Episode 08
अमित मुझे चोद रहा था और में उसकी गाँड में अंगुली डाल कर आगे पीछे कर रही थी मुश्किल से पांच मिनट भी नही हुए की उसके लण्ड ने अपने पानी की बौछार मेरी चुत में कर दी ।और उसका लण्ड छोटा होकर बाहर आ गया ।
और वो लंबी सांसे लेने लगा ।
अमित भले ही डाउन हो गया पर मेरी चुत अभी भी गर्म थी ऐसा लग रहा था जैसे पानी एक साथ कहीं जमा हो और निकलने के लिए तैयार था पर निकल नही रह था और उसको नही निकलने से मन मे बहुत बैचेन हो रही थी।
मेने उसका हाथ पकड़ा और बोली,-- अपनी अंगुली डाल ना मेरी चुत में मेरा पानी नही निकला वो अपनी अंगुली से मेरी चुत चोदने लगा ।
पर मुझे मज़ा नही आ रहा था इसलिए बोली ,--कुछ और डाल ना मोटा मुझे झड़ना है बहुत बैचेनी हो रही है एक काम कर वो मोमबत्ती घुसा कर चोद ।
उसने खिड़की से मोमबत्ती उठायी और चुत में डालकर आगे पीछे करने लगा पर उसके हाथ से मज़ा नही आ रहा था
इसलिए मैंने वो मोमबत्ती अपनी चुत में डालकर घिसते हुये बोली,- अहह....मेरी बूब्स को मसल और निप्पल को मुँह में लेकर चूस .
वो मेरे आदेश का पालन करने लगा पर लगातार दस पंद्रह मिनट तक भी पानी नही छूटा तो मैने उसके लण्ड को पकड़कर खड़ा करने की कोशिश करने लगी
पर उसका लण्ड फिर से खड़ा होने का नाम ही नही ले रहा था तो में उसको हाथ से हल्की चपत लगाते हुए कहा,--बहनचोद तूने दारू में क्या मिलाया था जो मेरा पानी नही छूट रहा
अमित,--कब।
में,-जब तू पेग बना रहा था तो मैने देखा था कि तू पुड़िया से सफेद पाउडर जैसा कुछ डाल रहा था।
अमित के चेहरे का रंग उड़ गया और वो हकलाते हुए बोला ,-व....ओ तो फीमेल वियाग्रा की टेबलेट थी जो मुझे किसी ने बताई थी कि अब यहां भी मिलती है इसलिए उसको पीस कर पाउडर बनाया था।
में,--साले हराम की औलाद अब किसी को बुला और मुझे ठंडा करवा नही तो में नंगी ही नीचे जाकर किसी से चुदवा कर आती हूँ।
अमित की हालत खराब थी वो कोशिश कर रहा था कि उसका लण्ड खड़ा हो जाये पर वो दो घंटे से चोदने के बाद पूरा ठंडा हो गया था ।वो कुछ बोल नही रहा था शर्म से सिर झुका कर बैठा था।
तभी में बोली ,--तू एक काम कर नीचे जा और सीमा से डिल्डो लेकर आ।
अमित ,-उसके पास है।
में ,--हां मेने पूछा था एक दिन।
अमित ,--पर इतना रात में।
मैं ,--तो तूने वियाग्रा तेरी बहन चुदवाने को खिलाई थी मेरी हालत खराब हो रही है और तुझे रात में डर लग रहा है ।
में लगातार मोमबती को आगे पीछे कर रही थी और चेहरे के एक्सप्रेशन से लग रहा था कि पानी नही छूटने से बहुत परेशान हूँ।
अमित ,--पर में उसको क्या बोलूंगा।
में ,--साला गांडू ,चल मेरा फोन दे इधर ।
फिर मेने सीमा को फोन किया तो उसने एक बार नही उठाया दुबारा रीडायल किया तो उसने दो रिंग के बाद उठा लिया ।
मेने अमित को नीचे जाने का इशारा किया तो वो तुरन्त बरमूडा पहनकर बनियान पहना और नीचे की तरफ भागा।
फोन पर सीमा नींद में ,--हेलो।
में ,--सॉरी यार सीमा रात में डिस्टर्ब करने के लिए ,मुझे वो स्ट्रेपलेस डिल्डो चाहिए।
सीमा ,--अभी ।
मैं ,--हां ,अमित की गाँड मारनी है प्लीइस।
सीमा ,--पर अभी कैसे देने आऊं।
मैं ,--अमित नीचे खड़ा होगा गेट पर तुम्हारे।
सीमा ,--पर उसको दूँगी तो वो क्या सोचेगा।
में ,-अरे यार पेपर में लपेट कर पकड़ा दो बस कुछ बोलने की जरूरत नही है।
सीमा ,--ठीक है देती हूँ , कस के मारना उसकी गाँड की सारी गर्मी निकल जाए उसको दूसरों के बारे में बोलने में बहुत मज़ा आता है।
में ,--तू देगी तब ना।
सीमा ,--अरे मेने पेपर में लपेट भी दिया बस गेट खोलकर देना बाकी है।
मैं,--थैंक्स सीमा और सॉरी इतने रात में डिस्टर्ब किया और फिर इतना बोलकर मेने फोन काट दिया।
एक मिनट भी नही हुआ कि अमित दौड़कर रूम में आया और जल्दी से पेपर को खोलकर स्ट्रीप लेस डिल्डो को बाहर निकाला और उसे देखने लगा ।
मेने उसको कहा,--क्या देख रहा है जल्दी दे इधर ,
