Update 08
तभी सुरेश एक बोर्ड उठाता है और उस पर तकरीबन 2. 60 लाख रुपये लिखे थे. . एक आदमी जी उस कमरे के। भाहर था एक बजर बजा देता है उसके तुरंत बाद समीर और चंचल वाले कमरे में लाइट ऑफ हो जाती है. समीर अभी भी चंचल की चुदाई कर ही रह था कि चंचल तुरंत समीर को धक्का देकर अपने कोड़े पहनने लगती है।। करीब 7. 30 मिनट में चंचल तैयार होकर अपने घर की तरफ़ निकल जाती है।
समीर जो कुछ देर पहले तक चंचल के सामने बहुत गंभीर था उसके पति को लेकर अब होले होले से मुस्कुरा रहा था।
अब आगे. . .
चंचल घबराते हुए डरी हुई हालत में अपने घर पहुंच जाती है जहां हर बार की तरह सरिता चंचल का स्वागत करती है। सरिता को आज पहली बार चंचल इतनी सीरियस दिख रही थी। एक बार तो सरिता का मन हुआ कि चंचल से पूछ लें लेकिन अगले ही पल सरिता ने ये बात सुबह पूछने का निर्णय लिया। दरअसल सरिता चंचल को और परेशान नहीं करना चाहती थी। और अभी पूछती तो हो सकता है चंचल उस पर गुस्सा हो जाये। बस यही सोच कर सरिता चंचल से कुछ नहीं पूछती।
वहीं दूसरी और रिया और सोनिया थोड़ी देर बेड पर आराम करती है। तकरीबन आधे पौन घण्टे बाद रिया की मम्मी घर आ जाती है। मैरी के घर आते ही रिया थोड़ी डर जाती है। लेकिन सोनिया रिया को समझती है।
सोनिया: ओफ हो रिया , तुम्हारे सामने हद ही हो गयी यार आज नही तो कल जब तुम नामचीन मशहूर मॉडल बन जाओगी तब भी तुम्हारी मम्मा को सब पता चलेगा तब भी तो ये सब फेस करोगी ना। ज्यादा से ज्यादा डांटेगी। मेरे सामने तुम्हे शायद डांटे नहीं रुको मैं भी ऐसे ही कपड़े पहन कर चलती हूँ।
थोड़ी देर बाद सोनिया भी रिया की तरह कपड़े पहन लेती है।
सोनिया: तो अब तो चले. .
रिया घबराते हुए हल्के से सर हाँ में हिलाती है।
तभी समीर का कॉल सोनिया के पास आ जाता है।
सोनिया: लो समीर सर का फ़ोन आ गया।
रियाbanana चोंकते हुए) अभी??? लेकिन क्यों?
सोनिया : यही पूछने की मैंने ट्रैनिंग शुरू की या नहीं।
रिया: ओके मैं नीचे जाती हूँ।
सोनिया: नहीं अगर अभी गयी तो मैरी आंटी डांटेंगी, मेरे साथ चलना।
रिया चुप चाप बेड पर बैठ जाती है और सोनिया फ़ोन उठाती है।
सोनिया: हेलो सर्, जी सर
समीर: सुनो , वो मैरी को आज ही काम पर लगा दो।
सोनिया: लेकिन इतनी जल्दी कैसे. ?
समीर: वो सब तुम जानो और रिया को चुदाई का चस्का लगाओ।
सोनिया : लेकिन किस से? कौन करेगा?
समीर: मैं करूँगा। तब तक उसका ब्रेन वाश करती रहो। और उसकी माँ मैरी का भी। उसे भी तैयार करो। तुम्हारे भाई को बुला लेना वहां ।तीन दिन बाद। इन्ही तीन दिन में रिया का काम करना है और अगले तीन दिन मैं उसकी माँ का। अब समय नही बचा।
सोनिया: लेकिन रिया सुनती नही है।
(रिया की तरफ देखते हुए, और रिया सोनिया की तरफ आंख दिखाते हुए)
लो आप ही बात करके समझा दो।
समीर: हेलो.
(सोनिया रिया को फ़ोन देती है)
रिया: हेलो सर्, नहीं सर् ऐसा कुछ नहीं है।
समीर: देखो रिया सोनिया कुछ ही दिनों के लिए है तुम्हारे पास, उसके सारे गुण सिख लो। कहीं ऐसा ना हो आगे जा कर तुम्हे काम ना मिले।
रिया: जी सर्.
समीर : ठीक है मैं रखता हूँ ।
फ़ोन कट.
