Episode 10


मेने खड़े होकर कपड़े खोलना चालू किया और जब पेंटी पर हाथ गया तो पूरी चिप चिपी हो रही थी मेने जब रूम से कपड़े पहने थे तो पेंटी पूरी साफ थी पर पहले तो अमित को देखकर कुछ गीली हुई थी ।पर सीमा को देखकर मेरी चुत पूरा पानी बहाने लगी थी।

और मुझे याद आया कि एक दो बार हरमीत ने मेरी गाँड पर मारा था तो मुझे दर्द का अहसास नही हुआ था बल्कि मज़ा आया था ।

पर उसने शायद डर से ज्यादा नही मारा होगा कि कहीं में नाराज नही हो जाऊं ।

पर आज मुझे सीमा को देखकर लगा कि शायद सेक्स कहानियों में जो पढ़ा था वो गलत नही है क्योंकि आज सीमा को देखकर मुझे भी लगने लगा था कि ये अनुभव मेने ढंग से किया ही नही ।

लेकिन अब जब भी कोई मजबूत आदमी मुझे चोदेगा तो उसको बोलूंगी की चोदने से पहले मेरी गाँड पर कस कर पीटे।

फिर मेने पेंटी को खोलकर साइड में रखा और कुर्सी पर आकर बैठ गई और अपने पैरों को खिड़की के ऊपर रखकर चुत को खुला छोड़ दिया जिससे थॉडी देर हवा लग जाये

सामने देखा तो दीनू काका अब चुत को चाटना छोड़ दिया था और उसको झुका कर उसकी गाँड के छेद पर जीभ फिरा रहा था।

जिससे सीमा की हालत खराब हो रही थी और वो खुलकर बूब्स को मसलते हुए चीख रही थी जैसे उसके आनंद का कोई ठिकाना ही ना हो।

तभी सीमा खड़ी हुई और दिनु काका के कपड़े खोलने लगी कुर्ता उतारने के बाद जब उसने धोती को खोला तो उसे पता नही था कि धोती किधर जा कर गिरी और वो उसके सेमी न्यूड लण्ड को चूसने लगी ।

मुझे तो बड़ा अजीब लगा कि सीमा पढ़ी लिखी और इतने हाई क्लास की महिला होते हुए भी एक लेबर क्लास के बुड्ढे का लण्ड चूस रही है ।

पर मेरी चुत दूसरी ही तरफ जा रही थी उसने एक बूंद पानी की बहाकर ये साबित कर दिया कि जो हो रहा है वो उसको भा रहा है।

पर जब दस मिनट तक लण्ड चूसने के बाद जब उसने अपनी जीभ दीनु काका की गाँड पर घुमाना चालू किया तो एक अजीब किस्म की सनसनी चुत में होने लगी ।

कुछ देर गाँड चाटने के बाद मेने देखा कि दीनू काका का लण्ड अब पूरा सिर उठाना चालू कर दिया है ।

तो दीनू काका बोला ,--क्या हुआ बेटी आज पूरे मूड में लग रही हो ,

सीमा,--अरे पापा आपका बेटा बेंगलुरू में नई बहू को चोद रहा है । उसी ने वीडियो दिखा कर गरम कर दिया और आपका पोता निप्पल चूस कर गरमा दिया ।

दीनू काका ,- अरे बहु चोदने दे उसको नई नई बहुएं और करने दे ऐश।

अभी उसके बाप के लण्ड में दम है जो उसकी बीबी को ठंडा करने का दम रखता है ।

सीमा ,--बाप नम्बरी बेटा दस नम्बरी ,उधर बेटा नही लड़कियों को चोद ता फिर रहा है बाप उसके लिए नई माँ बनाने के फिराक में लगा है आज आप कोनसी सासु माँ के पास गए थे।

दीनू काका ,--अरे ये आजकल के लोंडे जिनसे कुछ होता नही है लेकिन शादी कर लेते है ।ऐसे ही बाजू वाली कॉलोनी में गया था पर मौका नही मिला शायद उसकी बीबी को इसलिए बैठा कर रख दिया कि पति जाए तो कुछ हो ।

तुम्हारा फोन आया तो बड़ी मुश्किल से आया हूँ कि मालकिन का फोन आ गया फिर कभी आऊंगा तभी देर हो गयी।

तभी दिनु काका खड़ा हुआ फिर उसका हाथ ऊपर किया और सीमा की आर्म पिट पर जीभ फिराने लगा।

जिससे उसकी आर्मपिट पूरी भीग गयी और सीमा सिसकती रही ।दोनों आर्मपिट को पूरा चाटने के बाद वो सीमा के पीछे खड़ा हुआ और अपने दोनों हाथों को उसके विशाल बूब्स पर रखकर दबाने लगा तथा मुँह से गर्दन को चाटने लगा।

सीमा की हालत खराब थी वो सिसकते हुए बोली ,--ओह्ह ...पापा क्यों सता रहै हो अपनी बहू को अब ठंडा कर दो ।

दीनू काका,--अरि बहु जो काम मेरे नालायक बेटे को करना चाहिए वो मुझे करना पड़ रहा है उसको इस सुंदर हसीना में पता नही क्या कमी नजर आती है जो कोठे की सस्ती रंडियों को चोदता फिरता है ।

अगर तेरी सासु माँ की जगह तुम होती तो तुझे अपने लण्ड पर ही हमेशा बिठाए रखता।

सीमा ,-ओह्ह पापा में झड़ रही हूँ आप एक बार मे मुझे कम से कम दो बार झड़वा देते हो और फिर वो पास में जाकर सोफ़े पर पसर गयी।

सोफ़े पर गिरते ही दिनु काका उसके मुंह के पास गए और अपना हबलबी लण्ड को उसके मुंह मे डालने लगे।

