Episode 11
अगले दिन सुबह में तैयार हो रही थी अमित बाहर इंतजार कर रहा था जैसे ही मेकअप करके बाहर आई तो अमित मुझे देखकर निराश हो गया
और सोफ़े पर बैठकर बोला ,--हम घूमने जा रहे है या किसी शोक सभा मे।
मैं ,--क्यों क्या हो गया।
अमित ,--ऐसे चलोगी।
में,--तो और कैसे चलूँ।
अमित ,--यार तुम भी कमाल करती हो ऐसे साड़ी कोन पहनता है ।
में ,-क्यों कोई कमी रह गयी है क्या पहनने में।
अमित ,--खुद ही देखो कितनी ऊपर बांधी है अगर थोड़ा सा पेट दिखता तो क्या होता और ये ब्लाउज देखा है आजकल कोन पहनता है ऐसे ब्लाउज।
में ,--तो कैसे पहनते है।
अमित ,--यार ये गांव में पहनते हैं। मुम्बई में तो सीधे ब्रा के ऊपर साड़ी पहनके निकलती है औरतें ।अगर ब्लाउज पहनना पड़े तो ब्रा से बड़ा नही होता जिसमें पीछे सिर्फ रस्सी होती है और ये नवल थॉडी दिख जाएगी तो क्या हो जाएगा।
में ,--तो एक काम करो तुम पहना दो साड़ी।
अमित ,--ओह्ह यार तुम भी ,मुम्बई में जिस इलाके में हम लोग जा रहे हैं वहां तुमको ब्रा पेंटी में लड़कियां घूमती हुई मिल जाएगी तुमको।
मैं ,--तो तुम मुझे नंगी ले चलो ।
अमित ,--ठीक है चलो में कपड़े खोल देता हूँ।
मैं गुस्से में ,--तुमने मुझे रण्डी समझ रखा है क्या और फिर रोते हुए बेडरूम में आ गयी। और बेड पर गिरके रोने का नाटक करने लगी।
तभी अमित भी पीछे पीछे रूम में आ गया और मेरे पास बैठकर अपने पैर पर मेरा सिर रख लिया और आंसू पोंछ कर बोला ,--यार इसमें रोने की क्या बात है और माफी मांगने लगा ।
मैं,--अमित मुझे नही पता था कि तुम मुझे एक तवायफ समझने लगोगे वरना कभी भी तुमसे इतनी खुली बातें नही करती।
अमित ,--पर यार मेने तो थोड़ा सेक्सी तरीके से साड़ी पहनने को बोला था।
में सुबकने के अंदाज में,-- तुमने शादी को एक महीना भी नही हुआ उस बूढ़े के सामने बैठा कर बूब्स मसलवा दिए फिर उस से चुदवाने को तैयार हो गए अब मेरे पास जैसे कपड़े है वो पहन लिए कल तुमने कहा तो मेने मान लिया कि तुम दिलवा दो ।लेकिन वो सब घर के अंदर की बातें थी अब तुम मुझे बाजार में भी रण्डी बनाकर ले जाना चाहते हो।
अमित ,--सॉरी यार मुझे तो लगा तुम को अच्छा लगेगा इसलिए बोला था।
मैं,--देखो मेरा ऐसा पारिवारिक पृष्ठ भूमि ऐसी नही रही है पर में अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही हूं कि तुमको एन्जॉय कराने का। अब तुम चाहते हो कि एक ही दिन में सब कुछ हो जाये।
अमित ,--ठीक है यार अब उठो बस हम लोग मजे करने को जा रहें है लेकिन तुम बहनजी बनकर चलना चाहती हो तो चलो ।
मैं ,-तुमको एन्जॉय करना है ना।
अमित ,--हां
मैं ,--ठीक है तुम मुझे बहन बताना कोई पूछे तो तुमको मज़ा नही आये तो बोलना।
अमित ने जब सुना तो वो खुश हो गया और मेरे गाल पर किस करके मुझे हाथ पकड़कर खड़ा किया ।
मेने भी एक बार मुँह धौया और साड़ी को नीचे किया जिससे पूरी नवल और पेट खुला दिखे और नीचे आकर गाड़ी में बैठ गयी।
अमित ने गाड़ी स्टार्ट की और दोनों चुपचाप बैठे रहे लगभग एक घंटे बाद एक मॉल में पार्किंग की ।
जब बाहर को निकली तो मेरी आँखें वहां की चकाचौंध देखकर खुली रह गयी । जब मॉल में घुसे तो एक से बढ़कर औरते और लड़कियां थी जो ऐसे कपड़े पहनी थी जो ढक कम और दिखा ज्यादा रही थी।
अमित ने मेरा हाथ पकड़ा और लिफ्ट में घुस गया फिर चौथे माले पर बाहर निकले और वो पास में एक लेडीज वियर में ले गया जिसमें ज्यादा लोग नही थे और उसमे देखने लगा उसमे एक से बढ़कर एक अच्छी ड्रेस डिस्प्ले हो रही थी ।
तभी एक सेल्सगर्ल ने हमे साइड में जाने को कहा जिस तरफ एक सेल्स बॉय खाली बैठा था ।
अमित ने मुझे वहां ले जाकर उस सेल्स बॉय को मेरे लिए मॉडर्न ड्रेस दिखाने को कहा।
तो लड़का बोला ,--आइए बहन जी कैसी ड्रेस चाहिए
अमित मेरी तरफ देखकर हँसने लगा।
में भी बहन की तरह ही उसको बोली कि कुछ ऐसी ड्रेस दिखाओ जो पूरे शरीर को ढक दे और मॉडर्न भी हो
सेल्स बॉय ,--तब तो दीदी आपको दूसरे फ्लोर में जाना पड़ेगा इस जगह तो ऐसे कपड़े मिलेंगे जो सिर्फ हाई स्टैंडर्ड के लोग पसंद करते हैं और फिल्मी दुनिया के लोग यहीं से खरीद दारी करते हैं।
