Episode 36


में गाउन के अंदर नंगी थी और उसको पहनने के बाद भी नंगी ही थी बस वो गाउन तो मेरे नंगे पन को निखार ही रहा था ।जिसे देखकर दीनू काका मेरे अंदरूनी अंगों को बेशर्मी ने निहार रहा था उसकी धोती में उठाव बढ़ चुका था ।

मैं दीनू काका को देखकर शर्माने का नाटक करते हुए ,--ससुर जी ऐसे मत घुरिये मुझे शरम आ रही है ।

दीनू काका ,--अरे बहुरिया तू है ही घूरने वाली चीज तेरा हर अंग लाजवाब है और जवानी तेरे हर अंग से फुट रही है ।

में ,--क्या काका आप भी हर औरत के पास यही सब तो होता है ।

दीनू काका ,--बहु मुझे काका नही ससुर ही बुलाओ तेरे जैसी मस्त बहु का ससुर होना मेरे लिए गर्व की बात है ।

मैं ,--ठीक है ससुर जी पर आप ने कई बहुये चोदी है सब के पास ऐसे ही शरीर होता है ।

दीनू काका मेरे पास आकर मेरे शरीर को घूर कर देखते हुए ,--नही रे बहु उनमें वो बात कहां ,तेरा हर अंग कुछ अलग है ।

मैं ,--चलो झूठे ससुर अब तक एक बार भी नही बताया कि मुझमें अलग क्या है ।

दीनू काका मेरे बिल्कुल पास आकर ,--बहु तेरे ये होंठ रस के प्याले हैं लगता है जैसे इनमें से अभी रस टपक पड़ेगा और इन पर ये प्यारा सा तिल जिसको चूमने का मन करता है तेरे ये टमाटर जैसे गाल जो काटने का इशारा करते है । तेरी ये सुराहीदार गर्दन अगर किसी को मिल जाये तो दिन भर चूमता रहे ।

मैं खुशी से इतराते हुए ,--और ससुर जी ।

दीनू काका मेरी उन्नत चूचियो को घूरते हुए ,--बहु तेरे ये सीने पर कड़क चुचियाँ जो निखरती जा रही है इन पर तनी हुई निप्पल जो बंदूक की नाल की तरह हमेशा खड़ी रहती है और सामने वाले को बोलती है कि आ जा पी ले इनका ताजा दूध बहु सच कहूं तो मैने इतनी बहु बेटियां चोदी है पर ऐसी पूर्ण विकसित चूची किसी की नही थी किसी की छोटी तो किसी की लटकी हुई ।

मैं इठलाते हुए ,--ससुर जी आप ने बेटी को भी नही छोड़ा क्या ।

दीनू काका ,--अरे बहु असल मज़ा ही उसमे आता है इसी कॉलोनी में पहले एक औरत थी जिसका पति बिजली निगम में था वो मुझे पापा बोलती थी और में भी उसे बेटी बनाकर चोदता था । कसम से बहु जब वो बोलती थी कि पापा अपनी बेटी को चोद दो तो मज़ा आ जाता था ।

मैं ,--काका कही आप उसी की बात तो नही कर रहे जो किट्टी पार्टी के नाम पर कॉलोनी की औरतों के साथ चुदाई पार्टी करती थी ।

दीनू काका ,--हां बहु उसने कॉलोनी की बीस पच्चीस औरतों को मेंबर बना रखा था और हर षुक्रवार क्लब हाउस में खुलकर चुदाई का खेल होता था जिसमे औरते बेशर्मी से दिन भर चुदती थी ।

मैं ,--ससुर जी उसकी बात छोड़िये वो बाद में बात करेंगे आप तो मेरे जिस्म के बारे में बताइये मुझमें और क्या खास बात है आप कहें तो गाउन खोल दूं ।

दीनू काका ,--बहु इस गाउन से ढका भी क्या है और फिर वो मेरी चुत के पास घुटनो के बल बेठकर बोले , बहु तेरी चुत कितनी फूली हुई है एक दम पाव रोटी जैसी और देखने मे भी कमसिन कली की तरह लगती है देखो बिना झांटों के एकदम खिले हुए गुलाब की तरह से एकदम रस टपका रही है ।

दीनू काका से मेरी तारीफ सुनकर चुत गिली होना लाजमी था और दीनू काका जैसे माहिर आदमी से ये छुपाना नामुमकिन था इसलिए में बोली ,--ससुर जी आगे बोलिये आप की तारीफ मेरी चुत को पसंद आ रही है ।

दीनू काका ,--बहु क्या मस्त जवानी है तेरी ये दोनों जांघ एक दम परफेक्ट साइज की है इनके बीच मे ये चुत एक दम चांद की तरह चमक रही है और निमंत्रण दे रही है कि आओ मेरे अंदर लण्ड घुसा दो ।

मैं ,--आह ससुर जी क्या मस्त व्याख्या कर रहे है प्लीज और बोलिये इस बेशर्म बहु के नंगे जिस्म के बारे में ।

दीनू काका मुझे घुमाकर ,--बहु तेरे शरीर का सबसे कामुक अंग ये तेरी गाँड है तेरे ये कूल्हे एक दम लण्ड खड़ा करने वाले शेप में है इन पर जरा भी फालतू चर्बी नही है मेरी जगह कोई दूसरा होता तो अब तक इन पर सवार हो चुका होता।

