Update 07
ये है तुम्हारे लिए लेटेस्ट डिज़ाइन थोंग। अब तुम पेंटी तो भूल ही जाओ। वो अब तुम नही पहन पाओगी।वो अब तुम नही पहन पाओगी। क्योंकि अब तुम्हारा क्लीट तुम्हारी उम्र से पहले ही बड़ी होगयी है तो तुम्हे क्लीट थोंग पहनने होंगे। ये थोंग केवल तुम्हारे क्लीट को कवर करेंगे। और कुछ भी नहीं इससे तुम्हे क्लीट ज्यादा परेशान नहीं करेगा। लेकिन थोड़ी बहुत परेशानी तो होगी ही। ये थोंग मेटल के बने है । क्लीट के टच होते ही ये हल्का सा वाइब्रेशन क्लीट को देते रहेंगे।
अब आगे. .
रिया थोड़ी सी सहमी हुई और शर्म से ज़मीन में गड़ती हुई चँचल की और देखती है. . मगर चँचल को कुछ बोलता ना देख आखिर कर रिया के बोल फुट पड़ते है.
रिया: लेकिन समीर जी?? क्या ये इस तरह के कपड़े पहनना ज़रूरी है क्या? क्या मैं की साधारण कपड़े नहीं पहन सकती।
समीर: देखो रिया मैं तुम्हे रोकमे टोकने वाला कौन हूँ। लेकिन अब तुम्हारा बदन वो पहले वाला नही रहा। लेकिन अगर फिर भी तुम पहले वाले कपड़े पहनना चाहो तो पहन सकती हो लेकिन जो प्रॉब्लम तुम्हे आज हुई है उसके लिए आगे भी तैयार रहना।
चँचल: रिया. क्या फर्क पड़ता है। आखिर ये सब अंदर पहनने वाले कपड़े ही तो है कौनसा किसी को दिखा रही हो। ऊपर तो तुम वही साधारण कपड़े पहन सकती हो ना।
रिया चँचल की बात सुन कर समीर की और देखती है
समीर: बिल्कुल पहन सकती हो। लेकिन सिर्फ कुछ दिनों तक। उसके बाद तुम्हे मॉडर्न ड्रेस घर पर पहननी होंगी।
रिया: लेकिन क्यों?
समीर: (मुस्कुरा कर रिया के गालो को पिंच करता हुआ) क्योंकि मॉडल साहिबा का पहला असइन्मेंट आ गया है। इसके लिए तुम्हे सबसे पहले हाई हील्स पर वाक सीखनी होगी। और स्मोकिंग भी सीखनी होंगी। स्मोकीं और ड्रिंकिंग तो मॉडलिंग में आम बात है रिया।
रिया: (डरते हुए) क्या ? ड्रिंकिंग और स्मोकिंग? मम्मा जान से मार डालेंगी मुझे।
समीर: इसी लिए मैं तुम्हे मेरी एक फ्रेंड की बेटी है उससे मिलना चाहता हूँ इसे अपनी बेस्ट फ्रेंड बना लो। ये अभी इस एक हफ्ते तक तुम्हारे घर रुकेगी। अपनी मम्मा को बोलना अभी ये सिर्फ तुम्हारे कारण इस शहर में आई है। एक हफ्ते बाद इसके पेरेंट्स आ जायेंगे टब ये वापस अपने घर चली जायेगी। इसी एक हफ्ते में ये तुम्हे ट्रैंड भी कर देगी। बाकी सब ट्रेनिंग तुम इसके घर पर करना। कैसे क्या होगा वो सब बाद में बताता हूँ।
इनसे मिलो. .
सोनिया सिंह.
ये भी हमारी मॉडलिंग के लिए नई है। इसकी भी ट्रेनिंग तुम्हारे साथ चल रही है।
चलो अब में निकलता हूँ तुम दोनों आपस मे बात करो और हां एक बात तो बताना ही भूल गया। ये तुम्हारे ही कॉलेज में पढ़ती है। तो मुझे नहीं लगता दोस्ती करने में और इसे अपनी मम्मा को अपनी दोस्त और क्लासमेट बताने में तुम्हे कोई तकलीफ होगी।
रिया चँचल और सोनिया एक दूसरे की तरफ देखती रहती है।
तभी समीर अपना जैकेट उठा कर चँचल के आफिस से निकलने वाला होता है कि चँचल समीर को आवाज देकर रोकती है।
चँचल : समीर. . ? सुनो तो. .
समीर बिना चँचल की तरफ देखे. .
समीर: जी कहिये मैडम. .
चँचल : तुम ऐसे क्यों बात कर रहे हो।
समीर: मैडम को मैडम ही कहा जाता है ना मैडम. और फिर हम कोई आपके जितने बड़े बिजनेस मैन भी तो नहीं है ना।
चँचल : शट अप. और इस तरह से कहाँ जा रहे हो।
समीर: अपने घर जा रहा हूँ ताकि आपको परेशान ना कर सकू.
चँचल: तुम अपने आपको समझते क्या हो. . ? पहले जो कुछ हुआ उस वक़्त भी मुझे सोचने का वक़्त नहीं दिया. और कल भी जो तुमने कहा उसमे भी मुझे सोचने का वक़्त नहीं दिया. .
