Episode 14
अंदर आकर डिल्डो निकाला ही था कि फोन बजने लगा फोन उठाया तो देखा अमित था फोन पर ।
फोन उठाते ही।
अमित ,--डार्लिंग तुमने कैमरे का पासवर्ड बदल दिया है क्या ।
मैं,--हां, वो तो कल ही बदल दिया था।
अमित ,--क्यों ।
में ,--तुम इंजीनियर हो तुमको नही पता क्या वो पासवर्ड विकी ने बनाया था वो देख नही लेगा क्या।
अमित ,--अरे यार हम लोग की कंपनी ऐसा नही करती है मुझे याद था लेकिन भूल गया अच्छा किया तुमने बदल दिया अब मुझे तो बता दो नया पासवर्ड ।
में ,--ठीक है मेने वॉट्सएप्प पर भेज दिया देख लो ।
अमित,--रुको में चेक करता हूँ और फिर वो कुछ देर बाद बोला ,--ये कैसा पासवर्ड है इसको याद कैसे रखेंगे।
मैं ,--इसको याद रखना बहुत आसान है एक बार बोल कर देखो ।
अमित ,-अमितगन्दू ।
में ,--ठीक से पढ़ो अमित गांडू है उसका पासवर्ड।
अमित ,--तुमको दूसरा कुछ नही सुझा।
में,--सही तो है तुम उसमे अपनी बीबी को देखकर गाँड में अंगुली ही तो करोगे ।
अमित ,--पर वो तो .............फिर कुछ रूककर बोला देखो मेने वॉट्सएप्प पर नया पासवर्ड भेजा है वो कैसा रहेगा।
मेने वाट्सएप चेक किया और पढ़ने लगी रेखारन्दी जिसे अमित भी सुन रहा था ।
अमित ,--अब तुम ठीक से पढ़ो रेखा रंडी है वो।
मैं ,--पर में कोई रण्डी नही हूँ , पर हां तुम जरूर गांडू हो जो अपनी ब्याहता बीबी को वेश्या बनाने पर तुले हो।
अमित ,--तुम गलत सोचती हो मेने पहले भी कहा था एन्जॉय का मतलब ये नही है कि तुम अपने आप को वेश्या कहो ।ये बार बार एक ही बात को बोलकर तुम मुझे नीचे गिराने का काम मत किया करो।
मैं ,--शुरुआत तुमने ही कि थी कि सेक्स की किसी बात को लेकर नाराज नही होंगे।
अमित ,--साली एन्जॉय और वेश्यावृत्ति में फर्क होता है में कोनसा तुम्हारी चमड़ी बेचकर दमडी खाने की बोला जो ऐसा बोलती हो।
मैं ,--तुम तो खा भी चुके और आगे भी खाना पड़ सकता है।
अमित ,--क्या मतलब हुआ इस बात का।
मैं ,--कल पिज्जा नही खाया क्या फ्री में ,वो वेटर तुम्हारी बीबी के बूब्स देखकर मूठ मारने के बदले देकर गया नही था क्या ।
अमित ,--अगर ऐसी बात है तो फिर आज से तुमको रण्डी नही वेश्या ही बोलूंगा ।
मैं,--तू साला है ही गांडू ,देख ना में तेरी बहन को वेश्या बनाउंगी और वो पैसे तुझे देकर बोलूंगी की ले दले अपनी बहन की चुत की कमाई खा।
अमित ,--तू जो भी कर पर बातें तेरी बहुत मजेदार होती है ।लण्ड को पूरा झड़ने के करीब ला दिया।
मैं,--ठीक है गांडू कैमरे में देख तेरी बीबी भी पूरी चुदास हो चुकी है अब डिल्डो डालकर ठंडा होना पड़ेगा।
अमित ,--क्या बात है सुबह सुबह गरम कैसे हो गयी जो डिल्डो की जरूरत पड़ गयी।
मैं ,--तेरी वो कमला बहन ने कर दिया साली ट्रेंनिंग के नाम पर नंगा करवा कर गरम् कर दी और फिर भाग गई।
अमित ,-- ऐसा क्या किया उसने।
में,--उसने पार्लर में काम किया था तो उसे मालूम है कि एक आदमी की जेब से पैसे कैसे ज्यादा से ज्यादा निकलवाये जाय इसलिए तरीका बता रही थी।
अमित हंसते हुए ,--तो सिख लो काम आएगा लेकिन मैं नही देख पाया उसने कैसे नंगा किया होगा।
मैं ,--साले तुझे तो किसी कोठे वाली से शादी करनी चाहिए थी जो कमाकर खिलाती और तू उसके लिए ग्राहक लेकर आता ।
अमित ,--वाह ,यार मज़ा आ जाता फिर तो।
मैं ,--तू पक्का चूतिया है लगता है सरजू ने किसी भड़वे का बीज डलवाया होगा अपनी चुत में ,तभी तेरे जैसी औलाद पैदा हुई है ।
अमित ,--तो तूझे कोई परेशानी है क्या, औरत को भोजन और चोदन पूरा मिलना चाहिए वो तो तुझे मिल रहा है अगर चोदन में कमी लगती है तो मेरी तरफ से खुल्ली छूट है तुमको।
मैं ,--ठीक है जाकर अपना पानी बाथरूम में गिरा ले नही तो कपड़े खराब कर लेगा। मुझे भी डिल्डो डालकर ठंडा होने दे बहुत गर्म हो गयी।
अमित ,--तो बुला ले दीनू काका को अभी तेरी चुत को ठंडा कर देगा ।
मैं ,-अहह......उसका लण्ड देखा है ना कितना बड़ा है मेरी चुत को फाड़कर भोसड़ा बना देगा फिर मूठ मारते रहना जिंदगी भर ।
अमित ,--ऐसा कुछ नही होता चुत थॉडी देर के लिए बड़ी हो जाती है फिर वापस उसी सेप में आ जाती है नही तो बच्चा होने के बाद किसी औरत को चोदना संभव ही नही होता।
मैं ,--तू मुझे गलत राह मत दिखा नही तो फिर दीनू काका अपनी रखैल बना लिया तो तेरी कोई जरूरत नही पड़ेगी।
अमित ,--तो बन जा ना मुझे तो अपनी चुदाई दिखा देना और कभी कभी तेरी इच्छा हो तो चुदवा लेना।
मैं ,--साला तू पक्का हरामी है घर आ शाम को तेरी गाँड में बेलन घुसाकर फाड़ती हूँ तभी तो सुधरेगा ।
और फिर हंसते हुए फोन काट दिया।
फोन काट कर डिल्डो चुत में डाला और फिर बाथरूम में जाकर शॉवर चालू किया और चुत में डिल्डो डाले ही नहाने लगी ।