सीमा ने मुंह खोला और दीनु काका का पुरा 8 इंच का लण्ड गटक लिया जो उसके गले तक जाता दिख रहा था।

मेरी तो हालत खराब हो गयी कि सीमा ने इतना बड़ा लण्ड कैसे मुंह मे ले लिया शायद इसने प्रैक्टिस की होगी ।

क्योंकि मुझे तो राजेश ने एक बार जबरदस्ती डाल दिया था तो सांस लेना भी मुश्किल हो गया था जो दीनू काका से तो दो इंच छोटा भी था और मोटा भी कम था
सीमा आराम से उसको चूसकर जब बाहर की और निकाली तो लण्ड की मोटाई बढ़ चुकी थी ।

तभी सीमा बोली,--दिनु काका वो अपने बिल्डिंग में नई आइटम आयी है रेखा, उसको देखा है क्या।

दीनू ,--बेटी इस कॉलोनी में एक तुम ही हो जिसको में सारी बात बता देता हूँ बाकी किसी को मैं कुछ नही बताता की कौन क्या है ।रेखा का जहां तक मेरा मानना है वो शादी से पहले चुद चुकी है पर उसके बॉयफ्रेंड ने उसकी शर्म ठीक से निकाली नही है।

सीमा,--वो कैसे।

दीनू ,-- एक बार जब उसके पैर में मोच आ गयी थी । तो अमित बाबू लेकर गए थे उन्होंने कहा था छेड़छाड़ कर के देखने को अपनी बीबी के साथ पर वो बहुत शर्मीली है और मुझे आंखों पर पट्टी बांध के मसाज की थी पर फिर जिस अंदाज में मेने उसकी मसाज की थी उसकी जगह दुसरीं औरत होती तो चुदे बिना नही रह पाती।

सीमा,--पर उसका पति पास में होगा।

दीनू ,--हां ये हो सकता है कि अमित बाबू उसको कश के चोदते होंगे , पर मुझे माल की कमी नही है में तो उस कमला से भागा फिरता हूँ इसलिए उससे बचने के लिए बोल रखा है कि पहले नया चुत दिलवाओ फिर आना

सीमा ,--पर माल तो वो भी टंच है बोलो तो तैयार करूँ उसको।

दीनू ,--नही रहने दो ये नई चुत के नखरे मुझसे नही झेले जाते चुत तो पुरानी ही ठीक है एक तो नई चुत चोदो तो वो मेरा लण्ड झेल नही पाती और अगर ले भी लिया तो मुझे सिर्फ चुत में लण्ड डालकर चोदने से मज़ा उसके साथ दुसरीं चीजों में आता है जैसे अभी तुम को ही देख लो मेरे लण्ड को कैसे पूरा मुंह मे लेकर चूस लेती हो ।

वहीं अगर कोई नई औरत होगी तो मुहं में लेना तो दूर की बात उसको छूने में डर लगेगा।

में उन दोनों की बातें सुन रही थी और चुत में अंगुली करते हुए सोच रही थी कि ये दोनों सेक्स के बारे में सबकुछ जानते है और बहुत आगे निकल चुके है ,मुझे तो इनके आगे सेक्स की ए बी सी से ज्यादा जानकारी नही है और पूरा मज़ा लेने के लिए सीमा से ट्रेंनिंग लेनी पड़ेगी ।

तभी दिनु काका ने सीमा को खड़ा किया और अपने हाथों से उसके कूल्हों को पकड़कर अपने लंड पर चुत को रखा और गोद मे उठा लिया।

अब सीमा के दोनों पेर दिनु काका ने पकड़ रखे थे और सीमा को गोद मे लेकर खड़े खड़े चोदना शुरू कर दिया सीमा भी उसकी गर्दन में हाथ डालकर झूलते हुए चुदवाने लगी ।

दिनु काका ने सीमा को इस तरह उठाया हुआ था जैसे कोई गुड़िया हो जिसमें कोई भार न हो ।सीमा बीच बीच मे दिनु काका के होठो को भी चुम रही थी।

तभी सीमा बोली ,.आह....काका आप भले ही देखने मे उम्र दराज दिखतें हो लेकिन आप की भुजाओं में अभी भी दम है ।

दीनू हल्का हांफते हुए ,--अरे मेरी लाडो जब चुद रही हो तो पापा बोला कर क्योंकि मेरी बेटी जिसको में चोद कर औरत बनाया वो अब बहुत दूर रहती है।

इसलिए तुम्ही को बेटी समझकर चोदने में मज़ा आता है।

सीमा ,--अहह.....चोद लो पापा अपनी इस दुलारी बेटी को ये आपकी बेटी भी है और बहू भी।

फिर दिनु काका ने सीमा को कुतिया बनाया और पीछे से उसकी चुत को चोदना चालू किया उन दोनों ने पूरे घर को अपनी कामुक सिसकारियों से भर दिया था।जैसे दोनों के बीच युद्ध चल रहा हो।

मुझे दीनू काका को देखकर हरमीत की याद आ गयी जो एक बार चालू हो जाता था तो ठंडा होने का नाम ही नही लेता था ।

मैं भी सुबह से तरस रही थी कि चुत में किसी का लण्ड डलवा लूं लेकिन ये सब आपस मे एक दूसरे को सारी बातें शेयर करते है इसलिए सोचा की खुद क्यों अपराधी बनूँ जब अमित खुद चाहता है तो उसी के कहने पर किसी से चुदवाउ ।

मेने नही सोचा था कि इस तरह यहां लाइव शो देखने को मिलेगा नही तो अपना डिल्डो ही साथ ले आती ।

