Episode 31


में गाड़ी चला रहा था रोनक रास्ता बता चुका था किस रुट से कैसे जाना था । मेरा ध्यान गाड़ी चलाने के साथ बैक मीरर पर भी था जिसमे से पीछे का पूरा सीन दिख रहा था । रोनक और पीयूष मेरी बीबी से बिल्कुल चिपक कर बैठे हुए थे दोनों उसके गालों को प्यार से चूम रहे थे और बीच बीच मे हाथों से रेखा के मस्त बूब्स को फ्रॉक के ऊपर से प्यार से सहला रहे थे ।

रेखा दोनों के साथ मस्ती में डूबी हुई थी और बीच बीच मे ग्लास की तरफ देखकर मुझे आंख मार रही थी वो बड़े ही सेक्सी तरीके से मुझे इशारे कर रही थी जिससे मेरे लण्ड को झटके लग रहे थे ।

पीयूष रेखा की सुंदरता में पूरा पागल था वो उसको बड़े ही प्यार से चूम और चाट रहा था जीससे रेखा की मादक सिसकियों गाड़ी का माहौल सेक्सी बनाये हुए थी ।

कुछ देर गाड़ी चलाने के बाद रोनक ने मुझे गाड़ी साइड में रोकने को कहा और वो फोन में किसी को गाड़ी कहाँ खड़ी है बताने लगा तभी सामने से दो लड़के आते दिखे जो शायद वहीं आस पास में इंतजार में खड़े थे ।

दोनों पास आकर गाड़ी में बैठने लगे तो रोनक ने एक को आगे की सीट पर बैठने को कहा दूसरा पीछे की सीट पर चला गया ।आठ सीटर गाड़ी में अब आगे मेरे साथ एक लड़का बैठा था बीच मे रेखा दो लड़कों के बीच थी और सबसे पीछे वाली सीट पर एक लड़का बैठा हुआ था ।

गाड़ी में बैठते ही आगे बैठे हुए लड़के जिसका नाम अनिल था वो रेखा को देखते हुए बोला ।

अनिल ,--रोनक यार ये माल नई लग रही है कहां से लाये हो एक दम झक्कास लग रही है नई सेक्रेटरी रखी है क्या।

रोनक हंसते हुए ,--साले ये मेने एक दिन के लिए पीयूष के बर्थडे पर गिफ्ट की है आज इसको फार्म हाउस पर बजायेंगे ।

इतना सुनते ही अनिल सीट पर पीछे को झुक गया ओर रेखा के होठों को किस करने लगा ।

रोनक ,--साले ऐसी क्या जल्दी है पहले पीयूष को तो ठीक से चख लेने दे ।

मेने शीशे में से देखा कि पीछे वाला लड़का भी रेखा के कंधे पर हाथ फेर रहा था और झुककर रेखा के गले को किश कर रहा था । जिसमें रेखा की सिसकी मुझे आराम से सुनाई दे रही थी ।

रोनक ,--साले हरामियों ऐसी क्या जल्दी है तुम दोनों को आराम से चूसना इसको पहले पीयूष को टेस्ट कर लेने दो एक बार ।

रोनक के बोलते ही दोनों लड़के सीधे बैठ गए पर दोनों की आंखे रेखा पर ही जमीं थी।तभी पीयूष बोला ।

पीयूष ,--सालों मुफ्तखोरों आज मेरे बर्थडे पर तुम लोग बिना गिफ्ट लिए हराम का माल मारने आ गए अब कमसे कम सिगरेट तो जला लो ।

पीयूष के बोलते ही अनिल और शानू ने एक एक सिगरेट जलाई और फिर खुद कश लेकर दोनों ने सिगरेट रोनक और पीयूष को पकड़ा दी । दोनों ने सिगरेट लेकर एक साथ रेखा के होठों से लगाया ।रेखा ने बारी बारी से सिगरेट पी तो दोनों ने सिगरेट को अपने मुंह से लगा लिया ।

तभी पीछे से शानू बोला ,--वाह क्या गजब दोस्ती निभा रहे हो खुद तो इस कुड़ी के मुंह से लगा सिगरेट पी रहे हो और हमें मना कर रहे हो ।

रोनक ने अपना सिगरेट रेखा के मुंह मे लगाया और फिर शानू को देते हुए बोला ,--ले बहनचोद तू भी अपनी माँ चुदवा इसके होठों से लगा सिगरेट फूंक कर ।

इधर पीयूष ने सिगरेट मुंह मे लिया और उसका धुआँ रेखा की फ्रॉक की चैन खोलकर उसके बूब्स को नंगा कर करके उन पर छोड़ने लगा।

रेखा के बूब्स पर सिगरेट का धुआं लगने से रेखा की आंखे और ज्यादा नशीली दिखने लगी और वो मुझे बेक मिरर में देखकर प्यासी दिखने लगी ।

आगे बैठे अनिल ने जब रेखा के नंगे बूब्स देखे तो वो बोला ,--वाह यार पीयूष क्या मस्त बूब्स है इस हसीना के एक दम गोल और कितनी शानदार मेहंदी लगवाई है इसने लण्ड खड़ा कर दिया मेरा तो इसकी निप्पल पर लगी रिंग ने ।

इसके साथ ही वो मेरी तरफ देखकर लण्ड मसलते हुए बोला ,--क्या रण्डी लाये हो दोस्त तुम मुझे अपने नम्बर देना ताकि अगली बार तुमको में अच्छा कमीशन दिलवाऊंगा ।

में गाड़ी रोनक के कहे अनुसार जिधर जाना था वैसे चला रहा था और वो चारों दोस्त बारी बारी से रेखा को सिगरेट अपने हाथों से पिला रहे थे दो सिगरेट में से उन लोगों ने एक से ज्यादा सिगरेट रेखा को पिला दी और उसका धुआँ रेखा के ऊपरी न्यूड हिस्से पर छोड़ रहे थे।
तभी पीयूष ने अपना मुंह सिगरेट के धुएं से भरा और अपना मुंह सीधे रेखा के मुंह से लगा दिया जिससे दोनों के मुंह मिल गए ओर दोनों के होंठ आपस मे सील गए ।
गाड़ी में बैठे तीनो दोस्त तालियां बजाने लगे और हैप्पी बर्थडे पीयूष बोलने लगे ।

दोनों की नाक से घुवां निकल रहा था और दोनों प्रेमी युगल की तरह चिपके हुए थे तभी अनिल बोला।

अनिल ,--यार पीयूष थोड़ा रस हम लोगों के लिए भी
छोड़ देना इसके सरबती होठों का सारा रस अकेले ही पी जाएगा क्या ।

तभी रोनक बोला ,--अबे साले ऐसी हसीनाएं होती ही है । हम जैसे भँवरों को रस पिलाने के लिए । देखो कितनी प्यासी लग रही है पीने दो पीयूष को ।