आज पहली बार कोई मुझे लाइव डिल्डो करते हुए देख रहा था इसलिए कुछ देर में चुत ने पानी छोड़ दिया और काफी देर तक झड़ती रही जब पूरी चुत खाली हो गयी तो कैमरे की तरफ देखकर आंख मारी और तोलिये से पोंछ कर बाहर आई और बिस्तर पर गिरकर सो गई।
दोपहर को मेरी नींद फोन की घंटी से टूटी उठकर देखा तो रीता थी ।मेने वाई फाई से सिंगल्स का स्विच ऑफ किया ताकि अमित ऑनलाइन नही देख सके और फोन उठाया,
रीता ,--हेलो डार्लिंग।
मैं ,--बोलो तुम दोनों भाई बहन ने मुझे डार्लिंग बना लिया है क्या।
रीता ,--अरे यार तुम एकदम मस्त औरत हो मज़ा आता है बात करने में।
मैं ,--मस्त का क्या मतलब हुआ रात भर भैया परेशान कर और दिन में बहन ।
रीता ,--तो नही करना चाहिए क्या ,तेरे जैसी मस्त आइटम को तो दिन रात प्यार करना चाहिए।
मैं ,--बहुत सयानी हो गयी चार ही दिन में।
रीता ,--सयानी हुए तो 4 साल हो गए पर सयानापन तो तुमने सिखाया है।
मैं,--ठीक है अब दोस्ती खत्म ,नही तो तू मुझे बदनाम करवा देगी की भाभी ने बिगाड़ा है।
रीता ,--वो तो है ही पर ये ननद अपनी भाभी को बदनाम नही उसके गुण गायेगी की ननद को ट्रेंड करने के अलावा उसकी चिंता भी अपनी छोटी बहन जैसे करती है।
मैं ,--साली ये बोलो ना कि चुत में अंगुली करने के तरीके सिखाती है ।
रीता ,--तो कोई उपाय कर दो जिससे अंगुली नही करनी पड़े।
मैं ,--तो बोल दो अपने पापा को की जल्दी से लण्ड का इंतजाम करवा दे।
रीता ,- ये अगर बोल सकती तो तुमको फोन थोड़े ही करती सीधे जाके बोल देती।
मैं ,--क्या बोलती की पापा मेरी चुत अब चुदने लायक हो गयी किसी बड़े से लण्ड वाले से शादी करवा दो।
रीता ,--तुम भी कितना मज़ाक करती हो जिस काम के लिए फोन किया वो तो भुला ही दिया ।
मैं ,--किस काम के लिए किया था ।
रीता ,--मेने अभी मम्मी की आलमारी चेक की है ।
में ,--क्यों मम्मी कही गयी हुई है क्या ।
रीता ,--बाजार गयी है शायद ।
में ,--शायद क्यों।
रीता ,--बोल के नही गयी बस इतना बोली कि थॉडी देर में आ रही हूँ।
मैं ,--तो तुमको समझ में नही आया क्या पहन के गयी है और ऐसे ही पड़ोस में गयी है या फिर बेग लेकर गयी है समान लाने।
रीता ,--अरे गयी तो तैयार होकर ही है पर बेग नही लिया पर्स जरूर था हाथ मे, हां पर नई साड़ी पहनी थी और सुंदर लग रही थी।
में मन में सोचने लगी कि जरूर किसी से चुदवाने गयी होगी तभी लेट से नहाई होंगी जिससे झांट वगेरह साफ करके तैयार हुई होगी और फिर मैकअप करके गयी है जिससे उसका यार जाते ही घोडी बना ले और फिर इस ने पूछा नही होगा अगर पूछती तो सत्संग या बाजार का बहाना बना देती।
रीता ,--क्या हुआ ।
मैं ,--अब तुम बोलोगी तब ना, कि अलमारी में क्या मिला ।
रीता ,--अलमारी में बहुत सारी सी डी पड़ी है जिन पर नाम नही लिखा है कुछ कंडोम थे दो तीन तरह के और एक किताब पड़ी है जिसमे न्यूड पिक्चर्स है ।
में ,--इसके अलावा कुछ नही है।
रीता ,--और तो कुछ नही है बस ब्रा पेंटी बहुत सारी है अलग अलग डिजाइन की।
मे मन मे फिर से सोचने लगी कि ब्रा पेंटी बहुत सारी होने का मतलब है कि जिस से चुदवाती होगी वो बहुत रंगीन मिज़ाज़ आदमी होगा जो रोज नई डिजाइन की ब्रा पेंटी पहनकर आने को बोलता होगा और सी डी जरूर पोर्न की होगी तभी बिना नाम की है और वो जरूर बैंगन या खीरा चुत में डालती होगी इसलिए डिल्डो नही मिला ।
मैं ,--चल ठीक है में सोचती हूँ।
रीता ,--जल्दी सोचना।
मैं ,--क्यों आज ही चुदने का मन है क्या।
रीता ,--नही इतनी भी जल्दी नही है ।
में ,--तेरी उम्र कितनी हो गयी ।
रीता ,--लगभग साढ़े बाइस साल।
में ,--तो अब क्या कुछ ही दिन में चुत में कांटे चुभने लग गए क्या जो एक आध महीना नही रुक सकती ।
रीता ,--अरे यार ये मेने कब कहा।
में ,--शादी शुदा से चुदवाएगी क्या।
रीता ,--कहीं तुम अमित भैया की बात तो नही कर रही हो।
में ,--तुमको अमित से चुदवाउंगी तो में क्या अंगुली डालूंगी क्या , अगर तुम चाहो तो मेरा एक दोस्त है ।
रीता ,--ठीक है कुछ समय दो सोचने का फिर बताती हूँ।
में ,--कोई जल्दी नही है आराम से बता देना ।
और फिर उसको बाय करके फोन काट दिया।
फोन काट कर मेने ड्रेस वाला बेग निकाला फिर देखने लगी कि क्या पहनूँ तभी मेने सोचा घर पर तो कोई है नही तो क्यों ना ये स्कर्ट और कमीज पहनूँ ।
इसलिए ब्रा पेंटी पहनने के बाद स्कर्ट और कमीज पहन लिया ।कमीज थॉडी टाइट थी बूब्स पर लेकिन ऊपर का एक बटन खोल कर देखा तो सही आ गयी ।लेकिन स्कर्ट के ऊपर ही खत्म हो जा रही थी और नीचे बटन नही होने से नाभि दिख रही थी, फिर स्कर्ट को देखा जो गाँड को कवर करने के साथ थॉडी सी झांघे कवर किये था ,।