सोनिया: तो अब तो मानोगी ना मेरा कहा.
रिया: तुम्हारा ही तो कहा मान रही थी. . वो तो मैं बस.
रिया ओ रिया ( रिया की मम्मी मैरी की आवाज)
सोनिया : चल आंटी बुला रही है।
सोनिया बिना कुछ सुने रिया का हाथ पकड़ कर नीचे ले जाने लगती है। रिया बहुत कोशिश करती है लेकिन सब नाकाम हो जाती है सोनिया के जोर के आगे। कुछ ही देर में दोनों मैरी के सामने. .
(मैरी कुछ बोलना चाहती थी कि उससे पहले ही सोनिया बोल पड़ती है)
सोनिया: देखो ना आंटी ये रिया ना आपको ओल्ड फैशन्ड बोल रही थी। मैंने अपने कपड़े रिया को पहन कर दिखाने को बोला तो नही तैयार हुई। बड़ी मुश्किल से फ्रेंडशिप और आपकी क़सम दिलाई तब जा कर पहनी है ये कपड़े। देखो ना आंटी रिया मुझसी भी कहीं ज्यादा हॉट एंड सेक्सी लग रही है ना। और ये पागल न इन कपड़ों को पहन कर आपको दिखाना भी नहीं चाहती थी। कौन माँ अपनी बेटी को खूबसरत देखना नहीं चाहेगी।. . .
अभी सोनिया बोल ही रही थी कि रिया बीच में बोल पड़ती है. .
रिया: तुमसे भी ज्यादा. ? हॉट एंड सेक्सी. ? दुनिया में मैं ही अकेली हूँ ओके.
सोनिया तुरंत दौड़ कर मैरी के कंधों को पीछे जाकर प्यार से पकड़ लेती है।
सोनिया: आंटी देखो ना. . वैसे आंटी मैं हॉट हूँ ना???
मैरी को तो कुछ समझ ही नही आया कि वो क्या बोले. . एक बार तो वो रिया को डांटना चाहती थी लेकिन सोनिया के मुँह से ओल्ड फैशन्ड वाली बात सुन कर मैरी को बुरा लगा। किसी भी औरत को लगता जो कि, दूसरी बात ये कपड़े सोनिया ने अपने बताये। और तीसरी बात कौन माँ अपनी बेटी को सबसे ज्यादा खूबसूरत नहीं देखना चाहेगी।
रही सही मैं रिया और सोनिया की अपनी नोक झोंक.
मैरी बस मुस्कुराते हुए सोनिया के गालों पर हाथ फेरते हुए।।। अरे नही बेटा तुम भी बहुत खूबसूरत हो।
रिया: मम्मी क्या मैं इन कपड़ों में अजीब नहीं लग रही।
मैरी: (जो रिया को रोकना चाहती थी ऐसे कपड़े पहन ने से वो ब अजीब मुसीबत में थी।) नहीं तो बिल्कुल नहीं। बस थोड़े से ज्यादा ही छोटे है।
सोनिया: जाने दो न आंटी घर मे अपन सब लड़कियां है क्या फर्क पड़ता है। वैसे आंटी यु नो यु लुक्स सो ब्यूटीफुल. .
मैरीbananaशर्माते हुए) अरे मैं कहाँ. मेयो तो अब बूढ़ी हो गयी हूँ।
सोनिया: बस आंटी ये पुराने ज़माने वाली औरतों की तरह डायलॉग मत मारो. आप बूढ़ी हो गयी है। तो कल आप को जो मैं कहूंगी वही करना होगा ।
मैरी: क्या???
सोनिया: वो तो मैं आपको कल ही बताऊंगी.
मैरी: अच्छा बाबा ठीक है लेकिन फिलहाल तो खाना खा लो।
सोनिया: आंटी एक बात और है. अगर आपको परेशानी ना हो तो.
(रिया चोंकते हुए देखती रहती है)
मैरी: अरे नहीं बेटा परेशानी कैसी . क्या बात है बोलो?
सोनिया: आंटी वो मेरा एक भाई है छोटा वो भी जिद्द कर रहा है मेरे पास आने की. और आप तो जानती ही है ना मैं तो खुद आपके यहाँ रुकी हुई हूँ। और पापा ने बोला है कि उन्हें 10 से 15 दिन लग जाएंगे. अगर आप रुकने की परमिशन देती है तो उसे बुला लूँ. . वरना तो मुझे अर्जेंट में होटल बुक करवाना पड़ेगा।
मैरी: अरे नहीं बेटा ऐसी कोई बात नहीं है। और तुम्हारा भाई ही है ना तो बुला लो उसे। अपना ही घर समझो.