तभी सीमा दुसरीं बार झड़ गयी और काका को बोली कि अब आप भी जल्दी से आ जाओ ।

दिनु काका समझ गया कि इसको कुतिया बने बहुत देर हो गयी इसलिए ये झड़ने को बोल रही है तो उन्होंने उसको सोफ़े पर सीधा लेटाया और चोदते हुए बोला ,--आज तो बहुत जल्दी थक गई क्या बात है ।

सीमा ,--पापा आज आपके बेटे ने ज्यादा गरम कर दिया और कमला के नही आने से अंगुली से खुद को शांत कर लिया था ।

फिर दिनु काका लगभग दस पंद्रह मिनट चोद कर सीमा पर ढेर हो गया । मेरी भी चुत खाली हो चुकी थी।

इसलिए फटा फट कपड़े पहने क्योंकि लगभग ढाई घंटे से ज्यादा टाइम हो गया था। मुझे नीचे आये हुए ।

बाहर खिड़की से झांक कर देखा दिनु काका जा चुका था और सीमा भी गाउन पहन चुकी थी ।

मेने गेट खोला और बाहर आकर सीमा को बाय किया और जल्दी से ऊपर आकर अपने फ्लैट का ताला खोल कर अंदर आ गयी

गेट खोला तो सामने से कमला आती हुई दिखी जो किचन से निकल कर सोफ़े की तरफ आ रही थी ।

मुझे देखकर वो मेरी तरफ आयी और मेंरे गले लग गयी। मेने उसको कुछ लाने को कहा और बेडरूम में जाकर देखा।

अमित नंगा सोया हुआ था उसका लण्ड मुरझाया हुआ पड़ा था देखने से लग रहा था कि जैसे पूरा निचोड़ लिया हुआ हो।

में सोफ़े पर आकर बैठ गयी तो कमला ने खाने को दिया फिर बोली कि में सीमा भाभी के यहां जा रही हूँ।उनके यहाँ काम बाकी पड़ा है।

तो मेने कहा कि बैठ सीमा का काम मेने करवा दिया अब आराम से जाना मुझे कुछ पूछना है ।

कमला निचे बैठ गयी और बोली कि आप ने कोनसा काम करवा दिया।

मैं हंसते हुए ,--तनु को चूची चुसवा कर सुला दिया और दीनु काका मसाज करके चला गया अभी वो सो रही होगी ।

कमला,--तब ठीक है बोलिये क्या पूछना था।

मैं ,--कितने राउंड कर लिए।

कमला ,--बस आप के जाते ही एक राउंड और फिर नहाने के बाद फाइनल ,अभी पांच मिनट पहले सोये है अमित भैया।

मैं ,--बहुत जल्द तैयार हो गया वो वैसे आज सुबह से खड़ा था उसका ।

कमला ,--बस मुझे पता चल गया उनका वीक पॉइंट ।

में ,--वो तो है ही उसकी गाँड ।

कमला ,--वो तो उनको डाउन कराने के लिए है पर खड़ा करके ज्यादा देर कैसे टिके वो आपको नही मालूम शायद ।

मैं ,--क्या है बताओ ।

कमला,-बस उसको इतना बोला की रेखा भाभी को दीनू काका से अपने सामने चुदवा दो और उसके बड़े लण्ड से रेखा भाभी की चुत को फड़वा दो बस उसका लण्ड एक झटके में खड़ा हो गया और फिर दिनु काका के नाम पर कस कर चुदाई की।

मैं ,--पर तूने उसकी कश के गाँड नही मारी।

कमला ,--भाभी में क्या करती आप डिल्डो ही छोटा लायी और अमित भैया की गाँड इतनी बड़ी है कि वो डिल्डो पहली बार में ही पूरा घुस गया। लगता है वो अपनी गांड पहले मे मोटी चीज़ घुसा कर ढीला कर चुके है ।

मैं ,--मुझे क्या पता था कि वो छोटा है अगर पता होता तो बड़ा ही लाती क्योकि मुझे तो उससे बदला लेना था उसने मेरे बूब्स उस दिन दिनु काका से कश के मसलवा दिये थे इसलिए।

कमला ,--पर भाभी औरत को तो जितना मसल और रगड़ के चोदा जाए उतना मज़ा आता है । में भी सोची थी कि अमित भैया का लण्ड जिस तरह खड़ा रहता है लंबी चुदाई करेंगे पर वो आप जैसी गरम औरत को ज्यादा दिन नही ठोक पाएंगे ।

मैं ,--तुझे बड़ा तजुर्बा है इन चीजों का की में गरम औरत हूँ।

कमला ,--अरे भाभी आप को डिल्डो करते देखा था न मेने जितना देर मसाज की आप की चुत लगातार पानी छोड़ रही थी और आप को सेक्स में कुछ नया चाहिए इसलिए आईडिया लगाया।

मैं ,- और तुझे पैसे चाहिए चाहे कोई कैसे भी चोदे या मुत्त पिलाये।

कमला ,--तब तो आप को बहुत बड़ी गलतफहमी में है।

में ,-क्यों।

कमला ,-मुझे किसी तरह के पैसे का लालच नही है ।

मैं ,--तो तेरा पति में दम नही है क्या ।

कमला ,-ऐसी बात नही है उसी की वजह से तड़प मिटाने को करना पड़ता है ।मेरा पति ट्रक ड्राइवर है और अफीम खाकर इतनी बुरी तरीके से चोदता है कि दीनू काका भी फैल है उसके सामने।

मैं ,-पता नही तू क्या समझाना चाहती है ।

कमला ,--में आपको पूरी बात बताती हूं आप को समझ मे आ जायेगी , मेंरा जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था और में परिवार में सबसे सुंदर थी अपनी चारों बहनों में इसलिए गरीबी के चलते मेरी भुआ मुझे जवान होते ही मुम्बई ले आयी और उसकी जान पहचान के आदमी की मदद से एक मसाज सेन्टर में काम लगवा दिया।। जो बाहर से बिल्कुल साफ सुथरा काम था ।इसलिए घर मे भी किसी ने आपत्ति नही की।