जब ड्रेसिंग के सामने खड़ी हुई तो मुझे विस्वास नही हुआ कि ये में हूँ, ऐसा लग रहा था जैसे कोई कॉलेज गर्ल हूँ ।
फिर मेने सोचा कि क्यों ना बिना सिंदूर लगाए मैकअप करूं और अपना मंगल सूत्र निकाल कर बालों को खोल दिया फिर लिपस्टिक और काजल लगाया और खुद को देखा तो खुद को एक कॉलेज गर्ल जैसी फिलिंग मन में आई और फोन से कुछ सेल्फी लेकर सब को भेजी अमित के अलावा और कुछ खाने को किचन में आ गई ।
अपने लिए मैगी बनाई और सोफ़े पर बैठकर खाने लगी और जब मैगी खत्म हुई तो बेल बजी।
मेने सोचा इस ड्रेस में खोलू या नही तभी मन मे आया कि अपना घर है और अमित खुद चाहता है तो क्यों डरूं ।
और बाहर जाकर गेट खोला तो सामने सीमा खड़ी थी अपने बेटे को गोद मे लिए।
उसने देखते ही बोला ,--रेखा नही है क्या ।
मैं ,--कोन रेखा।
सीमा मुझे ऊपर से नीचे तक देखी और बोली ,--आवाज तो वही है पर लग नही रही तुम रेखा की छोटी बहन हो क्या।
मेने गेट बंद किया और जोर से हँसने लगी फिर बोली ,--क्यों में रेखा नही हो सकती क्या ।
सीमा ने सोफ़े पर अपने बेटे को सुलाया फिर एक बार फिर से युझे ऊपर से नीचे तक देखा और बोली ,--यार ना मांग में सिंदूर ,ना मंगलसूत्र और फिर स्कर्ट, में तो अभी भी कन्फ्यूज हूँ कि तुम ही रेखा हो जिसको साड़ी के सिवॉय किसी दुसरीं ड्रेस में देखा ही नही।
मैं ,--अब देख लिया ना।
सीमा ,--हम्म, पर विस्वास नही हो रहा ऐसा लग रहा है जैसे कोई कॉलेज गर्ल हो और फिर तुम्हारी कमर भी तो इतनी बडी नही है मस्त लग रही हो ।
में ,--यार वो संडे को अमित ने जबरदस्ती खरीद ली वो भी मेरे पीठ पीछे, तो सोचा अभी अकेली हूँ पहन का देखती हूँ ।
सीमा ,--देख ले और एक कॉलेज बैग टांग ले फिर उसने मेरे कमीज का एक ऊपर का बटन खोला और बोली ऐसे चली जा किसी कॉलेज में सारे लड़के तुमको देख कर सिटीयां बजाने लगेंगे और टीचर तो तुमको फ्री कोचिंग दे देंगे ।
मैं ,--बस बहुत मक्खन लगा लिया अब बैठ भी जा कितनी देर खड़ी रहेगी।
सीमा ,--रुक एक फोटो ले लूं इस लड़की की।
मैं ,--रूक मेरे फोन से लो में भी देखूं कैसी लग रही हूँ।
सीमा ,--ठीक है ला दे।
फिर उसने मेरी फोटो ली और बोली कि कुर्सी पर बैठ और जब कुर्सी पर बैठी तो फोटो लेकर बोली मस्त साइज लिया है स्कर्ट का अगर एक इंच कम होता तो तेरी पेंटी दिखने लगती ।
में उठने लगी तो बोली रूक कोई बुक हाथ मे पकड़ फिर जो देखेगा वो बोलेगा की कोई मेट्रिक की छात्रा होगी ।फिर पास में पड़ी अमित की डायरी मुझे पकड़ाई और फोटो लेने लगी ।
जब उसने मुझे फोन दिया तो में खुद हैरान हो गयी कि में हर एंगल से एक कॉलेजी छात्रा की तरह लग रही थी और में अपने आप को खोज रही थी जो शादीशुदा है और पिछले तीन साल से ज्यादा टाइम से चार लण्ड इस चुत और गाँड में ले चुकी बस बूब्स थोड़े से बड़े थे जो किसी किसी के बिना मसलवाये भी होते है ।
मेने उसमे से दो फोटो अमित को भेजे और फिर सोफ़े पर सीमा के पास बैठ गयी।
मैं ,--तुम क्या पियोगी चाय या कॉफी।
सीमा ,--देखो आज के बाद दुबारा ये मत पूछना में कोई दूर से चलकर आयी हूँ क्या, जो फॉरमैलिटी पूरा कर रही हो अपना घर है जब जरूरत होगी बोल दूँगी, नही तो खुद ले लुंगी अभी कमला होती तो बात अलग थी लेकिन तुम किचन में जाओगी और में अकेली बैठी रहूंगी ।
मैं ,-ठीक है आज कैसे आना हुआ वो भी तनु को लेकर पहली बार।
सीमा ,--तुम्हारी वजह से ही आयी हूँ।
मैं ,--मेरी वजह से क्यों ।
सीमा ,--पता नही कमला तुमको क्या ट्रेनिंग दे रही है पूरी गरम थी मेरे को रिकवेस्ट करने लगी कि मुझे दीनू काका से चुदवा दो ।
मैं ,--तो वो खुद ही चली जाती उनके पास।
सीमा,--अरे वो पूरी चुड़कड है और दिनु काका भाव खाता है इसलिये मुझे बुलाना पड़ा दीनू काका को।
मैं ,--तो तुमको क्या जरूरत थी ऊपर आने की।
सीमा ,--दोनों ने पूरा घर सर पर उठा रखा होगा फिर मेरी भी इच्छा हो जाती ।
में ,--तो तुम भी लग जाती।
सीमा ,--पर वो कुछ बाकी छोड़ती तब ना वो अकेली ही दिनु काका को चूस लेती तो में क्या खाती इसलिये सोचा कि दोनों को छोड़कर चलती हूँ ऊपर और फिर तनु भी रोने लगता तो बीच मे डिस्टर्ब होता इसलिए साथ ले आयी कि यहां सो जाएगा।
मै ,--चलो अच्छा किया में भी अकेली बोर हो जाती हूं ।
तभी सीमा की नजर मेरे स्कर्ट पर गयी और बोली ,--यार मानना पड़ेगा अमित की पसंद को क्या स्कर्ट खरीदा है थोड़ा। सा हिलते ही पेंटी दिखने लगती है ।
मेंने झुक कर देखा तो पेंटी में से चुत का पूरा सेप दिख रहा था इसलिए स्कर्ट ठीक करने लगी तो सीमा बोली ,--क्या यार मुझे तो पूरा चुदवाते देख लिया और खुद शरमा रही हो ,बी कूल।
