Episode 09
तभी कमला ने मुझे हाथ से इशारा किया कि अब में जो अमित के पैरों की तरफ सोफ़े पर बैठी थी सिर की तरफ आकर बैठ जाऊ ।
में उसको इशारा की कुछ बात करे अमित से ताकि मेरे उठने की आवाज हो तो वो अमित नही सुन पाये।
कमला,--अमित भैया आप को अच्छा तो लग रहा है ना आप एक बार भी नही बोले कि किस चीज में ज्यादा मज़ा आ रहा है और किस में नहीं।
अमित ,-मुझे तो तुम्हारी हर चीज में मज़ा आ रहा है मुझे थोड़ा डर लग रहा है कि कहीं रेखा बाहर आ गयी तो मेरे बारे में क्या सोचेगी।
कमला ,--आप अगर सिर्फ अपने बारे में सोचोगे तो यही डर डर के रहोगे और आपको इतना स्वार्थी भी नही होना चहिये जो सिर्फ अपने मज़े की सोचते हो ।कभी भाभी की भी इच्छा जाननी चाहिए कि उसको क्या अच्छा लगता है वो दिन भर मोबाइल में देखकर चुत रगड़ती रहती है।
अमित कुछ बोला नही और जितनी देर उनकी बातचीत चली मेने अपनी पोजीशन बदल ली थी । अब में बीच वाले सोफ़े पर आ गयी जिससे सब क्लियर दिखाई दे।
कमला ने अमित के पैरों को पूरा फैला दिया और बीच मे बेठ गयी फिर उसने हाथ मे तेल लिया और उसकी जांघो से तेल लगाना चालू किया और दोनों टाँगों
के जोड़ तक हाथ फिराने लगी ।
वो अपने हाथ इस तरह घुमा रही थी कि थोड़ा भी उसका हाथ लण्ड और गोटियों को टच नही हो ।
अमित से जब बर्दाश्त नही हुआ तो वो अपने हाथ को लण्ड पर ले कर आ गया ।
तभी कमला बोली ,--अमित भैया आप अपना हाथ ऊपर रखिये नहीं तो में रेखा भाभी को बोल देती हूं कि आप सहयोग नही कर रहे।
अमित ने तुरंत अपना हाथ ऊपर उठा लिया और बोला,--कमला जल्दी से लण्ड की मालिश कर दे अब बर्दाश्त नही हो रहा।
कमला ने अपने हाथ मे बहुत सारा तेल लिया और उसको गोटियों पर लगाकर बड़े ही सेंसिटिव तरीक़े से धीरे धीरे नीचे से ऊपर की और उनको मसाज देने लगी ।
अमित का लण्ड पूरा सख्त होकर खड़ा था और कुछ बूंदे उसके पेट पर गिर चुकी थी ।लेकिन उसने अभी तक लण्ड को छुआ नही था।
तभी कमला बोली ,--अमित भैया मुझे जोर की पेशाब लगी है, पहले एक बार मे टॉयलेट से होकर आती हूँ।
अमित कसमसाते हुए -यहीं कर लो ना ,नही तो पहले मेरा पानी निकलवा दे फिर चली जाना ।
कमला ,--अरे में इतना देर से रोककर बैठी हूँ अब बर्दास्त नही हो रहा अगर एक मिनट और रुकी तो यही निकल जायेगा ।
अमित ,--तो एक काम कर इसमें कर ले और अपना मुंह खोल दिया ।
कमला ,-छि ,आप के मुंह में कैसे करूँगी ये गंदा होता है भाभी क्या बोलेगी।
अमित,-अरे उसको क्या पता चलेगा वो तो अंदर है और जब मुझे दिक्कत नही है तो तू क्यों परेशान हो रही है फिर मुझे ही तो रेखा को बोलना है कि तुमने अच्छी मसाज की है।
कमला,--आप भी दिनु काका जैसे बहुत गंदे हैं।
अमित ,--क्या वो भी पिता है।
कमला ,--नही वो जब ज्यादा मूड में होते है तो अपना मुत्त मुझे जबरदस्ती पिलाते है और मुंह पर मूतने लगते है ।पर उन्होंने मेरा मुत्त नही पिया।
अमित ,--तू आ ना मेने पहले भी पिया है औरत का मुत्त।
कमला ,--है भगवान , आप को रेखा भाभी मुत्त पिलाती है क्या।
अमित ,-नही यार गाँव मे एक चाची ने बहुत बार पिलाया है तू जल्दी कर मुझे बड़ी गाँड वाली औरते अछि लगती है ।