उसने मुझे दिया तो में लेकर बोली ,--साली से सीमा भी पूरी चुड़कड रांड है ।
ये तो गाँड मारने वाला है इसका ये क्या करती होगी और फिर उसको अपनी चुत में घुसा लिया और उसके ऊपर लगे बटन को पुश किया तो वो कम्पन्न करने लगा जिसे अमित देख रहा था ।
मेरी सिसकारी निकलने लगी ।
स्ट्रैपलेस डिल्डो का बड़ा वाला हिस्सा मेरी चुत में था और वो वाईब्रेट हो रहा था ।
उसका वाईब्रशन बहुत गज़ब का था पूरा शरीर मे करंट लग रहा था ।
तभी मेने सिसियाते हुए अमित को कहा ,--चल अब मेरे होंठो को चूस और बूब्स को मसल तो वो होठो को चूसते हुए निप्पल्स और बूब्स को मसलने लगा।
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और लग रहा था कि कभी भी पानी छूट सकता है तभी मेने उसको होठ छुड़ाते हुए कहा ,--कुछ गरम बोल कि में झड़ जाऊ।
अमित ,-झड़ जा अब रण्डी तू बहुत गर्म कुतिया है।
में ,--अहह......बहन चोद अपनी मोम के बारे में कुछ बोल ना
अमित ,--मोम भी रण्डी है मेरी
में ,-कुछ ऐसा बोल की मेरी चुत रस बहा दे।
अमित ,--जब में चंदा आंटी के यहाँ जाता था तो एक दिन उसने मेरी मोम की पेंटी मंगवाई थी।
मैं,--अहह..........बोल आगे उसने क्या किया उसका मदर फुकर ।
अमित ,--फिर जब में मोम की पेंटी चुराकर लेकर गया तो चंदा आंटी ने मेरे सामने ही उसको कैलाश अंकल को दी ,अंकल ने पेंटी लेकर उसको खोला और सूंघने लगे ।
मैं,--अहह.......जल्दी बोल आगे ।
अमित ,--फिर उन्होंने चुत के सामने वाले हिस्से को जीभ से चाटना चालू कर दिया और अपनी धोती में से लण्ड निकाल मुठ्याने लगे ।
इधर चंदा आंटी भी नंगी हो गयी और मुझे अपनी चुत चाटने के लिए झुका लिया ,में झुक कर चुत चाटने लगा ।तभी अंकल ने मेरी हाफ पैंट का हुक खोला और अपना लण्ड मेरी गाँड में घुसा दिया।
में ,--ओह्ह....बहन चोद में झड़ रही हूँ चल मेरी चुत का पानी पी ।
फिर मेने डिल्डो बाहर निकाला और उसको अपनी चुत पर झुका दिया मेरी चुत ने पानी का सैलाब छोड़ दिया जिसे अमित पीने लगा ।
मेरी चुत बहुत देर तक पानी छोड़ती रही जिसे अमित चाटते रहा शायद वो ये सोच कर चाट रहा था जैसे उसके चाटने से उसने जो गलती मुझे फीमेल वियाग्रा खिलाने की की है वो में माफ कर दूंगी।
दुसरीं और में ये सोच कर खुश थी कि उसकी इस गलती ने मुझे कई फायदे करवा दिए थे जिसमें उसकी मोम का राज और डिल्डो को सीमा का बताना
साथ ही सीमा की नजर में उसको गांडू बना कर पेश करना तो शामिल था ही , साथ मे मुझे खुलकर गाली देने का मौका मिल गया था जो एक कुकहोल्ड के लिए जरूरी होती है
उसकी वियाग्रा की वजह से जो मज़ा मिला था वो भी मेरे लिए बहुत बड़ी खोज ही थी क्योंकि अगर मुझे फिर से राजेश और हरमीत जैसे यार मिले तो उनके साथ मेरा भी भरपूर एन्जॉय करने का साधन ये टेबलेट हो सकती थी ।
अब बस मुझे ये पता करना था कि ये टेबलेट मिलती कहां पर है ।
अमित ने मेरी चुत का पूरा पानी चाट कर साफ कर दिया था और जब पानी साफ हो गया तो वो मेरी तरफ देखने लगा ,
उसकी आँखों मे एक जीत की खुशी थी कि अगर में नही झड़ती तो क्या होता और दूसरा उसको डर था कि मै उसको क्या बोलूंगी ।
मेने बेठकर उसको अपने पास खींचा और अपने होंठ को उसके होठो से मिला दिया और अपनी चुत के पानी का स्वाद लेती रही जो उसके मुंह मे घुला हुआ था।
जिसे काफी देर तक चुस्ती रही जब टेस्ट मिलना बंद हुआ तो मैने उसको छोड़ दिया ।
अमित बेड से उतरने लगा तो मैने पूछा ,--क्या हुआ कहाँ जा रहे हो।
अमित ,-बाथरूम से होकर आता हूँ।
में,--चलो में करवा देती हूं अपने बाबू को।
फिर उसके साथ बाथरूम में गयी तो वो कमोड के सामने खड़ा हो गया मेने उसके लण्ड को हाथ से पकड़ा और लण्ड के ऊपर की चमड़ी को पकड़कर पीछे किया जिससे उसका सुपाड़ा पूरा बाहर आ गया लेकिन पेशाब नही निकला