समीर अचानक से चँचल की तरफ घूमता हुआ.
समीर: इस वक़्त मेरी उस बात को 30 घंटे 24 मिनट और 52 सेकंड हो चुके है।(घड़ी की और देखते हुए) मेरे ख्याल से इतना वक़्त तो काफी है सोचने के लिए मुझे अब जवाब दे दो।
चँचल: क्या. . . ?
समीर: मेरी स्लेव बनकर रहना चाहती हो या गर्ल फ्रेंड. . या दोनो ही नही।
चँचल समीर के इस सवाल से थोड़ी शर्मा जाती है और थोडी घबरा भी जाति है।
समीर: ठीक है तो मैं चलता हूँ।।
तभी अचानक से चँचल के मोह से एक जवाब निकल पड़ता है।
चँचल: गर्ल फ्रेंड. .
समीर के कदम वहीं आफिस के गेट पर रुक जाते है। समीर के चेहरे पर एक हल्की मुस्कान थी। समीर बिना चँचल की और मुड़े ही बोल ता है. .
समीर: आज शाम ठीक 6 बजे मेरे फार्म हाउस पर तुम्हारा इंतजार करूँगा.
समीर इतना बोलकर चँचल के आफिस से निकल जाता है।
(ये पूरी बात फुसफुसाहट मैं हो रही थी। क्योंकि सोनिया और रिया करीब 15 यार्ड की दूरी पर आफिस में सोफे पर बैठी हुई थी)
चँचल समीर को रोकना चाहती है लेकिन रोक नहीं पाती. .
वहीं दूसरी और सोनिया और रिया बात कर रही है.
सोनिया: तुम्हे मालूम है समीर सर बहुत जल्दी हमे मॉडलिंग और एक्टिंग का नया प्रोजेक्ट देने वाले है।
रिया: नही तो. . ? कब तक मिलेगा।।
सोनिया : ये तो पता नहीं लेकिन जो डायरेक्टर और कैमरा मैन है सुना है दोनों बहुत स्ट्रिक्ट है उनके आगे समीर सर कुछ नही बोलते. लेकिन हां उसके बाद हमे पक्का काम मिलना शुरू हो जाएगा।।
रिया: दैट्स ग्रेट.
तभी चँचल आ जाती है.
चँचल: क्या बात हो रही है दोनों में. रिया ने बहुत जल्दी दोस्ती कर ली.
रिया: जी भाभी अब तो करनी ही होगी ना. वरना मम्मा तो मुझे ये कपड़े पहनने भी ना देगी।
सोनिया : तुम टेंशन मत लो. मैं अपने कपड़े शेयर कर लुंगी उसके बाद तुम्हारी मम्मा को इन कपड़ो की भनक तक नहीं लगेगी। मैं तुम्हे सब सिख दूंगी।
चँचल: ये तो अच्छी बात है। अच्छा सुनो रिया. तुम्हारे कॉलेज की प्रिंसिपल शिप्रा मेरी बहुत अच्छी फ्रेंड है तो तुम अब कॉलेज की फिक्र छोड़ दो। मैं शिप्रा से बात कर लुंगी।
रिया: सच भाभी फिर तो सारी मुसीबत ही दूर हो गयी। बस एक मम्मा है वो भी मां जाए तो अच्छा है।
चँचल: वो भी मां जाएगी। अच्छा सुनो तुम दोनों अब घर जाओ। सोनिया को अपने साथ ही रख लो। मुझे थोड़ा सा काम है यहां पे.
रिया और सोनिया चँचल को बाय बोल कर निकाल जाती है. .
करीब 4 बजे:- चँचल के आफिस में एक पार्सल आता है। जिसपर लिखा था फ्रॉम समीर. .
चँचल जब उस पार्सल को खोलती है तो उसमें कुछ कपड़े थे . और एक लैटर।
लैटर: चँचल आज शाम को एक छोटी सी पार्टी है तुम्हे ये कपड़े पहन कर आना है। मैं तुम्हारा इंतजार करूँगा।।
रिया और सोनिया चँचल को बाय बोल कर निकाल जाती है. .
करीब 4 बजे:- चँचल के आफिस में एक पार्सल आता है। जिसपर लिखा था फ्रॉम समीर. .
चँचल जब उस पार्सल को खोलती है तो उसमें कुछ कपड़े थे . और एक लैटर।
लैटर: चँचल आज शाम को एक छोटी सी पार्टी है तुम्हे ये कपड़े पहन कर आना है। मैं तुम्हारा इंतजार करूँगा।।
अब आगे. . .
चँचल उस लैटर को पढ़ते हुए थोड़ी घबराई हुई भी थी और थोड़ी एक्साइटेड भी थी। चँचल ने जब वो बॉक्स खोलकर देखा तो उसमें वेस्टर ड्रेस में एक स्कर्ट और टॉप था साथ ही साथ उसमे अंडर गारमेंट्स भी थे।
चँचल मुस्कुराते हुए उन्हें देखती है तभी उसकी नज़र गारमेंट्स के साइज टैग पर पड़ती है। एक दम सही. ये चँचल के ही साइज के थे। चँचल एक बार फिर से शर्मा जाती है। चँचल समझ चुकी थी कि समीर को उसका साइज कैसे मालूम पड़ा होगा। आखिर ये मौका उसी ने तो दिया था समीर को।
चँचल शाम तक आफिस के काम निपटा कर समीर के फार्म हाउस जाने के लिए रेडी होने लगी थी। वहीं दूसरी और रिया और सोनिया जब रिया के घर पहुंची।
रिया: आओ सोनिया ये है हमारा घर.