अनिल ,--पर यार इसको थोड़ा रस तो अपने होने वाले पति के लिए भी बचा कर रखना चाहिए वरना इसका रस खत्म हो जाएगा।

शानू,--भोसडी वाले ऐसी गर्म औरते एक आदमी से संतुष्ट नही हो सकती देखना ये शादी के बाद भी नए नए लण्ड लेगी ।

में उन सब की बातों से पूरा गर्म हो चुका था साथ ही सोच रहा था कि उस दिन विजय ने मेरी बीबी को रगड़कर चोदा था उसी की वजह से रेखा पूरी चुदास हो चुकी है विजय ने इसको पूरी चुदकड औरत बना दिया है जो अब धीरे धीरे रण्डी बनती जा रही है। तभी रोनक ने मुझसे कहा ।

रोनक ,--अमित यार तेरी मेडम की शादी किसी ऐसे लड़के से करवाना जो मेडम को चुदते हुए देखकर बर्दास्त कर ले क्योंकि तेरी मेडम शादी से पहले बहुत बड़ी रांड बन जाएगी ।

मेने रोनक की बात सुनकर मन मे सोचा साले में खुद इसको रांड बनाने में लगा हूँ तभी तो इसके एक इशारे पर तुम सब से चुदवाने लाया हूँ ।

गाड़ी हाइवे से उतरकर एक सिंगल रॉड पर आ चुकी थी और में चाहता था कि जल्दी से हम लोग फार्म हाउस पहुंच जाए क्योंकि रेखा के साथ उन लड़कों की हरकतें देखकर मेरा लण्ड पूरा टनटनाया हुआ था और मुझे जल्दी से मुठ मारने के लगी थी ।

अंदर गाड़ी में चारों लड़के रेखा के साथ अश्लील छेड़खानी किये जा रहे थे मेरा ध्यान बेक मिरर पर था तभी मेने देखा रेखा रोनक के कान में धीरे से कुछ बोली जिसे सुनकर रोनक के चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान छा गयी ।

उसने रेखा की फ्रॉक को ऊपर किया और उसकी पैंटी को धीरे धीरे नीचे खिसकाने लगा गाड़ी की स्पीड ज्यादा नही थी इसलिए मैंने नजर घुमाकर जब पीछे देखा तो रेखा की पेंटी रोनक के हाथ मे थी जो पूरी गिली थी उसने पेंटी को ऊपर किया तो पीछे से शानू ने लपक लिया औऱ सूंघने लगा ।

तभी मेरे को रोनक ने एक चार इंच का डिल्डो पकड़ाया ओर बोला ,--ले अमित ये डिल्डो सुबह से तेरी रेखा मेडम की चुत में पड़ा था इस पर रेखा की चुत का हनी लगा हुआ है मज़े से चाटते रहना ।

मेने हाथ बढाकर डिल्डो हाथ मे लिया जो पूरा चुतरस से सना हुआ था और उसमे से वही जानी पहचानी खुशबू आ रही थी ।

तभी रोनक ने मुझे गाड़ी साइड में रोकने को कहा । मुझे बहुत ताज्जुब हुआ कि इस तरह रास्ते मे गाड़ी को रुकवाने का क्या मतलब है पर मुझे तो गाड़ी रोकनी ही थी इसलिए रोड से साइड करके गाड़ी रोक दी रोड के दोनों तरफ घने पेड़ ठंड तो रोनक रेखा से बोला ,--बेबी जाओ करकर आओ पर पेड़ों के अंदर मत जाना अंदर सांप वगेरह हो सकते है ।

पीयूष ने गेट खोला तो रेखा उतरकर नीचे गयी पर सांप के डर से थॉडी दूर जाकर उसने पीछे देखा तो वो कुछ सोचने लगी तभी पीयूष बोला ।

पीयूष ,--बेबी जल्दी करो हमको लेट हो रहा है ।

रेखा ने कोई रास्ता नही सुझा तो अपनी फ्रॉक ऊपर की ओर गाड़ी की तरफ अपनी गाँड करके बैठ गयी उसकी फ्रॉक ऊपर होते ही उसकी गोरी गाँड सबकी आंखों में छा गई ओर सब अपने लण्ड मसलने लगे तभी अनिल बोला ।

अनिल ,--यार रोनक पैसे वसूल करना तो कोई तुमसे सीखे पीयूष के बर्थ डे पर इस रांड की गाँड पर भी लिखवा दिया बर्थडे गिफ्ट फ़ॉर पीयूष ।

रोनक ,--अब गांडू ये रांड नही एक अच्छे परिवार की औरत है इसका पति गांडू है इसलिए बिचारि को अपनी प्यास बुझाने के लिए ये एन्जॉय करती है ।और रही बात लिखने की तो ये साधारण स्केच पेन से लिखा है जो एक बार रगड़कर धोते ही उतर जाएगा।

शानू ,--पर यार साली की गाँड देख क्या मस्त चिकनी है लगता है इसका पति ठीक से लेता नही होगा ।अगर पीयूष के लिए ये गिफ्ट आइटम नही होती तो साली को अभी यही पकड़कर चोदना चालू कर देता ।

रोनक ,--भोसडी वालों अभी शाम हुई रात में जितना मन करे उतना चोद लेना ।

अनिल ,--पर यार ये घरेलू औरत होकर कुछ ज्यादा हो बोल्ड नही है क्या ।

रोनक ,--साले तभी तो तू लण्ड पकड़कर मसल रहा है वरना तेरी गर्लफ्रैंड तो चुदवाने से पहले चुत भी ढंग से नही दिखाती ।

रेखा बेठकर मूत रही थी और इधर चारो दोस्त रेखा की गोरी गाँड की को देखकर लण्ड मसल रहे थें तभी रोनक ने मेरे कान में कहा ,--अमित तुझे लाइव शो देखना है फार्म हाउस पर ।

मेने गर्दन हिला के हां कहा तो वो फिर से कान में बोला ,--ठीक है फिर तुम मेरे दोस्तों के सामने मेरी किसी भी बात के लिए मना मत करना ।

रोनक ने तो मेरे मन की बात खुद ही बोल दी थी में अपनी बीबी रेखा को चार चार कमसिन लौंडों से गैंग्बेंग का मज़ा लेना चाहता था इसलिए तुरन्त इकरार कर लिया ।

रेखा काफी देर तक मूतने के बाद गाडी में बैठ चुकी थी और अच्छी बात ये रही कि वो रोड सुनसान थी इसलिए किसी ने कुछ नही देखा था । मेने गाड़ी स्टार्ट की और फार्म हाउस की तरफ बढा दी।