तो वो बोला कि ऐसे नही आएगा इसकी छोड़ दो और फिर चमड़ी को वापस किया तो उसके लण्ड से पेशाब की तेज धार निकली जो सीधे कमोड कवर से टकराने लगी ।
में पीछे जाकर उसके लण्ड को हिलाने लगी जिससे पेशाब की धार भी अलग अलग दिशा में घूमने लगी ।और फिर जब उसका पूरा पेशाब निकलना बंद हो गया तो अपने हाथ धोने लगी।
अमित भी हाथ धोकर वापस बेड पर आ गया।
बेड पर आकर मेने अमित से पूछा ,--सीमा ने कुछ बोला नही,
सीमा का नाम सुनकर पहले तो अमित की आंखों में चमक आयी
फिर वी आँखे झुकाकर बोला --उसके चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान थी जैसे उसको लगा हो कि इस डिल्डो का रेखा क्या करेगी।
मैं हंसते हुए ,--तो तुम बोल देते की रेखा मेरी गाँड मारेगी इस से।
अमित ,--पर उसने कुछ बोला ही नही वो तो मुझे इसको पकडा कर अंदर चली गई।
मैं ,--तू साला पक्का हरामी है।
अमित ,--कैसे
मैं ,--सीमा मुझसे ज्यादा सुंदर है क्या ।
अमित ,-- नही तो ,।
मैं,--चूतिये तेरी बीबी जो सीमा से ज्यादा सुंदर उसको तो तू ठंडा कर नही पाया और सीमा की चुत मारने की सोचने लगा।
अमित ,--वो तो उस टेबलेट की वजह से हुआ नही तो रोज तो ठंडी होती ही है।
में मन मे सोचने लगी कि इसको अभी गलत फहमी है वो तो में अपनी कहानियों की वजह से खुद को संतुष्ट कर लेती हूं नही तो ये एक दिन भी ठीक से नही टिक सकता।
में ,--तुझे कहाँ से मिली ये टेबलेट।
अमित ,--अरे अपने पास में एक मॉल है उसी में मिलती है में अपने लिए टेबलेट लेने गया था तो उसने दे दी कि महिलाओं के लिए भी अब वियाग्रा आ गयी है।
मैं,--और तूने धोखे से मुझे खिला दी. वो तो मुझे डिल्डो की याद आ गयी और डिल्डो भी वाइब्रेंट वाला था नही तो में पागल हो गयी थी पानी नही निकलने से ।
अमित ,--अब यार मुझे पता नही था कि ये इतनी पॉवर फुल होती है ।
मैं,--लेकिन तुझे में इसकी सज़ा तो दिलवाकर रहूंगी।
अमित ,--मुझे मंजूर है जो सज़ा देनी है दे दो ।
बोलो क्या करना है।
मैं ,- कल तुम्हारी गाँड इसी डिल्डो से कमला से मरवाऊंगी और सामने बैठ के बोलूंगी मार साले इस गांडू की गाँड ।
अमित ने मुझे चूमते हुए कहा मुझे मंजूर है ।
मुझे उसके चेहरे पर डर की जगह खुशी दिखाई दी और ऐसा लगा कि वो जब उस डिल्डो को लाया था तब से उसी को बार बार देख रहा था उसने शायद सोचा होगा कि वो खुद अपने हाथों से अपनी गाँड में इसको घुसा कर एन्जॉय करेगा ।
पर कमला का नाम सुनकर उसके लण्ड पर भी असर हुआ और वो झटके के साथ खड़ा हो गया पर उसकी दुबारा चोदने की हिम्मत नही हुई क्योंकि एक बार वो रिजल्ट देख चुका था ।
तभी मेने कहा ,-चल अब सो जा अब तेरे इस लण्ड को भी सुला ले पता नही वो वियाग्रा का कितने देर असर रहेगा और दुबारा क्या हो इसलिए अब कल करेंगे ।
और तुम सुबह नंगे सौए रहना । में कमला को तैयार कर लुंगी सुबह और ध्यान रखना उसके सामने एक भी शब्द बोला तो ,बस चुपचाप मे जैसे कहूँ करते रहना समझ गये ना ।
अमित ने किसी आज्ञा कारी बच्चे की तरह सिरफ मुंडी हिलाई और सोने लगा।
मुझे भी नींद आ रही थी एक तो शराब का नशा और ऊपर से चुत का पानी पूरा निकल चुका था जिस से शरीर पूरा हल्का लग रहा था।
अमित दुसरीं तरफ करवट लेकर सो गया में भी सोने की तैयारी करने लगी और डिल्डो को साइड में रखा और फोन रख रही थी
तभी मेने देखा। उसमे कुछ वॉट्सऐप आये हुए थे मेने वॉट्सएप्प खोल कर देखा तो प्रिया ऑनलाइन दिखाई दी
उसने कुछ फोटो भेजी थी जब मैने उनको देखा तो मेने सोचा कि ये कहीं फैशन शो में पार्टीसिपेट कर रही है क्या ।
पर ऐसी ड्रेस उसकी फ़ोटो देखकर लगता था कि जैसे कोई गाँव की देहाती औरत हो छोटा सा ब्लाउज जिसमे अगर थोड़ा सा नीचे हो जाये तो पूरी निप्पल दिख जाए साड़ी इस तरह बंधी थी कि जैसे साड़ी छोटी हो जिसमें से पेटिकोट एक तरफ से दिख रहा था ब्रा स्टेप या ब्रा का कही से नामोनिशान नही था ।
स्टैट्स में ऑनलाइन दिख रही थी तो मैने मैसेज किया ,"फैशन शो में पार्टीसिपेट कर रही हो क्या।