सोनिया: ये तो बहुत खूबसूरत है।
रिया: अच्छा एक बात बताओ तुम्हारा सामान कहाँ है?
सोनिया: अरे चिल कर ना यार । समीर सर अभी भेज देंगे. मैं उन्हें कॉल करके एड्रेस भेज दूंगी.
अभी रिया और सोनिया की बात चीत चल ही रही थी कि रिया की माँ आ जाती है।
मेरी: रिया ये कौन है?
रिया: ( घबराते हुए) वो वो मॉम ये मेरी फ्रेंड है। मेरे कॉलेज में पढ़ती है। वन वीक के लिए हमारे यहां स्टे करेगी। दरअसल इसके पेरेंट्स को थोड़ा लेट हो गया तो. .
सोनिया: हेलो आंटी, मेरा नाम सोनिया है। क्या मैं आपके यहाँ रुक सकती हूं । सात दिन बाद तो मेरे माँ बाबा यहां आ ही जायेंगे. .
मेरी: ओक तुम रुक सकती हो. . लेकिन कैसे माँ बाबा है तुम्हारे. तुम्हे अकेले बिना स्टे का इंतजाम किए अकेले भेज दिया। ये भी नहीं सोचा कि अकेली लड़की सात दिन तक कैसे मैनेज करेगी।
सोनिया: नहीं आंटी ऐसी कोई बात नहीं है। दरअसल मैं तो होटल में रुकने वाली थी। लेकिन ये रिया है ना इसने मुझे घर बुला लिया. .
मेरी: चलो कोई बात नहीं तुम लोग खाना खा लेना। मैं अभी 2 घंटे में वापस आ रही हूं मेरी सहेली के पास जाकर।
रिया: ओके मॉम
मेर्री घर से बाहर निकल जाती है और रिया घर का गेट बंद करने जाती है। जब रिया वापस सोनिया के पास आती है।
सोनिया: बाप रे. तुम्हारी मॉम क्या हिटलर की फैमिली से है. .
रिया और सोनिया कुछ देर के लिए खामोश रहती है फिर दोनों सोनिया की बात पर हसने लगती है । रिया सोनिया को अपने रूम में ले जाती है और उसे अपने साथ बेड शेयर करने को बोलती है।
सोनिया: अरे यार अब तो तुम न बेड शेयर करने की आदत डाल ही लो। पता नहीं किस किस के साथ सोना पड़े. .
रिया सोनिया की बात समझे बिना ही मुस्कुराते हुए किचन में जा कर खाने का बंदोबस्त करने लगती है। तभी सोनिया घर की छत पर जाकर समीर को कॉल करती है।।
समीर: (फ़ोन उठाते ही) काम हो गया।
सोनिया: नहीं वो मैं अभी तो घर मे एंटर हुई हूँ।
समीर: तुझे मैंने वहां किस लिए भेजा है ये बात ध्यान रखना। और सुनो अगर मेरे काम करने की औकात ना बने तो वही मर जाना लेकिन मुझे शक्ल मत दिखाना। और अगर काम बन गया मेरा तो सब कुछ तुम्हारे कहे अनुसार होगा। समीर का वादा है।
फ़ोन कट.
सोनिया कुछ देर तक फ़ोन को देखते हुए सोचने लगती है।
रिया: सोनिया, सोनिया. ? खाना तैयार है यार. ,
सोनिया: (चोंकते हुए) इतनी जल्दी।
सोनिया जल्दी से नीचे आकर देखती है तो रिया ने नाश्ता तैयार किया था।
रिया: फिलहाल तो ये खा लो खाना मम्मी बाहर से लेकर आने को बोली है।
सोनिया: ( मुस्कुराते हुए), ठीक है खाना तो मैं खा लुंगी लेकिन पहले तुम्हे उन कपड़ों में से एक ड्रेस अभी पहन कर आना होगा।
रिया: क्या???? अभी नो वे, मम्मा ने देख लिया तो मार डालेंगी।
सोनिया: तो ठीक है मैं भी खाना नहीं खाऊँगी।
रिया: ये क्या बात हुई यार.
सोनिया: समझ गयी तो ये बात है?
रिया: क्या बात है??
सोनिया: मैं तुम्हारी अभी तक क्लोज़ फ्रेंड नहीं बनी ना इसी किये तुम मेरी बात को टाल रही हो।
रिया: ऐसा कुछ नही है यार , अगर मम्मी. .
सोनिया: ओफ्फो अगर अभी अपनी मम्मा को फेस नही करोगी तो फिर कभी भी नहीं कर पाओगी समझी।
रिया: लेकिन सोनिया।।। आज ही ज़रूरी है क्या?