मुझे एक दो रोज में मसाज सीखा दी गयी ।
वहां पर जाकर मुझे भी ऐसा लगा कि इसमें कुछ गलत नही है पहले उन्होंने महिलाओं की मसाज को कहा गया ।जिसमें मुझे कुछ कमाई होने लगी ।

पर फिर वहाँ काम करने लड़कियों की तड़क भडक देखकर मेरा भी मन ज्यादा पैसा कमाने को हुआ और एक दिन उसके मालिक से कहा कि मुझे भी पैसे कमाने है और पुरुषों की मसाज करनी है

उसने मुझे पहले तो मना कर दिया क्योंकि कुछ महिलाएं लड़कियों से ही मसाज करवाना पसन्द करती थी और लड़कियां मिलती नही थी ।

पर मेरे बार बार अनुरोध करने पर उसने ऊंच नीच समझाया पर मुझे तो पैसे कमाने थे चाहे जैसे भी आये और में भी तड़क भड़क वाली जिंदगी के चक्कर मे पड़ गयी ।

घर की आर्थिक स्थिति खराब होने से में अपने सपने पूरे करने का सोचने लगी फिर एक दिन मालिक ने मुझे बुलाया और बोला कि पुरुषों की मसाज में यहां सिरफ़ देह व्यापार होता है ।

तुम मसाज करते समय ग्राहक को जितना गरम कर दोगी उतना ही कमाई है और फिर एक औरत को बुलाकर अपनी मसाज मेरे सामने नंगा होकर करवाई और बताया कि पुरुष के कोनसे अंग को कैसे गरमाया जाता है उस औरत ने भी नंगी होकर मालिक को पूरा गर्म कर दिया,

फिर उसने मुझे अपना कौमार्य देने को कहा जिसे मेने खुशी खुसी उस पर लूटा दिया ।

फिर उस औरत के साथ रहकर मेने किसी ग्राहक की जेब से पैसे निकलवाने की कला सिख ली पर संतुष्टि का भी ध्यान रखने लगी जिससे मेरी डिमांड बढ़ गयी ।में कमसिन उम्र में ही चुदाई से मेरी चुदने की भूख बढ़ गयी

अपने शरीर पर भी जो जरूरी था बदलाव कर लिए ,जैसे बूब्स बड़े करना ,चुत और बूब्स पर टेम्पररी टेटू बनवाना ।

लगभग तीन साल मेने वो काम किया जिससे घर की स्थिति सुधर गयी और अपनी छोटी बहन को भी ले आयी ।

उन्ही दिनों मेरे पास एक नियमित कस्ट्मर विजय जो अब मेरा पति है आने लगा जो सिर्फ मुझसे ही मसाज करवाता था, अगर में फ्री नही होती तो घंटो इंतजार करता मेरे लिए ।

पर उसने मुझे कभी भी चोदा नही शादी तक बस मसाज करवाता और में जितने पैसे मांगती देकर चला जाता ,

मुझे बहुत अजीब लगता कि वो कभी भी सेक्स की डिमांड नही किया और फिर बार बार आने से वो मुझे अच्छा लगने लगा। एक दिन उसने मुझे शादी के लिए कहा मुझे तो विस्वास नही हुआ कि में अब वे धंधा करने के बाद किसी के साथ घर भी बसाउंगी ।

इसलिए जब मैने अपनी पूरी कहानी सुनाई तो वो बोला कि शादी के बाद ये काम नही करने देगा। उसके घर मे सिर्फ उसकी माँ थी जो अकेली रहती थी वो खुद ट्रक लेकर निकल जाता तो वापसी का कोई ठिकाना नही होता था।

साथ ही उसने ये भी कहा कि वो ट्रक चलाने के लिए पूरे देश मे जाता है और हाईवे पर कहाँ अड्डा है सब मालूम है और उनमें जाता भी है अगर तुम को लगे कि में संतुष्ट नही कर पा रहा तो तुम ऐसा कोई भी काम कर सकती हो जिसमें कोई मेरी या परिवार की ओर अंगुली नही उठाये ।

मेने जब अपनी भुआ को बोला तो उसने कहा कि तुम ये मौका हाथ से मत जाने दो क्योंकि ये मसाज पार्लर वाले जब तक तुम्हारे पास कस्ट्मर आ रहे है तब तक तुम्हारी कद्र कर रहे है जब तुम्हारे शरीर मे आकर्षक नही रहेगा तो किसी कोठे के अलावा कोई दुसरीं जगह नही बचेगी और अगर तुम सोचती हो कि तुम्हारी शादी किसी अच्छे घर मे होगी तो ये तुम्हारी भूल है क्योंकि एक बार जो दाग तुम्हारे ऊपर लग गया वो जिंदगी भर नही छूटेगा ।

इसलिए उसके बारे में जितनी जानकारी करनी है कर लो नही तो में तुम्हारे फूफा से करवा लेती हूं ।

फिर कुछ दिन बाद मेरे फूफा ने हमारी शादी करवा दी ।शादी के बाद विजय ने तीन महीने में ही मुझे गर्भवती कर दिया और फिर एक बेटी को जन्म दिया जो अभी आठ साल की है ।

जब मेरी बेटी दो साल की हो गयी तो मुझे फिर से चुदाई की तलब होने लगीं क्योंकि कम उम्र में जो चस्का लग गया था ,जब विजय आता तो जम कर चोदता और मेरी सारी कसर पूरी कर देता पर विजय का काम ही ऐसा था दो दो महीने लग जाते थे उसको और फिर वो तो हाईवे पर कहीं भी माल मार लेता पर मैं मन मनोस कर रह जाती थी ।