प्रिया ,--नही यार ,आज एक कस्टमर के पास जाना था चुदने को तो उसने ऐसी ड्रेस पहनकर आने को बोला था।
में ,--पर ऐसे गयी कैसे रास्ते मे।
प्रिया,-- शाल डाल लिया था कॉलोनी से निकलते समय।
में ,-ओह फिर सीधे कस्टमर के पास उतारा होगा।
प्रिया ,--अरे वो तो टैक्सी में उतार दिया था।
में,--क्यों।
प्रिया ,--मज़ा आता है जब कोई लौ क्लास का आदमी देखता है ऐसे तो।
मैं ,--अभी क्या कर रही हो ऑनलाइन सौई नही।
प्रिया ,--अभी तो आयी हूँ एक शॉट का बुकिंग था ।इसलिए सोचा तुमको दिखा दुं की कस्टमर को खुश करने के लिए क्या क्या करना पड़ता है।
मुझे नींद आ रही थी इसलिए उसको लिखा कि बाद में बात करूँगी औऱ सोने की कोशिश करने लगी ।
पर उसकी फोटो को देखने के बाद मेरा भी मन कर रहा था कि में भी इसी तरह की ड्रेस पहनकर चुदने जाऊं और सोचते सोचते पता नही कब नींद आ गयी
अगले दिन सुबह मेरी नींद खुली दे देखा नो बजने वाले है में जल्दी से उठकर बाथरूम में घुस गई और आधे घंटे में पूरी तरह से तैयार होकर बाहर निकली
फिर साड़ी पहनकर अपना फोन उठाया और बाहर की और आकर सोचा कमला को फोन करके बुलाती हूँ जैसे ही फोन लगाने लगी बेल बजी ।
मेने गेट खोला तो कमला खड़ी थी उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और बोली ,--भाभी लगता है मेरा आज का शो छूट गया ।
में ,-क्यो तेरे को गुफा देखनी थी या बम्बू देखना था।
कमला ,-- भाभी गुफा तो मेरे पास आप से बड़ी है पर बम्बू अलग अलग देखने और पकड़ने में मज़ा आता है ।
दोनों यही बातें करते करते किचन में आ गयी ।तो मैने कहा,- तू एक काम कर चाय बना कर बैडरूम में जा तुझे बम्बू देखने को मिल जाएगा ।
कमला मेरा मुंह ताकने लगी तो मैने कहा ,--आज शनिवार है याद है ना ।
कमला ,-- अरे हां ,पर वो डिल्डो तो सीमा भाभी के पास है ।
मैं ,वो में लेकर आती हूँ तू चाय बना और अमित को दे देना, वो अभी नंगा सोया है ।
और हाँ ,चाय देने से पहले उसके बम्बू को अगर सोया हो तो खड़ा कर देना, में सीमा से वो डिल्डो लेकर आती हूँ ठीक है।
कमला ,-जी भाभी,
और में बाहर आकर एक बार मैन गेट धीरे से खोला और वापस बंद होने की आवाज थोड़ा जोर से की ताकि कमला को सुनाई दे दे ।
लेकिन बाहर गई नही थी सिर्फ गेट खुलने और बंद होने का आवाज किया था और गेस्ट रूम में घुस गई। और खिड़की से देखने लगी।
थॉडी देर में मुझे कमला की किचन से निकलने की आवाज आई और वो बैडरूम में घुसी तो में दबे पांव बैडरूम के गेट पर पहुची और अंदर झांककर देखा।
कमला ने चाय साइड में रख दी थी और वो बेड पर अमित के पास बैठ गयी उसका लण्ड जो अभी थोड़ा सा खड़ा था उसने पकड़ लिया और उस पर झुककर मुह में लेकर चूमने लगी ।
अमित पहले तो थोड़ा हिला फिर उसने कमला को लण्ड चूमते देखकर रूम में चारों तरफ नज़र दौड़ाई फिर बोला ,रेखा कहाँ है तो कमला ने कहा ,-नीचे सीमा भाभी के पास गई है कुछ काम से।
मेने सुना तो मुझे लगा कि कमला बहुत चालू चीज है उसने अमित को सच नही बताया मतलब वो मेरे से बाहर नही जाएगी।
तभी मेने पीछे जाकर थॉडी सी कदमो की आवाज की और कमला को आवाज लगाते हुए बोली कमला चाय बन गयी क्या और तुरन्त बैडरूम में घुस आयीं ।
अंदर कमला जल्दी से बेड से उठने लगी और अमित अपना नंगा लण्ड छुपाने के लिए इधर उधर कुछ ढूंढने लगा तभी उसे अपना बरमूडा दिखा तो वो उसे जल्दी से पहन ने लगा ।
मेरी तो हंसी छूटने को हो रही थी पर हँसने के बजाय गुस्से से अमित को बोली ,--तुमको थॉडी बहुत शर्म है की नही, कितना बार बोला है कि कपड़े पहन कर सोया करो । सुबह जगा कर गयी थी कि कमला आने वाली है कपड़े पहन लो
अमित चुप चाप सुनता रहा उसको पता था कि अगर वो कुछ बोला तो उसकी वो कमला के सामने बेइज्जती कर देगी।
फिर कमला को बोली ,-- चल तू अपना हिसाब का पैसा ले और दुसरीं जगह काम ढूंढ़ ले .