मेने गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी थी क्योंकि रेखा की गोरी गाँड और उसपर लिखा मेसेज पढ़कर मेरे लण्ड में पूरा उफान आ चुका था ये सोचकर कि ये लोग मेरी बीबी की इसी गोरी गाँड को थॉडी देर बाद चूमेंगे और फिर चारों मिलकर मेरी बीबी की गाँड को रातभर चोद कर पूरा खोल देंगे ।

गाड़ी में चारों के रेखा के साथ छेड़खानी चालू थी उनकी अश्लील बातें सुनकर रेखा के गालों पर लाली छाई हुई थी वो बीच बीच मे आईने की तरफ़ देखकर मुझे आंख मार रही थी ।

मेरे लण्ड में तनाव कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा था रेखा की हरकतों से । साथ ही मन ही मन ये विचार भी आ रहे थे कि रेखा जैसी कामुक और मस्त बीबी को नंगी देखकर मेरे लण्ड में इतना तनाव नही आता जितना उसको दूसरे के साथ देखकर आता है ।

गाड़ी में चारों की बातें चालू थी गाड़ी में बैठते ही अनिल बोला ।

अनिल ,--यार रोनक हमे तुम्हारी दोस्ती पर नाज है जो तुमने पीयूष के बर्थ डे पर उसको इतना रंगीन तोहफा गिफ्ट किया ।

पीयूष ,--- थेंक्स यार रोनक तुम सच मे अच्छे दोस्त हो क्या मस्त घोडी चुनी है तुमने ।

रोनक रेखा के नेंगे कंधे को चूमकर ,--सालो मेरा है वो तुम्हारा सब का है इसमें कौनसी नई बात है आखिर हम सब एक दूसरे की गर्ल फ्रेंड को मिलकर रंडियों की तरह चोदते हैं तो ये तो है ही रण्डी ।

शानू ,--पर रण्डी और इसमें फर्क है रण्डी का शरीर पूरा चूसा हुआ होता है ये पूरी खिली हुई गुलाब की तरह लग रही है मज़ा आएगा इसको मसलकर ।

अनिल ,--बहनचोद बात तो ऐसे कर रहे हो जैसे जिंदगी में सिर्फ रांड ही चोदी है भोसडी वाले ।

पीयूष ,--साले सोच समझ कर बोला कर तूने अनिल की बहन औऱ मोनिका को भी रण्डी समझ कर चोदा था क्या ।

रोनक ,--अबे हरामियों क्यों बेकार की बहस कर रहे हो हम सब ने मिलकर जिसको भी चोदा है उसको रण्डी बनाकर ही छोड़ा है चाहे वो किसी की बहन हो या भाभी ।

अनिल ,--पर यार चुदी चुदाई औरत को चोदने का मज़ा ही अलग है शानू की मम्मी क्या मज़ा करवाती है रात भर सबके अण्डकोष खाली करदेती है ।

चारो मेरी रेखा को चूमते चाटते हुए अपना अपना लण्ड जीन्स खोलकर बाहर निकाल चुके थे और लण्ड पर हाथ फेरते हुए बाते कर रहे थे तभी एक बड़ा सा गेट के पास रोनक ने मुझे गाड़ी गेट के अंदर डालने को कहा ।

मेने गाड़ी के गेट की तरफ मोड़ा ही था कि अंदर से एक गार्ड दौड़ा हुआ आया और गेट खोल दिया । गाड़ी अंदर घुसते ही रोनक ने गाड़ी रोकने को कहा । गाड़ी रोकते हिचारो लड़के उतरे और गार्ड को झुककर प्रमाण किया ।

गार्ड जो चालीस साल का नेपाली लग रहा था वो बोला ।

गार्ड ,--रोनक बाबू आप एक नोकर को कितना सम्मान देते हैं में इस लायक नही हूँ ।

रोनक ,--बहादुर चाचा आप हमेशा यही बात दोहराते हो आप नोकर नही मेरे चाचा हैं देखिये आज पीयूष का बर्थडे है उसके लिए ये गिफ्ट लाएं है।

रोनक ने गाड़ी मेरेखा की तरफ इशारा किया तो बहादुर गाड़ी की तरफ आया और रेखा जिसने चैन लगाकर बूब्स ढक लिए थे उसने फ्रॉक के ऊपर से हाथ डालकर रेखा की चूची को पकड़कर देखा और बोला ।

बहादुर ,--रोनक बाबू माल तो मस्त है ज्यादा यूज़ नही हुआ है मज़ा आएगा ।

रोनक ,--आप गेट लॉक करके आइए और मनिसा चाची को बोलिये इसको तैयार करदे पहले बर्थडे सेलिब्रेट करेंगे फिर इसको सेलिब्रेट करेंगे ।

बहादुर ,--आप चलिए में मनीषा को इंटरकॉम से बोलता हूँ और गेट लोक करके आता हूँ ।

चारों लड़के गाड़ी में बैठ गए फार्म हाउस काफी बड़ा था लगभग आथा किलोमीटर चलने केबाद एक पहाड़ के नीचे बड़ा सा बिल्डिंग आया उसके सामने गाड़ी को रोकने को रोनक ने कहा तो मेने गाड़ी रोकी ।

गाड़ी रोकते ही एक धोती कुर्ता पहने लगभग साठ साल का बुढा दौड़कर आया और बिल्डिंग से एकं नेपाली सुंदर सी औरत जो अठाइस तीस साल की होगी बाहर आई ।

सब लड़को ने बूढ़े आदमी को झुककर प्रणाम किया फिर उस औरत को सबसे पहले प्रणाम किया तो औरत बोली ।

मनीषा ,--रोनक बाबू अभी तो झुककर प्रणाम कर रहे हो फिर थॉडी देर बाद अपने नीचे सुलाओगे ।

रोनक ,--चाची आप अभी बहादुर चाचा की बीबी हो इसलिए प्रणाम करना पड़ता है थॉडी देर बाद चाचा आपको नंगी करके मेरे नीचे सुलायेगा तो में क्या करूँ चाचा का हुक्म तो मानना पड़ेगा ना।

मनीषा ,--हट शैतान पहले तो चाची बोलोगे फिर चाची को ही अपनी रखेल बनाओगे ।

रोनक ने ये सुना तो वो सीधा खड़ा हुआ और उस नेपालन के होंठ चुसने लगा जिसे में ही नही रेखा और रोनक के दोस्तो के अलावा धोती वाला बूढ़ा भी देख रहा था । रोनक के अलग होते ही मनिसा रोनक के दोस्तों से ।

मनिसा ,--आओ मेरे प्यारे बच्चों तुम भी एक बार चाची की इज्जत कर लो बाद में इसी चाची की इज्जत को बेशर्म बनकर लूटना ।

अनिल नेपालन के पैर छूकर ,--अरे चाची आप कोभी तो अपनी इज्जत लुटवाने में मज़ा आता है ।