में ,--नही ससुर जी ये आपके बेटे के लिए हैं उनको ही सवारी करने दें ।

दीनू काका उठकर मेरे सामने खड़े होकर ,--बहु तू सच मे मस्त औरत है तेरा बदन संगमरमर की तरह है में खुशनसीब हूँ जो मुझे ये ताजमहल जैसा बदन इतने पास से देखने का मौका मिल रहा है ।

मैं बिस्तर पर बेठकर ,--ससुर जी प्लीज अब आप मेरे जिस्म की मालिश कर दीजिए आप के बेटे के बॉस ने रातभर चोद चोद कर दुखा दिया है ।

दीनू काका ,--हां बहु में थोड़ा सा तेल लाता हूँ तुम बिस्तर पर लेट जाओ।

उसके बाद दीनू काका दौड़कर किचन में गए और एक कटोरी में तेल बिस्तर पर रखकर बोले ,--बहु पहले उल्टी लेट जाओ मुझे पता है तुम्हारा थकान कैसे उतरेगा ।

में सीने के बल लेट गयी तो दीनू काका मेरी कमर के पास बैठ गए और सिर्फ बूब्स के पीछे के हिस्से पर तेल लगाकर कमर को चुटकी से पकड़कर जोर जोर से खींचने लगे जिससे मेरी दर्द भरी सिसकियां निकलने लगी।

मैं ,--आह ससुर जी दर्द हो रहा है ।

दीनू काका ,--बहु अभी चला जायेगा तुम्हारी चुचियाँ बहुत तेजी से बढ़ रही है पर चमड़ी का फैलाव सिर्फ आगे से होने से आपको थकान होती है अभी देखिये में पीछे से आपकी चमड़ी को थोड़ा खिंच कर फैला रहा हूँ जिससे आपकी चूचियो को बढ़ने के लिए जगह मिलेगी और फिर थकान मिट जाएगी ।

दीनू काका मेरी चूचियो को पता नही कितनी बड़ी देखना चाहते है जो पहले भी ऐसे ही बढ़ाने की मसाज कर चुके थे लगभग दस मिनट तक मेरी पीठ को चुटकी से पकड़कर खींचने के बाद दीनू काका मेरी गाँड के पास बैठ गए और तेल लेकर मेरे कूल्हों की चमड़ी को चुटकी में भरके खींचते हुए बोले ।

दीनू काका ,--बहु अमित बाबू के बॉस ने गाँड भी मारी थी क्या रात में ।

मैं आनंद के सागर में गोते लगाते हुए ,--जी ससुर जी मेरी छोटी सी गाँड को उन्होंने अपने मूसल से कूट कूट कर चौड़ा कर दिया ।

दीनू काका मेरे गाँड में अंगुली डालकर तेल लगाते हुए ,--ओह्ह बहु तभी ज्यादा थकान हो रही है अभी पांच मिनट में तेल से गाँड की चमड़ी मुलायम हो जाएगी फिर बहुत आराम मिलेगा ।

इसके साथ ही दीनू काका ने अपनी दो अंगुली तेल में भरकर मेरी चुदी चुदाई गाँड को ढीला करना शुरू कर दिया जिसका असर मेरी चुत पर हो रहा था जो मीठा मुठा दर्द हो रहा था उसके साथ चुत रस बहाए जा रही थी।

पांच मिनट मालिश के बाद दीनू काका बोले ,--बहु अब गाँड के बल लेट जाओ और अपना गाउन निकाल दो नही तो इसमें तेल लग जायेगा ।

में सीधी होकर बैठी और फिर गाउन निकालकर फेंक दी और दीनू काका के सामने लेट गयी तो दीनू काका मेरे छाती के पास बैठ गए और तेल को चुटकी में लेकर मेरे उभारों के उठाव के पास लगाकर चुटकी से खींचने लगे जिससे मेरी आँखें बंद होने लगी जिसे देखकर दीनू काका बोले ।

दीनू काका ,--बहु अपनी आँखें बंद मत करो इनको खोलो और मेरी आँखों मे देखो ।

मेने आंखे खोली और दीनू काका की आंखों में देखना शुरू किया तो दीनू काका बोले ।

दीनू काका ,--बहु तुम मेरी आँखों मे प्यार भरी नजरों से देखतो रहो और मुझे बताओ कि तुमको ऐसा क्या सुनना पसंद है कि एक बार तुम झड़ जाओ क्योंकि एक बार झड़ने से तुम्हारी खुमारी उतर जाएगी और फिर में तुमको ऐसा ट्रीटमेंट दूंगा की तुम् रात को चुदने के लिए बेचैन हो जाओगी ।

मैं दीनू काका की आंखों में देखकर ,--ससुर जी आप की बहू को अपने बदन के तारीफ सुनने के साथ अश्लील गालियां सुनने में मज़ा आता है ।

दीनू काका जो लगातार मेरे नुकीले बूब्स की जड़ों को चारों तरफ से चुटकी भर भर कर खींच रहे थे उन्होनें मेरी निप्पल को चुटकी में पकड़कर कहा ,--बहु तेरी चुचियाँ अब देखना बहुत जल्द बढ़ने लगेगी में इनको जिस तरीके से मसाज कर रहा हूँ अगर लगातार एक महीने मसाज हो जाये तो ये चालीस की साइज की हो जाएगी।

मैं ,--आह.....ससुर जी फिर तो मेरी चुचियाँ ग़ुबारों जैसे दिखेगी ।।

दीनू काका ,--नही बहु ऐसी चुचियाँ सिर्फ किस्मत वाली औरतो की होती है बाहर देश मे तो लड़कियां चूची बढ़ाने के लिए इंजेक्शन लगवाती है पर फिर भी नही बढ़ती ।

