Episode 21


आज पांच दिन हो गए थे अमित से बात किये हुए अमित सुबह मेरे लिए नास्ता बनाकर चला जाता और रात में उसका खाना बना कर में दूसरे रूम में सो जाती थी आज भी अमित सुबह नास्ता बनाकर चला गया और में उठकर नास्ता करने के बाद अपने दोस्तों के साथ फोन पर चैटिंग में लगी थी ।

इन पांच दिनों में रीता और सरजू देवी के कई फोन आये पर मेने एक भी काल रिसीव नही की थी हाँ राजेश और प्रिया से रोज बात होती रही ।

मेरी लास्ट चुदाई जो प्रकाश और उसके चाचा ने की थी उसी को याद करके अंगुली करती रही और हरमीत ने जो वीडियो बनाये थे उनको देखकर मन करता था कि रोज ऐसे ही चुदाई पार्टी हो ।

अमित रोज मुझे मनाने की कोशीश करता रहा तरह तरह से माफी मांगी पर मुझे उसकी किसी भी बात से कोई फर्क नही पड़ा ।जब भी वो मुझसे बात करने की कोशिश करता में उठकर दूसरे कमरे में चला जाता इसलिए समझौते का कोई सवाल ही नही उठता था।

सीमा जो रोज अमित को आते जाते देखती थी वो रोज मुझे अमित के बारे में बताती थी ।पर अभी तक सीमा के साथ प्लानिंग की थी वो अमल में आती लग नही रही थी आज शनिवार का दिन था वैसे तो अमित की छूटी होती थी और आज भी छूटी का दिन था अमित सुबह से बाहर निकला हुआ था रात में भी वो बिना पिये सो गया था जो कि अब तक षुक्रवार रात में पीने का रूटीन बना हुआ था ।

दोपहर का खाना खाकर में राजेश से बात कर रही थी कि मुझे मोबाइल में दूसरा कॉल आने का टोन सुनाई दिया मेने फोन कान से हटाके देखा तो दूसरी काल सीमा की थी मेने राजेश को बाय बोला और सीमा का कॉल रिसीव किया ।

सीमा ,- हेलो रेखा अमित आया है ।

में ,--क्या बोल रहा है ।

सीमा ,-वही जो तुमने सोचा था मुझे बोल रहा है रेखा को समझाओ ।

में ,-तो अभी कहाँ है वो ।

सीमा,-बाहर खड़ा है में तनु को लेने के बहाने अंदर आकर तुमको फोन किया है ताकि तुम रेडी रहो।

में,--ठीक है आओ।

थॉडी देर बाद गेट खुलने की आवाज आई में मोबाइल साइड में रखकर पलंग पर सो रही थी सीमा अंदर आयी उसके पीछे अमित भी था जो गेट पर खड़ा हुआ था।
सीमा को देखकर में बिस्तर पर बैठ गयी और सीमा से हाथ मिलाया ।

सीमा ,--रेखा क्या हो रहा है ये अमित बेचारा कितना परेशान है पिछले कई दिनों से।

मैं ,--तुमको अमित की परेशानी तो दिख गयी इससे पूछा नही इसने मेरे साथ क्या किया ।

सीमा अमित की और देखते हुए ,--क्या किया।

अमित ,--कुछ भी तो नही।

सीमा मुझसे ,--चलो तुम ही बता दो क्या किया है।

में ,--ये थोड़े ही बताएगा ये लो देखो इसने क्या किया है ।और मेने मोबाइल में वो वीडियो चालू कर दिया जिसमें अमन और हरमीत दोनों मुझे चोद रहे थे ।पांच मिनट का क्लिप देखकर सीमा बोली ।

सीमा ,--इसमें अमित कहाँ है ।

में ,--ये दारू पीकर सोया हुआ था ।

अमित ,--पर वो तो मजबूरी थी मेरी

में ,--झूठ मत बोलो तुम मुझे इन दोनों के लिए छोड़कर सो गए और इनको मनमानी करने का मौका दिया था।

सीमा ,--मुझे पूरी बात बताओ क्या कहानी है ।

मैं ,--कहानी कुछ नही है इसने मुझे जिसके साथ अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए है अपने स्वार्थ की खातिर मुझे अकेला छोड़कर दूसरे कमरे में सो गया।

सीमा ,--अमित ये तो गलत बात है तुमको इस तरह नही करना चाहिए था।

अमित ,--पर में क्या करता मुझे लगा तुमको मेरे सामने शरम आएगी इसलिए अकेला छोड़ा था।

सीमा ,--और अगले दिन तुमने हरमीत से कहा वो क्या था वो भी बता दो ।

अमित ,--क्या कहा था ।

में ,--तुमको याद नही तो सुनो तुमने हरमीत को कहा था कि इसको कोठे पर लेजाकर धंधा करवाओ ।

सीमा ,--अमित तुमने ऐसा कहा था ।

अमित ,--हां, क्योंकि मुझे पत्नी के रूप में पतिव्रता औरत नही एक खुले विचारों वाली बीबी चाहिए तभी तो मेने इसके बारे में सबकुछ जानते हुए शादी की थी।
अब मुझे क्या पता था मेरा नसीब खराब है जो इतनी लड़कियों को रिजेक्ट करने के बाद भी यही होना है।

सीमा ,--अगर ऐसी बात है तो तुमको मंजूर होगा अगर रेखा किसी के साथ हमबिस्तर होती है तुम्हारी पीठ पीछे से।

अमित ,--जब मुझे अपने सामने दिक्कत नही है तो पीठ पीछे क्यों होगी भला।

सीमा ,--सोच लो फिर बाद में अफ़सोस मत करना।

अमित ,--सोचा हुआ है ।

सीमा ,--रेखा फिर तुम को क्या परेशानी है जब इसको कोई आपत्ति नही है तुम भी अपनी लाइफ को एन्जॉय करो खुलकर ।

में ,--पर ।

सीमा ,--पर वर कुछ नही ये गांडू है इसको गाँड मरवाने दे अपनी तुझे क्या । क्यों अमित सही कहा ना मेने ।

अमित ,--ह्म्म्म ।

सीमा ,-- रेखा आज से इस गांडू को जैसे ये चाहता है वैसे खुश रहने दे और तू भी नए नए स्वाद का मज़ा ले।वैसे भी आजकल सब यही कर रहे हैं ।

सीमा की बात सुनकर में चुप रही तो सीमा फिर से बोली ,--रेखा अब भी नाराजगि है क्या तुमको या फिर कुछ कहना बाकी है ।

में फिर भी चुप रही तो अमित मेरे पैरों के पास फर्श पर बैठकर बोला ,--रेखा प्लीज अब मान जाओ देखो तुम ने मुझे कितनी खुली छूट दे रखी है तुम भी मेरी तरफ से एक दम फ्री हो तुमको जो अच्छा लगे वो करो पर मुझसे नाराज मत रहो ।