अमित ,--अरे यार तुम दिखाओ नही तो इसको मेरे जीजाजी तलाक दे देंगे इसको
सेल्स बॉय ने सामने टंगी एक ड्रेस दिखाई जो फ्रॉक जैसी थी जिसमे ऊपर सब ठीक था पर नीचे एक पैर की तरफ से पेंटी के नीचे से शुरू होती थी और दूसरे पैर के घुटने तक जाती थी ।
मेने उसको देखा तो पहली नजर में पसंद आ गयी थी और पार्टी के हिसाब से बहुत अच्छी थी । पर फिटिंग चेक करनी थी इसलिए अमित को बोली कि पहनकर देखना होगा तो वो लड़का बोला कि उधर ट्रायल रूम है चली जाइये ।
में उस ड्रेस को लेकर जा रही थी कि पीछे मुड़कर देखा अमित उस लड़के को कुछ बोल रहा था ।
मेने साड़ी खोलकर ब्लाउज पेटीकोट के ऊपर से ड्रेस को पहना ही था कि बाहर से गेट ठक ठका ने आवाज आई।
पेटीकोट के ऊपर पहने होने की वजह से कुछ दिख नही रहा था इसलिए मेने जब गेट को हल्का सा खोलकर देखा तो वही सेल्स बॉय था तो मैने गेट पूरा खोल दिया ।
उसने देखते ही बोला दीदी क्यों ड्रेस की ऐसी तैसी कर रही हो ये पेटीकोट पर पहनने की थॉडी है।
मैं ,--पर मुझे शर्म आती है ।
सेल्समैन ,--लगता है आप मुंबई पहली बार आयी हो यहां तो लड़कियां नंगी होकर ऐसी ड्रेस पहनती हैं आप ने देखा नही बाहर ब्रा पेंटी में लड़कियों को घूमते हुए आप एक काम करिये अपने भाई के साथ दूसरी जगह देखिये।
मैं ,--प्लीज् भैया रुको में खोलती हूँ और गेट बंद करने लगी तो उसने कहा आप छोड़ दीजिए मेरा दिन खराब मत कीजिये नही तो मुझे मालिक को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा ।
और उसने गेट में अपनी टांग अड़ा दी।जिससे गेट बंद नही हो।
मेने गेट को छोड़कर घूम कर अपनी ड्रेस खोली और उसको अपनी पीठ पीछे से ब्रा पेंटी दिखाते हुए ड्रेस पहन ली फिर घूम कर उसको ड्रेस दिखाई तो उसका मुंह खुला रह गया ।
मेने उसको पूछा कैसी है तो वो बोला आप को अपने भाई से पूछना चाहिए और वो वापस आ गया तो मेने भी सोचा कि उस गांडू की गाँड मारती हूँ और शरमाने का नाटक करते हुए बाहर आई ।
बाहर अमित उस से कुछ बात कर रहा था जब उसने मुझे देखा तो उसने मुझे आंख मारकर इशारा किया कि मस्त लग रही हो।
जब काउंटर के पास आयी तो अमित बोला क्यों ब्रो कैसी लग रही है ।
सेल्समेन ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और फिर घूमने को बोला जब में घूम कर दिखाई तो बोला दीदी आप अपनी पेंटी को ऊपर करिये थॉडी सी दिख रही है बाकी फिटिंग मस्त है एकदम आप तो फिल्मी हेरोइनों को भी मात दे रही हो।
मेरी तो हालत खराब थी कि अमित के सामने उसने मुझे पेंटी ऊपर करने को बोला था और फिर मेने जिस साइड ड्रेस एक पैर पे जिधर से छोटी थी उसको पीछे किया और जल्दी से पेंटी को ऊपर कर लिया ।
तभी वहां पर एक कपल आया और लड़की मुझे देखकर बोली वाओ डार्लिंग ये ड्रेस ठीक रहेगी न पार्टी के लिए। तो लड़का बोला कि पहले पहनने वाली को देखो वो कोई टी वी कलाकार होगी । फिर वो लोग पास के काउंटर जो खाली था उसपे चले गए।
जब सेल्स मेन ने ये सुना तो वो अमित को बोला ,--सर आप की बहन किसी हेरोइन से कम नही लग रही ।अभी आप ने सुना ना वो अभी क्या बोला।
ऐसी ड्रेस मनिसा कोइराला ने एक गाने में पहनी थी आप ने सुना होगा वो गाना कितना मुश्किल है यारा इस दुनिया मे दिल लगाना।
उसमे उसने सेम ऐसी ड्रेस पहनी थी बस उसमे वो पूरी लेंथ में थी लेकिन दोनों साइड से ओपन थी ।हमने बस इसको ऊपर से फ्रॉक टाइप में बनवाया है और एक साइड से ओपन रखा है।
इसमें पेंटी की जगह थोंग या बिना पेंटी ही अच्छी लगेगी और आप अपनी बहन के लिए एक बार फ़िल्म लाइन ट्राई कीजिए, दीदी सब की छूटी कर देगी।
अमित हंसकर ,--अरे इसको एक्टिंग नही आती वो तो जीजाजी को मॉडर्न बीबी चाहिए इसलिए ऐसी ड्रेस पहन ली मजबूरी में अगर ये ऐसे ही शर्माती रही तो इनकी शादीशुदा जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी इस वजह से पहली बार ऐसी ड्रेस पहनी है इसके बस की बात नही है ये सब ।
सेल्स बॉय ,--भैया सनी लियोनी को कोनसी एक्टिंग आती है पर उसके शरीर से दीदी की बॉडी सॉलिड है ।