एक दिन मॉल में शॉपिंग करते समय मुझे रमेश भैया मिल गए जो मेरे ग्राहक रहे हैं उन्होंने मुझे अपने यहां काम करने को कहा और सीमा भाभी के खुले विचारों के बारे में बताया तो मुझे लगा कि इस काम ने विजय को आपत्ति नही होगी और मुझे भी जब विजय को बाहर जाना होगा तो सेक्स करने का मौका मिल जाएगा ।

फिर में सीमा भाभी से मिली और अपनी कहानी सुनाई तो वो खुश हो गयी और मेरी सेक्स पार्टनर बन ने को तैयार हो गयी ।

जब विजय घर आया तो मैने उसको पूरी बात बताई औऱ उसको सेक्स के बारे में भी खुलकर बताया तो उसने परमिशन दे दी ।तब से मेरी बेटी अपनी दादी के पास रहती है और जब विजय नही होता तो में काम पर आती हूँ।

मैं,--फिर तुम मेरे यहाँ भी नही आओगी जब तुम्हारा पति आ जायेगा।

कमला ,--नही, अगर आप को फुल टाइम मेड चाहिए तो आप दुसरीं जगह बात कर लीजिएगा।

में ,--नही में तो ऐसे ही पूछ रही थी और तुम्हारे पति को मालूम है कि तुम रमेश भैया से चुदवाती हो ।

कमला ,-हां ,सीमा भाभी भी विजय और रमेश भैया के साथ थ्रीसम कर चुकी है ।

मेरा तो हैरत से मुँह खुला रह गया कि सीमा कितनी चालू चीज है जो पति के सामने और पीठ पीछे खुल कर सेक्स का आनंद लेती है ।

में ,--तो तुमने ही सीमा को बिगाड़ा है ना।

कमला ,--ऐसा कुछ नही है वो पहले से ही सबकुछ करती थी मेने तो बस अपने मज़े के लिए सीमा को अपने पति से चुदवाया था जिससे विजय को मुझे रमेश भैया से चुदने पर आपत्ति ना हो ,पर सीमा भाभी ने तो मेरे पति को अपना पति बना लिया और मुझसे ज्यादा वो चुदने की फरमाइश करने लगी।

मैं ,--ओह्ह तो ये बात है तभी तुम अमित से अपनी कमी पूरी करने में लग गयी।

कमला ,--पर अमित भैया ज्यादा लंबी रेस का घोड़ा नही है बस एक अच्छे पति हो सकते हैं

सीमा मेरे पास फर्श पर बैठी थी उसके बारे में जब पूरी बात समझ मे आ गयी कि कम उम्र में चुदने से उसकी चुदायी की भूख ज्यादा है तभी वो दिनु काका के पीछे भागती होगी ।

पर कुछ चीजें अभी भी समझनी बाकी थी इसलिए पूछा ,--तो तुम्हारा पति यहां कॉलोनी में भी आता है क्या।

कमला ,--आज तक तो आया नहीं।

में ,--फिर कैसे होता है ।

कमला ,--वो या तो सीमा भाभी जाती है मेरे घर या फिर रमेश भैया हमें अपने दोस्त सक्सेना जी की होटल में बुलाते है ।

मैं ,--सक्सेना जी जो अपनी कॉलोनी में है वो।

कमला,--हम्म ,वो भी मियां बीबी मस्त हैं।

मैं ,--पर आज मेने देखा कि सीमा दीनू काका का पूरा औजार ले ली मुंह में।

कमला हंसते हुए ,--वो कोई एक दिन में थोड़े ही हुआ है उसके लिए रमेश भैया ने मार मार कर सिखाया है।

मैं ,--और सीमा ने खा ली मार ।

कमला,--देखिये भाभी सीधी सी बात है अगर आप को पूरा मज़ा लेना है तो सामने वाले को भी पूरा एन्जॉय कराना होता है जिसमे शुरू में तो बहुत तकलीफ उठानी पड़ती है पर बाद में उसमे मज़ा आने लगता है और सेक्स में आप जितनी गहराई में जाएंगी उतना आंनद आता है ,

मेने भी पार्लर में बहुत कुछ सीखा है मेरे को तो कोई समझने वाला भी नही था जब पहली बार मालिक ने चुत फाड़ी तो एक दिन दर्द झेलना पड़ा था पर जब गाँड मारी तो तीन दिन तक चल नही पाई थी ।

मैं ,--तो तुम मुझे भी सिखा दोगी ।

कमला ,--आप को क्या सीखना है।

मैं ,--सेक्स को कैसे एन्जॉय किया जाय।

कमला ,--पर मुझे क्या पता आपको क्या अच्छा लगता है।

में ,--सब कुछ जिसमे मज़ा आये ।

कमला कुछ सोच कर ,--पर आप को में सिखाऊँ और आप ने नही सीखा तो ।

में ,--तो तुम मुझे एक टीचर की तरह सज़ा देना।

कमला ,--ठीक है सोमवार से ट्रेनिंग चालू कर देती हूँ पर फीस क्या होगी ।

मैं,--तुम बोलो क्या चाहिए।

कमला ,--ठीक है बाद में बताऊंगी जब ट्रेंड हो जाओगी।

तभी बेडरूम से अमित की आवाज आई उठने की तो मैने कमला को चाय बनाने को कहा।

कमला चाय बनाने को चली गयी तो अमित उठकर बाहर आया जो पूरा नंगा था ।

जब मैने उसको देखा तो जल्दी से उठकर उसके पास गयी और उसका हाथ पकड़कर बेडरूम में घुसाया फिर गेट बन्द करके बोली ,--तुम आदमी हो या जानवर ,जो जानवर के जैसे नंगा लण्ड हिलाते हुए बाहर आ गए ।