कमला ,--अरे वो तो एक बार बच्चा चुत से निकलते ही गाँड सब औरतो की बड़ी हो जाती है वैसे आपने कितनी बड़ी गाँड वाली औरतों को नंगा देखा है।
अमित ,- बस चंदा चाची और बचपन मे मोम को नंगी नहाते हुए देखा है अब तू जल्दी कर मुझसे बर्दास्त नही हो रहा।।
फिर कमला खड़ी हुई और अपनी पेंटी निकाली और मेरी आँखों मे देखकर मुझे आंख मारी और अमित के दोनों तरफ पैर करके उसके मुँह पर अपनी चुत रखकर बैठ गयी।
कमला ने अपनी चुत को अमित के मुंह पर रखा हुआ था ।मेने पहली बार कमला की चुत देखी थी जो पूरी क्लीन शेव थी और चुत पर उसका पानी लगा हुआ दिख रहा था ।उसकी चुत के आस पास का थोड़ा हिस्सा का रंग बाकी रंग से अलग था जिससे साफ लगता था कि काफी चुदी हुई है
जब वो बैठने लगी तो मुझे उसकी गाँड भी पूरी दिखी थी जो मेरे हिसाब से अड़तीस उनचालीस के आस पास होगी और ज्यादा गोरी तो नही पर ठीक ठाक रंग की थी ।उसकी चुत की फांके थॉडी खुली थी जो शायद ज्यादा ठुकाई से हो गई थी ।
जैसे ही वो मुंह पर बैठी अमित ने अपनी जीभ निकाल कर उसकी चुत में घुसा दी जिससे वो उछली
और बोली ,--क्या कर रहे हो अमित भैया ऐसे तो मुत्त नही उतरेगा आप चुपचाप लेटिये और कोई छेडछाड मत करिए ।
फिर वो मेरी तरफ देखी तो मेरे को लगा कि जैसे वो कहना चाहती हो कि देख तेरा ये गांडू पति को मैने इतना गर्म कर दिया कि मेरा मूत पीने को तैयार हो गया।
में भी इशारे से बोली कि मुत दे इसके मुंह मे और अपनी चुत में डिलडो को आगे पीछे करने लगी।
अमित ने अपना पूरा मुंह खोल रखा था और उसने कमला की चुत को इस तरह से जकड़ा था कि उसकी एक भी बूंद मुंह से बाहर नही गिरे ।
तभी कमला ने अपना मुंह को ऊपर किया और इस तरह से सांस लेने लगी जैसे उसको बहुत राहत मिल रही हो ।
जब मैने अमित के गले की ओर देखा तो समझ मे आया कि वो कमला का मुत पी रहा है और कमला को मूत निकलने से आराम मिल रहा है ।
लगभग दो मिनट तक ऐसा होता रहा फिर कमला झटके से खड़ी हुई
और बोली ,--क्या अमित भैया आप भी मूत तो कब का खत्म हो चुका आप ने तो मूत के साथ पूरी चुत को चाट कर साफ कर दिया।
और फिर वो अपनी पेंटी वापस पहनने लगी और फिर बेठकर उसने ऊपर वाले होठों को भी अमित के होठो से लगा दिया ।
दोनों पांच सात मिनट तक चूमते रहे तो अमित बोला ,--मज़ा आ गया कमला आज तो मैने चारों होठ एक साथ चूस लिए।
कमला ,--तो कोनसे होठ ज्यादा टेस्टी लगे ऊपर वाले या नीचे वाले
अमित ,--नीचे वाले से दो अलग अलग स्वाद मिले वो ज्यादा स्वादिष्ट था।
कमला ,--वो तो होने ही थे दोनों दो अलग अलग जगह से निकले थे ।
और मेरी तरफ देखकर अपनी एक निप्पल को निकालकर अमित के मुंह मे देते हुए बोली ,--लो इसको भी टेस्ट कर लो अभी इसमें से कुछ आएगा नही लेकिन जब रेखा भाभी को अपने बच्चे की माँ बना दोगे तो जो दूध आये तो मज़े से पीना।
अमित तो जैसे उसको पीने के लिए पागल था उसने निप्पल को एक बार मुंह मे पकडा तो दस मिनट बाद छोड़ा और दोनों निप्पल को पूरा चूस चूस कर लाल कर दिया।
कमला ने उसको मसाज की याद दिलायी और मेरे बारे में बोला तो उसको होश आया और वो बोला ,--कमला मुझे एक बार तुम्हारी गाँड देखनी है ।
कमला ,-पागल मत बनो भाभी बाहर आ गयी तो दोनों की गाँड मार देगी और मेरी गाँड में क्या है देखने जैसा , रेखा भाभी की देखना क्या मस्त साइज है।