मैं ,--पर ज्यादा बड़ी अच्छी थॉडी ही लगेगी ।

दीनू काका ,--अरे बहु बड़ी चूची मर्दों को अच्छी लगती है। बड़ी चूची वाली औरत को देखते ही लण्ड खड़ा हो जाता है तुम खुद ही आईने के सामने खड़ी होकर देखना शादी के समय से अब तुम्हारी चूची कितनी मस्त लगती है ।

मैं ,--आह ससुर जी अब आप लगता है इनको बड़ी करके ही छोड़ेंगे ।

दीनू काका ,--बहुरिया बड़ी चूची रहेगा तो बच्चे पैदा करने के बाद ज्यादा दूध इनमें इक्क्ठा होगा जो अमित बाबू और मेरे पोते को पेट भरकर पीने को मिलेगा ।

दीनू काका मेरी दोनों चूचियो को चारों तरफ से खींच खींच कर मेरी बूब्स की चौड़ाई को बढ़ाने में लगा था मुझे बहुत आंनद आ रहा था मन कर रहा था कि ऐसे ही अपने जोबन को मसलवती रहूं ।

मेरा मन कर रहा था कि बूढा मुझे गाली दे क्योंकि अब गाली सुनना , नंगी रहना और अपने नंगे पन को दिखाने में मुझे मज़ा आने लगा था पर दीनू काका को कैसे बोलूं की वो मेरे साथ रण्डी की तरह पेश भी आये और मेरी मर्जी से ही जो भी करना है करे । इसलिए में बोली ।

मैं ,--ससुर जी अब छोड़ दीजिये मज़ा नही आ रहा है आपकी मसाज से ।

दीनू काका ,--पर मेरे हिसाब से तो तुझे मज़ा आना चाहिए ।

मैं ,--ससुर जी आप मुझे इतनी इज्जत दे रहे है उसी की वजह से मज़ा नही आ रहा ।

दीनू काका ,--में समझा नही बहु ।

मैं ,--ससुर जी थॉडी देर के लिए आप मुझे बहु की जगह रण्डी बहु समझ कर देहाती गालियाँ देकर मसाज करिए तब मुझे ज्यादा मज़ा आएगा ।

दीनू काका ,--पर आप नाराज तो नही होगी ना क्योंकि गालियों में मा बहन की भी गालियां होती है ।

मैं ,--तो दे ना भोसडी वाले तू भी अमित की तरह रण्डी की औलाद है क्या ।

दीनू काका चूची छोड़कर मेरी नवल और चुत के बीच तेल लगाते हुए ,--वाह बहु क्या मस्त गाली देती है तू एक दम छिनाल की तरह । जरूर तेरी मा रण्डी रही होगी जिसके लक्छण तेरे में आये है ।

मैं ,--हां ससुर जी आपकी समधन वैश्या ही है वो पैसे लेकर अपना जिस्म बेचती है उसी की नाजायज संतान है ये आपकी कुतिया बहु ।

दीनू काका ,--ओह तो मेरी की मम्मी ने कई मर्दों के लण्ड का पानी अपनी बच्चेदानी में डलवाया है तभी तेरे जैसी चुदकड बेटी निकली है समधन की चुत से ।

मैं ,--आह ससुर जी सही पकड़े हैं ।

दीनू काका मेरी चुत की क्लीट को तेल लगाते हुए ,--बहु तुझे तो फिर किसी भड़वे से शादी करनी चाहिए थी जो तेरी चुत को रोज नए नए लोडों से चुद वाता भोसडी छिनाल ।

दीनू काका के मुंह से गन्दी गाली सुनकर मेरी चुत ने पानी बहा दिया और में निढाल होकर लंबी सांसे लेने लगी तो दीनू काका उठकर घर के काम मे लग गया और में नंगी ही सो गई ।

दीनू काका की मसाज की वजह से में लगातार सोती रह गयी ।मुझे शाम में पांच बजे अमित ने उठाया और बोला।

अमित ,--डार्लिंग कब तक सोती रहोगी उठो लो चाय पी लो ।

मैं उठकर बैठ गयी और चाय पीने लगी पर मेरी चुत में खुजली हो रही थी जो लण्ड मांग रही थी मुझे दीनू काका की बात याद आयी की वो कुछ ट्रीटमेंट की बोल रहा था पर क्या ।

में चाय पीते पीते चुत को खुजलाने लगी तो अमित बोला।

अमित,--क्या हुआ बेबी खुजली हो रही है।

में ,--हम्म दीनू काका ने पता नही कौनसा तेल यूज़ किया था ।

अमित मेरी चुचियाँ को देख रहा था जो चारों और से लाल थी और शायद आज उसको थॉडी बड़ी लग रही थी इसलिए वो बोला ,--बेबी तुम्हारी बूब्स की साइज मस्त हो गयी है ।

मैं अमित के पास आकर ,--जानू अब तुम तो देख रहे हो ना जो हो रहा है तुम्हारे सामने है इन चूचियो को कितने लोग मसल चुके हैं और सब के सब मेरी इन चुचियाँ का बढ़ाने में लगे हैं ।दीनू काका भी आज बोला कि इनको एक महीने मसाज करवा लो चालीस की हो जाएगी तो मस्त दिखेगी ।

अमित मेरी चूचक पकड़कर ,--डार्लिंग में तो कब से चाह रहा था कि ये बड़ी हो इसलिए तो तुमको बोला था कि दीनू काका से इनकी मसाज करवा लो पर तुम तैयार नही हुई । अब रोज मालिश करवा लेना फिर देखना क्या मस्त लगेगी ।