अमित ,--पर यार अब तो कमला ने सबकुछ देख लिया है और मुझे शादी से पहले घर पर नंगा रहना अच्छा लगता था ।

मैं,-तो अब आदत बदल लो और कमला को चोद लिया इसका मतलब ये नही की अब तुमको लाइसेंस मिल गया नंगे घूमने का ,चुपचाप कपड़े पहनो कमला किचन में चाय बना रही है।

अमित ने चुपचाप मुझे सुना और मुझे किस करके बोला जो हुकुम रानी साहिबा।

में अमित के साथ बेठकर चाय पी रही थी ,कमला जा चुकी थी तभी अमित बोला ,--थैंक्स डार्लिंग

में ,--किसलिए ।

अमित मेरे गाल पर किस करके बोला,--आज तुमने जो एन्जॉय करवाया उसके लिए।

मैं ,--इसमें थैंक्स की क्या बात है तुमको अच्छा लगा इसमें मेरा क्या लग गया।

अमित ,--तुम तो ऐसे बात कर रही हो जैसे कुछ हुआ ही न हो।

मैं,--तो मेरा क्या घिस गया मुझे जितना चाहिए वो मुझे मिल रहा है तो फिर क्या दिक्कत है में तुमको घर मे रोक लुंगी तो बाहर मुंह मारते फिरोगे ।जितनी तुम्हारी जरूरत है वो तो तुम पूरी करोगे ही मेरे कहने से थॉडी रुक जाओगे ।

अमित ,--डार्लिंग कहने को आसान है पर एक औरत कभी भी अपने पति को नही बांट सकती दुसरीं औरत के साथ।

मैं ,--तो अब तुम उसको भी आधी बीबी बना के रखोगे क्या।

अमित ,--मज़ाक अच्छा कर लेती हो पर आज तुमने जो मेरे लिए किया उसका एहसान में जिन्दगी भर नही भूलूंगा ।

मैं,--तुम अच्छे आदमी थोड़े ही हो जिस औरत ने तुमको जन्म दिया तुम उसी को नंगी देखने का ख्वाब देखते हो।

अमित ने जब ये सुना तो वो थोड़ा गुस्सा दिखाया फिर मुंह फेरकर बैठ गया ।

मैं ,-क्या हुआ तुम तो नाराज़ हो गए और मेरे से प्रोमिस करवा लिया और पुरानी बात पर नाराज नही होना है ।

अमित के चेहरे पर मुस्कान आ गयी और मुझे किस करके बोला आई लव यू।

तभी मुझे भी शरारत सूझी मेने अपना फोन उठाया और एक नम्बर डायल किया ।फिर रिंग होने पर फोन को स्पीकर मोड़ पर डाला और सामने रखकर रिसीव करने का इंतजार करने लगी।

फोन रिसीव होते ही उधर से ,--हेलो ।

असल मे मेने अमित की मम्मी यानी मेरी सासु मां जिनका नाम सुरजी देवी था को फोन किया था ।

मैं ,--मम्मी जी प्रणाम।

उधर से,--रेखा बेटी ,खुश रहो ।

में ,-कैसे हैं मम्मी जी आप।

सुरजी,--ठीक हूँ ,आज याद आयी क्या।

मैं ,-अरे मम्मी जी ,पूरा घर को समेटा उसी में टाइम नही मिला ,फिर इन्होंने कहा मेरी बात होती रहती है।

सुरजी,-वो तो नालायक है ,अभी तक एक बार फोन आया था इतने दिन में।

मेने अमित की और देखा जो शर्मिंदा हो रहा था।

में,-मम्मी जी मे सोच रही हूं कुछ दिन रीता दीदी आ जाती तो मुम्बई घूम लेती ।

सुरजी,--अरे उसका क्या काम है अभी कुछ दिन मज़े करो ।

मैं ,--पर बाद में में सोच रही हूं कि कोई जॉब कर लूं तो बिजी हो जाऊंगी।

सुरजी,-तुम अमित के साथ खुश तो हो ना।

में,--आप ऐसे क्यों बोल रही हो।

सुरजी,--तो क्या बोलूं आजकल लोग एक दो महीने तो हनीमून पर चले जाते है और तुम रीता को बुला रही हो।

मैं,-नही ऐसा कुछ नही है।

सुरजी,--अरि बेटा मुझे समझा रही हो वो नालायक बचपन से ही गलत संगत में पड़ गया था लगता है तुमको संतुष्ट नही करता क्या।

मैं ,--आप भी मम्मी जी मुझे समझ मे नही आ रहा क्या बोल रही हो।

सुरजी,-में ये बोल रही हूँ कि शारीरिक रूप से संतुष्ट करता है कि नही ।

मैं ,--ऐसी बात नही है।

सुरजी,--देख रेखा तुम भी मेरी रीता के जैसे बेटी है और तुम्हारे दिमाग मे अगर फिल्मों और टी वी सीरियल देखकर ये बात दिमाग मे फिट बैठ गयी है सास एक बहुत खतरनाक टाइप की औरत होती है तो उसे दिमाग से निकाल दो और ये जी जी क्या लगा रखा है ।

मैं,--पर में इनसे पूरी तरह संतुष्ट हूँ।

सुरजी,--ठीक है अगर ऐसा है तो अच्छी बात है फिर तुम रीता को क्यों बुला रही हो।अभी तुम्हारे खेलने खाने के दिन है और तुमको क्या लगता है मुझे पता नही शादी के बाद तुरन्त तुमको मुंबई इसी लिए तो भेजा था कि कुछ दिन मज़े करो नही तो यहां हम लोगों को भी अच्छा लगता कि तुम चार छह महीने साथ रहती

में ,-बस ऐसे ही दिन भर अकेली बोर हो जाती हूँ इसलिए पर आप ने इसा क्यों कहा कि वो गलत संगत में पड़ गया था ।

सुरजी ,-उसको मेने देखा था कि वो......