सबने बारी बारी से नेपालन को प्रणाम किया और उसको किश कर लिया तो वो बोली ।

मनीषा ,--आज में अपने सब बच्चों को दूध पिलाऊंगी ।

अनिल ,--क्या चाची दूध की जगह नेपाली जड़ी बूटी खिलाओ ।

रोनक ,--भोसडी वाले चाची को चाचा ने प्रेग्नेंट किया था ना जब पिछली बार आये थे तो चाची ने बताया था अब उसने एक बेटे को जन्म दिया है जो चार महीने का हो चुका है इसलिए वो असली दूध पिलाने को बोल रही है ।

मनीषा ,--पता नही चाचा ने प्रेग्नेंट किया या बड़े मालिक में या फिर तुम लोगों ने ।

अनिल ,--अरे हां, याद आया चलो फिर ।

फिर रोनक ने रेखा को मनीषा से मिलवाया और पीयूष का बिरथ दे स्पेशल बनाने के लिए बोलकर उसको मनिसा के साथ भेज दिया । गाड़ी से सामान निकाल कर बूढ़ा अंदर ले गया तो रोनक ने मुझे भी अंदर आने को कहा ।

में बाहर से फार्म हाउस की खूबसूरती देखने लगा पहाड़ के नीचे झरना था जिसके पास चारों तरफ हरियाली थी और पास से एक छोटा नाला साफ पानी का बह रहा था बहुत ही सुंदर फूलों के पौधों की क्यारियां थी ।

अंदर आकर देखा तो ऐसा लगा जैसे स्वर्ग धरती पर ही हो एक बड़ा सा हाल था जिसमे से बाहर का सारा नजारा दिख रहा था हॉल में सिर्फ सोफ़े थे और एक सीधी थी जो ऊपर और नीचे को जा रही थी ।

रोनक ने मुझे ऊपर की तरफ आने का इशारा किया जब ऊपर पहुंचे तो टेबल पर पीने के लिए सामन सज़ा था नेपाली चाचा और बूढ़ा पेग बनाने में लगे थे ।

रोनक ने मुझे भी बैठने को कहा और सब ने अपना अपना पेग उठाकर पीना शुरू किया।

आगे की कहानी अब रेखा की जुबानी ।

मनीषा मुझे ऊपर लेकर आई और एक रूम में लेजाकर बाथरूम दिखाते हुए बोली जल्दी से नहा कर आओ फिर तुमको ड्रेस देती हूं जो पहननी है वो बेग से ड्रेस निकालने लगी ।

में जल्दी से नहाकर तौलिया लपेटकर बाहर आई तो उसने मुझे ड्रेस दी जिसमे एक लहंगा और चोली थी साथ मे एक चुन्नी थी जो पूरी ट्रांसपरेन्ट थी मेने भी बिना ना नुकर किये ब्रा जैसी दिखने वाली चोली और घाघरा पहन लिया फिर चुन्नी से सर ढक लिया तो मनीषा मेकअप करने लग गयी ।

मनीषा ,--तुम लगती तो शरीफ हो पर से इन लोगों को संभाल लोगी ।ये ड्रेस पहनकर तुमको नही लगता कि तुमको ये रण्डी वाली ड्रेस में रण्डी समझकर चोदने वाले हैं।

में ,--क्यों तुम हो ना साथ मे ।

मनीषा ,--ये लोग जब भी यहां आते है एक नई तितली को लाते है फिर रात भर वो तितली उड़ने की कोशिश करती है पर ये शैतान लोग उसके पूरे पंख तोड़ देते हैं ।

में,--तो तुम्हारे भी पंख इन्ही लोगों ने तोड़ दिए ।

मनीषा ,--मेरे को बड़े मालिक काठमांडू से खरीद कर लाये थे फिर बहादुर की बीबी बना दिए पर बहादुर सिर्फ नाम का पति है ।

में ,--मतलब तुम बहादुर की बीबी नही हो।

मनीषा ,--बीबी थी पर अब नही भी । जब तक मे प्रेग्नेंट नही हुई तब तक बड़े मालिक और रोनक बाबू की बीबी थी पर गर्भवती होने के बाद बड़े मालिक ने मेरा विवाह बहादूर से करवा दिया ।

में ,--तो तुम्हारे बच्चे के पिता कोन है ।

मनीषा ,--पता नही बड़े मालिक है या फिर कोई और क्योंकि प्रेग्नेंट होने से पहले बड़े मालिक के अलावा बहुत लोगों ने अपना पानी मेरे अंदर डाला है ।

मनीषा ने मुझे तैयार कर दिया था बहुत डार्क मेकअप करके पूरी तरह से रण्डी वाला लुक दिया था चुन्नी सिर्फ दिखावे मात्र थी ।चोली मेरे बूब्स को ढक कम दिखा ज्यादा रही थी अगर थोड़ा सा झुक जाऊं तो निप्पल बाहर आ जाये क्योंकि चोली को मनीषा ने लूस बांधा था ।घाघरा इतना नीचे बंधा था कि अगर झांट साफ नही होती तो वो भी दिख जाती ।

नवल की रिंग पूरी तरह दिख रही थी और बूब्स पर लिखा भी पढ़ा जा सकता था तभी पास के कमरे में से बच्चे के रोने की आवाज आई तो मनीषा बच्चे कोदूध पिलाने की बोलकर चली गयी ।

मनीषा के जाते ही रोनक अंदर आया उसके हाथ मे शराब का पेग था वो पहले तो मुझे ऊपर से नीचे तक घूरा और फिर दारू का घूंट पीकर लण्ड मसलते हुए मेरे पास आकर बोला ।

रोनक,--साली पुरी वेश्या लग रही है ले ये पेग पी ले तेरे बदन में गर्मी ला देगा ।

उसने अपना दारू का पेग मेरे मुंह से लगा दिया जिसे में पूरा पी गयी तो रोनक बोला ।

रोनक ,--सुन हमे पियूष का बर्थडे स्पेशल बनाने के लिए कुछ फोटो लेनी है ।अगर तुम कहो तो

मैं ,-सर आप को पता है मेरा पति साथ मे है वो अगर राजी है तो मुझे प्रॉब्लम नही है ।

रोनक ,--रेखा तुम उसके लिए चिंता छोड़ दो वो गांडू से मैने बात कर ली वही फ़ोटो खींचेगा और जितनी फोटो लेंगे तुम्हारे ही मोबाइल से लेंगे फिर डार्लिंग, तुम चाहो तो तुम मुझे दे सकती हो तुम्हारे मोबाइल से उसके लिए तुम बाध्य नही हो । हमें पीयूष की नई गर्लफ्रैंड को दिखाने है ताकि वो भी खुलकर एन्जॉय करना सीख ले ।