सोनियाbananaकुर्सी से उठ कर मेरी के गालों को चूम लेती है) थैंक यू आंटी.
कुछ देर बाद सभी खाना खा कर सोने के लिए अपने कमरों की तरफ रुख कर लेते है.
मैरी अपने कमरे में और रिया और सोनिया अपने कमरे में.
रिया जैसे ही सोने के लिए बेड पर लेटती है. .
सोनिया: रुको रिया. तुम ये मेडिसिन लो.
रिया: ये क्या है?
सोनिया: इस दवा से हमारे बॉडी पार्ट इम्प्रूव होते है। हालांकि ये दावा बहुत देर से काम करती है इससे अलग एक और दवा है जिसके लिए मैं अपने छोटे भाई को बुला रही हूं।
रिया: दवा के बीच मे भाई कहाँ से आ गया।
सोनिया: अरे पागल वो दावा केवल एक लड़का ही बना सकता है तू नही समझेगी। फिलहाल ये गोली ले और सो जा।
रिया: पिंक गोली. . ??
सोनिया: तुझे नाम से नही काम से मतलब रखना चाहिए।
रिया सोनिया के कहे अनुसार वो गोली खा कर सोने लगती है। सोनिया भी रिया के दवा लेने के बाद मुस्कुराते हुए आंखें बंद कर सोने लगती है। करीब आधी रात को 1 या 2 बजे के करीब रिया को ऐसा महसूस होता है जैसे उसके निप्पल फट जाएंगे। और उसका क्लीट बुरी तरह से फड़फड़ा रहा होता है। रिया नींद में ही अपनी उंगली से अपनी चूत को सहलाती रहती है। इसी तरह दूसरे दिन की सुबह हो जाती है।
वहीं दूसरी और चंचल घर आकर बहूत डरी हुई और गुस्से में थी।
चंचल: (सोच रही थी कि ) आखिर समीर ने क्यों नही बताया की सुरेश आया हुआ है। और सुरेश ने भी कोई सूचना नही दी। एक कॉल तक नहीं किया। और ये सुरेश अभी तक घर क्यों नहीं आया। कहीं सुरेश ने मुझे पहचान तो नही लिया। और वो क्या था सुरेश के हाथ में 2लाख का बोर्ड . क्या सुरेश मेरी बोली लगा रहा था। सुरेश कब से ऐसे काम करने लग गया। मुझे सुरेश से ही बात करनी पड़ेगी।।
चंचल तुरन्त सुरेश को कॉल करती है। करीब तीन बार फ़ोन काटने के बाद सुरेश फ़ोन उठाता है।
सुरेश: हेलो डार्लिंग.
चंचल: हेलो सुरेश. कहाँ हो तुम.
सुरेश: (हड़बड़ाते हुए) वो डार्लिंग कहीं नही बस मीटिंग में बिजी हूँ।
चंचल: सुरेश तुम कब वापस आ रहे हो।
सुरेश: डार्लिंग फिलहाल तो अपनी ही शहर में हूँ। लेकिन मेरे पार्टनर्स के लिए एक मीटिंग का काम कर रहा हूँ ये हो गया तो रॉयल्टी मिल जाएगी। सच कहूं तो मैं ना अब बिज़नेस मैन से दलाल बन रहा हूँ जान.
अब चंचल को कुछ कुछ समझ आने लगता है।
चंचल: ओके सुरेश काम हो जाये तो इन्फॉर्म करना।
सुरेश: ओके डार्लिंग। बाद में बात करता हूँ फ़ोन कट. …
चंचल : हाँ मैं गर्दन हिला कर अपनी सहमति कोमल को दे देती है. और साथ ही फ़ोन पर डॉक्टर से बात करके फोन कोमल को दे देती है.
कोमल : हेलो , जी मैंने आपसे बात की थी. .
अब आगे.
नैनसी : हाँ कोमल बोलो. .
कोमल :मैंने उसे आप तक पहुँचा दिया है बाकी आप देख लेना.
नैनसी : तुम चिंता मत करो बस मुझे 4 घंटे का समय लगेगा.
कोमल : सुबह चंचल उसकी बहन और श्रेया दोनों आपके पास आएंगे। आप उनसे पेपर साइन करवा लेना और राज जीजू को भेज देना।
नैनसी : एक्सीलेंट , तब तो कोई फिक्र की बात ही नहीं है। बस एक आखिरी सवाल है.