अमित ,--मुझे बड़ी गाँड देखने पर अच्छी लगती है ।
कमला ,--तो देखी है ना अपनी माँ की ।
अमित ,--यार मोम की दूर से देखी है पर मुझे महसूस करनी है देखकर।
कमला ,--तो पास जाकर देख लेते।
अमित ,--अरे वो तो नहाते हुए या मूतते हुये दूर से देख सकता था।
पास जाने से पिटाई नही हो जाती क्या
कमला ,--ठीक है फिर कभी दिखा दूँगी अभी तो में मसाज पूरी कर देती हूं फिर मेरी तरफ देखकर बोली कि अगर आज के बाद यहां नोकरी रही तो रेखा भाभी खुद बोल देगी की जा अमित को गाँड दिखाकर मसलवा के आ जा।
में उनकी बातों को सुनकर डिल्डो को आगे पीछे कर रही थी और सोच रही थी कि ये अमित ने सेक्स में कुछ भी नही बाकी छोड़ा है
अपनी बहन को चोदने की इच्छा रखता है अगर इसकी मोम भी इस से चुदवाने को राजी हो जाये तो ये उस पर भी चढ़ जायेगा ।
पर इसने मुझे रात में बहुत शार्ट में कहानी सुनाई थी जब मौका मिलेगा तो विस्तार से सुनूँगी ।
दुसरीं चीज इसने कमला के मूत्र की एक भी बूंद बाहर नही आने दी सीधे पी गया इसका मतलब इसने बहुत बार मूत पिया है उस चंदा का।
अगर इसके गांव जाऊंगी तो उस रण्डी से जरूर मिलूंगी जिसने मेरे पति को पूरा ट्रेंड किया है।
तभी मेने देखा कमला वापस उसके पैरों के बीच जा कर बैठ गयी और उसकी गोटियों को मसलने के बाद हथेली में बहुत सारा तेल लिया और अमित के लण्ड को मुठी में लेकर ऊपर नीचे करने लगी।
अमित के मुंह से सिसकारी निकलने लगी और उसका पूरा शरीर हिलने लगा ।
कुछ ही देर में उसके लण्ड ने पानी छोड़ना चालू कर दिया जो सुबह से तड़प रहा था।
कमला ने जैसे ही देखा कि एक पिचकारी ऊपर से नीचे आकर गिर गयी तो वो झुककर नीचे हुई और लण्ड को अपने मुँह में ले ली और चूसने लगी
कमला ने अमित का लण्ड मुंह मे ले रखा था और मुँह को आगे पीछे करके उसका पूरा रस निकालने में लगी हुई थी जब उसको लगा कि अब और पानी नही निकलेगा तो उसने लण्ड को छोड़कर पेट पर गिरे वीर्य को चाट कर साफ किया ।
मेने उसको रुकने का इशारा किया और कुछ बात चीत करने को कहा
कमला ,--कैसा लगा अमित भैया
अमित ,--मज़ा आ गया इतना मज़ा तो किसी की चुत मारने में भी नही आता ।
कमला ,अभी आप ने पूरी मसाज करवाया कहाँ है
असली मज़ा तो अब आएगा।
दोनों बातचीत करने में लगे थे तभी में दबे पांव बेडरूम में गयी और अंदर से बाहर आते बोली ,--हो गयी क्या मसाज ।
कमला ,--भाभी अभी चल रही है।
मैं पास आकर,- लगता है आज तेरा इस घर मे आखरी दिन है ।
कमला ,--पर क्यों भाभी ,आप अमित भैया से पूछ लीजिये उनको मज़ा आया कि नही।
में ,--क्यों अमित
अमित ,--बस ठीक ठाक की है ।
कमला रुआंसी आवाज में ,--पर में तो अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही हुँ।
मैं ,-घंटा कोशिश कर रही है खाली बड़ी बडी डींग हांकती है एक जवान मर्द को कैसे मसाज होती है तुझे नही मालूम क्या ,
कमला,-पर कैसे होती है।
मैं ,-जिससे मालिस होनी चाहिए वो तो तेरे कपड़ों में छुपा है।
कमला ,--मतलब
मैं,--इन चुचियों से क्यों नही की ,तुझे मालूम नही क्या जो पूछ रही है
कमला ,--भाभी वो तो लास्ट में होगी ना अभी तो उसका समय आया है ।आप ये ब्रा खोल दीजिये मेरे हाथ मे तेल लगा है ब्रा में लग जायेगा ।
