Episode 06


फोन काटकर मेने सोचा पहले खाना खा लेती हूँ नही तो फिर लेट हो जाएगा इसलिये खाना बनाया और खाने बैठी थी कि बेल बजी और मैने गेट खोला तो सीमा खड़ी थी वो अंदर आयी तो मैने खाना खाने को बोला तो वो बोली कि वो अभी खाकर आयी है में खाना खाते हुए उससे बात करने लगी

सीमा,--तुम कल किटी पार्टी में नही आई।

मैं ,--बस ऐसे ही अमित घर पर था इसलिए।

सीमा ,--पक्का यही बात थी।

मैं ,--तुमको क्या लगा।

सीमा ,--मुझे लगा अमित ने मना किया होगा ।

मैं,--पर उसको क्या तकलीफ होगी।

सीमा ,--नही उसको लगता है कि सीमा अच्छी औरत नही है तुमको कही बिगाड़ देगी।

मैं,--मेने कल उसको समझा दिया कि अपनी राय अपने पास रखे और दुसरीं को देखने का नजरिया बदले।

सीमा ,--उसमे अमित की भी गलती नही है ये सब उस सुनीता की वजह से हुआ था।

में ,--कोन सुनीता क्या किया उसने।

सीमा ,--सुनीता इसी कॉलोनी में रहती थी ,उसका पति बिजली विभाग में काम करता था अब दूसरे शहर चली गयी उसने अपने पति को बताया और उस ने दारू के नशे में सब को बता दिया।

मैं ,--पर क्या।

सीमा ,-हमने किट्टी पार्टी में बूल को बुलाया था लेकिन उसको बुलाने का मकसद सिर्फ उसके पेनिस से खेलने का था किसी के साथ सेक्स करने का नही ,पर सुनीता ने अपने पति को बोल दिया कि उसने किट्टी पार्टी में सेक्स किया था ।

मैं ,--पर उसको क्या फायदा हुआ।

सीमा,--उसको तो नही पर उसके बेवड़े पति को जरूर मसाला मिल गया नशे में बक दिया ,ओर सोसाइटी में सबकी चर्चा का विषय बन गया।

मैं ,--तो ये बात है तभी अमित को मिस अंदर स्टैंडिंग हो गयी होगी, वैसे कल क्या हुआ था ।

सीमा ,--बस नास्ता पार्टी और डांस ।

मैं ,--वैसे कितनी महिलाये है कुल पार्टी में आने वाली।
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सीमा ,-पहले तो 20 तक होती थी पर अभी कुल 7 है सुनीता की वजह से बाकी ने छोड़ दी ।

तब तक मेरा भी खाना हो गया था तो में बरतन रख के आयी और वापस सोफे पर बैठ गयी ।

में ,--सीमा तुम्हारे पास डिल्डो है क्या ।

सीमा ,--मुझे कभी जरूरत नही पड़ी तुम्हे चाहिए क्या ।

में ,--हम्म ,

सीमा ,--तो अपने पास सिटी मॉल है उसमें से ले लो सब तरह के टॉय मिलते है वहाँ ।

मैं ,--तुम चलोगी मेरे साथ ।

सीमा ,--मुझे आज तो थोड़ा काम है कल चलो अगर आज चाहिए तो तुम उस मॉल में 6th फ्लोर में चली जाना वहां कोने में लिंगरी सेक्शन है बाहर, उसी के अंदर जब वहां काउंटर पर सेक्सी लिंगरी बोलोगी तो सेल्स मैन या सेल्स गर्ल तुमको भीतर ले जाएगी।

में ,--तुम गयी हो उसमे।

सीमा ,--हां जब जाती हूँ एक राउंड तो मार ही लेती हूँ।

मैं ,--ऐसे ही या कुछ लेती भी हो।

सीमा ,--ब्रा और पेंटी, उसमे सेल्स बॉय के साथ बात करने में मज़ा आता है।

मैं,-ऐसी क्या बात करते है वो।

बसीमा ,--वो लोग किसी भी टॉय को उठाकर उसके बारे में पूछो तो उसको यूज़ करने का पूरा तरीका बताते है।

में ,-वेरी इंटरेस्टिंग तब तो अच्छा टाइम पास का जुगाड़ है ।

सीमा ,- में कमला को साथ लेकर गयी थी एक बार उसने बिचारे सेल्स बॉय का पानी निकलवा दिया।

में ,--कैसे शॉप में ही।

सीमा ,--उसने जान बूझकर हिंदी शब्दों में समझाने को बोला ,

तभी सीमा का फोन बजा तो वो बोली कि कमला का फोन है शायद तनु रोने लगा है फिर मिलेंगे ।

इतना बोलकर वो चली गयी और में सोचने लगी कि ये भी बहुत चालू आइटम है जहां मज़ा मिले मारने में विस्वास रखती है।

फिर मेने राजेश को फोन किया ,राजेश ने फोन नही उठाया एक मैसेज भेजा कि तुरन्त कॉल बैक करता हूँ इसलिए मैंने अपनी साड़ी को खोल दिया फिर बाकी के कपड़े उतार दिए औऱ नंगी होकर बिस्तर पर फोन लेकर बेठ गयी तभी राजेश का फोन आ गया ।

मैं फोन उठाकर ,--हलो बॉस।

राजेश ,--हेलो ,पर अब बॉस मत बोलो ।

मैं ,--तो क्या बोलूं।

राजेश ,--राजेश ही बोला करो।

मैं,--मालिक भी नही ।

राजेश,--अब मेने अपनी स्लेव को फ्री कर दिया।

मैं ,--हम्म ,सब कुछ चूस के फ्री कर दिया कि अब नई पकड़ के उसको स्लेव बनाने में लगे होंगे।

राजेश ,--अभी तक मिली नही ,तुम जैसी गरम लड़की ,वैसे अमित को पता चलेगा कि तुम अभी मुझे फोन करती हो तो दिक्कत नही होगी ।

मै ,--नही यार वो तो खुद चाहता है कि में किसी के साथ सेक्स करूँ पर उसके सामने ।

राजेश ,--उसने बोला ऐसा।

मैं,--उसने हमारे सिक्योरिटी गार्ड से मेरे बूब्स मसलवा दिये अपने सामने ।

राजेश ,--क्या बात है तुमको तो यही चाहिए।

मैं ,--हम्म पर अभी मे जल्दी बाजी करने के मूड में नही हूँ
राजेश ,--क्यों ,जब वो राजी है तो तुमको क्या परेशानी है , तुम को संभालना किसी एक के बस की बात नही ।