सीमा ,--रेखा अब छोड़ भी दो नाराजगी देखो अमित तुम्हारे पैरों को पकड़ रखा है ।

इतना सुनते ही मेने सीमा को गले लगा लिया और बोली ,--पर मुझे आज इसने जो किया है उसका क्या ।

सीमा ,--उसके लिए आज इसको हमारा गुलाम बनकर रहना पड़ेगा क्यों अमित ।

अमित ,--मुझे मंजूर है ।

सीमा ,--ठीक है अपने कपड़े खोल कर नंगे हो जाओ और हमारे लिए खाने पीने की व्यवस्था करो ।

अमित तुरंत खड़ा हुआ और अपने कपड़े खोलकर नंगा हो गया उसका लण्ड अभी लटक रहा था जो सीमा को पसंद नही आया उसने हाथ बढ़ाकर लण्ड को पकड़ लिया और दूसरे हाथ से गाँड में अंगुली करने लगी जिससे लण्ड पूरा खड़ा हो गया तो सीमा बोली ।

सीमा ,--सुन ले आज जब तक हम दोनों मालकिन के सामने आओ तो ये लण्ड ऐसे ही खड़ा रहना चाहिए अगर ऐसा नही हुआ तो तुझे नंगा ही कॉलोनी में घुमाएंगे।

अमित ,--पर लगातार कैसे संभव है ।

सीमा ,--चुप, मालकिन को कैसे बोलना है तुमको पता नही क्या ,आगे से मालकिन और जी लगाए बिना बात की तो गाँड मार दूँगी ।

अमित ,--सॉरी मालकिन जी।

सीमा ,--अगर तुमने हम दोनों को खुश किया तो तेरा बरसों का सपना पूरा हो जाएगा तुझे मेरी चुत चाहिए ना वो मिल जाएगी ।

अमित खुश होते हुए ,--जी मालकिन ।

सीमा के मुंह से उसकी चुदवाने की बात सुनकर उसके लण्ड ने एक जोर का झटका खाया ।

सीमा ,--रेखा तुम्हारे पास टेबलेट है ना ।

मेने पलंग की ड्रावर खोलकर वियाग्रा का पता निकाला और सीमा को पकड़ा दिया सीमा ने दो टेबलेट निकाली और अमित को देते हुए बोली ,--ले खा इसको ।

अमित जिसको पता था कि दो टेबलेट का मतलब बहुत ज्यादा हो जाना था पर सीमा की चुत मिलने का लालच देखकर चुपचाप खा लिया ।

सीमा ,--अब जा कर चुपचाप जो कहा है वो काम करो ।

अमित ,--जी मालकिन ।

अमित के जाते ही सीमा ने मुझे धीरे से कहा ,--अब इस गांडू को जितना जलील करना है कर लो तुम पीकर बहकने का नाटक करना और जी भर के गालियां देना जिससे ये तुम्हारे बॉय फ्रेंड के सामने बर्दास्त करना सीख जाये।

मैं ,--तभी तो इतना नाटक किया है आज उसको जलील करना है कि जिंदगी में दुबारा इसको बेइज्जती का एहसास नही हो।

सीमा ,--बस फिर हो जा शुरू अपना गुलाम अभी आता ही होगा ।

तभी अमित ने गेट पर आकर कहा ,--मालकिन आपके खाने पीने का सामान लगा दिया है।

सीमा ,--इधर आ ।

जब अमित पास में आया तो सीमा ने उसके लण्ड को हल्का सा चपत मारते हुए कहा ,--तेरे को अभी बहुत कुछ सीखना पड़ेगा ।मालकिन को झुक कर निवेदन किया जाता है ऐसे अकड़ के नही समझे ।

अमित झुक कर ,--जी मालकिन ।

सीमा ने अपने गाउन को थोड़ा नीचे खींचा जिससे उसके दूधिया बूब्स गले से थोड़ा सा नुमाया हुए। फिर बोली ,--शाबास अगर ऐसे ही कहना करते रहोगे तो इस बूब्स को चुसने का मौका मिलेगा ।

अमित इतना सुनते ही खुश हो गया और उसके लण्ड में फिर से जोश भर गया ।

सीमा ने फिर उसको कहा कि अपनी छोटी मालकिन से भी रिकवेस्ट करो और अपनी गलती की सज़ा देने के लिए आग्रह करो ।

अमित फिर से झुककर ,--मालकिन आप भी चलिये टेबल पर खाने पीने का सामान लग चुका है और मुझे मेरी गलती की सज़ा दीजिये ।

सीमा ने अमित को बाहर जाकर इंतजार करने को कहा और वो ड्रेसिंग टेबल की तरफ चल दी।

मैं भी उठकर खड़ी हुई और अपनी साड़ी को निकालकर रख दिया अब में सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में थी मेने अपनी पेंटी को निकाल दिया फिर ब्लाउज खोलकर ब्रा को निकालकर सिर्फ ब्लाउज पहन लिया ।अब मेरे शरीर पर सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट था ।

दोनों ने मस्त मेकअप किया दोनों ने ग्लो साइन लिपस्टिक पर लगाई और बूब्स के ऊपर लाइट रेड कलर का चमकीला पाउडर लगाया जिससे दोनों के बूब्स के ऊपर क हिस्सा और क्लीवेज चमकने लगे ।
जब दोनों की नजरें मिली तो सीमा ने मुझे आंख मारकर कहा ,--मस्त रण्डी लग रही है छमियां ,आज उस साले का लण्ड पानी भी नही छोड़ेगा और पानी निकालने के लिए तड़पेगा देखना ।

में ,--तू भी किसी वेस्या से कम नही लग रही देख साली खुद को आईने में क्या गज़ब माल लग रही है ।

और दोनों ने बाहर हाल में कदम रखा तो अमित की आँखें फटी रह गयी दोनों को देखकर।

में सिर्फ ब्लाउज़ पेटिकोट में थी वहीं सीमा गाउन पहने थी जिसकी सामने से चैन आधे बूब्स तक खुली थी ।और दोनों का मेकअप दूर से चमक रहा था ।

सोफ़े पर बैठकर सीमा बोली ,--चल बे हम दोनों के लिए पेग बना ।

अमित दोनों के लिए पेग बनाया और दोनों को पकड़ाया तो दोनों ने पेग पकड़ लिए और धीरे धीरे पीने लगी ।तभी सीमा बोली ,--जा किचन में दो गिलास दूध गर्म करके ला ।

अमित उठकर जाने लगा तो उसको पास बुलाया और उसका हाथ पकड़कर अपने राउंड विशाल बूब्स को नंगा करके दिखाया फिर उसके लण्ड को पकड़कर हिलाक़े बोली ,--आज तू इन मस्त बूब्स का दूध पियेगा बस अपनी मालकिन को खुश कर दे ।