मैं ,--पर ज्यादा बड़ी अच्छी थॉडी ही लगेगी वैसे भी ये छत्तीस को हो चुकी है ।

अमित मेरी आँखों मे देखकर प्यार से ,--डार्लिंग बड़ी चूची सबको अच्छी लगती है और हर किसी की नजर सबसे पहले चूचियो पर ही पड़ती है उसके बाद औरत की गाँड हर मर्द के आकर्षण की चीज होती है ।

मैं ,--तो तुम मुझे मर्दों के आकर्षण का चीज बनाना चाहते हो क्या ।

अमित ,--बेबी हर मर्द को वैसे तो दूसरे की बीबी सुंदर दिखती है पर जब किसी की बीबी वास्तव में सुंदर हो तो दूसरे मर्द सिर्फ अपने आप को कोसने के सिवाय कुछ नही कर सकते ।

मैं ,--और वो मर्द अपनी बीबी को पर्दे में ही रखते है तुम्हारे जैसे दूसरों को परोसते नही ।

अमित ,--उन को पता ही नही अपनी बीबी को दूसरे से चुदवा ते देखकर कितना आनद आता है और मुझे दूसरों की परवाह नही है ।मुझे तुमको दूसरे मर्द से चुदआते देखकर इतना आनंद आता है जो में शब्दों में बयान नही कर सकरा ।

मैं अमित के सीने से लगकर ,--मेरा गांडू राजा ।

अमित ,--जान इन बूब्स की मालिश रोज करवाओगी ना।

मैं ,--पर अभी तो ये इतने बड़े हो गए और कितने बड़े करवाओगी । सरजू से भी बड़े क्या ।

अमित ,--डार्लिंग बड़े बूब्स मुझे अच्छे लगते है इसलिए मेने शादी के बाद दीनू काका से बात की थी और दीनू काका ने कहा था कि वो मसाज से बहुत जल्द तुम्हारे बूब्स को बड़ा कर देंगे ।पर तुम तैयार नही हुई ।

मैं ,--तो तुमने कितनी औरतों के बड़े बूब्स नंगे देखे है ।

अमित ,--चंदा चाची और मोम के दोनों के बूब्स मुझे बहुत अच्छे लगते हैं ।

मैं अमित को प्यार से गाल पर चपत लगाकर ,--तुमने चंदा चाची के साथ तो सबकुछ किया है सरजू के नंगे बूब्स कितनी बार देखे ।

अमित ,--बहुत बार देखे है मोम के नहाने का टाइम फिक्स होता था और वो सिर्फ पेटिकोट पहनकर नहाती थी तो में छुपकर देखता था और मूठ मारता था ।

मैं ,--अगर तुमको अब सरजू के बूब्स दिखा दूं तो ।

अमित मेरे गाल पर पप्पी लेकर ,--डार्लिंग तब तो मज़ा आ जाये मेरी हमेशा से तमन्ना रही है एक बार उन विशाल बूब्स को चुसने की ।

मैं हंसकर ,--चल तेरी ये इच्छा बहुत जल्द पूरी करवा दूंगी बस मुझे ये बताओ कि तुम मेरे बारे में शादी से पहले की सारी बात जानते थे ना ।

अमित ,--हां , तभी में शादी को तैयार हुआ था और मुझे इस बात की खुशी है कि तुमने भी मुझे शादी के बाद सब कुछ बता दिया ।

में ,--में तुमको अंधेरे में नही रखना चाहती थी।कि बाद में हम दोनों के बीच कोई अनबन हो ।

अमित ,--चलो तुम जल्दी से फ्रेश हो जाओ राजेश सर के आने से पहले तुमको तैयार करना है ।

मैं ,--आज कौनसा प्ले करना है राजा।

अमित ,--आज में तुमको अपबे हाथों से राजेश सर के लिए तैयार करुंगा फिर राजेश सर को तुम्हारा हाथ सौंप कर में उनको गाइड करने वाला हूँ ।

मैं ,--इंटरेस्टिंग प्ले राजा । में नहाकर आती हूँ ।

अमित ,--नही बेबी आज जो कुछ भी होगा वो सब मे करूंगा तुमको नहलाने की जिम्मेदारी भी मेरी है ।

मैं ,--तो चलो फिर राजा मुझे मेरे साजन से मिलन की बेचैनी हो रही है मुझे मेरे पुराने सैयां के लिए तैयार कर दो ।में मेरे पुराने यार से मिलने कोबेकरार हूँ ।

अमित ,--तुम साली बातों में ही लण्ड खड़ा कर देती हो देखो खड़ा हो गया ।

मैं ,--सुबह पानी नही निकला क्या दीनू काका से मसाज करवाते देखकर ।

अमित ,--वो तो निकलना ही था पर जब भी तुम्हारे बारे में किसी और के साथ सोचता हूँ साला लण्ड तुरन्त उछलने लगता है ।

मैं ,--आज तुम वियाग्रा खा लेना रात में भी जल्दी से झड़ गए और कल् की छूटी ले लेना कल राजेश दिन भर रहकर शाम को चला जायेगा ।

अमित ,-छूटी की एप्लिकेशन तो मेने सुबह ही लगा दी थी । राजेश सर ने जाते समय बोल दिया था और वियाग्रा में लेकर आया हूँ । ।लेकिन वो चाहते है कि कल दीनू काका दिन भर रहे यहां ।

मैं ,--तो रहने दो ना दीनू काका भरोसेमंद आदमी है साथ ही बात भी मानते हैं आज उन्होंने एक बार भी ऐसी हरकत नही की जिससे उनको कुछ बोलना पड़े ।