मैं ,--,वो तो है ही पर में सोचती हूँ कि तुम सबसे पहले मुझे उसके सामने चोदो।

राजेश ,--दिमाग से काम लो वो जैसे चलाता है चलो नही तो वो समझ जाएगा कि तुमने शादी से पहले झूट बोला था।और तुम पहले से बिगड़ी हुई हों उसके सामने पतिव्रता बनि रहो

मैं ,--बात तो तुम्हारी ठीक है लेकिन वो पक्का कूक है

राजेश ,--तुमको तो यही चाहिए था अब कम से कम उसका नाम तुम्हारे साथ है शादी नही करती तो लोग कुछ और ही नाम से बुलाते।

मैं ,-- चलो छोड़ो क्या कर रहे हो।

राजेश ,--कोई क्लाइंट के साथ था तुम्हारा फोन आया तो उसको भगाया जल्दी से।

में ,-- मतलब अकेले हो चेम्बर में ।

राजेश ,--हां ,लंड खड़ा हो गया था तुम्हारा फोन देखकर , तुम क्या कर रही हो ।

में ,-बस नंगी होकर पड़ी हूँ सोचा मेरे राजा का भी पानी निकलवा दूं अपने साथ ।

राजेश ,--साली तुम एक ही लाइन में पुरा पानी निकलवा देगी ।

मैं ,-तो क्या निकाल लो अब मेरे राजा को बाहर क्यों सता रहे हो पेंट में।

राजेश ,--अहह.....वो तो कब से निकला हुआ है बहुत तडप रहा है अपनी रानी के अन्दर घुसने को ।

मैं ,--उसको बोलो उसकी रानी बहुत जल्द उसको मिलने वाली है ,आह.........रानी भी राजा से मिलने को बैचेन है ।

अमित ,--आहहह..अब तुम्हारी माँग में सिंदूर भरा होगा तो चोदने का मज़ा ही कुछ और होगा ।

में,--अरे तुम चिंता मत करो जिस दिन तुम चोदोगे में अमित को बोलूंगी की वो अपने हाथ से मेरी मांग में सिंदूर भरे और मेरी चुत की सील तोड़ने वाले मेरे असली पति को अपने हाथों से तैयार करे

राजेश ,--अहहह....मत तड़पाओ अब इसको बहुत दिन से इसने अपना पानी ठीक से निकाला नही है ।

मैं ,--अरे उसको बोलो उसकी रानी अब और भी सेक्सी दिखने वाली है अबकी बार मिलोगे तो उसको नई रानी मिलेगी ।

राजेश ,--वो कैसे डार्लिंग।

में ,-ओह्ह .....इस रानी के ऊपर वाला हिस्सा भी बड़ा मिलेगा और नीचे का भी।

राजेश ,--मतलब

मैं ,--अरे वो बूढा जो मेरी कल मसाज किया था उसको ऊपर की साइज बढ़ाने का फार्मूला मालूम है वो बहुत जल्द इनको बढ़ा देगा। देखना कुछ दिन में इस रानी के बूब्स बहुत बड़े होने वाले है और नीचे को तो उसका मोटा हथियार घुसेगा तो बढ़नी ही है

राजेश ,--अहह..साली तेरी इन बातों ने तो मुझे छुटने के कगार पर ला दिया ।

मैं ,-तो तुम भी कुछ बोलो में भी साथ ही आना चाहती हूँ।

राजेश ,आहहह.....साली अब तो तेरी मांग में उस गांडू का सिंदूर लग गया मतलब सब समझ गए कि इस प्लाट के रजिस्ट्री हो गयी अब इस प्लाट को यूज़ किया जा सकता है और जिसके नाम रजिस्ट्रेशन हुआ है वो गांडू है तुझे अब लोग जगत भाभी बना देंगे चोद चोद कर तेरी चुत को अब बहुत बड़ी खाई बना देंगे जिसमे चाहे जितने लोग गिरेंगे।

मैं,- ओह्ह .....राजेश में भी गयी अहह .....

उधर से राजेश को आवाज आना बंद हो गया था इसलिए मैंने भी फोन को स्पीकर पर डालकर खड़ी हुई और तोलिये से चुत और हाथ को साफ करने लगी ,कुछ देर बाद
राजेश की आवाज आई ,--हेलो रेखा ।

में ,-हां बोलो कहाँ चले गए थे।

राजेश ,--टॉयलेट में हाथ धोने ।

में हंसकर ,-बहूत जल्द हो गया क्या बात है

राजेश ,--बहुत दिन से बात हुई थी और तुम्हारी बात इतनी हॉट थी कि रुकना मुश्किल हो गया था इसलिए सोचा कोई डिस्टर्ब करे उससे पहले हो जाने दो।

मै ,-चलो अच्छा हुआ लेकिन तुम ने मेरा काम नही किया।

राजेश ,--मुझे याद है एक दोस्त है पर में तुमको वहां काम करने को नही बोलूंगा।

में ,--क्यों।

राजेश ,--उसका ऐड बनाने का काम है पर ये समझ लो उसमे कोई घरेलू या अच्छी औरत काम नही कर सकती।

में ,--समझ गयी पर अमित के लिए उसमे एक दिन के लिए कुछ एन्जॉय हो सकता है क्या।

राजेश ,-हो जाएगा ।

फिर राजेश ने मुझे आगे का प्लान बताया और मैने भी कुछ उसमे चेंज करने का बोलकर डन किया और फोन रखकर कपड़े पहन ने लगी।

रात में अमित जब रूम में आया तो बहुत एक्साइट लग रहा था उसने मेरे कपड़े उतार फेंके और बूब्स की चूसने लगा ।

मैं,--चूस लो इन झूठे निप्पल को कल दीनू काका ने अपने मुहँ से इन पर अपना थूक लगाया था।

अमित ,--अरे डार्लिंग चुत और निप्पल कभी झूठे नही होते बल्कि शुद्ध हो जाते है ।

मैं,--ओह्ह ,डार्लिंग तुम तो सारी दुनिया से अलग सोचते हो

अमित ,-दुनिया गयी मा चुदाने मुझे दुनिया से कोई लेना देना नही है मुझे बस मज़ा आना चाहिये।

में ,--केवल दुनिया ही माँ ही या अपनी भी।

अमित ,--वो चूदी तभी तो आज में इन निपल को चूस रहा हूँ ।

मैं,--तुम जब मूड में होते हो तो सबकुछ भूल जाते हो कम से कम अपनी मोम को तो बख्स दो ।