कमला मुझे हैरानी से देखने लगी जब मैने अमित की तरफ देखा तो उसकी नज़र झुकी हुई थी तो मैने कमला को आंख मारकर किचन में जाने का इशारा किया।
कमला किचन में चली गयी औऱ अमित को धीरे से बोली ,--तुम रात को तो मुझे ठंडा कर नही सके और अभी उससे लण्ड चुसवाने लगे।
अमित के मुँह से आवाज नही निकल रही थी में उसके पास जाकर बैठ गयी ओर बोली तुम को जो चाहिए वो मुझे अपने मुंह से बोल सकते हो।
अमित ,--पर मेरी क्या गलती है वो तो।
में,--ठीक है इस का हिसाब करके रवाना करती हूँ।
और उठने लगी तो अमित ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोला
अमित,--क्यों बेचारी को गरीब को निकाल रही हो ,रहने दो।
में ,-अमित तुमको मेने पहले भी कहा था तुमको जो करना है मुझे बोल दिया करो ,में तुम्हे मना नही करूँगी पर ये लुका छिपी मुझे पसंद नही।
अमित ,--मुझे उसका ये छेड़ छाड़ और बदमासी अच्छी लगती है औऱ फिर तुम भी उसके नाम से चिढ़ाती हो तो अच्छा लगता है।
मै ,--तुमको उसको चोदना है क्या साफ साफ बोलो।
और मैने तुमको पहले भी कहा है कि मुझे बीबी की जगह दोस्त समझो जिसको अपने दिल की बात बोल सको ।में तुमको अपने पल्लू में बांध कर रखना नही चाहती।
जवाब में अमित कुछ देर चुप रहा और मेरे को किस किया बोला,-सॉरी जान ,आगे से तुमको शिकायत का मौका नही दूंगा।प्लीज उसको काम से मत निकालो।
मैं ,--अमित तुम ये क्यों नही मानते लेते की हम दोनों जैसे लीव इन रिलेशनशिप में रह रहे हों और एक दूसरे को अपनी सेक्स फैंटेसी पहले बता दे कि आज क्या करना है या आगे के लिए तुम क्या सोचते हो ।
क्योंकि दोनों ही सेक्स को एन्जॉय करने में विस्वास रखते है जो जब तक मे प्रेग्नेंट नही होती तब तक तो ठीक है पर एक बार बच्चा हो गया तो फिर ये आज़ादी खत्म हो जाएगी इसलिए अब जब एक दुसरे का इतिहास जान चुके है,
तो दोनों को पहले की किसी बात से कोई परेशानी नही है तो फिर जो करना है खुल के करो ना कि दोनों को मज़ा आये।
अमित ,--रेखा आज मुझे लगने लगा है कि मैने तुमको जीवन साथी चुनकर बहुत समझदारी वाला निर्णय लिया था ।
में चाहता हूँ कि तुम भी मेरी तरह घर मे ऐसे ही नंगी रहो और छोटे छोटे कपड़े पहनो जिसमे शरीर ढके कम और दिखे ज्यादा ,पर तुम को मैने अभी तक साड़ी के अलावा किसी दुसरीं ड्रेस में नही देखा।
मैं,--देखो में जैसे माहौल में पली बढ़ी हूँ एक दम से मुश्किल है पर धीरे धीरे अपने आप को ढालने की कोशिश करूँगी ओ के।
अमित ,-और में चाहता हूं कि जैसे तुम मुझे कमला को चोदते हुए देखना चाहती हो वैसे ही में भी तुमको किसी से चुदवाते हुए देखूं।
में ,--पर में तुमसे पूरी संतुष्ट हूँ और मुझे ये पसंद नही की कोई दूसरा मेरे शरीर को भोगे
अमित ,- यार प्यार शरीर से होता है क्या जो कोई दूसरा भोग लेगा तो प्यार थोड़े ही कम हो जाएगा ।
में,--ठीक है मैं सोचूंगी। अभी तो इस लण्ड को तैयार रखो आज ये एक नई चुत में घुसने वाला है में कमला को तैयार करती हूं कि वो मसाज करें और फिर में कुछ देर के लिए सीमा के पास चली जाऊंगी तुम मोके का फायदा उठा लेना ठीक है।लेकिन में तुमको मसाज और डिल्डो से गाँड मरवाते हुए देखना चाहती हूं।
अमित ,--तो तुम ऐसा करो ना मेरी आँखों पर पट्टी बांध देना और फिर कमला को समझा देना की वो तुमको पूरा लाइव शो दिखा दे ।
में ,-साला पूरा गांडू है तू।
फिर मै बरमुड़े के ऊपर से उसके लण्ड को पकड़ के देखी जो पूरा सख्त था औऱ उसको चाय पकडा कर किचन में आ गयी
किचन में पहुंची तो कमला नास्ता बना रही थी उसने मुझे चाय दी जिसे में वहीं खड़ी होकर पीने लगी ।और बोली ,--क्यों री ,देख लिया बम्बू छूकर।
कमला ,-भाभी आप भी बहूत बड़ी कलाकार हो बिचारे अमित भैया तो डर से थर थर कांप रहे थे।
मैं,--तुझे बड़ी चिंता होती है अमित भैया की, आज उसको फुल मस्ती करवा दे।
कमला ,--जरूर भाभी क्या करना है ।
मैं,--पहले मसाज फिर डिल्डो से गाँड मार नी है और अगर फिर भी तेरा मन हो तो चुदवा लेना ।
कमला ,--आपके सामने ।
तो फिर मेने उसको आगे की प्लानिंग समझाई की कैसे और क्या करना है और मेंरा कब रोल होगा ।कमला ने पूरी बात सुनकर मुझे कहा कि आप आज कमला का कमाल देखिये ।