कोमल : क्या ?
नैनसी : रंग पक्का चढ़ाऊँ या टेम्पररी. .
कोमल : होली में रंग पक्का ना चढ़े तो मज़ा नहीं आता. तो आप पक्का रंग ही चढ़ा दीजिये.
डॉक्टर और कोमल दोनो हसने लगती है.
उधर जब कोमल डॉक्टर से बात कर रही होती है तभी चंचल प्रिया को इशारे से बुलाकर राज़ को वो जूस पिलाने के लिए भेज देती है. . कोमल को इस बात का अंदाज़ा भी नहीं था.
और वही दूसरी और राज के कमरे में गहरे नील रंग की रोशनी बहुत जोरों से चमक रही थी। राज के कमरे की खिड़कियों और दरवाजे के नीचे से बहुत दूर तक वो रोशनी फैली हुई थी। जिसे देख कर राज़ की माँ डर जाती है. वो धीरे धीरे राज़ के कमरे की तरफ बढ़ती है.
सरिता : मन ही मन सोचती है (ये रोशनी तो बरसों पहले बाबा के कमरे में देखी थी मैंने. . नहीं ये नहीं हो सकता. .
सरिता भाग कर दरवाजा खोलती है कि सरिता तकरीबन 5 फिट दूर जाकर गिरती है और बेहोश हो जाती है. उसे आखिरी झलक एक अजीब सी औरत की दिखती है.
वही पार्टी में प्रिया राज़ से मिन्नतें कर राज़ को वियाग्रा मिला जूस पिला देती है.
चंचल और प्रिया एक दूसरे की तरफ देख कर मुस्कुरा रहे थे. तभी कोमल भी फ़ोन काट कर घूमती है तो राज़ की जूस पीते हुए देखती है. कोमल भाग कर राज़ को रोकने आती है लेकिन तब तक राज़ पूरा गिलास खत्म कर चुका था। तभी अचानक से समय रुक जाता है. . चंचल प्रिया और सब एक जगह रुक जाते है लेकिन कोमल और राज बिल्कुल समय के साथ थे उन पर समय का कोई असर नहीं था. . तभी राज़ के शरीर से भी हल्की हल्की नीली रोशनी निकलने लगती है।
ये नीलांकर था जो राज़ के शरीर में अब तीव्र हो चुका था. राज़ अभी कुछ समझ ने की कोशिश कर रही रहा था कि.
कोमल :- (घबराते हुए ) चंचल ? प्रिया? क्या हुआ तुम लोग कुछ बोल क्यों नहीं रही और यूँ स्टेचू बनकर क्यों खड़ी हो और ये म्यूजिक भी नही चल रहा
कोमल चंचल को छू ती है , जैसे ही कोमल का हाथ चंचल से लगता है एक बिजली जैसा झटका कोमल को लगता है.
कोमल 2 - 3 कसम पीछे को हटती है. .
तभी राज़ को कुछ याद आता है. . और राज सदमे से हल्के से बोल पड़ता है.
राज़ : राजकुमारी नैना. .
राज़ तुरन्त पार्टी के हॉल से बाहर निकलता है , बाहर निकलकर राज़ देखता है कि बाहर सभी गाड़ियां , हवा , सब जैसे ठहर गए हों, आवाज के नाम पर तो जैसे कोई बहुत बड़ी खामोशी रह गयी थी।
राज़ अभी अपने घर की तरफ भाग कर जाने ही वाला था कि राज़ को पीछे से किसी ने पकड़ लिया। राज़ पीछे पलट कर देखता है तो वो कोमल थी।
कोमल: राज़ ये क्या हो रहा है?
राज़: यही तो मुझे भी समझ नहीं आ रहा।
कोमल : देखो चारों तरफ ऐसा लगता है जैसे समय थम से गया हो।
राज़ : हैं ऐसे में दीदी. (राज़ घबराते हुए कोमल की तरफ देखता है) कोमल मेरी बहनें कहाँ है?
कोमल राज़ के इस सवाल का जवाब देती उससे पहले रानी और सोनिया दोनों दौड़ते हुए आती दिखी।
कोमल राज़ को एक तरफ करके रानी और सोनिया की तरफ दौड़ती है।
रानी : और क्या करें हमारी गाड़ी जैसे थम सी गयी हो हम लोग आगे नहीं बढ़ पा रहे थे और तो और हमारे आस पास के लोग भी जैसे स्टेचू बन गए हो ऐसा लग रहा था।
राज़ : (मन में) इसका मतलब केवल मैं ,कोमल, रानी और सोनिया , केवल हम ही है जो समय के परे है।लेकिन कैसे ?