तभी फोन बजने लगा जिसपर जानू डिसप्ले हो रहा था जिसे देखकर सीमा बोली,-- ले लो पर जल्दी से निपटा देना।
मेने फोन उठाया और वाई फाई ऑन करके हेलो बोलकर टॉयलेट में आ गयी।
अमित ,-वाह यार क्या मस्त लग रही हो स्कर्ट में मज़ा आ गया वैसे ये फोटो किसने ली।
में पेंटी नीचे करके कमोड पर पेशाब करते हुए बोली ,--जिसकी चुत देखने को तू मरा जा रहा है।
अमित ,--कोन सीमा।
मैं ,--हां वही ।
अमित ,--मज़े की बात सुनो विक्की बोल रहा है कि ये भाभी की छोटी बहन है कल भाभी ने झूठ बोला है और मेरे पीछे पड़ा है कि शादी की बात करो ।
मैं ,--तो कर लो ना।
अमित ,--क्या कर लूँ इतनी देर से समझा रहा हूँ पर बोल रहा है कि ये भाभी हो ही नही सकती ,इतनी देर से दिमाग खाये जा रहा है तुम भी तो बिना मांग भरे फ़ोटो भेज दी अब बोल रहा है कि मुझे एक बार भाभी से मिलवाओ तब मानूंगा ।
मैं जोर से हंसते हुए ,--तुम झूठे हो उसको बरगला रहे हो ।
अमित ,--ठीक है मगर ध्यान रखना अगर उसने तुमको इस ड्रेस में बाहर देख लिया तो पकड़ लेगा।
मैं ,--मस्त लड़का है पर छोड़ो उसको तुमको फुरसत है क्या अभी ।
अमित ,--हम्म ,बोलो कुछ काम है क्या।
मैं ,--सीमा आयी हुई है देखना है क्या।
अमित ,-अरे नेकी और पूछ ,में केमरा देखता हूँ और उसने तुरंत कॉल काट दी।
मेरी भी हंसी छूट गयी और जल्दी से बाहर आई।
सीमा सोफ़े पर बैठी थी उसने कहा ,-थेंक्स यार।
मैं ,-वो किसलिए।
सीमा ,--अरे मेरी वजह से तुमने इतनी जल्दी बात कर ली नही तो तुम्हारी फोटो देखकर वो इतना जल्द थॉडी ही छोड़ देता।
मैं आकर सोफ़े पर बैठ गयी लेकिन इस बार जानबूझकर इस तरीके से बैठी की उसको पूरी पेंटी दिखाई दे।
सीमा ,-इस स्कर्ट को क्यों पहने हो जब पेंटी पूरी दिख रही है।
में,--तो अब खोल थोड़े ही दूं जिसने दिलवाई उसके आने तक पहन के रखना पड़ेगा ना।
सीमा ,- तो उसके आने से पहले पहन लेना ।
मैं ,--तो क्या नंगी रहूं तब तक।
सीमा ,--तो यार अब मुझसे भी पर्दा है क्या तूने तो मुझे वो करते देखा है जो अगर तू अमित को बोल दे तो वो पूरे शहर में बदनाम कर देगा।
मैं ,--छोड़ ना यार अब अमित का पीछा अब वो समझ चुका की किसी की पर्सनल लाइफ में नही घुसना चाहिए और तुम ने मुझ पर इतना विस्वास किया वो हर कोई नही कर सकता पर शर्म भी कोई चीज होती है।
इतना सुनते ही सीमा खड़ी हुई और अपना गाउन खोल कर फेंक दिया और सिर्फ पेंटी में बैठ गयी।
तभी मुझे भी याद आया कि वो ब्रा तो पहनती ही नही है बस गाउन ही ऐसा था कि अंदर कुछ नही दिखता था सीमा की बड़ी बड़ी चूची मुझे आकर्षक लग रही थी और मेरे को एक बार फिर से याद दिला रही थी कि मुझे मसाज जल्द शुरू करवानी चाहिए।
सीमा ,-अब तो शर्म नहो आएगी या पेंटी भी खोलूं।
मेरी तो हालत खराब हो गयी और कमला की बात याद आयी कि शरम को कैसे सीमा उतार कर फेंक देती है उस दिन भी कैसे बेशर्मी से चुदवा रही थी और आज भी गाउन खोलने से पहले एक मिनट नही सोचा ।
ये तो उसको पता नही की उसके बूब्स को अमित देख रहा होगा अगर इसको पता चलेगा तो क्या सोचेगी मेरे बारे में लेकिन फिर सोचा कि ये खुद नंगी हुई है में क्या कर सकती हूँ ।
अब मेरी बारी थी इसलिए बोली ,--पर नंगी जरूरी है क्या ।
सीमा ,-- अरे यार तेरे पास वो स्ट्रैपलेस डिल्डो है ना चल थोड़ा मज़ा करते है उस दिन कमला को बहुत चोदा था आज मुझे ठंडा कर दे।
मैं ,--ठीक है चलो बैडरूम में फिर औऱ उसके बूब्स को चूमने लगी जिससे सीमा की आह निकल गयी और वो बोली चल मुझे भी तेरे इन अनारों को चूसना है।
बेडरूम में आते ही सीमा मेरे ऊपर टूट पड़ी पहले नंगी किया फिर बूब्स को मुंह मे भरकर ऐसे चूसना शुरू किया जैसे दूध निकाल कर ही छोड़ेगी.।
मैं ,--चीखते हुए सीमा प्लीज छोड़ दो इनमें अभी दूध नही आएगा।
सीमा ,--तो डलवा ना अमित से बीज फिर देखना दूध की तो नदी बहेगी ।
मैं,--आह...........रूक जा प्लीज यार।
पर सीमा का रुकने का मूड नही लगता देख मेने भी उसके बूब्स को पकड़ लिया और कस के भींचने लगी जिससे सीमा की चीख निकल गयी और उसके हाथ की पकड़ ढीली हो गयी ।
मेने कैमरे की तरफ देखकर आंख मारी और फिर सीमा की पेंटी को नीचे खींचना चालू कर दिया ।
सीमा ने अपनी पेंटी को पैरों से निकाल कर दूर किया और बिस्तर पर गिर गयी और बोली ,-अब निकाल ना डिल्डो बर्दाश्त नही हो रहा ।
मैं भी पूरी गरम थी सुबह डिल्डो घुसाने के बाद चुत एक बार फिर से भट्टी की तरह तप रही थी ।
इसलिये आलमीरा खोली और डिल्डो निकाल कर लायी और उसको देखने लगी उसमे एक साइड में सिर्फ पांच इन्च का डिल्डो था पर दुसरीं और लगभग साढ़े छह इंच का था।
पर मुझे इस पांच इंच वाली साइड को ही चुत में डालकर सीमा को चोदना था इसलिए मुझे अफसोस हो रहा था कि मेने वो बड़ा साइज वाला लेना चाहिए था।