में उसको छोड़कर बाहर आयी तो अमित भी बाहर आ गया और सोफ़े पर बैठकर अपने मोबाइल में कुछ करने लगा ।
तभी कमला नास्ता लेकर आई और दोनों नास्ता करने लगे नास्ते के बाद अमित दूध पीने लगा तो मैने कहा कि पी लो अभी तेरा सारा दूध निकलवाती हूँ ।
फिर मेने कमला को आवाज लगाई ,कमला किचन से आई तो मैं बोली ,--कमला आज तेरी ड्यूटी का आखरी दिन है अगर अमित तेरी मसाज से खुश हो गया तो समझो तेरी नोकरी रहेगी नही तो कल से दूसरा काम देख लेना ।
कमला ,-भाभी में तो ऐसी मसाज कर दूंगी की अमित भैया ने जिंदगी में नही करवाईं होगी पर अमित भैया को सहयोग करना होगा।
मैं,--अमित कैसे सहयोग देगा मसाज तुम करोगी या अमित ।
कमला ,-अगर अमित भैया मेरा कहना मानेंगे जैसे में बोलू वैसे शरीर को रखेंगे तो इनको मज़ा आएगा और इसको शर्म छोड़नी पड़ेगी।
मैं ,--और कितना बेशर्म बनेगा सुबह तो नंगा होकर तुम्हारे सामने पड़ा था।
कमला ,--पर वो तो आप नही थी इसलिए आप के सामने अमित भैया भीगी बिल्ली बन जाते हैं.।
मैं ,--तो में घर छोड़ के थोड़े ही कहीं चली जाऊं कहीं अब ।
कमला ,--तब तो भाभी में गारंटी नही ले सकती क्योंकि मसाज सेंटर में जो लोग जाते हैं वो अपनी शर्म घर पर छोड़ के जाते हैं और वो जो चीज अच्छी लगती है उसके लिए बोल देते है पर उस दिन भी अमित भैया की बोली आप के डर से निकल ही नही रही थी
में ,--तो एक काम करती हूं तुम मसाज करो में अपने बेडरूम में चली जाती हूँ
कमला ,--लेकिन फिर भी उनको डर रहेगा कि आप कब बाहर आ जाओ ।
में ,--तो फिर कैसे होगा ।
कमला ,--आप बैडरूम में जाओ या कही रहो अमित भैया अगर ये मान ले कि आप यहां नही हो तो वो खुल के एन्जॉय कर सकते हैं।
मैं ,--ये कैसे होगा ।
कमला ,--आप बैडरूम में चली जाओ और फिर में अमित भैया की आंख पर पट्टी बांध दूँगी अगर आप को बाद में बाहर भी आना हुआ तो आप आवाज मत करना इस से वो खुल के एन्जॉय कर सकते हैं।
मैं,--ठीक है क्यो अमित ।
जवाब में अमित ने सिर्फ मुंडी हिलाई
तो कमला बोली ,-देख लिया भाभी आप के सामने इनकी जुबान को ताला लग जाता है।
तभी अमित बोला ,--ठीक है मुझे आंख पर पट्टी बंधने से कोई दिक्कत नही है।
मैं ,-कमला तू जाकर तेल गरम कर के लिया और में तब तक अमित को समझा देती हूँ कि वो तुमको कैसे पूरा सहयोग करेगा।
मेने अमित का हाथ पकड़ा और उसे बैडरूम में लेकर आई फिर उसको दीवार के पास खड़ा करके उसके लण्ड को बरमुड़े से बाहर निकाला उसका लण्ड पूरा नबे डिग्री के एंगल बना के खड़ा था
उसको बेठकर एक किस किया और उसके होठों पर किस करके बोली ,--आज में अपने पति को किसी दुसरीं महिला के साथ शेयर कर रही हूं जो कोई भी भारतीय नारी नही कर सकती ।
अमित ,--रेखा तुम वास्तव में बहुत बड़ा दिल की मालकिन हो ,देखना ये अमित भी अपनी बीबी को इतना सुख देने की कोशिश करेगा कि तुम ने उम्मीद भी नही की होगी।
तभी बाहर से कमला की आवाज आई भाभी अगर आप ने कुश्ती खेल ली हो तो अमित भैया को बाहर ले आओ।
दोनों के चेहरे पर मुस्कान आ गयी और अमित बोला,--ये कमला भी शायद हम लोगों को अच्छी किस्मत की वजह से मिली है जो हर काम मे एक्सपर्ट है ।
और उसने मेरे होठो से होठ मिला दिए दोनों कुछ सेकंड बाद अलग हुए और फिर मेने अमित का हाथ पकड़कर बाहर लेकर आ गयी।
अमित को लेकर मैं बाहर आई और कमला को इशारे से कुछ समझाया फिर टेबल से मेने अपना मोबाइल उठाया और बैडरूम की तरफ आने लगी।
तो कमला बोली,--क्या भाभी आप तो ऐसे भाग रही हो जैसे अमित भैया कोई लड़की है।
और आप से डर के घूंघट ओढ़े बैठे हों ,की आप जाओ तब वो मुँह दिखाएंगे ।
अभी में नार्मल मसाज कर रही हूं जब मेरे को लगेगा कि अमित भैया शरमा रहे है तो में इनकी आंखों पर पट्टी बांध दूँगी।
फिर वो पास में रखी चटाई उठा कर लायी और उसे बिछा दी फिर तेल को उसके पास रखकर बोली ,-आइए अमित भैया ,
अमित सोच रहा था कि कैसे जाऊं उसने बरमूडा और टी शर्ट पहन रखी थी वो मेरी तरफ देख रहा था।
मैं,--अब क्या नाटक कर रहे हो,सुबह तो शर्म नही आई,
जो अब नई नवेली दुल्हन बने बैठे हो , अंदर अंडर वियर पहनी है ना ,खोल दो बाकी के कपड़े ।
अमित सोच रहा था कि अगर बरमुड़े को खोल दिया तो उसका लण्ड जो पूरा खड़ा है अंडर वियर से दिखेगा इसलिए कैसे खोले ।