अमित ,-क्यों मूड की ऐसी तैसी कर रही हो।

में ,--आज तो बहुत जल्दबाजी में लग रहे हो क्या बात है

अमित ,--बात यही है कि तुम्हारे जैसी मस्त माल सामने नंगी खड़ी है तो इंतजार कोन करे।

में उसकी आँखों मे देखते हुए ,--तुम झूट बोल रहे हो ।

अमित ,--में क्यों झूठ बोलने लगा।

में उस से दूर खड़ी होकर ,--अमित क्या इतना ही प्यार करते हो मुझसे ।

अमित खामोश रहता है ।

में , --मेने तुमको अपनी जिंदगी की किताब का हर पन्ना खोल के दिखा दिया और तुम अपनी पत्नी जिसको तुम प्रेमिका या दोस्त बोलते हो उस से झूठ बोल रहे हो।

अमित मेरे पास आकर गाल चूमते हुए ,--कुछ नही यार बस दोपहर में तुमसे हुई बात दिमाग मे घूम रही थी बस और कुछ नही।

में ,-अमित तुम मुझे समझ नही पाए ठीक से ,में अपने अमित के लिए जान भी दे सकती हूँ कभी आज़मा कर देख लेना।

अमित ने मुझे बाहों में भर लिया और चेहरे पर चुम्बनों को बौछार कर दी ।

मैं ,--तुम रीता के बारे में सोच कर एक्साइट हो ना ।

पर अमित ने कुछ जवाब नही दिया तो में समझ गयी कि इतनी जल्दी ये नही खुलेगा, पर में भी कम चालू नही थी इसलिए बोला ,--अच्छा ठीक है तुम इसलिए उतेजित हो कि उसने मुझ से खुल के सेक्स की बात की।

अमित ,--हम्म और मेरे होंठ चूसने लगा में भी उसको साथ देते हुए उसके लण्ड को पकड़ ली जो पूरा खड़ा हुआ था।

कुछ देर चूमने के बाद मैं,--एन्जॉय कराउ क्या ।

अमित ,--हम्म चलो बेड पर

फिर दोनों बेड पर आ गए उसने मेरी चुत में लण्ड डाल दिया और बूब्स पकड़कर बोला ,--चलो सुनाओ तुम्हारी आगे की कहानी।

में ,--क्या यार उस कहानी में अब क्या बचा है आगे तुमको पता है क्या होता है ।

अमित ,-- पर कहानी सुन ने के समय चुत मारने का मज़ा कुछ और ही होता है ।

मैं,--अरे मेरे राजा रोज रोज एक ही कहानी में मज़ा नही आता में तुमको कुछ नया सुनाती हूँ ।

अमित ,--तो जल्दी सुनाओ।

मैं ,--तुम चुपचाप चोदते रहो आवाज मत करना बिल्कुल भी, ठीक है ।

अमित ,--ओ के।

फिर मेने अपना फोन जो पास रखा था उसको उठाया और डायल करके फ़ोन को स्पीकर मोड़ पर कर दिया अमित ने जब देखा कि रीता का नम्बर है तो वो कुछ बोलने वाला था मेने मुह पर अंगुली रखकर चुप रहने को बोला ,तीन चार रिंग के बाद रीता की आवाज आई।

रीता ,--हेलो भाभी।

में ,--कोन भाभी ।

रीता ,--सॉरी रेखा ।

मैं ,--ऐसे बोल ।

रीता ,--में सोची भैया पास में होंगे ।

में ,--आज वो रात में ,वो ,लेट से आएंगे इसलिये सोचा सहेली से बात कर लूं।

रीता ,--वो कोंन रेखा मेरे जीजू क्या।

जब अमित ने अपनी बहन से जीजू सुना तो उसका लण्ड मुझे कुछ बड़ा महसूस हुआ चुत में।

मैं ,-हां तेरे अमित जीजू ।

रीता ,--बहुत गंदे है जो मेरी सहेली को रात में अकेला छोड़ दिया।

मैं ,--अरे यार काम भी जरूरी है नही तो तेरी दोस्त को खिलायेगा क्या ,तू बता तूने वो देखा जो लिंक मेने भेजा।

रीता ,--वो ही पढ़ रही थी मज़ा आ रहा है पढ़कर पर यार ऐसा होता है हकीकत में

मैं ,--क्या ।

रीता ,--यार इसमें भाई बहन की सेक्स स्टोरी है वो।

मैं अमित के चेहरे की ओर देखकर ,--आजकल सब होता है बहन के लिए भाई से ज्यादा सुरक्षित कोन होगा जो बाहर बदनामी करवाने जाए।

रीता ,--पर हकीकत में संभव है क्या।

मैं ,--तू इतना दिमाग क्यों लगा रही है ,तुझे अच्छी लगी ना कहानी।

रीता ,--मुझे नही पता।

मैं ,--तो फिर भाड़ में जा ननद ही बन के रहो हरामजादी।

रीता ,--अरे कुती नाराज क्यों होती है मज़ा आ रहा है पढ़कर।

मैं ,--कितनी बार अंगुली की।

रीता ,-- दो बार झड गयी।

मेने अमित की आंखों में देखकर आँख मारी और इशारे से पूछी आगे बात करूं क्या ।पर अमित तो सुन कर धक्के लगाने में व्यस्त था।

मैं ,-अभी क्या पहनी हो ।

रीता ,--पहले तुम बताओ।

मैं ,--में तो एक गाउन पहनी हूँ तेरे अमित जीजू आते ही खोल देंगे उसको भी।

रीता हंसकर ,--में तो अभी कुछ नही पहनी।

मैं ,--मतलब नंगी ......