अमित ,--वो तो मेने पहले ही कहा था तुम ही डर रही थी अब यकीन हो गया ना ।

मैं ,--वो तो हो गया पर दीनू काका दिन भर रहेंगे तो क्यों ना रोल प्ले को इंटरसिंग बनाया जाय ।

अमित ,--कैसे ।

मैं ,--या तो दीनू काका मेरे डेड का रोल करें या फिर तुम्हारे डेड बने और हम लोग उन्को कल् काका नही ससुर जी बुलाएं ।

अमित लण्ड मसलकर मेरी ठुड्डी को किश करके ,--ये मज़ेदार रहेगा दीनू काका को तुम ससुर बोलना लेकिन ससुर से एक बार संभोग करना पड़ेगा ।

मैं चुत खुजाते हुए ,--ठीक है मेरे स्वामी ये आपकी बीबी आप के पिताजी को योन सुख जरूर देगी बिचारे कई दिन से लण्ड मुठिया रहे है ।लेकिन कल दिन में खाने का क्या होगा ।

अमित ,--उसकी चिंता मत करो में हूँ ना कल् राजेश सर तुम्हारे जेठ जी बनेंगे और तुम जेठ ससुर की बिगड़ैल बहु और में तुम्हारा नोकर जो खाना बनाएगा ।

अमित ,--चलो मालकिन में आज से ही आप का नोकर और गाइड दोनों हूँ ।आप को नहला देता हूँ।

मैं ,-- चल फिर मुझे भी सजना के लिए संवरना है ।

उसके बाद अमित के साथ मे बाथरूम आयी में तो वैसे भी नंगी ही थी पर आते ही अमित को बोली ।

मैं ,-सुन बे गांडू मुझे पेशाब लगी है कैसे करूँ ।

अमित ,--मालकिन आप सामने आईने की तरफ मुंह करके खड़ी हो जाइए और पैरों को थोड़ा चौड़ा कर लीजिए में आपकी चुत को अपने हाथों से फैला देता हूँ फिर आप आईने में देखकर मूतिये ।

में अमित के गांडू पन को देखकर मन ही मन खुश हुई और आईने के सामने पैर चौड़े करके खड़ी हो गयी तो अमित ने मेरी चुत की फाकों को दोनों तरह से फैलाया और बोला ।

अमित ,--मेमसाब अब आप मूत्र विसर्जन कर लीजिए ।

में आईने में देखकर अपनी गुलाबी चुत के अंदर से पीले मूत्र की धार को गिरते देख कर आराम से मूतने लगी अमित भी सर को आगे करके मेरी चुदी चुदाई भोसडी को मूत्र बहाते गोर से देखने लगा ।

मूतने के बाद अमित ने मेरी चुत पर हाथ फिराया और बोला मेमसाब हल्की हल्की झांट हाथ से महसूस हो रही है आप कहो तो क्रीम लगाकर हटा दूं कल मेरे डेड को चाटने में चुभेगी नही ।

मैं ,--तो ये भी पूछने की बात है क्या ।

मेने कमोड की सीट कवर को गिराया और उस पर बेठकर पैरों को फैलाकर कहा ,--लो कर दो वीट उधर पड़ी है ।

अमित सेल्फ से क्रीम निकाल कर लाया और उसे मेरी चुत पर लगाने लगा जिससे मुझे गुदगुदी होने लगी और चुत रिसने लगी ।

थॉडी देर के बात अमीत ने क्रीम हटाई और फिर हैंड शावर से चुत को धो दिया और मुझे शॉवर के नीचे खड़ा करके पानी चालू किया एक बार भीगने के बाद उसने मेरे शरीर पर साबुन मलना शुरू किया और पूरे बदन की साबुन लगाने के बाद शॉवर चालू किया ।

में पानी मे इधर उधर घुमके नहाने लगी और अमित टॉवल लेकर इंतजार करने लगा । नहाने के बाद अमित ने टॉवल से मुझे पोंछा और बाहर लेकर आया और फिर बाहर से एक बैग लेकर आया जिसमे से सामान निकलने लगा ।

उसने सबसे पहले एक इम्पोटेड ब्रा पेंटी निकाला और मुझे पहनाया जो पहनने के बाद भी ऐसा लग रहा था जैसे में कुछ पहनी ही नही हूँ ब्रा आधे बूब्स कवर कर रही थी पर पेंटी हॉट पेंट की तरह पूरा कवर किये थी।

उसके बाद उसने एक लहंगा निकाला जो ज्यादा तामझाम वाला नही था पर था रेशमी टाइप का जिसे अमित ने मुझे नवल से इतना नीचे बांध दिया की बस झांट नही साफ होती तो वो जरूर दिख जाती ।उसके बाद उसने एक ब्लाउज पहनाया जो ब्रा से एक इंच भी बड़ा नही था मेरे बूब्स आधे बाहर थे उसमे ।

उसके बाद उसने एक साड़ी निकली जो पहले से ही फोल्ड थी यानी पल्ला वगेरह सब सिलाई किया हुआ था और नीचे से भी बेल्ट की तरह बंधी हुई थी । साड़ी बहुत महंगी लग रही थी ।

सारे कपड़े पहनने के बाद अमित ने मुझे ड्रेसिंग टेबल पर बिठाया और ड्रेसिंग में मौजूद सामान जो कल राजेश ने अमित के हाथ भिजवाए थे उनको खोलकर सबसे पहले दो बॉक्स कांच की चूड़ियां पहनाई जो लाल रंग की थी।