तो कमला बोली ,--अरे अमित भैया बैडरूम में जाकर खोल कर आ जाइये और तौलिया लपेट लीजिये फिर लेटने के समय निकाल देना।
अमित बैडरूम में चला गया तो मेरी और कमला की नजरें मिली और दोनों के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान आ गयी ।
,मेने कमला को थम्स अप का अंगूठा दिखाया और आने वाले रोमांच को सोचकर चुत में सनसनी सी हुई तो अपने हाथ को साड़ी के ऊपर लेजाकर चुत को खुजाने लगी तो कमला ने भी वैसे ही नकल की।
तभी सामने से अमित आता हुआ दिखाई दिया जो ऊपर से टॉपलेस था और नीचे उसने तौलिया लपेट रखा था ।
वो आकर चटाई पर उल्टा होकर लेट गया और अपना तौलिया निकाल दिया ,तो कमला बोली ,--अमित भैया आप पहले पीठ के बल लेटिये ।
अमित सोचने लगा कि क्या करूँ तो कमला बोली भाभी आप कोई कपड़ा दीजिये ।आंखों पर बांधने के लिए , अमित भैया की ऐसे तो मसाज नही हो पाएगी और मेरी भी नोकरी का सवाल है ।
में उठ के बेडरूम में गयी और एक चुन्नी टाइप का कपड़ा लाकर उसको दिया उसे लेकर वो बोली,-- अब आप बैडरूम जा सकती है पर मुझे बाद में आपकी जरूरत पड़ेगी तो बुला लुंगी।
फिर उसने अमित के सर को उठाकर चुन्नी को उसकी आंखो पर बांध दी और उसको हाथ से उल्टा करने लगी तो अमित भी साथ देते हुए उल्टा हो गया।
जब वो उल्टा होकर लेट गया तो मेरी नजर उसके अंडर वियर पर गयी उसका लण्ड पूरा खड़ा था और नीचे से एक पैर के ऊपर अंदर वियर के बीच से बाहर को निकलने के तैयार था मे उसके सामने बैठी थी और उसके सुपाडे का अगला हिस्सा पूरा मुँह खोले खड़ा था जो मुझे साफ दिख रहा था। कमला भी उसी को देख रही थी और मन मे मुस्कुरा रही थी।
आज सुबह से जब से अमित उठा था उसके लण्ड को पहले कमला ने जो चूमकर खड़ा किया उसके बाद से मैने एक बार भी बैठने का अवसर नही दिया था और बार बार लण्ड को पकड़ने से उसका अंडरपेन्ट प्री कम से भीगा हुआ था ।
तभी मेने कमला को कहा ,-कमला तू भी अब ये साड़ी खोल दे नही तो तेल से खराब हो गयी तो तेरी मसाज तेरे को महंगी पड़ जाएगी ।
और में अंदर जा रही हूं जब जरूरत हो तो आवाज लगा लेना, फिर मेने उठकर अपने कदमो की तेज आवाज करते हुए बैडरूम में आ गयी।
और बिना गेट बंद किये बाहर देखा तो कमला ने साड़ी के साथ ब्लाउज और पेटिकोट भी खोल दिया था।
मेने जल्दी से अपना डिल्डो अलमारी से निकाल कर रखा और ब्रा पेंटी के अलावा बाकी कपड़े खोलकर दबे पांव बाहर आई और धीरे से सोफ़े पर बैठ गयी ।
कमला ने मेरे पास डिल्डो देखा तो सोचने लगी कि ये तो दूसरा डिल्डो है वो वाला नही तो उसने इशारे से पूछा कि वो वाला कहाँ है ।
मेने उसको हाथ से आस्वासन दिया कि वो मेरे पास है तुम अमित से बात चीत करती रहो।
तभी कमला अमित के कंधे के पास बेठ गयी और उसके सिर को अपनी गोद मे रखकर बोली ,--अमित भैया अब मेरी नोकरी आप के हाथ मे है मेने अपना पेटिकोट ब्लाउज निकाल दिया है आप को जो करना है करो ।
और जब भाभी आयेगी तो में आपको हल्की चपत मार दूँगी आप रुक जाना , पर प्लीज भाभी को बोल देना की कमला ने बहुत अच्छी मसाज की है
कमला ने मेरी तरफ देखकर हाथ मे तेल लिया और अमित के दोनों हाथों को लगाने लगी ।
अमित ने अपना हाथ उठाकर एक बार उसकी छाती पर लगाया और ब्रा के ऊपर से उसकी चूची को महसूस किया ।
कमला की सिसकारी निकल गयी और वो बोली ,--अमित भैया अगर में ब्रा खोल दुं तो भाभी नाराज तो नही होगी ।
अमित ,--यार जब वो बाहर आये तो उसको ही पूछ लेना क्योंकि जितना वो मेरे लिए कर रही है उतना कोई भी पत्नी अपने पति के लिए नही कर सकती ।
कमला ने मेरी और देखा तो मैने बात चीत चालू रखने का इशारा किया और में अपने हाथ से अपने बूब्स को मसलती रही।
कमला ने उसकी दोनों बाहों को तेल लगा कर छोड दिया और उसके कंधों को मसलते हुए पूछा ,--अमित भैया आप का लण्ड हमेशा ऐसे ही खड़ा रहता है क्या ।
जवाब में अमित हँसने लगा और बोला ,--जब घर मे दो दो पटाखे हो तो ये बिचारा क्या करेगा।
कमला ,--क्या अमित भैया आप भी रेखा भाभी तो पुरी एटम बम है पर में उनके सामने कुछ भी नही।
अमित ,--तू पुरानी शराब है जो रेखा से ज्यादा नशा चढ़ा सकती है । तुम्हारी छेड़ खानी की सज़ा रेखा की भुगतनी पड़ती है ।
