय करने का मौका मिलेगा और तुमने साबित भी कर दिया फिर वो होठों पर किश करने लगा मैंने नकली गुस्सा दिखाते हुए कहा उठो अब ऑफिस नही जाना क्या ,रात में करना जब में अपनी कहानी सुनाऊँ तब अभी मूड मत खराब करो।
फिर वो बाथरूम में घुस गया और में भी कपड़े पहन कर उसके लिए चाय नास्ता बनाने चली गयी
फिर थोड़ी देर में मेरी मैड कमला आ गयी मैने उसको झाड़ू लगाने को बोला और अमित के आने से उसका परिचय करवाया अमित ने उसको ध्यान से ऊपर से नीचे तक देखा फिर जब वो पोंछा लगा रही थी तो अमित नास्ता करते हुए उसके बूब्स को घूर रहा था मेरी नजर अमित पर गयी जैसे ही दोनों की नजर मिली मैंने उसको आंख मार दी अमित पूरा झेंप गया और जल्दी से नास्ता करके ऑफिस निकल गया
तब मैं भी नास्ता करने बैठ गयी और कमला का भी काम खत्म हो गया तो वो बोली कि में जा रही हूं सीमा भाभी के यहां तो मैंने उसको बोला थोड़ी देर बैठो मुझे कुछ बात करनी है तुमसे वो नीचे फर्श पर बैठ गयी ।
मैं,--तुम कितनी देर में फ्री हो जाओगी
कमला ,-अरे मेमसाहब सीमा भाभी के यहां दिन भर रहूं तो भी फुरसत ना मिले
मैं,-ऐसा क्या पहाड़ तोड़ती है दो मियां बीबी और एक तीन साल का बच्चा ही तो हौ
कमला,-- काम की बात नही है वहाँ भाभी के पास टाइम पास हो जाता है
में ,-- मेरे को थोड़ा मसाज करवाना है कर देगी क्या
कमला,-- अरे मेमसाहब अब नई नई शादी हुई है तो मसाज तो करवानी ही चाहिए भैया थका देते होंगे रात भर
में ,--तू मुझे मेमसाहब की जगह रेखा ही बोला कर
कमला,-- नही मेमसाहब हम आपका नाम नही लेंगे बस भाभी बोल सकते हैं
में ,--ठीक है कमला मुझे घर पर आदत थी मसाज करवाने की इसलिए बोला ,अगर नही करनी तो कोई बात नही
कमला ,-भाभी ऐसी बात नही है सीमा भाभी भी करवाती है पर में नोर्मल मसाज ही जानती हूं
में ,--मसाज भी अलग अलग होती है क्या
कमला ,--हां भाभी हम औरतों के हाथ मे इतनी ताकत कहाँ जो पूरे शरीर को ठीक से मसाज करें उसके लिए तो पुरुष ही ठीक रहते है
में ,- पर औरत की मसाज पुरूष कैसे करेंगे
कमला,--ओह्ह रेखा भाभी आप मुम्बई में नई नई आयी हैं इसलिए यहां तो हर कॉलोनी के पास स्पा खुला हुआ है
में ,-तो सीमा भाभी भी जाती है क्या मसाज करवाने
कमला,-- नही उनको घर मे ही मिल जाती है
में ,--घर मे कैसे
कमला,--वो अपनी बिल्डिंग की सिक्योरिटी पर रहता है ना दीनू काका वो ही घर आकर कर देते है सीमा भाभी उनको महीने में कुछ दे देती है
में ,--तो फिर बिल्डिंग की सेक्युरिटी कोन देखता है
कमला ,-- उसकी रात में डयूटी होती है इसलिए मौका देखकर में बुला देती हूँ
मैं ,-- मौका देखकर मतलब
कमला,--वो मोच निकलने में उस्ताद है पूरी कॉलोनी और आस पास के लोग इस बारे में जानती है मगर बार बार उसको बुलाने से लोग सीमा भाभी पर उंगली ना उठाये इसलिए मौका देखकर बुलाना पड़ता है
में ,- ओह ,पर सीमा भाभी पर लोग तो ऐसे भी अंगुली उठाते हैं
कमला,-- अरे भाभी वो बोलने में थोड़ी खुले विचारों की है और लोग की सुनेंगे तो अपनी जिंदगी जहनुम बन जाएगी आखिर जिंदगी में एक बार जो समय निकल गया वो वापस थोड़े ही आएगा