ये सुनकर अमित के चेहरे पर अजीब तरह चमक आ गयी और वो मेरी निप्पल को जोर से मसल दिया ,मेने बड़ी मुश्किल से अपनी चीख को रोका, पर रीता शायद समझ नही पाई की में बीच मे चुप क्यों हो गयी

रीता ,--अब तुमसे क्या छिपाना कहानी पढकर हाथ फिराना अच्छा लग रहा है ।

मैं ,--कहाँ ऊपर या नीचे।

रीता ,-दोनों जगह।

मैं ,--किसी और ने भी फिराया है क्या इन पर हाथ।

रीता ,--तुम भैया को नही बोलोगी ना।

में ,--कोन से भैया ।

रीता ,--भैया भी कोनसे अब

मैं ,-तुम्हारे कितने भाई है ।

रीता कुछ सोचकर ,--अरे मेरे जीजाजी यार ।

तभी मेने उसको कहा कि लगता है तेरे जीजाजी आ गए कल बात करती हूँ तू कहानी पढ़ और अंगुली कर बाय ।

और फोन काट कर अमित को बोली कि सुन लिया अपनी बहन का हाल उसकी जवानी को कोई लूट चुका है।

अमित ,-ओह्ह ....अब जवान है तो लूटेगा ही पर में उसे बहुत शरीफ समझता था

मैं ,--जैसा भाई वैसी उसकी बहन, बोलो चोदना है क्या उसको या फिर गली के आवारा लड़के उसको चोदेंगे ।

अमित ये सुनकर पूरे जोश में आ गया और तेजी से चुत को मारने लगा ,जैसे कोई नई चुत समझकर चोद रहा हो ,मेने मन मे सोचा अब ये ज्यादा देर नही टिकेगा क्योकि आज वियाग्रा का असर तो है नही इसलिए अभी रीता बनकर रोल प्ले करने से फायदा नही है क्योंकि में भी झड़ने के करीब थी ।

तभी अमित जोर जोर से धक्के मारकर अपने लण्ड की फुहार मेरी चुत में छोड़ने लगा में भी उसके पानी गिरते ही झड़ गयी।

अमित मेरे ऊपर गिरकर मेरे होठो को चूम रहा था में भी उसको प्यार से जवाब दे रही थी कुछ देर चूमकर जब वो साइड में सो गया
तो मैने उस से कहा ,-सॉरी जानू ,

अमित मेरी आँखों मे देखते हुए ,--किसलिए।

में ,--मुझे रीता से ऐसे बात नही करनी चाहिए थी।

अमित ,--क्यो ,अब बात खत्म हो गयी तो सॉरी बोलने से फ़ायदा।

मैं ,--यार वो तुम्हारी बहन है।

अमित ,--तो तुम किसी की बहन नही थी क्या ।

में ,--पर में तो तुम्हारी बीबी हूँ।

अमित ,--में अभी की बात नही कर रहा शादी से पहले की बात कर रहा हूँ जब एक शादी सुदा मर्द से संबंध बनाए थे।

में ,--पर मेरी बात दुसरीं थी वो अभी नादान है।

अमित ,--क्या यार अभी तुम ने ही सुनवाया की वो किसी के साथ सब कुछ कर चुकी हैं तो जिसने किया होगा उसने सब कुछ सीखा दिया होगा ,बस तुम उसको समझा देना की प्रीकोसन का ध्यान रखे ।

मैं ,--कैसे भाई हो तुम।

अमित ,--तो क्या करूँ ये तो तुम्हारी वजह से मुझे पता चल गया वरना मुझे कैसे पता होता वो क्या गुल खिला रही है ।

मैं ,--तो उसकी शादी करवा दो फिर।

अमित ,--यार वो सब के लिए मोम डेड है उनको समझाना मेरे बस की बात नही है अभी वो उसको कोई सरकारी नोकरी के लिए पढ़ा रहे हैं।

मैं ,--पर अब तो तुम सब जान गए।

अमित ,--तो क्या करूं अब डेड को कैसे बोलू की वो यार बना कर चुद चुकी है ।

में ,--पर कुछ तो करना पड़ेगा।

अमित ,-अब मोम को ही समझाने की कोशिश करूंगा कि जल्द शादी करवा दो।

मैं ,--मुझे यार बहुत गिल्टी फील हो रहा है।

अमित ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और कलीवेज पर किस करके बोला ,--चुदाई और लड़ाई में सब जायज है ।

में ,--पर

इस से आगे में कुछ बोलती अमित ने मेरे होठो पर होंठ रख दिये और

फिर बोला ,--तुम ये बोलना चाहती हो कि वो मेरी बहन है तुमको मालूम है में अपनी एक बहन को चोद चुका हूँ अब वो भी बहन ही थी कजिन हुई तो क्या हुआ ,
अब तुम उसको इतना समझा दो की वो किसी गलत आदमी की संगत में ना पडे

में ,--पर यार मेने उसको पोर्न साइट का लिंक दे दिया।

अमित ,--तो क्या उसको मालूम नही होगा तुम नही देती तो कोई और देता ,

मुझे तो इस बात की खुशी है कि तुम ने उसको अपनी बहन या सहेली जैसा बना लिया है ,मुझे तो उल्टा तुम्हारा सुक्रगुजार होना चाहिए कि तुम भी कम से कम सेक्स में मेरे जैसी सोच रखती हो।

में ,--तुम को बुरा तो नही लगा ।

अमित ,--यार जो चीज तुमको मालूम है औऱ तुमने देख भी लिया अब क्या पूछ रही हो,उसके बारे में ,अब सो जाओ सुबह जल्दी उठना है।
में मन मे सोचने लगी साला अपनी बहन को चोदने को मरा जा रहा है गांडू ।
और फिर दोनों एक दूसरे को बाहों में ही सो गए

सुबह अमित के ऑफिस जाने के पहले मेने उससे
कुछ पैसे मांगे की मुझे बाजार से कुछ सामान लाना है तो उसने अपना क्रेडिट कार्ड थमा दिया और बोला कि इनमें एक लाख रुपये है तुमको जितने चाहिए उतने निकाल लेना मेने उसको एक लंबा किस देकर विदा किया,

बाद मेने कमला को फोन कर दिया कि में बाज़ार जा रही हूं इसलिए वो दोपहर बाद आये और फिर नहाने के लिए घुस गई ।

आज पहली बार घर मे अकेली थी इसलिए सोचा कि नहाने के बाद थॉडी देर नंगी ही रहा जाए क्योंकि अमित के सामने संस्कार दिखाने के चक्कर मे पूरी साड़ी पहनकर घूमना पड़ता है ।

बाथरूम से नहाकर नंगी ही किचन में आई और नास्ता खाने लग गयी ।आज जिंदगी में पहली बार हुआ था कि में अकेली थी और नंगी होकर इस तरह से नास्ता कर रही थी ,

इससे पहले राजेश के साथ दिन भर नंगी रही थी पर सिर्फ एक रूम में पर आज पूरे घर मे नंगी होने का मज़ा ही कुछ और था फिर नास्ता करके पूरे घर के काम नंगे ही रहकर किया दूसरे रूम की बेडशीट बदली ,फिर गेस्ट रूम में भी थोड़ा बहुत समान जो अस्त व्यस्त था उसको ठीक किया