दोनो के पेंट में उभार साफ दिखमे लगा था और मौका मिलते ही दोनो अपने लण्ड को मसल रहे थे
में उन दोनों की बातें सुन रही थी ,मेरी भी चुत गिली हो गयी थी और तारीफ किसे अच्छी नही लगती इसलिए मन ही मन खुश हो रही थी कि दोनों मुझे पोर्न स्टार बनाने पर तुले है ।
तभी अमित बोला कुछ घर मे पहनने का दिखाओ इसको तो अभी पहन के रखने दो फिर बार बार खोलना पड़ेगा ।
उसने कहा भैया दीदी को क्या पसंद है घर पर पहनना सलवार कुर्ता ,स्कर्ट टॉप ,जीन्स या फिर गाउन आप बताइए।
अमित कुछ नही बोला तो मैने शरमाते हुए कहा सलवार कुर्ता दिखाइए
तो उसने कहा दीदी आजकल कुर्ते के साथ लेगिंस पहनने का चलन है फिर उसने एक दो पिस दिखाया जिसमे कुर्ते का गला बहुत बड़ा था और लेगिंस का मेरेरियल ऐसा था कि कुर्ता हटते ही चुत का पूरा सेप दिखे । मेने गर्दन इनकार में हिलाई पर अमित ने सेल्समेन को एक सेट मेरे नाप के हिसाब से देने का बोलकर पैक करने को दे दिया ।
फिर अमित ने जीन्स टॉप दिखाने को कहा तो उसने जीन्स दिखाई और एक जीन्स टॉप को पहनकर ट्राय करने को कहा।
में उसे लेकर ट्रायल रूम में आई और पहन लिया टॉप तो ठीक था ब्रा के ऊपर पहन ने का था पर जीन्स आगे से तो फिट थी पीछे गाँड पर पूरी नही ढक रही थी।
मेने सोचा अब क्या करूँ अगर ऐसे गयी तो गाँड की दरार पूरी दिखेगी ।
तभी विचार आया और बाहर निकलकर सेल्समैन को बुलाया और ट्रायल रूम में जाकर पीछे से दिखाया तो वो थोड़े नाराजगी भरे स्वर में बोला यही तो फैशन है फिर उसको जांघो के पास से कटे होने का कहा तो उसने मुझे बाहर आने को कहा ।
जब काउंटर पर आई तो बोला उधर देखिये सामने एक लडक़ी ने वैसी ही जीन्स पहन रखी थी और झुककर कुछ देख रही थी जब मैने उसको देखा तो उसकी गाँड की दरार पूरी दिख रही थी बस थॉडी सी जीन्स को नीचे करो और गाँड मार लो ,तो अमित बोला क्या हुआ उसको
सेल्समेन ने मेरा हाथ पकड़कर घुमा कर दिखाया और अमित को बोला देखिये भैया जीन्स कैसी लग रही है मेरी गाँड अमित की तरफ थी और में उन दोनों के बीच मे थी जिससे सेल्समैन ने फायदा उठाया और मुझे अपने लण्ड को मसलकर दिखाया मेने शरमाने का नाटक शुरू कर दिया ।
तभी अमित ने अपत्यशित सवाल किया और बोला लग तो अच्छी रही है पर इसने से दीदी की पेंटी दिख रही है ।
सेल्समैन ,--अरे भैया यही तो फैशन है , इसको पेंटी बिना ही पहन ना है पर दीदी को शर्म बहुत आती है और आपको फिटिंग दिखानी थी और हमारे बहुत से ग्राहक इसकी एक खूबी का बखान जरूर करते हैं।
अमित ,--वो क्या।
सेल्समैन ,--आप के साथ दीदी है नही तो हम वो खूबी बताकर ही इसको बेचते है ।
अमित ,--क्या यार दीदी अब शादीशुदा है और बालिग है इसलिए आराम से बोलो।
सेल्समेन ,--इस जीन्स को बिना पेंटी के पहन ना होता है ओर इसमें चुत के सामने जो कपड़ा लगा है वो विशेष तरह का है जब लड़कियां पहन कर चलती है तो उनकी चुत में चलने से जो घर्षण होता है उनको विशेष आनंद मिलता है ।
इतना सुनते ही में वहां से ट्रायल रूम में गयी और साड़ी पहनकर सीधे शॉप से बाहर आ गयी और अमित का इंतजार करने लगी लगभग आधे घंटे बाद अमित हाथ मे बहुत से कैरीबैग लिए हुए बाहर आया और हाथ पकड़कर दुसरीं तरफ ले जाने लगा।
फिर एक शॉप के सामने जाकर उसने मुझे कैरीबैग पकड़ाए और बाहर रुकने को बोला कुछ देर में आकर बोला आओ अंदर ।
अंदर जाकर देखा तो एक टेलर की शॉप थी जिसमे कई तरह के ब्लाउज टंगे हुए थे और बाहर चार पांच लोग सिलाई कर रहे थे तभी उसने एक गेट खोला और बोला चलो नाप दे दो ।
अंदर गयी तो एक बड़ा सा रूम था जिसमें दो तरफ की दीवारों पर फुल साइज के ग्लास लगे थे और एक औरत का नाप दो लोग ले रहे थे और औरत अपनी ब्रा पहन रही थी फिर उसने जल्दी से अपना ब्लाउज़ और साड़ी पहन कर बाहर चली गयी।
तो उनमें से एक आदमी जो फ्रेंच दाढ़ी में था उसने मुझे पास बुलाया और दूसरे लड़के को जो बीस बाइस साल का रहा होगा उसको बोला जल्दी से डायरी में एड्रेस लिख ले साहब पूछ कर तब तक मे माप ले लेता हूँ।
वो लड़का अमित से बात करने लगा ।