सोनिया: हाँ क्योंकी मैं यहां तुम्हारे पास सिर्फ 7 दिन के लिए हूँ। उसके बाद तुम जैसे मर्ज़ी वैसे करो. इन साथ दिन मैं मुझे तुन्हें ट्रैंड करना है। आज से शुरू करूँगी तो मेरे पास थोड़ा टाइम एक्स्ट्रा होगा ना।
रिया: लेकिन. .
सोनिया: (रिया का हाथ पकड़ कर उसे बैडरूम की तरफ धकेलते हुए) लेकिन वेकिन कुछ नहीं जाओ। और हां सुनो। वाशरूम मैं है तुम्हारे कपड़े. तुन्हें वही पहन कर आना है।
रिया सोनिया के उतावले पैन को देख कर मुस्कुराने लगती है।
रिया वाशरूम मैं जाकर कपड़े पहनने लगती है। रिया को थोड़ा अजीब लग रहा था ऐसे कपड़े पहनना लेकिन. . .
रिया अपनी ब्रा पहनती हैं।
ब्रा के बाद पेंटी कुछ नही बस एक पर्ल थोंग।
उसके ऊपर एक शार्ट और एक टी शर्ट।।
रिया कपड़े पहनने लगती है और कपड़े चेंज करके डरते हुए बाहर आती है। रिया बिल्कुल भी इन कपड़ों में कंफर्ट नहीं लग रही थी। रिया होले होले चलकर सोनिया के पास जाती है। रिया वाकई में सुपर हॉट लग रही थी। लेकिन सोनिया ने रिया को कंफर्ट करने के लिए अपने भावों को दबा कर सोनिया से कहा।
सोनिया: अच्छी तो लग रही है। ये सब तो नार्मल कपड़े है। और अगर तुम इनमे इतना शर्माओगी तब तो बन गई मॉडल। चलो थोड़ा रिलैक्स करतें है।
रिया कपड़े पहनने लगती है और कपड़े चेंज करके डरते हुए बाहर आती है। रिया बिल्कुल भी इन कपड़ों में कंफर्ट नहीं लग रही थी। रिया होले होले चलकर सोनिया के पास जाती है। रिया वाकई में सुपर हॉट लग रही थी। लेकिन सोनिया ने रिया को कंफर्ट करने के लिए अपने भावों को दबा कर सोनिया से कहा।
सोनिया: अच्छी तो लग रही है। ये सब तो नार्मल कपड़े है। और अगर तुम इनमे इतना शर्माओगी तब तो बन गई मॉडल। चलो थोड़ा रिलैक्स करतें है।
अब आगे. . .
दूसरी और शाम के 6: 40 बजे. .
चंचलअपने आफिस के रेस्ट रूम में जाकर कपड़े चेंज करने का मन बनाती है। चंचल रेस्ट रूम में जाकर समीर के भेजे हुए कपड़े पहनने लगती है। आज चंचल के पास जो कपड़े थे उनमें से एक स्कर्ट और टॉप था। अंदर पहन ने के लिए जो समीर ने चूज़ किया था वो कभी चंचल ने पोर्न स्टार्स को पहनते हुए इंटरनेट पर देखा होगा। लेकिन पैंटी के नाम पर समीर ने चंचल को एक डबल पर्ल थोंग दिया था।
चंचल को ये कपड़े बदलने में केवल 10 मिनट का टाइम लगा अगले 30 मिनट तक चंचल अपना पार्टी मेकअप करती रही।
चंचल एक बार खुद को अपने रेस्ट रूम में लगे वाल मिरर मैं देखती है। अपने आपको मिरर में देख कर चंचल को सिर्फ एक ही ख्याल आता है "स्ट्रीट स्लट". . . (गली की रंडी)
चंचल अपने बारे में ऐसा ख्याल आते ही एक पल को तो वही ठहर जाती है लेकिन अगले ही पल मुस्कुराती हुए रेस्ट रूम से बाहर आने लगती है।
अभी चंचल दो ही कदम चली थी। चंचल लड़खड़ा कर नीचे फर्श पर बैठ जाती है। चंचल के चेहरे पे एक अजीब सा उत्साह और आनंद था। चंचल के दोनों हाथ नाभि के निचले हिस्से वाले पेट पर थे।
दरअसल डबल पर्ल थोंग ने अपना काम शुरू कर दिया था। ये थोंग चंचल की चूत के दोनों होंटों के बाहर की तरफ से निकल कर चंचल की चूत के मुह को बंद करता है। लेकिन जैसे ही चंचल चलती है या हल्का सा मोमेंट भी करती है तो ये थोंग के पर्ल चूत के होंटों को ऐसे मसलने लगते है जैसे की कोई अपने हाथ से चूत को दबोच रहा हो। जैसे जैसे चंचल चलती है तो चंचल की दौनों जाँघें आपस मे रगड़ जाती है। जांघो के रगड़ खाने से जो चंचल ने पर्ल थोंग पहन रखा था वो चंचल की चूत के लिप्स के बाहर की तरफ रगड़ खाते है। पर्ल थोंग के रगड़ खाने से चंचल को ऐसा महसूस होता है जैसे कोई चंचल के निचले होंटों को अपने बर्फीले ठंडे हाथों से रगड़ रहा हो। और फिर चंचल ने एक स्कर्ट पहन रखी थी। जिससे हवा सीधे चंचल की चूत की खुशबू चारों और फैला रही थी।
चंचल बड़ी मुश्किल से अपने आपको संभाल पाती है। चंचल फर्श से खड़ी होकर एक बार फिर से होले होले आफिस से बाहर निकलने लगती है। जैसे जैसे चंचल चल रही थी। चंचल की चूत अंदर से नम हो रही थी।
वहीं दूसरी और समीर पार्टी की मैं सूट बूट लगा कर चंचल का इंतजार कर रहा था। पार्टी में काफी लोग थे। काफी लड़कियां भी थी। तकरीबन 35 से 40 मिनुये बाद चंचल समीर के फार्महाउस पर पहुंच जाती है। लेकिन चंचल को गार्ड्स अंदर नहीं जाने देते।
चंचल तुरंत समीर को कॉल करती है। समीर अपने फ़ोन पर चंचल का कॉल देख कर तुरंत अटेंड करता है।
चंचल: हेलो! समीर, मैं बाहर हूँ लेकिन गार्ड्स.