तभी राज़ को एक आवाज सुनाई देती है।।।
आवाज--- राज़ अपने कमरे में आओ तुम्हे यही तुम्हारे सवालों के जवाब मिल सकते है और कहीं नहीं।
राज़: ये तो किसी औरत या लड़की की आवाज है???? कहीं ये राजकुमारी नैना तो नहीं। राज़ तुरंत घर की तरफ दौड़ लगा देता है। वही कोमल और राज की बहन राज़ को दौड़ता देख वो भी राज़ को रोकते हुए उसके पिछे पीछे भागने लगते है।
राज़: ये तो किसी औरत या लड़की की आवाज है???? कहीं ये राजकुमारी नैना तो नहीं। राज़ तुरंत घर की तरफ दौड़ लगा देता है। वही कोमल और राज की बहन राज़ को दौड़ता देख वो भी राज़ को रोकते हुए उसके पिछे पीछे भागने लगते है।
अब आगे. .
तकरीबन 30 से 45 मिनट तक दौड़ने के बाद राज़ अपने घर के पास पहुंचता है। राज़ ने पता नही इस बात पर ध्यान भी दिया होगा कि नहीं लेकिन कोमल , रानी और सोनिया ने एक बात पर बखूबी ध्यान दिया था।
जब राज़ दौड़ कर घर आ रहा था तो रानी और सोनिया के साथ कोमल ने देखा कि जिस तरह से आसमान चांदनी रात की तरह हल्के नील रंग से चम चमा रहा है ठीक उसी तरह की नीले रंग की रोशनी राज़ के शरीर से भी निकल रही है और साथ ही साथ बहुत महीन और हल्का ही सही लेकि ठीक वही नील रंग की रोशनी कोमल , रानी और सोनिया के शरीर से भी चमक रही थी। तीनों में से कोई भी इस बात को समझ नही पा रहा था।
राज़ 45 मिनट लगातार दौड़ने के बाद भी बहुत हल्का हांप रहा था यही हाल तीनों का भी था। दौड़ने से वो सभी हांप ज़रूर रहे थे लेकिन उनके चेहरे पर थकावट नज़र नहीं आ रही थी।
राज़ जैसे ही अपने घर मे प्रवेश करता है तो देखता है उसकी माँ अपने रूम के दरवाजे पर किसी बूत की भांति खड़ी है उसके बाल जो कि लग रहे थे कि जैसे हवा में उड़ रहे हों वो भी जैसे अधर में ही थे।
राज़ ने जब सरिता को भी बूत बने देखा तो राज़ को एक बात तो समझ मे आ गयी थी। वो ये की सरिता पर समय का प्रभाव है और वो जड़ होकर राह गयी है। राज़ विचार करता है कि अगर सरिता पर समय का प्रभाव है तो राजकुमारी नैना अभी तक नहीं आयी। क्योंकि उसे तो सरिता माँ के शरीर मे प्रवेश करना था। लेकिन अगर नैना अभी तक नहीं आयी है फिर ये समय क्यों थम गया। आईने से ही पूछना होगा।
राज़ तुरन्त अपने कमरे की और दौड़ता है। राज़ अपने कमरे को जैसे ही खोलता है वो सकने देख कर आश्चर्य से खड़ा हो जाता है। ना तो राज़ एक कदम आगे बढ़ता है और ना ही वो जो राज़ के सामने था।
अभी कुछ समय ही गुजरा था कि रानी और सोनिया कोमल के साथ राज़ के कमरे में आ जाती है। वो तीनों भी सामने देख कर स्तब्ध रह जाती है। थोड़ी देर बाद ,
कोमल : राज़ कौन है ये. .
राज़ : पता नहीं. ?
रानी : ये तुम्हारे कमरे में है और तुम्हे पता नहीं?
सोनिया : इसी से पूछ लेते है ना कौन है ये ?
कोमल : कौन है आप?
सामने वाले शख्स ने कुछ कहा बहुत हल्के से, अदब से, और अदा से।
नैना. . .
हम है राज़कुमारी नैना.
राज़ शॉक हो जाता है.
राज़: क्या? लेकिन ये कैसे हो सकता है? तुम तो सरिता.
राज़ की बात को काट कर .