वो मेरे पास आकर खड़ी हुई तो मैने पीछे से उसका हुक खोला और सामने घुमाकर उसकी निप्पल को मुंह मे लेकर चूसा ।
फिर उसकी पैंटी को खोल कर जोर से बोली,--अगर अमित ने अगली बार ठीक ठाक ही बोला तो तेरी इस डिल्डो से गाँड मार कर भेजूंगी।
कमला ,--भाभी एक बार मुझे पूरी मसाज कर लेने दीजिये ।
मैं ,--ठीक है मुझे तो पानी पीना था इसलिए बाहर आई थी ।
कमला ,--पानी तो मुझे भी पीना है ।
में अमित के लण्ड को इशारा करते हुए कहा ,--पानी उसमे से निकाल ले इसको ऊपर नीचे करने से पानी निकलता है ।
तभी अमित बोला ,--मुझे एक बार टॉयलेट जाना है पेशाब करने को।
मैं ,--तो मैं आयी तब याद आया क्या कमला को बोलो करवा देगी फिर कमला को इशारा किया ।
कमला ,--भाभी आप जाइये में करवा दूँगी।बस आप एक चीज बता दीजिए अमित भैया का सबसे हॉट पॉइंट क्या है।
में ,--उसकी गाँड ।
और फिर में किचन में जाकर पानी पीने लगी और फ्रिज को इस तरह खोल कर बंद किया कि बाहर तक आवाज सुनाई दे।
जब पानी पीकर वापस आयी तो मेने कहा कि में बेडरूम में जा रही हूं ।
तो कमला बोली ,--भाभी मुझे आपकी जरूरत पड़ेगी तो बुलाऊंगी ।
में बैडरूम के अंदर आ कर जोर से बोली ,--ठीक है मेरे को आवाज लगा लेना।
और फिर दबे पांव आकर सोफ़े पर बैठ गयी ।
तभी कमला बोली ,--चलिये अमित भैया आपको टॉयलेट लेकर चलती हूँ।
तभी अमित बोला ,-तुम दिनु काका का मूत पीती हो ना।
कमला ,--है भगवान में कहां फस गयी, उधर भाभी गाँड मारने पर तुली है और ये मूत पिलाने को लगे है।
अमित ,--तो ठीक है छोड़ दो फिर में रेखा को बोल दूंगा की मसाज में मज़ा नही आया।
कमला ,--आप तो पूरे शैतान है मेरे को बोले कि मज़ा आ गया और भाभी को बोला ठीक ठाक थी।
अमित हँसने लगा और बोला ,--अब क्या करना है बोलो मेरा प्रेसर बना हुआ है।
कमला उसके पास गई और हाथ पकड़ कर बोली उठिए ऐसे पूरा चटाई खराब हो जाएगी और फिर अमित को चटाई से दूर करके नीचे बैठ गयी उसके लण्ड के सामने और बोली अब करिये ।
अमित ने लण्ड को हाथ मे पकड़ा और मूतना चालू किया जो सीधे कमला के मुंह मे गिरने लगा ।
जब पूरा टंकी खाली कर दिया तो कमला ने अपना मुंह लण्ड से लगाया और चाट के साफ करके उसको वापस चटाई पर सुला दिया
अमित वापस उसी तरह पीठ के बल सोया था।
कमला ने अपनी दोनों बूब्स पर तेल लगाया और उसके ऊपर आकर अपने बूब्स से उसके शरीर को रगड़ने लगी । जो अमित के शरीर पर लगे तेल के साथ फिसलन बना रहे थे । जब भी उसके बूब्स चेहरे के पास आते अमित उसको मुँह में लेने की कोशिश करता पर ,अपने दोनों हाथों को साइड में करके रखा था ।
कमला ने पूरी छाती पर अच्छे से बूब्स को रगड़ा और फिर पेट को रगड़ने के बाद उसकी जांघो और लण्ड को बूब्स से मालिश करने लगी ।
उसका लण्ड जो थॉडी देर पहले डाउन हुआ था वापस सर उठाने लगा था।
सब जगह सामने मालिश करके बोली,-अमित भैया अब आप उल्टा लेट जाइए और फिर साइड में हो गयी ।
जब अमित उल्टा हो गया तो पीठ पर तेल गिराया और उस पर चढ़ कर अपने बूब्स से मालिश शुरू कर दी। पीठ पर मालिस करने के बाद उसको गाँड पर अच्छे से बूब्स को रगड़ा ।
फिर कमला ने अपना हाथ पीछे से लण्ड की तरफ घुसाया और लण्ड को मसलने लगी।