लेकिन फिर वाइब्रेसन का याद आया तो सोचा चलो एक बार देखूं तो सही उस दिन कमला बहुत तारीफ कर रही थी इसकी।
और फिर उसको एक साइड से चुत में डालकर कमर से बांध लिया और बेड पर चढ़ गई।
फिर उसको सीमा की चुत में डाला जो एक ही घक्के में पूरा घुस गया और एक बार बाहर करके वाइब्रेशन वाला बटन ऑन किया तो गजब का सेन्सेसन चुत में हुआ और जब सीमा की चुत में डाला तो सीमा पूरी गनगना गयी ।
और बोली ,--इसमें वाइब्रेशन बहुत गजब का होता है पूरे शरीर को झनझना देता है ।
में भी उसके ऊपर गिर गयी और उसके होंठो पर होठ रखकर चुसने लगी।वाइब्रेशन की वजह से दोनों को बिना कुछ किये ही चुदने जैसा मजा आ रहा था।
कुछ देर बाद सीमा को चोदना चालू किया तो सीमा चीखना चालू कर दी क्योंकि वाइब्रेशन के साथ डिल्डो उसको डबल मज़ा दे रहा था ।पांच सात मिनट बाद सीधा जोर से चीखते हुए झड़ने लगी।
पर में अभी झड़ी नही थी इसलिए उसके ऊपर से उठकर वाइब्रेशन वाला स्विच को बंद की और बोली ,--तुम तो बहुत जल्द पस्त हो गयी।
तो सीमा बोली कि वो काफी देर से गरम थी इसलिए जल्दी आ गयी मेने उसको घोडी बनने को कहा तो वो मेरी आँखों मे देखकर मुस्कुरा ने लगी और बोली ,--क्यो मेरी गाँड मारने का मन है क्या ।
मैं,--अब जब तू मेरे को गरम कर दी तो में भी तुझे बिना झड़े तुझे थॉडी छोड़ने वाली हूँ ।
वो भी तुरन्त घोडी बनकर बोली कि अब तेरे घर पर हूँ तेरी मर्जी है तू जो बोलेगी वो करना ही पड़ेगा ।
मेने उसकी गाँड में डिल्डो घुसाया जो उसकी चुत के पानी से पूरा चिकना हो चुका था इसलिए उसको कोई दर्द नही हुआ और पूरा आराम से घुस गया फिर अपने हाथ से उसकी चुत के दाने को पकड़ लिया और मसलते हुए गाँड मारने लगी जिससे वो फिर से सिसयाने लगी और मेने भी दस मिनट तक जम कर गाँड मारने के बाद डिल्डो निकाला।
फिर वाइब्रेशन चालू करके चुत मारना चालू किया और बीच बीच मे बूब्स को मसलती हुई चोदने लगी।
सीमा सिसकारी लेते हुए ,--रेखा तू तो बहुत गर्म औरत है जो मुझे दुसरीं बार मुझे झड़ने के करीब लेकर आ गयी पर तुम पहली बार भी नही आई।
मैं हांपते हुए,--आज पहली बार किसी को चोद रही हूं और ये डिल्डो भी एक साइड से छोटा है इसलिए देर हो गयी अब में भी आ रही हूँ।
और फिर चार पांच करारे शॉट मारकर झड़ने लगी शायद सीमा भी दुसरीं बार झड़ गयी थी इसलिए वो भी उसी तरह बिस्तर पर लंबी हो गयी औऱ में भी उल्टा होकर बिस्तर पर अपनी साँसों को कंट्रोल करने में लग गयी।
थॉडी देर बाद जब नॉर्मल हुई तो उठकर बाथरूम गयी और डिल्डो को खोलकर पानी से साफ किया जो दोनों के चुत रस से पूरा भीगा हुआ था और साफ करके बाहर आकर वाई फाई को बंद किया ।
सीमा मेरी तरफ देख रही थी पर वो ये कहां समझती की मेरे एक स्विच को बन्द करने से क्या फर्क पड़ने वाला था ।
लेकिन मुझे पता था कि अमित अब तक खलास होकर केमरा देखना छोड़ चुका होगा और उसका बरसों का सपना पूरा हो गया होगा जो उसने सीमा को नंगा देखने का देखा होगा ।
मेने वापस अपने कपड़े पहनना चालू किये जो इधर उधर बिखरे पड़े थे फिर वापस कमीज स्कर्ट पहनकर मैकअप दुरस्त किया।
और सीमा को बोली ,--अब तो कपड़े पहन लो या अभी भी प्यास नही भुजी है।
सीमा ,--तूने सारा पानी तो खाली कर दिया ऐसा लग रहा है कि शरीर मे कुछ बचा ही नही, ये वाइब्रेंसन की वजह से एक एक बूंद पानी की रिष कर बाहर आ गयी है , शरीर हल्का हो गया लगता है जैसे चार पांच लोगों ने मिलकर चोदा हो।
मैं ,--चल अब कपड़े पहन लो ,में कॉफी बनाती हूँ और कुछ खाने को देती हूं जिससे तुझमे कुछ एनर्जी आएगी ।
फिर बाहर आकर किचन में चली गयी और कॉफी और स्नेक्स लेकर बाहर आई तो सीमा गाउन पहनकर सोफ़े पर बैठी थी।
दोनों कॉफी पी रही थी तभी सीमा का फोन बजने लगा जब स्क्रीन पर देखा तो नाम डिसप्ले हो रहा था।" रांड बाज़ "
जब सीमा को देखा तो मुस्करा कर बोली ,--लगता है रमेश को नई रांड मिल गयी है चोदने को।
में ,--पर ये क्या नाम सेव कर रखा है रमेश भैया का।
सीमा ,--उसके पास दो सिम है जब पर्सनल बात करनी होती है या गरम होता है तो इसी सिम से कॉल करता है ।
मैं ,--तो कर लो बात ,मेरे सामने नही करनी तो उधर रूम में जाकर कर लो।
सीमा ,--तुमसे क्या पर्दा है जो अलग जाकर बात करूं।और फिर उसने कॉल रिसीव करके फोन को स्पीकर मोड पर डाल दिया।
फोन पर रमेश ,--कहाँ बिजी हो बेबी इतनी देर से रिंग हो रही थी।
सीमा ,--गाँड मरवा रही थी।
रमेश ,--वाओ ,किससे ।
सीमा ,-वो तेरी बीबी का आशिक है ना अमित उसकी बीबी रेखा से ।