राजकुमारी नैना : हाँ मुझे मालूम है लेकिन ये सब तुम्हारे दादा ने किया है। वो एक ऐसा शैतान है की.
राज़ गुस्से में.
राज़ : सोच समझ कर बात करना राज़ कुमारी नैना। आप मेरे दादा को कोई भी अपशब्द ना बोले तो बेहतर होगा।
रानी : दादा जी का आपसे क्या लेना देना?
तभी राज़
राज़ : मैं बता ता हूँ।
राज़ रानी , कोमल और सोनिया को उसके दादी के घर जाने से लेकर आईना मिलने तक कि और उसके बाद राजकुमारी नैना के यहाँ आने तक कि सारी बात बता देता है।
राज़ कुमारी नैना : तुम नही समझोगे राज़ लेकिन एक वक्त आएगा जब तुम्हे सब सच्चाई पता चलेगी। लेकिंग फिलहाल मुझे इन तीनों से बात करनी है। क्योंकि समय का असर इनपर नहीं है इसका मतलब निलंकार का प्रभाव इन तीनों पर भी है। मेरे पास अधिक समय नहीं है राज़. .
राज़ : हाँ तो कर लीजिये बात
राजकुमारी नैना को जब राज़ के व्यवहार में उसका जिद्दी पन झलका तब राज़ कुमारीं नैना अपने हाथ से राज़ को बाहर जाने का इशारा किया और जोर से चिल्लाकर बोली
नैना : एकांत
राज़ कुमारीं नैना के ऐसे बोलते ही अचानक से राज़ उड़ता हुआ दरवाजे कर बाहर जा गिरा और दरवाजा बंद हो गया।
बाहर से राज़ दरवाजे को पिटता रहा लेकिन कोई असर ना हुआ और अंदर नैना कोमल , रानी और सोनिया से बात करती रही । तीनों चोंक रही थी तो कभी घबरा रही थी। नैना सारी बात कोमल और राज की दोनों बहनों को बता कर कुछ कहती है। उसके बाद कोमल , रानी और सोनिया तीनों कमरे से बाहर निकलती है और दौड़ते हुए कहीं जाने लगती है।
राज़ उन्हें रोकने का प्रयास करता है लेकिन असफल हो जाता है तभी नैना राज़ को अपने कमरे में बुलालेती है और उसके बाद दरवाजा बंद हो जाता है। राज़ दरवाजा खोलने की बहुत कोशिश करता है लेकिन दरवाजा टस से मस नहीं होता।
राज़ : क्या हुआ उन्हें , वो लोग इस तरह से भाग कर क्यों गयी?
नैना : ताकि वो लोग सुरक्षित रहे और क्या तुम वो मेरे साथ संभोग उनके सामने करने वाले थे?
राज़ चुप हो जाता है तभी आईने से आवाज आती है। राज़ मुझे जल्द से जल्द मुक्त करो समय निकलता जा रहा है
तभी राज़ राज़ कुमारीं एक दूसरे की तरफ देखने लगते है।
कुछ समय बाद
राज़ नैना के ऊपर चढ़ा हुआ धक्के लगा रहा था और नैना की आंखों से आंसू निकल रहे थे। जो ना तो बिस्तर पर गिरते है और ना ही उसके गाल से नीचे टपकते है बल्कि आंख से निकल कर गालों तक आते आते गायब हो जाते है। तभी राज़ अपना पानी नैना के भीतर छोड़ देता है। और एक पत्थर जो आईने से राज़ ने पहले ही निकाल लिया था उस से आईने पर चोट करता है। आईने एक दम से हवा में उछलने लगता है घूमने लगता है अचानक से राज़ एक रोशनी की भांति उस आईने में समा जाता है और साथ ही नैना भी.
उधर रानी , कोमल और सोनिया भी वापस उड़ते हुए आईने की तरफ खींची आती है लेकिन कुछ ही देर में आईना बिस्तर पर गिर जाता है. . . .
करीब 5 मिनट ही बीते थे कि अब फिर से समय चक्र प्रारम्भ हो गया था।
रानी और सोनिया कोमल के साथ दौड़ते हुए राज़ के कमरे के भीतर आती है तो देखती है एक बुड्ढा आदमी तेजी से जवान हो रहा है। तभी रानी बोल पड़ती है
रानी : दादाजी. . . . ?????
कोमल और सोनिया रानी की बात सुनकर , इसका मतलब राजकुमारी नैना सच बोल रही थी। राज़ खतरे में है?.