में उसके पास गई तो उसने पूछा कि साड़ी के ऊपर से नाप लेना है क्या ।
मेने हां में गरदन हिलाई तो वो नाप लेने लगा बहुत ही पेशेवर तरीके से नाप ले लिया और बोला ठीक है हो गया ।
इतनी देर में दूसरे लड़के ने एड्रेस लेकर सारी जानकारी लिख ली दोनों के फोन नम्बर इत्यादि फिर उसने नाप उसके नीचे लिखा और मुझे बोला एक सप्ताह में आपको घर डिलीवरी हो जाएगी।
अमित ने फिर उसको कुछ पेमेंट दिया और बाकी की बातें की ।
फिर हम बाहर आये तो अमित बोला कि अभी सीजन नही है वरना एक महीने से पहले यहां डिलीवरी नही होती ।
मेने कहा कि उसने उस औरत का तो पूरा ब्रा खोल कर नाप लिया था। तो उसने कहा कि ये लोग पूरे प्रोफेशनल लोग है उस औरत को फुल फिटिंग की डिमांड होगी इसलिए ऐसा किया होगा
मैं मन मे सोचने लगी कि अगर मेने भी नाप देने से पहले बोला होता कि मुझे भी फुल फिटिंग चाहिए तो उस स्मार्ट आदमी के हाथों को अपने बूब्स पर महसूस किया होता।
तभी मेने अमित से पूछा कि मेरी फिटिंग सही होगी ना
तो अमित बोला कि ये बात की गारंटी नही है आर्डर मीमो में लिखा है देखो । फिटिंग की पूरी गारण्टी हमारे यहाँ लिए गए नाप के मानकों को पूरा करने पर ली जाती हैं।
तो मेने कहा फिर क्यों सिलवाये इस पर अमित भड़क गया और बोला कि तुम सुबह की तरह रोने लगती इसलिए मैंने बोला था कि तुमको जैसे नाप देना हो वैसे ले लेना।अब मुझे क्या पता था कि तुम बहन जी के जैसे नाप दोगी जबकि तुम्हारे सामने वो औरत बिना कपड़ों के नाप दे रही थी।
मैं मन मे सोच रही थी कि सुबह की ड्रामे बाजी की वजह से अमित डर गया है इसलिए अब थोड़ा सा अपनी तरफ से ही पहल करनी पड़ेगी।
हमको आये बहुत देर हो गयी थी इसलिए भूख लगने लगी तो अमित ने बोला चलो कुछ हल्का फुल्का खाना खा लेते है और वो बोला कि तुम उस लव एंड फ़ास्ट फ़ूड का बैनर लगा है उसमें चल कर आर्डर करो में ये सामान गाड़ी में डाल के आता हूँ।औऱ वो लिफ्ट की तरफ चला गया
मैं भी चलके उस तरफ आयी पर उसमे बाहर सिर्फ काउंटर था किसी तरह का खाने का बनाने का जगह नही दिखा कुछ डिश का पिक्चर्स काउंटर पर लगा हुआ था ।
मेने काउंटर पर जाकर पूछा कि खाने में क्या है तो एक लड़की जो वहां बैठी थी बोली,- सॉरी दीदी यहां सिंगल्स के लिए नही है आप सेकंड फ्लोर पर चली जाइये
मुझे अपना बेइज्जती जैसा लगा पहले तो उसने मुझे दीदी बोला फिर मीनू बताने के बजाय सीधे मना कर दिया था इसलिए बाहर आकर अमित का इंतजार करने लगी।
थोड़ी देर में अमित आया तो मुझे बाहर देखकर बोला ,--क्या हुआ आर्डर नही दिया ।मेने कहा कि इसमें सिर्फ कपल को एंट्री है .
अमित ,--तो तुम बोल देती है कि कपल ही है।
में मन मे सोची की उसने मुझे दीदी बोला इसलिये मूड खराब हो गया ।
में,--पर वहां ना तो खाने की टेबल दिखी और ना ही कहीं बनता हुआ दिख रहा था
अमित हँसने लगा और मेरा हाथ पकड़कर बोला चलो मेरे साथ और फिर उसी लड़की के पास जाकर एक डिश जिसका कैटलॉग बाहर लगा था इशारा किया तो लड़की ने एक बटन दबाया और एक वेटर तुरंत आया फिर उसने हमें पीछे आने को कहा।
हमें वेटर ने एक केबिन में बिठाया और पूछा सर स्टार्टर में स्वीट या सॉल्टी ।
अमित ने स्वीट कहा तो वेटर चला गया।
केबिन फुल्ली ए सी था जिसमे बैठने का सिस्टम एसा था कि या तो गोद मे बेठकर खाना खा सकें या फिर सोफा था जिसके सामने की तरफ कुर्सी थी दोनों के बीच मे पतली सी पट्टी थी जिसके दोनों तरफ बेठकर खाया जा सकता था ।
वो लकड़ी की पट्टी फोल्ड करने की थी और जो गोद मे बेठकर खाने के लिए थॉडी बड़ी साइज की थी और आमने सामने बैठने पर एक फ़ीट जितनी चौड़ी थी ।हम आमने सामने बैठ गए जिसमे दोनों के पैर एक दूसरे के बीच मे टच हो रहे थे और एक दूसरे को कहीं भी छू सकते थे और इंतजार करने लगे
तभी अंदर एक म्यूजिकल रोमांटिक धुन बजने की आवाज आई और एक लड़की एक ट्रे लेकर आई।
जिसे रखकर वो लड़की बोली,-- सर आप अब स्टार्टर को एन्जॉय कर सकते है जब आपको खाना हो वो सामने बटन दबा दीजियेगा दो मिनट में आ जायेगा और आपको सर्व करने के लिए मेल या फीमेल वेटर चाहिए वो बता दीजिए।