मैंने जब ये सुना तो उसका फोन की तरफ झपटी पर सीमा ने गुस्से से देखा और फोन को उठाकर मुंह पर अंगुली रखकर चुप रहने का इशारा किया।
रमेश ,-क्यों झूठ बोल रही हो उसकी तो अभी शादी को एक महीना हुआ होगा।
सीमा ,--तुमसे झूठ बोला है क्या कभी जो आज बोलूंगी ।
रमेश ,-पर विस्वास नही होता, एक दो बार देखा है उसको देखने से तो पूरी संस्कार वाली पतिव्रता औरत लगती है जिसको साड़ी के अलावा दूसरे कपड़ों में नही देखा।
सीमा ,-जो ज्यादा संस्कार दिखाती है अंदर से उतनी ही बड़ी बिगड़ैल होती है ।
रमेश ,--इसका मतलब काम आएगी कभी मेरे भी।
जब मेने सुना तो आंखे बड़ी हो गयी और सीमा का जवाब सुनने को बैचेन हो गयी कि वो क्या बोलती है।
सीमा ,--अमित की तरह हो जाओगे, खाया पिया कुछ नही और गिलास तोड़ा बारह आने का।
रमेश ,-तुम ही बोल रही हो बिगड़ैल है ।
सीमा ,--तो इसका मतलब ये थॉडी ही है कि सबसे चुदवाती फिरे ।उसकी मर्जी की बात है।
रमेश ,--छोड़ ना यार क्यों दिमाग खराब कर रही हो लो मेरी बुलबुल से बात कर।
जब मेने ये सुना तो मेरा दिमाग खराब हो गया कि इसने तो एक ही लाइन में सब कुछ खत्म कर दिया मेने तो सोचा था कि वो मुझे चोदने के लिए रिक्वेस्ट करेगा पर मेरी सोच से उल्टा जवाब दिया।
तभी फोन पर एक लड़की की मीठी आवाज सुनाई दी ,--हलो दीदी , सर तो बहुत अच्छे खिलाड़ी है मेरे को तो आज बहुत मजेदार खेल खिलाया।
सीमा ,-ठीक है एन्जॉय कर फिर।
तभी फिर से रमेश की आवाज आई ,--बाई डार्लिंग , एन्जॉय करो ।रात में फोन करूंगा।
और फिर फोन कट गया।मैं सोच रही थी कि रमेश भैया ने सीमा से कुछ भी जानकारी नहीं मांगी की किस तरह से ये सिलसिला शुरू हुआ और इतनी जल्दी इतनी आगे तक बात कैसे बढ गयी कि उसको मेरे पास गांड मरवाने आना पड़ गया, अगर अमित होता तो एक एक बात डिटेल मैं पूछता।
सीमा ,--रेखा में तुमको बोलने आयी थी कि संडे को किटी पार्टी तुम्हारे यहां करें क्या।
जब मेने सुना तो मन मे सोचा कि अमित तो तुरंत तैयार हो जाएगा कॉलोनी की औरतों का रण्डी पना देखने को लाइव , पर अगर किसी ने थोड़ा सा भी दिमाग लगा लिया और पता चल गया की पूरे घर मे कैमरे लगे हैं तो मेरे पास कॉलोनी को छोड़कर जाने के सिवाय दूसरा रास्ता नही बचेगा ।
मैं ,-यार तुम भी क्यों हमारा हनीमून पीरियड को खत्म करने पर तुली हो वैसे ही अमित की ड्यूटी की वजह से कहीं गए नही अब वीकेंड में दो दिन ही तो मिलते है उसकी भी ऐसी तैसी हो जाएगी ।
और मैं तो फिर भी तैयार हो जाऊंगी पर अमित को बोलूंगी तो मुंह फुलाकर बैठ जाएगा।
सीमा ,--हां यार बात तो तुम्हारी सही है मेने तो इस बारे में सोचा ही नही ,चल कोई बात नही जब एक बार अमित का पानी ठीक से निकाल दे फिर देखेंगे।
तभी बेल बजी तो मेने गेट खोला ,सामने कमला खड़ी थी जो मुंह पर हाथ रखकर खड़ी हो गयी थी मेरी ड्रेस देखकर, इससे पहले की वो कुछ बोले में सोफ़े पर आकर बैठ गयी।
कमला अंदर आकर ,--वावो , भाभी आप तो लग ही नही रही कि शादी शुदा औरत हो ।
में ,-अरे वो तो में सीमा को दिखा रही थी कि ड्रेस कैसी है ।
कमला ,--सीमा भाभी आप तो अब कोई लड़का ढूंढ लीजिये रेखा भाभी के लिए बीस बाइस साल का रेखा भाभी बिल्कुल अठारह साल की कुँवारी कन्या लग रही है।
सीमा जोर से हंसते हुए ,--और जब लड़का सुहाग रात मनाकर मुझे गालियां देगा तब
कमला ,--तो आजकल सील पैक लड़कियां मिलती कहाँ है आजकल तो कॉलेज में ही लड़कियों को औरत बना देते है लड़के, और लड़कियों को भी कहां बर्दास्त होता है ज्यादा दिन, बस चुद कर औरत बनना अच्छा लगता है।
मैं ,--तुम चुपचाप जाकर काम करोगी या नही ।
कमला किचन में जाने वाली थी तभी तनु उठ गया तो कमला बोली लाओ मुझे दो इसको दूध पिला देती हुँ।
फिर वो उसको किचन में लेकर चली गयी थॉडी देर बाद सीमा को देकर बोली ,--भाभी इसको दूध पिला दिया अब ये खेलता रहेगा।
सीमा भी उसको लेकर मुझे बाय बोलकर चली गयी।
उसके जाने के बाद कमला ने किचन में काम किया और बाहर आकर बोली ,--मेने अपनी शिक्षा के लिए बिल्कुल सही औरत को चुना है।
में उसकी बात को सुनकर मन ही मन खुश हुई और बोली ,--वो कैसे।
कमला ,--आप तो रण्डी पने के सब रिकॉर्ड तोड़ देगी।
मैं ,--संगति का असर तो आएगा ही आखिर तुम्हारे जैसी चुदककड़ गुरु होगी तो चेली तो दो कदम आगे ही बढ़ेगी तुमने सुना होगा ना गुरु गुड़ और चेला शक्कर हो गया।
कमला ,--तभी तो बोल रही हूं आपके रंग ढंग देखकर लगता है कि बहुत आगे जाएगी।
मैं ,--ऐसा क्या देख लिया।
कमला ,-मेने बहुत दुनिया देखी है आप को अमित भैया ज्यादा दिन ठंडा नही कर पाएंगे।
मैं ,--क्यों ,अमित जवान है सुंदर और हैंडसम है ।
कमला ,--पर भाभी आप जैसी गर्म औरत को हैंडसम नही मजबूत लण्ड चाहिए ।