जवाब में कमला मेरी और देखकर जोर से हँसने लगी और फिर उसके सिर को चटाई पर टिकाया औऱ उठकर उसके पैरों की तरफ आने लगी और मुझे देखकर अपनी चुत को खुजलाते हुए उसके पैरों को चौड़ा करके बीच मे बेठ गयी ।
अब पैर चोडे होने से अमित का सुपाड़ा अंडर वियर से बाहर आ गया था तो रेखा बोली,- अमित भैया आप का ये घोडा पेंटी से बाहर आ गया है।
तो अमित बोला ,--आने दो तुमने तो पूरा देखा है अब मुंह दिखने से क्या होने वाला है और वो हँसने लगा।
कमला ने दोनों पैरों की मालिश की जांघो तक और फिर जांघो को मालिस करते समय उसका हाथ लण्ड से टकरा गया तो वो बोली ,-अमित भैया अपने इस हथियार को बक्शे में घुसा लीजिये नही तो इसमें से अभी गोली चल जाएगी ।
अमित ,--अरे चिन्ता मत कर अभी कारतूस लोड नही है इसलिए गोली नही चलेगी।
कमला ,--पर मुझे डर लगता है क्या पता लोड हो तो में पहले ऊपर की मसाज कर देती हूं ।
और फिर वो उसकी छाती के पास बैठ गयी और कटोरी से तेल गिराकर उसे हाथ से फैलाने लगी ।
इधर अमित को भी मौका मिल गया और उसने अपना एक हाथ कमला की ब्रा में घुसा कर उसकी निप्पल को चुटकी से मसलने लगा ।
कमला भी छाती पर तेल फैलाकर अमित की निप्पलों को चुटकी से मसलने लगी और उसके मुंह से गर्म आहें निकलने लगी ।
इधर मेरी भी हालत खराब हो चुकी थी इसलिए मैंने भी अपनी पेंटी को साइड में करके पास से डिल्डो उठाया और चुत में धीरे धीरे पूरा घुसा लिया और आगे पीछे करके उनको देखने लगी ।
कमला उसकी निप्पल मसलते हुए ,--अमित भैया आपको मालूम है रमेश भैया की छाती कितनी बड़ी है ।
अमित ,--नही मुझे कैसे पता होगा।
कमला ,-उनकी छाती को मैने मालिश कर करके छोटे छोटे निम्बू जैसा बना दिया है, आप देखना कभी ध्यान दे अगर आप भी मसाज कराएंगे ऐसे तो देखना आप की चूची भी दूर से दिखने लगेगी ।
वो उसकी निप्पल को बहुत देर तक चुटकी में लेकर मसलती रही फिर बोली ,-अब में आपके औजार की मालिश कर देती हूं जिससे इसने धार लग जायेगी और ये नया खून करने योग्य हो जाएगा ।
अमित ने उसकी ब्रा को ऊपर करके एक हाथ से चूची मसल रहा था बोला ,-- हां लगा दे मुझे लगता है एक खून तो इस से बहुत जल्द करना पड़ेगा।
जब मैंने ये सुना तो मेरे हाथ की स्पीड बढ़ गयी और सोचने लगी कि कहीं ये अपनी बहन रीता की चुत से खून निकालने की तो नही सोच रहा है।
कमला ,--अमित भैया आप किसका खून करने का सोच रहे है खून निकालने के लिए सील पैक दुश्मन होना पड़ेगा तभी खून निकलेगा।
जब मैने ये सुना तो मुझे लगा कि अमित शायद नाम तो नही ही बताएगा कि आखिर वो सील पैक कोन है ।
और जैसा मैंने सोचा वैसा ही हुआ अमित बोला ,--है कोई पर वो रेखा की मेहरबानी से हो सकता है।
कमला बोली ,--अरे अमित भैया आप बहुत किस्मत वाले है जो रेखा भाभी जैसी सुंदर और सुलझी हुई पत्नी मिली है जो आप को इतना प्यार करती है नही तो आज जिस तरह से सुबह हुआ है अगर दुसरीं औरत होती तो अभी यहां पर मसाज नही पूरी कॉलोनी के लोग जमा होते
फिर वो उठकर पैरों की तरफ जाते बोली अब अमित भैया आपकी चड्डी निकालनी पड़ेगी आपके औजार की मालिश करने के लिए ।
अमित ,--तो निकाल दो ना सुबह से तड़प रहा है खुली सांस लेने को ,वैसे रेखा अंदर है ना
कमला ,--उनको पता नही मोबाइल में क्या मज़ा आता है जब भी आती हूँ ।मोबाइल में घुसी रहती है और साड़ी के ऊपर से चुत रगड़ती रहती है अभी भी आप ने देखा ना कैसे मोबाइल उठाकर अंदर जाने की जल्दी हो रही थी ।लगता हैं मोबाइल में कुछ देख रही होगी
और फिर कमला उसकी जांघो के पास झुककर उसकी अंडरपेन्ट के दोनों तरफ ने उसके हाथ से पकड़कर नीचे को खींचने लगी ।
अमित ने भी अपनी गाँड को ऊंचा कर दिया ,जैसे ही लण्ड आज़ाद हुआ वो एक बार ऊपर की तरफ पेट पर टकराया फिर छत की सलामी देने लगा ,
कमला ने उसकी टांगो को ऊपर करके अंडर वियर को मेरी तरफ उछाल दिया ।
और खड़ी होकर मुझे अपनी पेंटी दिखाई जो चुत रस से भीगी हुई थी ।
में अपनी चुत में डिल्डो को आगे पीछे कर रही थी जब उसका अंडरपेन्ट मेरे पास आया तो एक हाथ से पकड़कर उसके प्री कम को जीभ से चाटने लगी जिसे देखकर कमला ने अपनी चुत को मसल दिया।