अमित कुछ बोलता उससे पहले मेने कहा,- मेल ।
तो वो लड़की मुस्कुरा कर थैंक्स बोल के चली गयी ।
उसके जाते ही अमित ने ट्रे को उठाया उसमे पानी के अलावा एक कुल्फी और कुछ सामान था।अमित ने कुल्फी का रैपर हटाया तो उसमें एक ऐसी कुल्फी थी जिसकी दोनों साइड में डंडी थी यानी दोनों पार्टनर को एक एक हाथ से पकड़ना था और बीच मे इतना ही गैप था कि आराम से दोनों को चुसने को मिल सकता था।
अमित ने एक तरफ से पकड़ा और मुझे दुसरीं तरफ से पकड़ने को कहा मेने पकड़ा और दोनों उसको चुसने लगे दोनों के होठों के बीच मे सिर्फ कुल्फी जितना गैप था जो धीरे धीरे कम हो रहा था ।
तभी अमित ने मुझे साड़ी पिन हटाने को कहा जिसे मेने खोल दिया और साड़ी का पल्लू हटा दिया तो वो अपने दूसरे हाथ से ब्लाउज का बटन खोलने लगा जिसमे मेने भी मदद की फिर वो मेरी ब्रा के ऊपर के अंदर हाथ डालकर निपल को मसलते हुए कुल्फी चुसने लगा जो अब नाम मात्र की बची थी और दोनों के होंठ टच होने लगे थे ।
मुझे इस रेस्टोरेंट का ये सिस्टम बहुत अच्छा लगा दोनों के होंठ टच हो रहे थे अमित मेरे बूब्स को मसल रहा था मैं पूरी गर्म हो चुकी थी।
इसलिए मेने भी अपना हाथ बढ़ाकर अपनी की पेंट पर रखा और लण्ड को जीन्स के ऊपर से सहलाने लगी तभी अमित ने अपनी जीन्स की चैन खोल दी और लण्ड को बाहर निकाल दिया जिसे में प्यार से हाथ से पकड़ कर पुचकारते हुए बोली मेरा राजा बाबू बहुत परेशान हो गया था ना अब खुली हवा में अच्छा लगेगा तुझे ,
हमारी आइस क्रीम खत्म हो चुकी थी डंडी ट्रे में जा चुकी थी पर होंठ मिले हुए थे और दोनों के हाथ अपने कामों में लगे थे लगभग दस मिनट बाद अमित बोला कि कुछ खा लेते है नही तो मूवी का टाइम निकल जायेगा और उसने बटन दबा दिया ।
में अपने ब्लाउज का बटन बैंड करने के लिए हाथ ऊपर करने लगी तो अमित बोला,- थॉडी देर के लिए प्रेमिका बन जा ना यार वेटर को भी थोड़ा एन्जॉय करवा देते हैं।
मैं हंसकर ,--नॉटी बॉय और पीछे हाथ करके ब्रा खोल कर सामने रख दी फिर पल्लू कर लिया ।
अमित मेरे हाथों को किस करके ,--रेखा में तुमको समझ ही नही पा रहा हूँ कभी तुम नाराज होकर रोने लगती हो कभी ब्रा निकाल कर रख देती हो कभी मुझे कमला के हवाले कर देती हो और कभी दिनु काका के नाम पर वार्निंग दे देती हो।
मैं,--इसमें समझने वाली क्या बात है बन्द कमरे में तुम कुछ भी करो मेने तुमको रोका नही पर तुम चाहते हो कि बीच रोड पर रण्डी की तरह ट्रीट करो ये मुझे मंजूर नही ,दिनु काका की जहाँ तक बात है तुम बहुत जल्दी कर रहे थे अभी तो हमारी सेक्स लाइफ की शुरुआत हुई है और तुम अभी स्व इतने अग्रेसिव हो रहे हो कि बाद में कोई एक्साइटमेंट ही न रहे।
तभी बाहर से बेल बजी तो अमित ने कहा कम इन
एक स्मार्ट से वेटर ट्रे लेकर अंदर आया और ट्रे को टेबल पर रखा तो उसकी नज़र टेबल पर रखी मेरी ब्रा पर गयी।
उसने एक बार मेरी तरफ देखा और फिर उसको साड़ी में से नेंगे बूब्स दिखे तो पहले वाली ट्रे को उठाने लगा ।फिर वो ट्रे में से इस छोटे से कप को हाथ मे लेकर बोला सर इसको यूज़ नही किया।
अमित ,-क्या है इसमें।
वेटर ,--सर यही तो इस रेस्टोरेंट की खास चीज है अगर आप ने इसी को छोड़ दिया तो फिर यहां दुबारा किसलिए आएंगे।
अमित ,--हम लोग पहली बार आएं है इसलिए पता नही तुम बता दो ।
वेटर ,--इसको बूब्स पर लगाकर चुसने का है क्रीम है सर।
तभी अमित बोला ,--यार मुझे पता नही तुम ही लगा दो।
मेने जब ये सुना तो अमित की तरफ आंखे निकाल कर डराने जैसा इशारा किया पर अमित हँसने लगा।
वेटर ,--सर ज्यादातर कपल यही डिमांड करते है मुझे ही लगानी पड़ती है फिर उसने साड़ी हटाने को कहा तो अमित ने पल्लू खींच दिया
मेने शर्म से अपनी आंखें झुका ली पर चुत ने दो बूंद पानी की बहाकर अपनी खुशी जाहिर कर दी और मेरी दोनों बूब्स को नंगी देखने वाला एक और नाम जुड़ गया।
उसने उस कप को उठाया और एक छोटा सा चम्मच उसमे से निकाल कर उसमे वो क्रीम में डुबोयी फिर मेरी दोनों निप्पल को उस क्रीम से कवर कर दिया जब दोनों निपल को कवर कर रहा था तब दोनो निपल की लंबाई बढ़ गयी और बूब्स टाइट हो गए।