मैं - अच्छा मेरी माँ ,तुम आज मसाज कर दे फिर में नहा लूं आगे के लिए में अमित से बात कर लुंगी
कमला,-ठीक है चलिये में सरसों का तेल गरम करके लाती हूँ
में अपने बेडरूम में आकर साड़ी खोलकर बेड पर उल्टा लेट गयी कमला आयी तो आकर उसने तेल रखा और बोली क्या रेखा भाभी ऐसे मसाज कैसे होगी फिर वो साइड में रखी चटाई फर्श पर बिछाकर बोली इस पर लेटिये और अपने पेटीकोट ब्लाउज खोल दीजिये नही तो तेल से खराब हो जाएंगे
में खड़ी होकर सोचने लगी तो वो फिर बोली अरे भाभी इतना क्या सोच रही है सीमा भाभी तो दिनु काका से नंगी होकर मसाज करवाती है मैंने बोला ,हट झूटी
तो वो बोली अरे भाभी में झूठ क्यो बोलने लगी मेरे सामने ही तो मसाज करते है आप को नही विस्वास तो कोई बात नही चलिये मेरे को क्या में जितने शरीर खुला है उतने की तेल से मालिश कर देती हूं कपड़े आप के खराब होंगे फिर मैंने भी शरमाने का नाटक करते हुए कपड़े खोल दिये और ब्रा पेंटी पहने चटाई पर सो गई फिर उसने तेल लिया और बैठकर सबसे पहले हाथो पर तेल लगाया और हाथो की मालिश की करने लगी हाथो की अच्छे से मालिश करके उसने कंधे और गर्दन की मालिश की फिर कमर पर तेल गिराया और तेल उठा उठा कर पीठ पर मलने लगी पहले ऊपर की पीठ को मालिश की और फिर ब्रा का हुक खोलकर बोली इसको साइड कर दीजिये मैने थोड़ा उठकर ब्रा को निकाल दिया तो ब्रा की जगह तेल लगाकर मसलने लगी उसके हाथ साइड से बूब्स तक छू जा रहे थे जब हाथ वहां पहुंचता तो मेरी कामुक सिसकी निकल जाती उसने पीठ की मालिश करने के बाद पैरों की मालिश की और जांघो तक पहुंच गई फिर उसने बोला भाभी पेंटी निकाल कर करूँ या ऐसे ही कर दूं तो मैंने गांड को थोड़ा ऊपर कर दिया जिससे वो समझ गयी और पेंटी को निकाल कर पूरे हिप्स की मालिश करने लगी मेरी कामुक आहें लगातार चालू थी तभी उसने वो किया जिसकी मुझे उम्मीद नही थी उसने मालिश करते करते एक अंगुली गांड में घुसा दी जो तेल लगा होने से आधी से ज्यादा अंदर चली गयी मुझे जोर का करंट लगा और उछल कर बैठ गई जिस से उसको पूरे बूब्स और चुत साफ दिख गयी उसने फिर हाथ पकड़कर पीठ के बल लेटाया और नाभि में तेल भर दिया और उसमें चारो अंगुली को डुबा डूबा कर सामने की मालिश करने लगी पहले क्लीवेज और फिर बूब्स को हल्के हाथों से मसलने लगी मेरी सिसकारियां रुकने का नाम ही नही ले रही थी और मैंने थोड़ा जोर देकर मालिश करने को कहा तो वो बोली कि आप दिनु काका को बोलिये वो इतनी जोर से मालिश करेंगे कि आप की चीखें निकलवा देंगे । सीमा भाभी की चूची का तो पूरा दूध निकाल देते थे जब उनकी चूची में दूध आता था। तो मैंने बोला वो कभी संभव नही होगा अमित कभी उसकी परमिशन नही देगा फिर वो निचे जांघो से मालिश करना शुरू कर दी और धीरे धीरे चुत के चारो और मालिश करते हुए बोली ,-भाभी चुत तो आपकी काफी लण्ड खाई हुई है लगता है भैया चार पांच साल से सेवा कर रहे थे इसकी और गांड भी पूरी खुली हुई है