अमित का लण्ड फिर से टनटना गया ओर वो सिर्फ जी मालकिन बोलकर किचन में चला गया ।

उसके जाते ही मेने उसको कमला की याद दिलाई उसने कमला को फोन किया फोन पर ।

सीमा ,--कमला आज तेरा पति हमको चाहिए ।

कमला ,--ठीक है कितने बजे ।

सीमा ,--अभी चाहिए ।

कमला ,--तो अमित बाबू तैयार हो गए ।

सीमा ,--हां , तेरी छोटी मालकिन का प्लान कामयाब हो गया ।

कमला ,--तो अभी तो चार ही बजे हैं ।

सीमा ,--अरे वो अभी से रात भर गुलाम बनकर रहेगा हम दोनों का ।

कमला ,--पर वो कभी कॉलोनी में गए कहाँ है ।

सीमा ,--तो तू आजा साथ मे थॉडी देर रूककर चली जाना ओर तनु को ले जाना रात भर अपने पास ।और तू भी अपनी मालकिनों के गुलाम से मिल कर चली जाना ।

कमला ,--पर उनसे तो में मिली हुई हूँ ।

सीमा ,--अरे यार वो अभी से नंगा है और तू आ जायेगी तो उसको आज पूरा कूक बना देंगे ।

कमला ,--ठीक है में लेकर आती हूँ विजय को ।

फोन काटकर सीमा फिर से पीने लगी तभी अमित दो गिलास दूध लेकर आया और टेबल पर रख दिये ।

सीमा ,--चल नीचे बैठ और दोनों गिलास का दूध पी ले।

अमित एक गिलास को पकड़कर उठाता है तो सीमा फिर से बोलती है ,--तुमको पता है ना वियाग्रा के साथ दूध पीने से टेबलेट का असर ज्यादा होता है और आज तो तू तेरी ड्रीम गर्ल की चुत मारने वाला है ।इसलिए जम कर चोदना है मुझे ,समझे ।

अमित की आंखों में फिर से चमक आ गयी और उसने दोनों गिलास दूध पी लिया ।

सीमा ने मेरी तरफ देखा और बोली ,--रेखा तू ऐसे चुपचाप बैठी रहेगी या कुछ बोलेगी भी ।देख अपना गुलाम कितना आज्ञाकारी है ।

में ,--हरामी है साला नई चुत मिलने की खुशी में गुलाम बना हुआ है ।

अमित ,--नही मालकिन अगर सीमा भाभी नही भी करवाएगी तो में आप के साथ किये गए बर्ताव की वजह से हुई नाराजगी को दूर करने के लिए में कुछ भी करने को तैयार हूं । में आप को नाराज नही रख सकता ।

में ,--साले आज में भी देखती हूँ तू कितना बर्दास्त कर सकता है ।चल मेरे फोन से तेरी बहन को फोन लगा और फोन स्पीकर मोड़ पर डालकर मेरी बात करवा।

अमित ने तुरंत फोन उठाया और रीता को डायल करके स्पीकर मोड़ पर डालकर मेरे सामने रख दिया ।

तीन चार रिंग के बाद रीता ने फोन उठाया और बोली
रीता ,--हेलो भाभी कहाँ हो आपको कितने फोन लगाए पर आप ने उठाया ही नही ।

में ,--तो आज फिर से भाभी हो गयी क्या ।

रीता ,--सॉरी दीदी ।

में ,--तेरा फोन क्यों उठाऊं में तेरी नोकरानी हूँ क्या ।

रीता ,--नोकरानी नही मेरे जीजू की बीबी हो।

में ,--कोन जीजू ।

रीता ,--मेरे अमित जीजू ।

मैं ,--साली तुझे अमित जीजू की साली बनने का बड़ा शोक है लगता है तेरी चुत तेरे जीजा से फड़वानी पड़ेगी।

रीता ,--अरे दीदी में तो कब से जीजू की सोचकर अंगुली कर रही हूँ तुम ही नही चाहती कि अपनी छोटी बहन को मज़ा करवाना ।

सीमा हमारी बातें सुन रही थी और अपनी चुत को गाउन के ऊपर से मसल रही थी इधर अमित का लण्ड भी झटके खाये जा रहा था ।

में ,--एक बार मेरे हाथ लग गयी तो साली की चुत को भोसड़ा बनाकर ही भेजूंगी ।

रीता ,--अहह ....दीदी बनवा दो बहुत तंग करती है ये चुत अब ।

में ,--ठीक है आने दो अमित को रात में उसको बोलती हूँ की उसकी साली अब ज्यादा दिन लण्ड बिना नही रह पाएगी । चल अपनी अनचुदी चुत की फोटो भेज रात में तेरे जीजा को दिखाउंगी ।

रीता ,--ठीक है अभी भेजती हूँ।

में ,--ठीक है पूरी नंगी होकर भेजना फिर अमित से बात करके कल फोन करूँगी ।बाय ।

फोन रखे एक मिनट भी नही हुआ था कि रीता के वॉट्सएप्प आने लगे ।जिसे में सीमा को दिखाने लगी ।

सीमा ,--मस्त आइटम है ये रीता तो कैसे बेशर्म होकर नंगी फोटो भेजी है इसने वो भी अपनी भाभी को ।

में ,--अब वो भी क्या करे जिसकी मा रण्डी है तो बेटी तो होगी ही पर इसकी मा ने इस घोडी को घर मे कैद करके रखा है देखो इसकी चुचियाँ पूरी विकसित हो चुकी है

सीमा ,--वैसे ये कितनी बड़ी है उम्र में ।

में ,--तेईस साल की हो चुकी बेचारी अब और कितने दिन चुत में अंगुली करे ।

सीमा ,--तभी तुमको बोल रही है लण्ड की व्यवस्था करने को ।

में ,--तो और किसे बोले इसकी मा तो खुद अपने यारों से चुद वाती फिरती है ।

सीमा ,--क्यों अमित तुम्हारी मम्मी के बारे में जो रेखा बोल रही है वो सही है क्या ।

अमित ,-मालकिन मुझे कैसे पता होगा में पिछले कई सालों से बाहर रहता हूँ।

में ,--बहनचोद तुझे तेरी मम्मी ने चुत में अंगुली करके नही दिखाया क्या।

अमित ,--जी मालकिन दिखाया था।

सीमा ,--और क्या दिखाया ।

अमित ,--जी मम्मी नहाते समय अंगुली करती थी जो में देखता था जो शायद मम्मी भी जानती थी ।

में उठकर अमित के गाल पर थपड मारके ,--गांडू बोल तू रण्डी की औलाद है तेरी मम्मी रण्डी है ।नही तो और मार खायेगा।