उसके बाद कान में झुमके जो गोल सी चूड़ी जैसे थे वो पहनाए और फिर मेरी क्लीवेज और गाल पर एक चमकीला सफ़ेद पाउडर एक फोम से मेरे को लगाया ।

उसके बाद उसने मुझे आंखे बंद करने को कहा और मेरी पुतलियों पर एक सिल्वर कलर की पोलिश ब्रश से लगाई और मुझे काजल लगाने की सटीक देकर बोला ,--लो काजल लगा लो ।

फिर उसने एक लिपस्टिक उठाई जो गहरे लाल रंग की थी उसे मेरे होठों पर लगाकर उस पर ग्लॉस लगाया तो मेरे होंठ चमकने लगे जैसे भीगे हुए हों।

अमित चुपचाप मुझे तैयार किये जा रहा था में भी आईने में देख रही थी कि अमित बहुत ही उम्दा तरीके से मुझे तैयार कर रहा था जैसे कोई प्रोफेशनल पार्लर का स्टाफ हो ।

अमित ने अगला आइटम निकाला तो मेरी चुत ने पानी की बूंद बहा दी क्योंकि अगला आइटम थी एक चौड़ी सी नथ जिसको पहनने के बाद मेरा एक गाल आधा ढक गया और उसकी चैन मेरे कान के ऊपर से बालों की तरफ चली गयी थी ।

सबसे लास्ट में अमित ने मेरे बाल बनाये और उनमें मांग की रेखा खाली छोड़ कर उनको खुला सामने लाकर मेरे सर पर पल्लू कर दिया जिसे देखकर मुझे विस्वास ही नही हो रहा था कि में इतनी सुंदर कैसे लग सकती हूँ ।

अमित ने मुझे देखकर कहा ,--क्या गज़ब की लग रही हो डार्लिंग ।

मैं अपने आप को आईने में देखकर इतराते हुए ,--अब इस सुहागन की मांग भी भर दो ।

अमित ,--भर रहा हूँ बस देख रहा था कि बिना सिंदूर तुम कितनी हॉट लग रही हो ।

मैं अमित को आंख मारकर ,--अब इस सुंदरता को तुम्हारे सामने कोई और लूटेगा ।

अमित मांग में लिक्विड सिंदूर लगाकर ,--कोई और नही आज की रात को तुम्हारा जेठ और कल् ससुर ।

उसके बाद अमित ने अपना फोन उठाया ओर बाहर जाकर किसी से बात करने लगा थॉडी देर बाद उसने मुझे कहा कि राजेश निचे आ चुका है और वो दीनू काका को प्ले में शामिल करने के लिए तैयार है ।

मैं उठकर अमित के गले लग गयी और बोली ,--अमित में तुम्हारी बीबी बनकर बहुत खुश हूं राजेश मेरा पहला प्यार था तुम ने मुझे उसको सौंपकर मेरे दिल मे अपना प्यार और गहरा कर लिया ।

अमित ,--ये बात तो मैने सुलेखा दीदी को पहले ही बोल दी थी कि में रेखा को शादी के बाद मिलने से नही रोकूंगा।

तभी बाहर डोरबेल बजी तो अमित उठकर गेट खोलने चला गया ।

मैं राजेश के लिए सज धज कर तैयार हो चुकी थी अमित गेट खोलकर अंदर आया तो साथ मे राजेश भी था जो अंदर आकर मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और फिर अपने पॉकेट से एक मंगलसूत्र मेरे गले मे डालकर बोला ।

राजेश ,--अब लग रही हो पूरी सुहागन क्यो अमित ।

अमित ,--जी सर आप ने मना किया था कि मंगलसूत्र पहनाने को इसलिए नही पहनाया ।

राजेश ,--गुड समझदार हो मेरा तो लण्ड खड़ा हो गया इसको देखकर क्या मस्त लग रही है । पूरी हॉट।

उसके बाद राजेश मेरे पास आया और मेरी ठुड्डी पकड़कर मेरी आँखों मे देखकर बोला ।

राजेश ,--अमित मेरी जगह तुम होते तो क्या करते इस हसीना के साथ ।

अमित ,--सर अब तक तो इसके नाजुक और रसभरे होठो को चूम रहा होता ।

राजेश ,--बहुत उतावले हो तुम । में अभी इतनी जल्दी बाज़ी ठीक नही समझता में इसको कुछ देर ऐसे ही देखूंगा ।नही तो मेकअप उतर जाएगा वाह, क्या मस्त तैयार किया है तुमने ।

अमित ,--तो सर आप इसको सोफ़े पर अपने पास बिठाकर आराम से देखिये ना ।

अमित चुतिये पने में कम नही था गांडू राजेश को उकसा रहा था और में अपनी नज़र राजेश से नही मिला पा रही थी क्योंकि वो मेरी आँखों मे आंखे डालकर एक टक देख रहा था फिर उसने मेरी ठुड्डी छोड़ी और हाथ पकड़कर सोफ़े की तरफ ले आया और मुझे बिठाकर खुद भी पास बैठ गया।

राजेश ,--अमित तुम भी बैठो ।

अमित भी पास वाले सोफ़े पर बैठ गया तो राजेश ने मेरी साड़ी का पल्लू बूब्स पर से हटा दिया और मेरी अध नंगी चूचियो को देखकर बोला ।

राजेश ,--अमित देखो क्या गजब का उठाव है इसकी छातियों का मन करता है इनको खा जाऊं पर सबसे पहले वो वियाग्रा की टेबलेट दो आज इस हसीना को पहली बार वियाग्रा ख़ाकर चोदना है साली क्या मस्त माल लग रही है ।