मेरा तो सिसकियों से बुरा हाल था और फिर कमला ने अप्रत्याशित काम कर दिया चुत के पास मसाज करते करते एक अंगुली चुत में डाल दी और में भरभरा कर झड़ गयी और मेरी आँखें बंद हो गयी ।जब थोड़ी देर बाद आंखे खुली तो देखा कमला के मुँह में वो अंगुली थी जिसे वो मुझे दिखकर चाटने लगी मैनी उठकर उसको प्यार से एक चपत लगाई और बोली,;-- कहाँ से सीख ये सब तूने
कमला हंसते हुए ,--मेरी तो गुरु सीमा भाभी है उसी ने तो बताया कि आप भी उनके जैसी ही मस्त जिंदगी जीने में विस्वास रखती है
में ,--पर मेरी तो सीमा भाभी से थोड़ी सी देर बात हुई थी एक बार
कमला ,--अरे भाभी आप सीमा भाभी को नही जानती वो औरत की बात करने की स्टाइल से समझ जाती है कि ये किस स्वभाव की है
असल मे दो दिन पहले जब में नीचे कुछ सामान लेने गयी थी तो वापसी में मुझे सीमा मिली थी लिफ्ट में फिर वो मेरे साथ मेरे फ्लैट पर आई और चाय पी कर गयी थी जितनी देर रही मज़ाक मज़ाक में सेक्स पर भी थोड़ी देर बात हुई थी और उसने बिंदास अपनी सेक्स लाइफ के बारे में बताया था और मैने भी थोड़ा बहुत उसको बताया था लेकिन अब कमला की बातों से लगा कि उसने मेरे बारे में जो आईडिया लगाया था उसी को कन्फर्म करने के लिए कमला को समझा कर भेज था इसलिए कमला दिनु काका का भी बोल दी और दोनों जगह अंगुली भी डाल दी
फिर मैंने कमला को कहा,- तो अब तू मेरे बारे में सीमा को भी बोलेगी
कमला ,-भाभी आप को अगर डर है तो नही बोलूंगी पर डरने की कोई जरूरत नही है में और सीमा भाभी दो जिस्म एक जान है और खुल कर जीने में विस्वास रखते है रमेश भैया और सीमा भाभी दोनों सेक्स के मामले में ओपन माइंडेड है
में ,-- मतलब
कमला ,--वो सीमा भाभी को पूरा छूट दिए हुए है क्योंकि वो भी बाहर आते जाते रहते है
में -- बाहर मतलब
कमला,-- क्या भाभी बाहर मतलब जहां माल मिला मार लो ,अपने ओफिस में अपनी सेक्रेटरी को रोज चोदते है उन्होंने तो मेरी भी कितनी बार सीमा भाभी के सामने ली है
मैं -तो ये बात है अच्छा अब तू जा में नहा लेती हूं शाम में आ जाना में भी थॉडी देर में नीचे आती हूँ सीमा भाभी से मिलने के लिए
कमला के जाते ही में फटाफट नहा कर तैयार हुई और खाना खाकर नीचे गयी और सीमा का फ्लैट की घंटी बजाई गेट कमला ने ही खोला और वो सीमा के रूम में छोड़कर किचन में चली गयी मुझे सीमा ने देखते ही गले लगाया और बैठने को बोली ,में साड़ी पहने हुए थी पर वो गाउन पहने थी
उसने बैठते ही बोला ,"में जब तुमसे पहली बार मिली थी तभी समझ गयी थी कि तुम खुले विचारों वाली हो इसलिए कमला को तुम्हारे यहाँ काम के लिए भेजा था
मैं ,-पर में आप जितनी ओपन माइंडेड नही हूँ
सीमा ,-पहले तो तुम ये आप आप लगाना छोड़ हम दोनों की उम्र में ज्यादा फर्क नही है और फिर ये बता ये ज्यादा ओपन माइंडेड का क्या मतलब है
में ,-रात को अमित कुछ बोल रहा था आप...सॉरी तुम्हारे बारे में
सीमा ,-मुझे पता है वो क्या बोला होगा में परवाह नही करती बहुत लोग बोलते है सोसाइटी में मेरे बारे में पर जब तक मेरा पति मेरे साथ है मुझे फर्क नही पड़ता