मैं ,- ठीक है पर अमित को भी मज़ा आना चाहिए ।

रोनक ,--यस बेबी ।

उसके बाद रोनक चला गया थॉडी देर बाद मनीषा आयी और बोली ,--चलो तुम्हारे ग्राहक तुमको चोदने के लिए अपने लण्ड पकड़कर बैठे हैं।

मैं ,--चलो जब तुमने मुझे रण्डी बना ही दिया तो ग्राहकों को तो खुश करना ही पड़ेगा ।

उसके बाद मेने एक बार फिर से अपना हुलिया आईने में देखा तो खुद पर शर्म आने लगी कि एक पढ़ी लिखी अच्छे घराने की संस्कारी औरत आज वेश्या बनकर जा रही है ।मेरा मेकअप बहुत गहरा था काजल लिपस्टिक इतने डार्क थे कि उनको देखते ही कोई भी यही कहे कि ये औरत पूरी रांड है ।

मनीषा मेरे पास आई और उसने मेरी चुन्नी को कंधे पर डाल दिया और फिर एक चमकीला पाउडर मेरी क्लीवेज और नवल पर लगाकर बोली ,--चलो अब । साले सब तुम्हारा रूप देखकर कहीं टूट नही पड़े ।

मनीषा मुझे बाहर हाल में लेकर आई जहां सोफ़े पर चारों दोस्त बैठे दारू के साथ सिगरेट पी रहे थे नीचे फर्श पर बहादुर ,अमित और बढ़ा माली बैठा हुआ था ।

मुझे देखते ही अनिल ने सिटी मारी और सबको बोला ,--देखो मनीषा चाची ने क्या गजब का तैयार किया है इस रण्डी को एक दम सस्ती रण्डी लग रही है ।

सब लोग मुझे घूर रहे थे जैसे मुझे अपनी आंखों से चोद रहे हो तभी शानू बोला ,--अब जल्दी से केक कटवा ओ यार और पीयूष तुम जल्दी से इसको चख लो । अब बर्दास्त नही हो रहा ।

रोनक ,--भोसडी वाले ये कोई बच्चों वाला बर्थडे है क्या जो केक काटो और हो गया ।

अनिल ,--फिर बर्थडे कैसे मनेगा ।

रोनक ,--आज पीयूष बर्थडे नही एडल्ट डे मनाएगा आज ये चौबीस साल का हो जाएगा इसलिए ये काम शास्त्र सीखेगा और काम शास्त्र से अपना बर्थडे मनाएगा क्यों हरि चाचा ।

बूढ़ा जिसका नाम हरि राम था वो जात से पिछड़े वर्ग से था वो बोला ,--हां छोटे मालिक , आज पियूष बाबू अपने आप को जवान होने का प्रूफ देंगे ।इसलिए में जैसा कहता हूं वैसे बर्थडे मनाया जाएगा ।

उसके बाद हरि काका ने रोनक को पीयूष के पास से हटने को कहा और मुझे पीयूष के पास बैठने को कहा ।

में जाकर सोफ़े पर बैठ गयी रोनक अनिल के पास बैठ गया तो बूढ़ा बोला ।

बूढ़ा ,--सबसे पहले मीठे से शुरुआत होनी चाहिए इसलिए दोनों का मुंह मीठा करवाना पड़ेगा ।पीयूष बाबू इस लड़की को ये मिठाई खिलाइए ।

बूढ़े ने एक मिठाई का टुकड़ा जो हाथ से बना था मेरी तरफ बढ़ाने लगा तो रोनक ने कहा रुको अमित फोटो लो पीयूष को मिठाई खिलाते हुए ।

अमित ने मेरा मोबाइल लिया और एक्शन बोला जिसके बाद पीयूष ने मेरे मुंह की तरफ वो छोटा सा टुकड़ा बढ़ाया । मिठाई होठों पर रखते ही अमित ने आठ दस बार फलेश किया जिसकामतलब उसने आठ दस फोटो खींच लिए थे ।

मिठाई का टेस्ट कुछ अजीब सा था जिसे खाने के बाद मेरे मुंह देखकर मनीषा बोली ,--खा ले रेखा इसमें नेपाल से लाई हुई शिलाजीत अश्वगंधा जैसी जड़ी बूटियां गुड़ के साथ मिलाई हुई है ये तुझें इन सब से चुदवाने के लिए ताकत देगी ।

उसके बाद बूढ़े ने मनीषा को इशारा किया तो मनीषा ने मुझे एक गिलास दूध पकड़ाया जिसे देखकर पीयूष बोला ,--चाचा ये दूध शराब के साथ ठीक रहेगा ।

बूढ़ा ,--बेटा ये गाय भेस का नही मनिसा के स्तनों का है इसको पीने से दारू का नशा बढ़ जाएगा ।पूरा पी लो ।

में मनीषा का मुंह ताकने लगी तो मनीषा बोली ,--ये मेरा ही दूध है मेने अपने बेटे को गाय का दूध पिलाकर सुला दिया ।

मेने गिलास पीयूष के होठों की तरफ बढाया तो अमित फलेश चमकाने लगा और पीयूष दूध को स्वाद लेकर पीने लगा ।जिसे देखकर रोनक बोला ।

रोनक ,--चाची आप ने सारा दूध अकेले पीयूष को पिला दिया हम लोग क्या पियेंगे ।

मनीषा हंसते हुए ,--बाबू में नेपाल से लायी हुई जड़ी बूटी खाती हूँ इसलिए थॉडी देर में फिर से मेरी चूची दूध से भर जाएगी तब पी लेना ।

पीयूष पूरा दूध पी गया तो सब ताली बजाने लगे तो बूढ़ा मुझसे बोला ,--बेटी तुम अब पीयूष बाबू की गोद मे बैठ जाओ ,पीयूष बाबू आप इसको एक जांघ पर बिठा लीजिये और इसके गले पर चुमिये ।

जैसे ही में पीयूष की गोद मे बैठी मुझे उसका लण्ड मेरी गाँड में चुभा उसके बाद जैसे ही चूमने को तैयार हुई मनीषा ने उसको रोककर उसके होठों पर एक लिक्विड लिपस्टिक लगाई जिससे उसके होंठ गुलाबी हो गए और जब उसने मेरे गले को चूमा तो पूरे होठ मेरे गले पर छप गए ।और मेरे चेहरे पर कामुकता आ गयी जिसे देखकर रोनक बोला ।

रोनक,--अमित तुम रेखा की पिक्चर लेते रहो इसके चेहरे के कामुक एक्सप्रेशन फोटो में दिखने चाहिए और शरीर पर इसके होठों की छाप साफ आनी चाहिए ।

मनीषा बार बार पीयूष के होठों पर लिक्विड लगा रही थी जिससे मेरे पूरे गले का रंग गुलाबी हो गया ।तभी बूढ़ा बोला ।