उसने जब मेरे बूब्स को नंगा देखा तो उसकी पेंट में हलचल दिखाई दी और पेंट फूलता हुआ दिखा क्योकि तीन साल से मेरी बूब्स की मसाज अलग अलग लोग कर चुके थे इसलिए दोनों बूब्स पूरे विकसित हो चुके थे और बहुत अच्छे साइज के साथ सख्त थे।
तभी अमित बोला,-- ऐसी क्रीम भाभी जी के लिए भी है क्या क्योंकि वो डिब्बा खत्म हो चुका था।
तो वेटर बोला कि काउंटर पर आर्डर देने वाले के हिसाब से क्रीम दी जाती है लगता है आर्डर आप ने किया था तभी स्वीट क्रीम सप्लाई हुई है अगर भाभी जी ऑर्डर दिया होता तो खटाई वाली क्रीम मिलती ।
अमित,--और अगर दोनों ने एक साथ आर्डर दिया होता तो ।
वेटर ,--ऐसा जनरली होता नही है लेकिन काउंटर पर बोथ बोल देना होता है ।
अमित ,--अभी अगर चांहे तो।
वेटर ,--मिल जाएगी सर ।आप तब तक एन्जॉय कीजिये में लेकर आता हूँ ।
पर अमित ने उसके सामने ही मेरी निप्पल को चूसना चालू कर दिया तो वेटर हंसते हुए बाहर चला गया।
मेरी तो हालत खराब हो रही थी शरीर के सारी गर्मी मुंह से भाप के साथ गर्म भाप की तरह निकल रही थी और मन कर रहा था नंगी होकर चुदवाने लगूँ ।
अमित ने पूरी क्रीम को पांच मिनट तक चाटकर साफ कर दी थी लेकिन फिर भी लगा हुआ था लेकिन बेल बजने से वो अलग हुआ और वेटर एक छोटा सा डिब्बा लेकर आया और रखकर जाने लगा तो
अमित ,--इसको कहाँ लगाते हैं।
वेटर ,-वो मेडम की चॉइस है पहले हमारे यहाँ फीमेल वेटर होती थी जो लगा देती थी पर कुछ लोगों के मिस बिहेव की वजह से अब ये काम भाभी जी को ही करना पड़ेगा और फिर वो एन्जॉय सर बोलकर चला गया।
में उस वेटर के बिवेव को देखकर सोच रही थी कि ये इतने हॉट सीन को छोड़कर बाहर जाने की जल्दी में क्यों रहता है फिर दिमाग मे आया कि ये दिनभर यही तो देखता होगा या फिर टॉयलेट में जाकर कुछ करने की जल्दी होगी
मैं ,-उस क्रीम को खोल कर अंगुली से टेस्ट की और बोली,-- हम्म यमी और अंगुली अमित के मुंह मे घुसाई तो अमित बोला ,--ये रेस्टोरेंट वाले भी बहुत इंटेलीजेंस लोग है सेक्स बढ़ाने में पुरूष को मीठा और लेडीज को खट्टा इंटरेस्टिंग।
में उसको दुबारा अंगुली पर लगाकर चाटने लगी तो अमित बोला ,--यार इसपर लगाकर चाट ना।
और ट्रे को साइड में रखकर टेबल को फोल्ड कर दिया
और नीचे बैठकर चमच से क्रीम निकाली और उसके लण्ड पर लगाने लगी पर उसमे इतनी ही क्रीम थी कि लण्ड की टोपी ही कवर हुई फिर डिब्बे को साइड में रखकर मेने उसको मुंह मे ले लिया ।
अमित की सांसे तेज हो गयी और वो जोर जोर से आहें भरने लग गया लगभग पांच मिनट बाद उसने मुझे रोक दिया।
में उसको प्रश्नवाचक आंखों से देखा तो उसने मेरे होठ पर किस किया और बोला ,-डार्लिंग एक बार डाउन कर दिया तो फिर घूमने का मज़ा खत्म हो जाएगा इसलिए इसको खड़ा रहने दो।
फिर उसने वापस टेबल को खोला और बोला चलो खाना खा लेते है और प्लेट को खोला जिसमे नूडल्स थे पर वो छोटे छोटे टुकड़ों में थे जो चम्मच में आसानी से उठ जाए पर मैने देखा चम्मच एक ही था तो अमित हंस कर बोला इस रेस्टोरेंट का सही नाम रखा है लव एंड फ़ूड ,देखो एक चम्मच से दोनों को आधा आधा खाना है प्यार के साथ।
दोनों ने पूरा प्लेट नूडल्स खाये और फिर कपड़े ठीक करके बेल बटन दबाया तो वही फीमेल वेटर आयी बिल लेकर अमित ने पैसे दिए तो वेटर बोली ,--कैसा था खाना सर ।
अमित ,--बहुत अच्छा था पर इसमें एक लंबा सोफ़ा होना चाहिए था।
जवाब में वेटर ने कहा कि सर फिर यहां लोग खाने नही दूसरे ही काम के लिए आने लग जाएंगे और वो हंसकर चली गयी।
हम भी बाहर आये और मूवी के लिए निकल गए
सिनेमा हॉल ऊपर 6th फ्लोर पर था जब वहां पहुंचे तो एक हिंदी मूवी का पोस्टर लगा था ।जिसका नाम मेने जब पढ़ा तो अमित से पूछा की इसमें कोई फेमस स्टार तो नही है ।
तो अमित बोला की तुमको मूवी देखने के बाद पता चल जाएगा ।तभी वो काउंटर की तरफ लेकर गया और अपना आई डी दिखाया तो दो टिकट काउंटर से मिल गयी, पर अमित ने कोई पैसा वगेरह नही दिया ।
मेने अमित से पूछा कि ये क्या तुमने पैसे तो दिए ही नही और काउंटर पर भीड़ भी नही है तो अमित बोला कि मेने नीचे जहां से कपड़े खरीदे थे वही से ऑनलाइन बुक कर लिया था ।