तभी अमित ने फोन काट दिया तो मेने उसकी और देखा और पूछा फोन क्यों काटा ।

अमित ,--अब जो वो बोलेगी वो में तुमको बता चुका हूँ ।

मैं,-क्या बता चुके हो रीता नही आएगी इसलिए गुस्से में काट दिया है ना।

अमित ,--वो बात में तुमको रात में बता दूंगा । अभी दुसरीं बात करो ।

मैं ,--ठीक है में खाने की तैयारी करती हूं अब कमला नही आएगी ।

अमित ,-ठीक है पर तुम मेरी एक बात मानोगी ।

मैं ,-बोलो।

अमित ,--कल दीनू काका को बुलाएं

मै ,--नही ,भूलकर भी ये गलती मत करना ।

अमित ,--क्या यार में जब भी तुम्हारे बारे में सोचता हूँ तुम मना कर देती हो ।

मैं ,--जब मुझे लगेगा में तुमको बोल दूँगी।

अमित ,-ठीक है पर तुम फोन में दिन भर ऐसा क्या देखती हो जो अपनी चुत को घिसती रहती हो।

मैं ,-फेस बुक जैसी फेक आई डी मेने इंस्टाग्राम पर भी बनाई हुई है उसमें कमैंट्स पढ़कर अच्छा लगता है।

अमित ,--ठीक है पर ये कपड़े तो मुंबई के हिसाब से पहना करो ।

में,-क्यो साड़ी में क्या खराबी है ।

अमित ,--खराबी कुछ नही है बस थोड़ा सा मॉडर्न बनो ।

मैं ,-ठीक है में खरीद लुंगी।

अमित ,-तुम नही कल संडे है हम दोनों चलेंगे दिन भर पहले शॉपिंग करेंगे फिर मूवी देखेंगे और रात का खाना होटल में खा कर आएंगे ,ठीक है ।

मेने उसको कहा ठीक है फिर किचन में आकर खाने की तैयारी करने लगी

रात में अमित के साथ बिस्तर पर नंगी पड़ी थी।
पूरे दिन गरमा गरम कार्यक्रम देखकर मेरी इच्छा हो रही थी कि आज मेरी जम कर चुदाई हो पर अमित के लण्ड में कोई खास तनाव नही आ पा रहा था।

जो मुझे भी पता था कि दिन भर चुदाई की वजह से ऐसा हो रहा था पर मुझे भी उसका मज़ा लेना था। इसलिए लण्ड को पकड़कर बोली ,--क्या बात है आज कमला को चोदने के बाद लण्ड ढीला पड़ा है।

अमित ,-बस तुमने ही कहा था रोज वियाग्रा खाने से साइड इफ़ेक्ट होता है।

मैं,-तो एक राउंड कम कर लेते कमला के साथ तुमको पता नही था क्या की रात में अपनी बीबी को भी ठंडा करना पड़ेगा ।

अमित ,--अभी हो जाएगा तुम अपनी कहानी सुनाओ।

मैं ,--तुम पूरे पागल हो कहानी से क्या होगा वो कोई टेबलेट थॉडी ही है जो तुमको गरम कर देगी।

अमित ,--पर तुम्हरी कहानी भी वियाग्रा का काम करती है दिमाग मे पूरा नशा चढ़ा देती है ।

मैं,--पहले ये बताओ तुम ने उस समय फोन क्यों काटा ।

अमित ,--तुमको बताया तो था।

मैं,--पक्का ना ,अगर मम्मी ने कुछ और बताया तो देख लेना तुम तुम हमेशा के लिए मेरी नजर में विस्वास खो दोगे क्योंकि मेने अपने बारे में तुमसे कुछ नही छिपाया है

अब तो मम्मी भी मुझे रीता जैसे मानती है और तुम ने सच नही बताया तो मेरी एक सहेली और बढ़ जाएगी ।

अमित ,--मतलब।

मैं ,--में सुरजी को अपनी सहेली बना कर उससे पूछ लुंगी की वो कोनसी गलत संगत की बात कर रही थी बाद में मत बोलना की मुझे कमला या किसी और के साथ कुछ करना है क्योंकि मुझे खुद से ज्यादा तुम पर भरोसा है ।तुम कभी भी मुझे पूछे बिना कुछ नही करोगे।

जवाब में अमित थोड़ा इमोशनल हो गया और मुझे ताबड़तोड़ किस करने लगा और पूरे चेहरे पर किस करके बोला ।

अमित ,--अब यार तुम मुझपर इतना विस्वास करती हो तो मुझे बोलना ही पड़ेगा पर में इसलिए नही बोल रहा था कि वो बातें मेरे लिए शर्म की बात थी।

मैं,--अब जब मैने तुम्हारे शरीर का हर हिस्सा और हर अंग को नंगा देख लिया और अपनी कहानी पूरी बेशर्मी के साथ सुना दी फिर क्या शर्म।

अमित ,--ठीक है जब तुमको तुमको दिक्कत नही है तो फिर सुनो ,मम्मी मेरे बारे में बहुत कुछ जानती थी जब में कॉलेज में पढ़ता था सिवाय चंदा चाची को छोड़कर।

में अपनी चुत पर हाथ फिराते हुए ,--अहह....उसको मम्मी नही उसको सुरजी रांड बोल ना प्लीज्।