बूढ़ा ,--पीयूष बाबू अब आप इसकी चोली के ऊपर जितनी चुचियाँ दिख रही है उनको चुमिये ।

इसके साथ ही पीयूष मेरी उन्नत चुचियाँ जो आधी से ज्यादा बाहर थी उनको अपने होठों से चूमने लगा जिससे मेरी सिसकियों निकलने लगी । मेरी आँखें मुंदने लगी थी पर सामने से आई सिसकी की आवाज ने मुझे आंख खोलने को मज़बुर कर दिया ।

सामने देखा तो अमित एक हाथ से लण्ड मसलते हुयेफोटो ले रहा था पर हरि काका अपने लोडे को धोती से बाहर निकाल कर मुझे देखते हुए मुठ मारते हुये सिसक रहे थे । बाकी के लोग भी अपने अपने लण्ड को पेंट के ऊपर से पकड़कर मसल रहे थे ।

पर जब मेरा ध्यान मनीषा पर गया तो में हैरान रह गयी उसने अपनी सारी और पेटीकोट निकाल दिया था और ब्लाउज़ पहने हुए अपनी पेंटी को चुत से खिसका कर सोफ़े के सहारे खड़ी होकर चुत में अंगुली कर रही थी।

मनीषा कोइस तरह सात मर्दों के बीच अंगुली करते देख कर मेरी भी हिम्मत बढ़ गयी और में भी पीयूष का सर पकड़कर एक हाथ से चोली को खिसका दी जिससे मेरी रिंग लगी निप्पल पीयूष के मुंह मे चली गयी ।जिसेदेखकर बूढ़ा बोला ।

बूढ़ा ,--ये लड़की तुम चुपचाप बैठी रहो तुमको जब कुछ करने को कहा जाए तब करना । बूढ़े की बात सुनकर रोनक बोला ।


रोनक ,--रेखा तुम भूल गयी कि जब तक मे नही बोलू तुम मूतने भी नही जा सकती ।

में ,--सॉरी सर ।

में पीयूष को छह मर्दों के सामने चूमते देखकर पागल हो रही थी और अमित जिस तरह से मुझे देखकर लण्ड पकड़े फोटो ले रहा था । मन कर रहा था नंगी हो जाऊं और चुदने की रिकवेस्ट करूं ।

पर ग्रुप की सीमाएं मुझे याद थी कि मेरे लिए रोनक द्वारा दी गयी रेटिंग मायने रखती थी इसलिए चुपचाप अगले आदेश का इंतजार करना ठीक लगा ।

में पीयूष की गोद मे बैठी हुई अपने ब्रा के ऊपर से खुले बूब्स का ऊपरी हिस्सा जिनको पीयूष अपने होठों से गुलाबी कर चुका था ।

सामने हरि चाचा जो डाइरेक्टर बने हुए थे अपने हबलबी लोडे को धोती से साइड करके खींच रहे थे जैसे। कि वो अपने नो इंच के लण्ड को और बड़ा करना चाहते हों ।

अमित जो अपनी बीबी यानी मुझे एक नए कमसिन लड़के के साथ किर्याकलाप को मोबाइल में अपना लण्ड रगड़ते हुए फ़ोटो के रूप में रिकॉर्ड कर रहा था ।

हॉल में कुल सात मर्द और एक औरत मेरे शरीर की चूमा चाटी को देखकर आहें भर रहे थे तभी चाचा बोला।

चाचा ,--पीयूष बाबू अब आप इसकी कांखों को अपनी जीभ से चाटिए इसकी कांख का पसीना जीभ से चाट लीजिये तभी ये हसीना पूरी मस्ति में आएगी और बेटी तुम अपनी दोनों कांखे पीयूष बाबू को चाटने के लिए अपनी बाहें ऊपर उठा लो ।

मेने अपनी गोरी बाहें ऊपर कर दी जिससे सब मेरी चिकनी बाहों को देखने लगे पीयूष कुत्ते की तरह जीभ निकाल कर मेरे पसीने को चाटने लगा जिससे रूम में फिर से सिसकियों की आवाज आने लगी ।

पीयूष मस्ती में मेरी कांखे चाटे जा रहा था तभी बूढ़ा बोला ,--सभी मर्द अपनी चड्डी छोड़कर बाकी के कपड़े खोल ले । जिसे सुनकर पीयूष भी मुझे गोद से उतारकर खड़ा किया और खुद भी खड़ा हुआ और पेंट शर्ट खोलकर खड़े खड़े मेरी आर्मपिट को चाटने लगा ।
जिसे देखकर बूढा बोला।

बूढा ,--पीयूष बाबू अब इसकी चुन्नी को खोल दीजिये और इसकी नाभि और इस के पेट को जीभ से चाटिए।

पीयूष का लण्ड उसकी अंडरवेअर को पूरा ताने हुए खड़ा था जो काफी बड़ा दिख रहा था जब मेरा ध्यान सामने गया तो अनिल अपने लण्ड को अंडरवेअर के होल से बाहर कर चुका था उसका लण्ड काफी मोटा लग रहा था जिसे देखकर मेरी चुत पनिया गयी तभी अनिल ने मुझे आँख मारकर अश्लील इशारा किया ।

पीयूष नीचे बैठकर मेरी नवल को चूम चाट रहा था मेरी नवल में लगी रिंग को अपने होठों से पकड़कर खींच रहा था जिससे मेरी सिसकियों की आवाज सबको सुनाई देने लगी ।

तभी रोनक ने अमित को पास बुलाया और कुछ कान में समझाया जिसे समझकर अमित ने मोबाइल बहादुर को दे दिया । अब बहादुर मेरी फोटो लेने लगा और अमित सोफा के पास आकर मेरे पीछे खड़ा हो गया इधर हरि चाचा के कान में रोनक कुछ समझाने लगा ।जिसे सुनकर हरि चाचा के चेहरे पर रोनक आ गयी ।और वो बोला ।

हरि चाचा ,--अब आगे बढ़ने से पहले अमित बाबू आप को कुछ कहना चाहते है अमित बाबू बोलिये ।

इतना सुनते ही पीयूष सोफ़े पर बैठ गया पर में चुपचाप खड़ी रही तो अमित बोला।

अमित ,--मेरा नाम अमित है और आज हम लोग पीयूष सर का बर्थडे सेलिब्रेट करने आये है इसलिए हम सब का परिचय आपस मे होना चाहिए ताकि सब एक दूसरे को पहचान सकें । जैसे कि मैने अपना नाम अमित बताया है में एक एजेंट हूँ जो रेखा मेम के साथ उनको सिक्युरिटी के लिए साथलेकर जाता हूँ ।

रोनक ,---अमित हरि चाचा और बहादुर अंग्रेजी नही समझ पाते इसलिए हिंदी शब्द काम मे लो । इतना बोलकर रोनक ने मुझे आंख मारी ।