अमित ,-जी मालकिन , मेरी मम्मी रांड है में रण्डी की औलाद हूँ ।

तभी डोरबेल बजी जिसे सुनकर अमित डर गया तो सीमा ने उसे पास बुलाया और उसके लण्ड को पकड़कर बोली,--आज तेरा इम्तिहान है गेट खोलो और और जो भी बाहर हो उसको बोलना की अंदर आइए और मेरी धर्मपत्नी को चोद कर जाइये , जा ऐसे नंगे ही जाना है ।

अमित पर वियाग्रा का असर हो चुका था उसका लण्ड बैठने का नाम ही नही ले रहा था ।मरता क्या नही करता वो ऐसे ही खड़े लण्ड के साथ गेट खोलने चला गया ।

गेट खोलते ही कमला और उसका पति विजय अंदर आये और अमित ने गेट बंद कर दिया ।

कमला ने अंदर आकर हम दोनों को नमस्ते किया और विजय से परिचय करवाते हुए बोली ,--ये मेरी नई मालकिन रेखा भाभी है, सीमा भाभी को तो तुम जानते ही हो औऱ ये है अमित बाबू इनके पति ।

विजय ने हम दोनों को नमस्ते किया और जब अमित की और देखा तो उसको हैरानी से देखा कि ये नंगा क्यों है ।

सीमा ,--अमित घर मे मेहमान आये है तुमको इतना भी पता नही की मेहमानों का स्वागत कैसे किया जाता है और अभी गेट खोलने से पहले क्या बोला था ।

अमित झुककर ,--नमस्ते कमला जी नमस्ते विजय बाबू , प्लीज बैठिए और विजय बाबू आपको मेरी धर्मपत्नी रेखा जी को चोद कर जाना है ।फिर वो दोनों को पीने के लिए पानी का गिलास भरने लगा ।

विजय साइड में पड़े सोफ़े पर बैठने को हुआ तो सीमा बोली ,--विजय इधर बैठो हम दोनों के बीच मे ।

विजय जो एक लंबे कद काठी का इंसान था देखने से लगता था कि कोई ड्राइवर या फौजी होगा हम दोनों की तरफ आने लगा तो कमला ने उसकी शर्ट के बटन खोल कर उसको टॉपलेस कर दिया और वो हम दोनों के बीच मे बैठ गया उसकी छाती देखने मे थॉडी सांवले रंग की थी और निप्पल किसी नई लड़की बूब्स जितनी बड़ी थी जो कि कम ही पुरुषों की होती है।

उसके बैठते ही सीमा ने झुककर उसकी निप्पल को किश किया और बोली ,--कमला विजय की छाती बहुत शानदार है मेने ऐसी छाती किसी की नही देखी।

कमला ,--अरे मालकिन छाती तो इसकी मेने ही मसाज से बड़ी की है वैसे मेरे मर्द का लवड़ा भी शानदार है आपको याद है जब आपको पहली बार रगड़ कर चोदा था तो आपकी सांसे रूक गई थी।

सीमा ने विजय के होठों को चूमकर ,--बहुत बड़ा घोड़ा है ये हम जैसी घरेलू औरतों के लिए ।

कमला हंसते हुए ,--आज ये घोड़ा दो दो मैदानों पर दौड़ेगा पर लगता है रेखा भाभी को पसंद नही आया ।

सीमा ,--अरे पसन्द क्यो नही आएगा ।

सीमा के बोलते ही मेने भी उसकी छाती पर हाथ फिराया और दुसरीं निप्पल को चूम लिया ।

कमला ,--मेम साहब आप दोनों ही आज रात इसको संभालिये मेरी तो इसने हालत खराब कर दी और लगता है इस बार फिर से इसने अपना बीज डाल दिया है ।इसलिए में तो आज रात आराम से रेस्ट करूँगी।

सीमा ,--तो तुम पेट से हो गयी क्या ।

कमला ,--लगता तो है क्योंकि आपका ये देवर दस दिन हो गए दिन रात लगा रहता है ।

सीमा विजय का गाल चूमकर ,--शाबाश मेरे शेर तूने इस को फिर से गर्भवती कर ही दिया।

कमला ,--अरे भाभी इन्होंने जबर्दस्ती चैलेंज कर के किया है मेरे पीरियड आने वाले थे एक सप्ताह पहले पर लगता है अब नही आएंगे।

सीमा ,--तो क्या हो गया ।

कमला ,--हुआ ये की इसने मुझे आते ही बोल दिया था कि इस बार तेरे को फिर से मेरे बच्चे की मम्मी बनाकर ही वापस जाऊंगा।

में ,--अरे चली जाना ऐसी भी क्या जल्दी है थोड़ा सा खा पी ले ।

सीमा ने कमला को बैठने को कहा और अमित के लिए सबके लिए पेग बनाने को कहा ।

जब पेग बन गए तो एक पेग कमला को पकड़ाया और दूसरा सीमा ने उठाकर विजय के मुंह से लगा दिया जिसे विजय पीने लगा ।

सीमा ,--कमला तेरा पति तो आज बहुत शरमा रहा है आने के बाद ठीक से बोल भी नही रहा ।

कमला ,--मेमसाब शायद अमित बाबू मौजूदगी की वजह से थोड़ा सा हो सकता है ।

सीमा ,--अमित तुम विजय को कुछ बोलते क्यों नही देखो ऐसे कैसे काम चलेगा ।

अमित जो खड़ा था नीचे फर्श पर बैठ गया और बोला ,--विजय जी आप को रेखा पसन्द नही आई क्या जो आप इसने चुपचाप बैठे है आप शरमाये मत खुल के एन्जॉय कीजिए।

इतना सुनते ही विजय ने एक बार मेरी तरफ देखा और झुककर मेरे चमकते हुए क्लीवेज को चूमकर बोला ,--मेरी जिंदगी में ऐसे आइटम कम ही आएं है जिनको मेने भोगा है ।

मैं ,-विजय तुमको इस बहनचोद की परवाह करने की जरूरत नही है आज रात में ये गुलाम है तुम इसके साथ गुलाम की तरह व्यवहार करो और खुलकर बोलो।

सीमा ,--हां, विजय इसको आज रात भर चोदना है इसलिए अभी से शुरुआत होनी चाहिए।

इतना सुनते ही विजय ने अपने मुंह मे भरी हुई शराब को मेरे मुंह मे भर दिया और फेंच किश में लग गया।

तभी सीमा बोली ,--चूस ले विजय इन होठों के रस ये रसभरे होठों को चूसना इस गांडू के बस में नही है ।

तभी सीमा ने कमला को कुछ इशारा किया तो कमला बोली ,--रेखा भाभी ये गुलाम कुछ करेगा या सिर्फ देखेगा ।

मैने अपने होंठ विजय से अलग किये और कमला को बोली ,--क्या करवाना है तुम ही बोल दो इस को ।

कमला अमित की तरफ देखते हुए ,--तुमको दिखता नही मेरे मरद को भाभी का दूध पीना हो तो कैसे पियेगा जाकर भाभी के दूध भरे कटोरों का कवर हटा दो ।

जब कमला ने ये कहा तो मेरी चुत से पानी रिसना शुरू हो गया।

अमित मेरी तरफ उठकर आया और ब्लाउज के बटन खोलने लगा मेने बूब्स को थोड़ा टाइट कर लिया जिससे उसको खोलने में टाइम लगे जिसका फायदा कमला ने उठाया और उसके तने हुए लण्ड को पकड़कर मुठियाने लगी जिसके कारण अमित को और भी समय लग गया।जिसे देखकर कमला बोली .