और फिर ड्रेसिंग के सामने खड़ी होकर खुद को देखने लगी आज भी जब बूब्स पर नजर गयी तो पहले से बड़े लगे और फिर मन में सोचा कि कमला को बोलकर क्यों नही दिनुकाका जैसे मसाज करवाई जाए अगर थोड़े से बूब्स बड़े हो जाएंगे तो सेक्सी लगेंगे

मेंने सोचा अब बाजार जाने के लिए तैयार हुआ जाए पर फिर बाजार में होने वाली एकसाइटमेंट को सोच कर पेशाब लगने लगी तो नंगी ही बाथरूम में जाने लगी ।

तभी कुछ नया करने का विचार आया और बाहर बालकोनी की तरफ चल दी जो रोड की तरफ खुलती थी जो सिर्फ कपड़े सुखाने के काम आती थी पहले तो डर लगा कि किसी ने देख लिया तो क्या होगा पर फिर सोचा जो होगा देखा जायेगा ।

और बालकनी में खड़े होकर नीचे देखा रोड पर लोग तो कई थे पर ऊपर देखने का कोन सोचता कि ऊपर कोई मस्त हसीना नंगी खड़ी होगी ।

फिर कोने में जाकर बैठ के पिशाब किया और आराम से चलकर बैडरूम में आई और कपड़े पहनने लगी साड़ी को इस तरह से पहना जैसे कोई कामवाली बाई पहनती है शरीर का कोई भी अंग नही दिख रहा था फिर ढेर सारा सिंदूर लगाया जैसे दुनिया की सबसे पतिव्रता नारी मेरे जैसी दुसरीं नही है

फिर ठुड्डी के नीचे एक बड़ा सा काला तिल बनाया और क्रीम पाउडर की जगह सरसो का तेल मुँह पर लगाया जिससे रंग थोड़ा कम गोरा लगे ।

उसके बाद क्रेडिट कार्ड और कुछ पैसे ब्रा में रखे और एक बार खुद को आईने में निहारा बिल्कुल काम वाली जैसी लग रही थी बाहर आकर गेट को ताला लगाया और लिफ्ट में चल दी ।

जब नीचे पंहुची तो गेट पर एक आदमी बैठा था और उसके बगल में दिनु काका उस से कुछ बात कर रहा था में जांनबुझकर उनके पास गई और मॉल के बारे में पूछा तो उन्होंने अंगुली के इशारे से बताया कि वो सामने है

मॉल मुश्किल से सो मीटर की दूरी पर होगा , दिनु काका ने मुझे पहचान लिया था पर इस तरह से ट्रीट किया जैसे मुझे पहली बार देखा हो।

मुझे भी अच्छा लगा कि चलो कम से कम ये तो ठीक हुआ में आगे बढ़ी तभी पीछे से उस गार्ड ने दिनुकाका को पूछा कि ये बाई को पहली बार देखा किसके यहां काम करती है तो दिनु काका बोला कि तू अपनी नोकरी का ध्यान रख नही तो एक बार किसी ने शिकायत कर दी तो ऐजेंसी वाले पूरी मुंबई में काम नही दिलवाएगी ।

मेरी तो हंसी छूट गयी दोनों की बात सुनकर ।फिर पेदल ही मॉल में पहुंच गई और सोधे लिफ्ट में चढ़कर 6th फ्लोर का बटन दबाया ।

छटे माले पर ज्यादा भीड़ नही थी सुबह का टाइम था इसलिए और मुझे लिंगरी स्टोर ढूंढने में ज्यादा दिक्कत नही हुई जब उसके सामने गयी तो बाहर सिर्फ ब्रा पेंटी ही टँगी नजर आयी में सीधे काउंटर पर गयी जहां एक लड़का और लड़की खाली बैठे दिखे,शायद बाकी लो ग देर से आते होंगे क्योंकि शॉप काफी बड़ी थी औऱ शॉप के मालिक के काउंटर पर भी कोई नही था।

मेने काउंटर पर जाकर थोड़ा भोजपुरी टोंन लाते हुए सेक्सी लिंगरी पूछा।

तो लड़का जल्दी से खड़ा हुआ
और बोला,- आइए भाभी इघर और एक गेट खोलकर अंदर का रास्ता बताया।

मुझे राजेश की बात याद आ गयी कि चोदू की पत्नी को सब भाभी बोलते हैं ये सेल्स बॉय भी जो कस्टमर को दीदी बुलाते है पर ये भी भाभी बोल रहा है ।

अंदर देखा बहुत बड़ा हॉल जैसा था जिसमे चारों तरफ सामान डिस्प्ले हो रहा था और उनके आगे काउंटर लगा था वो लड़का एक साइड से काउंटर के पीछे चला गया और बोला भाभी क्या दिखाऊँ ।

मेने चारों तरफ नजर दौड़ाई फिर बोली,-- उ सेक्सी वाला चोली और कच्छी ।

लड़का मेरे मुंह की तरफ देखा और सोचा होगा कि कोनसे गांव से चलकर आयी है।

उसने ब्रा पेंटी का एक एक करके ढेर लगा दिया ,पर में सबको रिजेक्ट करती गयी। वो अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा था एक से एक पीस दिखा रहा था जो पहने या ना पहनें एक ही बात थी ।

पर जब लास्ट में एक पीस को दिखाया तो में उस से पूछी की इसमें क्या खास बात बा।

तो वो ब्रा के कप को दिखा कर बोला देखिये भाभी ये इसके ऊपर ढक्कन है (वो भी देहाती भाषा मे समझाने लगा था) जिस से छोटे बच्चे को दूध पिलाना हो तो पूरी चोली नही हटानी पड़ती सिर्फ ढक्कन खोलने से निप्पल बाहर आ जाती है।

में उसका मुंह देखने लगी फिर जैसे समझ गयी उस अंदाज में सिर हिलाया और पेंटी को दिखा कर पूछा,--और इसकी क्योकि वो फुल साइज पेंटी थी तो उसने पेंटी को हाथ मे लिया और चुत के सामने के हिस्से का कैप हटाया और बोला ,--देखिये ये भी ऐसे नीचे से ऐसे खुल जाती है ।

में पेंटी को देखकर बोली ये ठीक बा जब मूतना हो तो कच्छी उतारे बिना मुत्त सकते है।

वो मेरे मुँह की तरफ देखकर बोला और भाभी रात में भी बिना उतारे काम हो सकता है मेंने पहले तो ना समझने का नाटक की फिर शरमाते हुए बोली,-- हट बदमाश ।