अमित ने जेब से टेबलेट निकाली तो राजेश ने एक टेबलेट खाई और दुसरीं अमित को देकर बोला लो तुम भी खा लो नही तो पानी गिरने के बाद तुमको लाइव चुदाई में मज़ा नही आएगा।

अमित ,--जी सर ।

मुझे समझ नही आ रहा था कि अमित ऐसा क्यों कर रहा है शायद दोनों ने बाहर प्लानिंग की होगी मुझे शरम छुड़वाने की ,पर में चुपचाप बेठकर दोनों को सुन रही थी पर मेरी चुत से बर्दास्त नही हो रहा था और वो खुशी के आंसू बहा रही थी।

अमित ने भी टेबलेट खा ली तो राजेश ने जेब से सिगरेट निकाली और जलाकर मुझे पकड़ा दी जिसे में पीने लगी और राजेश को पकड़ाने लगी तो वो मना कर दिया और अमित को दुसरीं सिगरेट जलाने की बोलकर मुझसे कहा ।

राजेश ,--बेबी ये सिगरेट स्पेशियलि तुम्हारे लिए है आखिर हम वियाग्रा खा लिए तो तुमको भी चुदने के लाइट कुछ तो एक्स्ट्रा चाहिए वरना तुम हमे एन्जॉय कैसे करवाओगी ।

मैं राजेश की बात समझ चुकी थी कि जरूर उस सिगरेट में कोई सेक्स पावर बढ़ाने वाली चीज होगी जो औरतो के लिए होगी ।

तभी अमित ने पास पड़े बेग को खोला और उसमे से खाना टेबल पर लगाया तो राजेश ने खाने के साथ पेग बनाना शुरू कर दिया , पर ये क्या उसने मेरे पेग में बियर के साथ इंग्लिश मिक्स कर दी थी जिसे अमित और में देख रहे थे ।

राजेश हम दोनों की नजरों को भांप गया और बोला ,--अमित ये कॉकटेल पीयेगी देखना इसके चढ़ते ही ये शरम हया भूल जाएगी और फिर खुलकर बोलेगी ।

अमित ,--पर सर ये ज्यादा तो नही होगी ना ।

राजेश ,--अरे यार मेने इसको पहले भी एक बार पिलाई थी क्लब में , जिसे पीकर ये क्लब में सबके सामने नंगी होकर चुद वाई थी डांस स्टेज पर वो भी सबके सामने ।

अमित ,--स्टेज पर ही ?

राजेश ,--हम्म, उसके बाद उस रात ये पहली बार ग्रुप सेक्स में शामिल हुई थी ।

अमित ,--ग्रुप सेक्स भी ।

राजेश ,--हां, उस रात रात भर इसको चुदवाया और ये भी मस्त होकर एन्जॉय की और उसके बाद इसको कॉकटेल पिलाकर बहुत बार चोदा है ।

अमित ,--पर इसने तो मुझे सिर्फ दो लोगों से सम्बंध की बात बताई थी ।

राजेश ,--अरे यार जब एक लड़की सॉरी औरत तुमको पहली ही मुलाकात में दो लोगों से चुदने की बात बोल दी तो तुमको नही समझ आया कि ये कितनी बड़ी खिलाड़ी होगी ।

राजेश मेरी हकीकत अमित को बताए जा रहा था जो मेरे लिए अच्छी बात तो नही थी पर अमित को जानकारी के लिए अच्छी थी कि आगे वो गलतफहमी में ना रहे ।

दोनों मेरी चूचियो को घूर रहे थे और बातें किये जा रहे थे राजेश मेरे रण्डीपने के किस्से अमित को नमक मिर्च लगाकर सुना रहा था और अमित खाने के साथ अपने लण्ड को भी बीच बीच मे मसल रहा था जिसका मतलब उसे मज़ा आ रहा था।

अमित राजेश की बात सुनकर पूरा खुश हो चुका था उसके चेहरे पर एक रहस्यमयी मुस्कान थी और वो अब खुलकर एन्जॉय करने लगा उसे अब हम दोनों के सामने अपना लोडा मसलने में जरा भी शर्म नही थी । उसने लोडा मसलते हुए कहा ,--बेबी अब तो शर्म हया छोड़ दो देखो राजेश सर ने तुम्हारे बारे में सब कुछ बता दिया है इसलिए रात को रंगीन बनाने के लिए खुल कर बोलो ।

तीनों खाना खाने में लगे थे और साथ मे अपने अपने पेग पीने लगे। मैं राजेश का इशारा समझ चुकी थी की वो मुझे बेशर्म बनाकर चोदना चाहता है । और अमित भी मुझे खुलकर बोलते हुए चुदवाते हुए देखना चाहता है ।

तीनो खाना खा चुके थे और साथ मे जम कर शराब पी चुके थे और सब को नशा भी धीरे धीरे चढ़ रहा था धीरे धीरे ।पर रात अभी शुरू ही हुई थी इसलिए जल्दबाजी कोई नही करना चाहता था।

तभी राजेश बोला ,--यार अमित मुझे तो यकीन ही नही हो रहा कि रेखा जैसी मदमस्त लड़की को पहले मेने चोद कर औरत बनाया और आज इसको तुम्हारे सामने फिर से चोदने वाला हूँ ।