अमित का लण्ड अब अपने रंग में आने लगा था उसने अपना हाथ डालकर लण्ड को एडजस्ट किया ।
तभी कमला ने बोला ,-अमित भैया आप अब अपने पैरों को मोड़कर हाथो के ऊपर चौपाया बन जाइये ।
अमित कुछ समझा नही तो कमला बोली ,--आप घोडी के जैसे बन जाइए जैसे रात में रेखा भाभी को बनाते हैं।
कमला के मुंह से जब मेने ये सुना तो मेरे चेहरे पर मुस्कान आ गयी।और मन मे सोचा कि कमला भी मेरे ही मिसन को आगे बढ़ाने में लगी है
अमित घोडी बन गया तो कमला उसके पीछे आयी , पहले वो उसकी गांड में मुंह लगाकर चाट ने लगी अमित को तो जैसे धरती पर ही स्वर्ग का मज़ा मिल रहा था और थॉडी देर चाटने के बाद तेल में अंगुली डुबोयी और उसकी गाँड की दरार में अंगुली से तेल लगाने लगी ।
फिर हथेली से उसकी गाँड और लण्ड के बीच मे मसाज करके उसकी गाँड में एक अंगुली डालकर तेल से चिकना करने लगी ।
और बोली,--अमित भैया आपकी गाँड तो पूरी खुली हुई है किसी से मरवाई है कभी।
अमित सिसकते हुए ,--तो गांड और किसलिए होती है ।
तो कमला बोली ,--मुझे अब रेखा भाभी की जरूरत पड़ेगी में आपकी गाँड में दो अंगुली डालूंगी तो आपकी निप्पलों और लण्ड को मसाज साथ मे जरूरी है ।आप को शरम तो नही आएगी ना
अमित ,--बुला लो जब दो दो गर्म हसीनाएं मुझे एन्जॉय कराना चाहती है तो मुझे क्या आपत्ति है।
में जो ये सारा कार्यक्रम देख रही थी दबे पांव बैडरूम में गयी और स्ट्रेपलेस डिल्डो उठाया ।तब तक कमला की आवाज आई ,--रेखा भाभी।
मेने बेड के पास जाकर बोली ,- हां आ रही हूं ।
फिर कुछ देर बाद बाहर आकर बोली ,--क्या हुआ ।
तो कमला बोली ,--आप इधर आकर बैठ जाइए में गाँड में अंगुली डाल रही हूँ आप एक हाथ से अमित भैया की दोनों निप्पल को बारी से चुटकी से मसलिये और दूसरे हाथ से इनके लण्ड को नीचे खींचिए जैसे गाय का दूध निकालते है वैसे।
फिर उसने अपनी अँगुली अमित की गांड में डाली पर वो आराम से घुस गई , तो वापस निकाल कर, दो अंगुलियाँ एक साथ डाली पर अमित को कोई फर्क नही पड़ा तो वो मेरी और देखकर बोली ,--अमित भैया की गाँड तो बहुत बड़ी है कुछ बड़ा डालना पडेगा ।
मेने स्ट्रेपलेस डिल्डो की तरफ इशारा किया तो वो तुरन्त खड़ी हुई और उसको अपनी कमर में बांध लिया जिसका एक हिस्सा कमला की चुत में घुस गया और दूसरा तरफ का डिल्डो अमित की गाँड में घुसा दिया अमित की हल्की चीख निकल गयी।
पर मेने तुरन्त उसकी निपल मसलने लगी और लण्ड को नीचे की और खींचना चालू किया तो अमित सिसियाते हुए बोला ,--अहह....कमला अब कर धीरे धीरे ।
कमला घुटनो के बल बेठकर अमित की गांड मारने लगी और अमित की आहें निकलना चालू हो गयी ।में भी उसके लण्ड को पकड़ें हुए नीचे की ओर खींच रही थी और उसकी निप्पलों को बारी बारी मसल रही थी।
कमला भी हर धक्के के साथ सिसक रही थी और मेरी तरफ देखकर अपनी स्पीड को बढ़ा रही थी ।
अमित के मुंह से जोर जोर से गर्म आहें निकल रही थी। में अपने मन में खुश हो रही थी कि जितना एन्जॉय इसको आज करवा रही हूँ कल से ये मेरे तलवे चाटेगा।
फिर जब मेने काफी देर हो गयी तो खड़ी हुई और कमला को बोली ,--कमला में सीमा के पास जा रही हूं तुम जब मसाज हो जाये तो अमित के नहाने के बाद खाना खिला देना ।में बाहर से दरवाजा लॉक करके जा रही हूं ,दो घंटे के लिए।