कमला अमित के लण्ड को हिलाते हुए बोली ,--भाभी अमित भैया का लण्ड कितना सख्त है देखो पूरा अकड़ा हुआ है ।

सीमा ,--होगा क्यों नही देखो ये अपनी बीबी के बूब्स को पराए मर्द के लिए खोल रहा है जिससे उसकी बीबी का दूध पी सके क्यों अमित ।

अमित ,--जी मालकिन ।

अमित ने एक एक करके सब बटन खोल दिये थे और ब्लाउज को निकालकर दूर फेंक दिया मेरी बूब्स पूरी सख्त हो चुकी थी और निप्पल तन कर खड़ी थी जो किसी के होठों का इंतजार कर रही थी कि आओ और इनका ताजा दूध निकाल लो ।

तभी सीमा बोली ,--अब विजय को बोलो इनका दूध पी ले ।

अमित ,--सर इनका दूध पी लीजिये ।

सीमा अपने गाउन से चुत मसलते हुए ,--साले ठीक से पूरा बात बोल की सुनने में मज़ा आये ।

अमित ,--विजय सर ,आप शराब के साथ मेरी बीबी कि चुचियों से दूध भी पीजिए आपको मज़ा आएगा।

विजय अब सीमा के हाथ से शराब पी रहा था और साथ साथ मेरी निप्पल को भी चूस रहा था। और उसका दूसरा हाथ सीमा के गाउन के अंदर था जो उसकी बड़ी बड़ी चुचियों को मसल रहा था।

अमित वापस सामने जाकर खड़ा हो गया था और हम तीनो के लिए पेग तैयार करने में लगा था।

तीनो ने अब चार चार पेग लगा लिए थे और मुझे भी हल्का नशा चढ़ने लगा था विजय मेरी चुचियों से दूध निकालने में लगा था जिससे मेरी सिसकियां निकल रही थी और चुत से ताज़ा रस बहे जा रहा था ।

तभी सीमा बोली ,--कमला तू तनु को अपने साथ लेकर चली जा कल सुबह लेकर आ जाना ।

कमला ,--ठीक है भाभी में जाती हूँ फिर विजय को देखकर बोली ,--मेरी रेखा भाभी को ठीक से करना इन्होंने अभी ज्यादा ठुकाई नही करवाई है।

उसके बाद कमला चली गयी और हम चार लोग बच गए जहां पर हम तीनों सोफ़े पर बैठे थे और अमित नीचे बैठा था।

मेने अब थॉडी चढ़ने की एक्टिंग करना शुरू कर दिया था इसलिए बोली ,--साले अमित ये ड्राइवर तेरी बीबी की ड्राइविंग करेगा देखना कैसे गाड़ी ड्राइव करते है क्यों विजय डार्लिंग ।

विजय कुछ बोलता उससे पहले सीमा बोली ,--अरे चिंता मत कर रेखा इसको ड्राइविंग का बहुत अनुभव है और ये गियर बदलने के साथ साथ फूल स्पीड में गाड़ी चलाने में मास्टर है ।

विजय ,--आप चिंता मत करिए भाभी में रात भर गाड़ी चला लेता हूँ अभी आपने ने सुना ना कमला के मुंह से, उसकी गाड़ी तो मेने दस दिन लगातार ऐसे चलाई है की उसके इंजन ने ही जवाब दे दिया ।

सीमा अमित का लण्ड हिलाते हुए ,--तो आज इस गाड़ी को भी फुल स्पीड में चलाओ की इसका इंजन भी आयल फेंक दे।क्यो अमित ।

अमित ,--सिसकते हुए क्यों नही ।

मैं ,--देखती हूँ साले तेरी ड्राइविंग ये कमला जैसे पुराना इंजन नही नया मॉडल का इंजन है इससे इतना जल्द फैल होने की उम्मीद मत रखना ।

विजय ,--भाभी आप मौका तो दो मेने ऊंचे ऊंचे पहाड़ों और गहरी खाइयों में बहुत बार ड्राइविंग की है।

मेंरे बूब्स को विजय चूस चूस कर लाल कर दिया था जिससे मेरी चुत पूरी चुदास हो चुकी थी और बर्दाश्त करना मुश्किल हो गया था क्योंकि आज पांच दिन हो गए थे चुदाई हुए इसलिए मेने अपने पेटीकोट को पूरा उठा लिया और अमित को बोली ।

में ,--ओए भड़वे देख तो तेरी बीबी की चुत चुदने के लिए तैयार है कि नही।

अमित नीचे बैठे होने से और मेरा पेटीकोट ऊपर होने से चुत पूरी क्लियर नजर आ रही थी जिसे देखकर बोला ,--मालकिन आपकी चुत तो पूरी नहा चुकी पानी से और पूरी तरह तैयार हो चुकी है ।

तभी सीमा बोली ,--तो इसको चाट कर साफ कर दे ताकि विजय को मज़ा आये चोदने में ।

अमित ,--जी मालकिन ।

अमित सोफ़े के पास बेठकर मेरी चुत को चाटने लगा तो सीमा भी उठकर नीचे आयी और विजय के पैरों में बेठकर उसकी पेंट का बटन खोलकर पेंट को नीचे खींचने लगी । पेंट नीचे होते ही उसकी अंडरवियर में से उसका लण्ड दिखने लगा जिसका सुपाड़ा उसकी जांघ से बाहर झांकने लगा ।

जिसे देखकर सीमा बोली ,--वाओ ये भी तैयार ही है लगभग, रेखा तेरी चुत में जाने को और उसने अंडर वियर को नीचे खींचना चालू कर दिया विजय ने मेरे बूब्स पर से मुंह हटाया और अपनी गाँड को ऊंचा कर दिया जिससे सीमा को उसकी अंडरवेअर निकालने में सहूलियत हो गयी और जैसे ही लण्ड आज़ाद हुआ वो पूरा खड़ा होकर छत की तरफ तन गया ।

सीमा ,--अमित जल्दी से चुत को चाटकर साफ कर दो देखो विजय का लण्ड एकदम तैयार होचुका है में इसको थोड़ा सा चूसकर पूरा खड़ा कर देती हूँ।