अभी चंचल ने इतना ही कहा था कि समीर बोल पड़ता है. .
समीर: वैट, ये मास्क पार्टी है।बिना मास्क के तुम्हे एंट्री नही देंगे यहां ये मेरा ही स्ट्रिक्ट आर्डर है। मैं तुम्हारे पास एक मास्क भिजवाता हूँ।
समीर पांच मिनट में चंचल के पास एक मास्क भिजवा देता है। ये मास्क कोई दूसरी लड़की जो मास्क पहन रखी थी,वही ले जाकर चंचल को मास्क देती है और चंचल को उसे पहनने को बोल देती है।
चंचल वो मास्क लगा कर समीर की पार्टी में एंटर होती है।
चंचल एक तक उस लड़की के फिगर को देखती रहती है जो चंचल के लिए मास्क लेकर आई थी। वो लड़की बेहद अट्रेकटिव लग रही थी।
चंचल पार्टी में आते ही समीर से मिलती है। समीर चंचल का वार्म वेलकम करता है। चंचल देख रही थी कि वहां जितने भी मर्द है सबके कपड़े एक जैसे है और सबके मास्क भी एक जैसे है। बस एक समीर है जो अभी तक मास्क नहीं पहन रखा था। लेकिन समीर चंचल से मिलने के बाद अपना मास्क पहन लेता है।
इस वक़्त पार्टी का ये नज़ारा था कि लड़कियों के कपड़े और मासिक अलग अलग थे लेकिन मर्दों के कपड़े और मास्क एक जैसे थे। तभी समीर एक अनोउंसमेन्ट करता है।
समीर: लेडीज़ एंड जेंटलमेन में आई हेव योर अटेंशन प्लीज. . जैसा कि आप सभी को पता है कि आज की पार्टी एक थीम पार्टी है । इस पार्टी में कुछ खास है तो वो है लेडीज़।
क्या है ना औरतें हर बार कहती है की " आल मेन्स आर डॉग" तो आज की पार्टी में मेडम हम सभी आपके कुत्ते है। लेकिन एक शर्त है। जैसे ही लाइट चली जाए आपको हम मर्दो में से आपका पर्सनल कुत्ता कौन है इसका पता करना होगा। और जब आप हम में से किसी एक मर्द को चुन लेती है तो आपको उस मर्द के साथ एक बन्द कमरे में भेज दिया जाएगा। जहां पर आपका अपना कुत्ता वही करेगा जो एक कुत्ता सारे आम करता है।
अब आपको इस पार्टी के रूल बात देता हूँ. .