लोग मेरे पहनावे और बिंदास स्वभाव की वजह से मुझसे जलते है पर में वो सब कुछ करती हूं जो मुझे अच्छा लगता है
में ,- पर सेक्स के बारे में
सीमा ,- वो लोग सोचते है कि में रण्डी हूँ और उनके आगे बिछ जाऊ पर में उसी के साथ सेक्स करती हूँ जो मुझे अच्छा लगता है और तेरा अमित भी कोशिश कर चुका है
में ,-- अमित भी
सीमा ,-- हां अमित भी पर वो भी यही समझता है कि में रण्डी हुँ पर हकीकत में कॉलोनी में सिरफ दो लोग है जिनसे चुदवाया है एक मेरा पति और दूसरा सक्सेना जी
हाँ सिक्युरिटी गार्ड के बारे में लोग बोलते है लेकिन वो सिर्फ मसाज करने आता है जिसका मेरे पति को पता है
तभी कमला चाय लेकर आती है और चाय देकर जाने वाली होती है तो सीमा उसे अपने पास बैठा लेती है और बोलती है ,-कमला, रेखा के बारे में किसी को कुछ बोला तो देख लेना मुझसे बुरा कोई नही होगा
कमला ,-भाभी आप भी कैसी बात कर रही है मुझे उस से क्या मिलेगा । आप मेरी तरफ से निश्चिन्त रहिये
सीमा ,- देख इसको हमारी वजह से कोई परेशानी नही होनी चाहिए
कमला,- मुझे पता है आप यही कहना चाहती है कि जैसे लोगों ने आप को बदनाम कर रखा है
सीमा ,--हाँ , पर जब तक रमेश मेरे साथ है मुझे परवाह नही है पर कहीं अमित को पता चला तो इनकी शादी सुदा जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी
में - अरे सीमा ऐसी बात नही है पर अमित ने रात में बोला तो में कन्फर्म करने आ गयी कि हकीकत क्या है लोगों को किसी की बदनामी करने में मज़ा आता है
सीमा -उसके लिए मेरा व्यवहार भी जिम्मेदार है अभी होली में सक्सेना ने सबके सामने ब्लाउज में हाथ डाल दिया था रंग लगाने को तो लोग यही समझेंगे ना और फिर मेरी किटी पार्टी भी बदनामी की वजह है जब मूड हो तो बता देना किट्टी पार्टी में आएगी तो समझ जाएगी
में ,-सीमा में भी बिंदास जिंदगी जीने वालों में से हूँ अभी नई जगह है नए लोग हैं और शादी को भी ज्यादा दिन नही हुए इसलिये थोड़ा सोच समझ कर चलना चाहती हूँ
सीमा ,-- ठीक है अगर हमारी और से कोई ड़र है तो बेफिक्र रहो समझ लो कुछ हुआ ही नही
मैं --वो बात नही है मुझे कमला बहुत अच्छी लगी एन्जॉय भी करवाया जो मुझे चाहिए ।
तभी मेरा फोन बजने लगा मैंने देखा हरमीत है तो सीमा को फिर मिलने का बोल कर वापस अपने फ्लैट पर आ गयी और हरमीत को फोन किया
हरमीत ,-हेलो
में ,- ऐसे धीमी आवाज में क्यो बोल रहे हो
हरमीत ,- नही ऐसे ही मैने सोचा अब तुम्हारी शादी हो गयी कही मेरी वजह से तुमको परेशानी ना हो इसलिए रिंग देकर काट दिया कि कोई पास होगा तो तुम जवाब देने जैसी स्थिति में रहो
मैंने हंसते हुए कहा ,-- परेशानी कैसी सब पहले से तय था मुंबई रहना था राजेश के साथ अफेयर उसको पता था
हरमीत ,-फिर भी अब तुम किसी की बीबी हो और कोई भी मर्द अपनी बीबी को दूसरे मर्द के साथ कैसे बर्दास्त कर सकता है
मैं -तुम अमित की चिंता मत करो कुछ दिन बाद वो खुद बोलेगा हरमीत मेरी वीबी को चोदने आओ
हरमीत - क्यों अमीत ऐसा क्यों करेगा