फिर अपना मोबाइल लिया और बाहर से गेट लॉक करके चाबी लिया और नीचे आकर सीमा के फ्लैट की रिंग बजाई।
सीमा ने गेट खोला तो मुझे देखते ही बोली ,--अरे रेखा तुम ,कमला नही आई मेने तो सोचा कमला होगी।
मैं ,--उसको लगा के आयी हूं तुम्हारे दुश्मन से बदला निकाल ने को।
सीमा ,-वो कैसे।
मैं हंसते हुए ,--अमित की गाँड मार रही है वो।
सीमा एक प्यार से मुझे चपत लगाते हुए ,--ठीक किया आने दो । कमला को में भी उसको बोलूंगी की कस के गांड मारे उसकी। वैसे रात को नही मारी थी क्या।
मैं ,--नही यार रात में उसने मुझे फीमेल वियाग्रा खिला दी और दो घंटे करने के बाद जब वो फेल हो गया तो मुझे यूज़ करना था
और फिर वो जल्दी से बेडरूम में गयी जहां उसके बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी। वो उसे लेकर आई तो उसने गाउन की चैन खोल रखी थी और एक बूब्स पूरा दिख रहा था जिसमे उसके बेटे ने मुंह लगाया हुआ था और निप्पल को चूस रहा था ।
उसका बूब का साइज बहुत बड़ा था और पूरा गोल था जो पूरा सख्त लग रहा था।
तभी में बोली ,--ये अभी भी दूध पीता है इसका मतलब अभी तक दूध आता है क्या
सीमा ,आह भरते हुए अपने बेटे को डांट ती है और उसको प्यार से गाल खींचकर बोलती है कि काट मत
औऱ फिर मेरे को बोलती है ,--अरे दूध तो कब से आना बंद हो गया।
वो कमला ने इसकी आदत बिगाड़ दी जब रोने लगता है तो अपनी छाती से लगा लेती है और अपनी निपल चूसने को दे देती है ।अब इसके दांत निकल रहे हैं इसलिए मुंह मे खुजली होती है तो इसको भी निप्पलों को काटना अच्छा लगता है । फिर उसने अपनी दुसरीं निप्पल दिखाई जो पूरी लाल थी।
में ,--चलो तकदीर वाला है जो दो दो औरतों के बूब्स चूस कर बड़ा हो रहा है ।
सीमा ,--अपने बाप पर गया है जैसा बाप वैसा बेटा।
मैं,--बाप ने क्या कर दिया इसमें।
सीमा ,--उसको भी नए नए बूब्स चाहिए चूसने को एक से उसका पेट नही भरता।
मैं,-अब तक कितनो के चुसवा दिये उनको।
सीमा ,--कोई गिनती थोड़े ही है अभी वीडियो कॉल पर उसी से बात हो रही थी बेंगलुरु गया हुआ है किसी लड़की के साथ खाना खा रहा था।
में ,-तो तुम रोकती क्यों नही।
सीमा ,--वो घर मे रहे तो रोक सकती हूं पर उसका काम ही अलग अलग शहरों में घूमने का है और सब जगह के अड्डे उसको पता है मुझे किसी तरह की दिक्कत हो घर मे खाने पीने या पैसों की तो कुछ करूँ भी ।
अब में विरोध भी करूँ तो कोई फायदा नही है इसलिए वो जो करता है में रोकती नही बदले में मैं भी बिंदास जिंदगी जीती हूँ ।
मैं ,--ठीक ही है यार थॉडी सी जिंदगी है तो क्यों नही प्यार से जिया जाए ।
फिर मेने हाथ बढ़ाकर उसके बेटे को लिया पर उसके मुंह से निपल निकलते ही रोना शुरू कर दिया ।
उसको लेकर खड़ी हुई और बहलाने की कोशिश की लेकिन वो चुप नही हुआ तो अपने ब्लाउज का बटन खोल कर उसको अपने एक बूब की निप्पल मुंह मे लगाई और वो चुप हो गया।
सीमा ये देखते ही हँसने लगी और बोली,-- देख लिया ना हरामी बाप की औलाद ,नई निप्पल मिलते ही चूस ने लगा ।
तभी उसने मेरी निप्पल को जोर से मुंह से दबाया जिससे मेरी सिसकी निकल गयी पर उसके चूसने से मज़ा भी आ रहा था ,इसलिए उसको गोद मे लेकर बेठ गयी सीमा के पास।