पहला रूल है कि महिला को अपना मास्क उतारने की और पुरुष को अपना मास्क उतारने की बिल्कुल भी इजाजत नहीं है।
दूसरा रूल है एक बार अगर महिला ने किसी पुरुष को चुन लिया तो उसे उसके साथ सेक्स करना ही पड़ेगा। सेक्स के बाद पुरुष और महिला अपना मास्क उतार सकते है।
तीसरा रूल अगर महिला ने किसी गलत पुरुष को चुना तो उसे फिर से पार्टी के रूल्स फॉलो करने होंगे जब तक वो सही पुरुष मतलब अपने कुत्ते को नहीं चुन लेती।
चौथा रूल जब तक आप लोगो का सेक्स खत्म नहीं हो जाता आपके कमरे में लाइट बेहद डिम होगी। मगर हमे लाइव शो मिलता रहेगा।
और एक आखिरी रूल: पुरुष को अपना मास्क सेक्स के बाद उतारना ज़रूरी है ताकि महिला उसे देख सके लेकिन महिला को अपना मास्क उतारने की ज़रूरत नहीं है ये महिला का निर्णय है कि वो मास्क उतारे या नहीं। लेकिन अगर महिला पार्टी खत्म होने तक मॉस्क नहीं उतरती तो उसे एक टाइटल दिया जाएगा।
"दी स्लट" उस महिला को अगले 1 महीने तक यहां पार्टी में मौजूद हर एक शख्स के घर जाकर रोज सेक्स करना होगा। मतलब की हम पार्टी में 25 लोग है तो उस एक महिला को एक दिन में 25 लोगो के साथ सेक्स करना होगा।
सो गाइस पार्टीsssssss शुरू करोsssssss
लेटस गोssssss
समीर के इतना बोलते ही पार्टी हॉल में लाइट बंद हो जाती है। बहुत ही हल्की हल्की अंधा कर देने वाली लेज़र लाइट इधर उधर फुल स्पीड में दौड़ने लगती है। और एक तेज म्यूजिक चलने लगता है जिससे कोई किसी की आवाज नहीं सुन सकता था।
थोड़ी देर बाद सभी मर्द घेरा बना लेते है उस घेरे के बीच मे सभी औरतें थी। अचानक एक गुलाबी कलर की लेज़र लाइट सभी औरतों पर घूमने लगती है। करीब 30 से 40 सेकंड बाद वो लाइट एक औरत पर रुकती है इसका मतलब था कि उस औरत को अपने पति को या फिर बॉय फ्रेंड या फिर जिसके साथ वो आयी थी उसे चुनना था।
वो औरत आगे बढ़ती है और बारी सभी मर्दों के पास जाकर अपने वाले मर्द को ढूंढने की कोशिश करती है लेकिन उसे समझ नहीं आता कि वो उसे कैसे ढूंढे। अचानक से एक काउंटडाउन स्टार्ट होता है जिसका सीधा सा अर्थ था कि उस औरत को अगले 10 सेकंड में किसी को चुनना होगा। वो औरत जल्दी से सबको पहचानने की कोशिश करती है अचानक से उसकी नज़र एक मर्द के जूतों पर पड़ती है । उसे याद आता है कि ये जूट तो उसके पति के है वो तुरंत उस आदमी को चुन लेती है।
थोड़ी देर बाद सभी मर्द घेरा बना लेते है उस घेरे के बीच मे सभी औरतें थी। अचानक एक गुलाबी कलर की लेज़र लाइट सभी औरतों पर घूमने लगती है। करीब 30 से 40 सेकंड बाद वो लाइट एक औरत पर रुकती है इसका मतलब था कि उस औरत को अपने पति को या फिर बॉय फ्रेंड या फिर जिसके साथ वो आयी थी उसे चुनना था।
वो औरत आगे बढ़ती है और बारी सभी मर्दों के पास जाकर अपने वाले मर्द को ढूंढने की कोशिश करती है लेकिन उसे समझ नहीं आता कि वो उसे कैसे ढूंढे। अचानक से एक काउंटडाउन स्टार्ट होता है जिसका सीधा सा अर्थ था कि उस औरत को अगले 10 सेकंड में किसी को चुनना होगा। वो औरत जल्दी से सबको पहचानने की कोशिश करती है अचानक से उसकी नज़र एक मर्द के जूतों पर पड़ती है । उसे याद आता है कि ये जूते तो उसके पति के है वो तुरंत उस आदमी को चुन लेती है।
अब आगे. .
औरत ने जैसे ही उस आदमी को चुना वो आदमी उस औरत की पकड़ कर उसी कांच के कमरे की और ले जाने लगा जिसके बारे में समीर ने बताया था। चंचल एक टक समीर को पहचानने की कोशिश कर रही थी। लेकिन समीर अंधेरे में मास्क लगाया हुआ 10 से 15 लोगों के बीच गुम था। चंचल चाहकर की इतनी दूरी से समीर को नहीं पहचान सकती थी।।
हालांकि चंचल कोई ज्यादा दूर नहीं थी लेकिन अंधेरे और अंधे बना देनी वाली तेज तर्रार लेज़र लाइट से चंचल को फिलहाल समीर की सिनाख़्त करने में दिक्कत हो रही थी। अचानक से चंचल की नज़र उस कांच के कमरे पर पड़ती है। क्योंकि उस कमरे में हल्की लाइट जल उठी थी।
जैसे ही चंचल की नज़र उस कमरे पर पड़ती है। चंचल के शरीर में एक मीठी सी लहर दौड़ पड़ती है। वो मास्क के पीछे पीछे छिपे अनजान मर्द और औरत दोनों एक दूसरे को चूम रहे थे। अचानक से उस कमरे में एक हल्का सा धुंआ फैल जाता है।
करीब 5 मिनट बाद वो मर्द उस औरत को नीचे अपने घुटनों पर बैठ देता है। और वो औरत समझ जाती है कि ये मर्द क्या चाहता है। वो औरत तुरंत उस आदमी की पेंट की ज़िप खोल कर उसके लन्ड को बाहर निकाल लेती है।
वो औरत उस मर्द के चेहरे की तरफ बड़े ही कामुक अंदाज़ से देखती है। वो औरत अपने हाथ से उस आदमी के लन्ड को पकड़ कर बहुत ही हल्के से यूँ समझ लीजिए जैसे स्लो मोशन्स मे ऊपर नीचे करती है । तकरीबन 2-3 मिनट बाद वो औरत बिल्कुल स्लो मोशन्स में ही उस आदमी का लन्ड नीचे की तरफ करते हुए उसके लन्ड का सूपड़ा बाहर निकालती है।
जिस तरह से वो औरत कर रही थी उस की हर अदा को देख कर उस मर्द के पसीने छूट गए और तो और बाहर खड़ा हर मर्द अपना लन्ड भी खड़ा कर रखा था।
वो मर्द उस औरत के सर पर अपना हाथ रखने ही वाला था कि औरत ने तुरंत उस मर्द के लन्ड को अपने मुंह मे ले लिया। औरत के अचानक हुए हमले से मर्द एक दम से बौखला जाता है। दोनों के चेहरे पर इस वक़्त असीम आनंद के भाव थे।
बाहर खड़ा हर एक मर्द और औरत उन दोनों को देख कट गर्म हो रहे थे तभी चंचल के पीछे कोई खड़ा होकर चंचल के हाथों पर अपने हाथ रख देता है। चंचल एक पल को चोंक जाती है लेकिन तुरन्त उसके कानों में किसी की आवाज आती है। उस आवाज को सुनकर चंचल को एक सुकून सा आता है। ये आवाज समीर की थी।
चंचल: (बिना पीछे मुड़े) समीर ये सब क्या है?