मेरी नजर अभी तक नीचे नही गयी थी क्योंकि अमित चुत को बड़े ही प्यार से चाट रहा था और विजय लगातार मेरी निप्पल और होठों को चुसे जा रहा था।

मेने विजय से होंठ छुड़ाये और सीधा बैठकर नीचे देखा जब विजय के लण्ड पर नजर गयी तो देखा सीमा का पूरा मुंह खुला था और वो विजय के लण्ड को मुंह मे आगे पीछे करके चूस रही थी ।

विजय का लण्ड देखने मे बहुत मोटा लग रहा था उसकी मोटाई तीन इंच से ज्यादा लग रही थी और लम्बा भी आठ नो इंच जितना था जिसे सीमा आराम से पूरा घोंट ले रही थी ।विजय का फौलादी लण्ड देखकर मेरी चुत ने पानी छोड़कर स्वागत किया और भरभराकर झड़ गयी। अमित ने मेरी झड़ी हुई चुत का सारा रस पीकर साफ कर दिया ।

में ओर विजय सोफ़े पर बैठे थे और नीचे सीमा और अमित दोनों फर्श पर बैठकर हमारे लण्ड और चुत को तैयार कर रहे थे ।

तभी विजय बोला ,--सीमा भाभी आप को अपना गाउन खोलकर लण्ड चूसना चाहिए तभी ये लण्ड पूरा अकड़ दिखायेगा ।

मैं ,--अरे विजय डार्लिंग ये है ना गांडू इसको बोलो ये कर देगा ना ।चल बे बड़ी मालकिन का गाउन खोलकर नंगी करो।

अमित खड़ा हुआ और उसने सीमा का गाउन खोलकर अलग कर दिया तो विजय ने ब्रा पेंटी खोलने से मना कर दिया।और सीमा को घूमकर आगे झुकने को कहा जैसे ही सीमा झुककर खड़ी हुई विजय उसकी पैंटी को पकड़कर उसके उसकी गाँड की दरार में घुसा दिया और उसके दोनों कूल्हों पर कसकर एक एक शॉट हाथ से मारा जिससे सीमा की कामुक चीख निकल गयी और उसने विजय की तरफ घूमकर उसके होठों को चूमकर बोली ,--थंक्स विजय तुमको याद है कि मुझे क्या पसन्द है ।

विजय ,--अरे भाभी मैं कैसे भूल सकता हूँ आपको याद है पहली बार जब आपको भैया लाये थे तो हम दोनों ने आपकी गाँड मार मार कर लाल कर दी थी।

अमित सीमा की गाँड को घूर घूर कर देख रहा था आखिर उसका सपना जो था सीमा को चोदने का ।जब सीमा ने उसको अपनी गाँड को घूरते हुए देखा तो उसके पास जाकर उसके खड़े लण्ड को सहलाकर बोली ,--इसको ऐसे ही खड़ा रखो थॉडी ही देर में ये मेरी चुत में जाने वाला है और उसने अमित को बैडरूम में जाकर बेडशीट बदलने को कहा ।

अमित के जाते ही सीमा बोली ,--रेखा अमित को गुलाम बनाना ठीक लग रहा है तुमको।

में ,--उसको कुकहोल्ड बनकर रहना है और जब तक वो मेरे सब आदेश नही मानेगा तब तक बढ़िया कुकहोल्ड नही बन सकता और फिर मेने पांच दिन उसी के लिए तो अपने आप को नाराज रखा था जिससे उसको अहसास हो जाये की अपनी बीबी को दूसरा यूज़ करेगा तो उसको चोदने वाला उसे चूतिया ही समझेगा इसलिए आज वो तुमको पाने के लिए जो मजबूरी समझ रहा है वो उसको बाद में अखरेगा नही की वो कुछ नया कर रहा है ।

सीमा ,--पर मेरे हिसाब से कुकहोल्ड तक ठीक था ।

में ,--कुकहोल्ड तो वो है और उसकी इच्छा भी यही थी पर उसे आगे क्या क्या करना पड़ सकता है ये देखना जरूरी है । अब तुम ये बताओ कि उसकी एक्टिविटी से ऐसा लगा क्या की उसे बुरा लग रहा हो ।

सीमा ,--मुझे तो लग रहा है जैसे वो एन्जॉय कर रहा है ।

में ,--करेगा कैसे नही आखिर उसकी प्यारी सीमा भाभी बार बार उसके लण्ड को जो पकड़ रही है

सीमा ,--तुम्हारी खातिर पकड़ना पड़ रहा है ।

विजय जो हम दोनों की बाते सुन रहा था वो दोनों को बीच मे टोकते हुए बोलता है ,--आप दोनों की बातों से लग रहा है जैसे किसी प्लान पर काम चल रहा हो ।

सीमा सोफ़े पर विजय के बगल में बैठते हुए ,--तुम भी विजय क्यों दिमाग लगा रहे हो देखो क्या मस्त पटाखा औरत तुमको ड्राइव करने को मिल रही है तुम इसकी जवानी का रस पियो और इतना समझ लो इसका पति गांडू है उसको अपनी बीबी को दूसरों के साथ चुदते देखने मे मज़ा आता है इसलिए आज उसकी इच्छा पूरी करवा रहें है बस ।

जब सीमा ने मेरे बारे में कहा तो मेरे चेहरे पर शर्म की लाली छा गयी और अपनी तारीफ सुनकर सीना तान गया जिसका असर मेरी तनी हुई निप्पल पर भी हुआ।

विजय ने मेरे गुलाबी गालों को चूम लिया और एक हाथ से एक चूची को मसलकर बोला ,--सीमा भाभी आपका बहुत बहुत धन्यवाद जो इतनी ताज़ा खिली हुई कली को चुसने का मौका दिया है देखिये इसकी चुचियाँ कितनी शख्त और तनी हुई है हम ड्राइवर लोगों को तो लटकी हुई चूची से काम चलाना पडता है कमला की चुचियाँ भी मसाज पार्लर में लोगों ने ढीली कर दी थी इसलिए आज रेखा भाभी को पूरा प्यार करूंगा।

सीमा ,--अरे प्यार करने को तो इसका पति ही बहुत है तुम तो आज की रात इसको रण्डी की तरह रगड़कर चुदाई करो कि इसको असली चुदाई क्या होती है वो पता चले समझे ।

विजय ,--जी भाभी ।

तभी अमित अंदर से आकर बोला ,--मालकिन बेड तैयार है ।

तो सीमा बोली ,--तो ये बात तुम अपनी बीबी के यार को बोलो मुझे क्यों बोल रहे हो ।

अमित ,--सर आप के लिए नई बेडशीट लगा दी है ।

में ,--तो क्या करें ।

अमित ,--मालकिन आप बेड पर जाकर एन्जॉय कीजिये ।

इतना सुनते ही में उठकर बेडरूम की तरफ जाने लगी पर सीमा और विजय वहीं बैठे रहे तो अमित फिर से बोला ।