मेने दोनों के दो सेट पैक करने को बोल दी। सेल्स बॉय पूरा खुश हो गया क्योंकि उसने लगभग सब डिजाइन दिखा दी थी औऱ मुझे एक भी पसंद नही आई थी।

दूसरा उसने खुल के रात की बात भी बोल कर देख लिया और मेरा जवाब सुनकर उसको लगा कि भाभी तो मस्त है फ्लर्ट किया जा सकता है।

तभी मेने घूमते हुए एक टॉय के बारे में पूछा ,-- ये क्या है सेल्स बॉय उसके सामने आकर बोला भाभी ये डिल्डो है

और उसने वो डिल्डो खोलकर मेरे सामने रख दिया में उसको हाथ मे लेकर सेक्सी अंदाज में हाथ फिराने लगी और चोर नजर से देखा वो लड़का जो लगभग चौबीस पच्चीस साल का होगा वो अपने लण्ड के ऊपर चुपके से हाथ फिरा रहा था उसका लण्ड पूरा खडा था। जिसका शेप पूरा जीन्स पर से दिख रहा था ।

तभी में बोली ये तो लण्ड जैसा दिख रहल बा ये कितने का है लड़के ने पैसे बताये जो मुझे ज्यादा नही लगे

तभी वो लड़का बोला भाभी इसमें कई नई चीजें आयी है ये देखिये और उसने अलग अलग तरह के डिल्डो दिखाये जो अलग अलग तरीक़े से वाइब्रेंट हो रहे थे मेने उसको एक डिल्डो जो 8 इंच का वाइब्रेंट वाला था वो पैक करने को दिया।

तभी मेरी नजर उसके पास में पड़ी एक रिंग पर गयी जिसके साथ तार जुड़ा था मेने उससे उसके बारे में पूछा तो वो बोला भाभी ये पेनिस के ऊपर लगाने का है।

में उसको घूर कर देखने लगी जैसे मुझे कुछ समझ मे नही आया तो उसने एक फोटो दिखाया जिसमे लण्ड पर रिंग लगा हुआ था मेने उसको डांटने के अंदाज में कहा ई तो लण्ड पर पहनने का है तुमको हिंदी नही आती क्या।

लड़का आश्चर्य से मेरी और देखने लगा और फिर बोला कि भाभी इसको भैया के लण्ड पर लगा कर जब वे बटन दबायेंगी तो ये पूरा कंपन करने लगेगी देखिये ऐसे।

उसने तार से जुड़ा बटन दबाया तो वो रिंग जो रबड़ की बनी थी काउंटर पर उछलने लगी मुझे अच्छी लगी और उसे भी पैक करने को दे दी।

उसके पास एक दो क्लिप का सेट रखा था जिसके साथ भी तार जुड़ा था तो मैने उसके बारे में पूछा उसने वो खोल कर दिखाया उसमे दो पीने थी उसमें जैसे कपड़े सूखने के समय उनको रोक कर रखने के लिए होती है साथ मे इस तार के साथ छोटा सा रिमोट था जिसमें वोल्युम बढ़ाने या घटाने जैसा एक बटन था,।

मेने उसको पूरा हाथ मे लेकर देखा और पूछा ये क्या है अब लड़का सोचने लगा कि अगर अंग्रेजी बोला तो ये भड़क जाएगी इसलिए बोला भाभी ये चूची के ऊपर जो होती है उसको क्या बोलते है ।

तो मैने कहा चूचक तो बोला कि ये चूचक पर लगाने की है जो इस रिमोट से चलती है मेने कहा रुको में लगा कर देखती हूँ।

और मैने साड़ी को साइड में करके ब्लाउज के ऊपर के दो बटन खोले और दोनों निप्पल पर दोनों पिन को लगाया बटन खोलने से उसको मेरी दूध जैसी गोरी बूब्स आधी से ज्यादा दिख गयी क्योकि मेने ब्रा काफ़ी छोटी पहनी थी

उसकी जीन्स पूरी टाइट हो चुकी थी फिर उसको बोला की अब चलाओ देखती हूँ कैसे काम करती है उसको पसीने आ गए उसने सोचा होगा कि ये कैसी औरत है।

ये तो अच्छा है कि कोई दूसरा ग्राहक अभी नही है और इधर कैमरे भी नही है वरना लोग लोग इसको पोर्न साइट पर अपलोड कर देते ।

उसने रिमोट को उठाया और उसपे लगे बटन को धीरे धीरे घुमाने लगा मुझे तो जैसे झटका लगा दोनों निप्पल में कंपन होने लगा और धीरे धीरे बढ़ने लगा जिसका असर चुत तक पहुंच गया और मेरा एक हाथ साड़ी के ऊपर से चुत पर चला गया।

वो लड़का भी ये देख रहा था उसने एक बार पूरा बटन को घुमाया और दूसरे हाथ से अपनी जीन्स के ऊपर से लण्ड को मसलने लगा उसने एक बार फुल वॉल्यूम किया और एक मिनट चालू रखके वापस रिमोट से बंद किया तो में बोली कि इसे भी दे दो।

और उसको पूछा कि पेशाबघर किधर है तो उसने बाहर आकर एक गेट खोला और अंदर जाने को कहा, पर में वहीं गेट को पकड़कर साड़ी ऊपर करके पेंटी नीचे की और अंदर की तरफ मुँह करके मूतने लगी

मेने तिरछी नजर करके बाहर की तरफ देखा लड़के का ध्यान मेरी गांड पर ही था और उसका हाथ अपने लण्ड पर था उसको मेरी पूरी गोरी गांड दिख रही होगी और सोचा भी नही होगा कि में इस तरह बिना गेट बंद किये उसको अपनी सेक्सी गांड पूरी खोलकर दिखाउंगी ।

में घर से मुत्त कर ही आई थी ,इसलिए दो चार बूंदे बहा कर खड़ी हुई और उसकी तरफ मुह करके पेंटी को ऊपर करके साड़ी ठीक करने लगी ।

सामने देखा तो वो एकदम स्टेच्यू की तरह खड़ा होकर मेरे को नीचे से देख रहा था शायद उसको चुत भी एक सेकंड के लिए दिखी हो ।

तभी में उसको आंख दिखा कर बोली बड़े बेशर्म हो ऐसे एक जवान औरत को देखते शर्म नही आती क्या तुमको ।