समीर: तुम्हे इन सब मे शामिल नहीं होना है। चुपचाप राइट साइड वाली सीढ़ियों से तुम ऊपर कमरे में चली जाओ।
चंचल: लेकिन. ?
समीर: ईश्sssssकोई लेकिन वेकीन नहीं जाओ।
चंचल बिना कुछ कहे चुपचाप सबसे बचते हुए ऊपर सीढ़ियों से चढ़ते हुए एक कमरे में चली जाती है।
वहीं समीर भी हल्की रोशनी से अचानक दो या तीन कदम पीछे की तरफ चलता है जिससे वो अंधेरे में कहीं गुम हो जाता है।
तकरीब पांच मिनट बाद समीर ऊपर कमरे में चंचल के पास चला जाता है।
चंचल: समीर आखिर ये सब. .
समीर: ईशssssss अब से मेरा नाम मत लेना और जो होता है उसे होने दो। ये कमरा मैजिक मिरर से बना है इसके अंदर से बाहर तो हम देख सकते है लेकिन बाहर से अंदर की तरफ हमे कोई नहीं देख सकता।
चंचल: लेकिन मुझे यहां क्यों बुलाया है।
समीर: ताकि जो तड़प तुम्हारे लिए मेरे दिल मे है उसे मिटा सकूँ एक नए अंदाज में।
समीर हौले से चंचल के पीछे जाकर उसकी कमर में हाथ डालता है और धीरे धीरे डांस करने लगता है। एक बहुत ही धीमी आवाज में इंस्ट्रुमेंटल म्यूजिक बज रहा होता है। चंचल के लिए ये एक तरह से रोमांटिक भी था और थोड़ा स्ट्रेंज भी। क्योंकि चंचल उस कमरे के बाहर देख रही थी कि काफी लोग कुर्सियों पर बैठे है लेकिन अंधेरे के कारण से सिर्फ उनके सफेद शर्ट दिख रहा है।
समीर हौले से चंचल के गाउन की स्ट्रेप्स को उसके कंधे से नीचे करते हुए उसके कंधे को चूमता है। जैसे जैसे गाउन चंचल के कंधे के नीचे आता जाता है वैसे वैसे समीर चंचल को चूमते हुए नीचे आता जाता है।
कुछ ही पल में चंचल का गाउन उसकी छातियों तक आ जाता है। अब उस गाउन को और नीचे करने के लिए समीर को चंचल की कमर के पीछे उस गाउन की चैन खोलनी थी।
समीर बहुत ही हॉउले से उस गाउन की चैन को आने मुह से खोलता है। समीर के ऐसा करते ही चंचल की आह निकल जाती है। चंचल घूम कर समीर में होंटों को अपने मुह में ले लेती है और बहुत ही बेसब्री से चूमने लगती है।
समीर भी अब चंचल का किश में साथ देते हुए उसके गाउन को उसके बदन से अलग करने के लिए चंचल के पैरों में उतार देता है। चंचल अब बहुत ही गर्म हो चुकी थी इसलिए चंचल समीर का साथ इस मास्क को हटा कर देना चाहती थी। चंचल जैसे ही मास्क को हटाने के लिए ऊना हाथ ऊपर ले जाती है समीर चंचल को रोक लेता है और मास्क उतारने से मना करता है।
समीर: अगर ये मास्क तुम अपने चेहरे से उतारोगी तो जो बाहर लोग है वो तुम्हे पहचान जाएंगे।
चंचल: तो क्या हुआ?
समीर: इनमे से कुछ लोग तुम्हारे पति के दोस्त है तो कुछ लोग तुम्हारे आफिस से भी है।
अब चंचल का दिल जोरों से धड़कने लगता है।
समीर: घबराओ मत इन सबके लिए तुम बस एक रंडी हो। इन्हें क्या पता तुम उनकी बॉस हो, या भाभी हो या पत्नी हो।
चंचल: पत्नी. ?