में - तुम दोनों ने मुझे जो मजे करवाये है वो अमित नही दे सकता तुमको पता नही की रेखा को संतुष्ट करना कितना मुश्किल है
हरमीत - गरम तो तुम हो इसमें शक नही है
में - तो फिर में उसको मजबूर कर दूंगी की या तो मुझे ठंडा करो नही तो मुझे खुला छोड़ो
हरमीत -अच्छा आज मेने अपनी तरफ से आखरी कॉल कर लिया है अब जब तुम्हारा मन हो बोल देना बंदा हाजिर रहेगा मे शॉप पर हुँ कोई कस्टमर आ गया
बाय
और उसका फोन कट गया फिर में भी फेस बुक में लग गयी
शाम में अमित आया और जैसे ही मैने गेट खोला वो अंदर आया और मुझसे चिपक गया मैंने पूछा आज जल्दी कैसे तो बोला बोस नही था मोना के साथ उसकी मारने गया तो मैंने सोचा में भी रेखा की मार लूं ।तो मैने कहा मार लेने दो कुछ दिन फिर मेरे जैसे मोना की शादी हो जाएगी तो बेचारा वो भी हाथ मलेगा।
तो अमित बोला अरे इसमें बेचारा अमित नही है उसकी तो शादी ही नही हुई शादी शुदा तो मोना है में अमित के चेहरे को आश्चर्य से देखने लगी और मन मे सोचने लगी कहीं ये मुझे भी तो अपने बॉस के साथ देखना तो नही चाहता फिर बोली तो मोना का पति मोना को कुछ नही बोलता ,अमित वो क्या बोलेगा उसका पति भी तो वहीं काम करता है वही तो उनको मिलवाने का कार्यक्रम बनाता है तब में बोली छोड़ो उनको अपने को क्या सबकी अपनी अपनी जिंदगी है जो जिस ढंग से जीना चाहे जिये ।में चाय बनाकर लाती हूँ फिर बेठकर बात करेंगे तभी कमला भी आ गयी औऱ में चाय बनाने चली आयी और कमला बरतन धोने लगी।
तभी कमला धीरे से ,--भाभी अमित भैया को अच्छे से पकड़कर रखिये
में ,--क्यो क्या हुआ
कमला ,-- में जब सुबह पोंछा मार रही थी उनका ध्यान ध्यान कहाँ था देखा था।
में उसका गाल खींचते हुए, -गाय को बांधकर रखा जाता है सांड को नही, तुम खुद तो ऐसे ब्लाउज पहनोगी की आधी चूची दीखे और अमित को दोष दे रही हो
कमला ,--तो आपको उसमे दिक्कत नही है
में,-- में उस पर घर मे नजर रख लुंगी और बाहर मुँह मरेगा तब
कमला ,--आप भी सीमा भाभी की तरह सोचती हो
में ,--देखो अगर किसी भी चीज पर जितनी पाबन्दी लगाओ वो उतनी ही ज्यादा बाहर आती है ।
कमला,--पर अमित भैया ने मौका देखकर फायदा उठाने की कोशिश की तो
मैं ,--तो तेरा कुछ घट जाएगा क्या, कुछ बढ़ेगा ही तो बढ़ने दे और सुन जाते समय दीनू काका को बोलना एक बार ऊपर आये
कमला ,--तो क्या अभी फिर मालिस सुबह तो की थी मैन
में,--सारे दिन एक ही बात दिमाग मे घुसी रहती है क्या तुम्हारे, अमित अभी घर पे है और अमित के होते मुझे किसी की जरूरत नही है मैंने सोचा है कि वो दिन में फ्री रहता है तो उसको कुछ काम दे दूं । घर के छोटे मोटे सामान वो ला देंगे तो मुझे बार बार नीचे नही जाना पड़ेगा
कमला ,-- ठीक है मेरा काम हो गया में अब चलती हूँ।आप बाहर तक छोड़ दीजिए कहीं अमित भैया पकड़ नही ले
में ,--मुझे तो लगता है जैसे तुम खुद उनको पकड़वाना चाहती हो जैसे वो आदमी नही भेड़िया है जो भुखा बैठा है । चल
फिर उसके ब्लाउज का बटन खोलकर चाय देते हुए कहा जा अब झुक कर चाय पकड़ा कर चली जाना और फिर उसके निकलते ही खिड़की से देखने लगी कि बाहर क्या होता है