अमित ,--सर आप भी जाइये ।

सीमा ,--क्यों सर क्या करेंगे जाकर ।

अमित ,--जो सर करने आये हैं।

सीमा ,--बहनचोद तुझे पता नही क्या, साले पूरी बात खुलकर बोला कर तुझे पता है ना, जब तक मुझे खुश नही करोगे ये सीमा तुझे कुछ नही करने देगी ।

अमित नीचे जमीन पर बैठकर ,--विजय सर आप जाकर मेरी बीबी को मेरे बेडरूम में मेरे बिस्तर पर रात भर जम कर चोदिए ।

फिर सीमा की तरफ देखकर बोला ,--मालकिन आप भी चलिये ।

अमित के इतना बोलते ही विजय ने मुझे गोद मे उठा लिया और बेडरूम की तरफ चल दिया।

बेडरूम में मेरे बेड जिसपर अमित के साथ पहली बार दुल्हन बनने के बाद चुदाई करवाई थी आज उसी के सामने सिर्फ पेटीकोट पहनकर बैठी थी उधर एक ट्रक ड्राइवर मेरी पड़ोसन को ब्रा पेंटी में गोद मे उठाकर अंदर आया और सीमा को पलंग पर बिठा दिया और खुद दोनों के बीच बैठ गया ।

अमित भी पीछे पीछे चलकर अंदर आ चुका था उसका लण्ड जो पिछले एक डेढ़ घण्टे से पूरा तना हुआ खड़ा था जिसे देखकर सीमा बोली ।

सीमा ,--अमित अब जल्दी से इनका प्रोग्राम शुरू करवाओ की हम भी शुरू करें ।

अमित ,--अब ये तो इनकी मर्जी है में क्या कर सकता हूँ।

सीमा ,--तुम रेखा का पेटिकोट खोलकर इसको नंगी करो तब ही तो कुछ होगा ।

अमित ने ये सुना तो मेरे पास आकर मेरे पेटीकोट का नाडा खोल दिया और पेटीकोट की नीचे सरका दिया ।

विजय ने मेरी चुत को गौर से देखा और बोला ।
विजय ,--भाभी आप लोग अच्छे घर की औरतें सफाई का कितना ध्यान रखती है आपकी चुत पर एक भी बाल नही है एकदम साफ सुथरी है ।

सीमा ,--वो तो रखनी ही पड़ेगी तभी तो तुम्हारे जैसे मर्द लोग ठीक से प्यार करेंगे ।

विजय ने इतना सुनते ही मेरी चुत को प्यार से किश कर दिया जिससे मेरी कामुक आह निकल गयी ।

तभी सीमा फिर से बोली ,-अमित तु चूतिया है क्या ।

अमित ,--आदेश दीजिये मालकिन ।

सीमा ,--तो जल्दी से इनकी चुदाई चालू करवा की हम भी एन्जॉय करें ।

अमित ,--तो में क्या करूँ ।

सीमा ,--तू रेखा को चुदाई वाली पोजीशन में सुला कर विजय का लण्ड उसकी चुत पर सेट कर ।

अमित ,--जी मालकिन ।

फिर अमित मेरे पास आया और मुझे पीठ के बल सुला दिया और दोनों पैरों को पकड़कर चौड़ा कर दिया।

विजय भी मेरे पैरों के बीच आकर अपने तने हुए लण्ड के साथ बैठ गया तो अमित ने विजय के विशाल लण्ड को हाथ से पकड़कर सहलाया और फिर मेरी कोमल चुत के मुंह से लगा दिया ।

विजय का लण्ड का सुपाड़ा मेरी चुत के मुंह से बड़ा लग रहा था और मुझे लग रहा था कि ये मेरी चुत का भोसड़ा बना देगा ।

विजय ने एक जोर का झटका दिया और उसका आधा लण्ड चुत में घुसते ही मेरी जोर की चीख निकली जिसे सुनकर सीमा अमित से बोली ,--साले देख क्या रहा है इसने तेरी बीबी की चुत को फाड़ दिया अब जल्दी से इसके बूब्स को चूसना चालू कर जिससे इसको आराम मिले ।

अमित ने तुरंत झुककर मेरी निप्पल को मुंह मे ले लिया और चुसने लगा जिससे मुझे आराम मिलने लगा और दर्द की जगह मीठा मीठा दर्द होने लगा ।

विजय जो अपना आधा लण्ड चुत में फंसा कर रुका हुआ था वो सीमा की और देखकर बोला ,--मालकिन आप भी इनकी दुसरीं निप्पल को मुंह मे लेकर चुसिये क्योंकि अभी तो आधा लण्ड ही घुसा है छोटी मालकिन की चुत बहुत टाइट है शायद ठीक से इनकी चुत की चुदाई हुई नही है ।जब तक मे अपना लवड़ा पूरा पेल नही देता आप इनका ध्यान इनके बूब्स पर ले जाने की कोशिश कीजिये।

सीमा मेरे बूब्स को हाथ से पकड़ते हुए ,--हां हां तुम इसकी चुत को चोद कर भोसड़ा बना दो ये गांडू इसकी ठीक से चुदाई नही कर पाता है ।

फिर उसने दोनों हाथों से एक बूब की मसाज चालू कर दी मेरी हालत ऐसी हो गयी जैसे जन्नत में पंहुच गयी हूँ एक तरफ विजय का विशाल लवड़ा मेरी चुत में फंसा था और ऊपर दोनों बूब्स को अमित और सीमा मज़ा दे रहे थे ।

अभी कुछ ही देर हुआ कि विजय ने अपना लोडा थोड़ा सा बाहर खींचा और एक करारा शॉट मेरी चुत में अपने लण्ड से कर दिया और मेरे मुंह से निकला ,--आआआ..... हाय रे मम्मी मार डाला ..

मेरी चीख ने पूरे कमरे को गुंजा दिया था विजय अपना लण्ड मेरी चुत में घुसा चुका था और चुपचाप मेरी तरफ देख रहा था इधर अमित भी मेरे बूब्स को छोड़कर मेरे चेहरे की तरफ देख रहा था मेरी आँखें बाहर आ गयी थी और उनमें से आंसू निकल रहे थे।और में दर्द से छटपटा रही थी ।

में ,--विजय निकालो अपना लण्ड में मर जाऊंगी ।

पर विजय चुपचाप लण्ड डाले हथेलियों के बल खड़ा था ।

तभी सीमा बोली ,--विजय ऐसे ही रूको कुछ देर ये कली आज खिलकर पूरी फूल बनी है इसको दर्द तो होगा ही ।

में ,--रण्डी बोल इसको मुझे नही चुदवाना इससे ।

सीमा ,--अबे रण्डी में नही तू है जो अपने पति के सामने एक ड्राइवर का लण्ड लिए पड़ी है ।अमित बोल इसको चुपचाप बर्दास्त कर ले नही तो जिंदगी भर सीमा भाभी की चुत के लिए तरसेगा ।