अमित ,--एक दिन सुरजी रांड ने मुझे अपने दोस्त किशना के साथ गाँड मराते हुए देख लिया था घर पर अपने कमरे में , जो गलती से अंदर से बंद करना भूल गया और उसने खोल लिया ।

अमित ने जब अपनी मम्मी को रांड बोला तो उसके लण्ड ने एक झटका खाया ।और उसने अपना लण्ड मेरी चुत में घुसा कर चोदना चालू कर दिया।

मैं ,--अहह...आगे बोल नॉनस्टॉप।

अमित ,--लेकिन वो देखकर चुपचाप चली गयी और कुछ नही बोली जिसके बाद में भी डर गया और कुछ दिन में भी मम्मी के सामने जाने से डरने लगा लेकिन मम्मी ने मुझ पर नजर रखना चालू कर दिया और मेरी जासूसी करने लगी फिर सेक्सी कहानियों की किताबें जो मेरे रूम में में छुपा कर रखता था वो गायब होने लगी।

मैं,--आगे बढ़।

अमित ,--एक दिन मेने मम्मी के रूम में अपनी किताब देखी जब मम्मी बाहर गयी हुई थी। जो उसने छुपाकर रखी थी अपनी आलमीरा में कपड़ीं के नीचे, उसके बाद मेने बुक्स लाना छोड़ दिया ।

मैं,--साले क्यों छोड़ा बिचारी सुरजी उनको पढ़कर अंगुली करती होगी ।

अमित ,--फिर जिस दिन चंदा चाची ने उसकी पैंटी मंगवाई थी वो मेने अपनी अलमारी में रखी थी लेकिन दो दिन बाद में देखा सुरजी ने नहाते समय वो पहन रखी थी

मैं ,--तब तो उस पर तेरे अंकल का माल भी लगा होगा जिसे उसने चाटा होगा ।

अमित ,--ओह्ह.......साली तू बहुत बड़ी रण्डी है ऐसी बातें बोलती है मज़ा आ जाता है ।

में ,--अहह.....आगे बोल ना फिर क्या हुआ ।

अमित ,---बस इसके बाद में छुप छुप कर कुछ दिन उसको नहाते देखा और फिर कॉलेज में पढ़ाई के लिए शहर चला गया।

मैं,--बहनचोद तू चुतिया है थोड़ा सा झूट मूठ का ही कुछ बोल देता है मेने तेरे को जो कहानी सुनाई थी वो असली थोड़े ही थी मनघड़ंत थी ।

अमित ,--पर मुझे तुम्हारे जैसे शब्दों का सलेक्शन करना नही आता।

में ,--साले को गाँड मरवाना आता है वो तेरी रण्डी मोम तुझे जानबूझकर नंगी होके दिखाती थी कि तू उसको पकड़कर चोद दे और तू उसको देखकर लण्ड हिला लेता था।

अमित ,--पर उस समय मुझे दो दो माल चोदने को थे और इतना समझ कहाँ थी वो तो चंदा चाची ने मुझे कम उम्र में सीखा दिया सबकुछ नही तो जिस उम्र में बच्चे जानते भी नही की चुदाई क्या होती है फिर पापा के डर से मेरी गाँड फटती थी कि वो पापा को नही बोल दे।

मैं,--तेरे बाप के लण्ड में दम होता तो वो तुझे नंगी होकर दिखाती क्या वो तो उसी दिन तेरी मार मार के चमड़ी उधेड़ देती जब तू किशना से गाँड मरवा रहा था।

अमित ,--पर यार अपनी मोम के साथ सोचकर मुझे हिम्मत नही हुई औऱ उस समय सेक्सी कहानियां भी उतनी तरह की पढ़ने को नही होती थी बस भाई बहन तक ही सीमित होती थी।

मैं ,--अब तू मुझे कुछ और बोल मेरी चुत सुबह से भट्टी के जैसे गरम है ।

अमित ,--क्या बोलूं
मैं ,--उस दोस्त किशना के बारे में कुछ बता तेरी बात तो होती ही होगी उससे।

अमित ,--शादी में आया था न वो अपनी।

मैं,--साले कुछ ऐसा बोल ना कि मज़ा आये उसने तेरी गाँड मारी है तो तेरी बीबी के बारे में भी कुछ बोलता रहा होगा।

अमित ने जब ये सुना तो वो एकदम जोश से भर गया और जोर से चोदना चालू कर दिया जैसे उसे कुछ याद आ गया हो।

अमित ,-ओह्ह.......वो साला बोलता था कि तुम तो गांडू है तेरी बीबी को भी मुझे ही चोदना पड़ेगा।

मैं ,--अहह......तो बुला ले उसको तेरी गाँड मारकर तेरी इस हसीन बीबी को तेरे सामने चोदेगा ।

अमित ,--ओह्ह,......साला वो दोनों को एक साथ चोद कर ठंडा कर देगा।

अमित की स्पीड बढ़ गयी थी और मुझे लगा अब वो खल्लास होने वाला है और में भी करीब ही थी इसलिए उसके साथ ही झड़ने में फायदा है नही तो वो सुबह तक दुबारा चोदने लायक नही होगा इसलिए।

मैं ,--अहह....मेरा गांडू पति पहले उससे गाँड मरवाएगा फिर उसका लण्ड चूसकर खड़ा करना और फिर मेरी चुत चाटना और उसको बोलना मेरी इस मस्त माल बीबी को चोद दो और उसका लण्ड पकड़ कर मेरी इस फूली हुई चुत में अपने हाथ से डालना,
अहह....

और फिर मेरी चुत ने दिन भर से जमा पानी छोड़ना चालू कर दिया जो अमित के लण्ड के पानी के साथ मिलकर रबड़ी बनने लगा और दोनों ऐसे ही सो गए
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