इसमें सिर्फ एक सो बीस लोगों के बैठने की सीट है जो ऑनलाइन ही बुक हो जाती है और ज्यादातर लोग पहले से अंदर जा चुके है बस जो बचे होंगे वही बाहर से आ रहे है इसलिए भीड़ कम है।
टिकट लेकर जब गेट पर पहुंचे तो एक आदमी ने टिकट आधा फाड़ कर रख लिया और फिर अंदर भेज दिया ।
अंदर आये तो फ़िल्म चालू होने वाली थी इसमें ज्यादातर कपलस ही थे पर हम लोगो को सीट स्क्रीन के बिल्कुल पास वाली थी।
जब मेंने वहां जाकर पीछे देखा तो अमित से बोला कि इतने पास से देखना पड़ेगा पीछे देखो लोग कैसे आराम से अलग अलग केबिन में बैठे है तो अमित बोला कि अपने को टिकट मिल गया वही उस लड़के की वजह से अगर पांच मिनट बाद बुक करते तो अगले सप्ताह का मिलता ।
और फिर स्क्रीन के पास से एक सीट के पीछे वाली लाइन में बैठ गए जिसमें एक बुजुर्ग दंपति बैठे थे जो पचास पचपन की उम्र के लग रहे थे में उस औरत के पास बैठ गयी और अमित मेरे पास बैठ गया ।
जैसे ही बैठे हॉल में अंधेरा हो गया और पिक्चर के बारे में स्क्रीन पर लिखा हुआ आने लगा कि कुल दो घंटे की मूवी है जो पंद्रह मिनट के इंटरवल के अतिरिक्त होगी कुल चार अतिरिक्त शॉट होंगे जिनकी अवधि एक घंटे की होगी ।
मेने अमित की ओर देखा तो अमित बोला ये बी ग्रेड की मूवी है जिसमें चार पोर्न क्लिप ऐड की हुई है इसलिए एन्जॉय करो यहां आने वाले सब को मालूम है कि वो क्या देखने आए है ।
जब मेरी नजर उस दम्पति पर गयी तो देखा कि वो अंकल उस मोटी आंटी के बूब्स पर हाथ फिराना चालू कर चुके है तो मैने अमित को इशारा किया तो अमित बोला कि अभी सीन चालू होने दो ,फिर देखना।
कुछ देर बाद मूवी चालू हुई पहले कुछ स्क्रीन पर नाम उभरने लगे और फिर जैसी एक बी ग्रेड फ़िल्म में होता है एक मोटी सी औरत और कुछ अन्य कलाकार अपने डायलॉग बोलने लगे जिसमे उस हीरोइन को नहाते हुए और उस के पीछे बाकी कलाकारों के डायलॉग सुनकर लगा कि अमित ने क्या सोच कर ये मूवी को चुना होगा।
क्योकि किसी भी एक्टर को अच्छी एक्टिंग नही आती थी ।लगभग आधे घण्टे में बोर होने लगी तभी उस हेरोइन का इंटिमेट सीन चालू हुआ ।
जिसमें वो एक लड़के को किस कर रही थी पर उसके बाद वो किसिंग सीन की क्वालिटी एक दम हाई डेफिनेशन वाली हो गयी और उसकी जगह एक यंग कपल दिखने लगा जिसमें हेरोइन कोई पोर्न स्टार लग रही थी।
सीन चालू होते ही हॉल में गर्म आहे सुनने को मिलने लगी और चारों तरफ नजर गयी तो देखा लोग अब फ़िल्म के साथ अपने पास बैठी हीरोइन के कपड़े उतारने में लगे थे तभी आगे से आवाज आई ,--अबे साले खोल दे। इसकी ब्रा पेंटी और चोद रण्डी को।
मेने अमित को देखा तो उसकी नजर उस आंटी पर थी जिसके बूब्स अंकल ने बाहर निकाल लिए थे ।
और अब अमित भी उनको देखकर मेरी तरफ हाथ बढ़ाकर ब्लाउज के बटन खोलने की कोशिश कर रहा था।
जब मेने देखा कि आस पास में सब के बूब्स कपड़ों से बाहर आ चुके हैं तो मेने भी अपनी साड़ी को हटाकर अपना ब्लाउज के बटन खोल दिये और पीछे से ब्रा का हुक खोलकर ब्रा को नीचे कर दिया ।
जब पास में देखा तो आंटी के बड़े बूब्स पर अंकल झुके हुए थे और वो मेरे बूब्स देख रहे थे जिनको अमित आंटी की तरफ देखकर मसल रहा था ।
जब मेरी नज़र आंटी से मिली तो वो और ज्यादा हॉट होने लगी और अंकल के कान में कुछ बोली तो अंकल ने उसके बूब्स को जोर से मसल दिया ।
अंकल लगातार मुझे ही देख रहे थे जब दोनों की नजरें टकराई तो एक कातिल मुस्कान उनके चेहरे पर दिखी जैसे वो मेरे बूब्स मसल रहे हो।
मेरी भी हालत खराब हो चुकी थी एक तो स्क्रीन पर ब्लू फिल्म चल रही थी और दुसरीं और सिनेमा हॉल में लाइव सीन चल रहे थे ।
लगभग पंद्रह मिनट के बाद सीन ख़त्म हुआ और स्क्रीन पर वापस वही बी ग्रेड वाली हेरोइन आ गयी और पांच मिनट के बाद लिखा हुआ आ गया कि दो मिनट बाद इंटरवल होगा।
मेने जल्दी से ब्रा का हुक लगाया और साड़ी को ठीक किया तब तक सब लोग अपने अपने कपड़े ठीक कर चुके थे ।तभी कुछ देर में हॉल की पूरी लाइट जलने लगी।