तो सीमा बोली ,--अभी ये थॉडी देर में सो जाएगा ।कमला ने इसको पूरा शैतान बना दिया है।
मैं ,--पर ये जब मुँह में लेकर जोर से काटने की कोशिश करता है तो बहुत मज़ा आ रहा है।
सीमा ,--तभी तो कमला इसको चिपकाए घूमती है मेरी तो ये दोनों बाप बेटे हालत खराब करके रखते हैं इधर बेटा निप्पल चूस कर और बाप नई नई लड़कियों की चुदाई के वीडियो भेजता रहता है ।अभी थॉडी देर पहले खाना खाते हुए एक लड़की के बूब्स मसलते हुए दिखा रहा था।
अगर कमला आ जाती तो में इसको थॉडी देर उसके हवाले करके मसाज करवा लेती दिनु काका से।
मैं ,--सिर्फ मसाज ही करवानी है या
सीमा ,--अब यार मसाज के बाद तो सबकुछ होना ही है ।
में ,--तो करवा लो इसको तो में बेडरूम में ले जाती हूँ थॉडी देर मुझे भी सोना है।
सीमा ,--तो ऊपर अमित और कमला दोनों है ।उनको बोल के आयी हो कि नहीं।
में ,--अरे में उनको दो घंटे के लिए ताला लगाकर बोल के आयी हूँ दोनों का कार्यक्रम खत्म होगा उसके बाद नहाना खाना खाते खाते दो घंटे से कम नही लगेंगे तब तक तुम आराम से अपना कार्यक्रम शुरू करो।
सीमा ने जब ये सुना तो मेरे गाल को पकड़कर जोर से खींचा और बोली,--तू भी लगता है पूरी बिगड़ी हुई है जो बिचारे अमित को कमला के हवाले कर दी अब देखना वो उसका सारा पानी चूस लेगी
मैं,--तभी तो में उसको अपने इशारों पर नचा पाउंगी।
फिर सीमा कुछ सोचने लगी और अपनी साड़ी के ऊपर से चुत को रगडते हुए फोन किया किसी को।
और फिर फोन पर बात करके बोली ,--दिनु काका को भी आजकल फुरसत नही रहती पता नही कितनी औरतों को पटा रखा है ।कहीं गया है वो आ रहा है थॉडी देर में।
तुमको देखना है तो उस कमरे में चली जाना और अगर सोना है तो बेडरूम में जाकर सो जाना।
मैं ,- तुम उसको मेरे में तो नही बोलोगी।
सीमा ,-यार मुझे पागल समझती हो क्या मुझे तुमको मेरी तरह बदनाम थॉडी ही करना है ।
तुम बस अंदर से आवाज मत करना ,बाकी दीनू काका मेरे कहे बिना एक कदम भी कहीं नही रखते ।
लगभग दस पंद्रह मिनट के बाद बेल बजी ।
तब तक तनु भी सो गया था तो सीमा मुझे बोली कि तुम इसको लेजाकर गेस्ट रूम में सुला देना ,और अगर देखना हो तो खिड़की खोल लेना में तुमको पानी की बोतल दे देती हूँ बाकी अंदर टॉयलेट तो है ही ।
में उसको एक चपत लगते बोली कि अभी मेरा पति ऊपर ही है, टॉयलेट में क्या करूँगी तुम एन्जॉय कर खुल के ,
और फिर उसके बच्चे को लेकर गेस्ट रूम में आई और उसको सुलाकर खिड़की को धीरे से थोड़ा सा खोला तब सीमा गेट खोलने गई।
मेने एक कुर्सी को खिड़की के पास रख और उस पर बैठ कर देखने लगी ।
दिनु काका ने अंदर आते ही पहले तो सीमा को हाथ जोड़कर प्रणाम किया ।
फिर घर मे चारों तरफ देखा कि कोई है तो नही ।
तो सीमा ने कहा ,--कोई नही है तनु सोया है कमला आज अभी तक नही आई है।
जैसे ही दिनू काका ने सुना उसने सीमा को पकड़ा और उसको घुमा कर उसकी गाँड पर दोनों और एक एक जोरदार थपड मारा ।
सीमा ,--आह....रुको गाउन खोलने दो ऐसे मज़ा नही आता।
मुझे तो बड़ा ताज्जुब हुआ कि ये बूढा जिसकी औकात सीमा जैसी औरत को छूने की भी नही है वो उसकी गाँड पर इतनी जोर से मार दिया और सीमा उल्टा गाउन खोलकर मारने को बोल रही है।
तभी सीमा ने गाउन निकाल दिया पर ये क्या उसने सिर्फ पेंटी पहनी थी ब्रा का कोई नामोनिशान नही था।