अमित ,--सर आपकी वजह से ही तो ये सब हुआ है ।

राजेश ,--वो कैसे ।

अमित ,--सर आप सिर्फ इसके साथ सेक्स करके छोड़ देते तो ये इतनी खुलकर एन्जॉय नही कर पाती पर आपने इसको खुद के साथ अपने दोस्तों के साथ क्लब् वगेरह में ले जाकर ओपन माइंडेड बना दिये इसलिए आज ये इस रूप में आपके सामने है ।

राजेश ,--हां ये तो है पर हॉट वाइफ तो तुमने ही बनाया है ना इसको ।

मैं दोनों की बातें सुन रही थी और बोलना भी बहुत पहले चाहती थी पर पहले दोनों की बातें सुनकर आईडिया लगा रही थी कि दोनों क्या चाहते हैं इसलिए अब मुझे समझ आ चुका था कि राजेश और अमित क्या चाहते है तो मेने भी नशा होने का नाटक शुरू किया और लड़खड़ाती आवाज में बोली ।

मैं ,--इसस्स भड़वे ने मुझे रररनन्डी बना दिया और तुम खुश हो रहे हो ।

राजेश ,--बेबी , डोंट बी सिल्ली , ये एन्जॉय है आजकल सब पति अपनी बीबी से यही चाहते है कि उसकी बीबी किसी और से चुत मरवाये और पति देखे । काश मेरी बीबी भी तुम्हारी जैसी होती ।

मैं ,--अगर मेरे जैसी होती तो तुम उसको जान से मार देते समझे ।

राजेश ,--नही बेबी , तब में तुम्हारे पास नही होता लभी अपनी बीबी को उसके यार के साथ मिलकर चोद रहा होता , आजकल यही फैशन है चाहो तो नेट पर देख लो सब पति अपनी पत्नी के लिए बुल बुलाते है । और जिनकी पत्नी तैयार नही होती वो अपनी किस्मत को कोसते रहते हैं।

अमित ,--हां डॉल , तुमको अंदाजा नही है मुझे तुमको किसी के साथ देखकर कितना आनन्द आता है यकीन नही है तो ये देखो ।

इसके साथ ही अमित ने पेंट की चेन खोलकर अपना तना हुआ लण्ड बाहर निकाला जो पूरा अकड़ा हुआ था जिसे अमित ने पकड़कर अपना सुपाड़ा दिखाते हुए कहा।

मेने अमित का लण्ड देखा तो शायद पहली बार इतने रौद्र रूप में था लण्ड की नशे पूरी दिख रही थी ।

राजेश ,--अमित अब तुम कहो तो तुम्हारी सुहागन बीबी की नथ खोल दूं ।

अमित लण्ड के सुपाडे को चमड़ी के बाहर करके ,--सर नथ खोलिए नही उतार दीजिये ।

मैं ,--साले.... तेरी बीबी की नथ तो सर ने बहुत पहले उतार दी अब तो खोल ही सकते है ।

राजेश ने आगे बढ़कर गाल से लगी मेरी नथ को चूमा तो मेरे पूरे शरीर मे सिहरन दौड़ गयी और शरीर पर जो भी बाल कही थे वो खड़े हो गए , निप्पल पूरी तन गयी ये सोचकर कि मेरे पति के सामने मेरा यार मेरी नथ को चूम रहा है ।

राजेश ने नथ को नाक से लेकर कान तक चूमा और फिर उसे उतारकर अमित को देते हुते कहा ।

राजेश ,---लो अमित आज से चार साल पहले भी मेने रेखा की ऐसे ही नथ उतारी थी पर उस दिन दो नथ उतारी थी एक कान की और दुसरीं इसकी कुँवारेपन की।

अमित ने नथ लेकर टेबल पर रखी और बोला ।

अमित ,--सर आपने रेखा की नथ उतारी उस रात आपको उतना मज़ा आया था जितना बाद में आने लगा था क्योंकि मेने तीन लड़कियों की झिल्लियों को फाड़ा है पर जो मज़ा चुदी चुदाई औरत के साथ मिला वो नई लड़की के साथ कभी नही मिला।

राजेश ,--असली मज़ा तो चुदी चुदाई औरत के साथ ही मिलता है यार , नई लड़कियों को तो सीखने में ही कई महीने लग जातें है ।आओ रेखा का घूंघट अब हटा दो अब तुम्हारी बीबी को घूंघट से आज़ाद कर दो ।

मेने साड़ी का पल्लू सर पर रखा हुआ था जो पिन से बालों में बंधा था जिसे राजेश मेरे ही सुहाग यानी मेरे पति से हटवाना चाहता था ।दोनों ने ये ठान रखा था कि मेरे साथ आज चुत चोदन से ज्यादा मेरे दिल, मेरे मन और मेरे अंदर की सुहागन औरत को चोद कर छोड़ेंगे ।

अमित ,--सर क्यों ना बैडरूम में चलें ।

राजेश मेरे नाजुक होठों पर अंगुली फिराते हुए ,--अमित तुमने इस हसीना को बेडरूम से बाहर चोदा है कभी ।

अमित ,--नही सर , क्यों ।

राजेश ,--ऐसी मस्त कामुक बीबी मेरी होती तो में उसको घर के हर कोने में लेजाकर चोदता और एक तुम हो जो बेडरूम से बाहर निकले ही नही । आज हम इसको घर मे अलग अलग कोने में लेजाकर चोदेंगे ।लो आओ इस सुहागन का घूंघट उतार कर इसके चांद से चेहरे को आज़ाद कर दो ताकि में इसकी सुंदरता को बिना घूंघट निहार सकूं ।

राजेश उठकर खड़ा हुआ और मेरी तरफ हाथ बढ़ाये ।
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