मैं ,-तो अमित का लण्ड मजबूत नही है क्या।
कमला ,-वो मेने टेस्ट कर लिया उनका लण्ड में वो दम नही जो आप जैसी खेली खाई और गरम औरत को संतुष्ट कर सके।
में ,--बहुत नॉलेज है तुमको।
कमला ,--मुझे तो आपको पहली बार देखते ही समझ में आ गया था कि आप शादी से पहले बहुत बार चुद चुकी हो ,तभी आपके यहाँ काम करना मंजूर किया था ।
मैं ,--ऐसा क्या देखा था पहली बार मे।
कमला ,--आप के बात करने का स्टाइल और फिर अमित भैया को नंगा दिखाना ।
मैं ,--बहुत चालू चीज है तू।
कमला ,-बस मजबूरी है विजय से किया हुआ वादा इसलिए नोकरानी बनी हुई हुँ की बाहर कोई अंगुली नही उठाये ।
में ,--वो तो देख ही रही हूँ कितने राउंड हो गए थे दीनू काका के साथ आज।
कमला ,--बस दो राउंड लेकिन माल चार बार जितना निकलवा दिया, पर अब आप भी कोई मजबूत लण्ड वाले को पकड़ लो ये गाड़ी को लंबी रेस वाला ड्राइवर चाहिए ।
में ,--अब तू राजी खुशी जाएगी या पिट के जाएगी
कमला हंस कर चली गयी।उसके जाने के बाद में सोचने लगी कि ये बहुत तेज है दिमाग के मामले में , पर मुझे भी इससे कोई परेशानी नही होने वाली क्योंकि अमित तो खुद मुझे किसी के साथ देखकर खुश होने वाला है बस एक बार वो खुद मुझे मजबूर करे किसी के साथ सोने को अगर मेने पहल की तो उस पर दबाव नही रहेगा ।
शाम में अमित आया तो वो भी मुझे देखकर हैरान हो गया और बोला ,-डार्लिंग तुम तो इस ड्रेस में वाकई स्टूडेंट लग रही हो।अगर बाहर चली जाओ तो लड़के पागल हो जाएंगे तुम्हारे सेक्सी लुक को देखकर ।
मैं ,--अंदर आओ में तुमको बताती हूँ सेक्सी क्या होती है ।
अमित अंदर आकर मेरे कदमों में बैठ गया और बोला ,--आदेश दीजिये मल्लिका ए हुस्न ।
मेरी तो हंसी छूट गयी उसकी इस अदा पर और उसके गाल पर एक चपत लगाकर बोली ,--तुझे अपनी बीबी को दूसरों को दिखाना अच्छा क्यों लगता है।
अमित ,--अरे मुझे बहुत बड़ा पाप लगेगा अगर इस रूप की रानी को घर मे कैद करके रखा तो।
मैं ,-और अगर बाद में कोई भगा ले गया तो बोलना मेरी बीबी थी ये ।
अमित हँसने लगा तो मेने कहा,-- चलो खाना खा लो पहले ।
और फिर दोनों ने खाना खाया औऱ पर खाने के बाद अमित आज कुछ ठंडा लग रहा था तो मेने पूछा कि आज क्या बात है कल तो बहुत जोश में थे।
अमित ,--आज ऑफिस में तुमने दो बार पानी निकलवा दिया ।
मैं ,- तो रोककर रखना था ना ।
अमित ,--कैसे रोकता पहले तो तुमने जबरदस्त एक्टिंग के साथ डिल्डो किया फिर सीमा भाभी की चुत देखकर अपने आप को रोक नही पाया ।जिसको देखने की इच्छा कई दिनों से थी।
में,--तो कैसी लगी सीमा की चुत ।
अमित मेरे होटों को चूमकर ,-तुमने तो कमाल कर दिया बेचारी की चुत और गाँड को मार मार कर जान निकाल दी ।
में,--तुमको बड़ी बेचारी लगने लगी पहले तो बोलते थे कि वो रण्डी है।
अमित ,--अब नही लगती क्योंकि तुमने देखने का नजरिया बदल दिया अगर उस नजरिये से देखा जाए तो विक्की भी तुमको वही समझता और पिज्जा वाला तो पक्का प्रूफ भी दे देता ।
मेने उसका लण्ड को पेंट के ऊपर से पकड़कर देखा पर ज्यादा तनाव नही लगा इसलिए सोचा कि दिनभर बिना लण्ड के मज़ा नही आया अब तो एक बार लण्ड से चुदवाना पड़ेगा ।
अमित को जोश दिलवाने के लिए मुझे कुछ करना पड़ेगा। इसलिए उसको बैडरूम में लेजाकर नंगा किया और लण्ड को चुसने लगी लेकिन जैसा खड़ा होना चाहिए था वैसा हुआ नही और मेने सोचा कि ज्यादा देर चूसा तो झड़ जाएगा ।
इसलिए बोली ,--जानू इस कॉलेजी छात्रा को नंगा नही करेगा कहीं विक्की ने कर दिया तो ।
अमित के लण्ड ने एक झटका खाया और वो मुझे नंगा करके मेरे ऊपर चढ़ गया अपना लण्ड मेरी चुत में डालने के बाद वो चोदने लगा,
पर मुझे मज़ा नही आया तो बोली ,--डार्लिंग एक सील पैक चुत है ,चोदना है क्या ।
अमित ,--ओह्ह कोन है ।
मैं रूको दिखाती हूँ फिर मेने अपना मोबाइल उठाया और सीक्रेट फोल्डर खोलकर रीता की नंगी फोटो उसको दिखायी ।
अमित ने रुक कर फोटो देखी और उसका लण्ड मेरी चुत में मोटा होने लगा ।
मैं ,--अमित भैया, कैसी लगी मेरी चुत देखो मेने झांट भी साफ कर ली तुम्हारे लिए अब चोद दो अपनी छोटी बहन को बना लो इसको अपनी रखैल।
अमित समझ गया कि में रोलेपले के मूड में हूँ तो जोर से चोदने लगा और बोला,--ओह्ह बहन तू तो बहुत बड़ी हो गयी मुझे तो लगा कि अभी छोटी बच्ची है।
मैं ,--अहह..मेरे भैया तेरी ये बहन तो कब से जवान हो चुकी , तुमसे चुदने को तरस रही थी देखो इन बूब्स को तुम्हारे हाथों से मसले जाने को तरस रहे हैं।
अमित मेरे बूब्स को जोर से मसलने लगा और चुत को जोर से चोदने लगा ।
मैं ,--अहह...मेरे भैया आज से तुम मेरे सैयां बन गए अब इस बहन को रोज अपने लण्ड की सवारी करवाना।