वो जल्दी से काउंटर के पीछे चला गया ।

में वापस दूसरे टॉय देखने लगी पर जो चीज असल में लेने आई थी वो मुझे अभी तक नही दिखी, अब उसको बोल भी नही सकती थी नही तो वो समझ जाता कि ये अंग्रेजी का इतना बड़ा नाम कैसे जानती है तभी मुझे कोने में वो चीज दिखाई दी और वो चीज थी स्ट्रिपलैस डिल्डो, जिसके लिए में यहां आयी थी।

में उस कोने में गयी तो वो लड़का भी उस तरफ आया में उनको देखने लगी फिर हाथ से उस लड़के को इशारे से एक पीस दिखाने को कहा जिस पर दोनों तरफ डिल्डो था यानी किसी की गाण्ड मारो तो एक डिल्डो चुत में भी रहेगा।

जो खुल भी सकता था जब उसने वो काउंटर पर रखा तो उसको अच्छे से देखकर उसको यूज़ करने का तरीका पूछा

अब लड़के को लगा कि इसे देहाती भाषा मे कैसे समझाऊ तो उसने अपना मोबाइल निकाला और उसमे एक वीडियो चालू करके मेरे सामने रख दिया। ,

में ऐसे वीडियो बहुत देख चुकी थी इसलिए जबरदस्ती देखकर लजाने का नाटक किया और फिर उसे भी देने को कहा ,

मुझे यही एक मात्र चीज लेनी थी बाकी तो बस पसंद आ गयी थी इसलिये ले ली और हिसाब लगाया तो लगभग ग्यारह हज़ार का अनुमान लगाया जो कि हर आइटम के ऊपर लिखा देखकर जोड़ा था

काउंटर पर आकर लड़का हिसाब जोड़ने लगा तो मैने उसे डिस्काउंट का पूछा लेकिन वो बोला कि इनमें कोई छूट नही है तो मैने कहा छोड़ दो मुझे नही लेना कुछ भी, मुझे एक और दुकान का एड्रेस मालूम बा इसी मॉल में ।

मेने ऐसे ही हवा में तीर चलाया था जो निशाने पर लग गया उसने सोचा होगा कि ऐसे कस्टमर को दुसरीं जगह भेजना ठीक नहीं है।

तो वो लड़का बोला भाभी ऐसा मत करिए आप को में अपनी तरफ से एक आइटम अपनी तरफ से दे देता हूँ ।आप छुपा कर ले जाइए ,

मेरे अंदर से एक आवाज आई रेखा गांड दिखाई में एक फ्री तो क्यो ना स्ट्रैपलेस डिल्डो जो सबसे महंगा है , वो लिया जाए तो उसे इशारे से उसे फ्री देने को कहा।

लड़का कुछ सोचने लगा तो मैने सोचा कि अगर इसने ये फ्री दे दिया तो मुझे लगभग आधा रेट में सब सामान मिल जाएगा लेकिन इसको थोड़ा एन्जॉय कराना पड़ेगा

इसलिए उसको बोला कि तुम एक काम करो काउंटर पर जो लड़की बैठी है उसको बोलो की भाभी का पर्स गाड़ी में है मैं उनको सामान देकर पैसे लेकर आता हूँ।

तुम ये सामान लेकर आओ और बाहर पब्लिक टॉयलेट के पास में वही मिलूंगी ।लड़के का चेहरा चमकने लगा वो बोला ठीक है भाभी।

फिर में उसको बाहर इंतजार करने का बोलकर बाहर आ गयी और पब्लिक टॉयलेट जो छठे माले पर ही था। उसके सामने इंतजार करने लगी

लगभग पांच मिनट के बाद वो आया और उसने एक बैग पकड़ाया जिसमें बिल भी था और शर्ट में से निकाल कर वो स्ट्रिपलेस डिल्डो पकड़ाया मेने ब्लाउज से पैसे निकालकर बिल देखा । उसको पैसे दिए तो समझ मे आ गया कि ये डिल्डो चुरा कर लाया है

फिर उसका हाथ पकड़ा और उसको लेडीज़ टॉयलेट में ले गयी। क्योकि सुबह का समय था और आसपास कोई नही था इसलिए आराम से चली आयी

दरवाजा बंद करके उसका जीन्स नीचे किया और लण्ड को बाहर निकाला जो पूरा सख्त था फिर में निचे बैठी और उसके लण्ड पर जीभ फिराई और उसे मुंह मे लिया।

उसका लण्ड साढ़े पांच इंच का रहा होगा जो आराम से पूर मुँह में समा गया पर वो पूरा अनाड़ी था आंखे बंद करके खड़ा हो गया और सिसकने लगा ,बस बीस बाइस बार आगे पीछे करते ही मुँह में झड़ने लगा।
उसका पूरा पानी मेरे पेट मे चला गया और वो मुझे ऐसे देखने लगा जैसे कुछ अविश्वसनीय चीज देख रहा हो ।

में उसके लण्ड का पानी चाट कर खड़ी हुई और अपना बैग उठा कर तेजी से बाहर आ कर लिफ्ट में ग्राउंड फ्लोर पर आ गयी

निचे आकर मेने एक फ़ास्ट फ़ूड का काउंटर देखा, जो एक तरफ कोने में था और बाहर खुले में टेबल कुर्सियां रखी थी,। वहां जाकर एक कुर्सी पर बैठी और डोसा का आर्डर देकर मन मे सोचने लगी।

रेखा तू कितनी बेशर्म होती जा रही है और आज तो तूने रण्डी वाला काम भी कर लिया लण्ड चूसने के बदले डिल्डो और गांड दिखाई में रिंग।
वाह तू तो टॉप की रण्डी बन गयी पर नीचे से मेरी मुनिया जो पानी बहा रही थी उसका क्या ,

साला वो लड़का भी चुतिया था शायद पहली बार उसका किसी आइटम से पाला पड़ा होगा जो बूब्स को भी हाथ नही लगाया और खलास हो गया अगर उसकी जगह दूसरा कोई होता तो अभी मेरी चुत उसके पानी से भरी होती, साला गांडू ।

उसके लिए मन में गाली निकल रही थी इधर ये डोसा वाला भी जल्दी से डोसा नही दे रहा में जल्दी से घर पहुंचकर चुत में डिल्डो घुसा ना चाहती थी i

तभी दुसरीं टेबल पर नजर गयी तो देखा एक 35 साल की औरत एक नए लड़के के साथ आइस क्रीम खा रही थी औरत ने स्कर्ट टॉप पहन रखा था,
जो उसकी पूरी बॉडी का ढक कम और दिखा ज्यादा रहा था इस समय उस जगह बहुत कम लोग थे।