आंटी भी लाईट जलते ही एकदम संस्कार दिखाने लगी थी जो पांच मिनट पहले अपने बड़े बड़े बूब्स को नंगा करके चुसवा रही थी।मेने मन मे सोचा कि सब हमाम में नंगे है बस दुनिया की नजर में शरीफ दिखने के लिए नाटक करते हैं।
जैसे ही इंटरवल हुआ सब लोग टॉयलेट की तरफ दौड़ने लगे शायद सिनेमाघर के मालिकों को भी पता था कि सब लोग एक बार टॉयलेट जरूर जाएंगे इसलिए पंद्रह मिनट का लंबा गेप रखा था ।
में भी काफी देर से पेशाब रोक कर बैठी थी इसलिए खड़ी हुई तो अमित ने मेरा हाथ पकड़कर बाहर ले जाने लगा ।
पीछे पीछे दोनों अंकल आंटी भी आ रहे थे बाहर जिस तरफ टॉयलेट ब्लॉक था वहां निकलते ही दो विपरीत दिशाओं में लेडिस जेंट्स लिखा था इसलिए अमित जेंट्स साइड में चला गया और में लेडीज साइड में जाने लगी तो पीछे से आंटी ने मुझे आवाज लगाई।
आंटी ,--रुको बेटी क्या नाम है तुम्हारा।
मैं रूक कर ,--जी आंटी रेखा।
आंटी ,--मेरा नाम मीना है तुम्हारे बूब्स बहुत शानदार है कितने दिन हुए शादी को।
में ,--आंटी एक महीना हुआ है ।
आंटी ,--पर लगता नही है कि एक महीने में ऐसे हुए होंगे।
मैं ,--अब आंटी शादी से पहले भी तो आजकल कहाँ बचे रहते है।
आंटी ,--वो तो है ही अभी मेरी ही बहु को देख लो शादी से पहले बेटे से सबकुछ करवा चुकी थी।
मैं ,--तो उसके बूब्स ऐसे नही है क्या।।
आंटी ,-ऐसे बूब्स किस्मत वाले को ही चुसने को मिलते है पुर राउंड और शख्त ।
मैं शरमाते हुए ,--क्या आंटी आप भी, आप से तो आधे भी नही है मुझे तो बड़े बूब्स चाहिए पर होते ही नही।
आंटी ,--बस इतनी सी बात तेरे अंकल को बूब्स बढ़ाने की मसाज आती है अभी एक घंटे की मूवी बाकी है बोलो तो करवा देती हूं तेरे भी बढ़ जाएंगे और वो अपनी साड़ी को ऊपर करके खुली नाली के पास मूतने बैठ गयी ।उसने ना ब्रा पहनी थी और पेंटी भी गायब थी।
मेरी तो हालत खराब हो गयी उस समय टॉयलेट लड़कियो और औरतों से भरा था सब इंतज़ार कर रही थी और आंटी की बडी गाँड को देखकर हंस रही थी।
तभी एक टॉयलेट ख़ाली हुआ तो में उसमे घुस कर पेशाब करने लगी जो पीले रंग में सफेद रंग से मिक्स होकर निकल रहा था ।
पेशाब करने के बाद मेने भी अपनी पैंटी और ब्रा को खोल कर पर्स में डाल लिया था कि जब एन्जॉय करना है तो पूरा ही किया जाए।
जब वापस बाहर आई तो आंटी फिर से पीछे लग गयी और बोली ,--तुमने जवाब नही दिया।
में ,--पर मेरा पति मेरे साथ मे है उनके सामने में कुछ नही करूँगी।
तभी बाहर आये तो अमित खड़ा था जिसके साथ वो अंकल भी खड़े थे ।अंकल ने आंटी को आंख मारी जो मेने भी देख ली पर आंटी ने क्या इशारा किया वो में समझ नही पाई ।हां, अंकल के इशारे का मतलब था कि अमित राजी हो गया है ।
तभी अमित मेरा हाथ पकड़कर साइड में ले गया और कोल्ड ड्रिंक जो खुद पी रहा था मुझे देकर पीने का इशारा किया और बोला ,--रेखा प्लीज तुम नाराज न हो तो एक रिकवेस्ट करूँ।
में ,--ऐसी क्या बात है जो रिकवेस्ट करनी पड़ रही है।
अमित ,--मुझे उस आंटी की बड़ी गाँड चाटनी है ।
में,--तो चाट लो मुझे दिक्कत नही है।
अमित ,--पर तुमको उन अंकल को फसा के रखना होगा ।
मैं ,--पर अगर उन्होंने मुझे छेड़ा तो ।
अमित ,--तभी तो रिकवेस्ट कर रहा हूँ ।
मेने जवाब नही दिया तो अमित परेशान हो गया ओर बोला डार्लिंग हां या ना कुछ तो बोलो।
मे उसके गाल पर प्यार से चपत लगाकर ,-- तुमको अपनी बीबी के लिए बूढ़े ही क्यों मिलते हैं।
और मन मे सोचने लगी रेखा तेरे बूब्स को ये बुड्ढे ही क्यों मिल रहे है शादी के बाद दूसरा बूढा तेरे इन नाजुक बूब्स को रगड़ेंगा और ये जल्द ही इनको पूरा फुला देंगे।
अमित ने जल्दी से मेरे होठो पर एक फ़ास्ट किस किया फिर थैंक्स डार्लिंग बोला और हाथ पकड़कर वापस हॉल में आ गया।
हॉल में आते ही दोनों ने सीट बदल ली अब अमित की जगह अंकल ने ले ली औऱ अंकल की जगह अमित चला गया पर हम दोनों औरतों को सैम जगह पर बैठना पड़ा,।
अब दोनों के बीच मे दोनों हसीनाएं बैठी थी मेरे बगल में अंकल और आंटी के पास अमित बैठा था।
स्क्रीन पर कुछ ऐड चालू हो गए थे और शायद चारों को फ़िल्म स्टार्ट होने का इंतजार था।