अमित मेरे होंठो को चूमकर बोला ,--बेबी तुमको पता है एक बार थोड़ा सा दर्द होगा प्लीज् बर्दास्त कर लो ।

में ,--मादरचोद रण्डी की औलाद इसने मेरी चुत को फाड़ दिया और तू हिंजड़े की तरह देख रहा है ।

अमित मेरे मुंह से इतनी गन्दी गाली सुनकर चुपचाप नीचे देखने लगा तो सीमा उठकर उसके पीछे जाकर बैठ गयी और उसके लण्ड को मुठ्याते हुए कान में कुछ बोलने लगी जिसे सुनकर अमित बोला ।

अमित ,--विजय फाड़ इस भोसडी वाली की चुत इसको इतना चोद की आज ये अपने पुराने यारों के लण्ड भूल जाये और हमेशा के लिए रण्डी बन जाये ।

विजय ने जब ये बोला तो सीमा ने मुझे आंख मारकर आगे की एक्टिंग चालू रखने का इशारा किया ।

मैं ,--गांडू तू भूल गया आज रात के लिए मेरा गुलाम है और में तेरी मालकिन ।

अमित ,--मालकिन तू नही मालकिन तो मेरी सीमा भाभी है तूझ से तो मेने शादी इसलिए कि थी कि तुझे अपने सामने चुदते देख कर एन्जॉय करूँ और नई नई चुत चोदू जिसमें तू मेरा साथ तो दे ही रही है।पर खुद को मेरे सामने नही चुदवाती ।इसलिए आज से मेरी एक ही मालकिन रहेगी , सीमा भाभी जी ।

सीमा अमित के गले को किश करके उसके लण्ड को मुठ् मारते हुए ,--शाबाश मेरे शेर तुझको डरने की जरूरत नही इस कुतिया से, में तुझे नई नई चुत भी दिलवाऊंगी और तेरी गाँड भी बड़े बड़े लण्ड वाले मेरे यारों से मरवाऊंगी ।

मैं ,--सीमा तू बहुत कमीनी औरत है जो मेरी छोटी सी चुत को इस वहशी दरिंदे से फड़वा दी ।

सीमा विजय को ,--विजय फाड़ इसकी चुत को ये तेरी सीमा भाभी को गाली दे रही है इसको इतना चोद की ये जिंदगी भर याद रखे ।

विजय जो लण्ड को चुत में घुसाए था हम लोगों का वार्तालाप सुन रहा था हरकत में आया और मेरी चुत पर टूट पड़ा और अपने लण्ड से ताबड़तोड़ धक्के लगाने शुरू कर दिए ।

में दर्द के कारण बहुत जोर से चिल्लाने लगी और पूरे रूम में मेरी दर्द भरी चीखे गूंजने लगी ।विजय का लण्ड ही बड़ा नही था उसमें ताकत भी भरपूर थी उसके लण्ड के घक्के के साथ पूरा शरीर हिल रहा था और बूब्स भी ऊपर नीचे हो रहे थे ।जिसे देखकर सीमा अमित को बोली ,--कैसा लग रहा है अमित अपनी धर्मपत्नी को इस सांड से चुदते देखकर ।

अमित सीमा के मुंह और हाथ से किये हमलों के कारण पूरा मस्त हो रहा था वो बोला।

अमित ,--बहुत मज़ा आ रहा है भाभी क्या मस्त चुत फाड़ रहा है विजय थंक्स भाभी ।

विजय के धक्कों से मेरी चीखे निकल रही थी जो हर धक्के के साथ कम होती जा रही थी पर उस सांड के लण्ड में इतनी ताकत थी कि मेरी हालत खराब हो रही थी और चुत का मुंह लग रहा था जैसे पहली बार फट गया हो ।

सीमा ,--अमित थेंक्स तो तुमको विजय को बोलना चाहिए जो तेरी बीबी का इंजन हाई स्पीड में चला रहा है क्यो विजय, कैसा है रेखा की गाड़ी का इंजन ।

विजय हापते हुए ,--मस्त गाड़ी है भाभी और इंजन तो लगता है पहली बार लांग ड्राइव में यूज़ हो रहा है देखो आयल पूरा गियर को चिकना किये हुए है।

तभी अमित झुककर मेरी चुत को देखकर बोला ,--अरे तभी तो गियर ठीक से काम कर रहा है ऐसे ही स्पीड से चलाओ मस्त गाड़ी है ना।

विजय रूक कर ,--हांपते हुए आप चिंता नही करो अमित बाबू में आज इस नए इंजन को बिल्कुल फ्री कर दूंगा उसके बाद इस गाड़ी को कोई भी चला लेगा ।

जब विजय ने ये द्विअर्थी बात बोली तो इसका असर सीधे मेरी चुत पर पड़ा और में दुबारा झड़ने के करीब पंहुच गयी क्योंकि विजय का कहने का सीधा मतलब ये था कि आज मेरे जैसी हाई क्लास औरत को एक निम्न स्तर का ड्राइवर चोद रहा है आज के बाद मुझे कोई भी चोद कर चला जायेगा ।

अमित ,--धन्यवाद विजय में भी यही चाहता हूँ कि इस गाड़ी को लोग टेक्सी की तरह यूज़ करे और रोज नया चालक इसे चलाये।

विजय ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली और उनकी गरम बातों से दस पन्द्रह धक्कों के साथ ही में दुसरीं बार झड़ कर निढाल हो गयी और चुत पूरी भीग गयी, जो तीनों समझ गए।

विजय ,--सीमा भाभो लो ये रेखा भाभी का रेडिएटर तो गरम होकर पानी फेंक दिया ।

सीमा ,--वो तो फेंकना ही था तुमने टॉप गियर से नीचे ड्राइव ही नही किया।

अमित ,--विजय तुम इसको लागतार चोदना चालू रखो ।

सीमा ,--पर वो दुसरीं बार झड़ गयी ।

अमित ,--तो क्या हो गया ।

सीमा ,--अरे विजय अभी रात भर यहीं है ना।

अमित ,--अरे भाभी आप समझ नही रही मेने पोर्न स्टोरीज में पढ़ा है किसी भी लड़की या औरत को अगर जरूरत से ज्यादा चोदा जाए तो वो चुड़कड बन जाती है अगर विजय इसको जितना ज्यादा चोदेगा इज़की चुदाई की बूख बढ़ जाएगी और फिर ये चुत की प्यास के कारण शर्माना भूल जाएगी ।

सीमा ,-बात तो सही है तुम इसको गरम रांड बनाना चाहते हो क्या।

अमित ,--हाँ , मेरी प्यारी भाभी ।

सीमा ,--विजय तब तो लगे रहो और अपना वीर्य चुत में गिराकर ही रुकना ।
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