में चुपचाप खड़ी सुन रही थी जब रोनक ने हिंदी में बोलने को कहा तो मुझे समझ मे आ गया कि रोनक ने अमित के कान में क्या खुशर पुसर की थी और क्यो हरि काका को बीच मे चुप कराया गया है रोनक अमित को लाइव शो दिखाने के बदले उसको पूरा हुमिलेट करने वाला है ।

अमित ,--सॉरी सर , मेंरा नाम अमित है और में एक दलाल हूँ जो रेखा जी के साथ उनको औऱ उनके ग्राहकों को सेवा देता हूँ ।

फिर वो मेरी तरफ देखकर बोला ,-- ये है रेखा जी जो सत्ताईस साल की है वैसे तो इनकी शादी हो चुकी है छह महीने पहले पर ये अपने पति से संतुष्ट नही हो पाती इसलिए काल गर्ल ....सॉरी रण्डी बाज़ी का धंधा करती है ।वैसे तो ये घरेलू महिला है लेकिन इनको नए नए काम मे मज़ा आता है । आज पीयूष सर के बर्थडे आप लोगो के लिए इन्होंने जो तैयारी की है वो आपको बताता हूँ ।

तभी अनिल बोला ,--साले जल्दी जल्दी बोल ना कब से लण्ड पकड़े बैठे है एक बार पीयूष इसको चोद ले तो साली को रण्डी बाज़ी भुला दूंगा ।

रोनक ,--अबे साले तू बीच मे टांग नही अडात्ता तो अभी तक अमित का परिचय हो चुका होता अमित तुम बोलो।

अमित ,--जी सर , रेखा जी ने पीयूष सर के बर्थडे को खास बनाने के लिए सर से पांव तक तैयारी की है इन्होंने सर पर से अपनी मांग को खाली रखा है उसके नीचे बूब्स पर मेहंदी लगाई है और फिर मेरी चोली का धागा खोलकर बूब्स को नंगा करके बोला ,--इन चौतीस साइज के बूब्स पर मेहंदी के अलावा निप्पल में रिंग पहनी है जो पीयूष सर को रेखा जी का दूध पीने में सुविधा रहे ।

सब लोग मेरे उन्नत उभारों को देखकर ताली बजाने लगे और सब के मुंह से गर्म आह निकल गयी ।

अमित मेरी नवल दिखाते हुए ,--रेखा जी ने पीयूष सर के लिए अपनी नवल में ये रिंग पहनी है ताकि पीयूष सर बर्थडे एन्जॉय कर सके ।फिर अमित ने मुझे घुमा दिया जिससे मेरा मुंह अमित के सामने हो गया मेने उसे आंख के इशारे से आगे बोलने की हिम्मत दी ।

अमित मेरे घाघरे को पीछे से ऊपर उठाने लगा और जब पूरा उठ गया तो सबको मेरी गोरी गाँड दिखने लगी जिसे दिखाते हुए अमित बोला ,--देखिये रेखा जी ने पीयूष सर के बर्थडे का मैसेज अपनी गोरी गाँड पर लिखवाया है । ताकि पीयूष सर रेखा जी की गोरी गाँड को चूमकर अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर सके।

सब लोग मेरी गाँड को पीछे से घूर रहे थे इधर अमित का लण्ड उसकी अंडरवेअर ने तन कर प्रीकम छोड़ रहा था जिससे उसके अंडरवेअर का आगे का हिस्सा पूरा भीगा हुआ था उसका लण्ड मेरा चुत के बिल्कुल पास ही था मेने उसके कान में धीरे से कहा ।

में ,-मज़ा आ रहा है ना मेरे गांडू राजा अपनी बीबी की नुमाइश करते हुए ।

अमित भी मेरे कान में धीरे से ,--सच कहूं तो बहुत मज़ा आ रहा है तुम अपना रण्डी पना खुल कर दिखाओ ।

में फिर से ,--ये लोगतुझे बहुत जलील करेंगे बर्दास्त कर लोगे ना ।

अमित ,--यस बेबी मुझे जलील होने में मज़ा आएगा देखो लण्ड इस बात का गवाह है ।

में ,--फिर देखो तुम्हारी बीबी का नया रूप ।

इधर मेरे मोबाइल की फलेश लाइट लगातार चमक रही थी मतलब मनीषा अपनी चुत में अंगुली करते हुए फोटो खींचे जा रही थी ।

अमित ने मुझे वापस घुमाया और मेरे हाथ दिखाते हुए बोला ,--देखिये रेखा जी ने पीयूष सर का नाम अपने हाथों में मेहंदी से लिखवाया है साथ ही पीयूष सर के दोस्त जो पीयूष सर के साथ एन्जॉय करने वाले है उनके नाम भी रेखा जी ने अपने हाथों में लिखवाया है ।

फिर अमित मेरे पैरों को हाथ लगाकर मेहंदी दिखाया और बोला ,--अब में आप लोगो को रेखा जी का सबसे कीमती खजाना जिसमे पीयूष सर अपना चाकू यानी लण्ड डालकर बर्थडे मनाएंगे वो केक दिखाता हूँ आप लोग अपने अपने चाकू पकड़ लीजिये ।

इसके साथ ही अमित ने मेरे लहंगे का डोरी खींच दिया जिससे मेरा लहंगा खुलकर जमीन पर गिर पड़ा और सब ताली बजाने लगे । अमित मेरे सामने आकर मेरी चुत के पास हाथ ले जाकर बोला ,--सर ये है पीयूष सर के लिए पाव रोटी की तरह फूली हुई रेखा जी की टाइट चुत जिसमे पीयूष सर अपना लण्ड डालकर बर्थडे एन्जॉय करेंगे ।

अमित सामने बैठे सात लोगों को मेरी चुत के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहा जैसे मेरी चुत नही कोई कीमती खजाना हो । सब लोग मेरी फूली हुई चुत को जो कामरस से सराबोर थी खा जाने वाली नजरो से घूर रहे थे तभी अमित ने मेरी चुत के निचले हिस्से पर लगी हुई रस की बूंद को अंगुली पर लगाकर सबको दिखाते हुए कहा ।

अमित ,--देखिये रेखा जी की रसीली चुत का ये पानी गवाह है कि रेखा जी पीयूष सर के लण्ड से अपनी चुत का केक कटवाने को तैयार है और फिर अमित मेरी चुत के रस लगी अंगुली चाटकर उठ गया तो रोनक ने कुछ इशारा किया ।

मेरी हालत बहुत खराब हो रही थी अगर ग्रुप की सीमाओं में नही बंधी होती तो अब तक सामने बैठे लोगों में से किसी के भी लण्ड पर बैठ जाती क्योंकि अमित ने मेरे पूरे कामुक बदन की तारीफ करके मुझे जल बिन मछली बना दिया था।