उसकी विशाल बूब्स को देखकर मुझे जलन होने लगी कि काश मेरी भी ऐसे बड़े बड़े बूब्स होते फिर उस दिन की मसाज याद आयी कि बूढा बोला था कि उसी ने सीमा के बूब्स को बड़ा किया है और वो जिस तरीके से मेरे बूब्स की जड़ों को खींच रहा था उससे तो निश्चित ही कुछ दिन में मेरी भी साइज 38 -40 की होते देर नही लगेगी ।
पर उसके लिए अमित का माइंड वाश करना पड़ेगा।
तभी मुझे समझ मे आया कि उसके बच्चे की वजह से शायद ब्रा नही पहनती होगी कि बार बार निप्पल चुसवाने को ब्रा का झंझट नही रहे।
पर पेंटी के नाम पर भी सिर्फ एक रस्सी दिख रही थी जो कमर से निकल कर गांड के दरार में घुस गई थी तो मुझे लगा कि थोंग पहनी होगी।
तभी सीमा बूढ़े के सामने झुक गयी और अपनी गाँड को बूढ़े की तरफ कर दी और बोली ,--पापा मारो ना।
दीनू काका के चेहरे पर मुस्कान आ गयी और वो बोला हां बेटी ये ले ,और वो उसके कूल्हों को पीटने लगा ।
पर सीमा एक बार फिर से खड़ी होकर बोली ,ओह्ह काका आप बोलते हो कि मुझे सेक्स करते समय पापा बोला करो और फिर मारते वक्त आप बेटी समझ कर रहम दिखाने लगते है ,आप को कितनी बार बोला है कि जब मारो तो एक मस्त हसीना समझा करो और फिर अपनी गाँड को दीनू काका की तरफ कर दी।
दीनू काका ने भी इस बार जोर जोर से मारना चालू किया तो सीमा की चीखें निकलने लगी जिसमे दर्द कम और खुशी ज्यादा लगी उसकी गाँड पर लगने वाली थप थप की आवाज पूरे घर मे गूंज रही थी ।
मेने एक बार पीछे मुड़ कर देखा कि कही आवाज सुनकर तनु नही उठ जाए।
सीमा जब खड़ी हुई थी तो उसकि थोंग मुझे दिखाई दी जो सिर्फ उसकी चुत को कवर किये थी और ऐसा लग रहा था जैसे गुलाबी चुत हो जिससे से छेद गायब हो।
उसकी चीखे अब मजे में बदल चुकी थी पर गांड का रंग भी अब सफेद से लाल हो गया था और ऐसा लग रहा था कि उसमे से अभी खून निकलकर बाहर आ जायेगा ।
तभी दीनु काका मारना छोड़कर बोला ,--अरे सीमा बेटी मेरे तो हाथ मे दर्द होने लगा पर तुम आज तक अपने मुंह से नही बोली कि अब छोड़ दो दर्द हो रहा है ।
और उसने सीमा को अपनी और घुमाया तो देखा उसकी थोंग पूरी भीगी हुई थी जैसे उसने भीगी हुई पहनी हो ।
फिर दीनू काका ने उसकी साइड में हाथ डाल कर उसकी थोंग की गांठ खोल दी और उसके सामने बैठकर अपना मुंह उसकी चुत पर लगा दिया और जीभ निकालकर उसकी चुत को अंदर तक चाटने लगा ।
सीमा गरम सांसे छोड़ रही थी और उसकी सिसकिया मुझे सुनाई दे रही थी उसके अपने दोनों हाथ अपने बूब्स पर थे जिनको वो मसल रही थी ।
तभी उसकी नजर खिड़की की तरफ हुई और वो आंख गड़ा कर देखने लगी क्योंकि अंदर लाइट बन्द थी जब उसे में दिखी तो वो मुस्कुरा ने लगी।
जब अंदर से मैने देखा तो मुझे समझ मे आ गया कि वो जान बूझकर ऐसी जगह का चयन की थी जिससे मुझे पूरा लाइव शो दिखे ।
मेरी खुद की हालत खराब हो रही थी गाँड पर चोट सीमा को लग रही थी पर उसका असर मेरी चुत पर पड़ रहा था ।
और मेरा हाथ साड़ी के ऊपर से चुत पर था ।
तभी मेने सोचा कि में किसलिए डर रही हूं कमरा बन्द है सीमा मेरे सामने नंगी होकर चुत चटवा रही है और दिनु काका आज नही तो कल मुझे नंगा देखने ही वाले हैं तो क्यों ना ये कपडे खोलकर आराम से अंगुली करूँ