समीर: मेरा मतलब अगर इस वक़्त तुम्हारा पति भी यहां हो तो उसे भी मालूम नहीं चलेगा कि तुम ही हो इस कमरे में
चंचल: समीर तुम ऐसा क्यों कर रहे हो? क्या मेरा बदन इस तरह से सरेआम करोगे।
समीर: हाँ. तुम्हे देख कर लोग लचाएँगे मगर तुम्हे भोगने का अधिकार सिर्फ मेरा होगा। इसमे मुझे मज़ा आता है चंचल। और अगर तुम्हे मेरे मज़े पर एतराज है तो तुम जा सकती हो।
चंचल: नहीं. मुझे अब कहीं भी नही जाना. अब जो होगा देखा जाएगा।
इन सब बातों के दौरान समीर ने चंचल को पूरी तरह से गर्म कर दिया था साथ ही चंचल का गाउन उसके बदन से अलग कर देने से इस वक़्त चंचल ब्रा और पेंटी में खड़ी थी।
अचानक से समीर और चंचल जिस कमरे में थे उसमे बहुत ही हल्के रंग की रोशनी रह जाती है। और इस रौशनी के होते ही चंचल को एहसास होता है कि समीर ने उसे स्पेशल कपड़े क्यों दिए थे।
चंचल की ब्रा और पेंटी इस अंधेरे में चमक रही थी।
चंचल एक बार खुद को देख कर शर्मा जाती है लेकिन अब ये हर बार का नयापन चंचल को भी अच्छा लगने लगा था।
समीर बहुत ही रोमांटिक अंदाज़ में चंचल के एक एक कपड़े को उसके बदन से अलग करता है चंचल को उसी कमरे में पूरी तरह से बे आबरू करने बाद समीर चंचल को उसी बैड पर लिटा देता है।
चंचल को जैसे कुछ करना ही नहीं था। समीर बिना चंचल से कुछ कहे चंचल की दोनों टांगों को अपने कंधे पर रख कर अपना मुंह चंचल की दोनों टांगों के बीच. .
थोड़ी देर बाद चंचल बहुत उत्तेजित हो जाती है जिसके चलते चंचल की कमर धनुष के समान मुड़ने लगती है। इतना उत्तेजक दृश्य देख कर बाहर बैठे लोगों ने तालियां बजा दी। तालियों की आवाज चंचल तक भी जा रही थी जिससे चंचल और भी शर्म से पानी पानी हो जाती है।
अब समीर चंचल को उसी बिस्तर पर एक विशेष एंगल में मोड़ कर घोड़ी बना देता है और पीछे से अपने लन्ड को चंचल की चूत पर धीरे धीरे रगड़ता है। चंचल आंखें बंद किये इस लम्हे को भरपूर तरह से जी रही थी कि बाहर की तरफ लाइट जल जाती है।
अब आलम ये था कि चंचल अंदर से बाहर सब कुछ देख सकती थी। और बाहर वाले भी अंदर सब कुछ देख सकते थे। बस समीर और चंचल इस वक़्त चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे। करीब 5 मिनट बाद समीर अपने लन्ड का टोपा चंचल की चूत में घुसा देता है जिससे चचंल की हल्की सी आह निकल जाती है।
तभी चंचल पीछे मुड़ कर समीर की तरफ देखती है और हल्के से मुस्कुरा देती है। ये एक तरह से इशारा था समीर को की वो अब पूरी तरह से चंचल में समा जाए। समीर भी बिना देर किये हल्के हल्के धक्कों के साथ ओरी तरह से चंचल में समा जाता है। अचानक से चंचल की आंखें खुलती है। वो देखती है कि उसके सामने तकरीबन 10 से 20 लोग है क्या बुड्ढे क्या जवान सभी उसे देख रहे है।
सबके पेंट में तंबू बना हुआ है। तभी दूसरी लाइन में बैठे एक शख्स पर चंचल की नज़र जाती है तो चंचल की हवाईयां उड़ जाती है।
चंचल: सुरेश. . . ?
समीर: क्या. . . कुछ बोला
चंचल: हटो समीर.
समीर लगातार चंचल की चूत में धक्के मारते हुए.
समीर: चंचल अगर इस वक़्त मैं हटा या हम लोग रुक गए तो मुझे 390 करोड़ का नुकसान होगा।
चंचलbananaहौले से) मेरे पति. .
समीर: कौन सुरेश. ???? यहां??? हो ही नही सकता. . और वैसे भी तुमने मास्क पहना है वो हो भी तो पहचान नही सकता।
चंचल: आह समीर. . . प्लीज. . . मैं. .
समीर काफी तेज धक्के मारने लगता है. .
तभी सुरेश एक बोर्ड उठाता है और उस पर तकरीबन 2. 60 लाख रुपये लिखे थे. . एक आदमी जी उस कमरे के। भाहर था एक बजर बजा देता है उसके तुरंत बाद समीर और चंचल वाले कमरे में लाइट ऑफ हो जाती है. समीर अभी भी चंचल की चुदाई कर ही रह था कि चंचल तुरंत समीर को धक्का देकर अपने कोड़े पहनने लगती है।। करीब 7. 30 मिनट में चंचल तैयार होकर अपने घर की तरफ़ निकल जाती है।
समीर जो कुछ देर पहले तक चंचल के सामने बहुत गंभीर था उसके पति को लेकर अब होले होले से मुस्कुरा रहा था।