रोनक के इसारे पर अमित मेरे पीछे आया और अपने दोनों हाथों को मेरी दोनों जांघो से होते हुए मेरी चुत को चौड़ा करके बोला ,--पीयूष सर देखिये , रेखा जी की चुत पूरी कसी हुई है और काम रस से भरी है इनकी चुत अंदर से गुलाबी है जो लण्ड के लिए तड़प रही है ।

अमित ने जब ये किया तो उसका सख्त लोडा मेरी नंगी गाँड पर चुभ गया जिससे मेरी जोर की सिसकी निकल गयी जिसे सामने बैठे सभी लोगों ने सुना और उनके भी मुंह से कामुक आह निकल गयी ।

अमित ने सबको मेरे शरीर का जलवा दिखा दिया तो बूढा बोला ,--अमित बाबू अब आप अपना कैमरा संभालिये मुझे पीयूष बाबू को आज उनके बर्थडे पर काम कला का ज्ञान तोहफे में देना है । उसके बाद उसने पीयूष को मेरे पास खड़ा होने को कहा ।

अमित मेरे पीछे से हटकर सामने चला गया सामने मनीषा बॉटम लेस होकर ब्लाउज़ पहने अपनी चुत को अंगुली करते हुए फोटो ले रही थी । उसने अमित को कैमरा पकड़ाया तो रोनक ने उसे अपने पास बुलाकर कुछ समझाना शुरू कर दिया ।

इधर पीयूष खड़ा हो गया तो हरि चाचा ने उसको मेरे पीछे खड़ा किया और गले पर किस करने को कहा पीयूष ने किस करना शुरू कर दिया जिससे मेरी गर्म भाप मुंह से आहों के रूप में निकलने लगी । पीयूष पूरे गले को दोनों तरफ से चूमने चाटने लगा उसका फौलादी लण्ड अंडरवेअर में खड़ा था जो मेरी नंगी गाँड की दरार में अंडरवेअर सहित घुसने को तैयार था ।

अमित लगातार फोटो लिए जा रहा था तभी रोनक बोला ,--रेखा अपनी गाँड मत हिलाओ और पीयूष तुम भी अपनी अंडरवेअर कोरेखा की गाँड के पीछे कर लो जिससे फोटो में लगे कि तुम नंगे हो ओर रेखा की गाँड में लण्ड डालकर उसकी गाँड मार रहे हों । रेखा तुम चेहरे का एक्सप्रेशन ऐसा बनाओ जैसे तुम्हारी गाँड में पीयूष का लण्ड घुसा हुआ है ।

में रोनक के कहे अनुसार चेहरे का एक्सप्रेसन बनाया तो अमित ने लण्ड मसलते हुए दस पंद्रह फोटो ले लिए ।

उसके बाद हरि चाचा ने पीयूष को सामने आने को कहा और एक साइड में खड़ा होकर अपनी जीभ की नोक से मेरी निप्पल छूने को कहा अमित अपने काम मे ग
लगा था ।

पीयूष ने बहुत हल्के से मेरी शख्त हो चुकी निपल को अपनी जीभ की नोक से छुआ जिससे मेरे पूरे शरीर मे करंट दौड़ गया और शरीर के बाल खड़े हो गए नीचे चुत से पानी किबूँद फर्श पर गिर गयी जिसे देखकर बूढा बोला ।

बूढा ,--शाबास पीयूष बाबू आप ने अपनी जीभ से इस रण्डी की चुत से पानी निकलवा दिया काम कला में ये बहुत मायने रखती है और इस रण्डी ने पानी बहाकर साबित कर दिया कि ये बहुत चुड़कड रांड है ।

अमित ने जब ये सुना तो उसके चेहरे पर गर्व वाली फिलिंग दिखाई दी उसका हाथ तेजी से लण्ड पर चला । मुझे बड़ा अजीब लगा कि अमित एक बूढ़े जो अमित के पापा की उम्र का अमित के नोकर लायक भी नही था उसके द्वारा मुझे चुड़कड रांड कहने पर अमित गर्व महसूस कर रहा था ।

मुझे अमित का इस बात पर लण्ड मसलना बहुत चुभा और मेने मनमे सोच लिया कि इस मादर चोद को आज इतना जलील करूंगी की ये भी याद रखेगा ।

बूढा आगे हाथ बढाकर जमीन पर गिरी मेरी सफेद पानी की बूंद को अंगुली से चाट कर बोला ,--रोनक बाबू मेरा अनुभव कहता है कि इस्की चुत से निकला काम रस बहुत स्वादिष्ट है जो इस बात का सबूत है कि ये बहुत बड़ी रांड है और हम सब को आराम से झेल लेगी मोनिका बेबी की तरह ।

बूढ़े ने जिस तरह से मेरी तुलना मोनिका से की थी इसका मतलब रोनक की बहन भी बहुत बड़ी चुड़कड लड़की है और वो हरि चाचा से चुदवा चुकी है पर रोनक के मुंह पर बूढ़े का उसकी बहन का नाम लेकर बुलाना वो भी इतने लोगों के सामने मुझे बहुत अखरा । पर रोनक ने जो जवाब दिया उसे सुनकर मेरा सारा भरम दूर हो गया ।

रोनक ,--चाचा आप ही वजह से तो मोनिका इतनी ओपन माइंडेड हुई है आज हम लोग खुलकर ऐसी रंडिया तभी तो मज़े से चोदते हैं आप ने मम्मी के कहने पर दीदी को जबर्दस्ती एक सप्ताह चोद कर पूरी ट्रेंड कर दिया ।

हरि चाचा ,--बेटा वो थी ही मालकिन की तरह गरम्, बस मेने तो उसकी शर्म को इस फार्म हाउस पर लाकर भगा दिया जिसमें आप के मोम डेड ने पूरा साथ दिया था ।

मेरे सवाल का जवाब मिलचुका था ये बड़े घर के लोग एन्जॉय करने के लिए कुछ भी कर सकते है बाप इस नेपाली लड़की को खरीद कर प्रेग्नेंट कर चुका मम्मी अभी दिन में ड्राइवर से बेटे की मौजूदगी में चुदवा रही थी । इधर बेटा अपनी सेक्रेटरी को उसके फ्लेट पर बीबी बना कर चोदता हैतो बेटी भी कहीं ना कहीं खुल कर चुद्वती होगी ।

तभी हरि चाचा ने सब्जेक्ट बदल दिया ओर बोला ,--पीयूष बाबू अब आप इस लड़की के पास घुटनों के बल बैठ जाइये ।

पीयूष घुटना मोड़कर नीचे मेरी चुत की बराबरी पर बैठ गया ।
Next page: Episode 32
Previous page: Episode 30