इसलिए दोनों एक ही आइस क्रीम को कप में से चम्मच से खा रहे थे। मुझे बड़ा अजीब लगा कि ये लड़का उसके बेटे की उम्र का होगा और औरत ने जैसे कपड़े पहने थे वो कोई माँ अपने बेटे के साथ कैसे पहन सकती है।

पर मेरा सारा भरम उसी टाइम निकल गया जब उस औरत ने मेरी तरफ देखकर उस लड़के का लण्ड को पेंट के ऊपर से पकड़ लिया जब लड़के ने देखा कि औरत का ध्यान किधर है तो उसने भी मेरी तरफ देखते हुए टेबल के नीचे से अपना एक हाथ उस औरत के स्कर्ट में घुसा दिया जो उसको जांघो तक था।

मुझे तो उस औरत की पेंटी पुरी दिख गयी और उस लड़के का हाथ पेंटी के अंदर तक जाता दिखाई दिया।

तभी मेरा डोसा भी आ गया और में जल्दी से डोसा खाकर घर की और दौड़ने वाले अंदाज में चलने लगी।

चलते चलते रास्ते मे मेरे दिमाग मे वो दोनों ही घूम रहे थे कि कैसे एक औरत अपनी उम्र से छोटे लड़के का लण्ड पकड़कर उस से चुत में अंगुली करवा रही थी ,वो भी खुले में जहाँ कोई भी देख सकता था ।
फिर सोचा रेखा ये मुम्बई है तू भी अब इसके रंग में रंग जा।और अपनी जिंदगी को एन्जॉय कर।

में जल्दी से अपने फ्लैट पर पहुंची और बाथरूम में जाकर मैकअप धौया, की कही कल के जैसे सीमा आ गयी तो क्या सोचेगी ।
मुँह धोकर साड़ी को ठीक किया और सोचा कि कमला को अभी आने से मना करती हूं नही तो बीच मे मज़ा खराब कर देगी ।

बाहर आकर हैंडबैग से मोबाइल निकाला ही था कि बेल बजने लगी मन मे गाली निकाली की कौन अपनी ऐसी तैसी करवाने आ गया

जैसे ही गेट खोला तो सामने कमला थी अब जब वो आ ही गयी तो मैने सोचा कि इसको जल्दी से भगाना पड़ेगा।

इसलिए उसको बोली ,--कमला तू झाड़ू पोंछा करके बर्तन धो दे मेने बाजार में खाना खा लिया है लेकिन शाम में जल्दी आकर खाना बना देना मेरा आज रेस्ट करने का मूड है बाजार जाकर थक गई हूं

फिर अपना बैग जो मॉल से लेकर रूम में आ रही थी की कमला ने टोक दिया भाभी क्या क्या खरीदा बाजार से तब तक मैं रूम में आ चुकी थी,।

मेने स्ट्रेपलेस डिल्डो निकाला और लेकर बाहर आई ,कमला जैसे मेरा ही इंतजार कर रही थी ।

उसको डिल्डो देकर बोली,-- ये ले तेरे काम की चीज।
कमला ने उसको पॉकेट से बाहर निकाला और फिर देखकर बोली ,--वाओ क्या लण्ड है पर दोनों तरफ है इसमें ,

मैं ,--हां तेरे लिए लायी हूँ देख ये चुत में चला जायेगा और फिर इस बेल्ट को बांधकर अमित की गांड मारनी है तुझे ।

कमला उस पर ऐसे हाथ फेर रही थी जैसे वास्तव में लण्ड हो फिर बोली ,--इस से तो चुत भी मार सकती हूं बोलो मरवानी है ।

मैं ,--जितना बोला है उतना ही समझ ज्यादा दिमाग मत लगा नही तो ला दे वापस।

कमला ,--ओहो भाभी आप तो तुरंत नाराज हो जाती हैं, बोलिये कब मारनी है आपके पति की गाँड।

मैं ,-शनिवार को मालिश करके मारनी है ।

कमला ,--तो तब तक मे इसे सीमा भाभी के पास ले जा सकती हूँ ।शनिवार तक

मैं,--ठीक है अमित पूछे तो बोलना सीमा का ही है
मुझे पता था कि ये सीमा को जरूर दिखाएगी और हो सकता है दोनों एक साथ यूज़ भी करे ।

पर मेरे लिए भी अच्छा है कि अमित को बोल दूँगी सीमा का है उसे थॉडी ही पता चलने वाला है कि ये मुझे लण्ड चूसने के बदले मिला है ।

कमला जल्दी जल्दी काम निपटाकर फ्री हुई और बोली भाभी में जाऊ अब तो मैने उसे शाम को खाना बनाकर जाने की याद दिलाई ।

दरवाजा बंद करते ही मेने साड़ी खोलना चालू किया और रूम तक पहुचते पहुचते ब्रा पेंटी भी उतार फेंकी फिर वो बेग उठाया और बिस्तर पर गिरके निप्पल पर वो क्लिप लगाई ओर स्विच ऑन किया पूरी चुचिया कंपन से हिलने लगी और चुत में भी उसका असर दिखना चालू हो गया

तभी मेने वो डिल्डो निकाला और उसको चुत में डाल लिया जो 6 इंच तक आराम से घुस गया ।

मेरी तो हालत ऐसी हो गयी थी जैसे हकीकत में चुद रही हुँ दोनों शरीर मे ऊपर नीचे वाईब्रेट कर रहे थे।

तभी फोन बजा तो मेरे मुंह से गाली निकली अब को अपनी बहन चुदाने को फोन कर रहा है ।

उठकर फ़ोन बिस्तर पर लायी और जब फोन देखा तो अमित की बहन निकली मेने फोन रिसीव किया और कॉल रेकॉर्डिंग चालू किया रीता फोन में जब तक रीता हलो हलो कर रही थी।

में ,-बोल क्यों चिल्ला रही है।

रीता ,--मेने सोचा रात में आप से बात पूरी नही हो पाई थी, इसलिए अभी कर लूं आप अकेली होगी।

फिर में उससे बात करने लगी और साथ मे अपनी चुत को भी डिल्डो से चोदने लगी लगभाग आधे घंटे तक उस से बात करती रही और फिर जब चुत ने पानी की नदी बहाई। उसके साथ ही फोन को काट कर अमित को वॉट्सऐप किया कि "गुड न्यूज बट सरप्राइज कम इवनिंग एट होम" और उसी अवस्था मे सो गई
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