अमित जोर जोर से चोदने में लगा हुआ था तो मेने कहा ,--भैया प्लीज मुझे एक बार नाम से बुलाओ ना कब से तुम्हारे मुंह से अपना नाम सुनना चाहती हूँ।
अमित ,--ओह्ह.....री.....ता तुमने अपनी कुंवारी चुत मुझे चोदने के लिए संभाल कर रखी थी।
मैं ,--अहह.....अमित भैया तुमको बहनचोद बनाने के लिए रखी थी एक बार बोलो ना कि अब तुम बहनचोद बन गए हो।
अमित ,--हां रीता में आज बहनचोद बन गया अपनी छोटी बहन की चुत मारकर ।
मैं ,--कैसी लगी मेरी कमसिन चुत भैया अहह...मज़ा आ रहा है ना इस चुत को फाड़कर।
अमित ,-ओह्ह...मस्त चुत है तेरी रीता मज़ा आ रहा है इसको चोदने में।
मैं ,-अहह...भैया अब इसको रोज चोदना और शादी तक बड़ी कर देना की मेरा पति को ज्यादा मेहनत नही करनी पड़े।
अमित ,--हां बहन मुझे भी तेरी भाभी की चुदी चुदाई चुत मिली थी में भी तुझे पूरा ट्रेंड करके भेजूंगा आ
ओहह ..आज से रोज तेरी चुत को चोदूंगा ।
मैं ,-अहह .....भैया जोर से चोद कब से प्यासी है तेरी बहन की चुत भर दे इसे अपने पानी से और बुझा दे इसकी प्यास।
अमित पूरा दम लगाकर चोद रहा था पर मुझे लग रहा था कि ये बहन से ज्यादा मुझे किसी से चुदवाने के नाम पर जोश में आता है ।
मुझे लग रहा था कि ये ज्यादा देर नही टिकेगा और में प्यासी ना रह जाऊं इसलिए अब दोनों को अलग अलग चीज कैसे एक साथ हो क्योंकि मुझे उसकी बहन के नाम पर मज़ा आ रहा था और वो मुझे किसी के साथ सोचकर जोश में आता था ।
इसलिए अपने मन मे सोचने लगी कि रीता को भी कुँवारी दुल्हन बनाउंगी, एक बार मेरी तरह और फिर उसके सुहागरात अपने सामने मनवाऊंगी यही सोचते सोचते झड़ने के करीब आ गयी और अमित की गाँड में अंगुली डाल दी जिससे दोनों एक साथ डाउन हो गए ।
डाउन होने के बाद सोचने लगी कि अमीत पूरा कुकहोल्ड बन चुका है जो अपनी बहन की नंगी पिक्चर देखने के बाद उतना जोश में नही आया । जितना कल मेरे बारे में सोचकर आया था ।
साथ ही दुसरीं चीज जो थी वो ये की अभी शादी को एक महीना हुआ है आज जरूर दो बार मूठ मारी होगी पर रोज एक बार ही चोद पाता है वो भी कुछ ना कुछ नया करती हूं तब ।
इसलिए अब मुझे कुछ ना कुछ जल्दी ही करना पड़ेगा क्योंकि डिल्डो से पूरा मज़ा नही आता जो राजेश और हरमीत मुझे देते रहे है हालांकि दिनु काका अच्छी चुदाई करता है पर अमित को उसमे भी ज्यादा दिन मज़ा नही आने वाला और दिनु काका तो घर तक सीमित रह जाएगा।
फिर बाहर का मज़ा कैसे आएगा और फिर थ्रीसम और क्लब जैसी जगह पर एक मजबूत साथी होना चहिये जो मेरे खर्च और नखरे बर्दाश्त कर सके।
सोचते सोचते उठकर टॉयलेट में गयी और फिर बाहर आकर देखा तो आज भी अमित सो चुका था ।अमित की ये आदत मुझे अच्छी लगी कि उसको नींद बहुत जल्दी आ जाती थी पर मुझे नींद नही आती शायद वो दिन भर ऑफिस में थक जाता होगा और मैं दिन में सो जाती हूँ यही वजह होगी ।
मेने अपना फोन उठाया और दूसरे बैडरूम में जाकर वॉट्सएप्प देखने लगी पर रीता के अलावा कोई ऑनलाइन नही दिखा ।
तभी मुझे याद आया कि अमित की मम्मी शिकायत कर रही थी उसको फोन करके देखती हूँ।पर इतनी रात में फिर सोचा अभी ज्यादा ठीक रहेगा इसलिए फोन लगाकर इंतजार करने लगी ।पर दो ही रिंग में फोन उठा लिया ।
फोन उठाते ही ,--प्रणाम मम्मी।
मम्मी ,--दूधो नहावो पूतो फलो।
मैं ,--आपको डिस्टर्ब तो नही किया इतनी रात में।
मम्मी ,--अरे मुझे तो नही हुआ पर तुम इस समय वो नालायक कहाँ है।
मैं ,--वो तो सो गए ।
मम्मी ,--इतना जल्दी ।
मैं ,--हां, दिन भर थक जाते होंगे फिर सुबह जल्दी उठना पड़ता है।
मम्मी ,--अरे बेटा मुझे सीखा रही हो अभी शादी को एक महीना हुआ है और वो साढ़े दस बजे सो गया फिर भी उसी की तरफ दारी कर रही हो।
में मन मे हंसते हुए सोचने लगी कि सही लाइन पर संवाद जा रहा है और बोली ,--क्या मम्मी आप भी आप के हिसाब से कब सोना चाहिए।
मम्मी ,--मेरे हिसाब की बात मत पूछ बस ये बता की रोज इतना जल्दी सो जाता है क्या
मैं ,--हम्म ,लगभग ।
मम्मी ,--नालायक है अब तुझे भी मेरी तरह ही जाग कर रात बितानी पड़ेगी।
मैं ,--क्यों मम्मी ,आप की बातें मेरी समझ के बाहर होती है ।
मम्मी ,--अब तू खुल के सुन ना चाहती है तो तुझे खुल के ही समझाना पड़ेगा ,वो नालायक तुझे ठीक से ठंडा करता है या नही ।
मैं कुछ बोली नही तो फिर से बोली ,--और खुल के बोलू क्या ।
मैं ,--में रख रहीं हूँ मुझे शर्म आती है और फोन काट दिया ।
तभी उधर से वापस फोन आ गया और मम्मी बोली ,--अरे तू मेरी बेटी जैसी है मुझसे क्यों शर्मा रही है ।
मैं ,--मम्मी में कल दिन में फोन करूँगी अभी ये सो रहे है पास में ।
फिर फोन कट करके रूम में आई और सो गई